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ब्रह्मांड के रहस्यों से सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न

ब्रह्मांड के रहस्यों से सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। चाहे आप SSC, रेलवे, या राज्य PSC परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हों, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के मजबूत आधार का होना आवश्यक है। यह अभ्यास सत्र आपको ब्रह्मांड के शुरुआती रहस्यों और उनसे जुड़े वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित विभिन्न महत्वपूर्ण प्रश्नों से परिचित कराएगा। तो आइए, अपनी तैयारी को परखें और इन सवालों को हल करें!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. ब्लैक होल क्या है, जो प्रकाश को भी निकलने नहीं देता?

    • (a) एक विशाल तारे का कोर
    • (b) अत्यधिक घनत्व वाला खगोलीय पिंड
    • (c) एक न्यूट्रॉन तारा
    • (d) एक सुपरनोवा विस्फोट का अवशेष

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ब्लैक होल गुरुत्वाकर्षण का एक ऐसा क्षेत्र है जिसका गुरुत्वाकर्षण खिंचाव इतना प्रबल होता है कि प्रकाश सहित कोई भी कण या विकिरण इससे बच नहीं सकता। यह अल्बर्ट आइंस्टीन के सामान्य सापेक्षता के सिद्धांत द्वारा भविष्यवाणी की गई थी।

    व्याख्या (Explanation): ब्लैक होल अत्यधिक घनत्व वाले खगोलीय पिंड होते हैं, जहां पदार्थ को एक बहुत छोटे स्थान पर संपीड़ित किया जाता है। इससे उत्पन्न गुरुत्वाकर्षण इतना शक्तिशाली हो जाता है कि प्रकाश भी इससे बच नहीं पाता। विकल्प (a), (c), और (d) खगोलीय पिंडों के अन्य चरण या घटनाएं हैं, लेकिन वे ब्लैक होल के मूल गुण को परिभाषित नहीं करते।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. ‘लिटिल रेड डॉट्स’ (Little Red Dots) को प्रारंभिक ब्रह्मांड में ब्लैक होल से संबंधित क्यों बताया गया है?

    • (a) वे उस समय के सबसे छोटे खगोलीय पिंड थे
    • (b) वे प्रारंभिक ब्लैक होल से उत्सर्जित हो रही विकिरण का परिणाम हो सकते हैं
    • (c) वे लाल रंग के तारों के समूह थे
    • (d) वे प्रारंभिक ब्रह्मांड में मौजूद गैस के बादल थे

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जब पदार्थ ब्लैक होल में गिरता है, तो यह अत्यधिक गर्म हो जाता है और एक्स-रे जैसी उच्च-ऊर्जा विकिरण उत्सर्जित करता है। प्रारंभिक ब्रह्मांड में, ऐसे प्रारंभिक ब्लैक होल, जिन्हें ‘पॉपर फर्स्ट’ (Pop-a-First) ब्लैक होल भी कहा जाता है, उनके आसपास की गैस के अभिवृद्धि (accretion) के कारण चमकीले हो सकते थे। “लिटिल रेड डॉट्स” नाम शायद उनकी उपस्थिति या विश्लेषण के तरीके से संबंधित है, लेकिन वैज्ञानिक रूप से उनका संबंध प्रारंभिक ब्लैक होल की गतिविधि से जोड़ा जा रहा है।

    व्याख्या (Explanation): यह परिकल्पना प्रस्तुत की गई है कि प्रारंभिक ब्रह्मांड में देखे गए ये “लिटिल रेड डॉट्स” वास्तव में वे प्रारंभिक ब्लैक होल हो सकते हैं जो अपने आसपास की गैस को निगल रहे थे। यह प्रक्रिया ऊर्जा का उत्सर्जन करती है, जो संभवतः उन्हें “लाल” (या किसी विशेष तरंग दैर्ध्य में) दिखाई देने का कारण बनती है। अन्य विकल्प ब्रह्मांड की प्रारंभिक अवस्थाओं के लिए उतनी सटीक व्याख्या नहीं देते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. ब्लैक होल की घटना क्षितिज (Event Horizon) क्या परिभाषित करती है?

    • (a) वह बिंदु जहाँ से प्रकाश मुड़ जाता है
    • (b) वह सीमा जिसके पार कुछ भी, यहाँ तक कि प्रकाश भी, बच नहीं सकता
    • (c) ब्लैक होल का केंद्र
    • (d) वह क्षेत्र जहाँ से ब्लैक होल पदार्ध खींचता है

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): घटना क्षितिज (Event Horizon) किसी ब्लैक होल की सीमा है, जो सामान्य सापेक्षता द्वारा परिभाषित की जाती है। इसके पार, गुरुत्वाकर्षण खिंचाव इतना अधिक हो जाता है कि प्रकाश सहित कोई भी वस्तु पलायन वेग (escape velocity) प्राप्त नहीं कर सकती, जो प्रकाश की गति से अधिक हो।

    व्याख्या (Explanation): घटना क्षितिज वह “बिंदु” है जहाँ से पीछे मुड़ना असंभव है। पलायन वेग, जो इस सीमा पर प्रकाश की गति के बराबर होता है, इसके भीतर अनंत हो जाता है। इसलिए, कोई भी जानकारी या पदार्थ इससे बाहर नहीं आ सकता।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. प्रारंभिक ब्रह्मांड में ब्लैक होल के निर्माण की कौन सी विधि सबसे संभावित मानी जाती है?

    • (a) विशाल तारों का पतन
    • (b) सामान्य सापेक्षता के एकीकरण के बाद क्वांटम उतार-चढ़ाव
    • (c) गैस के विशाल बादलों का प्रत्यक्ष पतन
    • (d) न्यूट्रॉन तारों का विलय

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रारंभिक ब्रह्मांड में, वर्तमान में देखे गए विशाल तारों के जीवन चक्र के बिना, ब्लैक होल के निर्माण के लिए गैस के बड़े, सीधे ढहने (Direct Collapse) की परिकल्पना को प्राथमिकता दी जाती है। ये ‘प्रारंभिक ब्लैक होल’ (Primordial Black Holes) वर्तमान में ज्ञात तारों के प्रकारों से भिन्न हो सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्रारंभिक ब्रह्मांड में, तारकीय विकास के सामान्य मार्ग अभी तक स्थापित नहीं हुए थे। इसलिए, गैस के विशाल बादलों का गुरुत्वाकर्षण के कारण सीधा पतन, बिना तारों के बने, ब्लैक होल के निर्माण का एक संभावित तरीका है। विकल्प (a) तारों के बाद के चरणों से संबंधित है, (b) क्वांटम गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांतों पर बहुत अधिक निर्भर करता है जो अभी भी विकसित हो रहे हैं, और (d) तारों के विलय से संबंधित है, जो बाद के ब्रह्मांडीय समय में अधिक प्रासंगिक है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  5. खगोल विज्ञान में, ‘ब्लैक होल स्टार’ शब्द का क्या अर्थ है?

    • (a) एक तारा जो ब्लैक होल में बदल रहा है
    • (b) एक ऐसा पिंड जो ब्लैक होल की तरह व्यवहार करता है लेकिन तारे की तरह विकिरण उत्सर्जित करता है
    • (c) एक तारा जो ब्लैक होल के बहुत करीब है
    • (d) एक अत्यंत घना सफेद बौना तारा

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): “ब्लैक होल स्टार” एक अनौपचारिक या नया शब्द हो सकता है जो ऐसे खगोलीय पिंडों का वर्णन करने के लिए उपयोग किया जाता है जो ब्लैक होल के समान व्यवहार (जैसे अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण) दिखाते हैं, लेकिन किसी कारण से (जैसे अभिवृद्धि डिस्क से विकिरण) देखे जा सकते हैं, जैसा कि प्रारंभिक ब्रह्मांड में “लिटिल रेड डॉट्स” के मामले में हो सकता है। यह किसी तारे के अंतिम चरण से भिन्न है।

    व्याख्या (Explanation): यह शब्द शायद उन पिंडों के लिए है जो ब्लैक होल के कुछ गुणों को साझा करते हैं, जैसे कि मजबूत गुरुत्वाकर्षण, लेकिन किसी अन्य तंत्र से भी विकिरण या प्रकाश उत्सर्जित करते हैं, जो उन्हें ‘तारे’ जैसा या ‘प्रकाशमान’ बनाता है। पारंपरिक अर्थों में, एक ब्लैक होल प्रकाश उत्सर्जित नहीं करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. प्रारंभिक ब्रह्मांड में ‘लिटिल रेड डॉट्स’ का पता लगाने के लिए किस प्रकार की दूरबीनों या विधियों का उपयोग किया गया होगा?

    • (a) केवल दृश्य प्रकाश दूरबीनें
    • (b) रेडियो दूरबीनें
    • (c) इन्फ्रारेड या सबमिलीमीटर दूरबीनें
    • (d) एक्स-रे दूरबीनें

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रारंभिक ब्रह्मांड की अत्यंत दूरी के कारण, खगोलविदों को अक्सर उन पिंडों का पता लगाने के लिए इन्फ्रारेड या सबमिलीमीटर तरंग दैर्ध्य पर देखना पड़ता है, जो ब्रह्मांड के विस्तार के कारण लाल-विस्थापित (redshifted) हो गए हैं। “लिटिल रेड डॉट्स” का नाम भी इसी से संबंधित हो सकता है।

    व्याख्या (Explanation): ब्रह्मांड के विस्तार के कारण, दूर के खगोलीय पिंडों से आने वाला प्रकाश लंबा हो जाता है, जिसे लाल-विस्थापन (redshift) कहते हैं। प्रारंभिक ब्रह्मांड की वस्तुओं से आने वाले प्रकाश का एक बड़ा हिस्सा, जो मूल रूप से दृश्य या पराबैंगनी में उत्सर्जित हुआ होगा, अब इन्फ्रारेड या इससे भी लंबी तरंग दैर्ध्य पर देखा जाएगा। इसलिए, इन्फ्रारेड या सबमिलीमीटर दूरबीनें इन पिंडों का पता लगाने के लिए सबसे प्रभावी होती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  7. गुरुत्वाकर्षण तरंगें (Gravitational Waves) क्या हैं?

    • (a) विद्युत चुम्बकीय विकिरण का एक रूप
    • (b) स्पेस-टाइम में तरंगें जो विशाल त्वरक पिंडों द्वारा उत्पन्न होती हैं
    • (c) ब्लैक होल से निकलने वाली ध्वनि तरंगें
    • (d) कणों का एक प्रवाह

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अल्बर्ट आइंस्टीन के सामान्य सापेक्षता के सिद्धांत के अनुसार, गुरुत्वाकर्षण तरंगें स्पेस-टाइम की ताने-बाने में उत्पन्न होने वाली लहरें हैं, जो तब पैदा होती हैं जब भारी पिंड, जैसे ब्लैक होल या न्यूट्रॉन तारे, तेजी से गति करते हैं या एक-दूसरे के चारों ओर घूमते हैं।

    व्याख्या (Explanation): गुरुत्वाकर्षण तरंगें स्पेस-टाइम में “लहरें” हैं जो भारी वस्तुओं की त्वरक गति से उत्पन्न होती हैं। वे प्रकाश की गति से यात्रा करती हैं और हमारे ब्रह्मांड के बारे में जानकारी ले जाती हैं, विशेष रूप से उन घटनाओं से जो सीधे प्रकाश का उत्सर्जन नहीं करती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. यदि दो ब्लैक होल आपस में विलय हो जाते हैं, तो क्या उत्पन्न होगा?

    • (a) एक बड़ा ब्लैक होल और एक गुरुत्वाकर्षण तरंग
    • (b) एक सुपरनोवा विस्फोट
    • (c) एक विशाल तारे का निर्माण
    • (d) एक ब्लैक होल का वाष्पीकरण

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जब दो ब्लैक होल आपस में विलय हो जाते हैं, तो वे एक एकल, बड़े ब्लैक होल का निर्माण करते हैं। इस प्रक्रिया में, ऊर्जा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा गुरुत्वाकर्षण तरंगों के रूप में उत्सर्जित होता है, जो स्पेस-टाइम में फैल जाती हैं।

    व्याख्या (Explanation): ब्लैक होल का विलय सबसे शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण तरंगों के स्रोतों में से एक है। विलय के बाद, अंतिम ब्लैक होल का द्रव्यमान दोनों प्रारंभिक ब्लैक होल के द्रव्यमान के योग से थोड़ा कम होता है, क्योंकि शेष ऊर्जा गुरुत्वाकर्षण तरंगों के रूप में खो जाती है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  9. ब्लैक होल से जुड़ा ‘सिंगुलैरिटी’ (Singularity) क्या है?

    • (a) वह क्षेत्र जहाँ से प्रकाश भाग सकता है
    • (b) ब्लैक होल का सबसे बाहरी क्षेत्र
    • (c) वह बिंदु जहाँ घनत्व अनंत हो जाता है
    • (d) वह क्षेत्र जहाँ ब्लैक होल पदार्थ को खींचता है

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सामान्य सापेक्षता के अनुसार, ब्लैक होल के केंद्र में सिंगुलैरिटी एक ऐसा बिंदु होता है जहाँ पदार्थ का घनत्व और स्पेस-टाइम का वक्रता अनंत हो जाती है। यह हमारे वर्तमान भौतिकी के नियमों के लिए एक सीमा है।

    व्याख्या (Explanation): सिंगुलैरिटी वह सैद्धांतिक केंद्र है जहाँ ब्लैक होल का सारा द्रव्यमान संकुचित हो जाता है। इस बिंदु पर, घनत्व और गुरुत्वाकर्षण इतना अधिक हो जाता है कि वर्तमान भौतिकी के सिद्धांत इसे पूरी तरह से समझा नहीं सकते।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  10. कौन सा तत्व प्रारंभिक ब्रह्मांड में नहीं बना था, लेकिन बाद के तारों में बना?

    • (a) हाइड्रोजन
    • (b) हीलियम
    • (c) ऑक्सीजन
    • (d) लिथियम

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बिग बैंग के तुरंत बाद, ब्रह्मांड में मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम बने थे (बिग बैंग न्यूक्लियोसिंथेसिस)। भारी तत्व, जैसे ऑक्सीजन, कार्बन, लोहा आदि, तारों के अंदर नाभिकीय संलयन (nuclear fusion) और सुपरनोवा विस्फोटों जैसी खगोलीय घटनाओं के दौरान बने।

    व्याख्या (Explanation): बिग बैंग के दौरान केवल सबसे हल्के तत्व (हाइड्रोजन, हीलियम, थोड़ी मात्रा में लिथियम) बने थे। ऑक्सीजन, जो जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है, तारों के कोर में नाभिकीय संलयन से उत्पन्न हुई है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  11. प्रारंभिक ब्रह्मांड में हाइड्रोजन और हीलियम के अलावा तीसरे सबसे प्रचुर मात्रा में तत्व की पहचान क्या है?

    • (a) लिथियम
    • (b) कार्बन
    • (c) ऑक्सीजन
    • (d) नाइट्रोजन

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बिग बैंग न्यूक्लियोसिंथेसिस (Big Bang Nucleosynthesis) के अनुसार, बिग बैंग के पहले कुछ मिनटों में ब्रह्मांड में सबसे प्रचुर मात्रा में हाइड्रोजन (लगभग 75%) और हीलियम (लगभग 25%) बने थे। इन दोनों के बाद, तीसरे सबसे प्रचुर मात्रा में तत्व के रूप में लिथियम (लिथियम-7) की थोड़ी मात्रा बनी थी।

    व्याख्या (Explanation): बिग बैंग न्यूक्लियोसिंथेसिस के मॉडल ब्रह्मांडीय प्रचुरता की भविष्यवाणी करते हैं। यह भविष्यवाणी करता है कि ब्रह्मांड की प्रारंभिक संरचना लगभग 75% हाइड्रोजन, 24% हीलियम और 1% भारी तत्वों से बनी थी, जिसमें लिथियम प्रमुख था।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  12. पदार्थ की अवस्थाएँ (States of Matter) कितनी हैं?

    • (a) 3 (ठोस, द्रव, गैस)
    • (b) 4 (ठोस, द्रव, गैस, प्लाज्मा)
    • (c) 5 (ठोस, द्रव, गैस, प्लाज्मा, बोस-आइंस्टीन कंडेनसेट)
    • (d) 6 (उपरोक्त सभी + फर्मियोनिक कंडेनसेट)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पदार्थ की मुख्य अवस्थाएँ ठोस, द्रव और गैस हैं। इसके अलावा, उच्च तापमान पर प्लाज्मा और अत्यंत निम्न तापमान पर बोस-आइंस्टीन कंडेनसेट (BEC) और फर्मियोनिक कंडेनसेट जैसी अवस्थाएँ भी मौजूद हैं।

    व्याख्या (Explanation): जबकि तीन मुख्य अवस्थाएं सर्वाधिक जानी जाती हैं, रसायन विज्ञान और भौतिकी में प्लाज्मा (जो ब्रह्मांड में पदार्थ की सबसे आम अवस्था है) और बोस-आइंस्टीन कंडेनसेट (अत्यंत कम तापमान पर) जैसी अवस्थाओं को भी महत्वपूर्ण माना जाता है। फर्मियोनिक कंडेनसेट एक और चरम अवस्था है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  13. निम्नलिखित में से कौन सा प्रकाश-संश्लेषण (Photosynthesis) का एक उप-उत्पाद (By-product) है?

    • (a) कार्बन डाइऑक्साइड
    • (b) ग्लूकोज
    • (c) ऑक्सीजन
    • (d) जल

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश-संश्लेषण एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जिससे वे शर्करा (जैसे ग्लूकोज) का निर्माण करते हैं। इस प्रक्रिया में, जल (H₂O) को ऑक्सीकृत किया जाता है और ऑक्सीजन (O₂) को एक उप-उत्पाद के रूप में जारी किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश-संश्लेषण का सामान्य समीकरण है: 6CO₂ (कार्बन डाइऑक्साइड) + 6H₂O (जल) + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂ (ऑक्सीजन)। यहाँ, ऑक्सीजन (O₂) प्रकाश-संश्लेषण का प्रत्यक्ष उप-उत्पाद है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  14. मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा किया जाता है?

    • (a) श्वेत रक्त कोशिकाएँ (WBC)
    • (b) लाल रक्त कोशिकाएँ (RBC)
    • (c) प्लेटलेट्स
    • (d) प्लाज्मा

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाएँ (Erythrocytes) में हीमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन होता है। हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन को बांधता है और शरीर के ऊतकों तक पहुँचाता है, जहाँ यह छोड़ दिया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन की उच्च सांद्रता के कारण, वे रक्त में ऑक्सीजन ले जाने के लिए मुख्य कोशिकाएं हैं। श्वेत रक्त कोशिकाएँ प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं, प्लेटलेट्स रक्त के थक्के जमाने में मदद करते हैं, और प्लाज्मा रक्त का तरल घटक है जिसमें अन्य पदार्थ घुले होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  15. सेल की शक्ति का घर (Powerhouse of the cell) किसे कहा जाता है?

    • (a) नाभिक (Nucleus)
    • (b) राइबोसोम (Ribosome)
    • (c) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
    • (d) गॉल्जी उपकरण (Golgi Apparatus)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया यूकेरियोटिक कोशिकाओं में एक झिल्ली-बाउंड ऑर्गेनेल है जो कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) द्वारा ATP (एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट) के रूप में अधिकांश सेलुलर रासायनिक ऊर्जा उत्पन्न करता है। ATP को अक्सर सेल की ‘ऊर्जा मुद्रा’ कहा जाता है।

    व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया भोजन (जैसे ग्लूकोज) को ऑक्सीजन का उपयोग करके ऊर्जा में परिवर्तित करता है, जो कोशिका के विभिन्न कार्यों को करने के लिए आवश्यक है। इसलिए, इसे ‘सेल का पावरहाउस’ कहा जाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. अम्लों (Acids) का pH मान कितना होता है?

    • (a) 7 से अधिक
    • (b) 7 से कम
    • (c) ठीक 7
    • (d) 0

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी विलयन की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। 0 से 7 तक का pH अम्लीय विलयनों को दर्शाता है, 7 तटस्थ (neutral) होता है, और 7 से 14 तक का pH क्षारीय (basic) विलयनों को दर्शाता है।

    व्याख्या (Explanation): अम्लों में हाइड्रोजन आयनों (H⁺) की सांद्रता अधिक होती है, जिसके कारण उनका pH मान 7 से कम होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. निम्नलिखित में से कौन सा एक गैर-धातु (Non-metal) है जो कमरे के तापमान पर द्रव अवस्था में पाया जाता है?

    • (a) लोहा
    • (b) पारा (Mercury)
    • (c) ब्रोमीन
    • (d) सोना

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अधिकांश गैर-धातु कमरे के तापमान पर ठोस या गैस होती हैं। हालांकि, ब्रोमीन एक अपवाद है, जो एक लाल-भूरे रंग का वाष्पशील द्रव है। पारा (Mercury) एक धातु है जो कमरे के तापमान पर द्रव अवस्था में पाई जाती है।

    व्याख्या (Explanation): प्रश्न में एक गैर-धातु के बारे में पूछा गया है। लोहा और सोना धातु हैं। पारा भी एक धातु है जो कमरे के तापमान पर द्रव होती है। ब्रोमीन एकमात्र गैर-धातु है जो सामान्य तापमान (लगभग 25°C) और दबाव पर द्रव अवस्था में होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  18. ‘कार्य’ (Work) की SI इकाई क्या है?

    • (a) जूल (Joule)
    • (b) वाट (Watt)
    • (c) न्यूटन (Newton)
    • (d) पास्कल (Pascal)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्य (Work) को किसी वस्तु पर लगाए गए बल और उस बल की दिशा में वस्तु द्वारा तय की गई दूरी के गुणनफल के रूप में परिभाषित किया जाता है (W = F × d)। इसकी SI इकाई जूल (Joule) है।

    व्याख्या (Explanation): 1 जूल कार्य तब किया जाता है जब 1 न्यूटन का बल किसी वस्तु को उसी दिशा में 1 मीटर की दूरी तक विस्थापित करता है। वाट शक्ति (Power) की इकाई है, न्यूटन बल की और पास्कल दाब (Pressure) की।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  19. ध्वनि (Sound) की गति सर्वाधिक किस माध्यम में होती है?

    • (a) हवा
    • (b) जल
    • (c) निर्वात (Vacuum)
    • (d) ठोस (जैसे स्टील)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगों को यात्रा करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। ध्वनि की गति माध्यम के घनत्व और प्रत्यास्थता (elasticity) पर निर्भर करती है। सामान्यतः, ध्वनि ठोस पदार्थों में सबसे तेज, फिर द्रवों में और फिर गैसों में सबसे धीमी गति से यात्रा करती है। निर्वात में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती।

    व्याख्या (Explanation): ठोस माध्यमों में, कण एक-दूसरे के करीब होते हैं और कसकर बंधे होते हैं, जिससे ध्वनि तरंगों का संचरण अधिक कुशल होता है। उदाहरण के लिए, स्टील में ध्वनि की गति हवा में इसकी गति से काफी अधिक होती है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  20. मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (Largest gland) कौन सी है?

    • (a) अग्न्याशय (Pancreas)
    • (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
    • (c) यकृत (Liver)
    • (d) पिट्यूटरी ग्रंथि (Pituitary gland)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): यकृत (Liver) मानव शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग है और यह एक ग्रंथि के रूप में भी कार्य करता है, जो पित्त (bile) का उत्पादन करती है।

    व्याख्या (Explanation): यकृत के वजन के आधार पर, यह शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि है। यह पाचन, चयापचय और विषहरण (detoxification) सहित कई महत्वपूर्ण कार्य करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  21. प्रकाश विद्युत प्रभाव (Photoelectric Effect) की व्याख्या किसने की थी, जिसके लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार भी मिला?

    • (a) आइजैक न्यूटन
    • (b) अल्बर्ट आइंस्टीन
    • (c) मैक्स प्लैंक
    • (d) नील्स बोर

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अल्बर्ट आइंस्टीन ने 1905 में प्रकाश विद्युत प्रभाव की व्याख्या की, यह प्रस्तावित करते हुए कि प्रकाश कणों (फोटोन) से बना है। इस कार्य के लिए उन्हें 1921 का भौतिकी में नोबेल पुरस्कार मिला।

    व्याख्या (Explanation): आइंस्टीन के सिद्धांत के अनुसार, जब प्रकाश किसी धातु की सतह पर पड़ता है, तो वह धातु से इलेक्ट्रॉनों को बाहर निकाल सकता है। इस प्रभाव की व्याख्या प्रकाश की कण प्रकृति को समझने में एक महत्वपूर्ण कदम थी।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  22. कार्बन का कौन सा अपरूप (Allotrope) सबसे कठोर होता है?

    • (a) ग्रेफाइट
    • (b) हीरा (Diamond)
    • (c) फुलेरीन
    • (d) कोयला

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बन के विभिन्न अपरूपों में, हीरा अपनी क्रिस्टल संरचना के कारण अत्यंत कठोर होता है। इसमें कार्बन परमाणु चतुष्फलकीय (tetrahedral) रूप से व्यवस्थित होते हैं और प्रत्येक परमाणु चार अन्य परमाणुओं से सहसंयोजक बंध (covalent bonds) द्वारा जुड़ा होता है।

    व्याख्या (Explanation): हीरे की मजबूत, त्रि-आयामी सहसंयोजक बंध संरचना इसे अत्यधिक कठोर बनाती है, जो इसे खरोंच प्रतिरोधी बनाती है। ग्रेफाइट, एक अन्य अपरूप, में कार्बन परमाणु परतों में व्यवस्थित होते हैं जो कमजोर वैन डेर वाल्स बलों (van der Waals forces) द्वारा एक साथ रखे जाते हैं, जिससे यह नरम और चिकना होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  23. मानव मस्तिष्क का कौन सा भाग मुख्य रूप से संतुलन और समन्वय (Balance and coordination) के लिए जिम्मेदार है?

    • (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
    • (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
    • (c) मेडुला ऑब्लोंगटा (Medulla Oblongata)
    • (d) थैलेमस (Thalamus)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अनुमस्तिष्क (Cerebellum) मस्तिष्क का वह हिस्सा है जो स्वैच्छिक मांसपेशियों की गतिविधियों, मुद्रा (posture), संतुलन, समन्वय और चाल (gait) को नियंत्रित करता है।

    व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क संवेदी इनपुट (जैसे कि आंखों और कानों से) को एकीकृत करता है और मांसपेशियों की गति को सूक्ष्म रूप से समायोजित करता है ताकि वे चिकनी और समन्वित हों। प्रमस्तिष्क बड़े विचार और सीखने के लिए जिम्मेदार है, मेडुला श्वसन और हृदय गति जैसे अनैच्छिक कार्यों को नियंत्रित करता है, और थैलेमस संवेदी सूचनाओं को रिले करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  24. किस pH मान पर मानव रक्त को तटस्थ (Neutral) माना जाएगा?

    • (a) 7.4
    • (b) 7.0
    • (c) 6.8
    • (d) 8.0

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH पैमाने पर 7.0 को तटस्थ माना जाता है। हालांकि, मानव रक्त थोड़ा क्षारीय होता है, जिसका सामान्य pH मान लगभग 7.35 से 7.45 के बीच होता है, जो इसे सूक्ष्म रूप से क्षारीय बनाता है।

    व्याख्या (Explanation): प्रश्न में ‘तटस्थ’ के लिए पूछा गया है, जो सीधे तौर पर pH 7.0 से संबंधित है। जबकि रक्त का वास्तविक pH 7.4 के आसपास होता है, यह तटस्थ बिंदु से थोड़ा ऊपर होता है, जिससे यह क्षारीय हो जाता है। यदि विकल्प के रूप में pH 7.0 दिया गया है, तो यह अवधारणात्मक रूप से ‘तटस्थ’ की परिभाषा के कारण सही उत्तर है, हालांकि जैविक रूप से रक्त का pH थोड़ा भिन्न होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  25. ऊर्जा का सबसे अच्छा स्रोत जो ब्रह्मांड में सभी जीवन को शक्ति प्रदान करता है?

    • (a) चंद्रमा
    • (b) पृथ्वी का भूतापीय ऊर्जा
    • (c) सूर्य
    • (d) ज्वार-भाटा

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सूर्य एक विशाल परमाणु संलयन रिएक्टर है जो प्रकाश और गर्मी के रूप में ऊर्जा उत्सर्जित करता है। पृथ्वी पर अधिकांश जीवन, सीधे या परोक्ष रूप से, सूर्य से प्राप्त ऊर्जा पर निर्भर करता है, विशेष रूप से प्रकाश-संश्लेषण के माध्यम से।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश-संश्लेषण करने वाले जीव सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करके अपना भोजन बनाते हैं, और फिर इन जीवों को खाने वाले अन्य जीव भी परोक्ष रूप से सूर्य से ऊर्जा प्राप्त करते हैं। भूतापीय ऊर्जा भी महत्वपूर्ण है, लेकिन यह पृथ्वी के आंतरिक भाग से आती है, न कि बाहरी ब्रह्मांडीय स्रोत से जो सभी जीवन को मौलिक रूप से संचालित करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

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