ब्रह्मांड के रहस्यों को सुलझाएं: सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ आवश्यक है। यह विषय भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को समाहित करता है, जो हमारे आसपास की दुनिया को समझने में मदद करते हैं। ब्रह्मांड के पहले अणु के निर्माण जैसे वैज्ञानिक चमत्कारों की खबरें हमें विज्ञान के प्रति और भी जिज्ञासु बनाती हैं। इस ज्ञान को मजबूत करने के लिए, यहाँ आपके लिए सामान्य विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) प्रस्तुत हैं, जो आपकी तैयारी को परखने और अवधारणाओं को स्पष्ट करने में सहायक होंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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पहला प्रश्न: ब्रह्मांड की सबसे पहली अणु का पुन: निर्माण वैज्ञानिकों ने किया है। यह अणु मुख्य रूप से किन तत्वों से मिलकर बना था?
- (a) ऑक्सीजन और नाइट्रोजन
- (b) हाइड्रोजन और हीलियम
- (c) कार्बन और ऑक्सीजन
- (d) नाइट्रोजन और कार्बन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बिग बैंग के तुरंत बाद, ब्रह्मांड में सबसे प्रचुर मात्रा में मौजूद तत्व हाइड्रोजन और हीलियम थे।
व्याख्या (Explanation): बिग बैंग सिद्धांत के अनुसार, प्रारंभिक ब्रह्मांड अत्यधिक गर्म और घना था। इसके ठंडा होने के साथ ही, सबसे पहले नाभिकीय संलयन (nuclear fusion) के माध्यम से हाइड्रोजन के नाभिक (प्रोटॉन) हीलियम के नाभिक में परिवर्तित हुए। इस प्रक्रिया में, मुख्य रूप से हाइड्रोजन (लगभग 75%) और हीलियम (लगभग 25%) का निर्माण हुआ। इसलिए, ब्रह्मांड के पहले अणु (जैसे हाइड्रोजन अणु H2) इन्हीं तत्वों से बने थे।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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दूसरा प्रश्न: ब्रह्मांड की आयु लगभग 13.8 अरब वर्ष मानी जाती है। यह आयु किस वैज्ञानिक विधि द्वारा अनुमानित की जाती है?
- (a) कार्बन डेटिंग
- (b) पोटेशियम-आर्गन डेटिंग
- (c) खगोलीय अवलोकन और ब्रह्मांडीय पृष्ठभूमि विकिरण
- (d) जीवाश्मों का अध्ययन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड की आयु का अनुमान लगाने के लिए बिग बैंग मॉडल और ब्रह्मांड के विस्तार की दर का उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): ब्रह्मांड की आयु का अनुमान मुख्य रूप से हबल स्थिरांक (Hubble constant) का उपयोग करके लगाया जाता है, जो ब्रह्मांड के विस्तार की दर को दर्शाता है। इसके अलावा, कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड (CMB) विकिरण का अध्ययन, जो बिग बैंग का “अवशिष्ट” प्रकाश है, भी ब्रह्मांड की आयु और संरचना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। कार्बन डेटिंग और पोटेशियम-आर्गन डेटिंग पृथ्वी पर अपेक्षाकृत कम आयु की वस्तुओं के लिए उपयोग की जाती हैं, जबकि जीवाश्मों का अध्ययन भूवैज्ञानिक समय-सीमा को समझने में मदद करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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तीसरा प्रश्न: प्रारंभिक ब्रह्मांड में मुख्य रूप से निर्मित होने वाले आयन (ion) का नाम क्या है, जो सबसे पहले अणु बनाने में सहायक हुआ?
- (a) हाइड्रॉक्साइड आयन (OH-)
- (b) हीलियम आयन (He+)
- (c) हाइड्रोजन आयन (H+) या प्रोटॉन
- (d) लिथियम आयन (Li+)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु संरचना और आयनीकरण की प्रक्रिया।
व्याख्या (Explanation): बिग बैंग के बाद, अत्यधिक ऊर्जा और तापमान के कारण परमाणु अभी तक पूरी तरह से नहीं बने थे। उस समय, प्रोटॉन (हाइड्रोजन के नाभिक) स्वतंत्र रूप से मौजूद थे। जब ब्रह्मांड ठंडा हुआ, तो मुक्त इलेक्ट्रॉन इन प्रोटॉन से जुड़कर पहले तटस्थ हाइड्रोजन परमाणु (H) बनाने लगे। हाइड्रोजन परमाणु (H) आपस में मिलकर हाइड्रोजन अणु (H2) का निर्माण कर सकते थे। हीलियम आयन (He+) भी मौजूद था, लेकिन हाइड्रोजन का आयन (प्रोटॉन) ब्रह्मांड के पहले अणु के निर्माण में अधिक महत्वपूर्ण था।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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चौथा प्रश्न: भौतिकी में, “पहला अणु” (first molecule) के निर्माण को समझने के लिए किस सिद्धांत का अध्ययन महत्वपूर्ण है?
- (a) क्वांटम यांत्रिकी (Quantum Mechanics)
- (b) ऊष्मागतिकी (Thermodynamics)
- (c) प्रकाशिकी (Optics)
- (d) विद्युत चुम्बकत्व (Electromagnetism)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्वांटम यांत्रिकी परमाणुओं और अणुओं के व्यवहार की व्याख्या करता है।
व्याख्या (Explanation): परमाणुओं के आपस में जुड़कर अणु बनाने की प्रक्रिया, विशेष रूप से बंधन (bonding) की प्रकृति, को क्वांटम यांत्रिकी के सिद्धांतों द्वारा समझाया जाता है। यह बताता है कि कैसे इलेक्ट्रॉन परमाणु कक्षाओं में व्यवस्थित होते हैं और साझा बंधन (covalent bonds) या आयनिक बंधन (ionic bonds) बनाते हैं। प्रारंभिक ब्रह्मांड में हाइड्रोजन परमाणुओं का आपस में जुड़ना क्वांटम यांत्रिकी के नियमों के अधीन था।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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पांचवां प्रश्न: जब ब्रह्मांडीय विकिरण (cosmic radiation) का अध्ययन किया जाता है, तो आमतौर पर निम्नलिखित में से किस कण की पहचान प्राथमिक कणों के रूप में होती है?
- (a) इलेक्ट्रॉन
- (b) पॉज़िट्रॉन
- (c) प्रोटॉन
- (d) न्यूट्रॉन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कण भौतिकी और ब्रह्मांडीय किरणों की संरचना।
व्याख्या (Explanation): ब्रह्मांडीय किरणें मुख्य रूप से उच्च-ऊर्जा वाले कणों की धाराएं हैं जो बाहरी अंतरिक्ष से पृथ्वी के वायुमंडल में आती हैं। इनमें से अधिकांश (लगभग 90%) प्रोटॉन (हाइड्रोजन नाभिक) होते हैं। शेष में अल्फा कण (हीलियम नाभिक), ऑक्सीजन और अन्य भारी तत्वों के नाभिक, और थोड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉन और पॉज़िट्रॉन शामिल होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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छठा प्रश्न: रसायन विज्ञान में, “पहला अणु” (first molecule) के निर्माण से संबंधित सबसे महत्वपूर्ण बंधन (bond) किस प्रकार का था?
- (a) आयनिक बंधन (Ionic Bond)
- (b) सहसंयोजक बंधन (Covalent Bond)
- (c) हाइड्रोजन बंधन (Hydrogen Bond)
- (d) धात्विक बंधन (Metallic Bond)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रासायनिक बंधन के प्रकार।
व्याख्या (Explanation): पहले अणु, हाइड्रोजन अणु (H2), का निर्माण दो हाइड्रोजन परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों को साझा करने से हुआ था। यह एक सहसंयोजक बंधन है, जहाँ परमाणु एक-दूसरे के साथ इलेक्ट्रॉनों का योगदान करके स्थिर इलेक्ट्रॉनिक विन्यास प्राप्त करते हैं। आयनिक बंधन तब बनते हैं जब एक परमाणु से दूसरे परमाणु में इलेक्ट्रॉन स्थानांतरित होते हैं, जो आमतौर पर धातु और अधातु के बीच होता है। हाइड्रोजन बंधन तब बनते हैं जब हाइड्रोजन किसी अत्यधिक ऋणात्मक परमाणु (जैसे O, N, F) से जुड़ा होता है और दूसरे ऋणात्मक परमाणु की ओर आकर्षित होता है। धात्विक बंधन धातुओं में पाए जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सातवां प्रश्न: उस प्रक्रिया का क्या नाम है जिसके द्वारा ब्रह्मांड में पहले परमाणु (जैसे हाइड्रोजन) बने?
- (a) न्यूक्लियोसिंथेसिस (Nucleosynthesis)
- (b) पुनर्संयोजन (Recombination)
- (c) विखंडन (Fission)
- (d) संलयन (Fusion)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड विज्ञान में प्रारंभिक अवस्थाएँ।
व्याख्या (Explanation): बिग बैंग के लगभग 380,000 वर्ष बाद, ब्रह्मांड इतना ठंडा हो गया था कि मुक्त इलेक्ट्रॉन नाभिकों (मुख्य रूप से प्रोटॉन और हीलियम नाभिक) से जुड़कर पहले तटस्थ परमाणु बना सके। इस प्रक्रिया को पुनर्संयोजन (Recombination) कहा जाता है। न्यूक्लियोसिंथेसिस बिग बैंग के पहले कुछ मिनटों में नाभिकों के निर्माण की प्रक्रिया है, जबकि संलयन (Fusion) तारों के अंदर होता है और विखंडन (Fission) परमाणु प्रतिक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आठवां प्रश्न: जीव विज्ञान में, ‘अणु’ (molecule) की परिभाषा क्या है?
- (a) एक प्रकार के परमाणु का समूह
- (b) दो या दो से अधिक परमाणुओं का रासायनिक रूप से जुड़ा हुआ समूह
- (c) एक एकल, अविभाज्य कण
- (d) आयनों का एक समूह
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान में मौलिक परिभाषाएँ।
व्याख्या (Explanation): रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान में, एक अणु दो या दो से अधिक परमाणुओं का एक विद्युत रूप से तटस्थ समूह है जो रासायनिक बंधों द्वारा एक साथ जुड़े होते हैं। ये परमाणु समान या भिन्न तत्वों के हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, जल (H2O) एक अणु है जिसमें दो हाइड्रोजन परमाणु और एक ऑक्सीजन परमाणु होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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नौवां प्रश्न: ब्रह्मांड में पदार्थ के निर्माण के लिए आवश्यक मूलभूत बल (fundamental force) कौन सा है जो पहले अणुओं के निर्माण में सहायक था?
- (a) गुरुत्वाकर्षण बल (Gravitational Force)
- (b) विद्युत चुम्बकीय बल (Electromagnetic Force)
- (c) दुर्बल नाभिकीय बल (Weak Nuclear Force)
- (d) प्रबल नाभिकीय बल (Strong Nuclear Force)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड में मूलभूत बल और उनके कार्य।
व्याख्या (Explanation): विद्युत चुम्बकीय बल परमाणुओं के भीतर इलेक्ट्रॉनों को नाभिक से बांधे रखता है और परमाणुओं को आपस में जोड़कर अणु बनाने के लिए जिम्मेदार है। ब्रह्मांड के प्रारंभिक चरणों में, तापमान बहुत अधिक था, जिससे कण आवेशित अवस्था में थे। जैसे-जैसे ब्रह्मांड ठंडा हुआ, विद्युत चुम्बकीय बल ने परमाणुओं के निर्माण और अंततः अणुओं के बंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गुरुत्वाकर्षण बल बड़े पैमाने की संरचनाओं (जैसे आकाशगंगाएँ) के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है, जबकि नाभिकीय बल नाभिक के भीतर कणों को बांधते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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दसवां प्रश्न: यदि हम ब्रह्मांड के इतिहास को एक परीक्षा के रूप में देखें, तो “पहला अणु” (first molecule) का निर्माण किस चरण का प्रतिनिधित्व करता है?
- (a) प्रारंभिक प्लाज्मा चरण
- (b) पुनर्संयोजन चरण
- (c) तारों के निर्माण का चरण
- (d) आकाशगंगाओं के निर्माण का चरण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड का कालानुक्रम (Chronology)।
व्याख्या (Explanation): बिग बैंग के बाद, ब्रह्मांड एक अत्यंत गर्म और घना प्लाज्मा था। लगभग 380,000 वर्ष बाद, जब तापमान कम हुआ, तो इलेक्ट्रॉन नाभिकों से जुड़कर तटस्थ परमाणु बने (पुनर्संयोजन)। इसके बाद, ये परमाणु आपस में मिलकर पहले अणु (जैसे H2) बनाने लगे। यह घटना तारों और आकाशगंगाओं के निर्माण से काफी पहले हुई थी।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ग्यारहवां प्रश्न: रसायन विज्ञान में, किसी तत्व का परमाणु क्रमांक (atomic number) क्या दर्शाता है?
- (a) न्यूट्रॉन की संख्या
- (b) प्रोटॉन की संख्या
- (c) इलेक्ट्रॉनों की संख्या
- (d) न्यूक्लियॉन (प्रोटॉन + न्यूट्रॉन) की संख्या
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु की संरचना।
व्याख्या (Explanation): किसी तत्व का परमाणु क्रमांक, जिसे Z से दर्शाया जाता है, उस तत्व के परमाणु के नाभिक में प्रोटॉन की संख्या के बराबर होता है। यह किसी तत्व की पहचान निर्धारित करता है। एक तटस्थ परमाणु में, प्रोटॉन की संख्या इलेक्ट्रॉनों की संख्या के बराबर होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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बारहवां प्रश्न: ब्रह्मांड के प्रारंभिक इतिहास में, गुरुत्वाकर्षण (gravity) ने किन संरचनाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई?
- (a) परमाणु
- (b) अणु
- (c) तारे और आकाशगंगाएँ
- (d) इलेक्ट्रॉन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांडीय विकास और गुरुत्वाकर्षण की भूमिका।
व्याख्या (Explanation): यद्यपि विद्युत चुम्बकीय बल ने पहले परमाणुओं और अणुओं को बांधा, गुरुत्वाकर्षण वह प्राथमिक बल था जिसने इन परमाणुओं और अणुओं के विशाल बादलों को एक साथ खींचा, जिससे वे संघनित होकर पहले तारे और फिर आकाशगंगाएँ बन गईं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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तेरहवां प्रश्न: बिग बैंग के बाद, ब्रह्मांड के विस्तार की दर का अध्ययन करने के लिए किस खगोलीय अवलोकन का उपयोग किया जाता है?
- (a) सुपरनोवा का अवलोकन
- (b) नीहारिकाओं (Nebulae) का अध्ययन
- (c) डॉपलर प्रभाव (Doppler Effect) और लाल विचलन (Redshift)
- (d) ब्लैक होल का अवलोकन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड विज्ञान में विस्तार का मापन।
व्याख्या (Explanation): दूर की आकाशगंगाओं से आने वाले प्रकाश के लाल विचलन (Redshift) का मापन यह दर्शाता है कि वे हमसे दूर जा रही हैं, और लाल विचलन की मात्रा उनके हमसे दूर जाने की गति से संबंधित है। यह डॉपलर प्रभाव का एक उदाहरण है। इस अवलोकन का उपयोग ब्रह्मांड के विस्तार की दर (हबल स्थिरांक) का अनुमान लगाने के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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चौदहवां प्रश्न: जीव विज्ञान में, जीवन के लिए आवश्यक बुनियादी निर्माण खंड (building blocks) क्या कहलाते हैं?
- (a) आयन
- (b) परमाणु
- (c) अणु
- (d) तत्व
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीव विज्ञान में मौलिक घटक।
व्याख्या (Explanation): सभी जीवित जीव परमाणुओं से बने होते हैं, लेकिन ये परमाणु एक साथ मिलकर अणु बनाते हैं जो जीवन की कार्यात्मक इकाइयाँ हैं। कार्बोहाइड्रेट, लिपिड, प्रोटीन और न्यूक्लिक एसिड जैसे महत्वपूर्ण बायोमॉलिक्यूल्स (biomolecules) सभी अणुओं के उदाहरण हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पंद्रहवां प्रश्न: यदि ब्रह्मांड के पहले अणु का निर्माण हाइड्रोजन (H) से हुआ, तो उसके संयोजन के लिए आवश्यक कण क्या थे?
- (a) दो प्रोटॉन
- (b) एक प्रोटॉन और एक न्यूट्रॉन
- (c) दो न्यूट्रॉन
- (d) एक प्रोटॉन और एक इलेक्ट्रॉन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हाइड्रोजन अणु का निर्माण।
व्याख्या (Explanation): ब्रह्मांड के प्रारंभिक चरणों में, हीलियम निर्माण के बाद, मुख्य रूप से प्रोटॉन (हाइड्रोजन के नाभिक) और इलेक्ट्रॉन स्वतंत्र रूप से मौजूद थे। जब ब्रह्मांड पर्याप्त रूप से ठंडा हुआ, तो दो प्रोटॉन (जिन्हें मूल रूप से हाइड्रोजन के नाभिक माना जा सकता है) एक-दूसरे से जुड़कर हाइड्रोजन अणु (H2) बना सकते थे। तकनीकी रूप से, एक तटस्थ हाइड्रोजन परमाणु में एक प्रोटॉन और एक इलेक्ट्रॉन होता है, और दो हाइड्रोजन परमाणु मिलकर H2 बनाते हैं। लेकिन सबसे सरल “पहला अणु” H2 को दो हाइड्रोजन परमाणुओं के मिलन के रूप में देखा जा सकता है, जिनमें से प्रत्येक में एक प्रोटॉन होता है। यहाँ प्रश्न के संदर्भ में, सबसे सरल रूप से हाइड्रोजन के दो मूल घटकों (प्रोटॉन) का संयोजन ही पहले अणु का आधार है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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सोलहवां प्रश्न: रसायन विज्ञान में, एक तत्व के समस्थानिक (isotopes) में क्या भिन्न होता है?
- (a) प्रोटॉन की संख्या
- (b) इलेक्ट्रॉनों की संख्या
- (c) न्यूट्रॉन की संख्या
- (d) परमाणु क्रमांक
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): समस्थानिकों की परिभाषा।
व्याख्या (Explanation): समस्थानिक एक ही तत्व के परमाणु होते हैं जिनमें प्रोटॉन की संख्या समान होती है (इसलिए वे एक ही तत्व हैं) लेकिन न्यूट्रॉन की संख्या भिन्न होती है। न्यूट्रॉन की भिन्न संख्या के कारण उनका द्रव्यमान संख्या (mass number = protons + neutrons) भिन्न होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सत्रहवां प्रश्न: ब्रह्मांड की प्रारंभिक अवस्थाओं में, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन का निर्माण किस प्रक्रिया से हुआ?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) बिग बैंग न्यूक्लियोसिंथेसिस
- (c) रासायनिक संयोजन
- (d) विद्युत अपघटन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड का प्रारंभिक इतिहास।
व्याख्या (Explanation): बिग बैंग न्यूक्लियोसिंथेसिस बिग बैंग के पहले कुछ मिनटों में हुआ था। इस दौरान, ब्रह्मांड में उच्च तापमान और घनत्व के कारण क्वार्क (quarks) और लेप्टॉन (leptons) जैसे कणों से प्रोटॉन और न्यूट्रॉन का निर्माण हुआ। बाद में, इन प्रोटॉन और न्यूट्रॉन ने मिलकर हीलियम जैसे हल्के नाभिक बनाए।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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अठारहवां प्रश्न: यदि कोई वैज्ञानिक ब्रह्मांड की आयु का अध्ययन कर रहा है, तो वह निम्नलिखित में से किस खगोलीय घटना का उपयोग कर सकता है?
- (a) ग्रहण (Eclipse)
- (b) क्षुद्रग्रह का प्रभाव (Asteroid Impact)
- (c) कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड (CMB)
- (d) उल्का वर्षा (Meteor Shower)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड विज्ञान में मापन के उपकरण।
व्याख्या (Explanation): कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड (CMB) बिग बैंग से बचा हुआ विकिरण है जो पूरे ब्रह्मांड में फैला हुआ है। इसके तापमान और उतार-चढ़ाव का अध्ययन करके, वैज्ञानिक ब्रह्मांड के इतिहास, उसकी संरचना और उसकी आयु का अनुमान लगा सकते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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उन्नीसवां प्रश्न: जीव विज्ञान में, जीवन के लिए आवश्यक चार प्रमुख जैव-अणुओं (bio-molecules) में से कौन सा एक ऊर्जा स्रोत के रूप में कार्य करता है?
- (a) प्रोटीन
- (b) लिपिड
- (c) कार्बोहाइड्रेट
- (d) न्यूक्लिक एसिड
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव-अणुओं के कार्य।
व्याख्या (Explanation): कार्बोहाइड्रेट, जैसे ग्लूकोज, कोशिकाओं के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत हैं। इन्हें श्वसन (respiration) के माध्यम से तोड़ा जाता है जिससे ऊर्जा (ATP) उत्पन्न होती है। प्रोटीन निर्माण खंड हैं, लिपिड भंडारण और कोशिका झिल्लियों के घटक हैं, और न्यूक्लिक एसिड (DNA, RNA) आनुवंशिक जानकारी रखते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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बीसवां प्रश्न: उस प्रक्रिया का क्या नाम है जिसमें तारे भारी तत्वों का निर्माण करते हैं?
- (a) नाभिकीय विखंडन
- (b) नाभिकीय संलयन
- (c) रेडियोधर्मी क्षय
- (d) रासायनिक संश्लेषण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तारकीय न्यूक्लियोसिंथेसिस।
व्याख्या (Explanation): तारों के कोर में, अत्यधिक तापमान और दबाव पर, हल्के तत्वों के नाभिक आपस में मिलकर भारी तत्वों का निर्माण करते हैं। इस प्रक्रिया को नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion) कहा जाता है। यही वह प्रक्रिया है जिसने बिग बैंग के बाद हीलियम से भारी तत्वों का निर्माण किया और यह आज भी तारों में जारी है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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इक्कीसवां प्रश्न: प्रारंभिक ब्रह्मांड में, जब पुनर्संयोजन (recombination) हुआ, तो कौन से कण अलग-अलग घूम रहे थे?
- (a) इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन
- (b) प्रोटॉन और न्यूट्रॉन
- (c) इलेक्ट्रॉन और न्यूट्रॉन
- (d) नाभिक और इलेक्ट्रॉन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पुनर्संयोजन का अर्थ।
व्याख्या (Explanation): पुनर्संयोजन से पहले, ब्रह्मांड एक गर्म, आयनित प्लाज्मा था जहाँ इलेक्ट्रॉन नाभिकों से अलग थे। पुनर्संयोजन वह चरण था जब ब्रह्मांड ठंडा हुआ और इलेक्ट्रॉन प्रोटॉन (और हीलियम नाभिक) से जुड़कर तटस्थ परमाणु बने। इसलिए, इससे पहले, इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन (तथा अन्य आयनित कण) स्वतंत्र रूप से मौजूद थे।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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बाईसवां प्रश्न: रसायन विज्ञान में, आवर्त सारणी (Periodic Table) में किसी तत्व का स्थान उसके __________ को दर्शाता है।
- (a) परमाणु द्रव्यमान
- (b) परमाणु क्रमांक
- (c) न्यूट्रॉन की संख्या
- (d) समस्थानिकों की संख्या
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आवर्त सारणी का आधार।
व्याख्या (Explanation): आवर्त सारणी को तत्वों के परमाणु क्रमांक (अर्थात् प्रोटॉन की संख्या) के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया गया है। यह व्यवस्था तत्वों के रासायनिक गुणों में आवधिकता (periodicity) को दर्शाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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तेईसवां प्रश्न: ब्रह्मांड के पहले अणु के निर्माण का तात्पर्य है कि __________।
- (a) तारे बनना शुरू हो गए थे।
- (b) गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव नगण्य था।
- (c) ब्रह्मांड इतना ठंडा हो गया था कि परमाणु मिलकर बंध बना सकें।
- (d) भारी तत्वों का निर्माण शुरू हो गया था।
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रारंभिक ब्रह्मांड में अणु निर्माण की स्थिति।
व्याख्या (Explanation): अणुओं के बनने के लिए परमाणुओं को आपस में जुड़ना पड़ता है। यह तभी संभव है जब ब्रह्मांड इतना ठंडा हो जाए कि कणों के पास रासायनिक बंध बनाने के लिए पर्याप्त ऊर्जा बची रहे, लेकिन इतनी ऊर्जा न हो कि वे तुरंत अलग हो जाएं। बिग बैंग के बाद पुनर्संयोजन चरण (लगभग 380,000 वर्ष) में ऐसा हुआ, जिससे पहले परमाणु और फिर अणु (जैसे H2) बने। तारे और भारी तत्व बाद में बने।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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चौबीसवां प्रश्न: जीव विज्ञान में, कोशिका का ऊर्जा ‘सिक्का’ (energy currency) क्या कहलाता है?
- (a) DNA
- (b) ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट)
- (c) RNA
- (d) ग्लूकोज
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका चयापचय (Cellular Metabolism)।
व्याख्या (Explanation): एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) एक अणु है जो कोशिकाओं के भीतर ऊर्जा के विनिमय के लिए प्राथमिक वाहक के रूप में कार्य करता है। यह ऊर्जा-उत्पादक प्रक्रियाओं (जैसे ग्लूकोज का विखंडन) से प्राप्त ऊर्जा को संग्रहित करता है और फिर इसे अन्य सेलुलर प्रक्रियाओं (जैसे मांसपेशियों का संकुचन, सक्रिय परिवहन) के लिए जारी करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पच्चीसवां प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा प्रारंभिक ब्रह्मांड के “समस्याओं” में से एक था जिसे बिग बैंग मॉडल को संबोधित करने के लिए हल किया गया, और जो पहले अणुओं के निर्माण से संबंधित है?
- (a) ब्रह्मांड की उत्पत्ति
- (b) प्रकाश की गति
- (c) ब्रह्मांड में परमाणुओं की बड़ी संख्या की उपस्थिति
- (d) ग्रहों का निर्माण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बिग बैंग मॉडल की व्याख्या।
व्याख्या (Explanation): बिग बैंग मॉडल यह बताता है कि कैसे बिग बैंग के बाद ब्रह्मांड के विस्तार और ठंडा होने के साथ पहले हल्के परमाणु (हाइड्रोजन, हीलियम) बने। यह मॉडल ब्रह्मांड में आज देखे जाने वाले परमाणुओं की प्रचुरता की व्याख्या करता है, जो पहले अणुओं के निर्माण की नींव थे। ब्रह्मांड की उत्पत्ति, प्रकाश की गति (भौतिकी का नियम), और ग्रहों का निर्माण (जो बाद में हुआ) बिग बैंग मॉडल से संबंधित मुद्दे हैं, लेकिन पहले अणुओं के निर्माण के संदर्भ में, परमाणुओं की उपस्थिति सबसे सीधा संबंध रखती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।