ब्रह्मांड के पहले अणु: सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ अत्यंत आवश्यक है। चाहे वह भौतिकी के नियम हों, रसायन विज्ञान के सिद्धांत हों, या जीव विज्ञान के आश्चर्यजनक तथ्य, हर विषय में महारत हासिल करना आपकी तैयारी को मजबूत बनाता है। आज हम ब्रह्मांड की उत्पत्ति से जुड़े एक रोमांचक वैज्ञानिक खोज पर आधारित महत्वपूर्ण सामान्य विज्ञान के प्रश्नों का अभ्यास करेंगे, जो आपकी आगामी परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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ब्रह्मांड की शुरुआत में कौन सा अणु सबसे पहले बना माना जाता है?
- (a) पानी (H₂O)
- (b) अमोनिया (NH₃)
- (c) हीलियम हाइड्राइड आयन (HeH⁺)
- (d) मीथेन (CH₄)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बिग बैंग के बाद, ब्रह्मांड ठंडा हुआ और प्राथमिक कणों ने मिलकर पहले सरल अणुओं का निर्माण किया।
व्याख्या (Explanation): बिग बैंग के बाद, ब्रह्मांड के शुरुआती घंटों में, प्रोटॉन और इलेक्ट्रॉन बने। ये प्रोटॉन धीरे-धीरे हीलियम नाभिकों से जुड़े, जिससे हीलियम हाइड्राइड आयन (HeH⁺) का निर्माण हुआ। यह ब्रह्मांड का पहला अणु माना जाता है। बाद में, जब ब्रह्मांड और ठंडा हुआ, तो हाइड्रोजन और हीलियम ने मिलकर आणविक हाइड्रोजन (H₂) और फिर अन्य अणु जैसे पानी (H₂O) का निर्माण किया।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीलियम हाइड्राइड आयन (HeH⁺) के निर्माण के लिए कौन सी प्राथमिक कण आवश्यक हैं?
- (a) इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन
- (b) प्रोटॉन और न्यूट्रॉन
- (c) हीलियम नाभिक (α-कण) और इलेक्ट्रॉन
- (d) हीलियम नाभिक (α-कण) और प्रोटॉन
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आयनिक यौगिक का निर्माण विद्युत आवेशित कणों के बीच इलेक्ट्रोस्टैटिक आकर्षण से होता है।
व्याख्या (Explanation): हीलियम हाइड्राइड आयन (HeH⁺) का निर्माण तब होता है जब एक हीलियम नाभिक (जिसमें 2 प्रोटॉन होते हैं, इसलिए सकारात्मक चार्ज होता है) एक प्रोटॉन (जो एक हाइड्रोजन नाभिक है) के साथ मिलकर एक स्थिर आयन बनाता है। यह आयन तब एक इलेक्ट्रॉन के साथ मिलकर अणु बना सकता है, लेकिन प्रश्न में आयन (HeH⁺) के निर्माण की बात की गई है, जो एक हीलियम नाभिक और एक प्रोटॉन के संयोजन से बनता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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बिग बैंग के तुरंत बाद के ब्रह्मांड में तापमान क्या था?
- (a) लगभग 3000 K
- (b) लगभग 2.7 K
- (c) बहुत अधिक (खरबों डिग्री सेल्सियस)
- (d) 0 K (पूर्ण शून्य)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बिग बैंग एक अत्यधिक गर्म और सघन अवस्था से शुरू हुआ।
व्याख्या (Explanation): बिग बैंग की घटना के समय, ब्रह्मांड अत्यंत गर्म और सघन था। प्रारंभिक क्षणों में तापमान खरबों डिग्री सेल्सियस में था, जो धीरे-धीरे ब्रह्मांड के विस्तार के साथ कम होता गया। 3000 K वह तापमान है जब ब्रह्मांड पारदर्शी हुआ और पहला परमाणु (हाइड्रोजन) बना। 2.7 K वर्तमान कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड (CMB) का तापमान है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पदार्थ का कौन सा मौलिक कण ब्रह्मांड के शुरुआती चरणों में सबसे पहले बना?
- (a) न्यूट्रॉन
- (b) प्रोटॉन
- (c) इलेक्ट्रॉन
- (d) क्वार्क
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कण भौतिकी के मानक मॉडल के अनुसार, क्वार्क सबसे मौलिक कणों में से हैं।
व्याख्या (Explanation): बिग बैंग के पहले सेकंड के बहुत छोटे अंश में, ब्रह्मांड इतना गर्म और सघन था कि क्वार्क, लेप्टन (जैसे इलेक्ट्रॉन) और अन्य मौलिक कण मौजूद थे। जैसे-जैसे ब्रह्मांड ठंडा हुआ, क्वार्क मिलकर प्रोटॉन और न्यूट्रॉन बनाने लगे। इसलिए, क्वार्क को पहले बने मौलिक कणों में से माना जाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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ब्रह्मांड के पहले अणु के निर्माण की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
- (a) आयनीकरण
- (b) पुनर्संयोजन (Recombination)
- (c) आणविक गठन (Molecular Formation)
- (d) परमाणु गठन (Atomic Formation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दो या दो से अधिक परमाणुओं या आयनों का एक साथ मिलकर अणु बनाना आणविक गठन कहलाता है।
व्याख्या (Explanation): जब ब्रह्मांड पर्याप्त रूप से ठंडा हो गया (लगभग 3000 K), तो इलेक्ट्रॉन मुक्त प्रोटॉन और हीलियम नाभिक से जुड़कर पहले परमाणु (मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम) बनाने लगे। इसके बाद, ये परमाणु या आयन आपस में जुड़कर पहले अणु, जैसे हीलियम हाइड्राइड आयन (HeH⁺), बनाने लगे। यह प्रक्रिया आणविक गठन कहलाती है। पुनर्संयोजन मुख्य रूप से तब होता है जब इलेक्ट्रॉन नाभिकों से जुड़कर परमाणु बनाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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किस प्रकार के विकिरण का उपयोग ब्रह्मांड के प्रारंभिक समय का अध्ययन करने के लिए किया जाता है?
- (a) एक्स-रे
- (b) गामा किरणें
- (c) कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड (CMB)
- (d) रेडियो तरंगें
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कॉस्मिक माइक्रोवेव बैकग्राउंड (CMB) बिग बैंग का बचा हुआ विकिरण है।
व्याख्या (Explanation): CMB बिग बैंग के लगभग 380,000 साल बाद उत्सर्जित हुआ था, जब ब्रह्मांड ठंडा होकर पारदर्शी हो गया था। यह विकिरण आज भी पूरे ब्रह्मांड में फैला हुआ है और इसके अध्ययन से हमें ब्रह्मांड के शुरुआती चरणों की जानकारी मिलती है। यह माइक्रोवेव स्पेक्ट्रम में आता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हाइड्रोजन का कौन सा समस्थानिक (isotope) बिग बैंग न्यूक्लियोसिंथेसिस में सबसे अधिक मात्रा में बना?
- (a) ड्यूटेरियम (²H)
- (b) ट्रिटियम (³H)
- (c) प्रोटियम (¹H)
- (d) हीलियम-4 (⁴He)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बिग बैंग न्यूक्लियोसिंथेसिस के दौरान, ब्रह्मांड में सबसे सरल नाभिक बने।
व्याख्या (Explanation): बिग बैंग न्यूक्लियोसिंथेसिस, जो बिग बैंग के कुछ मिनटों बाद हुआ, ने मुख्य रूप से हाइड्रोजन (प्रोटियम, ¹H) और हीलियम (⁴He) के नाभिक बनाए। ड्यूटेरियम (²H) और थोड़ी मात्रा में लिथियम भी बने। प्रोटियम (सिर्फ एक प्रोटॉन) सबसे प्रचुर मात्रा में बनने वाला कण था, जो आज भी ब्रह्मांड में सबसे आम तत्व है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा गुणधर्म हीलियम हाइड्राइड आयन (HeH⁺) को ब्रह्मांड के पहले अणु के रूप में महत्वपूर्ण बनाता है?
- (a) इसकी उच्च रासायनिक अभिक्रियाशीलता
- (b) इसका विद्युत ऋणात्मकता
- (c) इसकी तुलनात्मक स्थिरता और निर्माण की सुगमता
- (d) इसका प्रकाश को अवशोषित करने की क्षमता
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड के शुरुआती चरण में, अणु तभी बन सकते थे जब वे पर्याप्त रूप से स्थिर हों और उनके निर्माण की परिस्थितियाँ अनुकूल हों।
व्याख्या (Explanation): HeH⁺ एक आयनिक यौगिक है और शुरुआती ब्रह्मांड में, जब तापमान कम हो रहा था और प्रोटॉन, हीलियम नाभिक व इलेक्ट्रॉन मौजूद थे, तो HeH⁺ का निर्माण अपेक्षाकृत आसान था। इसकी स्थिरता ने इसे अन्य कणों के साथ आगे प्रतिक्रिया करने और अधिक जटिल अणुओं के निर्माण के लिए एक आधार प्रदान किया।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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परमाणु संरचना में, इलेक्ट्रॉन का आवेश (charge) कैसा होता है?
- (a) धनात्मक
- (b) ऋणात्मक
- (c) उदासीन (Neutral)
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु में तीन मौलिक कण होते हैं: प्रोटॉन (धनात्मक), न्यूट्रॉन (उदासीन) और इलेक्ट्रॉन (ऋणात्मक)।
व्याख्या (Explanation): इलेक्ट्रॉन, परमाणु के नाभिक के चारों ओर घूमने वाला एक ऋणात्मक रूप से आवेशित कण है। प्रोटॉन पर धनात्मक आवेश होता है, जबकि न्यूट्रॉन पर कोई आवेश नहीं होता (उदासीन)।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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यदि किसी परमाणु के नाभिक में 6 प्रोटॉन हैं, तो वह तत्व कौन सा है?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन
- (d) फ्लोरीन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी तत्व का परमाणु क्रमांक (Atomic Number) उसके नाभिक में प्रोटॉन की संख्या के बराबर होता है।
व्याख्या (Explanation): कार्बन का परमाणु क्रमांक 6 होता है, जिसका अर्थ है कि इसके नाभिक में 6 प्रोटॉन होते हैं। ऑक्सीजन का 8, नाइट्रोजन का 7, और फ्लोरीन का 9 होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पानी (H₂O) के एक अणु में कितने परमाणु होते हैं?
- (a) 1
- (b) 2
- (c) 3
- (d) 4
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी रासायनिक सूत्र में लिखे गए विभिन्न तत्वों के प्रतीकों के बाद लिखे छोटे अंक उस अणु में उस तत्व के परमाणुओं की संख्या दर्शाते हैं।
व्याख्या (Explanation): H₂O सूत्र में, ‘H’ के बाद ‘2’ का अर्थ है कि पानी के एक अणु में हाइड्रोजन के 2 परमाणु होते हैं, और ‘O’ के बाद कोई अंक नहीं है, जिसका अर्थ है कि ऑक्सीजन का 1 परमाणु होता है। इसलिए, कुल 2 + 1 = 3 परमाणु होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वह प्रक्रिया जिसके द्वारा जीव ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए भोजन को तोड़ते हैं, क्या कहलाती है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (b) किण्वन (Fermentation)
- (c) श्वसन (Respiration)
- (d) पाचन (Digestion)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन एक जैव रासायनिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा जीव ऊर्जा (ATP) मुक्त करने के लिए पोषक तत्वों को ऑक्सीकृत करते हैं।
व्याख्या (Explanation): कोशिकीय श्वसन में, कोशिकाएं ग्लूकोज जैसे कार्बनिक यौगिकों को तोड़कर ऊर्जा, कार्बन डाइऑक्साइड और पानी उत्पन्न करती हैं। प्रकाश संश्लेषण पौधों द्वारा ऊर्जा बनाने की प्रक्रिया है, किण्वन ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में ऊर्जा उत्पादन है, और पाचन भोजन को छोटे अणुओं में तोड़ने की प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कोशिका का ऊर्जा ‘घर’ (Powerhouse of the cell) किसे कहा जाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) राइबोसोम (Ribosome)
- (c) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
- (d) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया यूकेरियोटिक कोशिकाओं में वह ऑर्गेनेल हैं जो कोशिकीय श्वसन के माध्यम से अधिकांश ATP का उत्पादन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिकाओं के भीतर ऐसे अंग हैं जहाँ अधिकांश ऊर्जा-उत्पादक श्वसन प्रक्रियाएँ होती हैं, जिससे कोशिकाएं अपने कार्य करने के लिए आवश्यक ऊर्जा प्राप्त करती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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डीएनए (DNA) का पूर्ण रूप क्या है?
- (a) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic Acid)
- (b) डाइनाइट्रोजन मोनोऑक्साइड (Dinitrogen Monoxide)
- (c) डायोक्सिन्यूक्लिक एसिड (Dioxynewucleic Acid)
- (d) डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribo Nucleic Acid)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए जीवों के आनुवंशिक पदार्थ का निर्माण करता है।
व्याख्या (Explanation): डीएनए का पूरा नाम डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड है। यह एक बहुलक (polymer) है जो आनुवंशिक जानकारी को संग्रहीत और प्रसारित करता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (Gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड (Thyroid)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal Gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): यकृत मानव शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग है और एक महत्वपूर्ण ग्रंथि भी है।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग है और बाह्य रूप से सबसे बड़ी ग्रंथि भी है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जिनमें पित्त का उत्पादन, चयापचय और विषहरण शामिल हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधे प्रकाश संश्लेषण के दौरान कौन सी गैस छोड़ते हैं?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (b) ऑक्सीजन (O₂)
- (c) नाइट्रोजन (N₂)
- (d) मीथेन (CH₄)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं और ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की समग्र रासायनिक अभिक्रिया है: 6CO₂ + 6H₂O + सूर्य का प्रकाश → C₆H₁₂O₆ + 6O₂। इसमें कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग होता है और ऑक्सीजन को उप-उत्पाद के रूप में छोड़ा जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव रक्त का लाल रंग किस वर्णक (Pigment) के कारण होता है?
- (a) क्लोरोफिल
- (b) कैरोटीन
- (c) हीमोग्लोबिन
- (d) मेलेनिन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है जो ऑक्सीजन ले जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन में मौजूद आयरन (लौह) कण ऑक्सीजन के साथ मिलकर एक लाल रंग का यौगिक बनाता है, जो रक्त को उसका विशिष्ट लाल रंग प्रदान करता है। क्लोरोफिल पौधों में पाया जाता है, कैरोटीन कुछ पौधों में, और मेलेनिन त्वचा और बालों में रंग प्रदान करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ध्वनि की गति निम्नलिखित में से किस माध्यम में सबसे अधिक होती है?
- (a) निर्वात (Vacuum)
- (b) वायु (Air)
- (c) जल (Water)
- (d) लोहा (Iron)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि की गति माध्यम के घनत्व और प्रत्यास्थता (elasticity) पर निर्भर करती है। ठोस माध्यमों में कण पास-पास होते हैं, जिससे ध्वनि तेजी से संचारित होती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि को यात्रा करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। निर्वात में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती। सामान्य परिस्थितियों में, ध्वनि की गति ठोस (जैसे लोहा) > द्रव (जैसे जल) > गैस (जैसे वायु) होती है। ठोस में कणों के बीच का अंतर-आणविक बल अधिक मजबूत होता है, जिससे कंपन तेजी से स्थानांतरित होते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रकाश विद्युत प्रभाव (Photoelectric Effect) की व्याख्या किसने की थी?
- (a) आइजैक न्यूटन
- (b) अल्बर्ट आइंस्टीन
- (c) मैक्स प्लैंक
- (d) नील्स बोर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश विद्युत प्रभाव वह घटना है जिसमें प्रकाश किसी धातु की सतह पर पड़ने पर इलेक्ट्रॉन उत्सर्जित करता है।
व्याख्या (Explanation): अल्बर्ट आइंस्टीन ने 1905 में प्रकाश विद्युत प्रभाव की क्वांटम सिद्धांत के आधार पर व्याख्या की, जिसके लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार भी मिला। उन्होंने प्रस्तावित किया कि प्रकाश ऊर्जा के कणों (फोटॉन) से बना होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक लेंस जो प्रकाश किरणों को अभिसरित (converge) करता है, क्या कहलाता है?
- (a) अवतल लेंस (Concave Lens)
- (b) उत्तल लेंस (Convex Lens)
- (c) समतल-अवतल लेंस (Plano-concave Lens)
- (d) बेलनाकार लेंस (Cylindrical Lens)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लेंस प्रकाश किरणों को मोड़ते हैं, जिससे वे एक बिंदु पर केंद्रित (अभिसरित) या दूर फैलती (अपसरित) हैं।
व्याख्या (Explanation): उत्तल लेंस (Convex Lens) बीच में मोटा और किनारों पर पतला होता है। जब प्रकाश किरणें इससे गुजरती हैं, तो वे एक मुख्य बिंदु पर अभिसरित हो जाती हैं। अवतल लेंस प्रकाश किरणों को अपसरित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक विद्युत का अच्छा सुचालक (Conductor) है?
- (a) प्लास्टिक
- (b) रबर
- (c) तांबा (Copper)
- (d) कांच (Glass)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सुचालक वे पदार्थ होते हैं जिनमें विद्युत आवेश आसानी से प्रवाहित हो सकता है।
व्याख्या (Explanation): तांबा (Copper) एक धातु है और अपने मुक्त इलेक्ट्रॉनों की उपस्थिति के कारण विद्युत का एक उत्कृष्ट सुचालक है। प्लास्टिक, रबर और कांच विद्युत के कुचालक (insulators) होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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गुरुत्वाकर्षण का सार्वभौमिक नियम (Law of Universal Gravitation) किसने प्रतिपादित किया?
- (a) गैलीलियो गैलीली
- (b) आइजैक न्यूटन
- (c) निकोलस कोपरनिकस
- (d) जोहान्स केप्लर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूटन का सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण का नियम बताता है कि ब्रह्मांड में प्रत्येक कण दूसरे कण को एक बल से आकर्षित करता है।
व्याख्या (Explanation): आइजैक न्यूटन ने 1687 में अपने ‘प्रिंसिपिया मैथेमेटिका’ (Principia Mathematica) में गुरुत्वाकर्षण के सार्वभौमिक नियम को प्रस्तुत किया, जिसने खगोलीय पिंडों की गति और पृथ्वी पर वस्तुओं के गिरने की व्याख्या की।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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रेडियोधर्मिता (Radioactivity) की खोज किसने की थी?
- (a) मैरी क्यूरी
- (b) हेनरी बेकरेल
- (c) अर्नेस्ट रदरफोर्ड
- (d) जे.जे. थॉमसन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेडियोधर्मिता कुछ अस्थिर नाभिकों से विकिरण के स्वतः उत्सर्जन की प्रक्रिया है।
व्याख्या (Explanation): हेनरी बेकरेल ने 1896 में गलती से रेडियोधर्मिता की खोज की जब उन्होंने यूरेनियम लवणों से उत्सर्जित होने वाली किरणों का अध्ययन किया। मैरी क्यूरी और पियरे क्यूरी ने रेडियोधर्मिता पर आगे महत्वपूर्ण शोध किया।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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बायोडीग्रेडेबल (Biodegradable) पदार्थ वे होते हैं जो:
- (a) बहुत धीरे-धीरे विघटित होते हैं
- (b) प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा विघटित हो जाते हैं
- (c) विघटित नहीं होते
- (d) प्रकाश संश्लेषण करते हैं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बायोडीग्रेडेबल शब्द का अर्थ है कि कोई पदार्थ सूक्ष्मजीवों (जैसे बैक्टीरिया और कवक) द्वारा तोड़ा जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): बायोडीग्रेडेबल पदार्थ ऐसे पदार्थ होते हैं जिन्हें जीवित जीव, विशेष रूप से सूक्ष्मजीव, समय के साथ सरल पदार्थों में विघटित कर सकते हैं। यह पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह कचरे के संचय को कम करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में हड्डियों की संख्या कितनी होती है?
- (a) 206
- (b) 205
- (c) 207
- (d) 210
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल तंत्र में एक वयस्क व्यक्ति के लिए हड्डियों की एक निश्चित संख्या होती है।
व्याख्या (Explanation): एक वयस्क मानव कंकाल में आमतौर पर 206 हड्डियाँ होती हैं। नवजात शिशुओं में इससे अधिक हड्डियाँ होती हैं, जो आपस में जुड़कर वयस्क होने पर 206 रह जाती हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।