ब्रह्मांड की तरंगें: सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तरी
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण खंड है। चाहे आप SSC, रेलवे, या राज्य PSC की परीक्षा दे रहे हों, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान की आपकी समझ सीधे आपके स्कोर को प्रभावित कर सकती है। इस क्विज़ का उद्देश्य आपको ब्रह्मांड की अद्भुत घटनाओं से प्रेरित होकर, इन मुख्य विषयों के महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करवाना है, ताकि आप अपनी तैयारी को परख सकें और आत्मविश्वास बढ़ा सकें।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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प्रश्न 1: आकाशगंगाओं में विशाल तरंगों का अध्ययन मुख्य रूप से किस वैज्ञानिक शाखा के अंतर्गत आता है?
- (a) जीव विज्ञान
- (b) रसायन विज्ञान
- (c) खगोल भौतिकी
- (d) भूविज्ञान
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): खगोल भौतिकी (Astrophysics) वह वैज्ञानिक शाखा है जो ब्रह्मांडीय पिंडों (जैसे तारे, ग्रह, आकाशगंगाएँ) और घटनाओं (जैसे तरंगें, विस्फोट) के भौतिकी के सिद्धांतों का अध्ययन करती है।
व्याख्या (Explanation): आकाशगंगाओं में देखी जाने वाली विशाल तरंगों का अध्ययन तारों, गैसों और गुरुत्वाकर्षण के भौतिकी के नियमों के आधार पर किया जाता है, जो खगोल भौतिकी का मुख्य विषय है। जीव विज्ञान जीवन का अध्ययन करता है, रसायन विज्ञान पदार्थों के गुणों और अभिक्रियाओं का, और भूविज्ञान पृथ्वी का।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 2: प्रकाश की गति (speed of light) क्या है, जो ब्रह्मांडीय दूरियों को मापने के लिए एक मौलिक इकाई है?
- (a) लगभग 300,000 किलोमीटर प्रति सेकंड
- (b) लगभग 300,000 मीटर प्रति सेकंड
- (c) लगभग 150,000 किलोमीटर प्रति सेकंड
- (d) लगभग 150,000 मीटर प्रति सेकंड
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश की गति निर्वात (vacuum) में लगभग 299,792 किलोमीटर प्रति सेकंड होती है, जिसे सामान्यतः 300,000 किलोमीटर प्रति सेकंड माना जाता है।
व्याख्या (Explanation): यह अत्यधिक गति ब्रह्मांड में बहुत विशाल दूरियों को मापने के लिए प्रकाश-वर्ष (light-year) जैसी इकाइयों को परिभाषित करती है। मीटर प्रति सेकंड की गति बहुत कम होगी और खगोलीय पैमानों के लिए अपर्याप्त होगी।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न 3: “A giant wave is rippling through the Milky Way” में ‘Wave’ (तरंग) का सबसे संभावित भौतिकी-आधारित स्पष्टीकरण क्या हो सकता है?
- (a) ध्वनि तरंगें
- (b) गुरुत्वाकर्षण तरंगें या प्लाज्मा तरंगें
- (c) विद्युत चुम्बकीय तरंगें
- (d) जल तरंगें
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड में, खासकर आकाशगंगाओं जैसे विशाल पिंडों में, ऊर्जा और द्रव्यमान के वितरण में होने वाले बड़े पैमाने के बदलाव गुरुत्वाकर्षण तरंगों (gravitational waves) या प्लाज्मा (आयनित गैस) के भीतर होने वाली तरंगों के रूप में प्रकट हो सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि तरंगों को माध्यम की आवश्यकता होती है और वे निर्वात में यात्रा नहीं कर सकतीं। जल तरंगें तरल माध्यम में होती हैं। विद्युत चुम्बकीय तरंगें (जैसे प्रकाश) भी हो सकती हैं, लेकिन “विशाल तरंग” की प्रकृति अक्सर गुरुत्वाकर्षण या प्लाज्मा गतियों से जुड़ी होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 4: मिल्की वे (Milky Way) का अध्ययन करते समय, वैज्ञानिक किन मूल कणों (fundamental particles) का पता लगाते हैं?
- (a) केवल प्रोटॉन और न्यूट्रॉन
- (b) इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और अन्य उप-परमाण्विक कण
- (c) केवल परमाणु
- (d) केवल आयन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड में पदार्थ मूल कणों जैसे क्वार्क (जो प्रोटॉन और न्यूट्रॉन बनाते हैं) और लेप्टन (जैसे इलेक्ट्रॉन) से बना है। ये कण परमाणुओं का निर्माण करते हैं, जो फिर तारे, गैस और धूल बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): वैज्ञानिक केवल प्रोटॉन, न्यूट्रॉन या आयनों का ही नहीं, बल्कि सभी ज्ञात उप-परमाण्विक कणों के व्यवहार और वितरण का अध्ययन करते हैं, जो खगोलीय पिंडों की संरचना और गति को समझने के लिए आवश्यक हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 5: मिल्की वे आकाशगंगा में पाए जाने वाले अधिकांश तारे किस प्रकार के होते हैं?
- (a) लाल विशालकाय (Red Giants)
- (b) नीले सुपरजायंट (Blue Supergiants)
- (c) पीले बौने (Yellow Dwarfs) जैसे हमारा सूर्य
- (d) सफेद बौने (White Dwarfs)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हमारे सूर्य जैसे पीले बौने तारे, मुख्य अनुक्रम (main sequence) तारे होते हैं और ब्रह्मांड में सबसे आम प्रकार के तारे हैं, जो लगभग 85% तारों का निर्माण करते हैं।
व्याख्या (Explanation): लाल विशालकाय और नीले सुपरजायंट तारे अपने जीवन चक्र के बाद के चरणों में होते हैं और कम आम हैं। सफेद बौने तारे मृत तारों के अवशेष होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 6: ब्रह्मांडीय तरंगों के कारण आकाशगंगा में कणों के बीच होने वाली परस्पर क्रिया (interaction) का अध्ययन रसायन विज्ञान की किस शाखा से संबंधित हो सकता है?
- (a) अकार्बनिक रसायन विज्ञान
- (b) भौतिक रसायन विज्ञान (विशेषकर प्लाज्मा रसायन विज्ञान)
- (c) जैव रसायन विज्ञान
- (d) विश्लेषणात्मक रसायन विज्ञान
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्लाज्मा, जो आयनित गैसों का एक समूह है, ब्रह्मांड में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। प्लाज्मा रसायन विज्ञान प्लाज्मा में होने वाली रासायनिक अभिक्रियाओं और कणों की परस्पर क्रियाओं का अध्ययन करता है।
व्याख्या (Explanation): खगोलीय तरंगें अक्सर प्लाज्मा के माध्यम से फैलती हैं, जिससे आयनों और इलेक्ट्रॉनों के बीच अभिक्रियाएं और गतिकी (dynamics) प्रभावित होती हैं। यह सीधे तौर पर भौतिक रसायन विज्ञान और विशेष रूप से प्लाज्मा रसायन विज्ञान से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 7: ब्रह्मांड में किन तत्वों का निर्माण तारों के कोर (cores) में परमाणु संलयन (nuclear fusion) द्वारा होता है?
- (a) केवल हाइड्रोजन और हीलियम
- (b) ऑक्सीजन, नाइट्रोजन और कार्बन
- (c) लोहा, सोना और प्लैटिनम
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तारों के कोर में परमाणु संलयन की प्रक्रिया हाइड्रोजन को हीलियम में, फिर हीलियम को कार्बन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन आदि में बदलती है। बड़े तारे लोहा, सोना और प्लैटिनम जैसे भारी तत्व भी बनाते हैं, जो सुपरनोवा विस्फोटों के दौरान बिखर जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): तारे ब्रह्मांड में भारी तत्वों के प्राथमिक ‘फैक्ट्री’ हैं। हाइड्रोजन और हीलियम प्रारंभिक तत्व हैं, लेकिन संलयन प्रक्रिया से कार्बन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन जैसे तत्व बनते हैं, और अंततः लोहे से भारी तत्व भी।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रश्न 8: यदि एक ब्रह्मांडीय तरंग किसी तारे पर एक विदेशी (alien) जीवन रूप को प्रभावित करती है, तो यह अध्ययन किस वैज्ञानिक क्षेत्र से संबंधित होगा?
- (a) खगोल विज्ञान
- (b) एक्सोबायोलॉजी (Exobiology)
- (c) भूविज्ञान
- (d) भूमिति
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक्सोबायोलॉजी (या एस्ट्रोबायोलॉजी) बाह्य अंतरिक्ष में जीवन की उत्पत्ति, विकास, वितरण और भविष्य का अध्ययन है।
व्याख्या (Explanation): यदि ब्रह्मांडीय तरंगों का विदेशी जीवन पर प्रभाव पाया जाता है, तो यह सीधे तौर पर एक्सोबायोलॉजी के क्षेत्र में आएगा, जो पृथ्वी से परे जीवन की संभावनाओं की जांच करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 9: आकाशगंगाओं में पाए जाने वाले अधिकांश पदार्थ किस अवस्था में होते हैं?
- (a) ठोस
- (b) तरल
- (c) गैस और प्लाज्मा
- (d) ये सभी समान मात्रा में
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड में अधिकांश पदार्थ (लगभग 99%) गैस और प्लाज्मा के रूप में मौजूद है, जैसे कि तारों में, अंतरातारकीय माध्यम (interstellar medium) में और अंतरागांगेय माध्यम (intergalactic medium) में।
व्याख्या (Explanation): ठोस और तरल अवस्थाएँ अपेक्षाकृत दुर्लभ हैं और आमतौर पर ग्रहों जैसी छोटी संरचनाओं में पाई जाती हैं। गैस और प्लाज्मा ही खगोलीय पिंडों का मुख्य घटक हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 10: ब्लैक होल (Black Holes) से निकलने वाले गुरुत्वाकर्षण तरंगों (Gravitational Waves) का पता लगाने के लिए किस प्रकार के उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) दूरबीन (Telescope)
- (b) स्पेक्ट्रोमीटर (Spectrometer)
- (c) इंटरफेरोमीटर (Interferometer) जैसे LIGO
- (d) रेडियो डिटेक्टर (Radio Detector)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुरुत्वाकर्षण तरंगों का पता लगाने के लिए LIGO (Laser Interferometer Gravitational-Wave Observatory) और Virgo जैसे लेजर इंटरफेरोमीटर का उपयोग किया जाता है। ये उपकरण अत्यंत सूक्ष्मता से अंतरिक्ष-समय (spacetime) में होने वाले विकृतियों को मापते हैं।
व्याख्या (Explanation): दूरबीन प्रकाश या अन्य विद्युत चुम्बकीय विकिरण का पता लगाती हैं, स्पेक्ट्रोमीटर विकिरण के स्पेक्ट्रम का विश्लेषण करते हैं, और रेडियो डिटेक्टर रेडियो तरंगों का पता लगाते हैं। गुरुत्वाकर्षण तरंगों को मापने के लिए अत्यंत संवेदनशील इंटरफेरोमीटर की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 11: ब्रह्मांड में देखी जाने वाली विशाल तरंगों के अध्ययन में, किस प्रकार के ऊर्जा हस्तांतरण (energy transfer) का अध्ययन किया जाता है?
- (a) केवल ऊष्मा का संवहन (Convection)
- (b) केवल विकिरण (Radiation)
- (c) गतिज ऊर्जा (Kinetic Energy) और संभावित ऊर्जा (Potential Energy) का रूपांतरण
- (d) रासायनिक ऊर्जा का विखंडन (Fission)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांडीय तरंगें अक्सर विशाल मात्रा में गैस या प्लाज्मा के बड़े पैमाने पर गति से जुड़ी होती हैं। इन गतियों में गतिज ऊर्जा शामिल होती है, और गुरुत्वाकर्षण जैसे बल संभावित ऊर्जा में परिवर्तन लाते हैं, जिससे तरंगें उत्पन्न होती हैं।
व्याख्या (Explanation): जबकि ऊष्मा और विकिरण ब्रह्मांडीय पिंडों में महत्वपूर्ण हैं, “विशाल तरंग” जैसी घटनाएं मुख्य रूप से द्रव्यमान की गति और गुरुत्वाकर्षण बलों के कारण होने वाली ऊर्जा के रूपांतरण से संबंधित हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 12: यदि किसी तरंग के कारण आकाशगंगा में अणुओं का विघटन (dissociation) होता है, तो यह रसायन विज्ञान के किस सिद्धांत का उदाहरण है?
- (a) इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री (Electrochemistry)
- (b) क्वांटम रसायन विज्ञान (Quantum Chemistry)
- (c) ऊष्मप्रवैगिकी (Thermodynamics) और अभिक्रिया कैनेटीक्स (Reaction Kinetics)
- (d) कार्बनिक रसायन विज्ञान (Organic Chemistry)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी अणु को तोड़ने के लिए आवश्यक ऊर्जा ऊष्मप्रवैगिकी से संबंधित है। यदि यह ऊर्जा एक तरंग के रूप में आती है (जैसे उच्च-ऊर्जा कण या विकिरण), तो यह अभिक्रिया की दर (कैनेटीक्स) को भी प्रभावित कर सकता है।
व्याख्या (Explanation): इलेक्ट्रोकेमिस्ट्री आयनों और इलेक्ट्रॉनों से संबंधित है, क्वांटम रसायन विज्ञान परमाणुओं और अणुओं के व्यवहार का सूक्ष्म स्तर पर अध्ययन करता है, और कार्बनिक रसायन विज्ञान कार्बन-आधारित यौगिकों से संबंधित है। जबकि ये सभी रसायन विज्ञान के क्षेत्र हैं, अणुओं के विघटन की ऊर्जा और दर का अध्ययन मुख्य रूप से ऊष्मप्रवैगिकी और कैनेटीक्स से होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 13: ब्रह्मांडीय तरंगों के अध्ययन में, निम्नलिखित में से कौन सी घटना प्रकाश के अपवर्तन (refraction) या विवर्तन (diffraction) जैसी भौतिकी की घटनाओं से जुड़ी हो सकती है?
- (a) गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग (Gravitational Lensing)
- (b) परमाणु विखंडन (Nuclear Fission)
- (c) रासायनिक संश्लेषण (Chemical Synthesis)
- (d) कोशिका विभाजन (Cell Division)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग एक ऐसी घटना है जहाँ एक विशाल पिंड (जैसे आकाशगंगा या ब्लैक होल) का गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र उसके पीछे की वस्तुओं से आने वाले प्रकाश को मोड़ता है, ठीक उसी तरह जैसे एक लेंस प्रकाश को मोड़ता है। यह प्रकाश के पथ में परिवर्तन से संबंधित है।
व्याख्या (Explanation): अपवर्तन और विवर्तन प्रकाश के पथ में परिवर्तन से संबंधित हैं। गुरुत्वाकर्षण लेंसिंग, जहाँ प्रकाश का पथ गुरुत्वाकर्षण द्वारा मुड़ता है, इन प्रकाशिकी (optics) की घटनाओं से समानता रखती है। अन्य विकल्प पूरी तरह से भिन्न भौतिकी या जीव विज्ञान की प्रक्रियाएँ हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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प्रश्न 14: जीव विज्ञान के दृष्टिकोण से, यदि ब्रह्मांडीय तरंगें किसी ग्रह के वातावरण को आयनित (ionize) करती हैं, तो यह किस प्रकार के जीवन रूपों के लिए खतरनाक हो सकता है?
- (a) केवल सरल एककोशिकीय जीव
- (b) ऐसे जीव जो आयनकारी विकिरण (ionizing radiation) के प्रति संवेदनशील हों, जैसे DNA युक्त जीव
- (c) केवल सूक्ष्मजीव
- (d) ऐसे जीव जो केवल अंधेरे में रहते हों
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आयनकारी विकिरण (जैसे कि उच्च-ऊर्जा कणों से उत्पन्न) DNA को नुकसान पहुँचा सकता है और कोशिकाओं के कामकाज को बाधित कर सकता है, जिससे म्यूटेशन या मृत्यु हो सकती है।
व्याख्या (Explanation): अधिकांश ज्ञात जीवन रूपों में DNA होता है और वे आयनकारी विकिरण के प्रति संवेदनशील होते हैं। यद्यपि कुछ जीव अत्यधिक प्रतिरोधी होते हैं, सामान्यतः जीवन के लिए इस प्रकार की विकिरण हानिकारक होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 15: मिल्की वे जैसी आकाशगंगाएँ किस प्रकार की संरचनाओं से बनी होती हैं?
- (a) केवल तारे
- (b) केवल गैस और धूल
- (c) तारे, गैस, धूल, डार्क मैटर और ब्लैक होल
- (d) केवल ब्लैक होल
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आकाशगंगाएँ केवल तारों से नहीं बनी होती हैं, बल्कि उनमें विशाल मात्रा में गैस (हाइड्रोजन, हीलियम) और धूल (अंतरतारकीय माध्यम) भी होती है। इसके अलावा, डार्क मैटर (dark matter) आकाशगंगा के गुरुत्वाकर्षण द्रव्यमान का एक बड़ा हिस्सा बनाता है, और सुपरमैसिव ब्लैक होल (supermassive black holes) अक्सर केंद्रों में पाए जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): यह समझ वर्तमान खगोल भौतिकी में सर्वमान्य है कि आकाशगंगाएँ एक जटिल मिश्रण हैं, जिसमें हम जिन तारों को देखते हैं, वह केवल एक हिस्सा है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 16: ब्रह्मांडीय तरंगों के कारण होने वाले उच्च-ऊर्जा कणों के विस्फोट (bursts) का अध्ययन रसायन विज्ञान की किस शाखा से संबंधित हो सकता है?
- (a) औद्योगिक रसायन विज्ञान
- (b) नाभिकीय रसायन विज्ञान (Nuclear Chemistry)
- (c) खाद्य रसायन विज्ञान
- (d) कृषि रसायन विज्ञान
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाभिकीय रसायन विज्ञान परमाणु नाभिकों के क्षय, परिवर्तन और अभिक्रियाओं का अध्ययन करता है। उच्च-ऊर्जा कण विस्फोटों में अक्सर परमाणु नाभिकों की सक्रियता या क्षय शामिल होता है।
व्याख्या (Explanation): ब्रह्मांडीय तरंगों से जुड़े उच्च-ऊर्जा कण विस्फोटों में रेडियोधर्मी क्षय (radioactive decay) और परमाणु अभिक्रियाएं शामिल हो सकती हैं, जिनका अध्ययन नाभिकीय रसायन विज्ञान में किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 17: यदि एक खगोलीय तरंग किसी ग्रह के वायुमंडल में गैसों को उत्तेजित (excite) करती है, जिससे वे प्रकाश उत्सर्जित करती हैं, तो यह किस भौतिकी की घटना से समानता रखती है?
- (a) प्रकाश का अवशोषण (Absorption)
- (b) प्रकाश का प्रकीर्णन (Scattering)
- (c) प्रतिदीप्ति (Fluorescence) या स्फुरदीप्ति (Phosphorescence)
- (d) प्रकाश का परावर्तन (Reflection)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रतिदीप्ति और स्फुरदीप्ति ऐसी घटनाएँ हैं जहाँ एक पदार्थ ऊर्जा (जैसे प्रकाश या कण) को अवशोषित करता है और फिर उसे कम ऊर्जा वाले प्रकाश के रूप में उत्सर्जित करता है। उत्तेजित गैसें प्रकाश का उत्सर्जन करती हैं।
व्याख्या (Explanation): जब खगोलीय तरंगें गैसों को उत्तेजित करती हैं, तो वे ऊर्जा को अवशोषित करती हैं और फिर फोटॉन (प्रकाश) के रूप में उस ऊर्जा को मुक्त करती हैं, जो प्रतिदीप्ति या स्फुरदीप्ति के समान है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 18: जीवित कोशिकाओं में DNA की संरचना और कार्य का अध्ययन जीव विज्ञान की किस प्रमुख शाखा के अंतर्गत आता है?
- (a) पारिस्थितिकी (Ecology)
- (b) आनुवंशिकी (Genetics)
- (c) शरीर क्रिया विज्ञान (Physiology)
- (d) विकासवाद (Evolution)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आनुवंशिकी (Genetics) वंशागति (heredity) और जीवों में भिन्नता (variation) के अध्ययन से संबंधित है, जिसमें DNA की संरचना, कार्य और वंशानुक्रम का अध्ययन शामिल है।
व्याख्या (Explanation): DNA जीवन का आनुवंशिक पदार्थ है। इसका अध्ययन, यह कैसे काम करता है, और यह कैसे अगली पीढ़ियों में पारित होता है, आनुवंशिकी का मूल है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 19: ब्रह्मांडीय तरंगों के कारण उत्पन्न होने वाले विशाल चुंबकीय क्षेत्रों (magnetic fields) का अध्ययन भौतिकी की किस शाखा से संबंधित है?
- (a) ऊष्मागतिकी (Thermodynamics)
- (b) विद्युत चुम्बकत्व (Electromagnetism)
- (c) प्रकाशिकी (Optics)
- (d) ध्वनिकी (Acoustics)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चुम्बकत्व वह भौतिकी की शाखा है जो विद्युत आवेशों, विद्युत धाराओं, विद्युत क्षेत्रों और चुंबकीय क्षेत्रों के बीच संबंधों का अध्ययन करती है।
व्याख्या (Explanation): आकाशगंगाओं और ब्रह्मांडीय तरंगों में अक्सर शक्तिशाली चुंबकीय क्षेत्र पाए जाते हैं। इन क्षेत्रों की उत्पत्ति, व्यवहार और प्रभाव का अध्ययन विद्युत चुम्बकत्व के दायरे में आता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 20: यदि एक ब्रह्मांडीय तरंग किसी ग्रह के वायुमंडल में विभिन्न गैसों को अलग-अलग दर से उत्तेजित करती है, तो यह रसायन विज्ञान के किस सिद्धांत को दर्शा सकता है?
- (a) स्टोइकियोमेट्री (Stoichiometry)
- (b) अभिक्रिया दर (Reaction Rate) और गैसों के भौतिक गुण
- (c) रासायनिक संतुलन (Chemical Equilibrium)
- (d) ऑक्सीकरण-अपचयन (Oxidation-Reduction)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न गैसों के उत्तेजित होने की दर उनके आणविक भार, ऊर्जा स्तर और अन्य भौतिक गुणों पर निर्भर करती है। रासायनिक अभिक्रियाओं की दर (Reaction Rate) और इन भौतिक गुणों का ज्ञान यह समझने के लिए महत्वपूर्ण है कि वे कैसे प्रतिक्रिया करते हैं।
व्याख्या (Explanation): विभिन्न गैसों के उत्तेजना और प्रकाश उत्सर्जन की दरों में अंतर उनके आंतरिक गुणों और उत्तेजना की यांत्रिकी को दर्शाता है, जो अभिक्रिया दर और भौतिक गुणों के अध्ययन से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 21: ब्रह्मांडीय तरंगों द्वारा उत्पन्न अत्यधिक ऊर्जा किसी तारे के जीवन चक्र को कैसे प्रभावित कर सकती है?
- (a) तारे को युवा बना सकती है
- (b) तारे के जन्म की प्रक्रिया को तेज कर सकती है
- (c) तारे की आयु या अस्थिरता को बदल सकती है
- (d) तारे को पूरी तरह से स्थिर बना सकती है
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बाहरी ऊर्जा का समावेश तारे के कोर में संलयन दरों को बदल सकता है, उसके गुरुत्वाकर्षण संतुलन को बाधित कर सकता है, या अस्थिरता को बढ़ा सकता है, जिससे उसके जीवन काल या मृत्यु की गति प्रभावित हो सकती है।
व्याख्या (Explanation): तारे के जीवन चक्र पर ऊर्जा का अत्यधिक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे वे तेजी से जल सकते हैं, अस्थिर हो सकते हैं, या विस्फोट जैसी घटनाओं से गुजर सकते हैं, इस प्रकार उनकी आयु और अंत प्रभावित होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 22: यदि ब्रह्मांडीय तरंगें किसी ग्रह पर मौजूद पानी को गर्म करती हैं, जिससे उसका वाष्पीकरण (evaporation) होता है, तो यह किस भौतिकी की प्रक्रिया से संबंधित है?
- (a) चालन (Conduction)
- (b) संवहन (Convection)
- (c) ऊष्मा स्थानांतरण (Heat Transfer) – वाष्पीकरण
- (d) ऊष्माशोषी अभिक्रिया (Endothermic Reaction)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वाष्पीकरण पानी को तरल से गैस (भाप) में बदलने की एक प्रक्रिया है, जिसके लिए ऊष्मा की आवश्यकता होती है। यह ऊष्मा स्थानांतरण का एक रूप है।
व्याख्या (Explanation): जब ब्रह्मांडीय तरंगें ऊर्जा (ऊष्मा) प्रदान करती हैं, तो पानी वाष्पीकृत हो जाता है। यह ऊष्मा स्थानांतरण का एक प्रत्यक्ष परिणाम है, विशेष रूप से वाष्पीकरण की प्रक्रिया। चालन और संवहन ऊष्मा के स्थानांतरण के तरीके हैं, लेकिन वाष्पीकरण स्वयं प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 23: जीवन के विकास (evolution) में, यदि ब्रह्मांडीय तरंगें किसी ग्रह पर लगातार विकिरण का स्रोत बनती हैं, तो क्या परिणाम हो सकता है?
- (a) जीवन का तेजी से विकास
- (b) जीवन का स्थिरीकरण
- (c) जीवन का विलुप्त होना या अत्यधिक अनुकूलन (adaptation)
- (d) जीवन का पूरी तरह से रुक जाना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विकिरण नए म्यूटेशन (mutations) को प्रेरित कर सकता है। यदि ये म्यूटेशन लाभकारी हैं, तो वे नए लक्षणों को जन्म दे सकते हैं, जिससे विकास की गति तेज हो सकती है। हालाँकि, अत्यधिक या हानिकारक विकिरण से जीवन का विलुप्त होना भी संभव है।
व्याख्या (Explanation): विकिरण जीवन के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, या तो जीवन को विलुप्त करके या अत्यधिक म्यूटेशन के माध्यम से अनुकूलन को बढ़ावा देकर।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रश्न 24: मिल्की वे जैसी आकाशगंगाओं के निर्माण और संरचना का अध्ययन भौतिकी की किस संयुक्त शाखा का उपयोग करता है?
- (a) क्वांटम यांत्रिकी और ऊष्मागतिकी
- (b) ब्रह्मांड विज्ञान (Cosmology) और खगोल भौतिकी (Astrophysics)
- (c) प्रकाशिकी और ध्वनिकी
- (d) पदार्थ विज्ञान और भूविज्ञान
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्रह्मांड विज्ञान (Cosmology) ब्रह्मांड की उत्पत्ति, विकास और संरचना का अध्ययन है, जबकि खगोल भौतिकी (Astrophysics) ब्रह्मांडीय पिंडों और घटनाओं के भौतिकी के सिद्धांतों का अध्ययन है। आकाशगंगाओं का निर्माण और संरचना इन दोनों का संयोजन है।
व्याख्या (Explanation): आकाशगंगाओं का अध्ययन करने के लिए, हमें पूरे ब्रह्मांड के विकास (ब्रह्मांड विज्ञान) और उन पर लागू होने वाले भौतिकी के नियमों (खगोल भौतिकी) दोनों को समझना होगा।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रश्न 25: यदि एक ब्रह्मांडीय तरंग पृथ्वी पर जीवन के लिए आवश्यक किसी विशिष्ट रासायनिक अभिक्रिया को बाधित करती है, तो यह रसायन विज्ञान के किस क्षेत्र को प्रभावित करेगा?
- (a) केवल कार्बनिक रसायन विज्ञान
- (b) जैव रसायन विज्ञान (Biochemistry)
- (c) अकार्बनिक रसायन विज्ञान
- (d) भौतिक रसायन विज्ञान
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव रसायन विज्ञान (Biochemistry) जीवित जीवों के भीतर होने वाली रासायनिक प्रक्रियाओं और पदार्थों का अध्ययन है। जीवन के लिए आवश्यक रासायनिक अभिक्रियाएँ जैव रसायन विज्ञान का मुख्य विषय हैं।
व्याख्या (Explanation): जीवन के लिए आवश्यक एंजाइमेटिक अभिक्रियाएँ (enzymatic reactions), चयापचय (metabolism) और अन्य सभी जैविक प्रक्रियाएँ जैव रसायन विज्ञान के दायरे में आती हैं। यदि ये बाधित होती हैं, तो यह सीधे तौर पर इस क्षेत्र को प्रभावित करेगा।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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