फेफड़े के कैंसर के उपचार में सामान्य विज्ञान: अपनी तैयारी को परखें
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है, जो अक्सर भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के सिद्धांतों को जोड़ता है। फेफड़े के कैंसर जैसे जटिल विषयों में हो रही वैज्ञानिक प्रगति को समझना न केवल ज्ञानवर्धक है, बल्कि परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के पैटर्न को पहचानने में भी मदद करता है। आइए, इन विषयों से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों का अभ्यास करें और अपनी तैयारी को मजबूत बनाएं!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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फेफड़े के कैंसर के उपचार में इम्यूनोथेरेपी का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- (a) कैंसर कोशिकाओं को सीधे नष्ट करना
- (b) प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए सक्रिय करना
- (c) ट्यूमर के विकास को रोकना
- (d) शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): इम्यूनोथेरेपी कैंसर उपचार का एक रूप है जो शरीर की अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और उन पर हमला करने में मदद करता है।
व्याख्या (Explanation): फेफड़े के कैंसर के उपचार में, इम्यूनोथेरेपी का लक्ष्य कैंसर कोशिकाओं को सीधे मारने के बजाय प्रतिरक्षा प्रणाली (immune cells) को “सुपरचार्ज” करना है ताकि वे कैंसर कोशिकाओं पर अधिक प्रभावी ढंग से हमला कर सकें। विकल्प (a) कीमोथेरेपी या लक्षित थेरेपी का उद्देश्य हो सकता है, (c) विभिन्न उपचारों का एक सामान्य परिणाम हो सकता है, और (d) शरीर के विषहरण (detoxification) से संबंधित है, जो कैंसर उपचार का सीधा लक्ष्य नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“सुपरचार्ज” इम्यून सेल में माइटोकॉन्ड्रिया की भूमिका क्या होती है?
- (a) कोशिका विभाजन को नियंत्रित करना
- (b) आनुवंशिक सामग्री का भंडारण करना
- (c) ऊर्जा (ATP) का उत्पादन करना
- (d) प्रोटीन संश्लेषण को बढ़ावा देना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिकाओं के “पावरहाउस” के रूप में जाने जाते हैं, जो कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) के माध्यम से ऊर्जा (ATP) उत्पन्न करते हैं।
व्याख्या (Explanation): जब इम्यून कोशिकाओं को “सुपरचार्ज” किया जाता है, तो उन्हें अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है ताकि वे कैंसर कोशिकाओं के खिलाफ अधिक सक्रिय रूप से कार्य कर सकें। माइटोकॉन्ड्रिया द्वारा ATP का कुशल उत्पादन इस बढ़ी हुई ऊर्जा मांग को पूरा करने के लिए आवश्यक है। कोशिका विभाजन (a) केंद्रक द्वारा नियंत्रित होता है, आनुवंशिक सामग्री (b) DNA में संग्रहीत होती है, और प्रोटीन संश्लेषण (d) राइबोसोम द्वारा किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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इम्यूनोथेरेपी में उपयोग किए जाने वाले कुछ सामान्य अवरोधक (inhibitors) क्या हैं जो इम्यून चेकपॉइंट्स को लक्षित करते हैं?
- (a) एंटीबायोटिक्स
- (b) एंटीवायरल दवाएं
- (c) PD-1 और CTLA-4 अवरोधक
- (d) NSAIDs
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): इम्यून चेकपॉइंट्स, जैसे PD-1 और CTLA-4, T-कोशिकाओं की गतिविधि को नियंत्रित करने वाले सिग्नलिंग मार्ग हैं। इन चेकपॉइंट्स को ब्लॉक करने से T-कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने के लिए अधिक सक्रिय रहने में मदद मिलती है।
व्याख्या (Explanation): PD-1 (Programmed cell death protein 1) और CTLA-4 (Cytotoxic T-lymphocyte-associated protein 4) दो महत्वपूर्ण इम्यून चेकपॉइंट्स हैं। इन्हें अवरुद्ध करने वाली दवाएं, जैसे कि Pembrolizumab (PD-1 अवरोधक) या Ipilimumab (CTLA-4 अवरोधक), इम्यूनोथेरेपी में व्यापक रूप से उपयोग की जाती हैं। एंटीबायोटिक्स (a) जीवाणुओं से लड़ते हैं, एंटीवायरल दवाएं (b) वायरस से, और NSAIDs (d) सूजन को कम करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कोशिका श्वसन (cellular respiration) का प्राथमिक उत्पाद क्या है?
- (a) ग्लूकोज
- (b) लैक्टेट
- (c) ATP
- (d) ऑक्सीजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका श्वसन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोशिकाएं भोजन (जैसे ग्लूकोज) को ऊर्जा में परिवर्तित करती हैं, जिसका उपयोग ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) के रूप में किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): कोशिका श्वसन का मुख्य लक्ष्य ATP का उत्पादन करना है, जो कोशिकाओं की ऊर्जा मुद्रा है। ग्लूकोज (a) एक अभिकारक (reactant) है, लैक्टेट (b) एनारोबिक श्वसन का उत्पाद हो सकता है, और ऑक्सीजन (d) एरोबिक श्वसन के लिए आवश्यक है लेकिन प्राथमिक ऊर्जा उत्पाद नहीं है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कैंसर कोशिकाओं में पाए जाने वाले विशिष्ट चयापचय (metabolic) परिवर्तन का एक उदाहरण क्या है?
- (a) पाइरूवेट का लैक्टेट में रूपांतरण (Warburg effect)
- (b) ऑक्सीजन का कम उपयोग
- (c) ATP का कम उत्पादन
- (d) ग्लूकोज का कम सेवन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वार्बर्ग प्रभाव (Warburg effect) एक ऐसी घटना है जहाँ कैंसर कोशिकाएं एरोबिक परिस्थितियों में भी ग्लाइकोलिसिस (glycolysis) पर अधिक निर्भर होती हैं, जिसके परिणामस्वरूप पाइरूवेट का लैक्टेट में रूपांतरण होता है।
व्याख्या (Explanation): वार्बर्ग प्रभाव कैंसर कोशिकाओं में आम है, जहाँ वे एरोबिक श्वसन के बजाय ग्लाइकोलिसिस का उपयोग करते हैं। इससे लैक्टेट का उत्पादन होता है। कैंसर कोशिकाएं अक्सर ऑक्सीजन का उपयोग बढ़ाती हैं (b), ATP का उत्पादन बढ़ाती हैं (c), और ग्लूकोज का सेवन बढ़ाती हैं (d), न कि कम।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जीव विज्ञान में “कोशिका मृत्यु” (apoptosis) का क्या महत्व है?
- (a) ऊतकों के निर्माण को बढ़ावा देना
- (b) अवांछित या क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को हटाना
- (c) कोशिका विभाजन की दर बढ़ाना
- (d) ऊर्जा का भंडारण करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एपोप्टोसिस एक क्रमादेशित कोशिका मृत्यु (programmed cell death) है जो शरीर के विकास और रखरखाव के लिए महत्वपूर्ण है। यह क्षतिग्रस्त, संक्रमित या अनावश्यक कोशिकाओं को हटाता है।
व्याख्या (Explanation): कैंसर के संदर्भ में, एपोप्टोसिस की विफलता कैंसर कोशिकाओं को अनियंत्रित रूप से बढ़ने और जीवित रहने की अनुमति दे सकती है। सामान्य ऊतक विकास (a) और कोशिका विभाजन (c) के लिए एपोप्टोसिस की आवश्यकता होती है, और यह ऊर्जा भंडारण (d) से संबंधित नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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फेफड़े के कैंसर के उपचार में उपयोग किए जाने वाले विकिरण (radiation) का मुख्य भौतिक सिद्धांत क्या है?
- (a) रेडियो तरंगों का उपयोग
- (b) उच्च-ऊर्जा कणों का उपयोग
- (c) प्रकाश तरंगों का उपयोग
- (d) ध्वनि तरंगों का उपयोग
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेडिएशन थेरेपी में, कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए आयनकारी विकिरण (ionizing radiation) जैसे एक्स-रे या प्रोटॉन का उपयोग किया जाता है। ये उच्च-ऊर्जा कण DNA को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे कोशिकाएं मर जाती हैं।
व्याख्या (Explanation): रेडिएशन थेरेपी आयनकारी विकिरण का उपयोग करती है, जो उच्च-ऊर्जा कणों (जैसे इलेक्ट्रॉनों, प्रोटॉन) या विद्युत चुम्बकीय तरंगों (जैसे एक्स-रे, गामा-रे) से बनी होती है। विकल्प (b) उच्च-ऊर्जा कणों का एक सामान्य संदर्भ है। रेडियो तरंगें (a) गैर-आयनकारी हैं, प्रकाश तरंगें (c) आमतौर पर आयनकारी नहीं होती हैं, और ध्वनि तरंगें (d) विकिरण चिकित्सा में उपयोग नहीं की जाती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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फेफड़ों में वायुकोश (alveoli) का प्राथमिक कार्य क्या है?
- (a) पोषक तत्वों का अवशोषण
- (b) ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान-प्रदान
- (c) बलगम का उत्पादन
- (d) रक्त को फ़िल्टर करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फेफड़ों में वायुकोश छोटी, हवा से भरी थैली होती हैं जहाँ गैस विनिमय (gas exchange) होता है; रक्त से कार्बन डाइऑक्साइड वायुकोश में प्रवेश करती है, और वायुकोश से ऑक्सीजन रक्त में प्रवेश करती है।
व्याख्या (Explanation): वायुकोश फेफड़ों की बुनियादी कार्यात्मक इकाइयाँ हैं जहाँ रक्त और हवा के बीच ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान-प्रदान होता है। पोषक तत्वों का अवशोषण (a) मुख्य रूप से छोटी आंत में होता है। बलगम का उत्पादन (c) श्वसन पथ की अन्य कोशिकाओं द्वारा किया जाता है। रक्त को फ़िल्टर करना (d) मुख्य रूप से गुर्दे और प्लीहा (spleen) का कार्य है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कोशिकाओं के भीतर रासायनिक प्रतिक्रियाओं की दर को बढ़ाने वाले पदार्थ क्या कहलाते हैं?
- (a) अवरोधक (Inhibitors)
- (b) उत्प्रेरक (Catalysts)
- (c) सब्सट्रेट (Substrates)
- (d) अभिकारक (Reactants)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उत्प्रेरक वे पदार्थ होते हैं जो रासायनिक प्रतिक्रिया की दर को बढ़ाते हैं लेकिन स्वयं प्रतिक्रिया में स्थायी रूप से परिवर्तित नहीं होते हैं। जैविक उत्प्रेरक एंजाइम कहलाते हैं।
व्याख्या (Explanation): हमारे शरीर में, एंजाइम (जो प्रोटीन होते हैं) उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं, जो चयापचय प्रतिक्रियाओं को बहुत तेज करते हैं। अवरोधक (a) प्रतिक्रियाओं को धीमा करते हैं। सब्सट्रेट (c) और अभिकारक (d) वे अणु होते हैं जिन पर उत्प्रेरक कार्य करते हैं या जो प्रतिक्रिया में भाग लेते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किस प्रोटीन द्वारा किया जाता है?
- (a) इंसुलिन
- (b) हीमोग्लोबिन
- (c) कोलेजन
- (d) एंटीबॉडी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है जो फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन का परिवहन करता है और कार्बन डाइऑक्साइड को ऊतकों से फेफड़ों तक ले जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीमोग्लोबिन का आयरन आयन ऑक्सीजन के अणुओं से बंधता है, जिससे यह शरीर के विभिन्न भागों में ऑक्सीजन पहुंचाने में सक्षम होता है। इंसुलिन (a) रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है। कोलेजन (c) एक संरचनात्मक प्रोटीन है। एंटीबॉडी (d) प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कौन सी गैसें सामान्यतः कोशिका श्वसन में उपयोग होती हैं?
- (a) ऑक्सीजन और नाइट्रोजन
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन
- (c) ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) नाइट्रोजन और मीथेन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एरोबिक कोशिका श्वसन के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है, और कार्बन डाइऑक्साइड इसका एक उप-उत्पाद है। एरोबिक श्वसन का सामान्य समीकरण है: C6H12O6 + 6O2 → 6CO2 + 6H2O + ATP.
व्याख्या (Explanation): कोशिकाएं ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए ऑक्सीजन का उपयोग करती हैं और इस प्रक्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्पादन करती हैं। इसलिए, ऑक्सीजन अभिकारक है और कार्बन डाइऑक्साइड उत्पाद है। नाइट्रोजन (a, d) और मीथेन (b, d) सामान्यतः कोशिका श्वसन में सीधे भाग नहीं लेते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पदार्थों की अवस्था परिवर्तन (state change) में, एक ठोस का सीधे गैस में बदलना क्या कहलाता है?
- (a) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (b) संघनन (Condensation)
- (c) ऊर्ध्वपातन (Sublimation)
- (d) पिघलना (Melting)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्ध्वपातन वह प्रक्रिया है जिसमें कोई पदार्थ ठोस अवस्था से सीधे गैसीय अवस्था में बदल जाता है, बिना तरल अवस्था से गुजरे।
व्याख्या (Explanation): ऊर्ध्वपातन का एक आम उदाहरण सूखी बर्फ (ठोस कार्बन डाइऑक्साइड) है, जो कमरे के तापमान पर सीधे गैस बन जाती है। वाष्पीकरण (a) तरल से गैस में परिवर्तन है। संघनन (b) गैस से तरल में परिवर्तन है। पिघलना (d) ठोस से तरल में परिवर्तन है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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रसायन विज्ञान में, “ऑक्सीकरण” (oxidation) का अर्थ क्या है?
- (a) इलेक्ट्रॉनों का लाभ
- (b) हाइड्रोजन का लाभ
- (c) इलेक्ट्रॉनों की हानि
- (d) ऑक्सीजन की हानि
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑक्सीकरण एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें किसी पदार्थ द्वारा इलेक्ट्रॉनों को खोना शामिल होता है। इसके विपरीत, अपचयन (reduction) इलेक्ट्रॉनों के लाभ से संबंधित है।
व्याख्या (Explanation): प्राचीन काल में, ऑक्सीकरण को ऑक्सीजन के संयोजन से परिभाषित किया गया था, लेकिन आधुनिक परिभाषा इलेक्ट्रॉन हस्तांतरण पर आधारित है। “OIL RIG” (Oxidation Is Loss, Reduction Is Gain) एक स्मृति सहायक है। इलेक्ट्रॉनों की हानि (c) ऑक्सीकरण है। इलेक्ट्रॉनों का लाभ (a) अपचयन है। हाइड्रोजन का लाभ (b) को अक्सर अपचयन के रूप में माना जाता है। ऑक्सीजन की हानि (d) अपचयन है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पदार्थ की वह अवस्था क्या है जिसमें कण एक-दूसरे के बहुत करीब होते हैं और एक निश्चित आकार और आयतन बनाए रखते हैं?
- (a) गैस
- (b) द्रव
- (c) ठोस
- (d) प्लाज्मा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ठोस पदार्थ में, कण (परमाणु या अणु) एक नियमित जाली संरचना में कसकर बंधे होते हैं, जो उन्हें एक निश्चित आकार और आयतन प्रदान करते हैं।
व्याख्या (Explanation): गैसों (a) में कण दूर-दूर होते हैं और कोई निश्चित आकार या आयतन नहीं होता। द्रवों (b) में कण करीब होते हैं लेकिन स्वतंत्र रूप से घूम सकते हैं, जिससे वे आयतन बनाए रखते हैं लेकिन आकार नहीं। प्लाज्मा (d) आयनित गैस है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव श्वसन तंत्र में, वह कौन सी संरचना है जहाँ गैस विनिमय होता है?
- (a) श्वासनली (Trachea)
- (b) ब्रोन्कियल ट्यूब (Bronchial tubes)
- (c) वायुकोश (Alveoli)
- (d) स्वरयंत्र (Larynx)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वायुकोश फेफड़ों की बहुत पतली दीवारों वाली छोटी वायु थैलियाँ होती हैं, जो रक्त केशिकाओं से घिरी होती हैं, जो ऑक्सीजन को रक्त में और कार्बन डाइऑक्साइड को वायु में जाने की अनुमति देती हैं।
व्याख्या (Explanation): वायुकोशों की बड़ी सतह क्षेत्र और पतली दीवारें कुशल गैस विनिमय के लिए महत्वपूर्ण हैं। श्वासनली (a) और ब्रोन्कियल ट्यूब (b) वायु को फेफड़ों तक पहुंचाते हैं, और स्वरयंत्र (d) ध्वनि उत्पन्न करने में शामिल है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के दौरान पौधे कौन सी गैस छोड़ते हैं?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड
- (b) ऑक्सीजन
- (c) नाइट्रोजन
- (d) हाइड्रोजन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक प्रक्रिया है जिसमें पौधे सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं और ऑक्सीजन को एक उप-उत्पाद के रूप में छोड़ते हैं। समीकरण है: 6CO2 + 6H2O + Light Energy → C6H12O6 + 6O2.
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड का उपभोग किया जाता है, और ऑक्सीजन का उत्पादन किया जाता है। इसलिए, पौधे प्रकाश संश्लेषण के दौरान ऑक्सीजन छोड़ते हैं। कार्बन डाइऑक्साइड (a) अवशोषित होती है। नाइट्रोजन (c) और हाइड्रोजन (d) का प्रत्यक्ष उत्पादन या अवशोषण इस प्रक्रिया का मुख्य भाग नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कैंसर कोशिकाओं में अनियंत्रित विभाजन के लिए किस सेल साइकिल रेगुलेटर की विफलता जिम्मेदार हो सकती है?
- (a) इंसुलिन
- (b) एपोप्टोसिस
- (c) कोशिका चक्र चेकपॉइंट्स
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका चक्र चेकपॉइंट्स कोशिका चक्र के महत्वपूर्ण चरण हैं जो यह सुनिश्चित करते हैं कि कोशिकाएं विभाजित होने से पहले अपने DNA को ठीक कर लें या अगले चरण पर आगे बढ़ने से पहले सभी घटक तैयार हों। इन चेकपॉइंट्स की विफलता से अनियंत्रित कोशिका विभाजन हो सकता है।
व्याख्या (Explanation): कोशिका चक्र चेकपॉइंट्स (जैसे G1, G2, M checkpoints) कोशिका विभाजन को नियंत्रित करते हैं। इनकी खराबी कैंसर का कारण बन सकती है। इंसुलिन (a) एक हार्मोन है, एपोप्टोसिस (b) कोशिका मृत्यु है, और माइटोकॉन्ड्रिया (d) ऊर्जा उत्पादन से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एक न्यूरॉन (neuron) में विद्युत संकेत के संचरण का प्राथमिक तंत्र क्या है?
- (a) ऊष्मा उत्पादन
- (b) आयन (ions) का प्रवाह
- (c) रासायनिक बंधन
- (d) यांत्रिक दबाव
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): न्यूरॉन्स विद्युत रासायनिक संकेतों का उपयोग करके संवाद करते हैं। कोशिका झिल्ली के पार आयनों (जैसे सोडियम, पोटेशियम) के प्रवाह से एक्शन पोटेंशियल (action potential) उत्पन्न होता है, जो तंत्रिका आवेग (nerve impulse) के रूप में संचरित होता है।
व्याख्या (Explanation): न्यूरॉन में विद्युत गतिविधि आयनों की गति (आयन चैनल खुलने और बंद होने से) के कारण होती है, जिससे झिल्ली क्षमता (membrane potential) में परिवर्तन होता है। ऊष्मा उत्पादन (a) यांत्रिक दबाव (d) तंत्रिका संचरण के प्राथमिक तंत्र नहीं हैं, और रासायनिक बंधन (c) आमतौर पर न्यूरोट्रांसमीटर के रिलीज से संबंधित होते हैं, न कि प्राथमिक संचरण से।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में ATP का उत्पादन करने वाली प्रमुख कोशिकांग (organelle) कौन सी है?
- (a) केंद्रक (Nucleus)
- (b) राइबोसोम (Ribosome)
- (c) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondrion)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया को “कोशिकाओं का पावरहाउस” कहा जाता है क्योंकि वे कोशिकीय श्वसन के माध्यम से ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) का उत्पादन करते हैं, जो कोशिका की प्राथमिक ऊर्जा मुद्रा है।
व्याख्या (Explanation): जबकि अन्य कोशिकांगों की अपनी भूमिकाएँ हैं, ATP उत्पादन का मुख्य स्थल माइटोकॉन्ड्रिया है। केंद्रक (a) आनुवंशिक सामग्री को रखता है, राइबोसोम (b) प्रोटीन संश्लेषण करते हैं, और एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (c) प्रोटीन और लिपिड संश्लेषण में शामिल होता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा मानव शरीर में श्वसन तंत्र का भाग नहीं है?
- (a) डायाफ्राम (Diaphragm)
- (b) फेफड़े (Lungs)
- (c) गुर्दा (Kidney)
- (d) श्वासनली (Trachea)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): श्वसन तंत्र वायु का सेवन और गैस विनिमय (ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड) के लिए जिम्मेदार है।
व्याख्या (Explanation): डायाफ्राम (a), फेफड़े (b), और श्वासनली (d) श्वसन तंत्र के महत्वपूर्ण अंग हैं। गुर्दा (c) उत्सर्जन तंत्र का हिस्सा है और रक्त को फ़िल्टर करने और मूत्र बनाने के लिए जिम्मेदार है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एक रासायनिक प्रतिक्रिया में, वह पदार्थ जो प्रतिक्रिया की दर को धीमा कर देता है, क्या कहलाता है?
- (a) उत्प्रेरक (Catalyst)
- (b) अवरोधक (Inhibitor)
- (c) अभिकर्मक (Reagent)
- (d) उत्पाद (Product)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एक अवरोधक एक ऐसा पदार्थ है जो एक रासायनिक प्रतिक्रिया की दर को कम करता है।
व्याख्या (Explanation): उत्प्रेरक (a) प्रतिक्रिया को तेज करते हैं। अभिकर्मक (c) प्रतिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थ हैं, और उत्पाद (d) प्रतिक्रिया के परिणाम होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में रक्त कोशिकाओं का वह प्रकार क्या है जो ऑक्सीजन ले जाता है?
- (a) श्वेत रक्त कोशिकाएं (White blood cells)
- (b) प्लेटलेट्स (Platelets)
- (c) लाल रक्त कोशिकाएं (Red blood cells)
- (d) प्लाज्मा (Plasma)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाओं (Erythrocytes) में हीमोग्लोबिन होता है, जो फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन को बांधता है और उसका परिवहन करता है।
व्याख्या (Explanation): श्वेत रक्त कोशिकाएं (a) प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं। प्लेटलेट्स (b) रक्त के थक्के जमने में मदद करते हैं। प्लाज्मा (d) रक्त का तरल घटक है जिसमें प्रोटीन, पोषक तत्व और अपशिष्ट उत्पाद होते हैं, लेकिन यह सीधे ऑक्सीजन नहीं ले जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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भौतिकी में, बल (Force) की SI इकाई क्या है?
- (a) जूल (Joule)
- (b) वाट (Watt)
- (c) न्यूटन (Newton)
- (d) पास्कल (Pascal)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बल वह कारक है जो किसी वस्तु की गति की स्थिति को बदल सकता है या बदलने का प्रयास करता है। SI प्रणाली में, बल की इकाई न्यूटन (N) है, जिसे 1 kg⋅m/s² के रूप में परिभाषित किया गया है।
व्याख्या (Explanation): जूल (a) ऊर्जा या कार्य की इकाई है। वाट (b) शक्ति की इकाई है। पास्कल (d) दबाव की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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रसायन विज्ञान में, pH स्केल क्या मापता है?
- (a) अम्ल की सांद्रता
- (b) क्षार की सांद्रता
- (c) विलयन की अम्लता या क्षारीयता
- (d) ऑक्सीकरण की डिग्री
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH एक माप है कि कोई जलीय विलयन कितना अम्लीय या क्षारीय है। यह हाइड्रोजन आयनों (H⁺) की सांद्रता का ऋणात्मक लघुगणक (negative logarithm) है।
व्याख्या (Explanation): pH 0 से 14 तक होता है, जहाँ 7 तटस्थ होता है। 7 से कम pH अम्लीय होता है, और 7 से अधिक pH क्षारीय (या मूल) होता है। यह सीधे अम्ल (a) या क्षार (b) की सांद्रता को नहीं मापता है, बल्कि उनकी संयुक्त अम्लता/क्षारीयता को मापता है। ऑक्सीकरण की डिग्री (d) एक अलग अवधारणा है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जीव विज्ञान में, DNA का पूर्ण रूप क्या है?
- (a) डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribo Nucleic Acid)
- (b) डायनुक्लिक एसिड (Dinuclic Acid)
- (c) डीऑक्सीराइबोज न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribose Nucleic Acid)
- (d) डीऑक्सीराइबो न्यूक्लिक एसिड (Deoxyribo Nucler Acid)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): DNA (Deoxyribonucleic acid) सभी ज्ञात जीवित जीवों और कई वायरस का आनुवंशिक पदार्थ है। यह आनुवंशिक निर्देशों को रखता है जो जीवन के विकास, कार्यप्रणाली, वृद्धि और प्रजनन के लिए आवश्यक हैं।
व्याख्या (Explanation): विकल्प (a) और (d) में “Deoxyribo” का प्रयोग गलत है, जबकि सही शब्द “Deoxyribose” है। डायनुक्लिक एसिड (b) एक सही शब्द नहीं है।
अतः, सही उत्तर (c) है।