प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें
परिचय:** प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होने के लिए सामान्य विज्ञान (भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान) की एक मजबूत पकड़ होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह खंड आपको नवीनतम परीक्षा पैटर्न के अनुरूप महत्वपूर्ण अवधारणाओं को समझने में मदद करेगा। यहाँ प्रस्तुत अभ्यास प्रश्न आपकी ज्ञान की जांच करने और उन क्षेत्रों की पहचान करने में सहायक होंगे जहाँ आपको अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। चलिए, शुरू करते हैं!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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एक निश्चित द्रव्यमान वाली गैस का आयतन (V) दाब (P) के साथ कैसे बदलता है, जब तापमान (T) स्थिर रखा जाता है?
- (a) V ∝ P
- (b) V ∝ 1/P
- (c) V ∝ P²
- (d) V ∝ 1/√P
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बॉयल का नियम (Boyle’s Law) कहता है कि स्थिर तापमान पर, किसी गैस के द्रव्यमान का आयतन उसके दाब के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
व्याख्या (Explanation): बॉयल के नियम को गणितीय रूप से P₁V₁ = P₂V₂ के रूप में व्यक्त किया जाता है, जो दर्शाता है कि P ∝ 1/V या V ∝ 1/P। इसका मतलब है कि यदि आप दाब बढ़ाते हैं, तो आयतन घटेगा, और यदि आप दाब घटाते हैं, तो आयतन बढ़ेगा, बशर्ते तापमान स्थिर रहे।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक उत्तल लेंस (convex lens) की शक्ति +2.0 डायोप्टर (D) है। इसकी फोकस दूरी (focal length) क्या है?
- (a) 0.5 मीटर
- (b) 2.0 मीटर
- (c) 50 सेंटीमीटर
- (d) 100 सेंटीमीटर
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लेंस की शक्ति (P) उसकी फोकस दूरी (f) के व्युत्क्रमानुपाती होती है, जहाँ f को मीटर में मापा जाता है। सूत्र है: P = 1/f (D = 1/f)।
व्याख्या (Explanation): यदि लेंस की शक्ति P = +2.0 D है, तो फोकस दूरी f = 1/P = 1/2.0 मीटर = 0.5 मीटर। यदि इसे सेंटीमीटर में बदलना हो, तो 0.5 मीटर × 100 सेमी/मीटर = 50 सेंटीमीटर। लेकिन विकल्प मीटर में हैं, इसलिए 0.5 मीटर सही है। उत्तल लेंस की शक्ति धनात्मक होती है, जो अभिसारी (converging) प्रकृति को दर्शाती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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साबुन के बुलबुले को रंगीन दिखने का क्या कारण है?
- (a) विवर्तन (Diffraction)
- (b) ध्रुवीकरण (Polarization)
- (c) व्यतिकरण (Interference)
- (d) परावर्तन (Reflection)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): साबुन के बुलबुले की पतली फिल्म पर प्रकाश के आपतन से प्रकाश की किरणें फिल्म की ऊपरी सतह से और निचली सतह से परावर्तित होती हैं। ये परावर्तित किरणें आपस में व्यतिकरण करती हैं, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न रंगों की चमकीली पट्टियाँ दिखाई देती हैं।
व्याख्या (Explanation): जब प्रकाश साबुन के बुलबुले की पतली परत पर पड़ता है, तो प्रकाश की कुछ किरणें ऊपरी सतह से परावर्तित होती हैं और कुछ भीतर जाकर निचली सतह से परावर्तित होती हैं। इन दोनों परावर्तित किरणों के बीच कलांतर (phase difference) के कारण व्यतिकरण होता है। अलग-अलग तरंग दैर्ध्य (wavelengths) वाले प्रकाश के लिए व्यतिकरण के पैटर्न भिन्न होते हैं, जिससे हमें रंगीन धब्बे दिखाई देते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland)
- (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि यकृत (Liver) है, जो एक बहिःस्रावी (exocrine) ग्रंथि है और पेट की गुहा में डायाफ्राम के नीचे स्थित होती है।
व्याख्या (Explanation): यकृत कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जिसमें पित्त का उत्पादन, चयापचय (metabolism), विषहरण (detoxification) और प्रोटीन संश्लेषण शामिल हैं। पीयूष ग्रंथि, थायराइड ग्रंथि और अधिवृक्क ग्रंथि अंतःस्रावी (endocrine) ग्रंथियाँ हैं, लेकिन यकृत आकार में उनसे काफी बड़ी होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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अम्ल (acid) और क्षार (base) के बीच अभिक्रिया से मुख्य रूप से क्या बनता है?
- (a) केवल लवण (salt)
- (b) केवल जल (water)
- (c) लवण और जल
- (d) ऑक्सीजन और हाइड्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उदासीनीकरण अभिक्रिया (neutralization reaction) वह रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें एक अम्ल और एक क्षार मिलकर एक लवण और जल बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): इस अभिक्रिया में, अम्ल का H⁺ आयन क्षार के OH⁻ आयन के साथ मिलकर जल (H₂O) बनाता है, और अम्ल का ऋणायन (anion) तथा क्षार का धनायन (cation) मिलकर लवण (salt) बनाते हैं। उदाहरण के लिए, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) और सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) की अभिक्रिया से सोडियम क्लोराइड (NaCl) और जल (H₂O) बनता है: HCl + NaOH → NaCl + H₂O।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ऊर्जा का मात्रक (unit of energy) क्या है?
- (a) वाट (Watt)
- (b) जूल (Joule)
- (c) पास्कल (Pascal)
- (d) न्यूटन (Newton)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्जा, कार्य करने की क्षमता है। कार्य (Work) को बल (Force) गुणा विस्थापन (Displacement) के रूप में परिभाषित किया जाता है। बल का मात्रक न्यूटन (N) और विस्थापन का मात्रक मीटर (m) है, इसलिए कार्य का मात्रक न्यूटन-मीटर (N-m) होता है, जिसे जूल (Joule) भी कहा जाता है। ऊर्जा के अन्य मात्रक भी होते हैं, जैसे कैलोरी, किलोवाट-घंटा (kWh), आदि, लेकिन SI मात्रक जूल है।
व्याख्या (Explanation): वाट (Watt) शक्ति (Power) का मात्रक है (1 Watt = 1 Joule/second)। पास्कल (Pascal) दाब (Pressure) का मात्रक है। न्यूटन (Newton) बल (Force) का मात्रक है। इसलिए, ऊर्जा का SI मात्रक जूल है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव में गुणसूत्रों (chromosomes) के कितने जोड़े होते हैं?
- (a) 21
- (b) 22
- (c) 23
- (d) 24
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कोशिकाएं सामान्यतः द्विगुणित (diploid) होती हैं, जिसका अर्थ है कि वे प्रत्येक गुणसूत्र की दो प्रतियाँ रखती हैं। ये गुणसूत्र जोड़े में व्यवस्थित होते हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव में कुल 46 गुणसूत्र होते हैं, जो 23 जोड़ों में व्यवस्थित होते हैं। इनमें से 22 जोड़े अलिंग गुणसूत्र (autosomes) होते हैं जो शरीर के लक्षणों को निर्धारित करते हैं, और एक जोड़ा लिंग गुणसूत्र (sex chromosomes) होता है जो लिंग निर्धारित करता है (XX महिलाओं के लिए और XY पुरुषों के लिए)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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‘ऑक्सीकरण’ (oxidation) का क्या अर्थ है?
- (a) इलेक्ट्रॉन का लाभ (gain of electrons)
- (b) हाइड्रोजन का लाभ (gain of hydrogen)
- (c) ऑक्सीजन का लाभ (gain of oxygen) या इलेक्ट्रॉन का हानि (loss of electrons)
- (d) हाइड्रोजन का हानि (loss of hydrogen)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑक्सीकरण को पारंपरिक रूप से किसी पदार्थ में ऑक्सीजन के जुड़ने या हाइड्रोजन के हटने के रूप में परिभाषित किया गया था। आधुनिक परिभाषा के अनुसार, ऑक्सीकरण किसी परमाणु या अणु से इलेक्ट्रॉनों के निकलने (loss of electrons) की प्रक्रिया है।
व्याख्या (Explanation): ऑक्सीकरण की आधुनिक परिभाषा ‘इलेक्ट्रॉन की हानि’ (loss of electrons) है। इसके विपरीत, अपचयन (reduction) ‘इलेक्ट्रॉन का लाभ’ (gain of electrons) है। किसी अभिक्रिया में, यदि किसी पदार्थ को ऑक्सीजन मिलती है या वह हाइड्रोजन खोता है, तो उसे ऑक्सीकृत माना जाता है। इसी तरह, यदि वह इलेक्ट्रॉन खोता है, तो वह ऑक्सीकृत होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के लिए पौधों को किस गैस की आवश्यकता होती है?
- (a) ऑक्सीजन (Oxygen)
- (b) नाइट्रोजन (Nitrogen)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon Dioxide)
- (d) हाइड्रोजन (Hydrogen)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और जल को शर्करा (glucose) में परिवर्तित करते हैं, जो उनके लिए भोजन के रूप में कार्य करता है। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन एक उप-उत्पाद के रूप में मुक्त होती है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का मूल समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂। इससे स्पष्ट है कि पौधे वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) लेते हैं, क्लोरोफिल की उपस्थिति में जल (H₂O) के साथ प्रतिक्रिया करते हैं, और ग्लूकोज (C₆H₁₂O₆) बनाते हैं, साथ ही ऑक्सीजन (O₂) छोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) की तीव्रता मापने के लिए किस मात्रक का उपयोग किया जाता है?
- (a) टेस्ला (Tesla)
- (b) वेबर (Weber)
- (c) हेनरी (Henry)
- (d) ओम (Ohm)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता (magnetic flux density) को SI मात्रक टेस्ला (T) में मापा जाता है। चुंबकीय फ्लक्स (magnetic flux) का मात्रक वेबर (Wb) होता है।
व्याख्या (Explanation): टेस्ला (T) चुंबकीय क्षेत्र की ताकत को परिभाषित करता है। 1 टेस्ला 1 वेबर प्रति वर्ग मीटर (Wb/m²) के बराबर होता है। वेबर (Weber) चुंबकीय फ्लक्स का मात्रक है। हेनरी (Henry) प्रेरकत्व (inductance) का मात्रक है, और ओम (Ohm) प्रतिरोध (resistance) का मात्रक है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव रक्त का pH मान सामान्यतः कितना होता है?
- (a) 6.4
- (b) 7.4
- (c) 8.4
- (d) 5.4
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH स्केल 0 से 14 तक होता है, जहाँ 7 उदासीन (neutral) होता है, 7 से कम अम्लीय (acidic) और 7 से अधिक क्षारीय (alkaline/basic) होता है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त हल्का क्षारीय होता है। इसका सामान्य pH मान लगभग 7.35 से 7.45 के बीच होता है। इसे सुविधा के लिए लगभग 7.4 माना जाता है। इस संकीर्ण सीमा में pH बनाए रखना शरीर के विभिन्न जैविक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘विटामिन सी’ का रासायनिक नाम क्या है?
- (a) रेटिनॉल (Retinol)
- (b) एस्कॉर्बिक एसिड (Ascorbic Acid)
- (c) कैल्सीफेरॉल (Calciferol)
- (d) टोकोफेरॉल (Tocopherol)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन सी (Vitamin C) पानी में घुलनशील विटामिन है जो स्कर्वी (scurvy) नामक बीमारी से बचाता है। इसका रासायनिक नाम एस्कॉर्बिक एसिड है।
व्याख्या (Explanation): रेटिनॉल (Retinol) विटामिन ए का एक रूप है। कैल्सीफेरॉल (Calciferol) विटामिन डी का एक रूप है। टोकोफेरॉल (Tocopherol) विटामिन ई का एक रूप है। विटामिन सी एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किसी वस्तु का जड़त्व (inertia) किस पर निर्भर करता है?
- (a) वस्तु के वेग पर
- (b) वस्तु के त्वरण पर
- (c) वस्तु के द्रव्यमान पर
- (d) वस्तु के आकार पर
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जड़त्व किसी वस्तु का वह गुण है जिसके कारण वह अपनी गति की अवस्था में परिवर्तन का विरोध करती है। न्यूटन के गति के पहले नियम के अनुसार, जड़त्व सीधे वस्तु के द्रव्यमान के समानुपाती होता है।
व्याख्या (Explanation): जिस वस्तु का द्रव्यमान जितना अधिक होता है, उसका जड़त्व भी उतना ही अधिक होता है। उदाहरण के लिए, एक खाली बस की तुलना में एक भरी हुई बस को चलाना अधिक कठिन होता है क्योंकि भरी हुई बस का द्रव्यमान अधिक होता है, इसलिए उसका जड़त्व भी अधिक होता है। वेग, त्वरण या आकार सीधे तौर पर जड़त्व का माप नहीं हैं, हालांकि ये वस्तु की गति से संबंधित हो सकते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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दूध का खट्टा होना किस प्रकार की अभिक्रिया का उदाहरण है?
- (a) ऑक्सीकरण (Oxidation)
- (b) अपचयन (Reduction)
- (c) किण्वन (Fermentation)
- (d) जलयोजन (Hydration)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दूध में मौजूद लैक्टोज (lactose) शर्करा लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus) जैसे जीवाणुओं द्वारा लैक्टिक एसिड (lactic acid) में किण्वित (fermented) हो जाती है। इस लैक्टिक एसिड के कारण ही दूध खट्टा हो जाता है और दही बनने लगता है।
व्याख्या (Explanation): किण्वन एक उपापचयी प्रक्रिया (metabolic process) है जिसमें सूक्ष्मजीव (जैसे बैक्टीरिया या यीस्ट) कार्बनिक यौगिकों (जैसे शर्करा) को सरल पदार्थों में तोड़ते हैं, प्रायः ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में। यह एक जैव-रासायनिक (biochemical) परिवर्तन है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की थी?
- (a) अर्नेस्ट रदरफोर्ड (Ernest Rutherford)
- (b) जे.जे. थॉमसन (J.J. Thomson)
- (c) नील्स बोर (Niels Bohr)
- (d) जॉन डाल्टन (John Dalton)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): इलेक्ट्रॉन, परमाणु का एक ऋणात्मक रूप से आवेशित उप-परमाणु कण (subatomic particle) है। इसकी खोज 1897 में जे.जे. थॉमसन ने कैथोड रे ट्यूब (cathode ray tube) के प्रयोगों के माध्यम से की थी।
व्याख्या (Explanation): रदरफोर्ड ने नाभिक (nucleus) की खोज की थी। बोर ने परमाणु के मॉडल का प्रस्ताव दिया था। डाल्टन परमाणु सिद्धांत के जनक माने जाते हैं। थॉमसन का प्रयोग यह सिद्ध करने में महत्वपूर्ण था कि कैथोड किरणें कणों से बनी होती हैं जिनका द्रव्यमान होता है और जो ऋणात्मक रूप से आवेशित होती हैं, इन कणों को बाद में इलेक्ट्रॉन नाम दिया गया।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में “ऊर्जा मुद्रा” (energy currency) किसे कहा जाता है?
- (a) ग्लूकोज (Glucose)
- (b) एटीपी (ATP)
- (c) वसा (Fat)
- (d) प्रोटीन (Protein)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एडिनोसिन ट्राइफॉस्फेट (Adenosine Triphosphate), जिसे एटीपी (ATP) के रूप में जाना जाता है, वह अणु है जो कोशिकाओं में ऊर्जा के संचरण (transport) के लिए मुख्य रूप से उपयोग किया जाता है। यह एक प्रकार से “ऊर्जा मुद्रा” का काम करता है।
व्याख्या (Explanation): कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) के दौरान, ग्लूकोज जैसे खाद्य अणुओं को तोड़कर ऊर्जा मुक्त की जाती है, और इस ऊर्जा का उपयोग एटीपी बनाने के लिए किया जाता है। जब कोशिका को ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तो एटीपी को ADP (Adenosine Diphosphate) और एक फॉस्फेट समूह में तोड़ दिया जाता है, जिससे ऊर्जा निकलती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ध्वनि की गति (speed of sound) सबसे अधिक किस माध्यम में होती है?
- (a) हवा (Air)
- (b) जल (Water)
- (c) लोहा (Iron)
- (d) निर्वात (Vacuum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें माध्यम के कणों के कंपन द्वारा यात्रा करती हैं। माध्यम के कण जितने पास-पास और दृढ़ता से बंधे होते हैं, ध्वनि की गति उतनी ही अधिक होती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति ठोसों (solids) में सबसे अधिक, द्रवों (liquids) में उससे कम और गैसों (gases) में सबसे कम होती है। निर्वात में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि वहाँ कंपन करने के लिए कोई माध्यम नहीं होता। हवा (गैस) में ध्वनि की गति लगभग 343 m/s होती है, जल (द्रव) में लगभग 1480 m/s होती है, जबकि लोहे (ठोस) जैसे सामान्य ठोसों में यह लगभग 5130 m/s तक हो सकती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रतिरक्षा प्रणाली (immune system) का वह कौन सा घटक है जो रोगाणुओं (pathogens) से लड़ने के लिए एंटीबॉडी (antibodies) का उत्पादन करता है?
- (a) लाल रक्त कोशिकाएं (Red blood cells)
- (b) श्वेत रक्त कोशिकाएं (White blood cells)
- (c) प्लेटलेट्स (Platelets)
- (d) प्लाज्मा (Plasma)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रतिरक्षा प्रणाली में श्वेत रक्त कोशिकाएं (Leukocytes) महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। विशेष रूप से, लिम्फोसाइट्स (lymphocytes), जो श्वेत रक्त कोशिकाओं का एक प्रकार है, एंटीबॉडी का उत्पादन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): श्वेत रक्त कोशिकाएं शरीर को संक्रमण और बीमारियों से बचाने का कार्य करती हैं। वे विभिन्न प्रकार की होती हैं, जिनमें बी-लिम्फोसाइट्स (B-lymphocytes) वे कोशिकाएं हैं जो एंटीबॉडी बनाती हैं। लाल रक्त कोशिकाएं ऑक्सीजन ले जाती हैं। प्लेटलेट्स रक्त के थक्के बनाने में मदद करते हैं। प्लाज्मा रक्त का तरल घटक है जिसमें प्रोटीन, लवण और अन्य पदार्थ घुले होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक प्रतिरोधक (resistor) में से बहने वाली धारा (current) तब दोगुनी हो जाती है जब वोल्टेज (voltage) दोगुना कर दिया जाए। यह किस नियम के अनुसार है?
- (a) जूल का नियम (Joule’s Law)
- (b) ओम का नियम (Ohm’s Law)
- (c) फैराडे का नियम (Faraday’s Law)
- (d) किरचॉफ का नियम (Kirchhoff’s Law)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ओम का नियम बताता है कि एक चालक (conductor) के सिरों पर लगाया गया विभवांतर (potential difference) उसमें बहने वाली धारा (current) के समानुपाती होता है, बशर्ते कि उसका तापमान और अन्य भौतिक अवस्थाएं अपरिवर्तित रहें। इसे V ∝ I या V = IR द्वारा व्यक्त किया जाता है, जहाँ R प्रतिरोध है।
व्याख्या (Explanation): यदि वोल्टेज (V) दोगुना किया जाता है (2V) और प्रतिरोध (R) स्थिर रहता है, तो ओम के नियम के अनुसार, धारा (I) भी दोगुनी हो जाएगी (2I)। क्योंकि I = V/R, यदि V को 2V किया जाए, तो नई धारा I’ = 2V/R = 2(V/R) = 2I होगी।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश का वेग (speed of light) निर्वात (vacuum) में लगभग कितना होता है?
- (a) 3 × 10⁸ मीटर प्रति सेकंड (m/s)
- (b) 3 × 10⁸ किलोमीटर प्रति सेकंड (km/s)
- (c) 3 × 10⁶ मीटर प्रति सेकंड (m/s)
- (d) 3 × 10⁶ किलोमीटर प्रति सेकंड (km/s)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश का निर्वात में वेग एक सार्वभौमिक स्थिरांक (universal constant) है और इसे ‘c’ से दर्शाया जाता है। इसका मान बहुत अधिक है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश का निर्वात में वेग लगभग 299,792,458 मीटर प्रति सेकंड होता है, जिसे सामान्यतः 3 × 10⁸ मीटर प्रति सेकंड (m/s) के रूप में सन्निकटित (approximated) किया जाता है। किलोमीटर प्रति सेकंड में यह मान बहुत कम हो जाता है (लगभग 3 × 10⁵ km/s)।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में कौन सी ग्रंथि ‘मास्टर ग्रंथि’ (Master Gland) कहलाती है?
- (a) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (b) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
- (c) पीयूष ग्रंथि (Pituitary gland)
- (d) अग्न्याशय (Pancreas)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पीयूष ग्रंथि, जिसे पिट्यूटरी ग्रंथि भी कहते हैं, मस्तिष्क के आधार पर स्थित होती है और अंतःस्रावी तंत्र (endocrine system) के कई कार्यों को नियंत्रित करती है। यह अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों को उत्तेजित करने वाले हार्मोन स्रावित करती है।
व्याख्या (Explanation): पीयूष ग्रंथि वृद्धि, चयापचय, प्रजनन और अन्य महत्वपूर्ण शारीरिक कार्यों को विनियमित करने वाले हार्मोन का उत्पादन और स्राव करती है। इसके व्यापक नियंत्रणकारी प्रभाव के कारण इसे ‘मास्टर ग्रंथि’ कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पानी का क्वथनांक (boiling point) सेल्सियस पैमाने पर कितना होता है?
- (a) 0°C
- (b) 100°C
- (c) -100°C
- (d) 32°C
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी तरल का क्वथनांक वह तापमान होता है जिस पर वह उबलना शुरू कर देता है और वाष्प में बदलना शुरू कर देता है। यह मानक वायुमंडलीय दाब (standard atmospheric pressure) पर परिभाषित किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): मानक वायुमंडलीय दाब पर, शुद्ध पानी 100 डिग्री सेल्सियस (100°C) पर उबलता है। 0°C पर पानी जमना शुरू हो जाता है (हिमांक – freezing point), और 32°F (0°C) के बराबर होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव में फेफड़ों की क्षमता (capacity of lungs) किससे मापी जाती है?
- (a) बैरोमीटर (Barometer)
- (b) स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer)
- (c) स्पाइरोमीटर (Spirometer)
- (d) ओडोमीटर (Odometer)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): स्पाइरोमीटर एक चिकित्सा उपकरण है जिसका उपयोग फेफड़ों की कार्यक्षमता (lung function) को मापने के लिए किया जाता है, विशेष रूप से हवा की मात्रा और गति जिसे व्यक्ति सांस लेने या छोड़ने के दौरान निकाल सकता है।
व्याख्या (Explanation): बैरोमीटर वायुमंडलीय दाब मापता है। स्फिग्मोमैनोमीटर रक्तचाप (blood pressure) मापता है। ओडोमीटर वाहन द्वारा तय की गई दूरी मापता है। स्पाइरोमेट्री श्वसन स्वास्थ्य का मूल्यांकन करने के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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धातुओं का वह गुण जिसके कारण उन्हें पीटकर पतली चादरों में बदला जा सकता है, क्या कहलाता है?
- (a) तन्यता (Ductility)
- (b) आघातवर्धनीयता (Malleability)
- (c) चालकता (Conductivity)
- (d) कठोरता (Hardness)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुओं के भौतिक गुणों में आघातवर्धनीयता (Malleability) एक महत्वपूर्ण गुण है। यह धातुओं को बिना टूटे या छिद्र हुए पतली चादरों में पीटने या रोल करने की क्षमता है।
व्याख्या (Explanation): तन्यता (Ductility) वह गुण है जिसके कारण धातुओं को खींचकर पतले तार बनाए जा सकते हैं। चालकता (Conductivity) ऊष्मा और विद्युत को संचालित करने की क्षमता है। कठोरता (Hardness) खरोंच या घर्षण का विरोध करने की क्षमता है। सोना (Gold) सबसे अधिक आघातवर्धनीय धातु है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में रक्त परिसंचरण (blood circulation) की खोज किसने की थी?
- (a) गैलेन (Galen)
- (b) विलियम हार्वे (William Harvey)
- (c) एंड्रियास वेसालियस (Andreas Vesalius)
- (d) हिप्पोक्रेट्स (Hippocrates)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विलियम हार्वे एक अंग्रेजी चिकित्सक थे जिन्होंने 1628 में प्रकाशित अपनी पुस्तक “De Motu Cordis” में मानव शरीर में रक्त परिसंचरण के सिद्धांत का वर्णन किया था।
व्याख्या (Explanation): हार्वे ने यह प्रदर्शित किया कि हृदय एक पंप के रूप में कार्य करता है जो रक्त को पूरे शरीर में धमनियों और नसों के एक बंद तंत्र (closed system) में प्रसारित करता है। गैलेन एक प्राचीन रोमन चिकित्सक थे जिनके विचारों पर सदियों तक भरोसा किया जाता रहा, लेकिन वे हार्वे की खोजों से भिन्न थे। वेसालियस ने मानव शरीर रचना विज्ञान पर काम किया, और हिप्पोक्रेट्स को “चिकित्सा का जनक” कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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