Get free Notes

सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत से नहीं, सही मार्गदर्शन से मिलती है। हमारे सभी विषयों के कम्पलीट नोट्स, G.K. बेसिक कोर्स, और करियर गाइडेंस बुक के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

Click Here

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पर्यावरण और जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण विज्ञान प्रश्न

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए पर्यावरण और जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण विज्ञान प्रश्न

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान का एक महत्वपूर्ण स्थान है, खासकर भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के क्षेत्र में। इन विषयों की गहरी समझ आपको न केवल परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करती है, बल्कि आपके आसपास की दुनिया को समझने में भी सहायक होती है। प्रस्तुत हैं पर्यावरण, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिकी से संबंधित 25 बहुविकल्पीय प्रश्न, जो आपकी तैयारी को परखने और मजबूत करने में मदद करेंगे।


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. निम्नलिखित में से कौन सा गैसों के आदान-प्रदान (gas exchange) के लिए पौधे की सतह पर सबसे आम छिद्र है?

    • (a) रंध्र (Stomata)
    • (b) वातरंध्र (Lenticels)
    • (c) मूल रोम (Root hairs)
    • (d) पर्णहरित (Chlorophyll)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों में गैसों का आदान-प्रदान (जैसे CO2 का अवशोषण और O2 का उत्सर्जन) मुख्य रूप से पत्तियों और तनों की सतह पर स्थित विशिष्ट छिद्रों द्वारा होता है।

    व्याख्या (Explanation): रंध्र (Stomata) पत्ती की एपिडर्मिस में पाए जाने वाले छोटे छिद्र होते हैं, जो गार्ड कोशिकाओं से घिरे होते हैं। ये प्रकाश संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करने और श्वसन के दौरान ऑक्सीजन को छोड़ने के लिए जिम्मेदार होते हैं। वातरंध्र (Lenticels) लकड़ी वाले तनों पर पाए जाने वाले छिद्र हैं, जो गैसों के आदान-प्रदान में भी भूमिका निभाते हैं, लेकिन रंध्र अधिक सामान्य और प्रमुख हैं। मूल रोम पोषक तत्वों और पानी के अवशोषण के लिए होते हैं, और पर्णहरित प्रकाश संश्लेषण में प्रयुक्त वर्णक है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  2. वन और महासागर के बीच “छिपी हुई जलवायु लड़ाई” का संदर्भ किस मुख्य प्रक्रिया से है?

    • (a) वन कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं, जबकि महासागर उसे छोड़ते हैं।
    • (b) वन ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जबकि महासागर कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं।
    • (c) वन जलवाष्प छोड़ते हैं, जो वर्षा को प्रभावित करता है, जबकि महासागर अपने तापमान से जलवायु को नियंत्रित करते हैं।
    • (d) वन मिट्टी में कार्बन जमा करते हैं, जबकि महासागर फाइटोप्लांकटन के माध्यम से कार्बन चक्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पृथ्वी के कार्बन चक्र में वन और महासागर दोनों प्रमुख भूमिका निभाते हैं। वन प्रकाश संश्लेषण द्वारा वायुमंडलीय CO2 को अवशोषित करते हैं और बायोमास के रूप में संग्रहीत करते हैं। महासागर वायुमंडलीय CO2 को अवशोषित करते हैं, विशेष रूप से फाइटोप्लांकटन (सूक्ष्म शैवाल) के माध्यम से, जो प्रकाश संश्लेषण करते हैं और कार्बन को गहरे समुद्र में ले जाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): यह “लड़ाई” सीधे तौर पर विरोधाभास से अधिक एक जटिल सहजीवी संबंध और कार्बन संतुलन की प्रणाली है। वन CO2 को सोखकर जलवायु को ठंडा रखते हैं, वहीं महासागर विशाल मात्रा में CO2 को अवशोषित करके वायुमंडल में इसकी वृद्धि को धीमा करते हैं। फाइटोप्लांकटन महासागरों में कार्बन सिंक के रूप में कार्य करते हैं। जब ये मरते हैं, तो वे कार्बन को समुद्र तल पर ले जाते हैं। यह प्रश्न वन और महासागर के जलवायु-नियमन में परस्पर विरोधी या पूरक भूमिकाओं की ओर इशारा करता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  3. प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को किस रूप में परिवर्तित करते हैं?

    • (a) यांत्रिक ऊर्जा
    • (b) रासायनिक ऊर्जा
    • (c) विद्युत ऊर्जा
    • (d) ऊष्मीय ऊर्जा

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से शर्करा (ग्लूकोज) बनाते हैं। इस प्रक्रिया में प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): पौधे क्लोरोफिल नामक वर्णक का उपयोग करके सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करते हैं। इस ऊर्जा का उपयोग पानी (H2O) और कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को ग्लूकोज (C6H12O6) और ऑक्सीजन (O2) में बदलने के लिए किया जाता है। ग्लूकोज एक प्रकार का शर्करा है जो पौधे के लिए ऊर्जा का स्रोत होता है, और यह रासायनिक बंधन में ऊर्जा के रूप में संग्रहीत होती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. महासागरों का अम्लीकरण (Ocean acidification) मुख्य रूप से किस गैस के वायुमंडल से उनके अवशोषण के कारण होता है?

    • (a) ऑक्सीजन (O2)
    • (b) नाइट्रोजन (N2)
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
    • (d) मीथेन (CH4)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): महासागर वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) को अवशोषित करते हैं। जब CO2 पानी में घुलती है, तो यह कार्बोनिक एसिड (H2CO3) बनाती है, जिससे पानी का pH कम हो जाता है और वह अधिक अम्लीय हो जाता है।

    व्याख्या (Explanation): मानव गतिविधियों, विशेष रूप से जीवाश्म ईंधन जलाने से वायुमंडल में CO2 की मात्रा बढ़ गई है। महासागर इस अतिरिक्त CO2 का एक बड़ा हिस्सा अवशोषित कर लेते हैं, जिससे महासागरों का pH कम हो जाता है। यह प्रक्रिया समुद्री जीवों, विशेष रूप से कैल्सीफाइंग जीवों (जैसे मूंगा, शंख, और कुछ प्लैंकटन) के लिए हानिकारक है, क्योंकि यह उनके कंकाल और कवच बनाने की क्षमता को बाधित करती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  5. क्लोरोफिल का रंग क्या है और यह किस धातु आयन के कारण होता है?

    • (a) लाल, लोहा (Iron)
    • (b) नीला, मैग्नीशियम (Magnesium)
    • (c) हरा, मैग्नीशियम (Magnesium)
    • (d) पीला, जस्ता (Zinc)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल एक हरा वर्णक है जो पौधों की कोशिकाओं में क्लोरोप्लास्ट में पाया जाता है। यह प्रकाश संश्लेषण के लिए प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल का हरा रंग इसलिए है क्योंकि यह प्रकाश स्पेक्ट्रम के लाल और नीले क्षेत्रों से प्रकाश को अवशोषित करता है और हरे प्रकाश को परावर्तित करता है। क्लोरोफिल अणु के केंद्र में एक मैग्नीशियम (Mg2+) आयन होता है, जो इसकी संरचना और कार्य के लिए आवश्यक है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  6. समुद्र की गहराई में प्रकाश संश्लेषण क्यों संभव नहीं है?

    • (a) पानी की अधिकता
    • (b) ऑक्सीजन की कमी
    • (c) प्रकाश की अनुपस्थिति
    • (d) तापमान बहुत कम होता है

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके लिए प्रकाश ऊर्जा की आवश्यकता होती है। पौधे इस ऊर्जा का उपयोग CO2 और पानी को शर्करा में बदलने के लिए करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): सूर्य का प्रकाश जल में प्रवेश करता है, लेकिन गहराई बढ़ने के साथ-साथ प्रकाश की तीव्रता कम होती जाती है। बहुत अधिक गहराई पर, प्रकाश बिल्कुल भी नहीं पहुंच पाता है, इसलिए प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक ऊर्जा उपलब्ध नहीं होती है। पानी की अधिकता, ऑक्सीजन की उपलब्धता और तापमान कुछ कारक हैं, लेकिन प्रकाश की अनुपस्थिति ही प्रकाश संश्लेषण को पूरी तरह से रोक देती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  7. जैव विविधता (Biodiversity) का सबसे महत्वपूर्ण घटक कौन सा है जो पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखता है?

    • (a) जल
    • (b) ऑक्सीजन
    • (c) सूर्य का प्रकाश
    • (d) उपर्युक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए कई मौलिक घटकों की आवश्यकता होती है, जो जैव विविधता का समर्थन करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जल सभी ज्ञात जीवन के लिए आवश्यक है। ऑक्सीजन श्वसन के लिए आवश्यक है, खासकर अधिकांश जानवरों और पौधों के लिए। सूर्य का प्रकाश प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से अधिकांश पारिस्थितिक तंत्रों के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है। ये तीनों कारक मिलकर पृथ्वी पर जीवन की विविधता और निरंतरता का समर्थन करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  8. समुद्री पारिस्थितिक तंत्र (Marine ecosystems) में कार्बन को स्थिर करने में फाइटोप्लांकटन (Phytoplankton) की क्या भूमिका है?

    • (a) वे कार्बन डाइऑक्साइड को छोड़ते हैं।
    • (b) वे प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से कार्बन को कार्बनिक यौगिकों में बदलते हैं।
    • (c) वे सीधे वातावरण से कार्बनिक यौगिकों को अवशोषित करते हैं।
    • (d) वे कार्बन को समुद्र तल पर जमा करते हैं।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): फाइटोप्लांकटन सूक्ष्म, प्रकाश संश्लेषक जीव हैं जो महासागरों और अन्य जल निकायों के ऊपरी, धूप वाले क्षेत्रों में रहते हैं। वे पृथ्वी पर कार्बन चक्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): फाइटोप्लांकटन प्रकाश संश्लेषण करते हैं, ठीक वैसे ही जैसे स्थलीय पौधे करते हैं। वे वायुमंडलीय और घुलित कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करते हैं और इसे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बनिक यौगिकों (जैसे शर्करा और अन्य बायोमास) में परिवर्तित करते हैं। जब फाइटोप्लांकटन मर जाते हैं, तो उनका कार्बन गहरे समुद्र में डूब जाता है, जिससे यह लंबे समय तक संग्रहीत हो जाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  9. वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) की वृद्धि मुख्य रूप से किस मानवीय गतिविधि का परिणाम है?

    • (a) वनों की कटाई
    • (b) जीवाश्म ईंधन का जलना
    • (c) औद्योगिक प्रक्रियाएं
    • (d) उपरोक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों, विशेष रूप से कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता में वृद्धि, मुख्य रूप से मानवीय गतिविधियों के कारण हुई है, जिसने पृथ्वी की जलवायु को प्रभावित किया है।

    व्याख्या (Explanation): जीवाश्म ईंधन (कोयला, तेल, प्राकृतिक गैस) का जलना CO2 उत्सर्जन का सबसे बड़ा स्रोत है। वनों की कटाई (deforestation) दो तरीकों से CO2 को बढ़ाती है: पेड़ CO2 को अवशोषित करते हैं, इसलिए उन्हें हटाने से अवशोषण कम हो जाता है, और जब पेड़ों को जलाया जाता है, तो उनमें संग्रहीत कार्बन CO2 के रूप में वायुमंडल में मुक्त हो जाता है। कई औद्योगिक प्रक्रियाएं भी CO2 और अन्य ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन करती हैं। इसलिए, ये सभी कारक वायुमंडल में CO2 की वृद्धि में योगदान करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  10. जब प्रकाश की किरण सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करती है, तो यह:

    • (a) अभिलंब की ओर झुकती है।
    • (b) अभिलंब से दूर झुकती है।
    • (c) सीधी चली जाती है।
    • (d) परावर्तित हो जाती है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश का अपवर्तन (Refraction) तब होता है जब प्रकाश की किरण एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करती है और उसकी गति में परिवर्तन के कारण अपने पथ से विचलित हो जाती है। अपवर्तन का नियम (स्नेल का नियम) बताता है कि किरण अभिलंब की ओर कब मुड़ेगी और कब दूर हटेगी।

    व्याख्या (Explanation): जब प्रकाश सघन माध्यम (जैसे पानी या कांच) से विरल माध्यम (जैसे हवा) में प्रवेश करता है, तो इसकी गति बढ़ जाती है। इस गति में वृद्धि के कारण, किरण अभिलंब (normal) से दूर झुक जाती है। इसके विपरीत, जब प्रकाश विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाता है, तो यह अभिलंब की ओर झुकता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. pH स्केल क्या मापता है?

    • (a) किसी घोल में हाइड्रोजन आयनों (H+) की सांद्रता
    • (b) किसी घोल में हाइड्रॉक्साइड आयनों (OH-) की सांद्रता
    • (c) किसी घोल में नमक की मात्रा
    • (d) किसी घोल में ऑक्सीजन का स्तर

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH स्केल एक लघुगणकीय (logarithmic) पैमाना है जिसका उपयोग किसी जलीय घोल की अम्लता या क्षारीयता को मापने के लिए किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): pH को हाइड्रोजन आयन सांद्रता [H+] के ऋणात्मक लघुगणक (negative logarithm) के रूप में परिभाषित किया जाता है: pH = -log10[H+]। एक कम pH मान (0-7) घोल की अम्लता को इंगित करता है, जबकि एक उच्च pH मान (7-14) घोल की क्षारीयता को इंगित करता है। pH 7 तटस्थ होता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  12. यदि एक वस्तु को उत्तल लेंस के फोकस (F) पर रखा जाता है, तो उसकी छवि (image) कहाँ बनेगी?

    • (a) फोकस (F) पर
    • (b) वक्रता केंद्र (2F) पर
    • (c) अनंत पर
    • (d) लेंस के उसी तरफ जिस पर वस्तु रखी है

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): उत्तल लेंस (Convex lens) द्वारा बनने वाली छवि की स्थिति वस्तु की स्थिति पर निर्भर करती है, जिसे लेंस सूत्र (1/f = 1/v – 1/u) और आवर्धन (magnification) सूत्र से निर्धारित किया जा सकता है।

    व्याख्या (Explanation): जब कोई वस्तु उत्तल लेंस के मुख्य फोकस (F) पर रखी जाती है, तो लेंस से गुजरने वाली प्रकाश किरणें समानांतर हो जाती हैं। समानांतर किरणें अनंत पर मिलती हैं, इसलिए छवि अनंत पर बनती है। ऐसी छवि वास्तविक और उलटी होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  13. कार्बनिक यौगिकों में कार्बन-कार्बन के बीच एकल बंध (single bond) को क्या कहा जाता है?

    • (a) पाई बंध (pi bond)
    • (b) सिग्मा बंध (sigma bond)
    • (c) डेल्टा बंध (delta bond)
    • (d) आयनिक बंध (ionic bond)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध (Covalent bonds) परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी से बनते हैं। ये बंध विभिन्न प्रकार के होते हैं, जैसे सिग्मा (σ) और पाई (π) बंध।

    व्याख्या (Explanation): कार्बन-कार्बन के बीच का एकल सहसंयोजक बंध हमेशा एक सिग्मा (σ) बंध होता है। यह बंध दो परमाणुओं के नाभिकों के बीच अक्षीय (axial) अतिव्यापन (overlap) से बनता है। कार्बन-कार्बन दोहरा बंध (double bond) में एक सिग्मा बंध और एक पाई (π) बंध होता है, और तिहरा बंध (triple bond) में एक सिग्मा बंध और दो पाई बंध होते हैं। आयनिक बंध इलेक्ट्रॉनों के स्थानांतरण से बनते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. सूखा सहिष्णुता (drought tolerance) में किस प्रकार के पौधों के ऊतक (plant tissue) मुख्य भूमिका निभाते हैं?

    • (a) संवहन ऊतक (Vascular tissue)
    • (b) सुरक्षात्मक ऊतक (Protective tissue)
    • (c) स्थायी ऊतक (Permanent tissue)
    • (d) विभज्योतकी ऊतक (Meristematic tissue)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों में ऊतक विभिन्न कार्य करते हैं, जिनमें जल और पोषक तत्वों का परिवहन, सुरक्षा और वृद्धि शामिल है।

    व्याख्या (Explanation): सूखा सहिष्णुता में संवहन ऊतक, विशेष रूप से जाइलम (xylem), महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जाइलम जड़ों से पत्तियों तक पानी का परिवहन करता है। सूखे की स्थिति में, जाइलम पौधे को जल की आपूर्ति बनाए रखने में मदद करता है। स्टोमेटा (जो रंध्र का हिस्सा हैं) का नियंत्रण भी सूखा सहिष्णुता में महत्वपूर्ण है, लेकिन रंध्र मुख्य रूप से सुरक्षात्मक एपिडर्मिस का हिस्सा हैं और सीधे तौर पर मुख्य संवहन प्रणाली का हिस्सा नहीं हैं। स्थायी ऊतक संरचनात्मक सहायता प्रदान करते हैं, और विभज्योतकी ऊतक वृद्धि के लिए जिम्मेदार होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  15. यदि एक वस्तु को अवतल लेंस (concave lens) के फोकस (F) पर रखा जाता है, तो उसकी छवि (image) कहाँ बनेगी?

    • (a) फोकस (F) पर
    • (b) वक्रता केंद्र (2F) पर
    • (c) लेंस के उसी तरफ प्रकाशिक केंद्र (O) और फोकस (F) के बीच
    • (d) अनंत पर

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अवतल लेंस हमेशा आभासी (virtual), सीधी (erect) और छोटी (diminished) छवि बनाता है, चाहे वस्तु कहीं भी रखी हो।

    व्याख्या (Explanation): जब कोई वस्तु अवतल लेंस के फोकस (F) पर रखी जाती है, तो लेंस से गुजरने वाली प्रकाश किरणें अपसरित (diverge) हो जाती हैं। जब इन किरणों को पीछे की ओर बढ़ाया जाता है, तो वे प्रकाशिक केंद्र (Optical Centre – O) और अवतल लेंस के फोकस (F) के बीच एक बिंदु पर मिलती हुई प्रतीत होती हैं। इसलिए, छवि प्रकाशिक केंद्र (O) और फोकस (F) के बीच बनती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. वनस्पति में जल के वाष्प के रूप में बाहर निकलने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

    • (a) श्वसन (Respiration)
    • (b) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
    • (c) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
    • (d) बीजाणुजनन (Sporulation)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): वाष्पोत्सर्जन एक जैविक प्रक्रिया है जो पौधों में जल परिवहन और उसके वाष्पीकरण से संबंधित है।

    व्याख्या (Explanation): वाष्पोत्सर्जन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे अपने वाष्प रूप में अपने वायवीय भागों (मुख्य रूप से पत्तियों के माध्यम से रंध्रों द्वारा) से पानी छोड़ते हैं। यह प्रक्रिया पौधों को ठंडा रखने और जड़ों से पत्तियों तक पानी के प्रवाह को बनाए रखने में मदद करती है। श्वसन भोजन को ऊर्जा में तोड़ने की प्रक्रिया है, प्रकाश संश्लेषण ऊर्जा बनाने की प्रक्रिया है, और बीजाणुजनन बीजाणुओं के निर्माण की प्रक्रिया है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. मानव श्वसन तंत्र में, ऑक्सीजन फेफड़ों से रक्त में कैसे प्रवेश करती है?

    • (a) सक्रिय परिवहन (Active transport)
    • (b) परासरण (Osmosis)
    • (c) विसरण (Diffusion)
    • (d) एंडोसाइटोसिस (Endocytosis)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): गैसों का आदान-प्रदान (गैसों का एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में जाना) आमतौर पर उच्च सांद्रता वाले क्षेत्र से निम्न सांद्रता वाले क्षेत्र में विसरण (diffusion) की प्रक्रिया द्वारा होता है।

    व्याख्या (Explanation): फेफड़ों के वायुकोशों (alveoli) में ऑक्सीजन की सांद्रता रक्त में मौजूद ऑक्सीजन की सांद्रता से अधिक होती है। इसलिए, ऑक्सीजन वायुकोशों की पतली झिल्लियों से गुजरकर विसरण द्वारा रक्त में चली जाती है, जहाँ यह हीमोग्लोबिन से बंध जाती है। कार्बन डाइऑक्साइड रक्त से वायुकोशों में इसी तरह विसरित होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  18. नाइट्रोजन चक्र (Nitrogen cycle) में, वायुमंडलीय नाइट्रोजन (N2) को अमोनिया (NH3) में बदलने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

    • (a) नाइट्रीकरण (Nitrification)
    • (b) विनाइट्रीकरण (Denitrification)
    • (c) स्थिरीकरण (Fixation)
    • (d) अमोनीकरण (Ammonification)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नाइट्रोजन चक्र वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा नाइट्रोजन पृथ्वी के वायुमंडल, जीवों और मिट्टी के बीच घूमती है।

    व्याख्या (Explanation): नाइट्रोजन स्थिरीकरण (Nitrogen fixation) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा वायुमंडलीय नाइट्रोजन (N2), जो पौधों द्वारा सीधे उपयोग नहीं की जा सकती, अमोनिया (NH3) जैसे उपयोगी रूपों में परिवर्तित हो जाती है। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से कुछ जीवाणुओं (जैसे राइजोबियम) द्वारा की जाती है। नाइट्रीकरण अमोनिया को नाइट्राइट और फिर नाइट्रेट में बदलना है। विनाइट्रीकरण नाइट्रेट को वापस नाइट्रोजन गैस में बदलना है। अमोनीकरण कार्बनिक नाइट्रोजन को अमोनिया में तोड़ना है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक तीन मुख्य घटक क्या हैं?

    • (a) ऑक्सीजन, जल और सूर्य का प्रकाश
    • (b) कार्बन डाइऑक्साइड, जल और सूर्य का प्रकाश
    • (c) नाइट्रोजन, जल और क्लोरोफिल
    • (d) ऑक्सीजन, कार्बन डाइऑक्साइड और क्लोरोफिल

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसका उपयोग हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य की ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए करते हैं, जिससे वे अपना भोजन बना सकें।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए तीन मुख्य कच्चे माल की आवश्यकता होती है: कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) जो हवा से अवशोषित होती है, जल (H2O) जो जड़ों से अवशोषित होता है, और सूर्य का प्रकाश जो ऊर्जा प्रदान करता है। क्लोरोफिल एक महत्वपूर्ण वर्णक है जो प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है, लेकिन यह स्वयं एक कच्चा माल नहीं है। ऑक्सीजन प्रकाश संश्लेषण का उत्पाद है, कच्चा माल नहीं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  20. ध्वनि की गति सबसे अधिक किस माध्यम में होती है?

    • (a) हवा
    • (b) पानी
    • (c) ठोस (जैसे लोहा)
    • (d) निर्वात (Vacuum)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है जिसे यात्रा करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है। ध्वनि की गति माध्यम के गुणों, विशेष रूप से उसकी प्रत्यास्थता (elasticity) और घनत्व (density) पर निर्भर करती है।

    व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति माध्यम के कणों के बीच जितनी अधिक निकटता और मजबूती से बंधे होंगे, उतनी ही अधिक होगी। ठोस पदार्थों में, परमाणु या अणु बहुत कसकर पैक होते हैं और मजबूत अंतःक्रियाओं द्वारा बंधे होते हैं, जिससे ध्वनि सबसे तेजी से यात्रा करती है। तरल पदार्थों में, कण ठोस की तुलना में अधिक दूर होते हैं, इसलिए ध्वनि धीमी गति से चलती है। गैसों में, कण बहुत दूर होते हैं और शिथिल रूप से बंधे होते हैं, जिससे ध्वनि सबसे धीमी गति से चलती है। निर्वात में ध्वनि बिल्कुल भी यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि यात्रा करने के लिए कोई माध्यम नहीं होता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  21. इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की थी?

    • (a) आइज़ैक न्यूटन
    • (b) जे.जे. थॉमसन
    • (c) अल्बर्ट आइंस्टीन
    • (d) मैरी क्यूरी

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): 19वीं शताब्दी के अंत में, परमाणु की संरचना को समझने के लिए किए गए प्रयोगों के परिणामस्वरूप विभिन्न उप-परमाणु कणों की खोज हुई।

    व्याख्या (Explanation): जे.जे. थॉमसन (J.J. Thomson) ने 1897 में कैथोड किरणों पर प्रयोग करते हुए इलेक्ट्रॉन की खोज की थी। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि कैथोड किरणें ऋणात्मक रूप से आवेशित कणों की धाराएं थीं, जिन्हें उन्होंने “कॉर्पसल्स” नाम दिया, और बाद में इन्हें इलेक्ट्रॉन कहा गया। वे परमाणु के पहले ज्ञात उप-परमाणु कण थे।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  22. पौधे के किस भाग में प्रकाश संश्लेषण होता है?

    • (a) जड़ें
    • (b) तना
    • (c) पत्तियाँ
    • (d) फूल

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (शर्करा) बनाते हैं। यह प्रक्रिया क्लोरोप्लास्ट में होती है, जो मुख्य रूप से पत्तियों में पाए जाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): पत्तियाँ आमतौर पर चौड़ी और चपटी होती हैं, जो उन्हें सूर्य के प्रकाश को अधिकतम अवशोषित करने में मदद करती है। उनमें क्लोरोप्लास्ट की उच्च सांद्रता होती है, जिनमें क्लोरोफिल होता है, जो प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है। जड़ें पानी और खनिज अवशोषित करती हैं, और उनमें क्लोरोप्लास्ट नहीं होते हैं। तना और फूल भी प्रकाश संश्लेषण में थोड़ी भूमिका निभा सकते हैं यदि उनमें क्लोरोफिल हो, लेकिन पत्तियाँ मुख्य स्थान हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  23. जल चक्र (Water cycle) में, वह प्रक्रिया क्या है जिसके द्वारा जल वाष्प वायुमंडल से द्रव जल में परिवर्तित हो जाता है?

    • (a) वाष्पीकरण (Evaporation)
    • (b) वर्षण (Precipitation)
    • (c) संघनन (Condensation)
    • (d) अपवाह (Runoff)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जल चक्र पृथ्वी पर जल के विभिन्न रूपों में निरंतर संचलन का वर्णन करता है।

    व्याख्या (Explanation): संघनन (Condensation) वह प्रक्रिया है जिसमें जल वाष्प (गैस) ठंडा होने पर द्रव जल या बर्फ के क्रिस्टल में परिवर्तित हो जाता है। वायुमंडल में, यह प्रक्रिया बादलों के निर्माण का कारण बनती है। वाष्पीकरण वह प्रक्रिया है जिसमें जल द्रव से वाष्प बनता है। वर्षण वह जल है जो बादलों से पृथ्वी पर गिरता है (जैसे बारिश, बर्फ)। अपवाह वह जल है जो सतह पर बहता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  24. मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा किया जाता है?

    • (a) प्लाज्मा
    • (b) श्वेत रक्त कोशिकाएँ (WBC)
    • (c) लाल रक्त कोशिकाएँ (RBC)
    • (d) प्लेटलेट्स

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रक्त के विभिन्न घटक शरीर के विभिन्न कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं, जिनमें ऑक्सीजन का परिवहन भी शामिल है।

    व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कोशिकाओं (Red Blood Cells – RBCs) में हीमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन होता है। हीमोग्लोबिन फेफड़ों में ऑक्सीजन से जुड़ जाता है और इसे शरीर के ऊतकों तक ले जाता है, जहाँ यह ऊतकों को ऊर्जा उत्पादन के लिए ऑक्सीजन प्रदान करता है। प्लाज्मा रक्त का तरल घटक है, WBCs प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं, और प्लेटलेट्स रक्तस्राव को रोकने में मदद करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  25. ओजोन परत (Ozone layer) वायुमंडल की किस परत में पाई जाती है?

    • (a) क्षोभमंडल (Troposphere)
    • (b) समताप मंडल (Stratosphere)
    • (c) मध्यमंडल (Mesosphere)
    • (d) आयनमंडल (Ionosphere)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पृथ्वी के वायुमंडल को विभिन्न परतों में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशिष्ट विशेषताएं हैं।

    व्याख्या (Explanation): ओजोन (O3) की परत पृथ्वी के समताप मंडल (Stratosphere) में पाई जाती है, जो पृथ्वी की सतह से लगभग 15 से 35 किलोमीटर ऊपर स्थित है। यह परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित करती है, जिससे पृथ्वी पर जीवन की रक्षा होती है। क्षोभमंडल सबसे निचली परत है जहाँ मौसम की घटनाएं होती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  26. ऊर्जा का सबसे अच्छा स्रोत जो पर्यावरण के लिए सबसे अनुकूल है, वह कौन सा है?

    • (a) कोयला
    • (b) पेट्रोलियम
    • (c) सौर ऊर्जा
    • (d) परमाणु ऊर्जा

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊर्जा के विभिन्न स्रोतों का पर्यावरण पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत वे होते हैं जो प्राकृतिक रूप से पुनः भर जाते हैं और पर्यावरण के लिए कम हानिकारक होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): सौर ऊर्जा (Solar energy) सूर्य से प्राप्त होती है, जो एक नवीकरणीय और स्वच्छ ऊर्जा स्रोत है। इसके उपयोग से ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं होता है और पर्यावरण पर इसका प्रभाव न्यूनतम होता है। कोयला और पेट्रोलियम जीवाश्म ईंधन हैं जिनके जलने से भारी मात्रा में CO2 और अन्य प्रदूषक निकलते हैं। परमाणु ऊर्जा भी कार्बन-मुक्त है, लेकिन इसमें रेडियोधर्मी कचरे के निपटान की अपनी चुनौतियाँ हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

Leave a Comment