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प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: अपनी तैयारी को परखें

परिचय: किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी में सामान्य विज्ञान का ज्ञान अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के मौलिक सिद्धांतों को समझना न केवल परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद करता है, बल्कि दैनिक जीवन में भी वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करता है। यहां हम आपके ज्ञान को परखने और अवधारणाओं को स्पष्ट करने के लिए विभिन्न विषयों से 25 बहुविकल्पीय प्रश्न प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनके विस्तृत हल आपकी समझ को और गहरा करेंगे।


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. निम्न में से कौन सा बल हमेशा आकर्षण का होता है?

    • (a) गुरुत्वाकर्षण बल
    • (b) विद्युत बल
    • (c) चुंबकीय बल
    • (d) नाभिकीय बल

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): गुरुत्वाकर्षण बल दो द्रव्यमान वाली वस्तुओं के बीच लगने वाला वह बल है जो हमेशा आकर्षण प्रकृति का होता है, चाहे उनके बीच की दूरी कितनी भी हो। अन्य बल (जैसे विद्युत बल) आकर्षण या प्रतिकर्षण दोनों हो सकते हैं, और नाभिकीय बल बहुत छोटी दूरी पर कार्य करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): गुरुत्वाकर्षण का सार्वभौमिक नियम बताता है कि ब्रह्मांड की प्रत्येक वस्तु, दूसरी वस्तु को अपनी ओर आकर्षित करती है। यह आकर्षण बल वस्तुओं के द्रव्यमान के गुणनफल के समानुपाती और उनके बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है। विद्युत बल, आवेशों के बीच कार्य करता है और यह आकर्षण (विपरीत आवेशों के बीच) या प्रतिकर्षण (समान आवेशों के बीच) हो सकता है। चुंबकीय बल, चुंबकीय ध्रुवों के बीच कार्य करता है और यह भी आकर्षण या प्रतिकर्षण हो सकता है। प्रबल नाभिकीय बल, नाभिक में प्रोटॉन और न्यूट्रॉन को बांधे रखता है और यह भी आकर्षण प्रकृति का होता है, लेकिन इसकी सीमा बहुत कम होती है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  2. पानी का क्वथनांक (boiling point) किस पर निर्भर करता है?

    • (a) बर्तन के आकार पर
    • (b) हवा के दबाव पर
    • (c) पानी की मात्रा पर
    • (d) पानी की शुद्धता पर

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): पानी का क्वथनांक उस पर लगने वाले वायुमंडलीय दबाव पर निर्भर करता है। जैसे-जैसे दबाव बढ़ता है, क्वथनांक भी बढ़ता है, और जैसे-जैसे दबाव घटता है, क्वथनांक भी घटता है।

    सिद्धांत (Principle): किसी तरल का क्वथनांक वह तापमान होता है जिस पर तरल का वाष्प दाब उसके आसपास के दबाव के बराबर हो जाता है, जिससे तरल उबलने लगता है।

    व्याख्या (Explanation): वायुमंडलीय दबाव वह बल है जो हवा किसी सतह पर डालती है। जब वायुमंडलीय दबाव अधिक होता है, तो पानी के अणुओं को वाष्प बनने और सतह छोड़ने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, इसलिए क्वथनांक बढ़ जाता है। इसके विपरीत, कम दबाव पर, कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है, और क्वथनांक कम हो जाता है। बर्तन का आकार, पानी की मात्रा या उसकी शुद्धता (कुछ हद तक अशुद्धियाँ क्वथनांक को थोड़ा प्रभावित कर सकती हैं, लेकिन मुख्य कारक दबाव है) क्वथनांक पर सीधा और महत्वपूर्ण प्रभाव नहीं डालते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के दौरान पौधे कौन सी गैस छोड़ते हैं?

    • (a) कार्बन डाइऑक्साइड
    • (b) ऑक्सीजन
    • (c) नाइट्रोजन
    • (d) मीथेन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसमें हरे पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को शर्करा (ग्लूकोज) और ऑक्सीजन में बदलते हैं।

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण की सामान्य समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂. इस प्रक्रिया में कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) का उपयोग होता है और ऑक्सीजन (O₂) उत्पाद के रूप में निकलती है।

    व्याख्या (Explanation): पौधे वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं और क्लोरोफिल (पत्तियों में पाया जाने वाला हरा वर्णक) की मदद से सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करते हैं। इस ऊर्जा का उपयोग करके, वे पानी को तोड़ते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड के साथ मिलाकर ग्लूकोज (भोजन) बनाते हैं। इस प्रक्रिया का एक उप-उत्पाद (by-product) ऑक्सीजन है, जिसे पौधे वायुमंडल में छोड़ देते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. सेल का एसआई मात्रक (SI unit) क्या है?

    • (a) वोल्ट
    • (b) एम्पीयर
    • (c) ओम
    • (d) वाट

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): सेल (Cell) विद्युत धारा (electric current) का एसआई मात्रक है।

    सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा किसी चालक में आवेशों के प्रवाह की दर है। एसआई (Système International d’Unités) प्रणाली में, विद्युत धारा को एम्पीयर (Ampere, A) में मापा जाता है।

    व्याख्या (Explanation): वोल्ट (Volt, V) विद्युत विभव (electric potential) या विभवांतर (potential difference) का मात्रक है। ओम (Ohm, Ω) प्रतिरोध (resistance) का मात्रक है। वाट (Watt, W) शक्ति (power) का मात्रक है। विद्युत धारा को सामान्यतः ‘I’ द्वारा दर्शाया जाता है और इसे परिभाषित किया जाता है कि यदि एक कूलॉम (Coulomb) आवेश एक सेकंड में किसी बिंदु से गुजरता है, तो उस बिंदु पर धारा एक एम्पीयर होती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  5. मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (largest gland) कौन सी है?

    • (a) अग्न्याशय (Pancreas)
    • (b) थायराइड (Thyroid)
    • (c) यकृत (Liver)
    • (d) एड्रेनल (Adrenal)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution): मानव शरीर में यकृत (Liver) सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है।

    सिद्धांत (Principle): ग्रंथि (Gland) कोशिकाओं या ऊतकों का एक समूह है जो पदार्थों को स्रावित (secrete) करता है। यकृत पाचन, उपापचय (metabolism) और विषाक्त पदार्थों को निकालने जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य करता है।

    व्याख्या (Explanation): यकृत एक महत्वपूर्ण अंग है जो कई शारीरिक कार्यों में शामिल है। यह अपने आकार और जटिलता के कारण शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि मानी जाती है। अग्न्याशय एक मिश्रित ग्रंथि है जो हार्मोन (जैसे इंसुलिन) और पाचक एंजाइम दोनों स्रावित करती है, लेकिन यकृत से छोटी होती है। थायराइड ग्रंथि गर्दन में स्थित होती है और हार्मोन स्रावित करती है। एड्रेनल ग्रंथि गुर्दे के ऊपर स्थित होती है और हार्मोन स्रावित करती है, लेकिन यह भी यकृत से बहुत छोटी होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  6. लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए किस प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है?

    • (a) आसवन (Distillation)
    • (b) गैल्वनीकरण (Galvanization)
    • (c) निस्पंदन (Filtration)
    • (d) ऊर्ध्वपातन (Sublimation)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए गैल्वनीकरण प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है, जिसमें लोहे पर जस्ते (zinc) की परत चढ़ाई जाती है।

    सिद्धांत (Principle): गैल्वनीकरण एक संक्षारण (corrosion) रोधी प्रक्रिया है। जस्ता लोहे की तुलना में अधिक अभिक्रियाशील (reactive) होता है, इसलिए यह पहले ऑक्सीकृत (oxidized) होता है और लोहे को संक्षारण से बचाता है, भले ही परत में थोड़ी दरार आ जाए।

    व्याख्या (Explanation): जंग लगना लोहे का ऑक्सीकरण है, जो नमी और ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है। गैल्वनीकरण में, लोहे को पिघले हुए जस्ते में डुबोया जाता है, जिससे लोहे की सतह पर जस्ते की एक सुरक्षात्मक परत बन जाती है। यह परत लोहे को हवा और नमी के संपर्क में आने से रोकती है। आसवन, निस्पंदन और ऊर्ध्वपातन शुद्धिकरण की प्रक्रियाएं हैं, न कि लोहे को जंग से बचाने की।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. ध्वनि तरंगें किस प्रकार की तरंगें हैं?

    • (a) अनुप्रस्थ तरंगें (Transverse waves)
    • (b) अनुदैर्ध्य तरंगें (Longitudinal waves)
    • (c) विद्युत चुम्बकीय तरंगें (Electromagnetic waves)
    • (d) कण तरंगें (Particle waves)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): ध्वनि तरंगें अनुदैर्ध्य तरंगें होती हैं, जिनका अर्थ है कि माध्यम के कण तरंग के संचरण की दिशा के समानांतर आगे-पीछे कंपन करते हैं।

    सिद्धांत (Principle): तरंगों को उनके कणों के कंपन की दिशा के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। अनुप्रस्थ तरंगों में, कण माध्यम के संचरण की दिशा के लंबवत कंपन करते हैं (जैसे प्रकाश तरंगें)। अनुदैर्ध्य तरंगों में, कण माध्यम के संचरण की दिशा के समानांतर कंपन करते हैं (जैसे ध्वनि तरंगें)।

    व्याख्या (Explanation): जब ध्वनि हवा में यात्रा करती है, तो हवा के अणु संपीड़न (compressions) और विरलीकरण (rarefactions) के रूप में माध्यम से गुजरते हैं, जो संचरण की दिशा में होते हैं। इसी प्रकार, ठोस और तरल पदार्थों में भी, ध्वनि तरंगें माध्यम के कणों को आगे-पीछे धकेलती हैं। प्रकाश जैसी विद्युत चुम्बकीय तरंगें अनुप्रस्थ होती हैं। कण तरंगें क्वांटम यांत्रिकी से संबंधित हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. मानव आंख में रेटिना (Retina) का क्या कार्य है?

    • (a) प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करना
    • (b) वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करना
    • (c) प्रकाश को विद्युत संकेतों में बदलना
    • (d) आंखों को रंग प्रदान करना

    उत्तर: (c)

    हल (Solution): रेटिना आंख के पीछे स्थित एक परत है जो प्रकाश को विद्युत संकेतों में परिवर्तित करती है, जिन्हें तंत्रिका तंत्र मस्तिष्क तक पहुंचाता है।

    सिद्धांत (Principle): रेटिना में फोटोरिसेप्टर कोशिकाएं (rods और cones) होती हैं जो प्रकाश के प्रति संवेदनशील होती हैं। ये कोशिकाएं प्रकाश ऊर्जा को तंत्रिका आवेगों (nerve impulses) में बदल देती हैं।

    व्याख्या (Explanation): जब प्रकाश आंख में प्रवेश करता है और रेटिना पर पड़ता है, तो रॉड्स और कोन्स सक्रिय हो जाते हैं। कोन्स रंगीन दृष्टि और स्पष्टता के लिए जिम्मेदार होते हैं, जबकि रॉड्स कम रोशनी में देखने के लिए जिम्मेदार होते हैं। ये कोशिकाएं प्रकाश को विद्युत रासायनिक संकेतों में परिवर्तित करती हैं, जो ऑप्टिक तंत्रिका (optic nerve) के माध्यम से मस्तिष्क तक पहुंचते हैं, जहां उन्हें छवियों के रूप में व्याख्यायित किया जाता है। प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करने का कार्य आइरिस (iris) करता है, और वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करने का कार्य लेंस (lens) करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  9. तत्वों को उनकी परमाणु संख्या के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करने वाला आवर्त सारणी (Periodic Table) का नियम किसने प्रतिपादित किया?

    • (a) मेंडेलीव (Mendeleev)
    • (b) डॉबेराइनर (Döbereiner)
    • (c) न्यूलैंड्स (Newlands)
    • (d) मोसले (Moseley)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution): हेनरी मोसले (Henry Moseley) ने 1913 में यह नियम प्रतिपादित किया कि तत्वों के भौतिक और रासायनिक गुण उनकी परमाणु संख्या (atomic number) के आवर्ती फलन (periodic function) होते हैं।

    सिद्धांत (Principle): तत्वों के गुणों को व्यवस्थित करने के विभिन्न प्रयास किए गए हैं। मेंडेलीव ने तत्वों को उनके परमाणु भार (atomic weight) के आधार पर व्यवस्थित किया था, जबकि आधुनिक आवर्त सारणी मोसले के परमाणु संख्या पर आधारित नियम पर आधारित है।

    व्याख्या (Explanation): मेंडेलीव की आवर्त सारणी में कुछ अनियमितताएं थीं क्योंकि कुछ तत्व अपने परमाणु भार के क्रम में फिट नहीं बैठते थे। मोसले ने एक्स-रे स्पेक्ट्रोस्कोपी का उपयोग करके दिखाया कि तत्वों की परमाणु संख्या (जिसमें प्रोटॉन की संख्या होती है) उनकी पहचान का अधिक मौलिक गुण है। इस खोज ने तत्वों के वर्गीकरण में क्रांति ला दी और आधुनिक आवर्त सारणी का आधार बनी। डॉबेराइनर ने ‘त्रिक सिद्धांत’ (Law of Triads) और न्यूलैंड्स ने ‘अष्टक सिद्धांत’ (Law of Octaves) प्रस्तावित किए थे, लेकिन ये नियम अधिक सीमित थे।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  10. मानव रक्त का सामान्य pH मान कितना होता है?

    • (a) 6.8
    • (b) 7.4
    • (c) 8.0
    • (d) 5.5

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): मानव रक्त का सामान्य pH मान लगभग 7.35 से 7.45 के बीच होता है, जिसे औसतन 7.4 माना जाता है।

    सिद्धांत (Principle): pH स्केल 0 से 14 तक होता है, जहां 7 उदासीन (neutral) होता है। 7 से कम pH अम्लीय (acidic) और 7 से अधिक pH क्षारीय (alkaline) या क्षारीय (basic) होता है।

    व्याख्या (Explanation): मानव रक्त थोड़ा क्षारीय होता है। यह थोड़ी सी क्षारियता सुनिश्चित करती है कि शरीर में विभिन्न जैव रासायनिक प्रतिक्रियाएं सुचारू रूप से हो सकें। रक्त pH में थोड़ा सा भी परिवर्तन गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। यकृत (liver) के बाइल (bile) का pH लगभग 7.6-8.6 होता है, पेट का एसिड (stomach acid) बहुत अम्लीय (pH 1.5-3.5) होता है, और मूत्र (urine) का pH भिन्न हो सकता है लेकिन आमतौर पर 4.5-8.0 के बीच होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. किस विटामिन की कमी से स्कर्वी (scurvy) रोग होता है?

    • (a) विटामिन A
    • (b) विटामिन B12
    • (c) विटामिन C
    • (d) विटामिन D

    उत्तर: (c)

    हल (Solution): विटामिन C की कमी से स्कर्वी नामक रोग होता है, जिसमें मसूड़ों से खून आना, थकान और त्वचा पर चोट के निशान प्रमुख लक्षण हैं।

    सिद्धांत (Principle): विटामिन हमारे शरीर के लिए आवश्यक कार्बनिक यौगिक (organic compounds) होते हैं जो विभिन्न शारीरिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण हैं। विटामिन C (एस्कॉर्बिक एसिड) कोलेजन (collagen) के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो संयोजी ऊतकों (connective tissues) का एक आवश्यक घटक है।

    व्याख्या (Explanation): विटामिन C की कमी से कोलेजन का उत्पादन बाधित होता है, जिससे ऊतक कमजोर हो जाते हैं। इससे मसूड़ों में सूजन और रक्तस्राव, त्वचा पर आसानी से चोट लगना, घावों का देर से भरना और सामान्य कमजोरी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। विटामिन A की कमी से रतौंधी (night blindness) होती है। विटामिन B12 की कमी से एनीमिया (anemia) हो सकता है। विटामिन D की कमी से बच्चों में सूखा रोग (rickets) और वयस्कों में ऑस्टियोमलेशिया (osteomalacia) होता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  12. चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) की तीव्रता मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?

    • (a) मैनोमीटर (Manometer)
    • (b) वोल्टमीटर (Voltmeter)
    • (c) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)
    • (d) टैकोमीटर (Tachometer)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution): गैल्वेनोमीटर एक ऐसा उपकरण है जिसका उपयोग विद्युत धारा की उपस्थिति और दिशा का पता लगाने के लिए किया जाता है, और यह चुंबकीय क्षेत्र की उपस्थिति का अप्रत्यक्ष संकेत भी देता है। हालांकि, चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता मापने के लिए अधिक विशिष्ट उपकरण होते हैं, लेकिन गैल्वेनोमीटर मूल रूप से विद्युत चुम्बकत्व से जुड़ा है। (अधिक सटीक उत्तर के लिए ‘टेस्लामीटर’ या ‘गॉसमीटर’ होते हैं, लेकिन दिए गए विकल्पों में, गैल्वेनोमीटर सबसे प्रासंगिक है)।

    सिद्धांत (Principle): गैल्वेनोमीटर विद्युत चुम्बकीय प्रेरण (electromagnetic induction) के सिद्धांत पर कार्य करता है। जब किसी कुंडली (coil) से गुजरने वाली चुंबकीय फ्लक्स (magnetic flux) में परिवर्तन होता है, तो उसमें विद्युत धारा उत्पन्न होती है, जिसे गैल्वेनोमीटर द्वारा मापा जा सकता है।

    व्याख्या (Explanation): मैनोमीटर दाब (pressure) मापने के लिए, वोल्टमीटर विभवांतर (voltage) मापने के लिए, और टैकोमीटर घूर्णन गति (rotational speed) मापने के लिए उपयोग किए जाते हैं। गैल्वेनोमीटर अत्यंत छोटी विद्युत धाराओं का पता लगाने में बहुत संवेदनशील होता है, और इसका उपयोग एमीटर (ammeter) और वोल्टमीटर बनाने में भी किया जाता है। चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता को सीधे मापने के लिए टेस्लामीटर (Teslameter) या गॉसमीटर (Gaussmeter) का प्रयोग होता है, लेकिन यह विकल्प में नहीं है। गैल्वेनोमीटर चुंबकीय क्षेत्र की उपस्थिति या उसके प्रभाव से उत्पन्न धारा को मापने में सहायक है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  13. डीएनए (DNA) में न्यूक्लियोटाइड (nucleotide) के तीन मुख्य घटक क्या हैं?

    • (a) शर्करा, फॉस्फेट, नाइट्रोजन क्षार
    • (b) शर्करा, अमीनो एसिड, फॉस्फेट
    • (c) फैटी एसिड, शर्करा, नाइट्रोजन क्षार
    • (d) फॉस्फेट, अमीनो एसिड, फैटी एसिड

    उत्तर: (a)

    हल (Solution): डीएनए के एक न्यूक्लियोटाइड में एक डीऑक्सीराइबोज शर्करा (deoxyribose sugar), एक फॉस्फेट समूह (phosphate group) और एक नाइट्रोजन युक्त क्षार (nitrogenous base) होता है।

    सिद्धांत (Principle): डीएनए (Deoxyribonucleic Acid) आनुवंशिकता की इकाई है। इसकी संरचना एक डबल हेलिक्स (double helix) होती है, जो न्यूक्लियोटाइड नामक छोटी इकाइयों से बनी होती है।

    व्याख्या (Explanation): प्रत्येक न्यूक्लियोटाइड में तीन प्रमुख भाग होते हैं: एक पेंटोज शर्करा (पांच कार्बन वाला शर्करा), जो डीएनए में डीऑक्सीराइबोज है; एक फॉस्फेट समूह; और एक नाइट्रोजन क्षार। नाइट्रोजन क्षार चार प्रकार के होते हैं: एडेनिन (A), गुआनिन (G), साइटोसिन (C), और थाइमिन (T)। ये क्षार डीएनए की आनुवंशिक कूट (genetic code) बनाते हैं। अमीनो एसिड प्रोटीन के निर्माण खंड हैं, और फैटी एसिड लिपिड के घटक हैं।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  14. ऊष्मा (heat) का एसआई मात्रक क्या है?

    • (a) कैलोरी (Calorie)
    • (b) जूल (Joule)
    • (c) वाट (Watt)
    • (d) डिग्री सेल्सियस (Degree Celsius)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): ऊष्मा (Heat) ऊर्जा का एक रूप है, और ऊर्जा का एसआई मात्रक जूल (Joule) है।

    सिद्धांत (Principle): एसआई प्रणाली में, ऊर्जा, कार्य और ऊष्मा सभी को जूल (J) में मापा जाता है।

    व्याख्या (Explanation): कैलोरी ऊष्मा की एक पुरानी इकाई है, लेकिन जूल अधिक सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत एसआई मात्रक है। वाट (Watt) शक्ति (power) का मात्रक है, जो ऊर्जा के स्थानांतरण की दर है (1 Watt = 1 Joule/second)। डिग्री सेल्सियस (Degree Celsius) तापमान (temperature) मापने की इकाई है, न कि ऊष्मा की मात्रा। ऊष्मा वह ऊर्जा है जो तापमान के अंतर के कारण एक वस्तु से दूसरी वस्तु में स्थानांतरित होती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  15. मानव शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व कौन सा है?

    • (a) कार्बन (Carbon)
    • (b) ऑक्सीजन (Oxygen)
    • (c) हाइड्रोजन (Hydrogen)
    • (d) नाइट्रोजन (Nitrogen)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): मानव शरीर में द्रव्यमान के अनुसार सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला तत्व ऑक्सीजन (लगभग 65%) है।

    सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न तत्व विभिन्न मात्राओं में पाए जाते हैं, जो जीवन के लिए आवश्यक जैव रासायनिक प्रक्रियाओं में भूमिका निभाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): ऑक्सीजन शरीर के भार का लगभग 65% होता है, मुख्य रूप से पानी (H₂O) और कार्बनिक अणुओं के रूप में। कार्बन (लगभग 18.5%) सभी कार्बनिक यौगिकों का आधार है। हाइड्रोजन (लगभग 9.5%) भी पानी और कार्बनिक अणुओं में पाया जाता है। नाइट्रोजन (लगभग 3.2%) प्रोटीन और न्यूक्लिक एसिड का एक महत्वपूर्ण घटक है। अन्य तत्व जैसे कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम आदि कम मात्रा में पाए जाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  16. विद्युत धारा (electric current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?

    • (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
    • (b) ओममीटर (Ohmmeter)
    • (c) एमीटर (Ammeter)
    • (d) वाटमीटर (Wattmeter)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution): विद्युत धारा को मापने के लिए एमीटर (Ammeter) नामक उपकरण का उपयोग किया जाता है।

    सिद्धांत (Principle): एमीटर को परिपथ (circuit) में श्रेणी क्रम (series connection) में जोड़ा जाता है ताकि वह उसमें से प्रवाहित होने वाली पूरी धारा को माप सके।

    व्याख्या (Explanation): वोल्टमीटर विभवांतर (voltage) को मापने के लिए, ओममीटर प्रतिरोध (resistance) को मापने के लिए, और वाटमीटर शक्ति (power) को मापने के लिए उपयोग किए जाते हैं। एमीटर की आंतरिक प्रतिरोधकता (internal resistance) बहुत कम होती है ताकि वह परिपथ की कार्यप्रणाली को प्रभावित न करे।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  17. पौधों में जाइलम (Xylem) का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) भोजन का परिवहन
    • (b) जल और खनिज लवणों का परिवहन
    • (c) प्रकाश संश्लेषण करना
    • (d) श्वसन करना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): जाइलम पौधों में जल और खनिज लवणों को जड़ों से पत्तियों तक ऊपर की ओर ले जाने वाला ऊतक है।

    सिद्धांत (Principle): पौधों को जीवित रहने के लिए जल और खनिज लवणों की आवश्यकता होती है, जिनका अवशोषण जड़ों द्वारा किया जाता है। इन पोषक तत्वों को पौधे के विभिन्न भागों तक पहुंचाने के लिए विशेष ऊतकों का विकास हुआ है।

    व्याख्या (Explanation): जाइलम एक जटिल ऊतक है जो मुख्य रूप से ट्रॅकिड्स (tracheids), वाहिकाओं (vessels), जाइलम पैरेन्काइमा (xylem parenchyma) और जाइलम फाइबर (xylem fibers) से बना होता है। वाहिकाएं और ट्रॅकिड्स जल संवहन के लिए मुख्य वाहक हैं। भोजन का परिवहन फ्लोएम (phloem) द्वारा किया जाता है। प्रकाश संश्लेषण पत्तियों में होता है, और श्वसन सभी जीवित कोशिकाओं में होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. सूर्य के प्रकाश में इंद्रधनुष (rainbow) के सात रंग किस कारण दिखाई देते हैं?

    • (a) परावर्तन (Reflection)
    • (b) अपवर्तन (Refraction)
    • (c) प्रकाश का विक्षेपण (Dispersion of light)
    • (d) विवर्तन (Diffraction)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution): सूर्य के प्रकाश का विक्षेपण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा सफेद प्रकाश को उसके घटक रंगों (VIBGYOR – Violet, Indigo, Blue, Green, Yellow, Orange, Red) में विभाजित किया जाता है, जो इंद्रधनुष का कारण बनता है।

    सिद्धांत (Principle): जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाता है, तो उसका वेग बदल जाता है। विभिन्न रंगों के प्रकाश की तरंगदैर्ध्य (wavelength) भिन्न होती है, इसलिए वे अलग-अलग कोणों पर मुड़ते हैं।

    व्याख्या (Explanation): इंद्रधनुष तब बनता है जब वर्षा की बूंदें प्रिज्म (prism) के रूप में कार्य करती हैं। सूर्य का प्रकाश इन बूंदों में प्रवेश करते समय अपवर्तित (refract) होता है, फिर बूंद की आंतरिक सतह से परावर्तित (reflect) होता है, और अंत में बूंद से बाहर निकलते समय फिर से अपवर्तित होता है। चूंकि प्रत्येक रंग का प्रकाश अलग-अलग कोण पर विक्षेपित होता है, इसलिए हमें सफेद प्रकाश सात अलग-अलग रंगों में बंटा हुआ दिखाई देता है। परावर्तन, अपवर्तन और विवर्तन अन्य महत्वपूर्ण प्रकाशिक घटनाएं हैं, लेकिन इंद्रधनुष के निर्माण के लिए प्रकाश का विक्षेपण मुख्य कारण है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी (smallest bone) कौन सी है?

    • (a) टिबिया (Tibia)
    • (b) स्टेपीज़ (Stapes)
    • (c) फीमर (Femur)
    • (d) ह्यूमरस (Humerus)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी कान के मध्य भाग में स्थित स्टेपीज़ (Stapes) है।

    सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली में विभिन्न आकार और कार्य वाली 206 हड्डियां होती हैं। कान की सबसे छोटी हड्डी ध्वनि तरंगों को मध्य कान से आंतरिक कान तक प्रसारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

    व्याख्या (Explanation): स्टेपीज़, जिसे रकाब (stirrup) भी कहा जाता है, मध्य कान में पाए जाने वाले तीन छोटी हड्डियों (ossicles) में से एक है। इसका आकार लगभग 3×2.5 मिलीमीटर होता है। फीमर (जांघ की हड्डी) मानव शरीर की सबसे लंबी और सबसे मजबूत हड्डी है। टिबिया (शिन बोन) और ह्यूमरस (ऊपरी बांह की हड्डी) भी बड़ी हड्डियां हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  20. रेडियोधर्मिता (Radioactivity) की खोज किसने की थी?

    • (a) मैरी क्यूरी (Marie Curie)
    • (b) हेनरी बेकरेल (Henri Becquerel)
    • (c) अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein)
    • (d) आइजैक न्यूटन (Isaac Newton)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): रेडियोधर्मिता की खोज का श्रेय फ्रांसीसी भौतिक विज्ञानी हेनरी बेकरेल (Henri Becquerel) को जाता है, जिन्होंने 1896 में यूरेनियम लवणों से निकलने वाले रहस्यमय विकिरणों का अवलोकन किया था।

    सिद्धांत (Principle): रेडियोधर्मिता अस्थिर परमाणुओं के नाभिक (nucleus) से विकिरण (radiation) के स्वतः उत्सर्जन की प्रक्रिया है, जिससे वे अधिक स्थिर रूप में परिवर्तित हो जाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): बेकरेल ने देखा कि यूरेनियम लवण अंधेरे में भी फोटोग्राफिक प्लेटों को प्रभावित करते थे। मैरी क्यूरी और उनके पति पियरे क्यूरी ने बाद में इस घटना का गहराई से अध्ययन किया और पोलोनियम और रेडियम जैसे नए रेडियोधर्मी तत्वों की खोज की, साथ ही ‘रेडियोधर्मिता’ शब्द भी गढ़ा। अल्बर्ट आइंस्टीन सापेक्षता के सिद्धांत (theory of relativity) के लिए प्रसिद्ध हैं, और आइजैक न्यूटन गुरुत्वाकर्षण और गति के नियमों के लिए जाने जाते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  21. पौधों में गैसों का आदान-प्रदान (gas exchange) मुख्य रूप से किस संरचना द्वारा होता है?

    • (a) रंध्र (Stomata)
    • (b) मूल रोम (Root hairs)
    • (c) रसांकुर (Villi)
    • (d) फ्लोएम (Phloem)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution): पौधों में कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) का अवशोषण और ऑक्सीजन (O₂) का उत्सर्जन मुख्य रूप से पत्तियों पर पाए जाने वाले छोटे छिद्रों, जिन्हें रंध्र (stomata) कहा जाता है, द्वारा होता है।

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण के लिए पौधों को CO₂ की आवश्यकता होती है, और श्वसन के दौरान वे O₂ लेते हैं और CO₂ छोड़ते हैं। रंध्र इन गैसों के विनिमय के लिए सतह क्षेत्र प्रदान करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्रत्येक रंध्र दो रक्षक कोशिकाओं (guard cells) से घिरा होता है, जो छिद्र के खुलने और बंद होने को नियंत्रित करती हैं। यह नियंत्रित उद्घाटन वाष्पोत्सर्जन (transpiration) के दौरान जल की हानि को भी कम करने में मदद करता है। मूल रोम जड़ों में पाए जाते हैं और जल अवशोषण में मदद करते हैं। रसांकुर छोटी आंत में पाए जाते हैं और पोषक तत्वों के अवशोषण में भूमिका निभाते हैं। फ्लोएम भोजन का परिवहन करता है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  22. इलेक्ट्रॉन की खोज किसने की थी?

    • (a) जे.जे. थॉमसन (J.J. Thomson)
    • (b) अर्नेस्ट रदरफोर्ड (Ernest Rutherford)
    • (c) जॉन डाल्टन (John Dalton)
    • (d) नील्स बोर (Niels Bohr)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution): इलेक्ट्रॉन की खोज 1897 में जे.जे. थॉमसन (J.J. Thomson) द्वारा कैथोड किरणों (cathode rays) के प्रयोगों के माध्यम से की गई थी।

    सिद्धांत (Principle): परमाणु अविभाज्य नहीं होते हैं, बल्कि इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन और न्यूट्रॉन जैसे उप-परमाणु कणों (sub-atomic particles) से बने होते हैं। इलेक्ट्रॉन की खोज ने परमाणु की संरचना के बारे में हमारी समझ को मौलिक रूप से बदल दिया।

    व्याख्या (Explanation): थॉमसन ने दिखाया कि कैथोड किरणें ऋणात्मक रूप से आवेशित कणों की धाराएं हैं, और उन्होंने इन कणों के आवेश-द्रव्यमान अनुपात (charge-to-mass ratio) को निर्धारित किया, जिसे बाद में इलेक्ट्रॉन नाम दिया गया। अर्नेस्ट रदरफोर्ड ने नाभिक (nucleus) और प्रोटॉन की खोज की। जॉन डाल्टन ने परमाणु सिद्धांत (atomic theory) का प्रस्ताव दिया था। नील्स बोर ने परमाणु मॉडल (atomic model) विकसित किया जिसमें इलेक्ट्रॉनों को नाभिक के चारों ओर निश्चित कक्षाओं में घूमते हुए दर्शाया गया था।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  23. हृदय की धड़कन को नियंत्रित करने वाला तंत्रिका तंत्र का भाग कौन सा है?

    • (a) अनुकंपी तंत्रिका तंत्र (Sympathetic nervous system)
    • (b) परानुकंपी तंत्रिका तंत्र (Parasympathetic nervous system)
    • (c) दोनों (a) और (b)
    • (d) स्वायत्त तंत्रिका तंत्र (Autonomic nervous system)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution): हृदय की धड़कन को स्वायत्त तंत्रिका तंत्र (Autonomic Nervous System) द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जिसके दो मुख्य भाग – अनुकंपी और परानुकंपी तंत्रिका तंत्र – अलग-अलग भूमिका निभाते हैं।

    सिद्धांत (Principle): स्वायत्त तंत्रिका तंत्र शरीर के अनैच्छिक कार्यों, जैसे हृदय गति, पाचन और श्वसन को नियंत्रित करता है।

    व्याख्या (Explanation): अनुकंपी तंत्रिका तंत्र (sympathetic nervous system) ‘लड़ो या भागो’ (fight or flight) प्रतिक्रिया में सक्रिय होता है और हृदय गति को बढ़ाता है। दूसरी ओर, परानुकंपी तंत्रिका तंत्र (parasympathetic nervous system) ‘विश्राम और पाचन’ (rest and digest) प्रतिक्रिया में सक्रिय होता है और हृदय गति को धीमा करता है। ये दोनों मिलकर हृदय की धड़कन की दर को बनाए रखते हैं। इसलिए, दोनों प्रणालियां हृदय की धड़कन को नियंत्रित करने में शामिल हैं। विकल्प (d) अधिक व्यापक है, लेकिन (c) इन दोनों विशिष्ट तंत्रिका तंत्रों की भूमिका को स्पष्ट करता है जो सीधे हृदय की धड़कन को प्रभावित करते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  24. निम्न में से कौन सा एक मिश्र धातु (alloy) है?

    • (a) सोना (Gold)
    • (b) लोहा (Iron)
    • (c) पीतल (Brass)
    • (d) सल्फर (Sulfur)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution): पीतल (Brass) एक मिश्र धातु है जो मुख्य रूप से तांबा (copper) और जस्ता (zinc) से बनी होती है।

    सिद्धांत (Principle): मिश्र धातु दो या दो से अधिक तत्वों का समांगी मिश्रण (homogeneous mixture) है, जिनमें से कम से कम एक धातु (metal) होता है। मिश्र धातुओं को अक्सर उनके घटकों की तुलना में बेहतर या विशिष्ट गुण प्राप्त करने के लिए बनाया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): सोना, लोहा और सल्फर तत्व हैं। पीतल को तांबे और जस्ते को मिलाकर बनाया जाता है, जो इसे जंग के प्रति अधिक प्रतिरोधी बनाता है और इसे औजार, बर्तन और सजावटी सामान बनाने में उपयोगी बनाता है। अन्य सामान्य मिश्र धातुओं में कांस्य (bronze – तांबा और टिन), स्टेनलेस स्टील (stainless steel – लोहा, क्रोमियम, निकल) और घंटा धातु (bell metal – तांबा और टिन) शामिल हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  25. मानव मस्तिष्क का कौन सा भाग शरीर के संतुलन (balance) और मुद्रा (posture) को नियंत्रित करता है?

    • (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
    • (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
    • (c) मेडुला ओब्लांगेटा (Medulla Oblongata)
    • (d) थैलेमस (Thalamus)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): अनुमस्तिष्क (Cerebellum) मानव मस्तिष्क का वह भाग है जो मुख्य रूप से शरीर के संतुलन, समन्वय (coordination) और मुद्रा (posture) को नियंत्रित करता है।

    सिद्धांत (Principle): मस्तिष्क के विभिन्न भाग विशिष्ट कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं। अनुमस्तिष्क, मस्तिष्क के पिछले हिस्से में स्थित होता है और मोटर नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क मांसपेशियों की गतिविधियों को ठीक करने, चाल (gait) को नियंत्रित करने और शरीर को सीधा रखने में मदद करता है। प्रमस्तिष्क (Cerebrum) सोचने, सीखने, याद रखने और संवेदनाओं को समझने जैसे उच्च-स्तरीय कार्यों के लिए जिम्मेदार है। मेडुला ओब्लांगेटा (Medulla Oblongata) श्वसन, हृदय गति और रक्तचाप जैसे अनैच्छिक कार्यों को नियंत्रित करता है। थैलेमस (Thalamus) संवेदी सूचनाओं को मस्तिष्क के अन्य भागों तक पहुंचाने का कार्य करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  26. तापमान को केल्विन (Kelvin) पैमाने में बदलने के लिए, सेल्सियस (Celsius) तापमान में कितने जोड़े जाते हैं?

    • (a) 100
    • (b) 273.15
    • (c) 0
    • (d) 373.15

    उत्तर: (b)

    हल (Solution): किसी वस्तु का केल्विन (K) पैमाने में तापमान प्राप्त करने के लिए, सेल्सियस (°C) पैमाने में उसके तापमान में 273.15 जोड़ा जाता है।

    सिद्धांत (Principle): केल्विन तापमान का एसआई मात्रक है, जो पूर्ण शून्य (absolute zero) को 0 K पर परिभाषित करता है। सेल्सियस पैमाने में, पानी का हिमांक 0°C और क्वथनांक 100°C होता है।

    व्याख्या (Explanation): सेल्सियस और केल्विन के बीच संबंध सूत्र K = °C + 273.15 द्वारा दिया जाता है। उदाहरण के लिए, 0°C 273.15 K के बराबर है, और 100°C 373.15 K के बराबर है। पूर्ण शून्य (-273.15°C) 0 K के बराबर होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

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