प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान: सर्बिया में मिले ‘क्रिप्टोनाइट’ से जुड़े रोचक प्रश्न
परिचय:** प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड होता है, जो भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान जैसे मूलभूत विषयों की आपकी समझ का परीक्षण करता है। वर्तमान घटनाओं से जुड़े विज्ञान के प्रश्नों का अभ्यास करना आपको न केवल विषय की गहरी समझ देता है, बल्कि परीक्षा में पूछे जाने वाले पैटर्न को समझने में भी मदद करता है। आइए, हाल ही में सर्बिया में मिले ‘क्रिप्टोनाइट’ जैसे रोचक विषय से प्रेरित कुछ महत्वपूर्ण सामान्य विज्ञान प्रश्नों का अभ्यास करें।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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निम्नलिखित में से कौन सा तत्व रासायनिक रूप से ‘लेड’ (Lead) से अत्यधिक मिलता-जुलता है, जिसके कारण इसका नाम ‘लेड’ से प्रेरित है?
- (a) टाइटेनियम
- (b) लिथियम
- (c) पोलोनियम
- (d) सीज़ियम
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आवर्त सारणी में तत्वों की स्थिति और उनके रासायनिक गुणों के बीच संबंध। समान आवर्त या समूह में स्थित तत्व अक्सर समान रासायनिक गुण प्रदर्शित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): पोलोनियम (Polonium) एक रेडियोधर्मी तत्व है जिसकी खोज मैरी क्यूरी ने की थी। इसका नाम पोलैंड (Poland) के नाम पर रखा गया था। रासायनिक रूप से, पोलोनियम आवर्त सारणी में ऑक्सीजन, सल्फर, सेलेनियम और टेल्यूरियम के नीचे स्थित है, और इसमें टेल्यूरियम के समान गुण होते हैं। हालाँकि, यह कभी-कभी लेड (Pb) के साथ भी कुछ समानताएँ दिखाता है। प्रश्न का संदर्भ “वास्तविक जीवन क्रिप्टोनिट” से था, जिसे लेड के समान गुणों वाले तत्वों से जोड़ा जा सकता था, हालांकि लेड का सीधा संबंध पोलोनियम से नहीं है, पर समान आवर्त में होने के कारण रासायनिक गुणधर्मों में समानता पाई जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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रेडियोधर्मिता की खोज का श्रेय मुख्य रूप से किस वैज्ञानिक को जाता है?
- (a) अल्बर्ट आइंस्टीन
- (b) मैरी क्यूरी
- (c) आइज़ैक न्यूटन
- (d) हेनरी बेकरेल
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वैज्ञानिक खोजों का इतिहास और उनके प्रमुख आविष्कारक।
व्याख्या (Explanation): हेनरी बेकरेल (Henri Becquerel) ने 1896 में गलती से यूरेनियम लवणों से निकलने वाली अदृश्य किरणों की खोज की, जिसे रेडियोधर्मिता के रूप में जाना गया। मैरी क्यूरी (Marie Curie) और पियरे क्यूरी (Pierre Curie) ने इस क्षेत्र में और अधिक शोध किया और नए रेडियोधर्मी तत्वों (जैसे पोलोनियम और रेडियम) की खोज की। हालाँकि, मूल खोज का श्रेय बेकरेल को जाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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किसी पदार्थ की वह क्षमता जो उसे भविष्य में ऊर्जा स्रोत के रूप में उपयोग करने की क्षमता प्रदान कर सकती है, उसे क्या कहा जाता है?
- (a) रासायनिक स्थिरता
- (b) भौतिक घनत्व
- (c) ऊर्जा घनत्व
- (d) तापीय चालकता
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्जा उत्पादन और भंडारण से संबंधित शब्दावली।
व्याख्या (Explanation): ऊर्जा घनत्व (Energy density) किसी पदार्थ की प्रति इकाई आयतन या प्रति इकाई द्रव्यमान में संग्रहीत ऊर्जा की मात्रा का माप है। उच्च ऊर्जा घनत्व वाले पदार्थ भविष्य में ऊर्जा स्रोत के रूप में अधिक उपयोगी हो सकते हैं, जैसे कि उन्नत बैटरी या ईंधन।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सी किरणें सबसे अधिक भेदन क्षमता (penetrating power) रखती हैं?
- (a) अल्फा (α) किरणें
- (b) बीटा (β) किरणें
- (c) गामा (γ) किरणें
- (d) एक्स (X) किरणें
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेडियोधर्मी क्षय के दौरान उत्सर्जित विभिन्न प्रकार की किरणों के गुण।
व्याख्या (Explanation): रेडियोधर्मिता में उत्सर्जित होने वाली अल्फा, बीटा और गामा किरणों में भेदन क्षमता का क्रम: गामा > बीटा > अल्फा। गामा किरणें विद्युत चुम्बकीय विकिरण हैं, जिनमें बहुत कम तरंगदैर्ध्य और उच्च ऊर्जा होती है, जिसके कारण वे अन्य दो की तुलना में अधिक गहराई तक प्रवेश कर सकती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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आवर्त सारणी में पोलोनियम (Po) किस समूह (Group) से संबंधित है?
- (a) समूह 15 (नाइट्रोजन समूह)
- (b) समूह 16 (ऑक्सीजन समूह)
- (c) समूह 17 (हैलोजन समूह)
- (d) समूह 18 (अक्रिय गैस समूह)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आवर्त सारणी में तत्वों की व्यवस्था और उनके समूह।
व्याख्या (Explanation): पोलोनियम (Po) आवर्त सारणी के समूह 16 में स्थित है, जिसे चालकोजेन (Chalcogens) समूह भी कहा जाता है। इस समूह में ऑक्सीजन (O), सल्फर (S), सेलेनियम (Se), टेल्यूरियम (Te), पोलोनियम (Po) और लिवरमोरियम (Lv) शामिल हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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परमाणु ऊर्जा संयंत्रों (Nuclear Power Plants) में मुख्य रूप से किस प्रकार के रेडियोधर्मी तत्व का उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है?
- (a) रेडियम (Ra)
- (b) यूरेनियम (U)
- (c) प्लूटोनियम (Pu)
- (d) थोरियम (Th)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु ऊर्जा उत्पादन में प्रयुक्त होने वाले पदार्थ।
व्याख्या (Explanation): परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में मुख्य रूप से यूरेनियम-235 (²³⁵U) का उपयोग नाभिकीय विखंडन (nuclear fission) द्वारा ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए किया जाता है। प्लूटोनियम (Pu) का उपयोग भी किया जाता है, विशेष रूप से फास्ट ब्रीडर रिएक्टरों में, और थोरियम (Th) एक संभावित भविष्य का ईंधन है, लेकिन वर्तमान में यूरेनियम प्रमुख है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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‘क्रिप्टोनाइट’ शब्द का संबंध आमतौर पर किस काल्पनिक पदार्थ से है, जो सुपरहीरो को कमजोर करता है?
- (a) सोना
- (b) लीड (सीसा)
- (c) प्लूटोनियम
- (d) यूरेनियम
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लोकप्रिय संस्कृति और विज्ञान कथाओं में प्रयुक्त काल्पनिक तत्व।
व्याख्या (Explanation): कॉमिक्स और फिल्मों में, ‘क्रिप्टोनाइट’ (Kryptonite) को सुपरमैन (Superman) का सबसे बड़ा दुश्मन और कमजोरी के रूप में दर्शाया गया है। इसे अक्सर हरे रंग के क्रिस्टल के रूप में दिखाया जाता है, जिसकी काल्पनिक क्षमताएं सुपरमैन को कमजोर करती हैं। हालांकि इसका कोई वास्तविक वैज्ञानिक आधार नहीं है, इसे कभी-कभी लेखों में रूपक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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सर्बिया में पाए जाने वाले एक तत्व के संभावित भविष्य के ऊर्जा स्रोत के रूप में उल्लेख ने किस भौतिक घटना को उजागर किया?
- (a) गुरुत्वाकर्षण
- (b) विद्युत चुम्बकत्व
- (c) नाभिकीय विखंडन/संलयन
- (d) प्रकाश संश्लेषण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्जा उत्पादन के प्रमुख तरीके और रेडियोधर्मी तत्वों की भूमिका।
व्याख्या (Explanation): जब किसी तत्व को भविष्य के ऊर्जा स्रोत के रूप में संदर्भित किया जाता है, खासकर यदि वह रेडियोधर्मी हो, तो यह अक्सर नाभिकीय प्रक्रियाओं जैसे विखंडन (fission) या संलयन (fusion) से जुड़ा होता है, जो अत्यधिक मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न करते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पोलोनियम-210 (²¹⁰Po) की क्षय प्रक्रिया में कौन सी प्राथमिक विकिरण उत्सर्जित होती है?
- (a) गामा किरणें
- (b) एक्स-किरणें
- (c) अल्फा कण
- (d) न्यूट्रॉन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विशिष्ट रेडियोसमस्थानिकों (radioisotopes) का क्षय प्रकार।
व्याख्या (Explanation): पोलोनियम-210 (²¹⁰Po) एक अल्फा उत्सर्जक (alpha emitter) है। यह क्षय होकर लेड-206 (²⁰⁶Pb) में परिवर्तित होता है, इस प्रक्रिया में एक अल्फा कण (जो हीलियम नाभिक के समान होता है) उत्सर्जित करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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नाभिकीय रिएक्टरों में मंदक (moderator) का मुख्य कार्य क्या होता है?
- (a) तीव्र न्यूट्रॉन को धीमा करना
- (b) उत्सर्जित गामा किरणों को अवशोषित करना
- (c) श्रृंखला अभिक्रिया को रोकना
- (d) रिएक्टर को ठंडा करना
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाभिकीय विखंडन श्रृंखला अभिक्रिया के लिए आवश्यक स्थितियाँ।
व्याख्या (Explanation): नाभिकीय विखंडन में, विखंडन से उत्पन्न न्यूट्रॉन बहुत तीव्र गति से चलते हैं। यूरेनियम-235 जैसे विखंडनीय पदार्थ के साथ प्रभावी ढंग से श्रृंखला अभिक्रिया (chain reaction) जारी रखने के लिए, इन तीव्र न्यूट्रॉन को धीमा करने की आवश्यकता होती है। यह कार्य मंदक (जैसे भारी जल या ग्रेफाइट) द्वारा किया जाता है, जिससे न्यूट्रॉन ऊष्मीय न्यूट्रॉन (thermal neutrons) बन जाते हैं, जो विखंडन के लिए अधिक उपयुक्त होते हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा विकल्प ‘ऊर्जा घनत्व’ (Energy Density) की सही परिभाषा को दर्शाता है?
- (a) किसी वस्तु का कुल भार
- (b) किसी पदार्थ के प्रति इकाई आयतन में संग्रहीत ऊर्जा
- (c) किसी पदार्थ की ऊष्मा धारण क्षमता
- (d) किसी अभिक्रिया की दर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिकी में प्रयुक्त प्रमुख मापदंडों की परिभाषाएँ।
व्याख्या (Explanation): ऊर्जा घनत्व (Energy Density) किसी पदार्थ के प्रति इकाई आयतन (volumetric energy density) या प्रति इकाई द्रव्यमान (gravimetric energy density) में संग्रहीत ऊर्जा की मात्रा को मापता है। यह बैटरी, ईंधन या विस्फोटक की क्षमता का एक महत्वपूर्ण संकेतक है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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रेडियोधर्मी समस्थानिकों (Radioactive Isotopes) का क्षय किस प्रकार की अभिक्रिया है?
- (a) भौतिक परिवर्तन
- (b) रासायनिक परिवर्तन
- (c) नाभिकीय परिवर्तन
- (d) जैविक परिवर्तन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक परिवर्तन और उनकी प्रकृति।
व्याख्या (Explanation): रेडियोधर्मी क्षय में, परमाणु का नाभिक (nucleus) अस्थिर होता है और अधिक स्थिर अवस्था में जाने के लिए कणों (जैसे अल्फा, बीटा) या ऊर्जा (जैसे गामा) का उत्सर्जन करता है। यह प्रक्रिया परमाणु के नाभिक को प्रभावित करती है, इसलिए यह एक नाभिकीय परिवर्तन (nuclear change) है, न कि केवल परमाणुओं की पुनर्व्यवस्था (रासायनिक परिवर्तन) या अवस्था परिवर्तन (भौतिक परिवर्तन)।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion) के लिए अत्यधिक उच्च तापमान और दबाव की आवश्यकता क्यों होती है?
- (a) परमाणुओं के इलेक्ट्रॉनों को आयनित करने के लिए
- (b) नाभिकों के बीच कूलम्ब प्रतिकर्षण (Coulomb repulsion) को दूर करने के लिए
- (c) न्यूट्रॉन को धीमा करने के लिए
- (d) नाभिकीय विखंडन को प्रेरित करने के लिए
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाभिकीय संलयन की प्रक्रिया और उसके लिए आवश्यक शर्तें।
व्याख्या (Explanation): नाभिकीय संलयन में, दो हल्के नाभिक मिलकर एक भारी नाभिक बनाते हैं। चूँकि नाभिकों पर धनात्मक आवेश होता है, वे एक-दूसरे को विद्युत स्थैतिक रूप से प्रतिकर्षित करते हैं (कूलम्ब प्रतिकर्षण)। इस प्रतिकर्षण को दूर करने और नाभिकों को एक-दूसरे के बहुत करीब लाने के लिए (ताकि प्रबल नाभिकीय बल (strong nuclear force) कार्य कर सके), अत्यधिक उच्च तापमान और दबाव की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा एक अक्रिय गैस (Noble Gas) का उदाहरण है?
- (a) नाइट्रोजन (N)
- (b) ऑक्सीजन (O)
- (c) आर्गन (Ar)
- (d) क्लोरीन (Cl)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आवर्त सारणी के समूह 18 के तत्वों के गुण।
व्याख्या (Explanation): आर्गन (Ar) आवर्त सारणी के समूह 18 में स्थित एक अक्रिय गैस है। अक्रिय गैसें अपनी पूर्ण संयोजी कोश (valence shell) के कारण रासायनिक रूप से बहुत कम क्रियाशील होती हैं। नाइट्रोजन एक अधातु है, ऑक्सीजन एक अधातु है, और क्लोरीन एक हैलोजन (अक्रिय गैसों के ठीक बाईं ओर) है, जो अत्यधिक क्रियाशील है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एक परमाणु के नाभिक में पाए जाने वाले कण कौन से हैं?
- (a) इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन
- (b) प्रोटॉन और न्यूट्रॉन
- (c) इलेक्ट्रॉन और न्यूट्रॉन
- (d) केवल प्रोटॉन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परमाणु की संरचना और उसके मूल कणों का स्थान।
व्याख्या (Explanation): परमाणु के नाभिक (nucleus) में प्रोटॉन (धनात्मक आवेशित) और न्यूट्रॉन (अनावेशित) पाए जाते हैं। इलेक्ट्रॉन (ऋणात्मक आवेशित) नाभिक के चारों ओर विभिन्न कक्षाओं (orbits) में परिक्रमा करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किसी पदार्थ का मेल्टिंग पॉइंट (Melting Point) या गलनांक किस प्रकार का गुण है?
- (a) रासायनिक गुण
- (b) भौतिक गुण
- (c) नाभिकीय गुण
- (d) ऊष्मीय गुण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिक और रासायनिक गुणों के बीच अंतर।
व्याख्या (Explanation): गलनांक (Melting Point) वह तापमान है जिस पर कोई पदार्थ ठोस अवस्था से द्रव अवस्था में परिवर्तित होता है। यह परिवर्तन पदार्थ की रासायनिक संरचना को बदले बिना होता है, इसलिए यह एक भौतिक गुण (physical property) है। रासायनिक गुण वे होते हैं जो किसी पदार्थ की रासायनिक पहचान या संरचना से संबंधित होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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यदि कोई पदार्थ अत्यंत उच्च ऊर्जा घनत्व वाला है, तो इसका क्या मतलब हो सकता है?
- (a) वह पदार्थ बहुत हल्का है
- (b) वह पदार्थ बहुत कम मात्रा में ही बड़ी ऊर्जा उत्पन्न कर सकता है
- (c) वह पदार्थ बहुत धीरे-धीरे अभिक्रिया करता है
- (d) वह पदार्थ कमरे के तापमान पर ठोस रहता है
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊर्जा घनत्व और उसकी व्यावहारिक उपयोगिता का संबंध।
व्याख्या (Explanation): उच्च ऊर्जा घनत्व का अर्थ है कि पदार्थ की छोटी मात्रा भी बड़ी मात्रा में ऊर्जा संग्रहीत कर सकती है या जारी कर सकती है। यह इसे ऊर्जा भंडारण (जैसे बैटरी) या ऊर्जा उत्पादन (जैसे ईंधन) के लिए बहुत कुशल बनाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पोलोनियम की खोज किस वैज्ञानिक ने की थी?
- (a) आइज़ैक न्यूटन
- (b) मैरी क्यूरी
- (c) अल्बर्ट आइंस्टीन
- (d) गैलीलियो गैलीली
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोजों का श्रेय।
व्याख्या (Explanation): पोलोनियम (Polonium) नामक तत्व की खोज मैरी क्यूरी (Marie Curie) ने 1898 में की थी। उन्होंने इस तत्व का नाम अपने देश पोलैंड (Poland) के नाम पर रखा था।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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रेडियोधर्मिता से संबंधित ‘अर्धायु’ (Half-life) क्या है?
- (a) किसी रेडियोधर्मी पदार्थ का पूरी तरह क्षय होने में लगने वाला कुल समय
- (b) किसी रेडियोधर्मी पदार्थ के विघटित होकर अपनी मूल मात्रा का आधा रह जाने में लगने वाला समय
- (c) किसी रेडियोधर्मी पदार्थ के ऊर्जा उत्सर्जित करने की दर
- (d) रेडियोधर्मी विकिरण की भेदन क्षमता
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रेडियोधर्मी क्षय का मापन।
व्याख्या (Explanation): अर्धायु (Half-life) एक विशिष्ट रेडियोधर्मी समस्थानिक के लिए एक निश्चित समयावधि है, जिसके दौरान मूल नमूने में मौजूद रेडियोधर्मी नाभिकों की संख्या आधी हो जाती है। यह रेडियोधर्मिता की दर को मापने का एक तरीका है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बन-14 (¹⁴C) जैसे रेडियोधर्मी समस्थानिकों का उपयोग किस क्षेत्र में किया जाता है?
- (a) चिकित्सा इमेजिंग
- (b) उम्र निर्धारण (Radiocarbon dating)
- (c) परमाणु ऊर्जा उत्पादन
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न रेडियोधर्मी समस्थानिकों के अनुप्रयोग।
व्याख्या (Explanation): कार्बन-14 (¹⁴C) का उपयोग जीवाश्मों और पुरातत्विक नमूनों की आयु निर्धारित करने के लिए ‘रेडियोकार्बन डेटिंग’ में किया जाता है। अन्य रेडियोधर्मी समस्थानिकों का उपयोग चिकित्सा इमेजिंग (जैसे टेक्नेटियम-99m) और परमाणु ऊर्जा उत्पादन (जैसे यूरेनियम) में भी बड़े पैमाने पर किया जाता है। इसलिए, सभी विकल्प आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से सही हैं, लेकिन ‘उपरोक्त सभी’ सबसे व्यापक उत्तर है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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हाइड्रोजन बम (Hydrogen Bomb) किस सिद्धांत पर आधारित है?
- (a) नाभिकीय विखंडन (Nuclear Fission)
- (b) नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)
- (c) रासायनिक दहन
- (d) गुरुत्वाकर्षण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रमुख ऊर्जा जारी करने वाली प्रक्रियाएं।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोजन बम, जिसे थर्मोन्यूक्लियर बम (thermonuclear bomb) भी कहा जाता है, अत्यधिक शक्तिशाली विस्फोटक उपकरण है जो नाभिकीय संलयन (nuclear fusion) के सिद्धांत पर काम करता है। इसमें ड्यूटेरियम (Deuterium) और ट्रिटियम (Tritium) जैसे हाइड्रोजन के समस्थानिकों को उच्च तापमान और दबाव पर मिलाकर हीलियम नाभिक बनाए जाते हैं, जिससे भारी मात्रा में ऊर्जा निकलती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में ऊर्जा का उत्पादन मुख्य रूप से किस प्रक्रिया द्वारा होता है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (b) श्वसन (Respiration)
- (c) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (d) संघनन (Condensation)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीव विज्ञान में ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रियाएं।
व्याख्या (Explanation): जीवों में, ऊर्जा का उत्पादन मुख्य रूप से कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) नामक प्रक्रिया द्वारा होता है। इस प्रक्रिया में, ग्लूकोज जैसे कार्बनिक अणुओं को ऑक्सीजन का उपयोग करके तोड़ा जाता है, जिससे ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) के रूप में ऊर्जा मुक्त होती है। प्रकाश संश्लेषण पौधों द्वारा ऊर्जा बनाने की प्रक्रिया है, वाष्पीकरण और संघनन भौतिक प्रक्रियाएं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जीवित जीवों में आनुवंशिक जानकारी का वाहक कौन है?
- (a) प्रोटीन
- (b) वसा
- (c) कार्बोहाइड्रेट
- (d) डी.एन.ए. (DNA)
उत्तर: (d)हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका जीव विज्ञान और आनुवंशिकी के मूल सिद्धांत।
व्याख्या (Explanation): डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (DNA) एक बहुलक (polymer) है जो सभी ज्ञात जीवित जीवों में आनुवंशिक जानकारी को वहन करता है। यह आनुवंशिक कोड (genetic code) के रूप में सभी प्रोटीन के संश्लेषण के लिए निर्देश संग्रहीत करता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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पौधे प्रकाश संश्लेषण के दौरान कौन सी गैस अवशोषित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन (O₂)
- (b) नाइट्रोजन (N₂)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
- (d) मीथेन (CH₄)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण की रासायनिक अभिक्रिया।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधे सूर्य के प्रकाश, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं और ऑक्सीजन को सह-उत्पाद के रूप में छोड़ते हैं। अभिक्रिया है: 6CO₂ + 6H₂O + सूर्य का प्रकाश → C₆H₁₂O₆ + 6O₂।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर की प्रमुख शारीरिक रचना और उनके कार्य।
व्याख्या (Explanation): मानव शरीर में यकृत (Liver) सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है, जिसका भार लगभग 1.5 किलोग्राम होता है। यह कई महत्वपूर्ण कार्य करता है, जैसे पित्त का उत्पादन, विषाक्त पदार्थों को दूर करना और चयापचय में सहायता करना।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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रोगों का अध्ययन क्या कहलाता है?
- (a) हिस्टोलॉजी (Histology)
- (b) पैथोलॉजी (Pathology)
- (c) वायरोलॉजी (Virology)
- (d) माइकोलॉजी (Mycology)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीव विज्ञान की विभिन्न शाखाओं की परिभाषाएँ।
व्याख्या (Explanation): पैथोलॉजी (Pathology) रोगों के कारण (etiology), विकास (pathogenesis), और शरीर पर उनके प्रभाव का अध्ययन है। हिस्टोलॉजी ऊतकों का अध्ययन है, वायरोलॉजी वायरस का अध्ययन है, और माइकोलॉजी कवक का अध्ययन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।