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प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान: माया सभ्यता के पतन से प्रेरित महत्वपूर्ण प्रश्न

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सामान्य विज्ञान: माया सभ्यता के पतन से प्रेरित महत्वपूर्ण प्रश्न

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह खंड भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के विविध पहलुओं को कवर करने वाले प्रश्नों का एक सेट प्रस्तुत करता है, जो आपकी तैयारी को परखने और अवधारणाओं को मजबूत करने में मदद करेगा। माया सभ्यता के पतन जैसे ऐतिहासिक घटनाक्रम हमें प्रकृति और मानव समाज के बीच जटिल अंतःक्रियाओं को समझने के लिए प्रेरित करते हैं, और इसी तरह विज्ञान भी हमें अपने आस-पास की दुनिया को समझने की कुंजी प्रदान करता है।


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. प्रश्न 1: माया सभ्यता के पतन के बहुआयामी कारणों में सूखा एक प्रमुख कारक था। सूखा से संबंधित निम्न में से कौन सी पर्यावरणीय प्रक्रिया वायुमंडल से जलवाष्प की मात्रा को सीधे प्रभावित करती है?

    • (a) अवसादन (Sedimentation)
    • (b) वाष्पीकरण (Evaporation)
    • (c) संघनन (Condensation)
    • (d) हिमनदी (Glaciation)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जल चक्र (Water Cycle) में वाष्पीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा तरल जल, जैसे कि महासागरों, झीलों और नदियों से, जलवाष्प (गैस) में परिवर्तित हो जाता है और वायुमंडल में चला जाता है।

    व्याख्या (Explanation): वाष्पीकरण सीधे वायुमंडल में जलवाष्प की मात्रा को बढ़ाता है। जब वाष्पीकरण की दर कम हो जाती है, तो वायुमंडल में उपलब्ध जलवाष्प की मात्रा घट जाती है, जिससे वर्षा में कमी आती है और सूखा पड़ता है। अवसादन ठोस कणों का पानी में डूबना है, संघनन जलवाष्प का तरल में बदलना है, और हिमनदी बर्फ का निर्माण है। ये सभी वाष्पीकरण की तुलना में वायुमंडल में जलवाष्प की मात्रा को सीधे प्रभावित नहीं करते।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  2. प्रश्न 2: माया सभ्यता के कृषि पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन करते समय, मिट्टी के कटाव (soil erosion) को समझना महत्वपूर्ण है। मिट्टी के कटाव का मुख्य कारण क्या है?

    • (a) पौधों द्वारा पोषक तत्वों का अवशोषण
    • (b) हवा और पानी का क्षरणकारी बल
    • (c) भूमिगत जल का स्तर बढ़ना
    • (d) सूक्ष्मजीवों द्वारा कार्बनिक पदार्थों का अपघटन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मिट्टी का कटाव मिट्टी की ऊपरी परत का हवा, पानी या गुरुत्वाकर्षण जैसी प्राकृतिक शक्तियों द्वारा हटा दिया जाना है।

    व्याख्या (Explanation): हवा और पानी का गतिशील बल मिट्टी के कणों को ढीला कर सकता है और उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा सकता है, जिससे मिट्टी का कटाव होता है। पौधों द्वारा पोषक तत्वों का अवशोषण मिट्टी को थोड़ा उपजाऊ बना सकता है, भूमिगत जल का स्तर बढ़ना कटाव का सीधा कारण नहीं है, और कार्बनिक पदार्थों का अपघटन मिट्टी के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. प्रश्न 3: माया संस्कृति में बड़े पैमाने पर जल प्रबंधन प्रणालियाँ थीं। जल की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए प्राचीन काल में किस रासायनिक प्रक्रिया का उपयोग किया जा सकता था?

    • (a) आसवन (Distillation)
    • (b) निस्पंदन (Filtration)
    • (c) क्रिस्टलीकरण (Crystallization)
    • (d) उदासीनीकरण (Neutralization)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): निस्पंदन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक मिश्रण से ठोस कणों को एक झिल्ली या फिल्टर के माध्यम से हटा दिया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): जल स्रोतों से अशुद्धियों, जैसे मिट्टी के कणों और अन्य निलंबित ठोस पदार्थों को हटाने के लिए निस्पंदन का उपयोग किया जा सकता है। आसवन पानी को उबालकर और फिर वाष्प को संघनित करके शुद्ध करता है, जो जटिल हो सकता है। क्रिस्टलीकरण एक घोल से शुद्ध ठोस प्राप्त करने की प्रक्रिया है। उदासीनीकरण एक अम्ल और क्षार के बीच प्रतिक्रिया है। प्राचीन काल में, निस्पंदन सबसे व्यावहारिक तरीका था।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. प्रश्न 4: माया सभ्यता के अंत के कई सिद्धांतों में से एक पर्यावरणीय गिरावट है। यदि भूमि को लंबे समय तक गहन खेती के लिए इस्तेमाल किया जाए, तो मिट्टी में किस पोषक तत्व की कमी सबसे पहले महसूस की जा सकती है?

    • (a) नाइट्रोजन (Nitrogen)
    • (b) पोटेशियम (Potassium)
    • (c) फास्फोरस (Phosphorus)
    • (d) सल्फर (Sulfur)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों के विकास के लिए आवश्यक मैक्रोन्यूट्रिएंट्स में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम शामिल हैं। नाइट्रोजन विशेष रूप से पर्णहरित (chlorophyll) और प्रोटीन के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है, और यह अक्सर मिट्टी से सबसे जल्दी समाप्त हो जाता है क्योंकि पौधे इसका बहुत अधिक उपयोग करते हैं और यह लीचिंग (leaching) के प्रति संवेदनशील होता है।

    व्याख्या (Explanation): गहन खेती के तहत, पौधे तेजी से मिट्टी से नाइट्रोजन को अवशोषित करते हैं। फसल चक्र या खाद (manure) के बिना, मिट्टी में नाइट्रोजन का स्तर तेजी से गिर जाता है, जिससे पौधों की वृद्धि बाधित होती है। हालांकि अन्य पोषक तत्व भी महत्वपूर्ण हैं, नाइट्रोजन की कमी आमतौर पर सबसे पहले दिखाई देती है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  5. प्रश्न 5: माया सभ्यता के पतन का संबंध जल संसाधनों के प्रबंधन से भी जोड़ा जाता है। वर्षा जल को जमा करने के लिए उपयोग की जाने वाली भूमिगत संरचनाओं के कारण, किन जीवाणुओं (bacteria) के पनपने की संभावना बढ़ जाती है?

    • (a) लैक्टोबैसिलस (Lactobacillus)
    • (b) ई. कोलाई (E. coli)
    • (c) स्ट्रेप्टोकोकस (Streptococcus)
    • (d) साल्मोनेला (Salmonella)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ई. कोलाई (Escherichia coli) एक जीवाणु है जो आम तौर पर मानव और पशु आंतों में पाया जाता है। इसकी उपस्थिति अक्सर मल-संदूषण (fecal contamination) का संकेत देती है।

    व्याख्या (Explanation): यदि जल भंडारण संरचनाएं मल से दूषित हो जाती हैं, तो ई. कोलाई जैसे जीवाणु पनप सकते हैं, जिससे जल जनित बीमारियाँ फैल सकती हैं। लैक्टोबैसिलस प्रोबायोटिक्स में पाया जाता है, स्ट्रेप्टोकोकस गले के संक्रमण का कारण बन सकता है, और साल्मोनेला खाद्य विषाक्तता का कारण बन सकता है, लेकिन ई. कोलाई जल संदूषण का एक प्रमुख संकेतक है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. प्रश्न 6: माया सभ्यता द्वारा बड़े पैमाने पर निर्माण के लिए प्रयुक्त चूना पत्थर (limestone) एक अवसादी चट्टान (sedimentary rock) है। चूना पत्थर का मुख्य रासायनिक घटक क्या है?

    • (a) सिलिकॉन डाइऑक्साइड (SiO₂)
    • (b) कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO₃)
    • (c) एल्यूमीनियम ऑक्साइड (Al₂O₃)
    • (d) सोडियम क्लोराइड (NaCl)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): चूना पत्थर मुख्य रूप से कैल्शियम कार्बोनेट (CaCO₃) से बनी एक अवसादी चट्टान है।

    व्याख्या (Explanation): कैल्शियम कार्बोनेट समुद्री जीवों के कंकालों और खोलों से बनता है जो समुद्र तल पर जमा हो जाते हैं। यह विभिन्न रूपों में पाया जाता है, जैसे कैल्साइट और अरगोनाइट। सिलिकॉन डाइऑक्साइड रेत में पाया जाता है, एल्यूमीनियम ऑक्साइड बॉक्साइट अयस्क में होता है, और सोडियम क्लोराइड सामान्य नमक है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. प्रश्न 7: माया सभ्यता के अंत से जुड़े अति-उपभोग (overconsumption) के सिद्धांत को देखें। यदि किसी क्षेत्र में वृक्षों की कटाई अत्यधिक हो जाती है, तो क्या प्रभाव पड़ सकता है?

    • (a) मिट्टी की जल धारण क्षमता में वृद्धि
    • (b) स्थानीय जलवायु में शीतलन
    • (c) वायुमंडल में ऑक्सीजन के स्तर में वृद्धि
    • (d) भूस्खलन का खतरा बढ़ना

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पेड़ अपनी जड़ों से मिट्टी को बांधे रखते हैं, जिससे मिट्टी का कटाव रुकता है और भूस्खलन का खतरा कम होता है।

    व्याख्या (Explanation): अत्यधिक वनों की कटाई से मिट्टी अपनी पकड़ खो देती है। जब बारिश होती है, तो ढलानों पर मिट्टी अस्थिर हो जाती है, जिससे भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है। पेड़ वाष्पोत्सर्जन (transpiration) के माध्यम से स्थानीय जलवायु को ठंडा करने में मदद करते हैं और प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) के माध्यम से ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं, लेकिन भूस्खलन का सीधा संबंध जड़ों के कमजोर होने से है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  8. प्रश्न 8: माया लोग उन्नत खगोलशास्त्री थे। पृथ्वी पर दिन और रात का कारण क्या है?

    • (a) पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर परिक्रमण (Revolution)
    • (b) पृथ्वी का अपनी धुरी पर घूर्णन (Rotation)
    • (c) चंद्रमा का पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमण
    • (d) सूर्य की अपनी धुरी पर घूर्णन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का अपनी धुरी पर लगभग 24 घंटे में एक बार घूमना (घूर्णन) दिन और रात का कारण बनता है।

    व्याख्या (Explanation): जब पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है, तो उसका एक हिस्सा सूर्य के सामने होता है (दिन) और दूसरा हिस्सा सूर्य से दूर होता है (रात)। सूर्य के चारों ओर पृथ्वी का परिक्रमण वर्ष के मौसमों का कारण बनता है। चंद्रमा का परिक्रमण ज्वार-भाटा का मुख्य कारण है। सूर्य का घूर्णन पृथ्वी पर दिन-रात का कारण नहीं बनता।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  9. प्रश्न 9: माया सभ्यता के कृषि को जल की कमी से हुए नुकसान का अध्ययन करते समय, पौधों में जल की कमी के कारण होने वाले मुरझाने (wilting) के लिए कौन सा ऊतक (tissue) जिम्मेदार होता है?

    • (a) जाइलम (Xylem)
    • (b) फ्लोएम (Phloem)
    • (c) मेरिस्टेम (Meristem)
    • (d) पैरेन्काइमा (Parenchyma)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पैरेन्काइमा कोशिकाएं पौधों में कई कार्य करती हैं, जिनमें जल भंडारण और समर्थन शामिल है। जब पौधों में पानी की कमी होती है, तो पैरेन्काइमा कोशिकाएं अपनी स्फीति दाब (turgor pressure) खो देती हैं, जिससे पौधे मुरझा जाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जाइलम जल और खनिज लवणों के परिवहन के लिए जिम्मेदार है, फ्लोएम शर्करा का परिवहन करता है, और मेरिस्टेम कोशिकाएं कोशिका विभाजन के लिए जिम्मेदार हैं। पैरेन्काइमा, विशेष रूप से कोलेनकाइमा (collenchyma) और स्क्लेरेन्काइमा (sclerenchyma) के साथ, पौधे को संरचनात्मक सहायता प्रदान करता है। जल की कमी होने पर पैरेन्काइमा कोशिकाओं के स्फीति दाब में कमी पौधे को मुरझा देती है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  10. प्रश्न 10: माया सभ्यता के पतन के अध्ययन में, जलवायु परिवर्तन की भूमिका पर भी विचार किया जाता है। कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) वायुमंडल में एक महत्वपूर्ण ग्रीनहाउस गैस है। निम्नलिखित में से कौन सा कथन CO₂ के बारे में सत्य है?

    • (a) यह प्रकाश संश्लेषण के लिए पौधों द्वारा उत्सर्जित की जाती है।
    • (b) यह श्वसन (respiration) के दौरान जीवों द्वारा अवशोषित की जाती है।
    • (c) यह ऊष्मा को अवशोषित करके पृथ्वी को गर्म रखने में मदद करती है।
    • (d) यह ओजोन परत को नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कार्बन डाइऑक्साइड एक ग्रीनहाउस गैस है, जिसका अर्थ है कि यह पृथ्वी द्वारा उत्सर्जित अवरक्त विकिरण (infrared radiation) को अवशोषित करती है और इसे वायुमंडल में वापस विकीर्ण करती है, जिससे पृथ्वी की सतह का तापमान बढ़ जाता है।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण में CO₂ अवशोषित की जाती है, उत्सर्जित नहीं। श्वसन के दौरान जीव CO₂ उत्सर्जित करते हैं, अवशोषित नहीं। ओजोन परत को नष्ट करने वाली गैसें मुख्य रूप से क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFCs) हैं। CO₂ का ग्रीनहाउस प्रभाव वैश्विक तापन के लिए जिम्मेदार है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  11. प्रश्न 11: माया चिकित्सा प्रणालियों का अध्ययन करते समय, जड़ी-बूटियों के उपयोग का पता लगाया जा सकता है। यदि कोई जड़ी-बूटी एंटीसेप्टिक (antiseptic) गुणों वाली है, तो इसका मतलब है कि वह क्या कर सकती है?

    • (a) रक्त को गाढ़ा करना
    • (b) सूक्ष्मजीवों के विकास को रोकना या मारना
    • (c) शरीर के तापमान को कम करना
    • (d) दर्द को बढ़ाना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एंटीसेप्टिक वे पदार्थ होते हैं जो त्वचा या ऊतकों पर सूक्ष्मजीवों के विकास को रोकते हैं या उन्हें मारते हैं।

    व्याख्या (Explanation): एंटीसेप्टिक का उपयोग घावों को साफ करने और संक्रमण को रोकने के लिए किया जाता है। रक्त को गाढ़ा करना जमावट (coagulation) से संबंधित है, तापमान कम करना ज्वरनाशक (antipyretic) का कार्य है, और दर्द बढ़ाना एनाल्जेसिक (analgesic) के विपरीत है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. प्रश्न 12: माया सभ्यता ने धातु विज्ञान (metallurgy) के क्षेत्र में भी प्रगति की, हालांकि पत्थर के औजारों का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता था। सोने का गलनांक (melting point) लगभग 1064 °C है। यह दर्शाता है कि सोना कमरे के तापमान पर किस अवस्था में होता है?

    • (a) गैसीय (Gaseous)
    • (b) द्रव (Liquid)
    • (c) ठोस (Solid)
    • (d) प्लाज्मा (Plasma)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ का गलनांक वह तापमान होता है जिस पर वह ठोस से द्रव अवस्था में परिवर्तित होता है।

    व्याख्या (Explanation): कमरे का तापमान (लगभग 20-25 °C) सोने के गलनांक (1064 °C) से बहुत कम है। इसलिए, सामान्य परिस्थितियों में सोना ठोस अवस्था में पाया जाता है। गैसीय, द्रव और प्लाज्मा अवस्थाएं उच्च तापमान पर प्राप्त होती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  13. प्रश्न 13: माया सभ्यता के ग्रंथों में जटिल प्रतीकों का उपयोग किया गया था। निम्नलिखित में से कौन सा जीव विज्ञान में आनुवंशिकता (heredity) के अध्ययन से संबंधित है?

    • (a) कोशिका (Cell)
    • (b) जीन (Gene)
    • (c) ऊतक (Tissue)
    • (d) अंग (Organ)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जीन आनुवंशिक जानकारी की मूल इकाइयाँ हैं जो माता-पिता से संतानों में गुणों के हस्तांतरण को निर्धारित करती हैं।

    व्याख्या (Explanation): जीन डीएनए (Deoxyribonucleic acid) के खंड होते हैं जो विशिष्ट प्रोटीन के संश्लेषण को निर्देशित करते हैं, जो बदले में जीवों की संरचना और कार्य को निर्धारित करते हैं। कोशिका जीवन की मूल इकाई है, ऊतक कोशिकाओं का समूह है, और अंग ऊतकों से बने होते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. प्रश्न 14: माया वास्तुकला में चूना पत्थर को संसाधित करने के लिए, उन्हें संभवतः ऊष्मा का उपयोग करना पड़ता था। ऊष्मा के स्थानांतरण की सबसे धीमी विधि कौन सी है?

    • (a) चालन (Conduction)
    • (b) संवहन (Convection)
    • (c) विकिरण (Radiation)
    • (d) उपरोक्त सभी समान दर से

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊष्मा स्थानांतरण की तीन मुख्य विधियाँ हैं: चालन (ठोसों में), संवहन (तरलों और गैसों में), और विकिरण (तरंगों द्वारा, माध्यम की आवश्यकता नहीं)। सामान्यतः, ठोसों में ऊष्मा चालन द्वारा धीरे-धीरे स्थानांतरित होती है, जबकि संवहन और विकिरण अधिक कुशल हो सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): चालन में, ऊष्मा कणों के कंपन और टक्कर के माध्यम से स्थानांतरित होती है। यह प्रक्रिया आमतौर पर धीमी होती है, खासकर गैर-धातु ठोस पदार्थों में। संवहन में, पदार्थ का वास्तविक संचलन ऊष्मा को ले जाता है, और विकिरण विद्युत चुम्बकीय तरंगों द्वारा होता है, जो बहुत तेज़ हो सकता है (जैसे सूर्य से ऊष्मा)।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  15. प्रश्न 15: माया सभ्यता के बड़े शहरों में स्वच्छता एक चुनौती रही होगी। निम्नलिखित में से कौन सा रोग जल जनित (water-borne) रोग है?

    • (a) क्षय रोग (Tuberculosis)
    • (b) मलेरिया (Malaria)
    • (c) हैजा (Cholera)
    • (d) निमोनिया (Pneumonia)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जल जनित रोग वे होते हैं जो दूषित पानी के सेवन से फैलते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हैजा एक संक्रामक रोग है जो ‘विब्रियो कॉलेरी’ नामक जीवाणु के कारण होता है और यह दूषित पानी और भोजन से फैलता है। क्षय रोग वायुवाहित है, मलेरिया मच्छरों द्वारा फैलता है, और निमोनिया श्वसन पथ का संक्रमण है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. प्रश्न 16: माया लोग अपने कैलेंडर और खगोलीय गणनाओं के लिए जाने जाते थे। पृथ्वी के चारों ओर चंद्रमा का एक पूरा चक्कर लगाने में लगभग कितना समय लगता है?

    • (a) 24 घंटे
    • (b) 7 दिन
    • (c) 28 दिन
    • (d) 365 दिन

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): चंद्रमा को पृथ्वी के चारों ओर एक कक्षा पूरी करने में लगभग 27.3 दिन लगते हैं, जिसे नक्षत्रीय अवधि (sidereal period) कहा जाता है। हालांकि, पृथ्वी के सूर्य के चारों ओर परिक्रमण के कारण, चंद्रमा को पृथ्वी के सापेक्ष अपनी स्थिति दोहराने में लगभग 29.5 दिन लगते हैं (सिनाॅडिक अवधि – synodic period), जो हमारे चंद्र महीनों का आधार है।

    व्याख्या (Explanation): 24 घंटे पृथ्वी का अपनी धुरी पर घूर्णन है। 7 दिन एक सप्ताह है। 365 दिन पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर परिक्रमण है। 28 दिन (या 29.5 दिन) चंद्रमा के पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमण के सबसे करीब हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  17. प्रश्न 17: माया सभ्यता के पतन में कृषि उत्पादन में गिरावट एक प्रमुख कारक हो सकती है। पौधों में क्लोरोफिल (chlorophyll) किस खनिज की कमी से सीधे प्रभावित होता है, जिससे पत्तियां पीली पड़ जाती हैं (chlorosis)?

    • (a) लौह (Iron)
    • (b) मैग्नीशियम (Magnesium)
    • (c) कैल्शियम (Calcium)
    • (d) पोटेशियम (Potassium)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल अणु के केंद्रीय परमाणु के रूप में मैग्नीशियम होता है। मैग्नीशियम की कमी क्लोरोफिल संश्लेषण को बाधित करती है, जिससे पौधे पीले पड़ जाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): लौह क्लोरोफिल के निर्माण में सहायक है, लेकिन केंद्रीय तत्व नहीं है। कैल्शियम कोशिका भित्ति (cell wall) के निर्माण में महत्वपूर्ण है, और पोटेशियम कई एंजाइमेटिक गतिविधियों और स्टोमेटा (stomata) के खुलने-बंद होने में भूमिका निभाता है। क्लोरोसिस का सीधा संबंध मैग्नीशियम की कमी से है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. प्रश्न 18: यदि माया सभ्यता में पीने के पानी के स्रोतों का संदूषण होता है, तो जल की अम्लता (acidity) या क्षारीयता (alkalinity) में परिवर्तन हो सकता है। pH पैमाने पर 7 से कम मान क्या दर्शाता है?

    • (a) क्षारीय (Alkaline)
    • (b) अम्लीय (Acidic)
    • (c) उदासीन (Neutral)
    • (d) अत्यधिक क्षारीय (Highly alkaline)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी घोल की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। 7 से कम pH अम्लीय होता है, 7 उदासीन होता है, और 7 से अधिक क्षारीय होता है।

    व्याख्या (Explanation): पानी में हाइड्रोजन आयनों (H⁺) की सांद्रता pH निर्धारित करती है। उच्च H⁺ सांद्रता अम्लीय घोल बनाती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  19. प्रश्न 19: माया सभ्यता के पतन के एक कारण के रूप में दीर्घकालिक सूखे का उल्लेख किया गया है। पौधों में जल के अवशोषण के लिए कौन सी प्रक्रिया मुख्य रूप से जिम्मेदार है?

    • (a) परासरण (Osmosis)
    • (b) विसरण (Diffusion)
    • (c) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
    • (d) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): परासरण एक अर्धपारगम्य झिल्ली (semipermeable membrane) के पार विलायक (जैसे पानी) की गति है, जो उच्च विलायक सांद्रता वाले क्षेत्र से निम्न विलायक सांद्रता वाले क्षेत्र की ओर होती है। जड़ कोशिकाएं इस प्रक्रिया का उपयोग करके मिट्टी से पानी अवशोषित करती हैं।

    व्याख्या (Explanation): विसरण कणों का उच्च सांद्रता से निम्न सांद्रता की ओर बढ़ना है। वाष्पोत्सर्जन पौधों से जलवाष्प का निकलना है। प्रकाश संश्लेषण CO₂ और जल का उपयोग करके शर्करा बनाना है। जल अवशोषण के लिए परासरण सबसे महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  20. प्रश्न 20: माया सभ्यता में खगोलीय अवलोकन के लिए ऊँची संरचनाओं का निर्माण किया गया था। यदि कोई खगोलशास्त्री टेलिस्कोप का उपयोग करके दूर के ग्रह को देखता है, तो वह प्रकाश के किस गुण का उपयोग कर रहा है?

    • (a) परावर्तन (Reflection)
    • (b) अपवर्तन (Refraction)
    • (c) विवर्तन (Diffraction)
    • (d) ध्रुवीकरण (Polarization)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): खगोलीय दूरबीनें आमतौर पर प्रकाश के अपवर्तन (लेंस का उपयोग करके) या परावर्तन (दर्पण का उपयोग करके) के सिद्धांतों पर काम करती हैं। हालाँकि, अपवर्तन वह प्रक्रिया है जिसमें प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाते समय अपनी दिशा बदलता है, जो दूर की वस्तुओं को बड़ा दिखाने में मदद करता है।

    व्याख्या (Explanation): कई खगोलीय दूरबीनें प्रकाश को केंद्रित करने के लिए लेंस का उपयोग करती हैं, जो अपवर्तन पर आधारित है। परावर्तन दूरबीनें दर्पण का उपयोग करती हैं। विवर्तन प्रकाश के मुड़ने का गुण है, और ध्रुवीकरण प्रकाश तरंगों के कंपन की दिशा से संबंधित है। हालाँकि परावर्तन दूरबीनें भी महत्वपूर्ण हैं, अपवर्तन एक मौलिक सिद्धांत है जिसका उपयोग दूर की वस्तुओं को आवर्धित करने के लिए किया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  21. प्रश्न 21: माया सभ्यता द्वारा कृषि में उपयोग की जाने वाली खाद (manure) में पौधों के लिए कौन से प्राथमिक पोषक तत्व पाए जाते हैं?

    • (a) केवल नाइट्रोजन
    • (b) नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम
    • (c) केवल कार्बन डाइऑक्साइड
    • (d) केवल पानी

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जैविक खाद, जैसे कि गोबर या पौधों के अवशेष, पौधों के विकास के लिए आवश्यक तीन प्राथमिक मैक्रोन्यूट्रिएंट्स – नाइट्रोजन (N), फास्फोरस (P), और पोटेशियम (K) का एक अच्छा स्रोत है।

    व्याख्या (Explanation): ये पोषक तत्व पौधों की वृद्धि और विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। कार्बन डाइऑक्साइड वायुमंडल से प्राप्त होती है, और पानी मिट्टी से अवशोषित होता है। खाद इन खनिजों को मिट्टी में वापस लाती है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  22. प्रश्न 22: माया सभ्यता ने जल संचयन के लिए जटिल संरचनाएं बनाईं। यदि जल स्रोत दूषित हो जाए, तो उसमें मौजूद बीमारी पैदा करने वाले सूक्ष्मजीवों को निष्क्रिय करने के लिए निम्नलिखित में से किस रसायन का उपयोग किया जा सकता है?

    • (a) सोडियम क्लोराइड (NaCl)
    • (b) सोडियम बाइकार्बोनेट (NaHCO₃)
    • (c) क्लोरीन (Cl₂)
    • (d) ऑक्सीजन (O₂)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): क्लोरीन एक शक्तिशाली ऑक्सीकरण एजेंट है जो पानी में मौजूद रोगजनकों (pathogens) को मारने में प्रभावी है, जिससे पानी पीने के लिए सुरक्षित हो जाता है।

    व्याख्या (Explanation): सोडियम क्लोराइड सामान्य नमक है। सोडियम बाइकार्बोनेट बेकिंग सोडा है, जिसका उपयोग क्षारीयता बढ़ाने के लिए किया जाता है। ऑक्सीजन पानी में जीवन के लिए आवश्यक है लेकिन रोगाणुओं को मारने के लिए प्रभावी कीटाणुनाशक नहीं है। क्लोरीन को पानी के कीटाणुशोधन के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  23. प्रश्न 23: माया सभ्यता के अंत का अध्ययन करते समय, सामाजिक संरचना में आए बदलावों पर भी विचार किया जाता है। मानव शरीर में, ऑक्सीजन को विभिन्न ऊतकों तक ले जाने के लिए कौन सा प्रोटीन जिम्मेदार है?

    • (a) हीमोग्लोबिन (Hemoglobin)
    • (b) कोलेजन (Collagen)
    • (c) एंजाइम (Enzyme)
    • (d) एंटीबॉडी (Antibody)

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है जो फेफड़ों से ऊतकों तक ऑक्सीजन को बांधता है और उसका परिवहन करता है।

    व्याख्या (Explanation): कोलेजन एक संरचनात्मक प्रोटीन है, एंजाइम रासायनिक प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं, और एंटीबॉडी प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं। ऑक्सीजन परिवहन के लिए हीमोग्लोबिन आवश्यक है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  24. प्रश्न 24: माया सभ्यता के अंत का संबंध संभवतः दीर्घकालिक पर्यावरणीय परिवर्तनों से था। निम्नलिखित में से कौन सा एक ग्रीनहाउस गैस नहीं है?

    • (a) जलवाष्प (Water vapor)
    • (b) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
    • (c) मीथेन (CH₄)
    • (d) नाइट्रोजन (N₂)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ग्रीनहाउस गैसें वे गैसें हैं जो वायुमंडल में ऊष्मा को फंसाती हैं, जिससे ग्रीनहाउस प्रभाव उत्पन्न होता है। जलवाष्प, कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन प्रमुख ग्रीनहाउस गैसें हैं। नाइट्रोजन वायुमंडल की प्रमुख गैस (लगभग 78%) है, लेकिन यह ग्रीनहाउस गैस नहीं है।

    व्याख्या (Explanation): ग्रीनहाउस गैसें अवरक्त विकिरण को अवशोषित और उत्सर्जित करती हैं। नाइट्रोजन अणु (N₂) में द्विध्रुवीय आघूर्ण (dipole moment) नहीं होता है, इसलिए यह अवरक्त विकिरण के साथ प्रभावी ढंग से परस्पर क्रिया नहीं करती है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  25. प्रश्न 25: माया सभ्यता के कृषि को सूखे से गंभीर नुकसान हुआ। पौधों में पानी की कमी को दूर करने के लिए, पौधे अपनी सतह से पानी वाष्प के रूप में बाहर निकालते हैं। इस प्रक्रिया को क्या कहते हैं?

    • (a) वाष्पीकरण (Evaporation)
    • (b) संघनन (Condensation)
    • (c) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
    • (d) अवसादन (Sedimentation)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): वाष्पोत्सर्जन पौधों की पत्तियों में मौजूद स्टोमेटा (stomata) नामक छिद्रों से जलवाष्प के रूप में पानी का निकलना है। यह प्रक्रिया जल चक्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और पौधों को पानी और खनिजों को ऊपर खींचने में मदद करती है।

    व्याख्या (Explanation): वाष्पीकरण तरल का वाष्प में बदलना है, जो किसी भी सतह से हो सकता है। संघनन वाष्प का तरल में बदलना है। अवसादन ठोस कणों का नीचे बैठना है। वाष्पोत्सर्जन विशेष रूप से पौधों से होने वाली जल की हानि है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

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