पृथ्वी के रहस्य: सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न जो आपकी परीक्षा की तैयारी को मजबूत करेंगे
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की एक ठोस समझ अत्यंत महत्वपूर्ण है। अक्सर, सामान्य ज्ञान के शीर्षक भी हमें विज्ञान के कई महत्वपूर्ण पहलुओं को सीखने का अवसर देते हैं। “The Earth didn’t just crack, it curved. “It sent chills down my spine!”” जैसे शीर्षक हमें पृथ्वी की संरचना, भौतिकी और इसके व्यवहार के बारे में सोचने पर मजबूर करते हैं। यहाँ हम आपके लिए सामान्य विज्ञान के 25 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) लेकर आए हैं, जो विशेष रूप से SSC, Railways और State PSCs जैसी परीक्षाओं को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं। ये प्रश्न आपको अवधारणाओं को गहराई से समझने और अपनी तैयारी को परखने में मदद करेंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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पृथ्वी की सतह पर वक्रता (curvature) मुख्य रूप से किस कारण होती है?
- (a) टेक्टोनिक प्लेटों की गति
- (b) पृथ्वी का घूर्णन
- (c) गुरुत्वाकर्षण
- (d) समुद्री धाराएँ
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): गुरुत्वाकर्षण (Gravity) वह बल है जो द्रव्यमान वाली प्रत्येक वस्तु को दूसरी वस्तु की ओर आकर्षित करता है। पृथ्वी के विशाल द्रव्यमान के कारण, यह अपने केंद्र की ओर सब कुछ खींचता है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी का गुरुत्वाकर्षण ही इसे लगभग गोलाकार आकार में बनाए रखता है। यदि पृथ्वी पूरी तरह से समतल होती, तो गुरुत्वाकर्षण इसे केंद्र की ओर खींचकर स्वतः ही एक गोलाकार आकार में बदल देता। पृथ्वी का घूर्णन इसे भूमध्य रेखा पर थोड़ा उभार देता है (एक चपटा गोला), लेकिन मूल वक्रता गुरुत्वाकर्षण का परिणाम है। टेक्टोनिक प्लेटें सतह पर परिवर्तन लाती हैं, लेकिन मुख्य वक्रता गुरुत्वाकर्षण से उत्पन्न होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पृथ्वी की पपड़ी (crust) के नीचे की परत को क्या कहा जाता है?
- (a) कोर (Core)
- (b) मैंटल (Mantle)
- (c) क्रस्ट (Crust)
- (d) बाह्य क्रस्ट (Outer Crust)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी की आंतरिक संरचना को मुख्य रूप से तीन परतों में विभाजित किया गया है: क्रस्ट (सबसे बाहरी परत), मैंटल (बीच की परत) और कोर (सबसे भीतरी परत)।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी की पपड़ी, जो महाद्वीपों और महासागरों का निर्माण करती है, सबसे पतली और सबसे बाहरी परत है। इसके ठीक नीचे मोटी परत मैंटल कहलाती है, जो पृथ्वी के आयतन का लगभग 84% भाग बनाती है। मैंटल के नीचे कोर (आंतरिक और बाहरी) स्थित होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“चिल्ल डाउन माय स्पाइन” (chills down my spine) एक मुहावरा है जो तीव्र भय या उत्तेजना को दर्शाता है। विज्ञान के दृष्टिकोण से, इस प्रकार की शारीरिक प्रतिक्रिया का कारण क्या है?
- (a) रक्तचाप में अचानक वृद्धि
- (b) एड्रेनालाईन (Adrenaline) का स्राव
- (c) पैरासिम्पेथेटिक तंत्रिका तंत्र की सक्रियता
- (d) शरीर के तापमान में वृद्धि
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ‘फाइट-या-फ्लाइट’ (Fight-or-Flight) प्रतिक्रिया, जो भय या तनाव की स्थिति में होती है, एड्रेनालाईन (एपिनेफ्रिन) हार्मोन के स्राव द्वारा मध्यस्थ होती है।
व्याख्या (Explanation): जब हम आश्चर्य, भय या तीव्र उत्तेजना का अनुभव करते हैं, तो हमारा शरीर एड्रेनालाईन नामक हार्मोन जारी करता है। यह हार्मोन हृदय गति, रक्तचाप और रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाता है, जिससे हमारे शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह बढ़ने और एड्रेनालाईन के प्रभाव से त्वचा पर छोटे रोम छिद्रों (hair follicles) के आधार पर स्थित मांसपेशियां (arrector pili muscles) सिकुड़ जाती हैं, जिससे बाल खड़े हो जाते हैं और “रोंगटे खड़े” होने का एहसास होता है, जिसे “चिल्स” कहते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पृथ्वी की वक्रता का अर्थ है कि यह समतल नहीं है। प्रकाश का पथ (path of light) पृथ्वी की वक्रता से कैसे प्रभावित होता है?
- (a) प्रकाश हमेशा सीधी रेखा में चलता है, कोई प्रभाव नहीं
- (b) प्रकाश थोड़ा मुड़ जाता है
- (c) प्रकाश बहुत अधिक मुड़ जाता है, जिससे क्षितिज (horizon) दिखाई देता है
- (d) प्रकाश प्रतिबिंबित (reflect) हो जाता है
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी की वक्रता के कारण, दूर की वस्तुएँ क्षितिज के नीचे छिप जाती हैं। प्रकाश के झुकने (refraction) या सीधी रेखा में चलने से यह प्रभावित होता है।
व्याख्या (Explanation): हालाँकि प्रकाश आमतौर पर सीधी रेखाओं में यात्रा करता है, पृथ्वी की विशाल वक्रता यह सुनिश्चित करती है कि हम केवल एक निश्चित दूरी तक ही देख सकते हैं। क्षितिज वह रेखा है जहाँ आकाश पृथ्वी की सतह से मिलता हुआ प्रतीत होता है। पृथ्वी की वक्रता के कारण, क्षितिज के परे की वस्तुएँ (जैसे जहाज का मस्तूल) पहले दिखाई देते हैं और फिर धीरे-धीरे बाकी जहाज दिखाई देता है, जो पृथ्वी की गोलाई का प्रमाण है। वायुमंडलीय अपवर्तन (atmospheric refraction) भी प्रकाश को थोड़ा झुका सकता है, लेकिन क्षितिज का प्रभाव मुख्य रूप से वक्रता के कारण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पृथ्वी के आंतरिक भाग में, तापमान और दबाव बढ़ने के साथ, चट्टानें क्या व्यवहार करती हैं?
- (a) भंगुर (brittle) हो जाती हैं
- (b) नरम (soft) और प्लास्टिक जैसी (plastic-like) हो जाती हैं
- (c) वाष्पीकृत (vaporize) हो जाती हैं
- (d) जम जाती हैं (freeze)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उच्च तापमान और दबाव चट्टानों के भौतिक गुणों को बदलते हैं, जिससे वे अधिक लचीली या ‘प्लास्टिक’ हो जाती हैं।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी के मैंटल जैसी गहराई में, जहाँ तापमान और दबाव बहुत अधिक होते हैं, चट्टानें भंगुर (brittle) होने के बजाय नरम और प्लास्टिक जैसी हो जाती हैं। वे धीरे-धीरे बह सकती हैं और अपना आकार बदल सकती हैं, जो प्लेट टेक्टोनिक्स जैसी भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं के लिए महत्वपूर्ण है। वाष्पीकरण या जमना इस संदर्भ में लागू नहीं होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वह प्रक्रिया जिसके द्वारा पृथ्वी की सतह पर जल का रूपांतरण वाष्प में होता है, क्या कहलाती है?
- (a) संघनन (Condensation)
- (b) अवक्षेपण (Precipitation)
- (c) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (d) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वाष्पीकरण (Evaporation) वह प्रक्रिया है जिसमें तरल पानी गैस (जल वाष्प) में बदल जाता है, आमतौर पर सूर्य की गर्मी से ऊर्जा प्राप्त करने के बाद।
व्याख्या (Explanation): वाष्पीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा जल महासागरों, झीलों, नदियों और अन्य जल निकायों से वायुमंडल में प्रवेश करता है। वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) भी एक समान प्रक्रिया है लेकिन यह पौधों से होती है। संघनन (Condensation) वह प्रक्रिया है जिसमें जल वाष्प तरल पानी में बदल जाता है, और अवक्षेपण (Precipitation) वह है जिसमें पानी वर्षा, बर्फ आदि के रूप में वायुमंडल से पृथ्वी पर गिरता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पृथ्वी की पपड़ी के टूटने और खिसकने से उत्पन्न होने वाली कंपन तरंगें क्या कहलाती हैं?
- (a) सुनामी (Tsunami)
- (b) भूकंपीय तरंगें (Seismic waves)
- (c) वायु तरंगें (Airwaves)
- (d) ज्वारीय तरंगें (Tidal waves)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भूकंप (Earthquake) पृथ्वी की पपड़ी में अचानक ऊर्जा का विमोचन है जो भूकंपीय तरंगों को उत्पन्न करता है।
व्याख्या (Explanation): जब पृथ्वी की टेक्टोनिक प्लेटें अचानक खिसकती हैं, टूटती हैं या रगड़ खाती हैं, तो ऊर्जा भूकंपीय तरंगों के रूप में निकलती है। ये तरंगें पृथ्वी के माध्यम से फैलती हैं और सतह पर कंपन का कारण बनती हैं, जिसे हम भूकंप महसूस करते हैं। सुनामी पानी में उत्पन्न होने वाली विशाल तरंगें हैं, वायु तरंगें ध्वनि या हवा के कारण होती हैं, और ज्वारीय तरंगें चंद्रमा और सूर्य के गुरुत्वाकर्षण से उत्पन्न होती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पृथ्वी के वायुमंडल की सबसे निचली परत, जहाँ अधिकांश मौसम की घटनाएँ होती हैं, क्या कहलाती है?
- (a) समताप मंडल (Stratosphere)
- (b) मध्यमंडल (Mesosphere)
- (c) आयनमंडल (Ionosphere)
- (d) क्षोभमंडल (Troposphere)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का वायुमंडल विभिन्न परतों से बना है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी विशेषताएँ हैं।
व्याख्या (Explanation): क्षोभमंडल (Troposphere) वायुमंडल की सबसे निचली परत है, जो पृथ्वी की सतह से लगभग 7-15 किलोमीटर ऊपर तक फैली हुई है। यहीं पर हम रहते हैं और यहीं पर बादल, वर्षा, हवा और अन्य सभी मौसम की घटनाएँ घटित होती हैं। समताप मंडल (Stratosphere) इसके ऊपर स्थित है, जहाँ ओजोन परत पाई जाती है। मध्यमंडल (Mesosphere) और आयनमंडल (Ionosphere) और भी ऊपर स्थित हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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समुद्र के पानी का वह गुण जो इसे महाद्वीपीय जल (जैसे नदियों) से अलग करता है, मुख्य रूप से क्या है?
- (a) तापमान
- (b) लवणता (Salinity)
- (c) घनत्व (Density)
- (d) pH स्तर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लवणता (Salinity) समुद्र के पानी में घुले हुए नमक की कुल मात्रा को संदर्भित करती है।
व्याख्या (Explanation): समुद्र के पानी को मीठे पानी (जैसे नदियों, झीलों) से अलग करने वाला प्राथमिक कारक इसकी उच्च लवणता है, जो मुख्य रूप से सोडियम क्लोराइड (साधारण नमक) जैसे लवणों के कारण होती है। ये लवण चट्टानों के अपक्षय और समुद्री ज्वालामुखीय गतिविधि से आते हैं। महाद्वीपीय जल में ये लवण बहुत कम मात्रा में होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पृथ्वी के कोर का मुख्य घटक क्या माना जाता है?
- (a) सिलिकॉन और एल्यूमीनियम
- (b) ऑक्सीजन और सिलिकॉन
- (c) लोहा और निकल
- (d) हाइड्रोजन और हीलियम
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का कोर (Core) इसके आंतरिक भाग का सबसे भीतरी क्षेत्र है, जो अत्यंत उच्च तापमान और दबाव के अधीन है।
व्याख्या (Explanation): भूभौतिकीय अध्ययनों और उल्कापिंडों के विश्लेषण के आधार पर, यह व्यापक रूप से माना जाता है कि पृथ्वी का कोर मुख्य रूप से लोहे (Iron) और निकल (Nickel) जैसी धातुओं से बना है। बाह्य कोर तरल अवस्था में है, जबकि आंतरिक कोर ठोस अवस्था में है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वह प्रक्रिया जिसके द्वारा पौधों से जल वाष्प वायुमंडल में छोड़ा जाता है, क्या कहलाती है?
- (a) वाष्पीकरण (Evaporation)
- (b) संघनन (Condensation)
- (c) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
- (d) अवसादन (Sedimentation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) पौधों द्वारा जल को अवशोषित करने और फिर पत्तियों से जल वाष्प के रूप में वायुमंडल में छोड़ने की प्रक्रिया है।
व्याख्या (Explanation): वाष्पोत्सर्जन जल चक्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह वाष्पीकरण के समान है, लेकिन यह पौधों के माध्यम से होता है, विशेष रूप से पत्तियों में छोटे छिद्रों (स्टोमेटा) के माध्यम से।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) का मुख्य स्रोत क्या माना जाता है?
- (a) पृथ्वी के कोर में संवहन धाराएँ
- (b) पृथ्वी के मैंटल में चट्टानों का घर्षण
- (c) वायुमंडल में बिजली का निर्वहन
- (d) चंद्रमा का गुरुत्वाकर्षण
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ‘डायनेमो सिद्धांत’ (Dynamo Theory) बताता है कि पृथ्वी का चुंबकीय क्षेत्र इसके तरल बाह्य कोर में विद्युत प्रवाह के कारण उत्पन्न होता है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी का तरल बाह्य कोर, जो मुख्य रूप से पिघली हुई लोहे और निकल से बना है, संवहन धाराओं (convection currents) के कारण गति करता है। यह गति, पृथ्वी के घूर्णन के साथ मिलकर, एक शक्तिशाली डायनेमो प्रभाव उत्पन्न करती है जो ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र को शक्ति प्रदान करता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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नाइट्रोजन, पृथ्वी के वायुमंडल का लगभग 78% बनाती है। यह नाइट्रोजन पौधों के लिए सीधे उपयोग योग्य क्यों नहीं है?
- (a) यह बहुत भारी है।
- (b) यह हवा में अक्रिय (inert) रूप में मौजूद है।
- (c) यह जल में घुलनशील नहीं है।
- (d) यह रंगहीन है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वायुमंडलीय नाइट्रोजन (N₂) एक द्विपरमाणुक अणु है जिसमें दो नाइट्रोजन परमाणुओं के बीच एक त्रिक बंधन (triple bond) होता है, जो इसे बहुत स्थिर और प्रतिक्रियाशील बनाता है।
व्याख्या (Explanation): वायुमंडलीय नाइट्रोजन (N₂) में नाइट्रोजन परमाणुओं के बीच एक बहुत मजबूत त्रिक बंधन (N≡N) होता है, जिसे तोड़ने के लिए बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इस कारण, अधिकांश जीव, जिनमें पौधे भी शामिल हैं, सीधे वायुमंडलीय नाइट्रोजन का उपयोग नहीं कर सकते। पौधों को नाइट्रोजन को ऐसे रूपों में बदलने की आवश्यकता होती है जो आसानी से अवशोषित हो सकें, जैसे नाइट्रेट्स (NO₃⁻) या अमोनियम (NH₄⁺), जो आमतौर पर मिट्टी में जीवाणु क्रियाओं (नाइट्रोजन स्थिरीकरण) द्वारा किए जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पृथ्वी की सतह पर महाद्वीपों का विस्थापन (continental drift) किस भूवैज्ञानिक प्रक्रिया का परिणाम है?
- (a) ज्वालामुखी विस्फोट
- (b) टेक्टोनिक प्लेटों की गति
- (c) ज्वार-भाटा
- (d) वायुमंडलीय क्षरण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्लेट टेक्टोनिक्स (Plate Tectonics) पृथ्वी की पपड़ी (lithosphere) के बड़े टुकड़ों के निरंतर धीमे संचलन का सिद्धांत है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी की पपड़ी विभिन्न टेक्टोनिक प्लेटों में विभाजित है जो नीचे के गर्म, प्लास्टिक जैसे मैंटल पर तैरती हैं। इन प्लेटों की धीमी गति (कुछ सेंटीमीटर प्रति वर्ष) महाद्वीपों के विस्थापन, भूकंप, ज्वालामुखी और पर्वत निर्माण जैसी भूवैज्ञानिक घटनाओं का कारण बनती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे सूर्य की ऊर्जा को किस रासायनिक रूप में परिवर्तित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड
- (c) ग्लूकोज (शर्करा)
- (d) जल
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश, जल और कार्बन डाइऑक्साइड का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं, और ऑक्सीजन को उप-उत्पाद के रूप में छोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का समग्र समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ (ग्लूकोज) + 6O₂। पौधे सूर्य की ऊर्जा को अवशोषित करते हैं और इसका उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड और जल को ग्लूकोज (एक प्रकार की शर्करा, जो रासायनिक ऊर्जा का भंडारण करती है) में बदलने के लिए करते हैं। यह ग्लूकोज पौधों के लिए ऊर्जा का स्रोत है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पृथ्वी पर दिन और रात का चक्र किस कारण होता है?
- (a) पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर परिक्रमण (revolution)
- (b) पृथ्वी का अपनी धुरी पर घूर्णन (rotation)
- (c) चंद्रमा का पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमण
- (d) पृथ्वी की कक्षा का अंडाकार होना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दिन और रात का निर्माण पृथ्वी के अपनी धुरी पर घूर्णन के कारण होता है।
व्याख्या (Explanation): पृथ्वी लगभग 24 घंटे में एक बार अपनी धुरी पर घूमती है। इस घूर्णन के दौरान, पृथ्वी का एक पक्ष सूर्य की ओर होता है (जिससे दिन होता है) और दूसरा पक्ष सूर्य से दूर होता है (जिससे रात होती है)। पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर परिक्रमण (revolution) मौसमों के परिवर्तन का कारण बनता है, न कि दिन और रात का।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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अम्ल (acid) का pH मान कितना होता है?
- (a) 7 से अधिक
- (b) 7 से कम
- (c) ठीक 7
- (d) 0
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी घोल की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। 7 को उदासीन माना जाता है, 7 से कम अम्लीय, और 7 से अधिक क्षारीय।
व्याख्या (Explanation): pH पैमाना 0 से 14 तक होता है। pH 7 उदासीन होता है (जैसे शुद्ध जल)। pH 7 से कम मान वाले घोल अम्लीय होते हैं। pH 7 से अधिक मान वाले घोल क्षारीय (या क्षारकीय) होते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जीवित कोशिका के अंदर ऊर्जा के ‘सिक्कों’ (energy currency) के रूप में किसे जाना जाता है?
- (a) DNA
- (b) RNA
- (c) ATP (Adenosine Triphosphate)
- (d) ग्लूकोज
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ATP (Adenosine Triphosphate) एक उच्च-ऊर्जा फॉस्फेट बॉन्ड वाला अणु है जो कोशिकाओं द्वारा ऊर्जा के स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): ATP को कोशिका का “ऊर्जा सिक्का” कहा जाता है क्योंकि जब कोशिका को काम करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तो ATP अणु टूट जाता है, जिससे ऊर्जा निकलती है। यह ऊर्जा फिर विभिन्न कोशिकीय प्रक्रियाओं, जैसे मांसपेशियों का संकुचन, तंत्रिका आवेगों का संचरण, और रासायनिक संश्लेषण के लिए उपयोग की जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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सूर्य से पृथ्वी तक प्रकाश को पहुँचने में लगभग कितना समय लगता है?
- (a) 8 मिनट
- (b) 8 सेकंड
- (c) 8 घंटे
- (d) 8 दिन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश की गति (Speed of Light) बहुत तेज है, लेकिन दूरी इतनी अधिक है कि इसे कुछ मिनट लगते हैं।
व्याख्या (Explanation): सूर्य पृथ्वी से लगभग 150 मिलियन किलोमीटर (93 मिलियन मील) दूर है। प्रकाश की गति लगभग 299,792 किलोमीटर प्रति सेकंड होती है। इस दूरी को तय करने में प्रकाश को लगभग 8 मिनट और 20 सेकंड का समय लगता है। इसलिए, लगभग 8 मिनट सही उत्तर है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी धमनी (artery) कौन सी है?
- (a) फुफ्फुसीय धमनी (Pulmonary Artery)
- (b) महाधमनी (Aorta)
- (c) कोरोनरी धमनी (Coronary Artery)
- (d) कैरोटिड धमनी (Carotid Artery)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): महाधमनी (Aorta) हृदय से शरीर के बाकी हिस्सों तक ऑक्सीजन युक्त रक्त ले जाने वाली मुख्य और सबसे बड़ी धमनी है।
व्याख्या (Explanation): महाधमनी हृदय के बाएं निलय (left ventricle) से निकलती है और एक चाप (aortic arch) बनाती है, जिससे यह पूरे शरीर में रक्त वितरित करती है। यह बहुत मोटी और मजबूत होती है ताकि उच्च दबाव वाले रक्त को ले जा सके।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वनस्पति तेलों को हाइड्रोजनीकरण (hydrogenation) द्वारा ठोस वसा में परिवर्तित करने की प्रक्रिया में किस उत्प्रेरक (catalyst) का उपयोग किया जाता है?
- (a) प्लैटिनम (Platinum)
- (b) पैलेडियम (Palladium)
- (c) निकेल (Nickel)
- (d) लोहा (Iron)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उत्प्रेरक (Catalyst) वह पदार्थ है जो रासायनिक अभिक्रिया की दर को बढ़ाता है लेकिन स्वयं उसमें उपभोग नहीं होता है।
व्याख्या (Explanation): वनस्पति तेलों (जो असंतृप्त वसाएँ हैं) को हाइड्रोजनीकरण की प्रक्रिया द्वारा ठोस या अर्ध-ठोस वसा (जैसे मार्जरीन) में बदलने के लिए निकेल (Nickel) का उत्प्रेरक के रूप में उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में, हाइड्रोजन को वनस्पति तेल के असंतृप्त फैटी एसिड में जोड़ा जाता है, जिससे वे संतृप्त हो जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में कितनी हड्डियाँ होती हैं?
- (a) 206
- (b) 300
- (c) 256
- (d) 180
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वयस्क मानव कंकाल (skeleton) में हड्डियों की एक निश्चित संख्या होती है।
व्याख्या (Explanation): एक वयस्क मानव के शरीर में आमतौर पर 206 हड्डियाँ होती हैं। शिशुओं में अधिक हड्डियाँ होती हैं क्योंकि कुछ हड्डियाँ बचपन और किशोरावस्था के दौरान आपस में जुड़ जाती हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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विद्युत प्रवाह (electric current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
- (b) ओमीटर (Ohmmeter)
- (c) एमीटर (Ammeter)
- (d) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एमीटर (Ammeter) एक ऐसा उपकरण है जिसे किसी विद्युत परिपथ में विद्युत प्रवाह को मापने के लिए श्रृंखला (series) में जोड़ा जाता है।
व्याख्या (Explanation): वोल्टमीटर का उपयोग विभवांतर (voltage) मापने के लिए, ओमीटर का उपयोग प्रतिरोध (resistance) मापने के लिए, और गैल्वेनोमीटर का उपयोग बहुत छोटे विद्युत प्रवाह का पता लगाने या मापने के लिए किया जाता है। एमीटर विशेष रूप से एम्पीयर (amperes) में विद्युत प्रवाह की मात्रा को मापने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जीवाश्मों (fossils) के अध्ययन को क्या कहा जाता है?
- (a) पुरातत्व (Archaeology)
- (b) जीवाश्म विज्ञान (Paleontology)
- (c) भूविज्ञान (Geology)
- (d) जीवाश्म विज्ञान (Fossilology)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जीवाश्म विज्ञान (Paleontology) विज्ञान की वह शाखा है जो जीवाश्मों के अध्ययन से संबंधित है।
व्याख्या (Explanation): जीवाश्म विज्ञान हमें पृथ्वी के इतिहास, प्राचीन जीवन रूपों और विकास (evolution) के बारे में जानकारी प्रदान करता है। पुरातत्व अतीत के मानव समाजों और गतिविधियों का अध्ययन है, जबकि भूविज्ञान पृथ्वी और उसकी प्रक्रियाओं का अध्ययन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पानी का क्वथनांक (boiling point) कितना होता है?
- (a) 0°C
- (b) 100°C
- (c) 50°C
- (d) -10°C
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानक वायुमंडलीय दबाव (standard atmospheric pressure) पर, पानी 100 डिग्री सेल्सियस (212 डिग्री फारेनहाइट) पर उबलता है।
व्याख्या (Explanation): क्वथनांक वह तापमान है जिस पर किसी तरल का वाष्प दाब (vapor pressure) बाहरी दबाव के बराबर हो जाता है, जिससे वह उबलना शुरू कर देता है। मानक परिस्थितियों में, यह 100°C है। 0°C वह तापमान है जहाँ पानी जमता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव मस्तिष्क का वह भाग जो शरीर के संतुलन और मुद्रा (posture) को नियंत्रित करता है, क्या कहलाता है?
- (a) प्रमस्तिष्क (Cerebrum)
- (b) अनुमस्तिष्क (Cerebellum)
- (c) मेडुला ऑब्लोंगटा (Medulla Oblongata)
- (d) थैलेमस (Thalamus)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मस्तिष्क के विभिन्न भागों के विशिष्ट कार्य होते हैं, और अनुमस्तिष्क (Cerebellum) संतुलन और समन्वय के लिए महत्वपूर्ण है।
व्याख्या (Explanation): अनुमस्तिष्क, जो मस्तिष्क के पिछले और निचले हिस्से में स्थित होता है, स्वैच्छिक गतियों (voluntary movements) के समन्वय, संतुलन बनाए रखने और मांसपेशियों की टोन को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार है। प्रमस्तिष्क (Cerebrum) सोच, स्मृति और ऐच्छिक क्रियाओं के लिए जिम्मेदार है। मेडुला ऑब्लोंगटा (Medulla Oblongata) हृदय गति, श्वसन और रक्तचाप जैसी अनैच्छिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।