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पाकिस्तान संकट: क्या सेना का हस्तक्षेप अपरिहार्य है? शहबाज़ सरकार का भविष्य और UPSC के लिए विश्लेषण

पाकिस्तान संकट: क्या सेना का हस्तक्षेप अपरिहार्य है? शहबाज़ सरकार का भविष्य और UPSC के लिए विश्लेषण

चर्चा में क्यों? (Why in News?): हाल ही में पाकिस्तान में प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ की सरकार के खिलाफ़ तख्तापलट की अटकलें तेज हो गई हैं। सैन्य समर्थक आंतरिक असंतोष और आर्थिक संकट ने देश के राजनीतिक तापमान को चरम पर पहुँचा दिया है। यह घटनाक्रम न केवल पाकिस्तान के लिए बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और वैश्विक स्तर पर भी गंभीर चिंता का विषय है।

पाकिस्तान का राजनीतिक इतिहास सैन्य हस्तक्षेप से भरा पड़ा है। लगभग आधे समय से ज़्यादा, देश सैन्य शासन के अधीन रहा है। यह अस्थिरता का एक मुख्य कारण है और देश के आर्थिक विकास में बाधा बनता है। वर्तमान स्थिति इसी अस्थिरता को दर्शाती है।

पाकिस्तान के राजनीतिक संकट के मूल कारण (Root Causes of Pakistan’s Political Crisis):

  • आर्थिक संकट: पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। मुद्रास्फीति आसमान छू रही है, विदेशी मुद्रा भंडार कम हो रहे हैं, और आम जनता को महंगाई और बेरोजगारी से जूझना पड़ रहा है। यह जनता में असंतोष का एक प्रमुख कारण है।
  • राजनीतिक अस्थिरता: पाकिस्तान की राजनीति हमेशा से ही अस्थिर रही है। सत्ता में विभिन्न दलों के बीच लगातार संघर्ष और गठबंधन-विघटन से देश का विकास बाधित होता है।
  • सैन्य का प्रभाव: पाकिस्तानी सेना की राजनीति में गहरी पैठ है। सेना अक्सर सरकारों को गिराने और सत्ता में अपनी भूमिका निभाने में शामिल रही है। यह राजनीतिक अस्थिरता को बढ़ावा देता है।
  • धार्मिक कट्टरपंथ: पाकिस्तान में धार्मिक कट्टरपंथ भी एक बड़ी समस्या है। इसने राजनीतिक अस्थिरता को बढ़ाया है और देश की सामाजिक संरचना को कमज़ोर किया है।
  • अंतर्राष्ट्रीय दबाव: पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई दबाव हैं, जैसे कि आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई और क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्विता। ये दबाव देश की राजनीतिक स्थिति को और जटिल बनाते हैं।

शहबाज़ सरकार के सामने चुनौतियाँ (Challenges Faced by Shahbaz Sharif’s Government):

शहबाज़ शरीफ़ की सरकार कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जिनमें सबसे प्रमुख हैं:

  • आर्थिक सुधारों को लागू करना: IMF के साथ समझौते के लिए पाकिस्तान को कठोर आर्थिक सुधारों को लागू करना होगा, जिससे जनता में असंतोष बढ़ सकता है।
  • राजनीतिक विरोध का सामना करना: विपक्षी दलों और सैन्य प्रतिष्ठान से लगातार विरोध का सामना करना सरकार के लिए मुश्किल बना रहा है।
  • आतंकवाद का खतरा: पाकिस्तान में आतंकवाद का खतरा बना हुआ है, जिससे सरकार के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करना एक चुनौती है।

क्या सेना का हस्तक्षेप अपरिहार्य है? (Is Military Intervention Inevitable?):

यह कहना मुश्किल है कि क्या सेना का हस्तक्षेप अपरिहार्य है। हालांकि, वर्तमान स्थिति को देखते हुए, यह संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। अगर आर्थिक संकट और राजनीतिक अस्थिरता जारी रहती है, तो सेना की ओर से हस्तक्षेप की संभावना बढ़ सकती है।

पाकिस्तान के राजनीतिक भविष्य का निर्धारण देश के विभिन्न हितधारकों के कार्यों पर निर्भर करेगा। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी।

संभावित परिणाम और भविष्य की राह (Possible Outcomes and the Way Forward):

यदि सेना हस्तक्षेप करती है तो इसके कई नकारात्मक परिणाम हो सकते हैं, जिसमें:

  • अधिक अस्थिरता: सैन्य शासन से राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ सकती है।
  • अर्थव्यवस्था का पतन: सैन्य शासन आर्थिक विकास को और बाधित कर सकता है।
  • मानवाधिकारों का उल्लंघन: सैन्य शासन में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो सकता है।
  • क्षेत्रीय तनाव: सेना के हस्तक्षेप से क्षेत्रीय तनाव बढ़ सकता है।

पाकिस्तान के लिए आगे का रास्ता एक स्थिर, लोकतांत्रिक सरकार स्थापित करने और आर्थिक सुधारों को लागू करने में है। इसके लिए सभी हितधारकों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है, जिसमें सेना, राजनीतिक दल और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय शामिल हैं। एक मजबूत, स्वतंत्र न्यायपालिका और एक सक्रिय नागरिक समाज भी आवश्यक हैं।

UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs

1. **पाकिस्तान के वर्तमान राजनीतिक संकट का मुख्य कारण क्या है?**
a) धार्मिक कट्टरपंथ b) आर्थिक संकट c) सैन्य हस्तक्षेप d) उपरोक्त सभी

2. **पाकिस्तान में सैन्य का राजनीति में क्या प्रभाव है?**
a) सीमित b) मध्यम c) गहरा d) कोई नहीं

3. **पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री कौन हैं?**
a) इमरान खान b) शहबाज़ शरीफ़ c) आसिफ अली जरदारी d) इनमें से कोई नहीं

4. **पाकिस्तान किस संस्था से आर्थिक मदद मांग रहा है?**
a) विश्व बैंक b) एशियाई विकास बैंक c) IMF d) उपरोक्त सभी

5. **पाकिस्तान के आर्थिक संकट का क्या प्रमुख लक्षण है?**
a) मुद्रास्फीति b) विदेशी मुद्रा भंडार में कमी c) बेरोजगारी d) उपरोक्त सभी

6. पाकिस्तान में सैन्य हस्तक्षेप का इतिहास कैसा रहा है?
a) दुर्लभ b) सामान्य c) अल्प d) कभी नहीं हुआ

7. निम्नलिखित में से कौन सा पाकिस्तान के वर्तमान राजनीतिक संकट का संभावित परिणाम हो सकता है?
a) अधिक स्थिरता b) आर्थिक विकास c) अधिक अस्थिरता d) मानवाधिकारों में सुधार

8. पाकिस्तान के राजनीतिक संकट को दूर करने के लिए कौन सा उपाय सबसे कारगर हो सकता है?
a) सैन्य शासन b) लोकतांत्रिक सुधार c) धार्मिक कट्टरपंथ का समर्थन d) आर्थिक अवरोधन

9. पाकिस्तान के आर्थिक संकट पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की क्या भूमिका होनी चाहिए?
a) निष्क्रिय b) सक्रिय c) हस्तक्षेपकारी d) विरोधी

10. पाकिस्तान के राजनीतिक संकट को समझने के लिए किस दृष्टिकोण की आवश्यकता है?
a) एकांगी b) बहुआयामी c) सरलीकृत d) अनदेखा करना

**(उत्तर और व्याख्या अलग से प्रदान की जाएंगी)**

मुख्य परीक्षा (Mains)

1. पाकिस्तान में वर्तमान राजनीतिक संकट के मूल कारणों का विस्तृत विश्लेषण करें। इसके संभावित परिणामों और भविष्य की राह पर चर्चा करें।

2. पाकिस्तानी सेना की राजनीति में भूमिका का आकलन करें और इसके देश के राजनीतिक विकास पर प्रभाव का मूल्यांकन करें।

3. पाकिस्तान के आर्थिक संकट के प्रमुख कारकों की पहचान करें और इस संकट से निपटने के लिए सरकार द्वारा अपनाई जा सकने वाली रणनीतियों पर चर्चा करें। इसके लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की क्या भूमिका होनी चाहिए?

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