नींद के पैटर्न और सामान्य विज्ञान: परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है। हाल के अध्ययनों से पता चलता है कि हमारी नींद का पैटर्न हमारे स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित कर सकता है। इस लेख में, हम नींद, स्वास्थ्य और विज्ञान के विभिन्न पहलुओं से संबंधित 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) प्रस्तुत कर रहे हैं, जो आपकी आगामी परीक्षाओं की तैयारी में सहायक सिद्ध होंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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नींद के दौरान शरीर की कौन सी मुख्य प्रक्रियाएं सुचारू रूप से चलती हैं, जो स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं?
- (a) चयापचय और कोशिका मरम्मत
- (b) रक्त परिसंचरण और पाचन
- (c) तंत्रिका तंत्र का सक्रियण और पेशी विकास
- (d) मस्तिष्क की ऊर्जा खपत और संवेदी इनपुट
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नींद के दौरान, शरीर सक्रिय रूप से चयापचय को नियंत्रित करता है और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत करता है। यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है।
व्याख्या (Explanation): नींद के समय शरीर आराम की मुद्रा में होता है, लेकिन आंतरिक रूप से कई महत्वपूर्ण कार्य, जैसे सेलुलर मरम्मत, ऊतक पुनर्जनन और हार्मोन का स्राव, सक्रिय रूप से चलते रहते हैं। ये प्रक्रियाएं समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। विकल्प (b) गलत है क्योंकि पाचन और रक्त परिसंचरण धीमा हो जाता है। विकल्प (c) गलत है क्योंकि तंत्रिका तंत्र का सक्रियण सीमित होता है और पेशी विकास विश्राम के दौरान नहीं, बल्कि व्यायाम के बाद मरम्मत से जुड़ा होता है। विकल्प (d) गलत है क्योंकि मस्तिष्क की ऊर्जा खपत कम हो जाती है और संवेदी इनपुट भी सीमित हो जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मानव शरीर में मेलाटोनिन हार्मोन का प्राथमिक कार्य क्या है, जो नींद-जागने के चक्र को नियंत्रित करता है?
- (a) भूख बढ़ाना
- (b) शरीर के तापमान को कम करना
- (c) तनाव हार्मोन का स्राव
- (d) रक्त शर्करा का नियंत्रण
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मेलाटोनिन एक हार्मोन है जो पीनियल ग्रंथि द्वारा स्रावित होता है और शरीर की आंतरिक घड़ी (circadian rhythm) को विनियमित करने में मदद करता है, जिससे नींद आने में सहायता मिलती है। इसका एक प्रभाव शरीर के तापमान को कम करना भी है।
व्याख्या (Explanation): मेलाटोनिन को “स्लीप हार्मोन” भी कहा जाता है। यह अंधेरे के जवाब में स्रावित होता है और शरीर को सोने के लिए तैयार करता है। इसके अतिरिक्त, मेलाटोनिन शरीर के तापमान को थोड़ा कम करने में भी भूमिका निभाता है, जो नींद की शुरुआत के लिए एक संकेत है। विकल्प (a), (c) और (d) अन्य हार्मोन और प्रक्रियाओं से संबंधित हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक व्यक्ति की नींद की गुणवत्ता में सुधार के लिए निम्नलिखित में से कौन सा उपाय सबसे प्रभावी होगा?
- (a) सोने से ठीक पहले कैफीन का सेवन
- (b) अनियमित नींद का समय
- (c) अंधेरे और शांत वातावरण में सोना
- (d) सोने से पहले मोबाइल फोन का उपयोग
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बाहरी उत्तेजनाओं (जैसे प्रकाश और शोर) का शरीर की नींद-जागने की चक्र को नियंत्रित करने वाले मेलाटोनिन के उत्पादन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। एक शांत, अंधेरा और ठंडा वातावरण मेलाटोनिन उत्पादन को बढ़ावा देता है, जिससे बेहतर नींद आती है।
व्याख्या (Explanation): कैफीन एक उत्तेजक है और नींद में बाधा डालता है (a गलत)। अनियमित नींद का समय शरीर की आंतरिक घड़ी को बाधित करता है (b गलत)। मोबाइल फोन से निकलने वाली नीली रोशनी मेलाटोनिन उत्पादन को दबा सकती है, जिससे सोना मुश्किल हो जाता है (d गलत)। इसके विपरीत, एक अंधेरा और शांत वातावरण मेलाटोनिन के उत्पादन को बढ़ाता है, जिससे गहरी और आरामदायक नींद आती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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शरीर में ‘कोर्टिसोल’ हार्मोन का क्या कार्य है, जिसका स्तर नींद की कमी से प्रभावित हो सकता है?
- (a) भूख को दबाना
- (b) शरीर को तनाव प्रतिक्रिया में मदद करना
- (c) मांसपेशियों के निर्माण को बढ़ावा देना
- (d) रक्त शर्करा को कम करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोर्टिसोल एक स्टेरॉयड हार्मोन है जिसे “स्ट्रेस हार्मोन” के रूप में भी जाना जाता है। यह अधिवृक्क ग्रंथियों (adrenal glands) द्वारा निर्मित होता है और शरीर की तनाव प्रतिक्रिया (fight-or-flight response) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह ऊर्जा के लिए ग्लूकोज के उत्पादन को भी बढ़ाता है।
व्याख्या (Explanation): नींद की कमी कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ा सकती है, जिससे चिंता और तनाव बढ़ सकता है। कोर्टिसोल शरीर को “लड़ो या भागो” प्रतिक्रिया के लिए तैयार करता है, ऊर्जा के लिए संग्रहीत वसा और प्रोटीन को तोड़ता है, और शरीर में सूजन को दबाता है। विकल्प (a), (c) और (d) कोर्टिसोल के कार्यों का सटीक वर्णन नहीं करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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दीर्घकालिक नींद की कमी (chronic sleep deprivation) के कारण शरीर में कौन सा एंजाइम गतिविधि बदल सकती है, जिससे उपापचयी सिंड्रोम (metabolic syndrome) का खतरा बढ़ जाता है?
- (a) एमाइलेज
- (b) लाइपेज
- (c) इंसुलिन
- (d) ग्लूकोकाइनेज
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): इंसुलिन एक हार्मोन है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। नींद की कमी से शरीर की इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता कम हो सकती है (इंसुलिन प्रतिरोध), जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है और उपापचयी सिंड्रोम का खतरा बढ़ जाता है।
व्याख्या (Explanation): जब पर्याप्त नींद नहीं मिलती है, तो शरीर इंसुलिन को कुशलता से उपयोग करने में कम सक्षम हो जाता है। इससे रक्त में ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है, जो समय के साथ टाइप 2 मधुमेह और अन्य उपापचयी समस्याओं का कारण बन सकता है। एमाइलेज (a) कार्बोहाइड्रेट पाचन में शामिल है, लाइपेज (b) वसा पाचन में, और ग्लूकोकाइनेज (d) ग्लूकोज को फॉस्फोराइलेट करने में। ये सीधे तौर पर नींद की कमी से उपापचयी सिंड्रोम से जुड़े नहीं हैं जैसे इंसुलिन।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में ‘सिरकाडियन रिदम’ (Circadian Rhythm) को कौन सी संरचना मुख्य रूप से नियंत्रित करती है?
- (a) पीनियल ग्रंथि
- (b) थैलेमस
- (c) हाइपोथैलेमस (सुप्राचियास्मैटिक न्यूक्लियस – SCN)
- (d) पिट्यूटरी ग्रंथि
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हाइपोथैलेमस के भीतर स्थित सुप्राचियास्मैटिक न्यूक्लियस (SCN) को “शरीर की मुख्य जैविक घड़ी” कहा जाता है। यह प्रकाश संकेतों को प्राप्त करता है और नींद-जागने के चक्र सहित लगभग 24 घंटे के शरीर की लय को सिंक्रनाइज़ करता है।
व्याख्या (Explanation): SCN को रेटिना से सीधे इनपुट मिलता है, जो प्रकाश की उपस्थिति या अनुपस्थिति की जानकारी देता है। यह जानकारी तब शरीर की विभिन्न आंतरिक प्रक्रियाओं को विनियमित करने के लिए हार्मोनल और अन्य संकेतों के माध्यम से प्रसारित होती है। पीनियल ग्रंथि (a) मेलाटोनिन का उत्पादन करती है, जो SCN द्वारा विनियमित होता है। थैलेमस (b) संवेदी जानकारी को रिले करता है, और पिट्यूटरी ग्रंथि (d) कई अन्य हार्मोन को नियंत्रित करती है, लेकिन SCN मुख्य नियंत्रक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ऑक्सीजन के एक अणु की संरचना में, दो ऑक्सीजन परमाणुओं के बीच किस प्रकार का रासायनिक बंधन (chemical bond) पाया जाता है?
- (a) एकल सहसंयोजक बंधन (Single covalent bond)
- (b) द्वि सहसंयोजक बंधन (Double covalent bond)
- (c) त्रि सहसंयोजक बंधन (Triple covalent bond)
- (d) आयनिक बंधन (Ionic bond)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑक्सीजन (O₂) एक द्विपरमाणुक अणु है। ऑक्सीजन परमाणु के बाह्यतम कोश में 6 इलेक्ट्रॉन होते हैं, और इसे अपना अष्टक पूरा करने के लिए 2 और इलेक्ट्रॉनों की आवश्यकता होती है। इसलिए, दो ऑक्सीजन परमाणु दो-दो इलेक्ट्रॉन साझा करके एक द्वि सहसंयोजक बंधन बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रत्येक ऑक्सीजन परमाणु के पास 6 संयोजी इलेक्ट्रॉन होते हैं। दोनों ऑक्सीजन परमाणु दो-दो इलेक्ट्रॉनों को साझा करते हैं, जिससे एक द्विबंध (O=O) बनता है। इस प्रकार, अणु में कुल 4 साझा इलेक्ट्रॉन होते हैं, जो द्वि सहसंयोजक बंधन बनाते हैं। एकल सहसंयोजक बंधन में 2 साझा इलेक्ट्रॉन, त्रि सहसंयोजक बंधन में 6 साझा इलेक्ट्रॉन होते हैं। आयनिक बंधन में इलेक्ट्रॉनों का स्थानांतरण होता है, जो ऑक्सीजन जैसे अधातुओं के बीच नहीं होता।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जल (H₂O) के एक अणु में, ऑक्सीजन और हाइड्रोजन परमाणुओं के बीच किस प्रकार का बंधन होता है?
- (a) आयनिक बंधन
- (b) सहसंयोजक बंधन
- (c) हाइड्रोजन बंधन
- (d) धात्विक बंधन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंधन वह होता है जिसमें दो परमाणु इलेक्ट्रॉनों को साझा करते हैं। ऑक्सीजन परमाणु हाइड्रोजन परमाणुओं के साथ इलेक्ट्रॉनों को साझा करके जल का अणु बनाता है।
व्याख्या (Explanation): जल के अणु में, ऑक्सीजन एक इलेक्ट्रॉन साझा करके एक हाइड्रोजन परमाणु के साथ एक सहसंयोजक बंधन बनाता है, और दूसरे हाइड्रोजन परमाणु के साथ एक और सहसंयोजक बंधन बनाता है। ऑक्सीजन की विद्युत ऋणात्मकता (electronegativity) हाइड्रोजन से अधिक होने के कारण, यह बंधन ध्रुवीय सहसंयोजक (polar covalent) होता है। हाइड्रोजन बंधन (c) जल के अणुओं के बीच पाया जाता है, न कि एक अणु के भीतर O-H परमाणुओं के बीच। आयनिक (a) और धात्विक (d) बंधन जल के अणु के भीतर नहीं पाए जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में ऊर्जा उत्पादन के लिए ग्लूकोज के ऑक्सीकरण की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) किण्वन
- (c) श्वसन
- (d) ट्रांसपिरेशन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) वह जैव रासायनिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा कोशिकाएं ऑक्सीजन का उपयोग करके ग्लूकोज (और अन्य पोषक तत्वों) को तोड़कर एटीपी (ऊर्जा मुद्रा) के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करती हैं।
व्याख्या (Explanation): कोशिकीय श्वसन की समग्र प्रतिक्रिया C₆H₁₂O₆ + 6O₂ → 6CO₂ + 6H₂O + ऊर्जा (ATP) है। प्रकाश संश्लेषण (a) ऊर्जा को प्रकाश से रासायनिक रूप में संग्रहीत करने की प्रक्रिया है। किण्वन (b) ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में ऊर्जा उत्पादन का एक रूप है। ट्रांसपिरेशन (d) पौधों में जल के वाष्पीकरण की प्रक्रिया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव रक्त में ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किस प्रोटीन द्वारा किया जाता है?
- (a) एल्ब्यूमिन
- (b) हीमोग्लोबिन
- (c) कोलेजन
- (d) एंटीबॉडी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं (RBCs) में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है जिसमें लौह (iron) होता है। यह लौह ऑक्सीजन अणुओं के साथ बंध जाता है, जिससे पूरे शरीर में ऑक्सीजन का कुशलतापूर्वक परिवहन होता है।
व्याख्या (Explanation): प्रत्येक हीमोग्लोबिन अणु चार ऑक्सीजन अणुओं को बांध सकता है। फेफड़ों में, जहां ऑक्सीजन की सांद्रता अधिक होती है, हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को बांधता है। ऊतकों में, जहां ऑक्सीजन की सांद्रता कम होती है, हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन को छोड़ देता है। एल्ब्यूमिन (a) रक्त में ऑस्मोटिक दबाव बनाए रखता है। कोलेजन (c) एक संरचनात्मक प्रोटीन है। एंटीबॉडी (d) प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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शरीर में विटामिन डी की कमी से कौन सा रोग हो सकता है, जिसका संबंध हड्डियों के स्वास्थ्य से है?
- (a) स्कर्वी
- (b) रिकेट्स
- (c) बेरीबेरी
- (d) नाइट ब्लाइंडनेस
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन डी कैल्शियम और फॉस्फोरस के अवशोषण के लिए आवश्यक है, जो मजबूत हड्डियों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसकी कमी से बच्चों में रिकेट्स (हड्डियां नरम और विकृत हो जाती हैं) और वयस्कों में ऑस्टियोमलेशिया (हड्डियां कमजोर और भंगुर हो जाती हैं) हो सकता है।
व्याख्या (Explanation): स्कर्वी (a) विटामिन सी की कमी से होता है। बेरीबेरी (c) विटामिन बी1 (थायमिन) की कमी से होता है। नाइट ब्लाइंडनेस (d) विटामिन ए की कमी से होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मनुष्यों में, कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) का परिवहन रक्त में मुख्य रूप से किस रूप में होता है?
- (a) केवल घुलित CO₂ के रूप में
- (b) केवल कार्बोक्सीहीमोग्लोबिन के रूप में
- (c) बाईकार्बोनेट आयनों (HCO₃⁻) के रूप में
- (d) केवल हीमोग्लोबिन से बंधे CO₂ के रूप में
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन डाइऑक्साइड को रक्त में तीन मुख्य रूपों में ले जाया जाता है: प्लाज्मा में घुला हुआ, हीमोग्लोबिन से बंधा हुआ, और बाईकार्बोनेट आयनों के रूप में। बाईकार्बोनेट आयनों के रूप में परिवहन CO₂ के परिवहन का सबसे बड़ा हिस्सा (लगभग 70%) है।
व्याख्या (Explanation): CO₂ रक्त में घुलकर पानी के साथ प्रतिक्रिया करके कार्बोनिक एसिड (H₂CO₃) बनाता है, जो तुरंत बाईकार्बोनेट आयनों (HCO₃⁻) और प्रोटॉन (H⁺) में विघटित हो जाता है। ये बाईकार्बोनेट आयन प्लाज्मा में घुल जाते हैं और फेफड़ों तक ले जाए जाते हैं, जहां वे वापस CO₂ में परिवर्तित होकर उत्सर्जित हो जाते हैं। हीमोग्लोबिन से बंधा CO₂ (कार्बोएमिनोहीमोग्लोबिन) लगभग 20-25% CO₂ का परिवहन करता है, और घुला हुआ CO₂ लगभग 5-7% का परिवहन करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कैल्शियम के अवशोषण और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए कौन सा खनिज आवश्यक है?
- (a) सोडियम
- (b) पोटेशियम
- (c) मैग्नीशियम
- (d) फॉस्फोरस
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कैल्शियम और फॉस्फोरस दोनों ही हड्डियों और दांतों की संरचना के लिए आवश्यक प्रमुख खनिज हैं। शरीर कैल्शियम को कुशलता से अवशोषित करे, इसके लिए पर्याप्त फॉस्फोरस का स्तर भी महत्वपूर्ण है, और विटामिन डी इसमें सहायक होता है।
व्याख्या (Explanation): कैल्शियम और फॉस्फोरस मिलकर हड्डियों की खनिज सामग्री का अधिकांश भाग बनाते हैं। सोडियम (a) और पोटेशियम (b) इलेक्ट्रोलाइट संतुलन और तंत्रिका कार्य के लिए महत्वपूर्ण हैं। मैग्नीशियम (c) भी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है, लेकिन कैल्शियम के अवशोषण और हड्डियों की संरचना में फॉस्फोरस की भूमिका अधिक प्रत्यक्ष और महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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कोशिका झिल्ली (cell membrane) की प्राथमिक संरचनात्मक घटक क्या है?
- (a) कार्बोहाइड्रेट
- (b) प्रोटीन
- (c) लिपिड (विशेष रूप से फॉस्फोलिपिड्स)
- (d) न्यूक्लिक एसिड
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका झिल्ली एक द्विलिपिड परत (lipid bilayer) से बनी होती है, जो मुख्य रूप से फॉस्फोलिपिड्स से निर्मित होती है। इसमें विभिन्न प्रोटीन भी एकीकृत होते हैं।
व्याख्या (Explanation): फॉस्फोलिपिड्स में एक हाइड्रोफिलिक (जल-प्रेमी) सिर और एक हाइड्रोफोबिक (जल-विरोधी) पूंछ होती है। ये गुण उन्हें एक द्विलिपिड परत बनाने में सक्षम बनाते हैं, जो कोशिका के आंतरिक और बाहरी वातावरण को अलग करती है। प्रोटीन झिल्ली के माध्यम से पदार्थों के परिवहन और कोशिका की पहचान जैसे कार्य करते हैं। कार्बोहाइड्रेट (a) अक्सर प्रोटीन और लिपिड से जुड़े होते हैं, लेकिन मुख्य संरचनात्मक घटक नहीं होते। न्यूक्लिक एसिड (d) आनुवंशिक सामग्री हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जीवित कोशिकाओं में ऊर्जा का तत्काल स्रोत क्या है?
- (a) ग्लूकोज
- (b) प्रोटीन
- (c) एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP)
- (d) फैटी एसिड
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) को “ऊर्जा मुद्रा” कहा जाता है। यह रासायनिक ऊर्जा के रूप में संग्रहीत होता है और जब आवश्यकता होती है, तो इसे आसानी से तोड़कर ऊर्जा जारी की जा सकती है, जिसका उपयोग विभिन्न कोशिकीय प्रक्रियाओं द्वारा किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): ग्लूकोज (a), प्रोटीन (b), और फैटी एसिड (d) ऊर्जा के स्रोत हैं, लेकिन उन्हें पहले ATP में परिवर्तित किया जाना चाहिए। ATP रासायनिक बंधनों में ऊर्जा को संग्रहीत करता है, जो कोशिका के लिए सीधे उपयोग करने योग्य रूप है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा यौगिक अम्ल (acid) है?
- (a) सोडियम क्लोराइड (NaCl)
- (b) सोडियम हाइड्रोक्साइड (NaOH)
- (c) सल्फ्यूरिक एसिड (H₂SO₄)
- (d) अमोनिया (NH₃)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अम्ल वे रासायनिक पदार्थ होते हैं जो जलीय घोल में प्रोटॉन (H⁺ आयन) दान करते हैं। सल्फ्यूरिक एसिड एक प्रबल अम्ल है।
व्याख्या (Explanation): सल्फ्यूरिक एसिड (H₂SO₄) पानी में घुलने पर H⁺ आयन देता है। सोडियम क्लोराइड (a) एक लवण है। सोडियम हाइड्रोक्साइड (b) एक प्रबल क्षार है जो OH⁻ आयन देता है। अमोनिया (d) एक दुर्बल क्षार है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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pH स्केल पर, 7 से कम मान क्या दर्शाता है?
- (a) क्षार (Base)
- (b) अम्ल (Acid)
- (c) उदासीन (Neutral)
- (d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH स्केल 0 से 14 तक होता है, जहाँ 7 उदासीन होता है। 7 से कम मान अम्लीय प्रकृति को दर्शाते हैं, जबकि 7 से अधिक मान क्षारीय (या क्षारीय) प्रकृति को दर्शाते हैं।
व्याख्या (Explanation): pH मान H⁺ आयनों की सांद्रता का ऋणात्मक लघुगणक (negative logarithm) होता है। उच्च H⁺ सांद्रता का अर्थ है कम pH मान और अधिक अम्लता।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) के लिए पौधों को किन तीन मुख्य चीज़ों की आवश्यकता होती है?
- (a) ऑक्सीजन, जल और गर्मी
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड, जल और प्रकाश ऊर्जा
- (c) नाइट्रोजन, मिट्टी और हवा
- (d) ऑक्सीजन, खनिज और सूर्य का प्रकाश
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके, प्रकाश ऊर्जा की मदद से, शर्करा (ग्लूकोज) बनाते हैं और ऑक्सीजन को उप-उत्पाद के रूप में छोड़ते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण का रासायनिक समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂। पौधों को वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड, जड़ों से जल और सूर्य से प्रकाश ऊर्जा की आवश्यकता होती है। ऑक्सीजन (a, d) प्रकाश संश्लेषण का उत्पाद है, न कि अभिकारक। नाइट्रोजन (c) आवश्यक है, लेकिन सीधे प्रकाश संश्लेषण के लिए नहीं, बल्कि प्रोटीन और न्यूक्लिक एसिड के निर्माण के लिए।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) थायराइड ग्रंथि (Thyroid gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): यकृत (Liver) मानव शरीर का सबसे बड़ा आंतरिक अंग है और यह एक ग्रंथि के रूप में भी कार्य करता है, जो पित्त (bile) जैसे महत्वपूर्ण पदार्थों का उत्पादन करता है।
व्याख्या (Explanation): यकृत का वजन लगभग 1.5 किलोग्राम होता है, जो इसे शरीर की सबसे बड़ी ग्रंथि बनाता है। अग्न्याशय (a) एक मिश्रित ग्रंथि है (अंतःस्रावी और बहिःस्रावी दोनों)। थायराइड (b) गले में स्थित है और चयापचय को नियंत्रित करने वाले हार्मोन का उत्पादन करती है। अधिवृक्क ग्रंथि (d) गुर्दे के ऊपर स्थित होती है और विभिन्न स्टेरॉयड हार्मोन जारी करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कोशिका में “ऊर्जा गृह” (Powerhouse of the cell) किसे कहा जाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) राइबोसोम (Ribosome)
- (c) गॉल्जी उपकरण (Golgi apparatus)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का “ऊर्जा गृह” कहा जाता है क्योंकि यह कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) के माध्यम से एटीपी (ATP) के रूप में अधिकांश कोशिकीय ऊर्जा उत्पन्न करता है।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया में एटीपी का संश्लेषण होता है, जो कोशिका के विभिन्न कार्यों के लिए ऊर्जा प्रदान करता है। नाभिक (a) आनुवंशिक सामग्री रखता है। राइबोसोम (b) प्रोटीन संश्लेषण करते हैं। गॉल्जी उपकरण (c) प्रोटीन और लिपिड के प्रसंस्करण और पैकेजिंग में शामिल है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा पदार्थ ऊष्मा का सबसे अच्छा सुचालक (conductor) है?
- (a) लकड़ी
- (b) रबर
- (c) एल्युमीनियम
- (d) हवा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुओं में मुक्त इलेक्ट्रॉन (free electrons) होते हैं जो ऊष्मा को आसानी से स्थानांतरित करने में मदद करते हैं। एल्युमीनियम एक धातु है और इन मुक्त इलेक्ट्रॉनों के कारण ऊष्मा का एक उत्कृष्ट सुचालक है।
व्याख्या (Explanation): लकड़ी (a), रबर (b) और हवा (d) ऊष्मा के कुचालक (insulators) हैं। एल्युमीनियम (c) एक अच्छी चालकता वाली धातु है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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यदि किसी चालक (conductor) के सिरों पर विभवांतर (potential difference) बढ़ाया जाता है, तो उसमें बहने वाली विद्युत धारा (electric current) पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- (a) घट जाएगी
- (b) बढ़ जाएगी
- (c) अपरिवर्तित रहेगी
- (d) शून्य हो जाएगी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ओम का नियम (Ohm’s Law) कहता है कि किसी चालक के सिरों पर लगाया गया विभवांतर (V) उसमें बहने वाली धारा (I) के समानुपाती होता है, बशर्ते तापमान और अन्य भौतिक अवस्थाएं स्थिर रहें (V ∝ I)। इसे V = IR के रूप में व्यक्त किया जाता है, जहाँ R प्रतिरोध है।
व्याख्या (Explanation): ओम के नियम के अनुसार, यदि विभवांतर (V) बढ़ता है और प्रतिरोध (R) स्थिर रहता है, तो धारा (I = V/R) भी बढ़ जाएगी।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ध्वनि की गति (speed of sound) किस माध्यम में सबसे अधिक होती है?
- (a) निर्वात (Vacuum)
- (b) वायु (Air)
- (c) जल (Water)
- (d) इस्पात (Steel)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि तरंगें माध्यम में कंपन के माध्यम से फैलती हैं। ध्वनि की गति माध्यम के घनत्व (density) और प्रत्यास्थता (elasticity) पर निर्भर करती है। ठोस पदार्थों में कण एक-दूसरे के करीब होते हैं और अधिक मजबूती से बंधे होते हैं, जिससे कंपन तेजी से स्थानांतरित होते हैं।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि निर्वात (a) में यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि यात्रा के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है। गैसों (जैसे वायु – b) की तुलना में तरल पदार्थों (जैसे जल – c) में ध्वनि की गति अधिक होती है, और तरल पदार्थों की तुलना में ठोस पदार्थों (जैसे इस्पात – d) में सबसे अधिक होती है, क्योंकि कण अधिक सघन होते हैं और प्रत्यास्थता अधिक होती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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जब प्रकाश एक सघन माध्यम से विरल माध्यम (जैसे, पानी से हवा) में प्रवेश करता है, तो यह क्या करता है?
- (a) अभिलंब (normal) से दूर मुड़ता है
- (b) अभिलंब की ओर मुड़ता है
- (c) सीधा चला जाता है
- (d) परावर्तित (reflect) हो जाता है
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश के अपवर्तन (refraction) के नियम के अनुसार, जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाता है, तो वह अपने पथ से विचलित हो जाता है। जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाता है, तो वह अभिलंब से दूर मुड़ता है।
व्याख्या (Explanation): इसका कारण यह है कि प्रकाश विरल माध्यम में तेजी से यात्रा करता है। उदाहरण के लिए, जब पानी से हवा में प्रकाश जाता है, तो यह अभिलंब से दूर मुड़ जाता है। इसके विपरीत, जब प्रकाश विरल से सघन माध्यम में प्रवेश करता है (जैसे हवा से पानी), तो यह अभिलंब की ओर मुड़ता है। परावर्तन (d) तब होता है जब प्रकाश किसी सतह से टकराकर उसी माध्यम में वापस लौट जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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सूर्य के प्रकाश में कौन सी अदृश्य किरणें (invisible rays) त्वचा को टैन (tan) करती हैं और सनबर्न का कारण बन सकती हैं?
- (a) अवरक्त किरणें (Infrared rays)
- (b) पराबैंगनी किरणें (Ultraviolet rays)
- (c) एक्स-किरणें (X-rays)
- (d) गामा किरणें (Gamma rays)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सूर्य के प्रकाश में पराबैंगनी (UV) किरणें होती हैं, जिनमें ऊर्जा अधिक होती है और ये त्वचा में मेलेनिन उत्पादन को उत्तेजित करती हैं, जिससे टैनिंग होती है। उच्च मात्रा में UV विकिरण त्वचा कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे सनबर्न और त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
व्याख्या (Explanation): अवरक्त किरणें (a) ऊष्मा से संबंधित हैं। एक्स-किरणें (c) और गामा किरणें (d) उच्च-ऊर्जा विकिरण हैं जो चिकित्सा इमेजिंग और अन्य अनुप्रयोगों में उपयोग की जाती हैं, और ये सीधे सूर्य के प्रकाश के संपर्क से प्रमुख रूप से नहीं आती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में “रक्त का थक्का” (blood clot) बनने में किस विटामिन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है?
- (a) विटामिन ए
- (b) विटामिन सी
- (c) विटामिन के
- (d) विटामिन डी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन K रक्त के थक्के जमने (blood coagulation) की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह यकृत (liver) में कुछ प्रोटीन (जैसे प्रोथ्रोम्बिन) के संश्लेषण के लिए आवश्यक है, जो रक्तस्राव को रोकने के लिए थक्का बनाने की प्रक्रिया में शामिल होते हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन ए (a) दृष्टि और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन सी (b) कोलेजन संश्लेषण और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। विटामिन डी (d) कैल्शियम अवशोषण और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।