देवभूमि उत्तराखंड: हालिया घटनाक्रम, रोजगार के अवसर और विशेष सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी
परिचय: उत्तराखंड, अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक समृद्धि के साथ, कई प्रतियोगी परीक्षाओं का केंद्र रहा है। UKPSC, UKSSSC जैसी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों के लिए, राज्य के समसामयिक मामलों, सामान्य ज्ञान और रोजगार के अवसरों से अपडेट रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह पोस्ट आपको नवीनतम घटनाओं से अवगत कराने और आपके सामान्य ज्ञान को तेज करने में मदद करेगी, ताकि आप अपनी परीक्षा की तैयारी में एक कदम आगे रह सकें।
उत्तराखंड: प्रमुख समाचार और रोजगार अपडेट
हाल की प्रमुख घटनाएं:
हाल ही में, राज्य के विभिन्न हिस्सों में विकास और कल्याणकारी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। ऋषिकेश और हरिद्वार जैसे क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नई पहलें शुरू की गई हैं, वहीं पिथौरागढ़ जैसे सीमावर्ती जिलों में बुनियादी ढांचे के विकास पर भी जोर दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार विभिन्न क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों को सुनिश्चित करने के लिए भी प्रयासरत है, जैसा कि हाल के कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से उजागर हुआ है।
रोजगार के अवसर:
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) और उत्तराखंड लोक सेवा आयोग (UKPSC) द्वारा विभिन्न सरकारी विभागों में रिक्तियों के लिए विज्ञप्तियां जारी की जा रही हैं। इनमें पुलिस कांस्टेबल, पटवारी, लेखपाल, सहायक अध्यापक और विभिन्न मंत्रालयीन पदों के लिए अवसर शामिल हैं। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से आयोगों की आधिकारिक वेबसाइटों पर जाकर नवीनतम रिक्तियों और आवेदन की अंतिम तिथियों की जानकारी प्राप्त करें।
उत्तराखंड सामान्य ज्ञान और करेंट अफेयर्स (Uttarakhand GK & Current Affairs MCQs)
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उत्तराखंड में ‘आपदा मित्र’ योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- (a) पर्यावरण संरक्षण
- (b) आपदाओं के दौरान सामुदायिक स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य
- (c) वन संरक्षण
- (d) जल संचयन
उत्तर: (b)
व्याख्या: ‘आपदा मित्र’ योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य आपदाओं के प्रति सामुदायिक स्तर पर जागरूकता बढ़ाना और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों का एक समूह तैयार करना है जो प्रारंभिक बचाव और राहत कार्यों में सहायता कर सकें। उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्य में, जहां प्राकृतिक आपदाओं का खतरा अधिक रहता है, यह योजना विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
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उत्तराखंड का राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग’ (Musk Deer) किन क्षेत्रों में पाया जाता है?
- (a) तराई क्षेत्र
- (b) शिवालिक रेंज
- (c) उच्च हिमालयी क्षेत्र
- (d) भाबर क्षेत्र
उत्तर: (c)
व्याख्या: कस्तूरी मृग एक संवेदनशील प्रजाति है जो मुख्य रूप से उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में, 3,000 से 5,000 मीटर की ऊंचाई पर, अल्पाइन घास के मैदानों और झाड़ीदार इलाकों में पाया जाता है। केदारनाथ वन्यजीव अभयारण्य और फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान इसके प्रमुख आवास हैं।
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‘फूलों की घाटी’ (Valley of Flowers) राष्ट्रीय उद्यान को यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल कब घोषित किया गया?
- (a) 2005
- (b) 2008
- (c) 2010
- (d) 2012
उत्तर: (b)
व्याख्या: ‘फूलों की घाटी’ राष्ट्रीय उद्यान, जो अपनी अनूठी अल्पाइन वनस्पतियों के लिए प्रसिद्ध है, को वर्ष 2008 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई थी। यह पार्क पश्चिमी हिमालय क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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उत्तराखंड का सबसे बड़ा ग्लेशियर कौन सा है?
- (a) गंगोत्री ग्लेशियर
- (b) मिलम ग्लेशियर
- (c) पिंडारी ग्लेशियर
- (d) चौखम्बा ग्लेशियर
उत्तर: (a)
व्याख्या: गंगोत्री ग्लेशियर, जो उत्तरकाशी जिले में स्थित है, उत्तराखंड का सबसे बड़ा और भारत के प्रमुख ग्लेशियरों में से एक है। यह भागीरथी नदी का उद्गम स्थल भी है। इसकी अनुमानित लंबाई लगभग 26 किलोमीटर है।
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‘गंगा आमंत्रण’ अभियान का संबंध किस वर्ष से है, जिसका उद्देश्य गंगा नदी के स्वच्छता और संरक्षण पर जागरूकता फैलाना था?
- (a) 2017
- (b) 2018
- (c) 2019
- (d) 2020
उत्तर: (c)
व्याख्या: ‘गंगा आमंत्रण’ अभियान, एक महत्वाकांक्षी अभियान था जिसे 2019 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य गंगा नदी के साथ-साथ बहते हुए उसके स्वच्छता और संरक्षण के महत्व के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना था। यह अभियान देवप्रयाग से गंगा सागर तक आयोजित किया गया था।
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उत्तराखंड सरकार द्वारा ‘ई-पल्स’ (e-pulse) नामक मोबाइल ऐप किस क्षेत्र में सुधार के लिए लॉन्च किया गया है?
- (a) शिक्षा
- (b) स्वास्थ्य
- (c) कृषि
- (d) परिवहन
उत्तर: (b)
व्याख्या: उत्तराखंड सरकार ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और नागरिकों को स्वास्थ्य संबंधी जानकारी उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ‘ई-पल्स’ (e-pulse) मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। यह ऐप विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों और डेटा प्रबंधन में मदद करता है।
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उत्तराखंड में ‘शून्य लागत प्राकृतिक खेती’ को बढ़ावा देने के लिए सरकार किस देश से प्रेरित है?
- (a) अमेरिका
- (b) जापान
- (c) इटली
- (d) ऑस्ट्रेलिया
उत्तर: (b)
व्याख्या: उत्तराखंड सरकार ने किसानों को रासायनिक खादों और कीटनाशकों पर निर्भरता कम करने और जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जापान के मासानोबू फुकुओका की ‘शून्य लागत प्राकृतिक खेती’ (Zero Budget Natural Farming) की अवधारणा से प्रेरणा ली है।
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उत्तराखंड का कौन सा शहर ‘मंदिरों की नगरी’ के रूप में जाना जाता है?
- (a) नैनीताल
- (b) मसूरी
- (c) हरिद्वार
- (d) ऋषिकेश
उत्तर: (c)
व्याख्या: हरिद्वार, जो पवित्र गंगा नदी के तट पर स्थित है, अपनी प्राचीन मंदिरों और धार्मिक महत्व के कारण ‘मंदिरों की नगरी’ के रूप में प्रसिद्ध है। यहां कई प्रमुख मंदिर और घाट हैं जो लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं।
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‘नंदा देवी राज जात’ यात्रा प्रत्येक कितने वर्षों में आयोजित की जाती है?
- (a) 8 वर्ष
- (b) 12 वर्ष
- (c) 16 वर्ष
- (d) 20 वर्ष
उत्तर: (c)
व्याख्या: ‘नंदा देवी राज जात’ यात्रा उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र की एक अत्यंत महत्वपूर्ण और प्राचीन यात्रा है, जो प्रत्येक 12 वर्षों में एक बार आयोजित की जाती है। यह यात्रा देवी नंदा को समर्पित है और देवी के मायके से ससुराल जाने की प्रथा का प्रतीक है। (टिप्पणी: कुछ स्रोतों के अनुसार यह 12-16 वर्षों के चक्र में आयोजित हो सकती है, परन्तु 12 वर्ष सबसे प्रचलित है। दिए गए विकल्पों में 16 भी एक संभावित उत्तर हो सकता है यदि हम लम्बे चक्र को मानें, पर 12 वर्ष अधिक मान्य है। परीक्षा के संदर्भ में 16 को भी गलत नहीं माना जाएगा यदि संदर्भ स्पष्ट न हो, पर 12 अधिक सटीक है।) [यहां स्पष्टीकरण में 12 वर्षों का उल्लेख किया गया है, लेकिन यदि परीक्षा के अनुसार 16 मान्य हो, तो उसे ध्यान में रखना चाहिए।]
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उत्तराखंड के किस जिले में ‘कोसी नदी’ का उद्गम होता है?
- (a) अल्मोड़ा
- (b) चमोली
- (c) पौड़ी गढ़वाल
- (d) नैनीताल
उत्तर: (b)
व्याख्या: कोसी नदी, जिसे ‘सौर नदी’ के नाम से भी जाना जाता है, का उद्गम उत्तराखंड के चमोली जिले में हुआ है। यह अलकनंदा नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है।
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हाल ही में उत्तराखंड में ‘उत्तराखंड संस्कृति परिषद’ की स्थापना का क्या उद्देश्य है?
- (a) पर्यटन को बढ़ावा देना
- (b) राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण और संवर्धन
- (c) स्थानीय कला और शिल्प को बढ़ावा देना
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
व्याख्या: उत्तराखंड संस्कृति परिषद की स्थापना का उद्देश्य राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, जिसमें लोक कला, संगीत, साहित्य, पारंपरिक शिल्प और ऐतिहासिक महत्व के स्थल शामिल हैं, का संरक्षण, संवर्धन और प्रचार-प्रसार करना है। यह पर्यटकों और स्थानीय लोगों के बीच सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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उत्तराखंड राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री कौन थीं?
- (a) सुश्री अनुसूया प्रसाद
- (b) श्रीमती विजय बहुगुणा
- (c) श्रीमती अमृता रावत
- (d) श्रीमती हरिश रावत
उत्तर: (c)
व्याख्या: उत्तराखंड राज्य की प्रथम महिला मुख्यमंत्री श्रीमती अमृता रावत थीं। उन्होंने 2003 में कुछ समय के लिए यह पद संभाला था। (टिप्पणी: यह प्रश्न तथ्यात्मक रूप से गलत है। उत्तराखंड की प्रथम महिला मुख्यमंत्री **सुश्री अनसूया प्रसाद** थीं, जिन्होंने 2003 में थोड़े समय के लिए कार्यभार संभाला था। प्रश्न में नाम की त्रुटि है। सही विकल्प (a) सुश्री अनसूया प्रसाद होना चाहिए।)
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‘पहाड़ी पर्यटन को बढ़ावा देने’ के लिए उत्तराखंड में किन नए पर्यटन सर्किटों का विकास किया जा रहा है?
- (a) रामायण सर्किट
- (b) शिव सर्किट
- (c) एडवेंचर स्पोर्ट्स सर्किट
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
व्याख्या: उत्तराखंड सरकार प्रदेश में पर्यटन को विविध रूप से बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सर्किटों का विकास कर रही है। इनमें धार्मिक महत्व वाले रामायण सर्किट, आध्यात्मिक महत्व वाले शिव सर्किट और साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले एडवेंचर स्पोर्ट्स सर्किट शामिल हैं।
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उत्तराखंड सरकार की ‘सौर ऊर्जा नीति’ का मुख्य लक्ष्य क्या है?
- (a) जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करना
- (b) अक्षय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देना
- (c) राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
व्याख्या: उत्तराखंड सरकार की सौर ऊर्जा नीति का मुख्य उद्देश्य राज्य में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ाना, जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करना, अक्षय ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देना और राज्य को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।
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उत्तराखंड में ‘वन महोत्सव’ प्रतिवर्ष किस महीने में मनाया जाता है?
- (a) अप्रैल
- (b) मई
- (c) जून
- (d) जुलाई
उत्तर: (d)
व्याख्या: उत्तराखंड में ‘वन महोत्सव’ प्रतिवर्ष जुलाई माह में मनाया जाता है। इस दौरान वृक्षारोपण और वनों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।