दिल्ली-NCR में भूकंप: क्या ये भूकंप का एक नया चक्र है? UPSC परीक्षा के लिए संपूर्ण मार्गदर्शिका
चर्चा में क्यों? (Why in News?): हाल ही में दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में 3.7 तीव्रता का भूकंप आया है, जो दो दिनों में दूसरा भूकंप है। इससे क्षेत्र में भूकंप की संभावना और भूगर्भीय स्थिरता पर चिंता बढ़ गई है। यह घटना UPSC परीक्षा के लिए भूगोल, आपदा प्रबंधन और पर्यावरण जैसे विषयों के संदर्भ में महत्वपूर्ण है।
भारत एक भूकंप-प्रवण क्षेत्र है, और दिल्ली-एनसीआर जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भूकंप का खतरा विशेष रूप से गंभीर है। हालिया भूकंपों ने इस क्षेत्र की भूकंपीय भेद्यता को फिर से उजागर किया है और आपदा प्रबंधन के लिए तैयारियों पर सवाल उठाए हैं।
Table of Contents
- भूकंप का कारण और तंत्र (Cause and Mechanism of Earthquakes)
- दिल्ली-एनसीआर की भूकंपीय भेद्यता (Seismic Vulnerability of Delhi-NCR)
- आपदा प्रबंधन की चुनौतियाँ (Challenges in Disaster Management)
- भविष्य की राह (The Way Forward)
- UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
- प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
- मुख्य परीक्षा (Mains)
भूकंप का कारण और तंत्र (Cause and Mechanism of Earthquakes)
भूकंप पृथ्वी की टेक्टॉनिक प्लेटों की गति के कारण आते हैं। जब ये प्लेटें एक-दूसरे के खिलाफ रगड़ती हैं, तो तनाव जमा होता है, जो अंततः भूकंप के रूप में मुक्त होता है। भारत, यूरेशियन प्लेट और इंडो-ऑस्ट्रेलियाई प्लेट के संघर्ष क्षेत्र में स्थित है, जिससे यह भूकंपों के लिए अतिसंवेदनशील है।
- प्लेट टेक्टॉनिक्स: इंडो-ऑस्ट्रेलियाई प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे खिसक रही है, जिससे हिमालय पर्वत का निर्माण हुआ है और भूकंपीय गतिविधि उत्पन्न होती है।
- भ्रंश रेखाएँ: दिल्ली-एनसीआर में कई भ्रंश रेखाएँ हैं, जो भूकंपों के लिए संभावित बिंदु हैं। इन भ्रंश रेखाओं की गतिविधि भूकंप की तीव्रता और आवृत्ति को प्रभावित कर सकती है।
- रिक्टर स्केल: रिक्टर स्केल भूकंप की तीव्रता को मापता है, और 3.7 तीव्रता का भूकंप मामूली माना जाता है, लेकिन फिर भी यह घनी आबादी वाले क्षेत्रों में क्षति पहुँचा सकता है।
दिल्ली-एनसीआर की भूकंपीय भेद्यता (Seismic Vulnerability of Delhi-NCR)
दिल्ली-एनसीआर की उच्च जनसंख्या घनत्व और पुरानी इमारतों की उपस्थिति इसकी भूकंपीय भेद्यता को बढ़ाती है। अधिकांश इमारतें भूकंप-रोधी मानकों के अनुसार नहीं बनाई गई हैं, जिससे भूकंप आने पर बड़ी क्षति होने का खतरा है।
“दिल्ली-एनसीआर में भूकंप का खतरा अत्यधिक है, और इसके लिए प्रभावी आपदा प्रबंधन योजना की आवश्यकता है।”
आपदा प्रबंधन की चुनौतियाँ (Challenges in Disaster Management)
- इमारतों का निर्माण कोड: भूकंप-रोधी इमारतों के निर्माण कोड का प्रभावी कार्यान्वयन एक बड़ी चुनौती है।
- जागरूकता की कमी: आम जनता में भूकंप के खतरे के बारे में जागरूकता की कमी है।
- आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र: आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र की प्रभावशीलता में सुधार करने की आवश्यकता है।
- संसाधनों का अभाव: आपदा प्रबंधन के लिए पर्याप्त संसाधनों की कमी है।
भविष्य की राह (The Way Forward)
दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के खतरे को कम करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:
- भूकंप-रोधी निर्माण: सभी नए निर्माणों के लिए भूकंप-रोधी निर्माण कोड का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।
- पुराने ढांचे का मजबूतीकरण: पुराने ढांचे का मूल्यांकन और मजबूतीकरण किया जाना चाहिए।
- जागरूकता अभियान: भूकंप के खतरे और आपातकालीन प्रतिक्रिया के बारे में जागरूकता अभियान चलाए जाने चाहिए।
- आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना: एक प्रभावी आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना तैयार की जानी चाहिए और नियमित रूप से अभ्यास किया जाना चाहिए।
- प्रौद्योगिकी का उपयोग: भूकंप की भविष्यवाणी और चेतावनी प्रणाली में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाना चाहिए।
UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
1. **कथन:** दिल्ली-एनसीआर भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है।
* (a) सही
* (b) गलत
* **उत्तर: (a) सही**
2. **कथन:** रिक्टर स्केल भूकंप की तीव्रता को मापता है।
* (a) सही
* (b) गलत
* **उत्तर: (a) सही**
3. **कथन:** हिमालय पर्वत का निर्माण प्लेट टेक्टॉनिक्स के कारण हुआ है।
* (a) सही
* (b) गलत
* **उत्तर: (a) सही**
4. **कथन:** दिल्ली-एनसीआर में भूकंपों का मुख्य कारण भ्रंश रेखाओं की गतिविधि है।
* (a) सही
* (b) गलत
* **उत्तर: (a) सही**
5. **कथन:** 3.7 तीव्रता का भूकंप गंभीर क्षति का कारण बन सकता है।
* (a) सही
* (b) गलत
* **उत्तर: (a) सही (हालांकि कम गंभीर ज़्यादातर मामलों में)**
6. **कथन:** भूकंप-रोधी निर्माण कोड का प्रभावी कार्यान्वयन दिल्ली-एनसीआर में आपदा जोखिम को कम करने में मदद करेगा।
* (a) सही
* (b) गलत
* **उत्तर: (a) सही**
7. **कथन:** जागरूकता की कमी आपदा प्रबंधन के लिए एक प्रमुख चुनौती है।
* (a) सही
* (b) गलत
* **उत्तर: (a) सही**
8. **कथन:** आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र की प्रभावशीलता में सुधार करने की आवश्यकता है।
* (a) सही
* (b) गलत
* **उत्तर: (a) सही**
9. **कथन:** प्रौद्योगिकी का उपयोग भूकंप की भविष्यवाणी में मदद कर सकता है।
* (a) सही
* (b) गलत
* **उत्तर: (a) सही (हालांकि पूरी तरह से सटीक भविष्यवाणी अभी भी संभव नहीं है)**
10. **कथन:** पुराने ढांचे का मजबूतीकरण भूकंप के जोखिम को कम कर सकता है।
* (a) सही
* (b) गलत
* **उत्तर: (a) सही**
मुख्य परीक्षा (Mains)
1. दिल्ली-एनसीआर में भूकंप की आवृत्ति और तीव्रता में वृद्धि के संभावित कारणों पर चर्चा करें। इस क्षेत्र में भूकंपीय जोखिम को कम करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
2. दिल्ली-एनसीआर में प्रभावी आपदा प्रबंधन के लिए आवश्यक तत्वों का विश्लेषण करें। जागरूकता और प्रतिक्रिया तंत्र के महत्व पर प्रकाश डालें।
3. भारत में भूकंप-रोधी निर्माण के मानकों और उनके कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों का मूल्यांकन करें। इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए सुझाव दें।