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दिल्ली-NCR में भूकंप का खतरा: क्या हम तैयार हैं? UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए संपूर्ण मार्गदर्शिका

दिल्ली-NCR में भूकंप का खतरा: क्या हम तैयार हैं? UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए संपूर्ण मार्गदर्शिका

चर्चा में क्यों? (Why in News?): हाल ही में दिल्ली-NCR क्षेत्र में आए 3.7 तीव्रता के भूकंप ने एक बार फिर इस क्षेत्र में भूकंप के खतरे को उजागर किया है। दो दिनों में दूसरी बार आए इन झटकों ने चिंता बढ़ा दी है और इस क्षेत्र की भूकंपीय भेद्यता पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। यह घटना UPSC परीक्षा के परिप्रेक्ष्य में भूगोल, आपदा प्रबंधन और पर्यावरण अध्ययन जैसे विषयों के लिए महत्वपूर्ण है।

भारत भूकंप के लिहाज से सक्रिय क्षेत्रों में स्थित है। हिमालयी क्षेत्र, जो भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के टकराव से बना है, भूकंप की उच्च संभावना वाला क्षेत्र है। दिल्ली-NCR क्षेत्र भी इसी क्षेत्र के निकट स्थित है, जिससे यह भूकंप के प्रति संवेदनशील हो जाता है। हाल ही में आए भूकंप ने इस तथ्य को और अधिक स्पष्ट कर दिया है कि हमें भूकंप के खतरे को कम करके आँकने की भूल नहीं करनी चाहिए।

भूकंप की तीव्रता और परिमाण (Magnitude and Intensity):

भूकंप की तीव्रता और परिमाण में अंतर समझना महत्वपूर्ण है। परिमाण भूकंप के दौरान जारी हुई ऊर्जा की मात्रा को मापता है, जबकि तीव्रता भूकंप के प्रभाव को मापता है, जैसे कि इमारतों को हुए नुकसान या लोगों को महसूस हुए झटके। हाल ही में दिल्ली-NCR में आए भूकंप की तीव्रता 3.7 मापी गई, जो मध्यम तीव्रता का भूकंप था। हालांकि, उच्च तीव्रता के भूकंप आने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।

दिल्ली-NCR की भूकंपीय भेद्यता (Seismic Vulnerability of Delhi-NCR):

दिल्ली-NCR क्षेत्र की उच्च जनसंख्या घनत्व और पुरानी, ​​अनियमित रूप से निर्मित इमारतों के कारण भूकंप के प्रति इसकी भेद्यता काफी अधिक है। अधिकांश इमारतें भूकंपरोधी मानकों के अनुसार नहीं बनाई गई हैं, जिससे भारी नुकसान की संभावना बढ़ जाती है। इस क्षेत्र में बढ़ती शहरीकरण ने भूकंप के प्रभाव को और भी बढ़ा दिया है।

  • जनसंख्या घनत्व: उच्च जनसंख्या घनत्व से बचाव और राहत कार्यों में कठिनाई होती है।
  • इमारतों का निर्माण: पुरानी और कमजोर इमारतें भूकंप के दौरान अधिक नुकसान का कारण बन सकती हैं।
  • भौगोलिक स्थिति: हिमालयी क्षेत्र के निकटता से भूकंप का खतरा बढ़ जाता है।

भूकंप से निपटने के लिए उपाय (Mitigation Measures):

दिल्ली-NCR क्षेत्र में भूकंप के खतरे को कम करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं:

  • भूकंपरोधी निर्माण: भविष्य में सभी इमारतों का निर्माण भूकंपरोधी मानकों के अनुसार करना चाहिए।
  • जागरूकता अभियान: जनता को भूकंप से बचाव और राहत के बारे में जागरूक करना चाहिए।
  • आपातकालीन योजना: आपातकालीन योजना बनाना और उसका अभ्यास करना चाहिए ताकि भूकंप आने पर कुशलतापूर्वक प्रतिक्रिया दी जा सके।
  • भूकंपीय मापन: भूकंप की गतिविधियों की निगरानी के लिए उन्नत तकनीकों का उपयोग करना चाहिए।
  • शहरी नियोजन: शहरी नियोजन में भूकंप के खतरे को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

भूकंप से जुड़ी चुनौतियाँ (Challenges related to Earthquakes):

भूकंप से निपटने में कई चुनौतियाँ हैं:

  • वित्तीय संसाधन: भूकंपरोधी निर्माण और आपदा प्रबंधन के लिए पर्याप्त वित्तीय संसाधन की आवश्यकता होती है।
  • तकनीकी विशेषज्ञता: भूकंपरोधी निर्माण और आपदा प्रबंधन के लिए विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।
  • जागरूकता की कमी: जनता में भूकंप से बचाव और राहत के बारे में जागरूकता की कमी एक बड़ी चुनौती है।
  • अनियमित निर्माण: अनियमित निर्माण से भूकंप के दौरान नुकसान का खतरा बढ़ जाता है।

भविष्य की राह (The Way Forward):

दिल्ली-NCR क्षेत्र में भूकंप के खतरे को कम करने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता है। सरकार, स्थानीय निकायों और नागरिकों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। इसमें भूकंपरोधी निर्माण मानकों को सख्ती से लागू करना, जागरूकता अभियान चलाना, आपातकालीन योजना बनाना और शहरी नियोजन में भूकंप के खतरे को ध्यान में रखना शामिल है।

“भूकंप से बचाव के लिए तैयारी ही सबसे अच्छा उपाय है।”

UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)

प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs

1. **कथन:** दिल्ली-NCR क्षेत्र भूकंप के प्रति संवेदनशील है क्योंकि यह हिमालयी क्षेत्र के निकट स्थित है।
* (a) केवल कथन सही है
* (b) केवल कथन गलत है
* (c) दोनों कथन सही हैं
* (d) दोनों कथन गलत हैं

**उत्तर:** (a)

2. **कथन 1:** भूकंप की तीव्रता भूकंप के दौरान जारी हुई ऊर्जा की मात्रा को मापती है।
**कथन 2:** भूकंप की तीव्रता भूकंप के प्रभाव को मापती है।
* (a) केवल कथन 1 सही है
* (b) केवल कथन 2 सही है
* (c) दोनों कथन सही हैं
* (d) दोनों कथन गलत हैं

**उत्तर:** (b)

3. निम्नलिखित में से कौन सा कारक दिल्ली-NCR की भूकंपीय भेद्यता को बढ़ाता है?
* (a) कम जनसंख्या घनत्व
* (b) भूकंपरोधी इमारतों का निर्माण
* (c) पुरानी और कमजोर इमारतों का प्रचुरता
* (d) भौगोलिक स्थिति का अनुकूल होना

**उत्तर:** (c)

4. भूकंप के खतरे को कम करने के लिए कौन सा उपाय सबसे महत्वपूर्ण है?
* (a) आपातकालीन योजना बनाना
* (b) भूकंपरोधी निर्माण
* (c) जागरूकता अभियान चलाना
* (d) उपरोक्त सभी

**उत्तर:** (d)

5. निम्नलिखित में से कौन सा भूकंप से निपटने में एक चुनौती है?
* (a) पर्याप्त वित्तीय संसाधन
* (b) तकनीकी विशेषज्ञता की कमी
* (c) जनता में जागरूकता का अभाव
* (d) उपरोक्त सभी

**उत्तर:** (c)

6. हिमालयी क्षेत्र में भूकंप आने का मुख्य कारण क्या है?
* a) ज्वालामुखी गतिविधि
* b) टेक्टोनिक प्लेटों का टकराव
* c) भूस्खलन
* d) मानवीय गतिविधियाँ

**उत्तर:** b) टेक्टोनिक प्लेटों का टकराव

7. भूकंप की तीव्रता किस पैमाने से मापी जाती है?
* a) रिक्टर पैमाना
* b) मरकैली पैमाना
* c) दोनों a और b
* d) कोई नहीं

**उत्तर:** c) दोनों a और b

8. दिल्ली-NCR में भूकंप के खतरे को कम करने के लिए कौन सा सरकारी विभाग मुख्य रूप से जिम्मेदार है?
* a) NDMA (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण)
* b) IMD (भारतीय मौसम विज्ञान विभाग)
* c) ISRO (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन)
* d) मंत्रालयों का एक संयुक्त प्रयास

**उत्तर:** a) NDMA (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण)

9. भूकंप के दौरान सबसे सुरक्षित जगह कहाँ है?
* a) ऊँची इमारतों में
* b) खुले मैदान में
* c) घर के भीतर
* d) कार में

**उत्तर:** b) खुले मैदान में

10. “लिक्वेफेक्शन” किससे संबंधित है?
* a) ज्वालामुखी विस्फोट
* b) भूकंप
* c) समुद्री तूफ़ान
* d) बाढ़

**उत्तर:** b) भूकंप

मुख्य परीक्षा (Mains)

1. दिल्ली-NCR क्षेत्र में भूकंप की आवृत्ति और तीव्रता में वृद्धि के संभावित कारणों पर चर्चा करें। भविष्य में ऐसी घटनाओं के प्रभाव को कम करने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं?

2. भारत में भूकंप जोखिम प्रबंधन के लिए एक व्यापक रणनीति तैयार करें, जिसमें भूकंप-प्रवण क्षेत्रों की पहचान, भूकंपरोधी निर्माण, जन जागरूकता और आपातकालीन प्रतिक्रिया शामिल हो।

3. दिल्ली-NCR में भूकंप के खतरे को कम करने के लिए शहरी नियोजन की भूमिका का आकलन करें। क्या चुनौतियाँ हैं और उन्हें कैसे दूर किया जा सकता है?

4. हाल के भूकंपों के संदर्भ में, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की भूमिका और प्रभावशीलता का मूल्यांकन करें। क्या सुधार की गुंजाइश है?

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