डायमंड के विज्ञान के रहस्य: सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: नमस्कार, भावी सरकारी अधिकारी! प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण खंड है। यह न केवल आपके ज्ञान का परीक्षण करता है, बल्कि यह आपके विश्लेषणात्मक कौशल को भी मजबूत करता है। “Doubling Down on Diamond” जैसे सामयिक संकेत हमें विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को गहराई से समझने का अवसर देते हैं। यहाँ भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के 25 ऐसे MCQs दिए गए हैं जो आपकी तैयारी को परखने और मजबूत करने में मदद करेंगे। आइए, इन प्रश्नों के माध्यम से ज्ञान की दुनिया में गोता लगाएँ!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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हीरे (Diamond) की संरचना में कार्बन परमाणु किस प्रकार के बंध (Bond) से जुड़े होते हैं?
- (a) आयनिक बंध (Ionic Bond)
- (b) सहसंयोजक बंध (Covalent Bond)
- (c) हाइड्रोजन बंध (Hydrogen Bond)
- (d) धात्विक बंध (Metallic Bond)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सहसंयोजक बंध में, परमाणु इलेक्ट्रॉनों को साझा करके स्थिरता प्राप्त करते हैं। हीरे में, प्रत्येक कार्बन परमाणु अपने चार संयोजकता इलेक्ट्रॉनों का उपयोग अन्य चार कार्बन परमाणुओं के साथ सहसंयोजक बंध बनाने के लिए करता है, जिससे एक अत्यंत मजबूत त्रिविमीय (3D) जाली संरचना बनती है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता और उच्च गलनांक (Melting Point) इसके मजबूत सहसंयोजक बंधों का परिणाम है। आयनिक बंध आयनों के बीच होते हैं, हाइड्रोजन बंध हाइड्रोजन और अधिक विद्युतीय परमाणु (जैसे ऑक्सीजन, नाइट्रोजन) के बीच होते हैं, और धात्विक बंध धातुओं में पाए जाते हैं। अतः, हीरे में सहसंयोजक बंध पाए जाते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरे का अपवर्तनांक (Refractive Index) बहुत अधिक क्यों होता है, जिसके कारण वह इतना चमकीला दिखाई देता है?
- (a) इसमें धात्विक चमक होती है।
- (b) इसमें प्रकाश का आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection) अधिक होता है।
- (c) यह प्रकाश को अवशोषित (Absorb) कर लेता है।
- (d) इसमें इलेक्ट्रॉनों का मुक्त प्रवाह होता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ का उच्च अपवर्तनांक दर्शाता है कि प्रकाश उसमें धीमी गति से यात्रा करता है। जब प्रकाश हीरे के अंदर प्रवेश करता है, तो यह बार-बार आंतरिक परावर्तन से गुजरता है क्योंकि इसका अपवर्तनांक उच्च होता है और इसके फलक (facets) विशेष रूप से कटे होते हैं।
व्याख्या (Explanation): हीरे का अपवर्तनांक लगभग 2.42 होता है। जब प्रकाश हीरे के भीतर किसी फलक से टकराता है, तो क्रांतिक कोण (critical angle) से बड़े आपतन कोण (angle of incidence) पर वह उसी माध्यम में वापस परावर्तित हो जाता है (आंतरिक परावर्तन)। यह बार-बार होने वाला आंतरिक परावर्तन ही हीरे को उसकी विशिष्ट चमक प्रदान करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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हीरा विद्युत का कुचालक (Electrical Insulator) क्यों होता है?
- (a) क्योंकि इसमें मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते।
- (b) क्योंकि इसकी संरचना बहुत सघन होती है।
- (c) क्योंकि यह एक अधातु है।
- (d) क्योंकि यह बहुत कठोर होता है।
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चालकता के लिए पदार्थ में मुक्त या गतिशील इलेक्ट्रॉनों का होना आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की क्रिस्टल संरचना में, प्रत्येक कार्बन परमाणु अपने चार संयोजकता इलेक्ट्रॉनों को चार अन्य कार्बन परमाणुओं के साथ सहसंयोजक बंध बनाने में पूरी तरह से साझा करता है। इस प्रकार, किसी भी मुक्त इलेक्ट्रॉन की अनुपस्थिति के कारण, हीरा विद्युत का संचालन नहीं करता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा हीरे का प्राकृतिक स्रोत नहीं है?
- (a) किम्बरलाइट (Kimberlite)
- (b) लैम्प्रोइट (Lamproite)
- (c) एल्युमीनियम ऑक्साइड (Aluminium Oxide)
- (d) तलछट (Placer Deposits)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हीरे पृथ्वी के गर्भ से विशेष प्रकार की आग्नेय चट्टानों (Igneous Rocks) में पाए जाते हैं, जिनमें किम्बरलाइट और लैम्प्रोइट प्रमुख हैं। तलछट निक्षेप वे स्थान हैं जहाँ ये हीरे भूवैज्ञानिक प्रक्रियाओं द्वारा अपक्षयित और परिवहन के बाद जमा हो जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): एल्युमीनियम ऑक्साइड (Al₂O₃) कोरन्डम (Corundum) का मुख्य घटक है, जिससे नीलम (Sapphire) और माणिक (Ruby) जैसे रत्न बनते हैं, न कि हीरा। किम्बरलाइट और लैम्प्रोइट वे ज्वालामुखीय पाइप (Volcanic Pipes) हैं जो पृथ्वी की गहराई से हीरे युक्त मैग्मा को ऊपर लाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का गलनांक (Melting Point) बहुत उच्च क्यों होता है?
- (a) क्योंकि यह पानी में घुलनशील है।
- (b) क्योंकि इसमें कार्बन-कार्बन के मजबूत सहसंयोजक बंध होते हैं।
- (c) क्योंकि यह एक अच्छा ऊष्मा चालक है।
- (d) क्योंकि यह लचीला होता है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ का गलनांक उसके कणों के बीच के बंधों की प्रबलता पर निर्भर करता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन परमाणु अत्यंत प्रबल सहसंयोजक बंधों द्वारा एक त्रिविमीय जाली (3D lattice) में व्यवस्थित होते हैं। इन बंधों को तोड़ने के लिए बहुत अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिसके परिणामस्वरूप हीरे का गलनांक अत्यंत उच्च (लगभग 3550 °C) होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कार्बन का कौन सा अपररूप (Allotrope) प्राकृतिक रूप से पाया जाता है और सबसे कठोर होता है?
- (a) ग्रेफाइट (Graphite)
- (b) फुलरीन (Fullerenes)
- (c) हीरा (Diamond)
- (d) कोयला (Coal)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपररूपता (Allotropy) तत्वों का वह गुण है जिसके कारण वे एक ही भौतिक अवस्था में दो या दो से अधिक विभिन्न रूपों में अस्तित्व में रह सकते हैं, जिनके भौतिक और रासायनिक गुण भिन्न होते हैं।
व्याख्या (Explanation): कार्बन के विभिन्न अपररूपों में, हीरा अपनी sp³ संकरण (hybridization) और मजबूत सहसंयोजक बंधों के कारण सबसे कठोर प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है। ग्रेफाइट नरम होता है क्योंकि इसमें sp² संकरण होता है और परतें कमजोर वैन डेर वाल्स बलों से जुड़ी होती हैं। फुलरीन गोलाकार या दीर्घवृत्ताकार अणु होते हैं। कोयला कार्बनिक पदार्थों का मिश्रण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हीरे का उपयोग काटने वाले औजारों (Cutting Tools) में क्यों किया जाता है?
- (a) इसकी उच्च घनत्व (Density) के कारण
- (b) इसकी उच्च तापीय चालकता (Thermal Conductivity) के कारण
- (c) इसकी असाधारण कठोरता (Hardness) के कारण
- (d) इसके उत्कृष्ट चमक (Luster) के कारण
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी पदार्थ की कठोरता उसकी सतह को खरोंचने या घर्षण का विरोध करने की क्षमता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे की असाधारण कठोरता (मोह पैमाने पर 10) इसे अन्य पदार्थों को काटने, पीसने और चमकाने के लिए आदर्श बनाती है। यह अन्य खनिजों और धातुओं की तुलना में आसानी से उन्हें खरोंच सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कार्बन के किस अपररूप में sp² संकरण होता है?
- (a) हीरा (Diamond)
- (b) फुलरीन (Fullerene)
- (c) ग्रेफाइट (Graphite)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संकरण (Hybridization) परमाणुओं के ऑर्बिटल्स का मिश्रण है जो सहसंयोजक बंध बनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं। sp² संकरण में एक s और दो p ऑर्बिटल्स का मिश्रण होता है, जिससे तीन sp² हाइब्रिड ऑर्बिटल्स बनते हैं जो 120° के कोण पर स्थित होते हैं, और एक अप्रयुक्त p ऑर्बिटल बच जाता है।
व्याख्या (Explanation): हीरे में, कार्बन sp³ संकरित होता है। ग्रेफाइट में, कार्बन sp² संकरित होता है, जिसके परिणामस्वरूप षट्कोणीय (hexagonal) परतें बनती हैं। इन परतों के बीच पाई (π) इलेक्ट्रॉन delocalized होते हैं, जिससे ग्रेफाइट विद्युत का सुचालक होता है। फुलरीन (जैसे बकमिन्स्टरफुलरीन C₆₀) में sp² और sp³ संकरण का मिश्रण हो सकता है, लेकिन आमतौर पर इसे sp² के रूप में माना जाता है। हालांकि, सीधे तौर पर ग्रेफाइट ही sp² संकरण का प्रमुख उदाहरण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा कथन हीरे के बारे में सत्य नहीं है?
- (a) यह कार्बन का एक अपररूप है।
- (b) यह विद्युत का सुचालक है।
- (c) यह Mohs पैमाने पर सबसे कठोर पदार्थ है।
- (d) इसकी क्रिस्टल संरचना चतुष्फलकीय (Tetrahedral) होती है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिक गुणों के आधार पर पदार्थों का वर्गीकरण किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): जैसा कि पहले चर्चा की गई है, हीरे में कोई मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते हैं, इसलिए यह विद्युत का कुचालक (insulator) होता है, सुचालक (conductor) नहीं। अन्य सभी कथन सत्य हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जब कोई वस्तु किसी तरल में डुबोई जाती है, तो उस पर ऊपर की ओर लगने वाले बल को क्या कहते हैं?
- (a) श्यानता (Viscosity)
- (b) उत्प्लावन बल (Buoyant Force)
- (c) पृष्ठ तनाव (Surface Tension)
- (d) कर्षण (Drag)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उत्प्लावन बल आर्किमिडीज के सिद्धांत (Archimedes’ Principle) द्वारा वर्णित है, जो कहता है कि किसी तरल में डूबी हुई वस्तु पर ऊपर की ओर लगने वाला बल, उस वस्तु द्वारा विस्थापित तरल के भार के बराबर होता है।
व्याख्या (Explanation): यह उत्प्लावन बल ही वह बल है जो किसी वस्तु को तरल में तैरने में मदद करता है या डूबने से रोकता है। श्यानता तरल के प्रवाह का विरोध है, पृष्ठ तनाव तरल की सतह का सिकुड़ने की प्रवृत्ति है, और कर्षण गति का विरोध करने वाला बल है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक वस्तु पानी में तैरती है यदि उसका घनत्व:
- (a) पानी के घनत्व से अधिक हो।
- (b) पानी के घनत्व से कम हो।
- (c) पानी के घनत्व के बराबर हो।
- (d) हवा के घनत्व से कम हो।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): तैरने की क्षमता वस्तु के घनत्व और तरल के घनत्व के बीच के संबंध पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): यदि किसी वस्तु का घनत्व उस तरल के घनत्व से कम है जिसमें उसे डुबोया गया है, तो वस्तु द्वारा विस्थापित तरल का भार वस्तु के भार से अधिक होगा। इसके परिणामस्वरूप, उत्प्लावन बल वस्तु के भार से अधिक होगा, और वस्तु तैरने लगेगी। यदि घनत्व बराबर है, तो वस्तु तैरती है लेकिन डूबती नहीं (तटस्थ उत्प्लावन)। यदि घनत्व अधिक है, तो वस्तु डूब जाएगी।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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तापमान केल्विन (Kelvin) पैमाने पर, पानी का हिमांक (Freezing Point) कितना होता है?
- (a) 0 K
- (b) 100 K
- (c) 273.15 K
- (d) 373.15 K
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): केल्विन पैमाना एक निरपेक्ष (absolute) तापमान पैमाना है, जहाँ 0 K निरपेक्ष शून्य (absolute zero) का प्रतिनिधित्व करता है। सेल्सियस और केल्विन के बीच संबंध C + 273.15 = K है।
व्याख्या (Explanation): पानी का हिमांक सेल्सियस पैमाने पर 0°C होता है। इस मान को केल्विन में बदलने के लिए, हम 273.15 जोड़ते हैं। इसलिए, 0°C + 273.15 = 273.15 K।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ध्वनि की तीव्रता (Intensity of Sound) किस इकाई में मापी जाती है?
- (a) हर्ट्ज़ (Hertz)
- (b) डेसिबल (Decibel)
- (c) वॉट प्रति वर्ग मीटर (Watt per square meter)
- (d) (b) और (c) दोनों
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि की तीव्रता ध्वनि तरंगों की ऊर्जा प्रवाह दर को मापती है, जो प्रति इकाई क्षेत्र में मापी जाती है। डेसिबल (dB) ध्वनि की तीव्रता स्तर (Sound Intensity Level) के लिए एक लघुगणकीय (logarithmic) पैमाना है, जबकि वाट प्रति वर्ग मीटर (W/m²) निरपेक्ष तीव्रता की SI इकाई है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की निरपेक्ष तीव्रता को W/m² में मापा जाता है, जो प्रति इकाई क्षेत्र में ध्वनि ऊर्जा है। डेसिबल (dB) मानव श्रवण के लिए प्रासंगिक ध्वनि दबाव स्तर या ध्वनि तीव्रता स्तर को व्यक्त करने का एक सुविधाजनक तरीका है। इसलिए, दोनों ही इकाइयाँ ध्वनि की तीव्रता से संबंधित हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रकाश का रंग (Color of Light) निम्नलिखित में से किस गुण पर निर्भर करता है?
- (a) आयाम (Amplitude)
- (b) आवृत्ति (Frequency)
- (c) ध्रुवीकरण (Polarization)
- (d) कला (Phase)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): दृश्यमान प्रकाश विद्युत चुम्बकीय तरंगों (Electromagnetic Waves) का एक रूप है। तरंगों के विभिन्न गुण उनके व्यवहार को निर्धारित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश का रंग उसकी आवृत्ति (frequency) या समकक्ष रूप से, उसकी तरंगदैर्ध्य (wavelength) द्वारा निर्धारित होता है। विभिन्न आवृत्तियों के प्रकाश तरंगें हमारी आँखों को विभिन्न रंग के रूप में दिखाई देती हैं (जैसे लाल, हरा, नीला)। आयाम प्रकाश की तीव्रता से संबंधित है, ध्रुवीकरण तरंग के दोलन की दिशा से संबंधित है, और कला तरंग की स्थिति से संबंधित है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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एक चुंबक (Magnet) के दो ध्रुव (Poles) होते हैं:
- (a) उत्तर और दक्षिण
- (b) पूर्व और पश्चिम
- (c) ऊपरी और निचला
- (d) सकारात्मक और नकारात्मक
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): चुंबकत्व (Magnetism) का मूल सिद्धांत यह है कि प्रत्येक चुंबक के दो विपरीत ध्रुव होते हैं, जिन्हें उत्तर (North) और दक्षिण (South) ध्रुव कहा जाता है।
व्याख्या (Explanation): यदि किसी चुंबक को तोड़ा जाता है, तो प्रत्येक टुकड़ा फिर से एक पूर्ण चुंबक बन जाता है जिसके अपने उत्तर और दक्षिण ध्रुव होते हैं। विद्युत आवेशों के विपरीत, जिन्हें अलग किया जा सकता है (एकल धनात्मक या ऋणात्मक आवेश), चुंबकीय ध्रुव (magnetic poles) को कभी भी अलग नहीं किया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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पारसेक (Parsec) निम्नलिखित में से किसकी इकाई है?
- (a) समय (Time)
- (b) लंबाई (Length)
- (c) प्रकाश की गति (Speed of Light)
- (d) खगोलीय दूरी (Astronomical Distance)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): खगोलीय मापों में, बहुत बड़ी दूरियों को व्यक्त करने के लिए विशेष इकाइयों का उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): पारसेक खगोलीय दूरियों को मापने की एक इकाई है। एक पारसेक लगभग 3.26 प्रकाश-वर्ष (light-years) के बराबर होता है। खगोलविद इसका उपयोग तारों और आकाशगंगाओं के बीच की दूरियों को व्यक्त करने के लिए करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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निम्नलिखित में से कौन सा ऊष्मा का सबसे अच्छा सुचालक (Best Conductor of Heat) है?
- (a) लकड़ी (Wood)
- (b) हवा (Air)
- (c) एल्युमिनियम (Aluminium)
- (d) कांच (Glass)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऊष्मा चालन (Heat Conduction) वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पदार्थ के कणों में कंपन और ऊर्जा के हस्तांतरण से ऊष्मा एक स्थान से दूसरे स्थान तक प्रवाहित होती है। धातुओं में मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं जो ऊष्मा हस्तांतरण में सहायता करते हैं।
व्याख्या (Explanation): एल्युमिनियम एक धातु है और इसमें मुक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं जो ऊष्मा को कुशलता से स्थानांतरित कर सकते हैं। लकड़ी, हवा और कांच दुर्बल ऊष्मा चालक (poor conductors of heat) हैं, यानी वे ऊष्मा के अच्छे अवरोधक (insulators) हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि (Largest Gland) कौन सी है?
- (a) अग्न्याशय (Pancreas)
- (b) अधिवृक्क ग्रंथि (Adrenal Gland)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) थायरॉयड ग्रंथि (Thyroid Gland)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियाँ होती हैं जो विभिन्न कार्य करती हैं, जैसे हार्मोन स्रावित करना।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर में सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है। यह पित्त (bile) का उत्पादन करता है, चयापचय (metabolism) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और विषाक्त पदार्थों (toxins) को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। अग्न्याशय एक मिश्रित ग्रंथि है, अधिवृक्क ग्रंथि छोटी होती है, और थायरॉयड ग्रंथि गर्दन में स्थित होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधे किस प्रक्रिया द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाते हैं?
- (a) श्वसन (Respiration)
- (b) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
- (c) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (d) परागण (Pollination)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश, कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) और ऑक्सीजन बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): इस प्रक्रिया में क्लोरोफिल (chlorophyll) नामक हरा वर्णक (pigment) सूर्य की ऊर्जा को अवशोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। श्वसन ऊर्जा जारी करने की प्रक्रिया है, वाष्पोत्सर्जन पौधों से पानी का वाष्पीकरण है, और परागण प्रजनन का हिस्सा है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव रक्त का सामान्य pH मान लगभग कितना होता है?
- (a) 3.5 – 4.5
- (b) 5.5 – 6.5
- (c) 7.35 – 7.45
- (d) 8.5 – 9.5
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी विलयन (solution) की अम्लता (acidity) या क्षारीयता (alkalinity) को मापता है। 7 से कम pH अम्लीय होता है, 7 से अधिक क्षारीय होता है, और 7 उदासीन (neutral) होता है।
व्याख्या (Explanation): मानव रक्त थोड़ा क्षारीय होता है। इसका सामान्य pH मान 7.35 से 7.45 के बीच होता है। शरीर के सामान्य कामकाज के लिए रक्त के pH स्तर को एक संकीर्ण सीमा के भीतर बनाए रखना महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में कितनी जोड़ी पसलियाँ (Ribs) होती हैं?
- (a) 10
- (b) 12
- (c) 14
- (d) 24
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पसलियाँ वक्षीय पिंजरे (thoracic cage) का हिस्सा हैं जो फेफड़ों (lungs) और हृदय (heart) जैसे महत्वपूर्ण अंगों की रक्षा करती हैं।
व्याख्या (Explanation): एक सामान्य मानव वयस्क में, 12 जोड़ी पसलियाँ होती हैं, जो कुल 24 पसलियाँ बनाती हैं। पहली 7 जोड़ी को ‘वास्तविक पसलियाँ’ (true ribs) कहा जाता है क्योंकि वे सीधे उरोस्थि (sternum) से जुड़ी होती हैं। अगली 3 जोड़ी ‘मिथ्या पसलियाँ’ (false ribs) कहलाती हैं क्योंकि वे अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी होती हैं, और अंतिम 2 जोड़ी ‘तैरने वाली पसलियाँ’ (floating ribs) कहलाती हैं क्योंकि वे उरोस्थि से बिल्कुल नहीं जुड़तीं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कोशिका (Cell) का ‘ऊर्जा घर’ (Powerhouse) किसे कहा जाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) लाइसोसोम (Lysosome)
- (c) गॉल्जी उपकरण (Golgi Apparatus)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिकांग (Organelles) कोशिका के भीतर विशिष्ट कार्य करने वाली संरचनाएँ होती हैं।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिका के भीतर कोशिका श्वसन (cellular respiration) की प्रक्रिया द्वारा ATP (adenosine triphosphate) के रूप में ऊर्जा का उत्पादन करते हैं। ATP कोशिका की अधिकांश चयापचय गतिविधियों के लिए ऊर्जा का मुख्य स्रोत है, इसलिए माइटोकॉन्ड्रिया को कोशिका का ‘ऊर्जा घर’ कहा जाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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विटामिन डी (Vitamin D) का सबसे अच्छा स्रोत क्या है?
- (a) खट्टे फल (Citrus Fruits)
- (b) गाजर (Carrots)
- (c) सूर्य का प्रकाश (Sunlight)
- (d) दूध (Milk)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन हमारे शरीर के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं, जिन्हें हमें अपने आहार से प्राप्त करना होता है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन डी का सबसे उत्कृष्ट और प्राकृतिक स्रोत सूर्य का प्रकाश है। जब हमारी त्वचा सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आती है, तो यह विटामिन डी का संश्लेषण करती है। खट्टे फलों में विटामिन सी अधिक होता है, गाजर में विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन) होता है, और दूध में कैल्शियम और विटामिन डी दोनों हो सकते हैं, लेकिन सूर्य का प्रकाश इसका प्राथमिक स्रोत है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एंजाइम (Enzymes) मुख्य रूप से क्या होते हैं?
- (a) कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrates)
- (b) लिपिड (Lipids)
- (c) प्रोटीन (Proteins)
- (d) विटामिन (Vitamins)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एंजाइम जैविक उत्प्रेरक (biological catalysts) होते हैं जो शरीर में रासायनिक अभिक्रियाओं की दर को बढ़ाते हैं।
व्याख्या (Explanation): अधिकांश एंजाइम प्रोटीन से बने होते हैं। वे विशिष्ट सब्सट्रेट्स (substrates) से बंधकर उन्हें उत्पादों (products) में बदलने में मदद करते हैं। कार्बोहाइड्रेट ऊर्जा प्रदान करते हैं, लिपिड वसा और कोशिका झिल्ली बनाते हैं, और विटामिन सह-एंजाइम (coenzymes) के रूप में कार्य कर सकते हैं लेकिन स्वयं एंजाइम नहीं होते।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में रक्त का स्कंदन (Blood Clotting) निम्नलिखित में से किस विटामिन की उपस्थिति में होता है?
- (a) विटामिन ए (Vitamin A)
- (b) विटामिन सी (Vitamin C)
- (c) विटामिन ई (Vitamin E)
- (d) विटामिन के (Vitamin K)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): रक्त स्कंदन एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें कई कारक शामिल होते हैं, और कुछ विटामिन इस प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन के रक्त स्कंदन के लिए आवश्यक प्रोथ्रोम्बिन (prothrombin) नामक प्रोटीन के संश्लेषण के लिए महत्वपूर्ण है। विटामिन ए दृष्टि और प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है, विटामिन सी संयोजी ऊतकों (connective tissues) के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है, और विटामिन ई एक एंटीऑक्सिडेंट है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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मानव आँखों में, प्रकाश को विद्युत संकेतों (Electrical Signals) में परिवर्तित करने वाला भाग कौन सा है?
- (a) पुतली (Pupil)
- (b) आइरिस (Iris)
- (c) रेटिना (Retina)
- (d) कॉर्निया (Cornea)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आँखों की रेटिना परत में प्रकाश-संवेदनशील कोशिकाएँ (photoreceptor cells) होती हैं जो प्रकाश ऊर्जा को तंत्रिका आवेगों (nerve impulses) में परिवर्तित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): रेटिना में रॉड (rods) और कोन (cones) नामक कोशिकाएँ होती हैं। ये कोशिकाएँ प्रकाश के प्रति प्रतिक्रिया करती हैं और ऑप्टिक तंत्रिका (optic nerve) के माध्यम से मस्तिष्क को संकेत भेजती हैं, जिससे हमें देखने की अनुभूति होती है। पुतली आँख में प्रवेश करने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करती है, आइरिस पुतली के आकार को नियंत्रित करती है, और कॉर्निया प्रकाश को अपवर्तित (refract) करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।