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ज्ञान की कसौटी: इतिहास के हर युग का संगम!

ज्ञान की कसौटी: इतिहास के हर युग का संगम!

नमस्कार, इतिहास के जिज्ञासुओं! क्या आप अपने ज्ञान की गहराई और चौड़ाई को परखने के लिए तैयार हैं? आज हम इतिहास के हर दौर से गुजरते हुए, एक रोमांचक यात्रा पर निकल रहे हैं। यह 25 प्रश्नों का संग्रह आपके ऐतिहासिक बोध को चुनौती देगा और आपको बीती सदियों की महत्वपूर्ण घटनाओं, व्यक्तित्वों और शिल्पकला से रूबरू कराएगा। पेन और पेपर तैयार रखें, क्योंकि यह मॉक टेस्ट आपकी तैयारी का एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।


प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस सिंधु घाटी सभ्यता स्थल से पक्की ईंटों से बनी एक भव्य स्नानागार (Great Bath) प्राप्त हुआ है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मोहनजोदड़ो (सिंधी में ‘मृतकों का टीला’) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख शहर था, जहाँ से एक विशाल सार्वजनिक स्नानागार (Great Bath) के अवशेष मिले हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: यह स्नानागार संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग किया जाता था। यह कूपर (copper) के जलरोधी (waterproof) निर्माण का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जो उस समय की उन्नत जल-निकासी प्रणाली को दर्शाता है। इसके चारों ओर गलियारे और कमरे बने हुए थे।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा शहर की खोज का श्रेय दयाराम साहनी को जाता है और यहाँ से कब्रिस्तान (R-37) और मानव आकृतियाँ मिली हैं। लोथल एक बंदरगाह शहर था जहाँ से गोदी (dockyard) के प्रमाण मिले हैं। कालीबंगा से जूते हुए खेत (ploughed field) के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 2: ऋग्वैदिक काल में ‘अनस’ (Anas) शब्द का प्रयोग किसके लिए किया जाता था?

  1. घोड़ा
  2. बैल
  3. गाड़ी
  4. रथ

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ऋग्वैदिक काल में ‘अनस’ शब्द का प्रयोग पहियों वाली गाड़ी या बैलगाड़ी के लिए किया जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह शब्द उस समय के परिवहन के साधनों में से एक को दर्शाता है। वैदिक साहित्य में कृषि और पशुधन के महत्व पर जोर दिया गया था, और बैलगाड़ियाँ माल ढोने और यात्रा के लिए महत्वपूर्ण थीं।
  • गलत विकल्प: ‘अश्व’ या ‘वाजि’ जैसे शब्द घोड़ों के लिए प्रयुक्त होते थे, जिनका उपयोग रथों में होता था। ‘रथ’ (Ratha) स्वयं रथ के लिए एक अलग शब्द था।

प्रश्न 3: निम्नलिखित में से किस शासक को ‘भारत का मैकियावेली’ कहा जाता है?

  1. समुद्रगुप्त
  2. चंद्रगुप्त मौर्य
  3. चाणक्य
  4. अशोक

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: चाणक्य (जिन्हें कौटिल्य या विष्णुगुप्त भी कहा जाता है), चंद्रगुप्त मौर्य के प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री थे। उनकी पुस्तक ‘अर्थशास्त्र’ में राज्य-व्यवस्था, कूटनीति और सैन्य रणनीति का विस्तृत वर्णन है, जो निकोलो मैकियावेली के ‘द प्रिंस’ के समान है, इसलिए उन्हें ‘भारत का मैकियावेली’ कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य को मगध के सिंहासन तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और मौर्य साम्राज्य की नींव रखी। ‘अर्थशास्त्र’ शासन कला का एक क्लासिक ग्रंथ है।
  • गलत विकल्प: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। चंद्रगुप्त मौर्य पहले महान मौर्य शासक थे। अशोक महान मौर्य शासक थे जो अपने धम्म (धर्म) के लिए जाने जाते हैं।

प्रश्न 4: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक ने ‘विक्रमांक’ की उपाधि धारण की थी?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: चंद्रगुप्त द्वितीय (जिन्हें विक्रमादित्य भी कहा जाता है) ने ‘विक्रमांक’ (अर्थात पराक्रम का प्रतीक) और ‘विक्रमादित्य’ (सूर्य के समान पराक्रमी) जैसी उपाधियाँ धारण की थीं।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय का शासनकाल गुप्त साम्राज्य का स्वर्ण युग माना जाता है। उन्होंने मालवा की शकों पर विजय प्राप्त करने के उपलक्ष्य में ये उपाधियाँ धारण की थीं। उनके दरबार में कालिदास जैसे विद्वान थे।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने ‘महाराजधिराज’ की उपाधि ली थी। समुद्रगुप्त को ‘कविराज’ और ‘पराक्रमांक’ कहा जाता है। स्कंदगुप्त ने ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि भी धारण की थी, लेकिन चंद्रगुप्त द्वितीय इस उपाधि के लिए अधिक प्रसिद्ध हैं और ‘विक्रमांक’ भी उन्हीं से जुड़ा है।

प्रश्न 5: ‘सांची का स्तूप’ का निर्माण किसने करवाया था?

  1. बिंदुसार
  2. अशोक
  3. हर्षवर्धन
  4. कनिष्क

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: सांची का स्तूप, मध्य प्रदेश में स्थित, बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण स्मारक है जिसका निर्माण मौर्य सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मूल रूप से बुद्ध के अवशेषों को रखने के लिए बनाया गया था। सांची का महान स्तूप (Stoopa 1) सबसे प्रसिद्ध है। अशोक ने अपने साम्राज्य में बौद्ध धर्म के प्रसार के लिए कई स्तूपों का निर्माण करवाया था।
  • गलत विकल्प: बिंदुसार अशोक के पिता थे। हर्षवर्धन का संबंध 7वीं शताब्दी ईस्वी से है। कनिष्क कुषाण वंश का एक प्रसिद्ध शासक था जिसने गांधार कला को बढ़ावा दिया।

प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ नामक एक नया कृषि विभाग स्थापित किया था?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. मुहम्मद बिन तुगलक

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मुहम्मद बिन तुगलक (एमबीटी) ने 14वीं शताब्दी में किसानों की उन्नति के लिए ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ (कृषि विभाग) की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस विभाग का उद्देश्य बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाना, किसानों को ऋण (सोनधर/ताकावी) प्रदान करना और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देना था। हालाँकि, एमबीटी की अन्य नीतियों की तरह, यह भी बहुत सफल नहीं हो पाया।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (तुर्क-ए-चिहलगानी) की स्थापना की थी। बलबन ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ (सैन्य विभाग) की स्थापना की और सिजदा व पैबोस प्रथाएं शुरू कीं। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की और ‘दीवान-ए-मुस्तखराज’ (राजस्व विभाग) की स्थापना की।

प्रश्न 7: प्रसिद्ध विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्ण देवराय
  2. हरिहर और बुक्का
  3. देवराय द्वितीय
  4. बुक्का प्रथम

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह दक्षिण भारत का एक शक्तिशाली साम्राज्य था जिसने लगभग 200 वर्षों तक शासन किया। इसका संस्थापक हरिहर प्रथम था, लेकिन साम्राज्य की स्थापना का श्रेय दोनों भाइयों को दिया जाता है। विजयनगर अपनी वास्तुकला, कला और साहित्य के लिए प्रसिद्ध था।
  • गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की। देवराय द्वितीय और बुक्का प्रथम भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन संस्थापक नहीं।

प्रश्न 8: ‘सप्तवर्षीय युद्ध’ (Seven Years’ War) का संबंध किन दो यूरोपीय शक्तियों के बीच था, जिसका प्रभाव भारत पर भी पड़ा?

  1. फ्रांस और स्पेन
  2. इंग्लैंड और फ्रांस
  3. ऑस्ट्रिया और प्रशिया
  4. नीदरलैंड और पुर्तगाल

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: सप्तवर्षीय युद्ध (1756-1763) मुख्य रूप से ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैंड) और फ्रांस के बीच लड़ा गया था, जिसके वैश्विक प्रभाव थे, जिसमें भारत में फ्रांसीसी और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनियों के बीच कर्नाटक युद्धों का अंतिम चरण भी शामिल था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध ने वैश्विक स्तर पर ग्रेट ब्रिटेन की शक्ति को मजबूत किया, जबकि फ्रांस को अपनी औपनिवेशिक महत्वाकांक्षाओं में झटका लगा। भारत में, वांडीवाश का युद्ध (1760) इस श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था, जिसने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व की नींव रखी।
  • गलत विकल्प: ऑस्ट्रिया और प्रशिया के बीच भी इसी दौरान युद्ध हुए थे, लेकिन भारत पर सीधा प्रभाव इंग्लैंड-फ्रांस संघर्ष से था। अन्य विकल्प मुख्य रूप से यूरोप में केंद्रित थे या उनके प्रभाव भारतीय उपमहाद्वीप पर उतने प्रत्यक्ष नहीं थे।

प्रश्न 9: 1857 के विद्रोह के तुरंत बाद, भारत का शासन ब्रिटिश ताज के अधीन कब आया?

  1. 1857
  2. 1858
  3. 1859
  4. 1860

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: 1857 के महान विद्रोह के बाद, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को समाप्त कर दिया गया और भारत का शासन सीधे ब्रिटिश क्राउन (सम्राट/साम्राज्ञी) के अधीन आ गया। यह परिवर्तन 1858 के भारत सरकार अधिनियम (Government of India Act, 1858) द्वारा किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम के तहत, भारत के लिए एक राज्य सचिव (Secretary of State for India) का पद सृजित किया गया और भारत का वायसराय (Governor-General) क्राउन का प्रतिनिधि बना। इसने कंपनी के शासन के अंत और ब्रिटिश राज की शुरुआत को चिह्नित किया।
  • गलत विकल्प: 1857 में विद्रोह हुआ, लेकिन शासन तुरंत स्थानांतरित नहीं हुआ। 1858 के अधिनियम ने इसे औपचारिक रूप दिया।

प्रश्न 10: ‘वेदांत कॉलेज’ की स्थापना किसने की थी, जिसका उद्देश्य पश्चिमी और भारतीय दोनों प्रकार के शिक्षा प्रदान करना था?

  1. स्वामी विवेकानंद
  2. राजा राम मोहन राय
  3. ईश्वर चंद्र विद्यासागर
  4. दयानंद सरस्वती

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: राजा राम मोहन राय, जिन्हें ‘भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत’ कहा जाता है, ने 1825 में कलकत्ता में ‘वेदांत कॉलेज’ की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस कॉलेज का उद्देश्य हिंदू दर्शन (वेदांत) की शिक्षा के साथ-साथ पश्चिमी विज्ञान और तर्कसंगत विचारों को भी बढ़ावा देना था, ताकि भारतीय युवा आधुनिक और पारंपरिक ज्ञान के बीच संतुलन बना सकें।
  • गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने भी शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जैसे कि संस्कृत कॉलेज में सुधार। दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की।

प्रश्न 11: 1916 का लखनऊ अधिवेशन कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता (Lucknow Pact) का गवाह बना। इस समझौते में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व किसने किया था?

  1. बाल गंगाधर तिलक
  2. गोपाल कृष्ण गोखले
  3. सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
  4. लाला लाजपत राय

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: 1916 के लखनऊ अधिवेशन में कांग्रेस के अध्यक्ष बाल गंगाधर तिलक थे, जिन्होंने मुस्लिम लीग के साथ लखनऊ समझौते को अंतिम रूप देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • संदर्भ और विस्तार: इस समझौते के तहत, कांग्रेस ने मुसलमानों के लिए अलग निर्वाचक मंडल (separate electorates) की मांग को स्वीकार किया, और मुस्लिम लीग ने स्वशासन (self-rule) की मांग का समर्थन किया। यह भारतीय राष्ट्रवाद के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण था, जब दोनों प्रमुख राजनीतिक दल एक साथ आए।
  • गलत विकल्प: गोपाल कृष्ण गोखले 1915 में ही दिवंगत हो गए थे। सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने भी इस समझौते में भूमिका निभाई थी, लेकिन तिलक कांग्रेस के मुख्य वार्ताकार थे। लाला लाजपत राय उस समय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की नरमपंथी और गरमपंथी धाराओं के विभाजन को पाटने के प्रयास कर रहे थे।

प्रश्न 12: ‘हरिजन’ नामक साप्ताहिक पत्रिका का प्रकाशन किसने शुरू किया था, जिसका उद्देश्य दलित वर्गों के उत्थान और छुआछूत के उन्मूलन पर प्रकाश डालना था?

  1. महात्मा गांधी
  2. डॉ. बी. आर. अम्बेडकर
  3. ज्योतिबा फुले
  4. पेरियार ई. वी. रामासामी

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: महात्मा गांधी ने दलितों को ‘हरिजन’ (ईश्वर के लोग) कहकर पुकारा और उनके उत्थान तथा छुआछूत के उन्मूलन के लिए 1932 में ‘हरिजन’ नामक साप्ताहिक पत्रिका का प्रकाशन शुरू किया।
  • संदर्भ और विस्तार: गांधीजी ने इस पत्रिका के माध्यम से समाज में फैली छुआछूत की कुप्रथा के खिलाफ आवाज़ उठाई और दलितों को आत्म-सम्मान तथा समानता का अधिकार दिलाने का प्रयास किया। उन्होंने इस पत्रिका को कई भारतीय भाषाओं में भी प्रकाशित करवाया।
  • गलत विकल्प: डॉ. बी. आर. अम्बेडकर ने ‘मूक नायक’ और ‘बहिष्कृत भारत’ जैसी पत्रिकाएं प्रकाशित कीं। ज्योतिबा फुले ने ‘दिनबंधु’ नामक पत्रिका का प्रकाशन किया। पेरियार ने ‘कुडी अरसु’ जैसी पत्रिकाएं प्रकाशित कीं।

प्रश्न 13: वर्ष 1928 में भारत में साइमन कमीशन के बहिष्कार का प्रमुख कारण क्या था?

  1. इसमें भारतीय सदस्य नहीं थे।
  2. कमीशन ने भारत को स्वतंत्रता देने का प्रस्ताव रखा था।
  3. कमीशन ने भारत में द्वैध शासन को मजबूत करने की सिफारिश की थी।
  4. कमीशन का गठन लॉर्ड कर्जन के आदेश पर हुआ था।

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: साइमन कमीशन, जिसे 1919 के भारत सरकार अधिनियम (मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार) की समीक्षा के लिए गठित किया गया था, में सभी सदस्य अंग्रेज थे और एक भी भारतीय को शामिल नहीं किया गया था। इस कारण भारतीय राष्ट्रवादियों ने इसका पुरजोर विरोध किया और ‘साइमन वापस जाओ’ के नारे लगाए।
  • संदर्भ और विस्तार: भारतीयों ने इस निर्णय को अपने आत्म-निर्णय के अधिकार का उल्लंघन माना। इस विरोध के बावजूद, कमीशन ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसने भविष्य में भारत के लिए अधिक स्वशासन की सिफारिश की।
  • गलत विकल्प: कमीशन ने भारत को स्वतंत्रता देने का प्रस्ताव नहीं रखा था; बल्कि इसके विपरीत, यह भारत के संवैधानिक सुधारों की जांच के लिए आया था। इसने द्वैध शासन को पूरी तरह से खत्म करने और प्रांतीय स्वायत्तता की वकालत की थी। लॉर्ड कर्जन का 1919 के अधिनियम से कोई सीधा संबंध नहीं था।

प्रश्न 14: ‘गांधी-इरविन समझौता’ किस वर्ष हुआ था?

  1. 1929
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च, 1931 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस समझौते में महात्मा गांधी और भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) को समाप्त करने पर सहमति बनी थी। इसके तहत, सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और जब्त की गई संपत्तियों को वापस करने पर सहमति व्यक्त की, जबकि गांधीजी ने आंदोलन को स्थगित करने की बात मानी। यह समझौता दूसरे गोलमेज सम्मेलन (Second Round Table Conference) में कांग्रेस की भागीदारी का मार्ग प्रशस्त करने के लिए महत्वपूर्ण था।
  • गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ जहाँ पूर्ण स्वराज की मांग की गई। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ। 1932 में पूना पैक्ट हुआ।

प्रश्न 15: निम्नलिखित में से कौन सी घटना ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ के प्रारंभ का तात्कालिक कारण बनी?

  1. पर्ल हार्बर पर जापानी हमला
  2. जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण
  3. ऑस्ट्रिया का जर्मनी में विलय (Anschluss)
  4. म्यूनिख समझौता

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: 1 सितंबर, 1939 को जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण को द्वितीय विश्व युद्ध के प्रारंभ का तात्कालिक कारण माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: पोलैंड पर इस आक्रमण के जवाब में, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी, जिससे यूरोप में युद्ध छिड़ गया और अंततः यह एक विश्व युद्ध में बदल गया।
  • गलत विकल्प: पर्ल हार्बर पर हमला (1941) अमेरिका के युद्ध में प्रवेश का कारण बना। ऑस्ट्रिया का विलय (1938) और म्यूनिख समझौता (1938) नाजी जर्मनी के विस्तारवादी नीतियों का हिस्सा थे, जिन्होंने युद्ध की पृष्ठभूमि तैयार की, लेकिन पोलैंड पर आक्रमण युद्ध की शुरुआत थी।

प्रश्न 16: ‘फ्रांसीसी क्रांति’ का प्रमुख नारा क्या था?

  1. स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
  2. राष्ट्रवाद, संघवाद, लोकतंत्र
  3. पुनर्जागरण, सुधार, प्रगति
  4. शांति, व्यवस्था, समृद्धि

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का प्रसिद्ध नारा ‘Liberté, égalité, fraternité’ था, जिसका अनुवाद ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ है।
  • संदर्भ और विस्तार: ये आदर्श क्रांति के मुख्य सिद्धांत बने और फ्रांसीसी गणराज्य के आदर्श वाक्य बने। ये विचार पूरे यूरोप और दुनिया भर में लोकतांत्रिक और राष्ट्रवादी आंदोलनों के लिए प्रेरणा स्रोत बने।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प विभिन्न राजनीतिक या सामाजिक आंदोलनों से जुड़े हो सकते हैं, लेकिन फ्रांसीसी क्रांति का विशिष्ट नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ था।

प्रश्न 17: ‘औद्योगिक क्रांति’ (Industrial Revolution) का प्रारंभ सर्वप्रथम किस देश में हुआ?

  1. फ्रांस
  2. जर्मनी
  3. संयुक्त राज्य अमेरिका
  4. ग्रेट ब्रिटेन

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: औद्योगिक क्रांति, जिसने 18वीं सदी के उत्तरार्ध में उत्पादन के तरीकों में क्रांति ला दी, सर्वप्रथम ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैंड) में शुरू हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: ब्रिटेन में कोयला, लौह अयस्क जैसे प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता, नवाचारों (जैसे स्टीम इंजन, कताई जेनी), मजबूत वित्तीय प्रणाली और औपनिवेशिक साम्राज्य ने इस क्रांति को बढ़ावा दिया। इसने ग्रामीण कृषि प्रधान समाज को शहरी औद्योगिक समाज में बदल दिया।
  • गलत विकल्प: फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका ने बाद में औद्योगिक विकास किया, लेकिन इसकी शुरुआत ब्रिटेन से हुई।

प्रश्न 18: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) काल का मुख्य केंद्र कौन सा यूरोपीय शहर था, जिसने कला, साहित्य और विज्ञान के विकास में अग्रणी भूमिका निभाई?

  1. पेरिस
  2. लंदन
  3. रोम
  4. फ्लोरेंस

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: पुनर्जागरण काल का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र फ्लोरेंस (इटली) था, जहाँ कला, वास्तुकला, साहित्य और मानविकी का अभूतपूर्व विकास हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: मेडिसी परिवार जैसे संरक्षक (patrons) ने लियोनार्डो दा विंची, माइकल एंजेलो, राफेल जैसे महान कलाकारों को प्रोत्साहन दिया। फ्लोरेंस ने पुनर्जागरण के विचारों और शैलियों को पूरे यूरोप में फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • गलत विकल्प: पेरिस, लंदन और रोम भी पुनर्जागरण के महत्वपूर्ण शहर थे, लेकिन फ्लोरेंस वह स्थान था जहाँ इसकी शुरुआत हुई और यह अपनी कलात्मक और बौद्धिक प्रतिभा के लिए विशेष रूप से जाना जाता है।

प्रश्न 19: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ‘गरम दल’ (Extremists) के प्रमुख नेताओं में कौन शामिल नहीं थे?

  1. बाल गंगाधर तिलक
  2. लाला लाजपत राय
  3. बिपिन चंद्र पाल
  4. गोपाल कृष्ण गोखले

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: गोपाल कृष्ण गोखले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ‘नरम दल’ (Moderates) के प्रमुख नेता थे। बाल गंगाधर तिलक, लाला लाजपत राय और बिपिन चंद्र पाल ‘लाल, बाल, पाल’ की त्रयी के रूप में जाने जाते थे और वे गरम दल के प्रमुख नेता थे।
  • संदर्भ और विस्तार: 1907 में सूरत अधिवेशन के दौरान कांग्रेस में गरम दल और नरम दल का विभाजन हो गया था। गरम दल अपने उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए अधिक उग्र और प्रत्यक्ष कार्रवाई की वकालत करता था, जबकि नरम दल संवैधानिक और शांतिपूर्ण तरीकों में विश्वास रखता था।
  • गलत विकल्प: तिलक, लाजपत राय और पाल गरम दल के प्रतिनिधि थे।

प्रश्न 20: ‘राजपूताना’ को ‘राजस्थान’ नाम कब दिया गया?

  1. 1947
  2. 1948
  3. 1949
  4. 1956

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘राजपूताना’ को ‘राजस्थान’ नाम 1 नवंबर, 1956 को दिया गया, जब राज्य पुनर्गठन अधिनियम के तहत विभिन्न रियासतों का विलय करके अंतिम रूप से राजस्थान राज्य का गठन हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: भारतीय स्वतंत्रता के बाद, विभिन्न रियासतों को एकीकृत करने की एक लंबी प्रक्रिया चली। 1949 तक, ‘ग्रेटर राजस्थान’ का गठन हो गया था, लेकिन ‘अजमेर’ के विलय और अन्य राज्यों के पुनर्गठन के बाद, 1956 में वर्तमान राजस्थान राज्य को उसका नाम और स्वरूप मिला।
  • गलत विकल्प: 1947 में स्वतंत्रता मिली। 1948-49 में राजस्थान के एकीकरण के विभिन्न चरण हुए, लेकिन अंतिम नामकरण 1956 में हुआ।

प्रश्न 21: निम्नलिखित में से कौन सा युग्म सही सुमेलित नहीं है?

  1. बाबर – पानीपत का प्रथम युद्ध
  2. अकबर – हल्दीघाटी का युद्ध
  3. शाहजहां – ताजमहल का निर्माण
  4. औरंगजेब – दारा शिकोह को हराया

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: औरंगजेब ने दारा शिकोह को हराया नहीं था, बल्कि दारा शिकोह ने अपने भाइयों (मुराद बख्श और शाह शुजा) के साथ मिलकर औरंगजेब को हराने का प्रयास किया था, जिसमें उन्हें असफलता मिली। अंततः, औरंगजेब ने दारा शिकोह और अन्य भाइयों को हराकर मुगल गद्दी हासिल की।
  • संदर्भ और विस्तार: 1658 में हुए सामूगढ़ के युद्ध में औरंगजेब ने दारा शिकोह को निर्णायक रूप से हराया था।
  • गलत विकल्प: बाबर ने 1526 में पानीपत का प्रथम युद्ध जीता। अकबर ने 1576 में हल्दीघाटी का युद्ध लड़ा। शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में ताजमहल का निर्माण करवाया।

प्रश्न 22: ‘गुप्त काल’ को भारतीय इतिहास का ‘स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?

  1. कला, साहित्य और विज्ञान में महत्वपूर्ण प्रगति
  2. विस्तृत साम्राज्य और प्रशासनिक सुधार
  3. विदेशों से व्यापार में वृद्धि
  4. उपरोक्त सभी

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: गुप्त काल (लगभग 320-550 ईस्वी) को ‘स्वर्ण युग’ कहा जाता है क्योंकि इस दौरान कला, साहित्य, विज्ञान, गणित (शून्य की अवधारणा, दशमलव प्रणाली), खगोल विज्ञान, चिकित्सा (चरक, सुश्रुत) और वास्तुकला में अभूतपूर्व प्रगति हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त और चंद्रगुप्त द्वितीय जैसे शासकों के अधीन गुप्त साम्राज्य का विस्तार हुआ और एक कुशल प्रशासन स्थापित किया गया। विदेश व्यापार भी फला-फूला। इस काल में कालिदास जैसे महान कवियों ने अपनी रचनाएँ कीं और आर्यभट्ट जैसे वैज्ञानिकों ने महत्वपूर्ण कार्य किए।
  • गलत विकल्प: उपरोक्त सभी कारण मिलकर गुप्त काल को स्वर्ण युग बनाते हैं।

प्रश्न 23: ‘अजंता की गुफाएं’ मुख्यतः किस धर्म से संबंधित हैं?

  1. हिंदू धर्म
  2. बौद्ध धर्म
  3. जैन धर्म
  4. सिख धर्म

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: अजंता की गुफाओं में स्थित चित्रकला और मूर्तियाँ मुख्यतः बौद्ध धर्म से संबंधित हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: ये गुफाएं बौद्ध भिक्षुओं के निवास स्थान और बौद्ध जातक कथाओं (बुद्ध के पिछले जन्मों की कहानियों) को चित्रित करती हैं। गुफाओं में बुद्ध की जीवन घटनाओं और बोधिसत्वों के चित्रण प्रमुख हैं। यह भारत की प्राचीन चित्रकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।
  • गलत विकल्प: अजंता में कुछ हिंदू और जैन कला के अंश मिल सकते हैं, लेकिन इसका मुख्य विषय और संरचना बौद्ध धर्म पर आधारित है।

प्रश्न 24: ‘आर्य समाज’ की स्थापना किसने की थी?

  1. स्वामी विवेकानंद
  2. राजा राम मोहन राय
  3. ईश्वर चंद्र विद्यासागर
  4. स्वामी दयानंद सरस्वती

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘आर्य समाज’ की स्थापना 1875 में स्वामी दयानंद सरस्वती ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: आर्य समाज एक हिंदू सुधार आंदोलन था जिसने वेदों को ज्ञान का अंतिम स्रोत माना और मूर्ति पूजा, जाति व्यवस्था और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों का विरोध किया। उन्होंने ‘वेदों की ओर लौटो’ (Go back to the Vedas) का नारा दिया।
  • गलत विकल्प: राजा राम मोहन राय ने ब्रह्म समाज की स्थापना की। स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। ईश्वर चंद्र विद्यासागर शिक्षा सुधारक थे।

प्रश्न 25: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किसने किया था, जो मराठा साम्राज्य की एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक परिषद थी?

  1. बाजीराव प्रथम
  2. शिवाजी महाराज
  3. संभाजी
  4. बाजीराव द्वितीय

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने के लिए आठ मंत्रियों की एक परिषद ‘अष्टप्रधान’ का गठन किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस परिषद में प्रधान (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (शाही पत्र व्यवहार), सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति (सैन्य प्रमुख), पंडितराव (धार्मिक मामलों के प्रमुख), न्यायाधीश (न्याय प्रमुख) और पेशवा (मुख्य सलाहकार) जैसे पद शामिल थे। यह शिवाजी के कुशल प्रशासन का एक महत्वपूर्ण अंग था।
  • गलत विकल्प: बाजीराव प्रथम, संभाजी और बाजीराव द्वितीय मराठा साम्राज्य के अन्य महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन अष्टप्रधान का गठन शिवाजी महाराज ने किया था।

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