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ज्ञान की कसौटी: आज की इतिहास की चुनौती!

ज्ञान की कसौटी: आज की इतिहास की चुनौती!

आइए, इतिहास के विशाल सागर में गोता लगाएँ और अपनी ऐतिहासिक समझ को परखें! आज का यह मॉक टेस्ट आपको प्राचीन भारत की गहराइयों से लेकर आधुनिक भारत की संघर्ष गाथाओं और विश्व इतिहास के महत्वपूर्ण मोड़ों तक ले जाएगा। तैयार हो जाइए, क्योंकि हर प्रश्न ज्ञान का एक नया द्वार खोलेगा!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से एक विशाल स्नानागार (Great Bath) प्राप्त हुआ है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: मोहनजोदड़ो। मोहनजोदड़ो (सिंधी में “मृतकों का टीला”) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था, जहाँ से एक विशाल स्नानागार के अवशेष मिले हैं। यह संरचना संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग की जाती थी।
  • संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो, वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। इसके अन्य महत्वपूर्ण निष्कर्षों में मुहरें, मूर्तियाँ और एक सुनियोजित शहरी ढाँचा शामिल है। स्नानागार का निर्माण पक्की ईंटों से किया गया था और इसमें जल निकासी की उत्कृष्ट व्यवस्था थी।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा पहला खोजा गया सिंधु स्थल था, लेकिन यहाँ स्नानागार नहीं मिला। लोथल एक बंदरगाह शहर था जहाँ गोदी (dockyard) के प्रमाण मिले हैं। कालीबंगा में जुते हुए खेत के प्रमाण और अलंकृत ईंटें मिली हैं।

प्रश्न 2: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द का प्रयोग किस पशु के लिए किया गया है?

  1. घोड़ा
  2. गाय
  3. हाथी
  4. बैल

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: गाय। ऋग्वेद में गाय को ‘अघन्य’ (जिसकी हत्या न की जाए) कहा गया है, जो उस काल में गाय के अत्यधिक महत्व को दर्शाता है। गाय संपत्ति का प्रमुख साधन मानी जाती थी और यह विनिमय का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ऋग्वेद, सबसे प्राचीन वैदिक ग्रंथ, आर्यों के प्रारंभिक जीवन, समाज, धर्म और संस्कृति की जानकारी का प्रमुख स्रोत है। आर्यों के समाज में पशुपालन, विशेष रूप से गाय पालन, एक महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधि थी।
  • गलत विकल्प: ऋग्वेद में घोड़ा (अश्व) का उल्लेख युद्धों और रथों के संदर्भ में है, लेकिन ‘अघन्य’ शब्द विशेष रूप से गाय के लिए प्रयुक्त हुआ है। हाथी और बैल का महत्व भी था, लेकिन ‘अघन्य’ का संबंध गाय से ही था।

प्रश्न 3: चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने जीवन के अंतिम वर्षों में किस धर्म को अपनाया था?

  1. बौद्ध धर्म
  2. जैन धर्म
  3. शैव धर्म
  4. वैष्णव धर्म

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: जैन धर्म। पुरातात्विक और साहित्यिक स्रोतों के अनुसार, चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने शासन के अंतिम वर्षों में जैन भिक्षु भद्रबाहु से दीक्षा ली और संथारा (उपवास द्वारा मृत्यु) विधि से कर्नाटक के श्रवणबेलगोला में अपने प्राण त्यागे।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य (लगभग 322-298 ईसा पूर्व) मौर्य साम्राज्य के संस्थापक थे। उन्होंने लगभग 24 वर्षों तक शासन किया। यह माना जाता है कि भीषण अकाल के कारण उन्होंने राजपाट त्याग दिया और जैन धर्म की शरण ली।
  • गलत विकल्प: अशोक, जो चंद्रगुप्त के पौत्र थे, बौद्ध धर्म के प्रमुख अनुयायी थे। शैव और वैष्णव धर्म उस समय भी प्रचलित थे, लेकिन चंद्रगुप्त के जैन धर्म अपनाने के पुख्ता प्रमाण हैं।

प्रश्न 4: ‘संगम साहित्य’ किस प्राचीन भारतीय भाषा में लिखा गया था?

  1. संस्कृत
  2. तमिल
  3. कन्नड़
  4. तेलुगु

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: तमिल। संगम साहित्य प्राचीन तमिल साहित्य का वह corpus है जो ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी से लेकर ईसा की तीसरी शताब्दी तक की अवधि के दौरान रचा गया था। यह प्राचीन दक्षिण भारत के इतिहास, संस्कृति और समाज को समझने का एक अमूल्य स्रोत है।
  • संदर्भ और विस्तार: संगम काल में तीन प्रमुख संगम (साहित्यिक परिषदें) हुए, जिनमें कवियों और विद्वानों ने भाग लिया। इस साहित्य में प्रेम (अकम) और युद्ध (पुरम) जैसे विषयों पर कविताएं शामिल हैं, जैसे ‘तोल्काप्पियम’, ‘एट्टुत्तोकै’, ‘पत्तूपत्तु’ आदि।
  • गलत विकल्प: संस्कृत एक महत्वपूर्ण शास्त्रीय भाषा थी, लेकिन संगम साहित्य मुख्य रूप से तमिल में है। कन्नड़ और तेलुगु भाषाएं भी दक्षिण भारत में विकसित हुईं, लेकिन संगम साहित्य का मूल स्वरूप तमिल में है।

प्रश्न 5: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘बाजार नियंत्रण’ (Market Control) व्यवस्था लागू की थी?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. गयासुद्दीन तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी। अलाउद्दीन खिलजी (1296-1316 ई.) ने अपनी विशाल सेना के भरण-पोषण और दिल्ली में वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए एक अत्यंत कठोर और विस्तृत बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस व्यवस्था के तहत, अलाउद्दीन ने आवश्यक वस्तुओं जैसे अनाज, कपड़े, मांस, आदि के लिए मूल्य निर्धारित किए थे। उसने ‘दीवान-ए-रियासत’ नामक अधिकारी को बाजार का पर्यवेक्षक नियुक्त किया था और ‘शहना-ए- मंडी’ को बाजारों का प्रभारी बनाया था। कालाबाजारी रोकने के लिए कड़े दंड का प्रावधान था।
  • गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक और इल्तुतमिश सल्तनत के संस्थापक और शुरुआती शासक थे। गयासुद्दीन तुगलक ने कृषि सुधारों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया।

प्रश्न 6: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्ण देव राय
  2. हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम
  3. सदाशिव राय
  4. देव राय द्वितीय

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम। इन दो भाइयों ने 1336 ईस्वी में विजयनगर साम्राज्य की स्थापना की, जिसका मुख्य उद्देश्य उत्तर भारत के मुस्लिम शासकों के प्रभाव को दक्षिण में रोकना था।
  • संदर्भ और विस्तार: विजयनगर साम्राज्य, जो तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित था, दक्षिण भारत का एक शक्तिशाली हिंदू साम्राज्य बना। हरिहर प्रथम इसके पहले शासक थे, जबकि बुक्का प्रथम ने साम्राज्य को और मजबूत किया और हंपी को इसकी राजधानी बनाया।
  • गलत विकल्प: कृष्ण देव राय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। सदाशिव राय और देव राय द्वितीय भी बाद के शासक थे।

प्रश्न 7: ‘मनसबदारी’ प्रथा किस मुगल शासक द्वारा शुरू की गई थी?

  1. बाबर
  2. हुमायूँ
  3. अकबर
  4. जहाँगीर

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: अकबर। अकबर ने 1570 के दशक में मनसबदारी प्रणाली को एक संगठित रूप दिया, जो एक ग्रेडिंग प्रणाली थी, जिसके तहत शाही अधिकारियों को ‘मनसब’ (पद) प्रदान किए जाते थे।
  • संदर्भ और विस्तार: मनसबदार एक सैन्य और प्रशासनिक अधिकारी होता था, जिसकी पदवी ‘जात’ (व्यक्तिगत पद) और ‘सवार’ (घुड़सवार सैनिकों की संख्या) द्वारा निर्धारित होती थी। यह प्रणाली साम्राज्य की सैन्य और नौकरशाही संरचना को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण थी।
  • गलत विकल्प: बाबर और हुमायूँ ने मनसबदारी के पूर्ववर्ती कुछ रूपों का प्रयोग किया हो सकता है, लेकिन इसे एक व्यवस्थित प्रणाली के रूप में अकबर ने विकसित किया। जहाँगीर ने इस प्रणाली में कुछ बदलाव किए।

प्रश्न 8: ‘इबादत खाना’ (House of Worship) का निर्माण किसने करवाया था?

  1. शेरशाह सूरी
  2. अकबर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: अकबर। अकबर ने फतेहपुर सीकरी में 1575 ईस्वी में इबादत खाना का निर्माण करवाया था। यह एक ऐसी जगह थी जहाँ विभिन्न धर्मों के विद्वान और धर्मगुरु धार्मिक विषयों पर चर्चा करने के लिए एकत्र होते थे।
  • संदर्भ और विस्तार: अकबर धार्मिक सहिष्णुता और सभी धर्मों के प्रति सम्मान के लिए जाने जाते थे। इबादत खाने में होने वाली चर्चाओं ने ‘दीन-ए-इलाही’ जैसे उनके विचारों को प्रभावित किया। यहाँ हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, पारसी आदि धर्मों के प्रतिनिधि अपनी बातों को रखते थे।
  • गलत विकल्प: शेरशाह सूरी ने प्रशासनिक सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया। शाहजहाँ कला और वास्तुकला के लिए जाने जाते हैं, जबकि औरंगजेब अपनी धार्मिक कट्टरता के लिए।

प्रश्न 9: ‘सिजदा’ और ‘पैबोस’ प्रथाओं को किस शासक ने दरबार में शुरू किया था?

  1. अलाउद्दीन खिलजी
  2. गयासुद्दीन बलबन
  3. मुहम्मद बिन तुगलक
  4. सिकंदर लोदी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: गयासुद्दीन बलबन। बलबन (1266-1287 ई.) ने अपनी शक्ति को स्थापित करने और ईरानी दरबारी शिष्टाचार को अपनाने के लिए ‘सिजदा’ (सुल्तान के सामने घुटनों के बल झुकना) और ‘पैबोस’ (सुल्तान के पैरों को चूमना) जैसी प्रथाओं की शुरुआत की।
  • संदर्भ और विस्तार: ये प्रथाएँ भारतीय परंपराओं के विपरीत थीं और इनका उद्देश्य सुल्तान की शक्ति और दैवीयता का आभास कराना था। बलबन ने ‘न्याय’ और ‘लौह एवं रक्त’ (Blood and Iron) की नीति का भी पालन किया।
  • गलत विकल्प: अलाउद्दीन खिलजी ने भी अपनी शक्ति मजबूत की, लेकिन इन विशिष्ट प्रथाओं का श्रेय बलबन को जाता है। मुहम्मद बिन तुगलक और सिकंदर लोदी बाद के शासक थे।

प्रश्न 10: 1857 के विद्रोह के समय भारत का वायसराय कौन था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कैनिंग
  3. लॉर्ड लिटन
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: लॉर्ड कैनिंग। 1857 के विद्रोह के समय लॉर्ड कैनिंग भारत के गवर्नर-जनरल थे, और विद्रोह के बाद 1858 में भारत सरकार अधिनियम पारित होने पर वे भारत के प्रथम वायसराय बने।
  • संदर्भ और विस्तार: कैनिंग ने विद्रोह को दबाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और विद्रोह के बाद ब्रिटिश क्राउन ने सीधे भारत का शासन अपने हाथ में ले लिया। उन्होंने कुछ प्रशासनिक सुधार भी किए।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी विद्रोह से ठीक पहले गवर्नर-जनरल थे और उनकी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) को विद्रोह के कारणों में गिना जाता है। लॉर्ड लिटन और लॉर्ड कर्जन बाद में वायसराय बने और उन्होंने अपने-अपने कार्यकाल में महत्वपूर्ण (अक्सर विवादास्पद) कार्य किए, जैसे लिटन का वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट और कर्जन का बंगाल विभाजन।

प्रश्न 11: ‘रयतवाड़ी व्यवस्था’ के तहत भूमि का प्रत्यक्ष लगान कृषक से वसूल किया जाता था। इस व्यवस्था का सूत्रपात किसने किया?

  1. लॉर्ड कॉर्नवॉलिस
  2. सर थॉमस मुनरो
  3. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  4. लॉर्ड डलहौजी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: सर थॉमस मुनरो। रयतवाड़ी व्यवस्था का प्रस्ताव मद्रास के गवर्नर सर थॉमस मुनरो और कैप्टन अलेक्जेंडर रीड ने 1820 के आसपास पेश किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस व्यवस्था में, भूमि का स्वामित्व सीधे काश्तकार (रयत) को दिया गया था और लगान सीधे सरकार को चुकाना होता था, जिससे बिचौलियों (जमींदारों) को समाप्त कर दिया गया। यह व्यवस्था मद्रास, बंबई, असम और कुर्ग के कुछ हिस्सों में लागू की गई थी।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कॉर्नवॉलिस स्थायी बंदोबस्त (Permanent Settlement) व्यवस्था के जनक थे, जिसमें जमींदारों से लगान वसूला जाता था। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का उन्मूलन किया। लॉर्ड डलहौजी व्यपगत के सिद्धांत के लिए जाने जाते हैं।

प्रश्न 12: 1923 में मोतीलाल नेहरू और चितरंजन दास ने मिलकर किस पार्टी की स्थापना की?

  1. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (गठबंधन)
  2. गदर पार्टी
  3. स्वराज पार्टी
  4. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: स्वराज पार्टी। 1923 में, असहयोग आंदोलन की समाप्ति के बाद, कांग्रेस के भीतर ही स्वराज पार्टी (जिसे कांग्रेस-खिलाफत स्वराज पार्टी भी कहा जाता है) का गठन किया गया था। इसका उद्देश्य विधानमंडलों में प्रवेश कर अंग्रेजों की नीतियों का विरोध करना था।
  • संदर्भ और विस्तार: मोतीलाल नेहरू और चितरंजन दास इस पार्टी के प्रमुख नेता थे। उन्होंने विधान परिषदों में प्रवेश की वकालत की, जबकि कुछ अन्य कांग्रेसी नेता इसे अनुचित मानते थे।
  • गलत विकल्प: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में लाला हरदयाल ने की थी। कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना 1920 के दशक में हुई थी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एक अलग संगठन था।

प्रश्न 13: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना किसने की थी?

  1. जवाहरलाल नेहरू
  2. सरदार वल्लभभाई पटेल
  3. सुभाष चंद्र बोस
  4. भगत सिंह

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: सुभाष चंद्र बोस। 1939 में, कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद, सुभाष चंद्र बोस ने एक नई राजनीतिक पार्टी, ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना की। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक अधिक आक्रामक और समाजवादी आंदोलन का नेतृत्व करना था।
  • संदर्भ और विस्तार: बोस का मानना था कि कांग्रेस की नीतियां पर्याप्त क्रांतिकारी नहीं थीं। उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान आज़ाद हिंद फौज के गठन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • गलत विकल्प: जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल कांग्रेस के प्रमुख नेता थे। भगत सिंह एक महान क्रांतिकारी थे जिन्होंने हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) की स्थापना में भूमिका निभाई थी, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने की थी।

प्रश्न 14: ‘डी-डे’ (D-Day) किस ऐतिहासिक घटना से संबंधित है?

  1. प्रथम विश्व युद्ध का अंत
  2. द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों का नॉरमैंडी पर आक्रमण
  3. पर्ल हार्बर पर जापानी हमला
  4. आइसेंस की लड़ाई

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों का नॉरमैंडी पर आक्रमण। ‘डी-डे’ (6 जून 1944) वह दिन था जब मित्र देशों की सेनाओं ने फ्रांस के नॉरमैंडी तट पर भारी आक्रमण किया, जो द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चिमी मोर्चे पर निर्णायक साबित हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन ओवरलॉर्ड’ (Operation Overlord) के नाम से जाना जाता है। यह इतिहास के सबसे बड़े उभयचर आक्रमणों (amphibious invasions) में से एक था और इसने यूरोप को नाज़ी जर्मनी के चंगुल से मुक्त कराने की शुरुआत को चिह्नित किया।
  • गलत विकल्प: प्रथम विश्व युद्ध 1918 में समाप्त हुआ। पर्ल हार्बर पर हमला 7 दिसंबर 1941 को हुआ था। आइसेंस की लड़ाई प्रथम विश्व युद्ध की एक महत्वपूर्ण घटना थी।

प्रश्न 15: किस अधिवेशन में कांग्रेस ने ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया?

  1. लाहौर अधिवेशन (1929)
  2. कराची अधिवेशन (1931)
  3. कलकत्ता अधिवेशन (1920)
  4. त्रिपुरी अधिवेशन (1939)

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: लाहौर अधिवेशन (1929)। पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में हुए लाहौर अधिवेशन में कांग्रेस ने ‘पूर्ण स्वराज’ (संपूर्ण स्वतंत्रता) का लक्ष्य घोषित किया और 26 जनवरी 1930 को ‘स्वतंत्रता दिवस’ मनाने का निर्णय लिया।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नया मोड़ दिया और स्वतंत्रता प्राप्ति के लक्ष्य को अधिक स्पष्ट और महत्वाकांक्षी बनाया। यह भारतीय राष्ट्रवाद के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर था।
  • गलत विकल्प: कराची अधिवेशन (1931) में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीतियों पर प्रस्ताव पारित हुए। कलकत्ता अधिवेशन (1920) में असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ। त्रिपुरी अधिवेशन (1939) में सुभाष चंद्र बोस और गांधी गुट के बीच मतभेद सामने आए।

प्रश्न 16: ‘ताजिकी’- यह शब्द किस ऐतिहासिक घटना या पुस्तक से संबंधित है?

  1. बाबर की आत्मकथा
  2. अकबर के शासनकाल की घटना
  3. कुतुबुद्दीन ऐबक का शासन
  4. सिकंदर लोदी की विजय

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: बाबर की आत्मकथा। ‘ताजिकी’ (Tuzuk-i-Baburi या Baburnama) मुगल वंश के संस्थापक बाबर की आत्मकथा है, जो तुर्की भाषा में लिखी गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक बाबर के जीवन, उसके विजय अभियानों, भारत की तत्कालीन राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक स्थिति का अत्यंत सजीव और विश्वसनीय विवरण प्रस्तुत करती है। यह प्रारंभिक मुगल काल के इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
  • गलत विकल्प: अकबर की आत्मकथा ‘अकबरनामा’ (अबुल फजल द्वारा लिखित) है। कुतुबुद्दीन ऐबक और सिकंदर लोदी के शासनकाल से सीधे तौर पर ‘ताजिकी’ शब्द नहीं जुड़ा है।

प्रश्न 17: भारत में ‘स्थायी बंदोबस्त’ (Permanent Settlement) प्रणाली को किसने लागू किया था?

  1. लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्स
  2. लॉर्ड कॉर्नवॉलिस
  3. लॉर्ड वेलेस्ली
  4. लॉर्ड विलियम बेंटिंक

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: लॉर्ड कॉर्नवॉलिस। 1793 ईस्वी में, लॉर्ड कॉर्नवॉलिस ने बंगाल, बिहार और ओडिशा में ‘स्थायी बंदोबस्त’ नामक भू-राजस्व प्रणाली लागू की।
  • संदर्भ और विस्तार: इस व्यवस्था के तहत, जमींदारों को उनकी भूमि का मालिक माना गया और उन्हें किसानों से लगान वसूल कर उसका एक निश्चित हिस्सा (10/11 भाग) कंपनी को जमा कराना होता था। लगान की राशि स्थायी कर दी गई, जिससे राजस्व की प्राप्ति सुनिश्चित हो सके। हालांकि, इसने जमींदारों को अत्यधिक शक्तिशाली बना दिया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड वारेन हेस्टिंग्स ने 1772 में बंगाल में द्वैध शासन समाप्त किया। लॉर्ड वेलेस्ली सहायक संधि (Subsidiary Alliance) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का उन्मूलन किया।

प्रश्न 18: ‘जस्टिनियन कोड’ (Justinian Code) का संबंध किस सभ्यता से है?

  1. प्राचीन यूनान
  2. प्राचीन रोम
  3. प्राचीन मिस्र
  4. प्राचीन मेसोपोटामिया

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: प्राचीन रोम। जस्टिनियन कोड, जिसे ‘कॉर्पस जूरिस सिविलिस’ (Corpus Juris Civilis) भी कहा जाता है, पूर्वी रोमन (बीजान्टिन) सम्राट जस्टिनियन प्रथम (527-565 ईस्वी) के शासनकाल में संकलित रोमन कानूनों का एक विशाल संग्रह है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पश्चिमी कानूनी प्रणालियों के विकास में एक आधारशिला साबित हुआ और आज भी इसका प्रभाव दिखाई देता है। इसने रोमन कानून को व्यवस्थित और सुलभ बनाया।
  • गलत विकल्प: प्राचीन यूनान, मिस्र और मेसोपोटामिया की अपनी समृद्ध सभ्यताएँ और कानून प्रणाली थी, लेकिन जस्टिनियन कोड विशेष रूप से रोमन कानून से संबंधित है।

प्रश्न 19: ‘पलासी का युद्ध’ (Battle of Plassey) कब हुआ था?

  1. 1757
  2. 1764
  3. 1857
  4. 1526

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 1757। 23 जून 1757 को, रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व वाली ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना ने बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला को हराया।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध ब्रिटिश सत्ता के विस्तार में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ, क्योंकि इसने बंगाल पर ब्रिटिश नियंत्रण को मजबूत किया और भारत में कंपनी के शासन की नींव रखी। मीर जाफर की गद्दारी ने नवाब को कमजोर कर दिया।
  • गलत विकल्प: 1764 में बक्सर का युद्ध हुआ, जिसने ब्रिटिश प्रभुत्व को और स्थापित किया। 1857 में प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम हुआ। 1526 में पानीपत का प्रथम युद्ध हुआ, जिसमें बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराया।

प्रश्न 20: ‘स्वदेशी आंदोलन’ का मुख्य नारा क्या था?

  1. पूर्ण स्वराज
  2. जय जवान, जय किसान
  3. बंगाल का विभाजन रद्द करो और स्वदेशी अपनाओ
  4. एक राष्ट्र, एक नेता

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: बंगाल का विभाजन रद्द करो और स्वदेशी अपनाओ। स्वदेशी आंदोलन, जो 1905 में लॉर्ड कर्जन द्वारा बंगाल के विभाजन के विरोध में शुरू हुआ था, का मुख्य उद्देश्य विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करना और भारतीय उत्पादों को बढ़ावा देना था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन ने राष्ट्रवादी भावना को मजबूत किया और भारतीयों को आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित किया। ‘स्वदेशी’ का अर्थ था ‘अपने देश का’, और इसका प्रयोग स्वदेशी उत्पादों के उपयोग पर बल देने के लिए किया गया।
  • गलत विकल्प: ‘पूर्ण स्वराज’ 1929 के लाहौर अधिवेशन का प्रस्ताव था। ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा लाल बहादुर शास्त्री ने दिया था। ‘एक राष्ट्र, एक नेता’ का नारा कुछ और राजनीतिक विचारधाराओं से जुड़ा है।

प्रश्न 21: ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की परिषद किस साम्राज्य में थी?

  1. मौर्य साम्राज्य
  2. गुप्त साम्राज्य
  3. चोल साम्राज्य
  4. मराठा साम्राज्य

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: मराठा साम्राज्य। शिवाजी महाराज ने अपने प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने के लिए ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इन मंत्रियों में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह सचिव), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडित राव (धार्मिक मामले), सेनापति (सेना प्रमुख), न्यायाधीश (न्यायिक प्रमुख) और वाकनवीस (गुप्तचर प्रमुख) शामिल थे। यह एक कुशल प्रशासनिक व्यवस्था थी।
  • गलत विकल्प: मौर्य, गुप्त और चोल साम्राज्यों में भी मंत्री परिषदें थीं, लेकिन ‘अष्टप्रधान’ शब्द विशेष रूप से मराठा साम्राज्य से जुड़ा है।

प्रश्न 22: ‘गदर पार्टी’ का मुख्यालय कहाँ स्थित था?

  1. लंदन
  2. बर्लिन
  3. सैन फ्रांसिस्को
  4. टोक्यो

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: सैन फ्रांसिस्को। गदर पार्टी, जिसकी स्थापना 1913 में हुई थी, भारतीय स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले प्रवासी भारतीयों का एक संगठन था। इसका मुख्यालय अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में ‘यूनिटेड स्टेट्स’ नामक साप्ताहिक समाचार पत्र के कार्यालय में था।
  • संदर्भ और विस्तार: लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य देशभक्तों द्वारा स्थापित इस पार्टी का उद्देश्य भारत में ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकना था। उन्होंने गदर नामक एक पत्रिका प्रकाशित की, जिसने भारतीयों को क्रांति के लिए प्रेरित किया।
  • गलत विकल्प: लंदन, बर्लिन और टोक्यो भारतीय क्रांतिकारियों के लिए अन्य महत्वपूर्ण केंद्र थे, लेकिन गदर पार्टी का प्राथमिक मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को था।

प्रश्न 23: ‘फ्रांसीसी क्रांति’ कब हुई थी?

  1. 1776
  2. 1789
  3. 1815
  4. 1848

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 1789। 14 जुलाई 1789 को बास्तील के पतन के साथ शुरू हुई फ्रांसीसी क्रांति, यूरोप और दुनिया के इतिहास में एक युगांतरकारी घटना थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति ने ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) के आदर्शों को बढ़ावा दिया, जिसने अन्य देशों में भी क्रांतियों और राष्ट्रीय आंदोलनों को प्रेरित किया। इसने राजशाही का अंत किया और गणतंत्र की स्थापना की।
  • गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा का वर्ष है। 1815 में नेपोलियन की अंतिम हार हुई (वाटरलू की लड़ाई)। 1848 यूरोप में क्रांतियों का वर्ष था।

प्रश्न 24: ‘खुदाई खिदमतगार’ (Red Shirts) नामक संगठन की स्थापना किसने की थी?

  1. महात्मा गांधी
  2. जवाहरलाल नेहरू
  3. खान अब्दुल गफ्फार खान
  4. सरदार वल्लभभाई पटेल

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: खान अब्दुल गफ्फार खान। सीमांत गांधी के नाम से प्रसिद्ध खान अब्दुल गफ्फार खान ने 1930 में उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत (वर्तमान पाकिस्तान का हिस्सा) में ‘खुदाई खिदमतगार’ नामक अहिंसक आंदोलन शुरू किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह संगठन गांधीजी के सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों से प्रेरित था और इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रतिरोध करना था। इसके सदस्यों को उनके लाल रंग के कपड़ों के कारण ‘लाल कुर्ती’ या ‘रेड शर्ट्स’ के नाम से भी जाना जाता था।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता थे, जबकि खान अब्दुल गफ्फार खान पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत में सक्रिय थे।

प्रश्न 25: ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ कब समाप्त हुआ?

  1. 1944
  2. 1945
  3. 1946
  4. 1947

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सही उत्तर: 1945। द्वितीय विश्व युद्ध, जो 1939 में शुरू हुआ था, 1945 में समाप्त हुआ। जर्मनी ने 8 मई 1945 को आत्मसमर्पण कर दिया, और जापान ने 15 अगस्त 1945 को (हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बमबारी के बाद) आत्मसमर्पण किया।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध ने दुनिया के इतिहास पर गहरा प्रभाव डाला, लाखों लोगों की जान ली, और विश्व मानचित्र को बदल दिया। इसने संयुक्त राष्ट्र की स्थापना और शीत युद्ध की शुरुआत जैसे महत्वपूर्ण परिणामों को जन्म दिया।
  • गलत विकल्प: 1944 युद्ध का एक महत्वपूर्ण वर्ष था, लेकिन अंत नहीं। 1946 और 1947 भारत की स्वतंत्रता के वर्ष थे, लेकिन विश्व युद्ध का समापन 1945 में ही हुआ था।

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