ज्ञान का भू-अन्वेषण: आज ही अपनी भूगोल की समझ को परखें!
तैयार हो जाइए एक और रोमांचक भौगोलिक यात्रा के लिए! आज हम आपके लिए लाए हैं 25 अनूठे प्रश्न जो आपकी भूगोल की समझ को चुनौती देंगे, चाहे वह हमारे अपने देश का विहंगम दृश्य हो या दुनिया के सुदूर कोने। अपनी सीट बेल्ट बांध लें, क्योंकि भू-अन्वेषक के तौर पर, आपका अगला पड़ाव ज्ञान का एक नया आयाम है!
भूगोल अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: जब हवा एक पहाड़ी या पर्वत श्रृंखला को पार करती है, तो वह ऊपर उठती है, ठंडी होती है और वर्षा करती है। वर्षा के इस प्रकार को क्या कहा जाता है? (भौतिक भूगोल – जलवायु विज्ञान)
- संवहनी वर्षा
- चकवाती वर्षा
- पर्वतीय वर्षा
- अग्र वर्षा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: इस प्रकार की वर्षा को पर्वतीय वर्षा (Orographic Rainfall) कहा जाता है। यह तब होती है जब नम हवा एक बाधा (जैसे पर्वत) के संपर्क में आने पर ऊपर उठने के लिए मजबूर होती है।
- संदर्भ और विस्तार: जैसे-जैसे हवा ऊपर उठती है, यह फैलती है और ठंडी होती है, जिससे जलवाष्प संघनित होकर बादल बनाता है। जब हवा पार करने योग्य स्तर तक पहुंच जाती है, तो यह वर्षा के रूप में नीचे गिर जाती है। हवा के ऊपर उठने वाली ढलान (windward side) पर भारी वर्षा होती है, जबकि हवा के नीचे उतरने वाली ढलान (leeward side) शुष्क हो जाती है, जिसे वृष्टि छाया क्षेत्र (rain shadow region) कहते हैं।
- गलत विकल्प: संवहनी वर्षा (Convectional Rainfall) तब होती है जब जमीन गर्म होती है और हवा ऊपर उठती है (जैसे दोपहर की वर्षा)। चकवाती वर्षा (Cyclonic Rainfall) तब होती है जब गर्म और ठंडी हवाएं मिलती हैं और एक-दूसरे पर चढ़ती हैं, जिससे बादल और वर्षा होती है। अग्र वर्षा (Frontal Rainfall) चकवाती वर्षा का ही एक प्रकार है जो विभिन्न वायु द्रव्यमानों के मिलने से होती है।
प्रश्न 2: भारत में दक्कन ट्रैप (Deccan Traps) किस प्रकार की भूवैज्ञानिक संरचना का उदाहरण है, जो मुख्य रूप से ज्वालामुखीय उद्गारों से बनी है? (भारतीय भूगोल – भौतिक)
- गुम्बद (Dome)
- ज्वालामुखी पठार (Volcanic Plateau)
- भ्रंश घाटी (Rift Valley)
- अवसादित घाटी (Depositional Basin)
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और स्थान: दक्कन ट्रैप भारत के पश्चिमी-मध्य भाग में स्थित एक विशाल ज्वालामुखी प्रांत (volcanic province) है, जो मुख्य रूप से बेसाल्टिक लावा प्रवाह (basaltic lava flows) से बना है। यह एक ज्वालामुखी पठार का उत्कृष्ट उदाहरण है।
- संदर्भ और विस्तार: ये उद्गार क्रेटेशियस काल (Cretaceous period) के अंत में हुए थे और अनुमानित 65 मिलियन वर्ष पहले हुए थे। ये उद्गार इतने बड़े पैमाने पर हुए थे कि लाखों घन किलोमीटर लावा निकला, जिससे एक मोटी, स्तरित बेसाल्टिक चट्टान की परत बन गई। इसी क्षेत्र की काली मिट्टी (black soil) इन बेसाल्टिक चट्टानों के अपक्षय (weathering) से ही बनती है, जो कपास जैसी फसलों के लिए बहुत उपजाऊ है।
- गलत विकल्प: गुम्बद एक उत्तल आकार की भूवैज्ञानिक संरचना होती है। भ्रंश घाटी वह क्षेत्र है जो पृथ्वी की पपड़ी के खिंचाव के कारण नीचे धंस जाता है। अवसादित घाटी वह क्षेत्र है जहाँ तलछट जमा होते हैं।
प्रश्न 3: सुमात्रा (इंडोनेशिया) और जावा (इंडोनेशिया) के बीच स्थित एक महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग कौन सा है? (विश्व भूगोल – मानचित्रण)
- मलक्का जलडमरूमध्य
- सुंडा जलडमरूमध्य
- लोम्बोक जलडमरूमध्य
- टोरस जलडमरूमध्य
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और स्थान: सुंडा जलडमरूमध्य (Sunda Strait) इंडोनेशिया में सुमात्रा और जावा द्वीपों के बीच स्थित है। यह जावा सागर को हिंद महासागर से जोड़ता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण नौवहन मार्ग है, जो भारत और मध्य पूर्व से पूर्वी एशिया की ओर जाने वाले जहाजों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी प्रदान करता है। जलडमरूमध्य का नाम पास के सुंडा लोगों के नाम पर रखा गया है।
- गलत विकल्प: मलक्का जलडमरूमध्य (Strait of Malacca) सुमात्रा और मलेशिया के बीच स्थित है। लोम्बोक जलडमरूमध्य (Lombok Strait) बाली और लोम्बोक द्वीपों के बीच है, और यह हिंद महासागर को फ्लोर्स सागर से जोड़ता है। टोरस जलडमरूमध्य (Torres Strait) ऑस्ट्रेलिया और पापुआ न्यू गिनी के बीच स्थित है।
प्रश्न 4: भारतीय मिट्टी में, ‘रेगुर’ (Regur) मिट्टी का एक अन्य नाम क्या है, जो कपास की खेती के लिए अत्यधिक उपयुक्त मानी जाती है? (भारतीय भूगोल – मृदा)
- लाल मिट्टी
- जलोढ़ मिट्टी
- काली मिट्टी
- पहाड़ी मिट्टी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: रेगुर मिट्टी (Regur soil) को आमतौर पर काली मिट्टी (Black soil) के रूप में जाना जाता है। यह भारत की एक प्रमुख मिट्टी है, विशेष रूप से दक्कन के पठार में पाई जाती है।
- संदर्भ और विस्तार: काली मिट्टी का निर्माण बेसाल्टिक चट्टानों के अपक्षय से होता है। इसमें महीन कण (clay) और लौह, चूना, पोटाश और एल्यूमिना की उच्च मात्रा होती है। इसकी सबसे महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि यह नमी को रोककर रखने की उच्च क्षमता रखती है, जो इसे शुष्क मौसम में भी फसलों के लिए उपयुक्त बनाती है। इसकी जलधारण क्षमता के कारण इसे ‘स्वयं जुताई वाली मिट्टी’ (self-ploughing soil) भी कहते हैं, क्योंकि शुष्क होने पर इसमें गहरी दरारें पड़ जाती हैं।
- गलत विकल्प: लाल मिट्टी आयरन ऑक्साइड की उपस्थिति के कारण लाल रंग की होती है। जलोढ़ मिट्टी नदियों द्वारा लाई गई तलछट से बनती है। पहाड़ी मिट्टी ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाती है और इसका गठन और गुण भिन्न होते हैं।
प्रश्न 5: वह कौन सी चट्टान है जो पृथ्वी की पपड़ी के निर्माण में सबसे अधिक मात्रा में पाई जाती है और यह पिघले हुए मैग्मा या लावा के ठंडा होने और जमने से बनती है? (भौतिक भूगोल – भू-आकृति विज्ञान/पेट्रोलॉजी)
- अवसादी चट्टान (Sedimentary Rock)
- कायांतरित चट्टान (Metamorphic Rock)
- आग्नेय चट्टान (Igneous Rock)
- चूना पत्थर (Limestone)
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: आग्नेय चट्टान (Igneous Rock) वह चट्टान है जो पिघले हुए मैग्मा या लावा के ठंडा होने और क्रिस्टलीकरण (crystallization) से बनती है। यह पृथ्वी की पपड़ी का सबसे बड़ा हिस्सा बनाती है।
- संदर्भ और विस्तार: आग्नेय चट्टानों को दो मुख्य श्रेणियों में बांटा गया है: अंतर्भेदी (Intrusive), जो पृथ्वी की सतह के नीचे मैग्मा के धीरे-धीरे ठंडा होने से बनती है (जैसे ग्रेनाइट), और बहिर्भेदी (Extrusive), जो सतह पर लावा के तेजी से ठंडा होने से बनती है (जैसे बेसाल्ट)। ये चट्टानें अपनी कठोरता और जीवाश्मों की अनुपस्थिति के लिए जानी जाती हैं।
- गलत विकल्प: अवसादी चट्टानें अन्य चट्टानों के टुकड़े, तलछट या जैविक सामग्री के जमा होने और संपीड़न से बनती हैं (जैसे बलुआ पत्थर, शेल)। कायांतरित चट्टानें मौजूदा आग्नेय या अवसादी चट्टानों के गर्मी और दबाव के कारण बदलने से बनती हैं (जैसे संगमरमर, स्लेट)। चूना पत्थर एक अवसादी चट्टान है।
प्रश्न 6: आर्कटिक और अंटार्कटिक क्षेत्रों के अलावा, वे स्थायी रूप से जमी हुई मिट्टी या तलछट जो प्रति वर्ष के बड़े हिस्से के लिए जम जाते हैं, क्या कहलाती हैं? (भौतिक भूगोल – जलवायु विज्ञान)
- टंड्रा (Tundra)
- हिमशैल (Iceberg)
- स्थायी तुषार (Permafrost)
- ग्लेशियर (Glacier)
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: स्थायी तुषार (Permafrost) शब्द का अर्थ है स्थायी रूप से जमी हुई मिट्टी या तलछट। यह उन क्षेत्रों में पाया जाता है जहां तापमान लगातार दो या अधिक वर्षों तक 0°C (32°F) से नीचे रहता है।
- संदर्भ और विस्तार: स्थायी तुषार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा आर्कटिक, अंटार्कटिक और उच्च पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है। जलवायु परिवर्तन के कारण स्थायी तुषार के पिघलने से मीथेन जैसी ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन होता है, और यह भू-आकृति को भी प्रभावित करता है, जिससे इमारतें और सड़कें अस्थिर हो जाती हैं।
- गलत विकल्प: टंड्रा एक बायोम है जिसमें कम तापमान और कम वर्षा होती है, लेकिन इसमें स्थायी तुषार के ऊपर सक्रिय परत (active layer) भी हो सकती है जो गर्मियों में पिघल जाती है। हिमशैल बर्फ के बड़े टुकड़े होते हैं जो ग्लेशियरों या हिम की चट्टानों से टूटकर पानी में बहते हैं। ग्लेशियर बर्फ की बड़ी, स्थायी नदियाँ हैं जो गुरुत्वाकर्षण के कारण धीरे-धीरे खिसकती हैं।
प्रश्न 7: भारत की कौन सी प्रमुख नदी पूर्वोत्तर राज्यों से होकर बहती है और तिब्बत में ‘यारलुंग त्सांगपो’ (Yarlung Tsangpo) के नाम से जानी जाती है, भारत में प्रवेश करने के बाद इसका नाम ‘दिबांग’ (Dibang) या ‘सियांग’ (Siang) हो जाता है? (भारतीय भूगोल – नदी प्रणालियाँ)
- गंगा
- ब्रह्मपुत्र
- सिंधु
- मेघना
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: ब्रह्मपुत्र नदी तिब्बत से निकलती है, जहाँ इसे यारलुंग त्सांगपो कहा जाता है। यह भारत में अरुणाचल प्रदेश में दिबांग या सियांग के नाम से प्रवेश करती है।
- संदर्भ और विस्तार: भारत में प्रवेश करने के बाद, यह असम में ‘ब्रह्मपुत्र’ के रूप में बहती है और फिर बांग्लादेश में प्रवेश करती है जहाँ यह ‘जमुना’ कहलाती है और अंततः पद्मा (गंगा) में मिल जाती है। यह नदी अपने विशाल डेल्टा और बाढ़ के लिए जानी जाती है।
- गलत विकल्प: गंगा भारत की राष्ट्रीय नदी है और यह उत्तराखंड से निकलती है। सिंधु नदी तिब्बत से निकलती है लेकिन मुख्य रूप से उत्तर-पश्चिम भारत और पाकिस्तान से होकर बहती है। मेघना बांग्लादेश में एक प्रमुख नदी है जो जमुना (ब्रह्मपुत्र) और पद्मा (गंगा) के संगम के बाद बनती है।
प्रश्न 8: सुनामी, जो समुद्र के नीचे होने वाली भूकंपीय या अन्य अचानक घटनाओं से उत्पन्न होने वाली विशाल लहरें हैं, मुख्य रूप से किस प्रकार की भूवैज्ञानिक गतिविधि से संबंधित हैं? (भौतिक भूगोल – समुद्र विज्ञान)
- ज्वालामुखी विस्फोट (Volcanic Eruptions)
- भूस्खलन (Landslides)
- समुद्र तल पर भूकंप (Earthquakes on the Seabed)
- सभी उपरोक्त (All of the above)
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: सुनामी (Tsunami) एक जापानी शब्द है जिसका अर्थ है ‘बंदरगाह तरंग’। यह समुद्र के नीचे होने वाली विभिन्न अचानक और बड़ी भूवैज्ञानिक घटनाओं से उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें समुद्र तल पर भूकंप, पानी के नीचे ज्वालामुखी विस्फोट, भूस्खलन और उल्कापिंडों का प्रभाव शामिल है।
- संदर्भ और विस्तार: हालाँकि सबसे आम कारण समुद्र तल पर होने वाले शक्तिशाली भूकंप हैं, खासकर अभिसारी प्लेट सीमाओं (convergent plate boundaries) पर जहां एक प्लेट दूसरी के नीचे खिसकती है (सबडक्शन जोन), समुद्र के नीचे होने वाले बड़े भूस्खलन और ज्वालामुखी विस्फोट भी सुनामी उत्पन्न कर सकते हैं।
- गलत विकल्प: केवल एक विकल्प को चुनना गलत है क्योंकि सुनामी का कारण विभिन्न हो सकता है।
प्रश्न 9: भारत की भौगोलिक संरचना और इतिहास को समझने के लिए, ‘गोंडवाना भूमि’ (Gondwanaland) का उल्लेख क्यों महत्वपूर्ण है? (भारतीय भूगोल – भौतिक/भूविज्ञान)
- यह भारतीय उपमहाद्वीप के वर्तमान तटीय क्षेत्रों के निर्माण का वर्णन करता है।
- यह बताता है कि भारत किस प्रकार एक विशाल महाद्वीप का दक्षिणी भाग था जो बाद में विखंडित हुआ।
- यह भारत में पाए जाने वाले जीवाश्म ईंधनों के विशाल भंडार की व्याख्या करता है।
- यह भारतीय उपमहाद्वीप पर म्यांमार की जनजातियों के प्रवास का इतिहास बताता है।
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: गोंडवाना भूमि (Gondwanaland) एक प्राचीन महाद्वीप था जिसमें आज के दक्षिणी गोलार्ध के सभी बड़े भूभाग शामिल थे: अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका, और भारतीय प्रायद्वीप (जो बाद में यूरेशिया से जा टकराया)।
- संदर्भ और विस्तार: भारत का प्रायद्वीपीय पठार (Peninsular Plateau) गोंडवाना भूमि का ही एक हिस्सा था। भारतीय प्लेट के उत्तर की ओर खिसकने और यूरेशियाई प्लेट से टकराने की प्रक्रिया ने हिमालय का निर्माण किया और भारत की वर्तमान भौगोलिक स्थिति निर्धारित की। गोंडवाना भूमि के विखंडन और प्रवाह ने दुनिया भर में महाद्वीपों के वर्तमान स्वरूप का मार्ग प्रशस्त किया।
- गलत विकल्प: यह वर्तमान तटीय क्षेत्रों के निर्माण की सीधी व्याख्या नहीं करता, बल्कि प्रायद्वीपीय भारत की उत्पत्ति की व्याख्या करता है। जबकि गोंडवाना में जीवाश्म ईंधनों के भंडार हैं, यह कथन सीधा संबंध स्थापित नहीं करता। यह म्यांमार की जनजातियों के प्रवास से संबंधित नहीं है।
प्रश्न 10: प्रशांत महासागर के किनारों पर स्थित ज्वालामुखी और भूकंपीय गतिविधि का एक प्रमुख क्षेत्र, जिसे ‘रिंग ऑफ फायर’ (Ring of Fire) के नाम से जाना जाता है, मुख्य रूप से किस भूवैज्ञानिक प्रक्रिया के कारण सक्रिय है? (विश्व भूगोल – मानचित्रण/भूविज्ञान)
- प्लेट सीमा पर अभिसरण (Convergence at Plate Boundaries)
- प्लेट सीमा पर अपसरण (Divergence at Plate Boundaries)
- ट्रांसफ़ॉर्म फॉल्ट (Transform Faults)
- स्थिर हॉटस्पॉट (Stable Hotspots)
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: रिंग ऑफ फायर (Ring of Fire) एक लगभग घोड़े की नाल के आकार का क्षेत्र है जो प्रशांत महासागर के चारों ओर फैला हुआ है और यहाँ दुनिया के अधिकांश ज्वालामुखी और भूकंप आते हैं। यह मुख्य रूप से विवर्तनिक प्लेटों के अभिसरण (convergence) के कारण सक्रिय है।
- संदर्भ और विस्तार: इस क्षेत्र में, प्रशांत प्लेट अन्य कई प्लेटों (जैसे उत्तर अमेरिकी, यूरेशियाई, फिलिपीन सागर, कोकोस, नाजका प्लेटें) के साथ मिलती है। जब महासागरीय प्लेट महाद्वीपीय प्लेट के नीचे खिसकती है (सबडक्शन), तो पिघला हुआ मैग्मा ऊपर उठता है, जिससे ज्वालामुखी बनते हैं। इसी तरह, इन प्लेटों के बीच घर्षण और दबाव से भूकंप आते हैं।
- गलत विकल्प: प्लेटों का अपसरण (Divergence) तब होता है जब प्लेटें एक-दूसरे से दूर जाती हैं, जिससे दरार घाटियाँ और मध्य-महासागरीय कटक बनते हैं। ट्रांसफ़ॉर्म फॉल्ट (Transform Faults) तब होते हैं जब प्लेटें एक-दूसरे के समानांतर खिसकती हैं, जिससे भूकंप आते हैं लेकिन ज्वालामुखी कम होते हैं। स्थिर हॉटस्पॉट (Stable Hotspots) ज्वालामुखी गतिविधि का कारण हो सकते हैं, लेकिन रिंग ऑफ फायर का मुख्य कारण प्लेट अभिसरण है।
प्रश्न 11: पृथ्वी के घूर्णन के कारण वायुमंडलीय हवाओं की दिशा में होने वाले विचलन को क्या कहा जाता है? (भौतिक भूगोल – जलवायु विज्ञान)
- जेट स्ट्रीम (Jet Stream)
- कोरिओलिस प्रभाव (Coriolis Effect)
- हेडली सेल (Hadley Cell)
- एल्बेडो प्रभाव (Albedo Effect)
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: कोरिओलिस प्रभाव (Coriolis Effect) वह बल है जो पृथ्वी के घूर्णन के कारण गतिमान वस्तुओं (जैसे हवा और पानी) की दिशा को विक्षेपित करता है।
- संदर्भ और विस्तार: उत्तरी गोलार्ध में, यह प्रभाव हवाओं को दाईं ओर विक्षेपित करता है, जबकि दक्षिणी गोलार्ध में, यह उन्हें बाईं ओर विक्षेपित करता है। यह प्रभाव बड़े पैमाने पर वायुमंडलीय परिसंचरण पैटर्न (जैसे व्यापारिक हवाएँ, पछुआ हवाएँ), तूफान की दिशा और महासागरीय धाराओं को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- गलत विकल्प: जेट स्ट्रीम तेज़ गति से चलने वाली हवाएँ हैं। हेडली सेल एक प्रमुख वायुमंडलीय परिसंचरण सेल है। एल्बेडो प्रभाव सतह द्वारा परावर्तित सौर विकिरण का माप है।
प्रश्न 12: भाखड़ा-नांगल परियोजना (Bhakra-Nangal Project) किस नदी पर स्थित है और यह भारत की सबसे बड़ी बहुउद्देशीय नदी परियोजनाओं में से एक है? (भारतीय भूगोल – नदी प्रणालियाँ/बहुउद्देशीय परियोजनाएँ)
- गंगा
- यमुना
- सतलुज
- रावी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: भाखड़ा-नांगल परियोजना भारत की एक प्रमुख बहुउद्देशीय परियोजना है जो सतलुज नदी पर स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: यह परियोजना तीन मुख्य बाँधों से मिलकर बनी है: भाखड़ा बाँध (एक गुरुत्वाकर्षण बाँध), नांगल बाँध, और कोटला पॉवर हाउस। यह परियोजना मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और राजस्थान राज्यों को सिंचाई और बिजली प्रदान करती है। भाखड़ा बाँध से बनी झील को गोविंद सागर झील कहा जाता है।
- गलत विकल्प: गंगा, यमुना और रावी अन्य प्रमुख नदियाँ हैं जिन पर भारत में अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाएँ हैं, लेकिन भाखड़ा-नांगल परियोजना सतलुज पर है।
प्रश्न 13: कौन सा दुनिया का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल है, जो उत्तर अफ्रीका के अधिकांश भाग को कवर करता है? (विश्व भूगोल – भौतिक)
- गोबी मरुस्थल
- अटाकामा मरुस्थल
- सहारा मरुस्थल
- थार मरुस्थल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और स्थान: सहारा मरुस्थल (Sahara Desert) दुनिया का सबसे बड़ा गर्म मरुस्थल है, जो उत्तरी अफ्रीका के लगभग 9.2 मिलियन वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है।
- संदर्भ और विस्तार: यह मरुस्थल अल्जीरिया, चाड, मिस्र, लीबिया, माली, मॉरिटानिया, मोरक्को, नाइजर, सूडान और ट्यूनीशिया जैसे देशों में फैला हुआ है। इसकी विशेषता अत्यधिक शुष्क जलवायु, रेत के टीले (dunes), चट्टानी पठार (rocky plateaus) और तीव्र तापमान भिन्नता है।
- गलत विकल्प: गोबी मरुस्थल एशिया में है और मुख्य रूप से ठंडा मरुस्थल है। अटाकामा मरुस्थल दक्षिण अमेरिका में है और बहुत शुष्क है। थार मरुस्थल भारत और पाकिस्तान में स्थित है।
प्रश्न 14: भारत की वह कौन सी मिट्टी है जो भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में विकसित होती है, जिसमें लौह ऑक्साइड की मात्रा अधिक होती है, जिससे इसका रंग लाल-भूरा होता है, और यह लीचिंग (leaching) के कारण पोटाश और सिलिका में समृद्ध लेकिन नाइट्रोजन और चूने में गरीब होती है? (भारतीय भूगोल – मृदा)
- काली मिट्टी
- लाल मिट्टी
- लेटराइट मिट्टी
- जलोढ़ मिट्टी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: लेटराइट मिट्टी (Laterite soil) ऐसी मिट्टी है जो भारी वर्षा वाले उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में विकसित होती है।
- संदर्भ और विस्तार: भारी वर्षा के कारण, मिट्टी में घुलनशील तत्व (जैसे चूना, सिलिका, पोटाश) धुल जाते हैं (लीचिंग), जबकि लोहे और एल्यूमीनियम के ऑक्साइड की सांद्रता बढ़ जाती है, जिससे मिट्टी का रंग लाल-भूरा हो जाता है। यह मिट्टी काजू, रबड़, चाय और कॉफी जैसी फसलों के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन सामान्य खेती के लिए कम उपजाऊ होती है और इसमें अक्सर उर्वरक डालने की आवश्यकता होती है।
- गलत विकल्प: काली मिट्टी में नमी सोखने की क्षमता अधिक होती है। लाल मिट्टी आयरन ऑक्साइड के कारण लाल होती है लेकिन लेटराइट जितनी लीचिंग से प्रभावित नहीं होती। जलोढ़ मिट्टी उपजाऊ होती है और नदी घाटियों में पाई जाती है।
प्रश्न 15: भूकंप के अध्ययन में, प्राथमिक तरंगें (Primary Waves) या ‘P-waves’ के बारे में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है? (भौतिक भूगोल – भूकंप विज्ञान)
- ये सबसे धीमी गति से चलने वाली तरंगें हैं और पृथ्वी की सतह पर सबसे विनाशकारी होती हैं।
- ये अनुप्रस्थ (transverse) तरंगें हैं जो केवल ठोस माध्यम से गुजर सकती हैं।
- ये अनुदैर्ध्य (longitudinal) तरंगें हैं जो ठोस, तरल और गैस सभी माध्यमों से यात्रा कर सकती हैं।
- ये भूकंप के केंद्र (epicenter) से सबसे अंत में पहुँचती हैं।
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: प्राथमिक तरंगें (P-waves) अनुदैर्ध्य (longitudinal) या संपीड़न (compressional) तरंगें हैं। वे ध्वनि तरंगों की तरह कंपन करती हैं, सामग्री को आगे-पीछे धकेलती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: P-waves भूकंपीय तरंगों में सबसे तेज़ होती हैं और भूकंप के स्रोत (hypocenter) से निकलने के तुरंत बाद पृथ्वी की सतह पर पहुँचती हैं। वे ठोस, तरल और गैस जैसे सभी माध्यमों से यात्रा कर सकती हैं, जो उन्हें भूकंप के अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण बनाती है।
- गलत विकल्प: सबसे धीमी और विनाशकारी तरंगें सतही तरंगें (surface waves) होती हैं। S-waves (द्वितीयक तरंगें) अनुप्रस्थ तरंगें हैं जो केवल ठोस माध्यम से गुजर सकती हैं। P-waves सबसे पहले पहुँचती हैं।
प्रश्न 16: भारत में, राष्ट्रीय जलमार्ग (National Waterways) का विकास परिवहन के एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में किया जा रहा है। निम्नलिखित में से कौन सा वर्तमान में भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय जलमार्ग है? (भारतीय भूगोल – परिवहन)
- राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (NW-1)
- राष्ट्रीय जलमार्ग 2 (NW-2)
- राष्ट्रीय जलमार्ग 4 (NW-4)
- राष्ट्रीय जलमार्ग 6 (NW-6)
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (NW-1) भारत का सबसे लंबा राष्ट्रीय जलमार्ग है।
- संदर्भ और विस्तार: NW-1 गंगा, भागीरथी और हुगली नदियों के पार हल्दिया (पश्चिम बंगाल) से प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) तक फैला हुआ है। इसकी कुल लंबाई लगभग 1620 किलोमीटर है। यह भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (Inland Waterways Authority of India – IWAI) द्वारा संचालित है और माल ढुलाई के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है।
- गलत विकल्प: NW-2 ब्रह्मपुत्र नदी पर सदिया से धुबरी तक है। NW-4 गोदावरी-कृष्णा नदी प्रणाली पर है। NW-6 बराक नदी प्रणाली पर है। NW-1 इन सभी से लंबा है।
प्रश्न 17: भूटान की राजधानी का नाम क्या है, जो हिमालय की तलहटी में स्थित एक शांत और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध शहर है? (विश्व भूगोल – मानचित्रण)
- काठमांडू
- ढाका
- नई दिल्ली
- थिम्फू
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और स्थान: थिम्फू (Thimphu) भूटान की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है। यह पश्चिम-मध्य भूटान में थिम्फू चू (Thimphu Chu) नदी के किनारे स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: थिम्फू दुनिया की सबसे ऊंची राजधानियों में से एक है और यह भूटान के पारंपरिक वास्तुशिल्प का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करता है।
- गलत विकल्प: काठमांडू नेपाल की राजधानी है, ढाका बांग्लादेश की राजधानी है, और नई दिल्ली भारत की राजधानी है।
प्रश्न 18: लोएस (Loess) क्या है, और यह किस प्रकार के भू-आकृतिक निर्माण का एक प्रमुख घटक है? (भौतिक भूगोल – भू-आकृति विज्ञान)
- ज्वालामुखी की राख से बने निक्षेप, हिमनदी घाटियों का निर्माण
- पवन द्वारा ले जाए गए महीन कणों (मिट्टी और गाद) के निक्षेप, पठारों का निर्माण
- नदी द्वारा जमा की गई गाद, डेल्टा का निर्माण
- समुद्र द्वारा ले जाए गए तलछट, तटीय मैदानों का निर्माण
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: लोएस (Loess) पवन द्वारा ले जाए गए महीन कणों (मुख्य रूप से गाद और महीन रेत) का एक जमाव है।
- संदर्भ और विस्तार: ये कण शुष्क क्षेत्रों से उड़ाकर लंबी दूरी तक ले जाए जाते हैं और फिर धीरे-धीरे जमा हो जाते हैं। लोएस निक्षेप अक्सर बहुत उपजाऊ होते हैं और महत्वपूर्ण कृषि क्षेत्रों का आधार बनते हैं, जैसे चीन का उत्तरी मैदान (Yellow River basin) और संयुक्त राज्य अमेरिका का मिडवेस्ट। लोएस से निर्मित भू-आकृतियाँ अक्सर लहरदार सतह वाली होती हैं।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प विभिन्न प्रकार के निक्षेपों और भू-आकृतियों से संबंधित हैं।
प्रश्न 19: भारत में मैंगनीज (Manganese) का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन सा है, जो देश के कुल उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान देता है? (भारतीय भूगोल – खनिज)
- राजस्थान
- ओडिशा
- मध्य प्रदेश
- महाराष्ट्र
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और स्थान: ओडिशा (Odisha) भारत में मैंगनीज का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है, जो देश के कुल मैंगनीज उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा प्रदान करता है।
- संदर्भ और विस्तार: ओडिशा में मैंगनीज के प्रमुख भंडार केंदुझर (Kendujhar), सुंदरगढ़ (Sundargarh), और कोरापुट (Koraput) जिलों में पाए जाते हैं। मैंगनीज का उपयोग मुख्य रूप से इस्पात और मिश्र धातुओं के निर्माण में किया जाता है।
- गलत विकल्प: जबकि राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र भी मैंगनीज का उत्पादन करते हैं, ओडिशा उनका प्रमुख उत्पादक है।
प्रश्न 20: जेट स्ट्रीम (Jet Streams) क्या हैं, और वे मुख्य रूप से किस भौगोलिक विशेषता से संबंधित हैं? (भौतिक भूगोल – जलवायु विज्ञान)
- ऊपरी वायुमंडल में तेज गति से चलने वाली हवाएँ, जो मौसम प्रणालियों को प्रभावित करती हैं।
- समुद्र के नीचे गर्म पानी की धाराएँ, जो महासागरीय तापमान को नियंत्रित करती हैं।
- पहाड़ी क्षेत्रों में पाई जाने वाली गर्म हवा की धाराएँ, जो स्थानीय हवाएँ कहलाती हैं।
- मरुस्थलों में मौजूद हवा की गर्म धाराएँ, जो धूल भरी आँधियाँ लाती हैं।
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: जेट स्ट्रीम (Jet Streams) ऊपरी वायुमंडल (क्षोभमंडल के ऊपरी भाग और समताप मंडल के निचले भाग) में तेज गति से बहने वाली संकीर्ण हवा की धाराएँ हैं।
- संदर्भ और विस्तार: वे पृथ्वी की सतह से लगभग 10-15 किलोमीटर ऊपर पाई जाती हैं और उनकी गति 100-400 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। ये हवाएँ भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर बहने वाली हवा के तापमान के अंतर के कारण बनती हैं। जेट स्ट्रीम बड़े पैमाने पर मौसम प्रणालियों, जैसे चक्रवातों और एंटीसाइक्लोनों की गति और तीव्रता को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प अलग-अलग भौगोलिक घटनाओं का वर्णन करते हैं।
प्रश्न 21: निम्नलिखित महाद्वीपों में से कौन सा विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला महाद्वीप है? (मानव भूगोल – विश्व)
- उत्तरी अमेरिका
- अफ्रीका
- एशिया
- यूरोप
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: एशिया (Asia) विश्व का सबसे अधिक आबादी वाला महाद्वीप है।
- संदर्भ और विस्तार: एशिया दुनिया की लगभग 60% जनसंख्या का घर है, जिसमें चीन और भारत जैसे सबसे अधिक आबादी वाले देश शामिल हैं। इसकी विशाल भूमि, विविध जलवायु और उपजाऊ मैदानों ने बड़ी आबादी के विकास का समर्थन किया है।
- गलत विकल्प: अन्य महाद्वीप भी महत्वपूर्ण आबादी वाले हैं, लेकिन एशिया की आबादी सबसे अधिक है।
प्रश्न 22: भारत में जूट उद्योग (Jute Industry) का प्रमुख केंद्र किन क्षेत्रों में स्थित है, जो पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के साथ महत्वपूर्ण संबंध रखते हैं? (भारतीय भूगोल – उद्योग)
- उत्तरी मैदान के पंजाब और हरियाणा क्षेत्र
- दक्षिण भारत के तमिलनाडु और केरल क्षेत्र
- पूर्वी भारत के हुगली नदी के किनारे और ब्रह्मपुत्र घाटी
- पश्चिम भारत के गुजरात और महाराष्ट्र क्षेत्र
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और स्थान: भारत में जूट उद्योग मुख्य रूप से पूर्वी भारत के हुगली नदी के किनारे (जैसे कोलकाता, हावड़ा) और ब्रह्मपुत्र घाटी (जैसे असम) में केंद्रित है।
- संदर्भ और विस्तार: जूट उद्योग के लिए आर्द्र जलवायु, अच्छी परिवहन सुविधाएँ (जैसे नदियाँ), और कच्चे माल (जूट) की उपलब्धता महत्वपूर्ण है। हुगली नदी क्षेत्र इन सभी अनुकूलताओं को प्रदान करता है, और यह क्षेत्र बांग्लादेश के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ है, जो दुनिया का सबसे बड़ा जूट उत्पादक है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प भारत के अन्य औद्योगिक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो जूट उत्पादन के लिए उतने महत्वपूर्ण नहीं हैं।
प्रश्न 23: शुष्क जलवायु (Arid Climate) या रेगिस्तानी क्षेत्रों में, वर्षा की विशिष्ट विशेषता क्या होती है? (भौतिक भूगोल – जलवायु विज्ञान)
- उच्च, अनियमित वर्षा जो वर्ष भर वितरित होती है।
- कम, अत्यधिक अनियमित वर्षा जो कभी-कभी लंबी अवधि के सूखे के बाद होती है।
- मध्यम, मौसमी वर्षा जो ग्रीष्मकाल में केंद्रित होती है।
- भारी, लगातार वर्षा जो वाष्पीकरण को बढ़ाती है।
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: शुष्क जलवायु (Arid Climate) की प्रमुख विशेषता कम और अत्यधिक अनियमित वर्षा है।
- संदर्भ और विस्तार: रेगिस्तानी क्षेत्रों में वर्षा की मात्रा बहुत कम होती है (आमतौर पर 250 मिमी से कम प्रति वर्ष), और इसका वितरण भी बहुत अप्रत्याशित होता है। कई वर्षों तक सूखा पड़ना आम बात है, और जब वर्षा होती है, तो वह कभी-कभी तीव्र हो सकती है, जिससे फ्लैश फ्लड (flash floods) आ सकते हैं।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प अलग-अलग जलवायु प्रकारों का वर्णन करते हैं।
प्रश्न 24: कैनबरा (Canberra) किस देश की राजधानी है, जिसे जानबूझकर एक नए शहर के रूप में डिजाइन और निर्मित किया गया था? (विश्व भूगोल – मानचित्रण)
- न्यूजीलैंड
- कनाडा
- ऑस्ट्रेलिया
- दक्षिण अफ्रीका
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और स्थान: कैनबरा (Canberra) ऑस्ट्रेलिया की राजधानी है।
- संदर्भ और विस्तार: इसे 20वीं सदी की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया की दो प्रमुख नदियों, सिडनी और मेलबर्न के बीच एक समझौते के रूप में डिजाइन किया गया था। वाल्टर बर्ली ग्रिफिन (Walter Burley Griffin) नामक अमेरिकी वास्तुकार ने इसकी योजना बनाई थी।
- गलत विकल्प: वेलिंगटन न्यूजीलैंड की राजधानी है, ओटावा कनाडा की राजधानी है, और प्रिटोरिया (कार्यकारी), केप टाउन (विधायी) और ब्लोमफोंटेन (न्यायिक) दक्षिण अफ्रीका की राजधानी हैं।
प्रश्न 25: भारत के भौतिक विभाजन को उत्तर से दक्षिण की ओर बढ़ते क्रम में व्यवस्थित करने पर, निम्नलिखित में से कौन सा क्रम सबसे सटीक होगा? (भारतीय भूगोल – भौतिक)
- उत्तरी मैदान, प्रायद्वीपीय पठार, हिमालय, तटीय मैदान
- हिमालय, उत्तरी मैदान, प्रायद्वीपीय पठार, तटीय मैदान
- प्रायद्वीपीय पठार, हिमालय, उत्तरी मैदान, तटीय मैदान
- उत्तरी मैदान, हिमालय, प्रायद्वीपीय पठार, तटीय मैदान
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर और अवधारणा: भारत के प्रमुख भौतिक विभाजनों का उत्तर से दक्षिण की ओर सही क्रम है: हिमालय, उत्तरी मैदान, प्रायद्वीपीय पठार, और फिर तटीय मैदान (और द्वीप समूह)।
- संदर्भ और विस्तार: सबसे उत्तर में विशाल हिमालय पर्वतमाला स्थित है। इसके दक्षिण में गंगा, सिंधु और ब्रह्मपुत्र नदियों द्वारा निर्मित उपजाऊ उत्तरी मैदान (Indo-Gangetic Plain) है। इन मैदानों के दक्षिण में भारत का विशाल प्रायद्वीपीय पठार (Peninsular Plateau) है, जो सबसे पुराना भू-भाग है। पठार के किनारों पर तटीय मैदान (Coastal Plains) हैं, जो पूर्व और पश्चिम में फैले हुए हैं।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प भौतिक विभाजनों के उत्तर-दक्षिण क्रम को गलत तरीके से प्रस्तुत करते हैं।