जम्मू-कश्मीर सुरक्षा: श्रीनगर में सेना की बड़ी कामयाबी, ‘महादेव’ ऑपरेशन में 3 आतंकी ढेर, पहलगाम हमले का पर्दाफाश!
चर्चा में क्यों? (Why in News?):**
हाल ही में, जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर क्षेत्र में भारतीय सेना ने एक महत्वपूर्ण ‘ऑपरेशन महादेव’ को अंजाम दिया, जिसमें तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया। यह घटना विशेष रूप से तब हुई जब दक्षिण कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए एक हालिया आतंकवादी हमले की जांच चल रही थी, और प्रारंभिक सूचनाओं के अनुसार, मारे गए आतंकवादी उस हमले से जुड़े हो सकते हैं। सेना ने इस ऑपरेशन के संबंध में और अधिक जानकारी साझा करने के लिए शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। यह घटना जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति, आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों और राज्य में शांति बहाली के प्रयासों के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पृष्ठभूमि: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद और सुरक्षा परिदृश्य (Background: Terrorism and Security Scenario in Jammu & Kashmir):
जम्मू और कश्मीर, भारत का एक अविभाज्य अंग, दशकों से आतंकवाद और अलगाववाद से प्रभावित रहा है। पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों द्वारा समर्थित, उग्रवाद ने राज्य में अस्थिरता और हिंसा का माहौल बनाए रखा है। भारतीय सेना, पुलिस और अन्य सुरक्षा बल लगातार आतंकवादियों के खिलाफ कड़े मुकाबले में लगे हुए हैं। हाल के वर्षों में, सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के मॉड्यूल को तोड़ने और उनके लॉन्च पैड को निष्क्रिय करने में महत्वपूर्ण सफलताएँ हासिल की हैं, लेकिन फिर भी कुछ घटनाएं चिंता का विषय बनी हुई हैं। पहलगाम हमला इसी प्रकार की एक घटना थी जिसने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया था।
‘ऑपरेशन महादेव’: एक विस्तृत विश्लेषण (Operation Mahadev: A Detailed Analysis):
‘ऑपरेशन महादेव’ नाम का यह अभियान श्रीनगर के किसी खास इलाके में केंद्रित था। यह नाम, हालांकि अभी तक सेना द्वारा आधिकारिक तौर पर किसी विशेष कूट नाम से नहीं जोड़ा गया है, लेकिन मीडिया रिपोर्टों में इसका उल्लेख किया जा रहा है। इस ऑपरेशन की मुख्य बातें इस प्रकार हैं:
- सैन्य कार्रवाई: सेना ने इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर एक सुनियोजित घेराबंदी और तलाशी अभियान (CASO – Cordon and Search Operation) चलाया।
- आतंकवादियों का सफाया: इस ऑपरेशन के दौरान, तीन सक्रिय आतंकवादियों को मार गिराया गया। यह सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है।
- हथियार और गोला-बारूद: मारे गए आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद होने की उम्मीद है, जो उनकी गतिविधियों और संभावित भविष्य के हमलों की योजना का संकेत दे सकते हैं।
- पहचान और संबद्धता: प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि मारे गए आतंकवादियों का संबंध हाल ही में हुए पहलगाम हमले से हो सकता है। उनकी पहचान और वे किस आतंकवादी संगठन से जुड़े थे, इसका खुलासा शाम की प्रेस कॉन्फ्रेंस में हो सकता है।
- सर्च ऑपरेशन जारी: भले ही तीन आतंकवादी मारे गए हों, सेना और अन्य सुरक्षा बल किसी भी अतिरिक्त खतरे या छिपे हुए आतंकवादियों का पता लगाने के लिए इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं।
पहलगाम हमले से जुड़ाव (Linkage with Pahalgam Attack):
यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए एक हालिया आतंकवादी हमले के संदर्भ में विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाता है। पहलगाम, एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल होने के कारण, ऐसी घटनाओं के लिए संवेदनशील है। इस हमले के पीछे के अपराधियों को पकड़ना और उनके मॉड्यूल को ध्वस्त करना सुरक्षा एजेंसियों के लिए प्राथमिकता रही है। यदि मारे गए आतंकवादी इस हमले में सीधे तौर पर शामिल थे, तो यह ‘ऑपरेशन महादेव’ पहलगाम घटना के जवाब में एक महत्वपूर्ण प्रगति है। यह दर्शाता है कि सुरक्षा बल त्वरित प्रतिक्रिया देने और अपराधियों का पता लगाने में सक्षम हैं।
सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस का महत्व (Significance of Army’s Press Conference):
शाम को होने वाली आर्मी प्रेस कॉन्फ्रेंस कई कारणों से महत्वपूर्ण है:
आधिकारिक पुष्टि: यह मारे गए आतंकवादियों की संख्या, उनकी पहचान, बरामद हथियारों और उनके द्वारा किए गए अपराधों की आधिकारिक पुष्टि प्रदान करेगी।
इंटेलिजेंस इनपुट: ऑपरेशन के पीछे के इंटेलिजेंस इनपुट और योजना के बारे में जानकारी साझा की जा सकती है।
भविष्य की रणनीति: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भविष्य की रणनीति और सुरक्षा उपायों पर भी प्रकाश डाला जा सकता है।
जनता को आश्वस्त करना: यह आम जनता को सुरक्षा की स्थिति के बारे में आश्वस्त करने और आतंकवाद के खिलाफ सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराने का एक मंच है।
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति पर व्यापक प्रभाव (Broader Implications for Security in J&K):
यह सफल ऑपरेशन कई महत्वपूर्ण पहलुओं को रेखांकित करता है:
- बढ़ी हुई क्षमता: यह सेना और अन्य सुरक्षा बलों की आतंकवादियों का पता लगाने, उन्हें घेरने और बेअसर करने की क्षमता को दर्शाता है।
- इंटेलिजेंस नेटवर्क: मजबूत इंटेलिजेंस नेटवर्क, जो जमीनी स्तर पर काम करता है, इस तरह के सफल अभियानों की कुंजी है।
- स्थानीय सहयोग: हालांकि हमेशा प्रकट नहीं होता, स्थानीय आबादी का सहयोग भी सूचना प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- पर्यटन और सामान्य जीवन: आतंकवादियों का सफाया स्थानीय अर्थव्यवस्था, विशेष रूप से पर्यटन के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पर्यटकों को सुरक्षित महसूस कराता है और सामान्य जीवन को बहाल करने में मदद करता है।
- “ऑपरेशन ऑल आउट” का हिस्सा: यह ऑपरेशन सरकार की “ऑपरेशन ऑल आउट” जैसी व्यापक रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जिसका लक्ष्य जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद को जड़ से खत्म करना है।
चुनौतियां और भविष्य की राह (Challenges and the Way Forward):
हालांकि यह एक बड़ी सफलता है, जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से निपटना अभी भी एक बहुआयामी चुनौती है।
- लॉन्च पैड: नियंत्रण रेखा के पार स्थित लॉन्च पैड से घुसपैठ अभी भी एक चिंता का विषय है।
- आतंकवादी भर्ती: स्थानीय युवाओं का आतंकवादी समूहों में भर्ती होना एक जटिल सामाजिक-राजनीतिक मुद्दा है जिस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
- साइबर आतंकवाद: दुष्प्रचार और भर्ती के लिए सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग भी एक बढ़ती हुई चुनौती है।
- राजनीतिक समाधान: दीर्घकालिक शांति के लिए केवल सैन्य समाधान पर्याप्त नहीं है; एक समावेशी राजनीतिक प्रक्रिया और सामाजिक-आर्थिक विकास भी महत्वपूर्ण हैं।
भविष्य में, सुरक्षा बल इन चुनौतियों का सामना करने के लिए अपनी रणनीतियों को लगातार अनुकूलित करते रहेंगे। इसमें इंटेलिजेंस-संचालित सटीक ऑपरेशंस, सीमा प्रबंधन को मजबूत करना, और स्थानीय आबादी के साथ विश्वास बनाना शामिल है।
UPSC परीक्षा के लिए अभ्यास प्रश्न (Practice Questions for UPSC Exam)
प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) – 10 MCQs
1. प्रश्न: हालिया ‘ऑपरेशन महादेव’ किस क्षेत्र में संपन्न हुआ?
* (a) जम्मू
* (b) पुंछ
* (c) श्रीनगर
* (d) अनंतनाग
* उत्तर: (c) श्रीनगर
* व्याख्या: समाचार के अनुसार, ‘ऑपरेशन महादेव’ श्रीनगर क्षेत्र में हुआ।
2. प्रश्न: ‘ऑपरेशन महादेव’ के दौरान कितने आतंकवादियों को मार गिराया गया?
* (a) एक
* (b) दो
* (c) तीन
* (d) चार
* उत्तर: (c) तीन
* व्याख्या: समाचार में स्पष्ट रूप से तीन आतंकवादियों के मारे जाने का उल्लेख है।
3. प्रश्न: पहलगाम हमला, जिसका संबंध ‘ऑपरेशन महादेव’ से जोड़ा जा रहा है, किस क्षेत्र में हुआ था?
* (a) उत्तरी कश्मीर
* (b) दक्षिण कश्मीर
* (c) मध्य कश्मीर
* (d) जम्मू क्षेत्र
* उत्तर: (b) दक्षिण कश्मीर
* व्याख्या: समाचार में पहलगाम का उल्लेख दक्षिण कश्मीर के एक क्षेत्र के रूप में किया गया है।
4. प्रश्न: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ भारत सरकार की प्रमुख व्यापक रणनीति को क्या कहा जाता है?
* (a) ऑपरेशन विजय
* (b) ऑपरेशन रेड सी
* (c) ऑपरेशन ऑल आउट
* (d) ऑपरेशन ब्लू स्टार
* उत्तर: (c) ऑपरेशन ऑल आउट
* व्याख्या: ‘ऑपरेशन ऑल आउट’ जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने के लिए सरकार की एक प्रमुख रणनीति है।
5. प्रश्न: किसी भी संदिग्ध आतंकवादी ठिकाने की घेराबंदी और तलाशी के लिए सुरक्षा बल द्वारा अपनाई जाने वाली प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
* (a) CASO (Cordon and Search Operation)
* (b) SAO (Security Alert Operation)
* (c) RASO (Raid and Search Operation)
* (d) MASO (Military Action and Search Operation)
* उत्तर: (a) CASO (Cordon and Search Operation)
* व्याख्या: सुरक्षा बल आमतौर पर संदिग्ध क्षेत्रों की घेराबंदी और तलाशी के लिए CASO का प्रयोग करते हैं।
6. प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा अनुच्छेद जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करता था, जिसे हाल ही में निरस्त कर दिया गया है?
* (a) अनुच्छेद 35A
* (b) अनुच्छेद 370
* (c) अनुच्छेद 371
* (d) अनुच्छेद 307
* उत्तर: (b) अनुच्छेद 370
* व्याख्या: अनुच्छेद 370 जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा देता था, जिसे 2019 में निरस्त कर दिया गया। अनुच्छेद 35A भी इसी से संबंधित था।
7. प्रश्न: जम्मू और कश्मीर के पुनर्गठन के बाद, इसे किस प्रकार के प्रशासनिक इकाई में विभाजित किया गया है?
* (a) एक राज्य और एक केंद्र शासित प्रदेश
* (b) दो केंद्र शासित प्रदेश
* (c) एक राज्य
* (d) तीन केंद्र शासित प्रदेश
* उत्तर: (b) दो केंद्र शासित प्रदेश
* व्याख्या: जम्मू और कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू और कश्मीर, और लद्दाख – में विभाजित किया गया है।
8. प्रश्न: नियंत्रण रेखा (Line of Control – LoC) भारत और किस देश के बीच की सीमांकन रेखा है?
* (a) चीन
* (b) नेपाल
* (c) अफगानिस्तान
* (d) पाकिस्तान
* उत्तर: (d) पाकिस्तान
* व्याख्या: नियंत्रण रेखा (LoC) भारत और पाकिस्तान के बीच प्रभावी सीमा है।
9. प्रश्न: आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में खुफिया जानकारी (Intelligence) की भूमिका के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सत्य है?
* (a) खुफिया जानकारी केवल हमलों के बाद उपयोगी होती है।
* (b) खुफिया जानकारी ऑपरेशन की योजना बनाने और उसे सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए महत्वपूर्ण है।
* (c) खुफिया जानकारी केवल बाहरी देशों से संबंधित होती है।
* (d) खुफिया जानकारी का आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है।
* उत्तर: (b) खुफिया जानकारी ऑपरेशन की योजना बनाने और उसे सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए महत्वपूर्ण है।
* व्याख्या: सफल सैन्य अभियानों के लिए सटीक और समय पर खुफिया जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।
10. प्रश्न: ‘ऑपरेशन महादेव’ जैसे अभियानों का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?
* (a) पर्यटन को बढ़ावा देना
* (b) क्षेत्रीय विकास करना
* (c) आतंकवादियों को मार गिराना और सुरक्षा सुनिश्चित करना
* (d) सांस्कृतिक आदान-प्रदान करना
* उत्तर: (c) आतंकवादियों को मार गिराना और सुरक्षा सुनिश्चित करना
* व्याख्या: इस तरह के ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य आतंकवादियों को बेअसर करना और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा बनाए रखना है।
मुख्य परीक्षा (Mains)
1. प्रश्न: जम्मू और कश्मीर में ‘ऑपरेशन महादेव’ जैसे सैन्य अभियानों की सफलता के संदर्भ में, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आतंकवाद की चुनौती का विश्लेषण करें। इसमें सुरक्षा बलों द्वारा अपनाई जाने वाली रणनीतियों और भविष्य में आ रही चुनौतियों पर भी प्रकाश डालें। (250 शब्द)
* संभावित मुख्य बिंदु:
* आतंकवाद का इतिहास और स्वरूप।
* ‘ऑपरेशन महादेव’ जैसे अभियानों की भूमिका (आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़, नेतृत्व को खत्म करना)।
* CASO, इंटेलिजेंस-आधारित ऑपरेशंस, बॉर्डर ग्रिड का सुदृढ़ीकरण।
* चुनौतियाँ: घुसपैठ, स्थानीय भर्ती, दुष्प्रचार, हाइब्रिड आतंकवाद।
* भविष्य की राह: तकनीकी उन्नति, सामुदायिक पुलिसिंग, समावेशी विकास, राजनीतिक समाधान।
2. प्रश्न: पहलगाम जैसे पर्यटन स्थलों पर आतंकवादी हमलों का क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था, विशेष रूप से पर्यटन उद्योग पर क्या प्रभाव पड़ता है? ‘ऑपरेशन महादेव’ जैसे अभियानों की सफलता इस संबंध में कैसे सहायक हो सकती है? (200 शब्द)
* संभावित मुख्य बिंदु:
* पर्यटन पर हमलों का नकारात्मक प्रभाव (डर, यात्रा प्रतिबंध)।
* स्थानीय अर्थव्यवस्था पर मार (रोजगार, आय)।
* ‘ऑपरेशन महादेव’ की सफलता से सुरक्षा का संदेश।
* पर्यटकों के विश्वास की बहाली और सामान्य स्थिति की ओर वापसी।
* दीर्घकालिक स्थिरता के लिए सुरक्षा और आर्थिक विकास का सह-संबंध।
3. प्रश्न: भारत-पाकिस्तान सीमा पर नियंत्रण रेखा (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर भारतीय सेना की भूमिका और चुनौतियों का वर्णन करें, विशेष रूप से जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद को रोकने के संदर्भ में। (150 शब्द)
* संभावित मुख्य बिंदु:
* LoC और IB का महत्व (घुसपैठ के बिंदु)।
* सेना की भूमिका: निगरानी, घुसपैठ विरोधी ग्रिड, सीमा सुरक्षा।
* चुनौतियाँ: दुर्गम भूभाग, मौसम, पाकिस्तानी सेना का सहयोग, नए आतंकी मॉड्यूल।
* इंटेलिजेंस ग्रिड और तकनीकी निगरानी का उपयोग।