खगोल विज्ञान से लेकर जीव विज्ञान तक: सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न!
परिचय:** नमस्कार, भविष्य के अधिकारियों! प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक अत्यंत महत्वपूर्ण खंड है। यह न केवल आपके विश्लेषणात्मक कौशल का परीक्षण करता है, बल्कि ब्रह्मांड की अद्भुतताओं और जीवन की जटिलताओं की आपकी समझ को भी दर्शाता है। आज, हम खगोल विज्ञान में नवीनतम खोजों से प्रेरित होकर, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ अपनी तैयारी को परखेंगे। ये प्रश्न आपकी परीक्षा की तैयारी को एक नई दिशा देंगे!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
-
ब्लैक होल से जुड़ी नवीनतम खगोलीय खोज किस पर केंद्रित है?
- (a) ब्लैक होल का रंग
- (b) ब्लैक होल द्वारा उत्सर्जित ध्वनि तरंगें
- (c) ब्लैक होल के अंदर का तापमान
- (d) ब्लैक होल की गति
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): खगोल भौतिकी में, ब्लैक होल के आसपास की घटनाओं को समझना एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है। नवीनतम शोध से पता चला है कि ब्लैक होल केवल प्रकाश को ही नहीं निगलते, बल्कि उनसे संबंधित विशिष्ट “ध्वनि” या रेडियो तरंगें भी निकलती हैं, जिन्हें हम माप सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): हाल के शोधों ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि ब्लैक होल, अपने गुरुत्वाकर्षण के कारण, अंतरिक्ष-समय में हलचल पैदा करते हैं। ये हलचलें वास्तव में तरंगों के रूप में ऊर्जा उत्सर्जित करती हैं, जिन्हें वैज्ञानिक “ध्वनि” के रूप में वर्णित कर रहे हैं। ये तरंगें अंतरिक्ष में फैलती हैं और विशिष्ट आवृत्तियों पर मापी जा सकती हैं। इसलिए, ब्लैक होल द्वारा उत्सर्जित ध्वनि तरंगों को समझना नवीनतम खगोलीय खोज का मुख्य बिंदु है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
ध्वनि की गति निर्वात (vacuum) में कितनी होती है?
- (a) 343 मीटर प्रति सेकंड
- (b) 0 मीटर प्रति सेकंड
- (c) 1500 मीटर प्रति सेकंड
- (d) प्रकाश की गति के बराबर
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है, जिसका अर्थ है कि इसे यात्रा करने के लिए एक माध्यम (जैसे हवा, पानी, या ठोस) की आवश्यकता होती है। निर्वात में कोई कण नहीं होते हैं, इसलिए ध्वनि तरंगें वहां से नहीं गुजर सकतीं।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि हवा के अणुओं के कंपन से उत्पन्न होती है। जब ध्वनि तरंगें किसी माध्यम से गुजरती हैं, तो वे उन माध्यम के कणों को भी कंपन कराती हैं। निर्वात में कोई कण नहीं होते हैं, इसलिए ध्वनि के प्रसार के लिए कोई माध्यम उपलब्ध नहीं होता है। यही कारण है कि ध्वनि की गति निर्वात में शून्य होती है। प्रकाश, जो एक विद्युत चुम्बकीय तरंग है, को यात्रा करने के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है, इसलिए वह निर्वात में यात्रा कर सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में औसतन कितना समय लगता है?
- (a) 8 मिनट
- (b) 8 सेकंड
- (c) 8 घंटे
- (d) 8 दिन
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश की गति अत्यंत उच्च होती है (लगभग 3 x 10^8 मीटर प्रति सेकंड), लेकिन सूर्य और पृथ्वी के बीच की विशाल दूरी के कारण, प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में कुछ समय लगता है।
व्याख्या (Explanation): सूर्य पृथ्वी से लगभग 150 मिलियन किलोमीटर (93.2 मिलियन मील) दूर स्थित है। प्रकाश की गति का उपयोग करके, हम गणना कर सकते हैं कि इस दूरी को तय करने में प्रकाश को लगभग 8 मिनट और 20 सेकंड लगते हैं। इसलिए, औसतन 8 मिनट का उत्तर सबसे उपयुक्त है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
अंतरिक्ष में तारों से जो “ध्वनि” (रेडियो तरंगें) आती हैं, वे किस प्रकार की तरंगें हैं?
- (a) अनुदैर्ध्य तरंगें (Longitudinal waves)
- (b) अनुप्रस्थ तरंगें (Transverse waves)
- (c) विद्युत चुम्बकीय तरंगें (Electromagnetic waves)
- (d) ये सभी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अंतरिक्ष में, सभी प्रकार के विकिरण, जिनमें रेडियो तरंगें, प्रकाश, एक्स-रे आदि शामिल हैं, विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में यात्रा करते हैं। ध्वनि, जैसा कि हम जानते हैं, यात्रा के लिए माध्यम पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): जब खगोलविद ब्लैक होल से “ध्वनि” की बात करते हैं, तो वे वास्तव में उन रेडियो तरंगों का उल्लेख कर रहे होते हैं जो ब्लैक होल के आसपास के प्लाज्मा और गैस से उत्पन्न होती हैं। ये रेडियो तरंगें प्रकाश की गति से यात्रा करती हैं और विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम का हिस्सा हैं। अनुदैर्ध्य तरंगों (जैसे ध्वनि) को माध्यम की आवश्यकता होती है, और अनुप्रस्थ तरंगों (जैसे प्रकाश, लेकिन यहाँ विशिष्ट रूप से विद्युत चुम्बकीय) के दोलन तरंगों के प्रसार की दिशा के लंबवत होते हैं। इसलिए, अंतरिक्ष में प्रसारित होने वाली ये “ध्वनि” वास्तव में विद्युत चुम्बकीय तरंगें हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
रेडियो तरंगों का स्पेक्ट्रम में स्थान क्या है?
- (a) दृश्य प्रकाश से अधिक आवृत्ति
- (b) अवरक्त (Infrared) से कम तरंग दैर्ध्य
- (c) सबसे लंबी तरंग दैर्ध्य और सबसे कम आवृत्ति
- (d) गामा किरणों से अधिक ऊर्जा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम में, तरंग दैर्ध्य और आवृत्ति विपरीत रूप से संबंधित होती हैं (c = λν, जहाँ c प्रकाश की गति है)। सबसे लंबी तरंग दैर्ध्य सबसे कम आवृत्ति से मेल खाती है, और इसके विपरीत।
व्याख्या (Explanation): विद्युत चुम्बकीय स्पेक्ट्रम में, रेडियो तरंगें सबसे कम आवृत्ति और सबसे लंबी तरंग दैर्ध्य वाली तरंगें होती हैं। जैसे-जैसे हम स्पेक्ट्रम में माइक्रोवेव, अवरक्त, दृश्य प्रकाश, पराबैंगनी, एक्स-रे और गामा किरणों की ओर बढ़ते हैं, आवृत्ति बढ़ती है और तरंग दैर्ध्य घटती है। इसलिए, रेडियो तरंगों में सबसे लंबी तरंग दैर्ध्य और सबसे कम आवृत्ति होती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
ब्लैक होल की घटना क्षितिज (event horizon) क्या है?
- (a) वह क्षेत्र जहाँ से प्रकाश भी बाहर नहीं निकल सकता
- (b) ब्लैक होल का सबसे चमकीला हिस्सा
- (c) ब्लैक होल के चारों ओर का तापमान
- (d) ब्लैक होल का घनत्व
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): सामान्य सापेक्षता के अनुसार, ब्लैक होल के चारों ओर एक सीमा होती है, जिसे घटना क्षितिज कहा जाता है, जिसके पार कोई भी चीज, यहाँ तक कि प्रकाश भी, गुरुत्वाकर्षण के अत्यधिक खिंचाव से बच नहीं सकता।
व्याख्या (Explanation): घटना क्षितिज एक अदृश्य सीमा है जो ब्लैक होल को उसके परिवेश से अलग करती है। इस सीमा के भीतर, गुरुत्वाकर्षण इतना प्रबल होता है कि पलायन वेग प्रकाश की गति से अधिक हो जाता है। इसलिए, घटना क्षितिज के पार से कुछ भी, जिसमें प्रकाश भी शामिल है, कभी भी वापस नहीं आ सकता। यह “ब्लैक” होने का कारण बनता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
ब्लैक होल का अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण किस सिद्धांत पर आधारित है?
- (a) न्यूटन का सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण का नियम
- (b) सामान्य सापेक्षता का सिद्धांत
- (c) क्वांटम यांत्रिकी
- (d) थर्मोडायनामिक्स के नियम
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्लैक होल की प्रकृति और उनके अत्यधिक गुरुत्वाकर्षण को समझने के लिए आइंस्टीन के सामान्य सापेक्षता के सिद्धांत की आवश्यकता होती है, जो गुरुत्वाकर्षण को द्रव्यमान और ऊर्जा द्वारा अंतरिक्ष-समय के मुड़ने के रूप में वर्णित करता है।
व्याख्या (Explanation): न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण का नियम कमजोर गुरुत्वाकर्षण क्षेत्रों के लिए अच्छा काम करता है, लेकिन ब्लैक होल जैसे अत्यधिक घने और तीव्र गुरुत्वाकर्षण वाले पिंडों के लिए, अल्बर्ट आइंस्टीन का सामान्य सापेक्षता का सिद्धांत आवश्यक है। यह सिद्धांत बताता है कि विशाल द्रव्यमान अंतरिक्ष-समय को विकृत करते हैं, जिससे गुरुत्वाकर्षण का अनुभव होता है। ब्लैक होल में, यह विकृति इतनी तीव्र होती है कि एक निश्चित सीमा के बाद, अंतरिक्ष-समय इतना मुड़ जाता है कि कोई भी चीज, यहाँ तक कि प्रकाश भी, बाहर नहीं निकल पाता।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
यदि आप ब्लैक होल के पास जाते हैं, तो आपको क्या अनुभव होगा?
- (a) आप खींचे और खिंच जाएंगे (स्पैगेटिफिकेशन)
- (b) आप सामान्य महसूस करेंगे
- (c) आप शून्य गुरुत्वाकर्षण महसूस करेंगे
- (d) आप तेजी से घूमना शुरू कर देंगे
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ब्लैक होल के गुरुत्वाकर्षण बल में एक मजबूत ढाल (gradient) होती है। जो वस्तु ब्लैक होल के करीब आती है, उसके करीब वाले हिस्से पर गुरुत्वाकर्षण बल दूर वाले हिस्से की तुलना में काफी अधिक होता है।
व्याख्या (Explanation): इस घटना को “स्पैगेटिफिकेशन” या “नूडलीकरण” कहा जाता है। यदि आप ब्लैक होल की ओर गिरते हैं, तो आपके पैरों पर लगने वाला गुरुत्वाकर्षण खिंचाव आपके सिर पर लगने वाले खिंचाव से कहीं अधिक मजबूत होगा। यह अंतर आपके शरीर को एक पतली, लंबी धारा में खींच देगा, जैसे पास्ता (स्पेगेटी)। यह प्रभाव घटना क्षितिज के जितना करीब आप जाएंगे, उतना ही तीव्र होगा।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
पदार्थ के चार सामान्य अवस्थाएँ कौन सी हैं?
- (a) ठोस, द्रव, गैस, प्लाज्मा
- (b) ठोस, द्रव, गैस, बोस-आइंस्टीन कंडेनसेट
- (c) द्रव, गैस, प्लाज्मा, सुपरकंडक्टर
- (d) ठोस, गैस, प्लाज्मा, सुपरकूल
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पदार्थ की अवस्थाएँ किसी पदार्थ के कणों की व्यवस्था और उनकी गतिज ऊर्जा पर निर्भर करती हैं। तापमान और दबाव में बदलाव से पदार्थ की अवस्था बदल सकती है।
व्याख्या (Explanation): पदार्थ की चार सबसे सामान्य अवस्थाएँ हैं: ठोस (कण कसकर बंधे होते हैं), द्रव (कण एक-दूसरे पर फिसल सकते हैं), गैस (कण स्वतंत्र रूप से घूमते हैं) और प्लाज्मा (अत्यधिक आयनित गैस)। बोस-आइंस्टीन कंडेनसेट पाँचवीं अवस्था है, जो बहुत कम तापमान पर बनती है। सुपरकंडक्टर या सुपरकूल पदार्थ की अवस्थाएं नहीं हैं, बल्कि विशेष गुणधर्म हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
जल का क्वथनांक (Boiling point) वायुमंडलीय दबाव पर क्या है?
- (a) 0°C
- (b) 100°C
- (c) 50°C
- (d) 212°C
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्वथनांक वह तापमान है जिस पर किसी द्रव का वाष्प दाब उसके आसपास के वायुमंडलीय दाब के बराबर हो जाता है, जिससे वह उबलने लगता है।
व्याख्या (Explanation): मानक वायुमंडलीय दाब (1 atm) पर, जल 100 डिग्री सेल्सियस (212 डिग्री फारेनहाइट) पर उबलता है। दाब बढ़ने पर क्वथनांक बढ़ता है और दाब घटने पर क्वथनांक घटता है। 0°C जल का हिमांक (freezing point) है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का परमाणु द्रव्यमान (atomic mass) लगभग कितना होता है?
- (a) 12 amu
- (b) 16 amu
- (c) 44 amu
- (d) 28 amu
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी यौगिक का आणविक द्रव्यमान (molecular mass) उसके घटक परमाणुओं के परमाणु द्रव्यमानों का योग होता है। कार्बन (C) का परमाणु द्रव्यमान लगभग 12 amu और ऑक्सीजन (O) का लगभग 16 amu होता है।
व्याख्या (Explanation): कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) में एक कार्बन परमाणु और दो ऑक्सीजन परमाणु होते हैं। इसलिए, CO2 का आणविक द्रव्यमान = (कार्बन का परमाणु द्रव्यमान) + 2 * (ऑक्सीजन का परमाणु द्रव्यमान) = 12 amu + 2 * 16 amu = 12 + 32 = 44 amu।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
किसी अम्ल (acid) का pH मान कितना होता है?
- (a) 7 से अधिक
- (b) 7 से कम
- (c) ठीक 7
- (d) 0
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी विलयन की अम्लता या क्षारीयता को मापता है। pH 7 उदासीन होता है, 7 से कम अम्लीय, और 7 से अधिक क्षारीय (basic)।
व्याख्या (Explanation): pH स्केल 0 से 14 तक होता है। 7 को उदासीन बिंदु माना जाता है। 7 से कम pH मान वाले विलयन अम्लीय होते हैं, क्योंकि उनमें हाइड्रोजन आयनों (H+) की सांद्रता अधिक होती है। 7 से अधिक pH मान वाले विलयन क्षारीय (या बेसिक) होते हैं, जिनमें हाइड्रॉक्साइड आयनों (OH-) की सांद्रता अधिक होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
विटामिन सी का रासायनिक नाम क्या है?
- (a) रेटिनॉल
- (b) एस्कॉर्बिक एसिड
- (c) कैल्सीफेरॉल
- (d) टोकोफेरोल
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन, कार्बनिक यौगिक होते हैं जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं और विभिन्न रासायनिक नाम रखते हैं।
व्याख्या (Explanation): विटामिन सी का रासायनिक नाम एस्कॉर्बिक एसिड है। रेटिनॉल विटामिन ए का एक रूप है, कैल्सीफेरॉल विटामिन डी है, और टोकोफेरोल विटामिन ई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
मानव शरीर में सबसे बड़ी ग्रंथि कौन सी है?
- (a) थायरॉयड
- (b) अग्न्याशय (Pancreas)
- (c) यकृत (Liver)
- (d) एड्रिनल ग्रंथि
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव शरीर में विभिन्न ग्रंथियाँ होती हैं जो विभिन्न कार्य करती हैं। ग्रंथि का आकार उसके कार्य के अनुसार भिन्न हो सकता है।
व्याख्या (Explanation): यकृत (Liver) मानव शरीर की सबसे बड़ी आंतरिक ग्रंथि है, जो विभिन्न महत्वपूर्ण कार्य करती है जैसे पित्त का उत्पादन, विषहरण, और चयापचय। अग्न्याशय एक मिश्रित ग्रंथि है (अंतःस्रावी और बहिःस्रावी दोनों), लेकिन यकृत की तुलना में छोटी होती है। थायरॉयड और एड्रिनल ग्रंथियाँ छोटी अंतःस्रावी ग्रंथियाँ हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
कोशिका का पावरहाउस (Powerhouse of the cell) किसे कहा जाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) राइबोसोम (Ribosome)
- (c) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondria)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया यूकैरियोटिक कोशिकाओं के भीतर अर्ध-स्वायत्त कोशिकांग होते हैं जो सेलुलर श्वसन की अधिकांश जैव रासायनिक अभिक्रियाओं को करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (ATP) का उत्पादन होता है।
व्याख्या (Explanation): माइटोकॉन्ड्रिया कोशिकाओं के लिए ऊर्जा (ATP के रूप में) उत्पन्न करते हैं, जो सेलुलर गतिविधियों के लिए आवश्यक है। इसलिए, उन्हें “कोशिका का पावरहाउस” कहा जाता है। नाभिक कोशिका का नियंत्रण केंद्र है, राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण करते हैं, और एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम प्रोटीन और लिपिड संश्लेषण और परिवहन में भूमिका निभाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में पौधे क्या अवशोषित करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन और जल
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड और जल
- (c) ऑक्सीजन और ग्लूकोज
- (d) कार्बन डाइऑक्साइड और ग्लूकोज
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसका उपयोग पौधे और अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए करते हैं, जो बाद में जीवों के चयापचय को बढ़ावा देने के लिए जारी की जाती है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण के लिए, पौधों को मुख्य रूप से सूर्य के प्रकाश, कार्बन डाइऑक्साइड (जो वे वायुमंडल से लेते हैं) और जल (जो वे जड़ों से लेते हैं) की आवश्यकता होती है। इस प्रक्रिया के दौरान, वे ग्लूकोज (शर्करा) का उत्पादन करते हैं, जो उनका भोजन है, और उप-उत्पाद के रूप में ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
मानव शरीर में सबसे छोटी हड्डी कौन सी है?
- (a) फीमर
- (b) ह्यूमरस
- (c) स्टेप्स (Stapes)
- (d) टिबिया
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव कंकाल प्रणाली में विभिन्न आकार और कार्य वाली 206 हड्डियाँ होती हैं।
-
मानव रक्त में लाल रक्त कणिकाओं (Red Blood Cells) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) संक्रमण से लड़ना
- (b) चोट लगने पर रक्त को जमाना
- (c) पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाना
- (d) पाचन में सहायता करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कणिकाएं (एरिथ्रोसाइट्स) रक्त में सबसे आम कोशिकाएं होती हैं और इनमें हीमोग्लोबिन नामक एक प्रोटीन होता है, जो ऑक्सीजन से बंध सकता है।
व्याख्या (Explanation): लाल रक्त कणिकाओं में मौजूद हीमोग्लोबिन फेफड़ों से ऑक्सीजन को अवशोषित करता है और इसे पूरे शरीर के ऊतकों तक पहुंचाता है। वे कार्बन डाइऑक्साइड को ऊतकों से फेफड़ों तक वापस ले जाने में भी मदद करते हैं। श्वेत रक्त कणिकाएं संक्रमण से लड़ती हैं, प्लेटलेट्स रक्त को जमाते हैं, और पाचन एक अलग प्रणाली है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे क्लोरोफिल (Chlorophyll) का उपयोग किसके लिए करते हैं?
- (a) जल को अवशोषित करने के लिए
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करने के लिए
- (c) सूर्य के प्रकाश को पकड़ने के लिए
- (d) ऑक्सीजन छोड़ने के लिए
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल एक हरा वर्णक (pigment) है जो पौधों की कोशिकाओं में पाया जाता है, विशेष रूप से क्लोरोप्लास्ट में। यह प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करने में माहिर है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल सूर्य के प्रकाश से फोटॉन को अवशोषित करता है। यह अवशोषित प्रकाश ऊर्जा फिर जल और कार्बन डाइऑक्साइड को ग्लूकोज और ऑक्सीजन में बदलने के लिए उपयोग की जाती है। क्लोरोफिल स्वयं इन गैसों को अवशोषित नहीं करता है; यह ऊर्जा का स्रोत है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
-
ओजोन परत (Ozone layer) वायुमंडल की किस परत में पाई जाती है?
- (a) क्षोभमंडल (Troposphere)
- (b) समताप मंडल (Stratosphere)
- (c) मध्यमंडल (Mesosphere)
- (d) आयनमंडल (Ionosphere)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का वायुमंडल विभिन्न परतों में विभाजित है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी विशेषताएं हैं। ओजोन परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित करने के लिए जानी जाती है।
व्याख्या (Explanation): ओजोन (O3) की सबसे बड़ी सांद्रता पृथ्वी के वायुमंडल की समताप मंडल (Stratosphere) परत में पाई जाती है, जो क्षोभमंडल (Troposphere) के ऊपर स्थित है। यह परत हमें सूर्य की हानिकारक पराबैंगनी (UV-B और UV-C) किरणों से बचाती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
विद्युत धारा (Electric current) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?
- (a) वोल्टमीटर (Voltmeter)
- (b) एमीटर (Ammeter)
- (c) ओमीटर (Ohmmeter)
- (d) गैल्वेनोमीटर (Galvanometer)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विभिन्न विद्युत राशियों को मापने के लिए विशिष्ट उपकरणों का आविष्कार किया गया है।
व्याख्या (Explanation): विद्युत धारा को एमीटर (Ammeter) नामक उपकरण से मापा जाता है, जिसे हमेशा सर्किट में श्रृंखला (series) में जोड़ा जाता है। वोल्टमीटर का उपयोग विभवांतर (voltage) को मापने के लिए किया जाता है, ओमीटर का उपयोग प्रतिरोध (resistance) को मापने के लिए, और गैल्वेनोमीटर का उपयोग छोटी मात्रा में विद्युत धारा का पता लगाने के लिए किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
-
धातुओं की कौन सी विशेषता उन्हें तार बनाने के लिए उपयुक्त बनाती है?
- (a) तन्यता (Ductility)
- (b) आघातवर्धनीयता (Malleability)
- (c) ऊष्मीय चालकता (Thermal conductivity)
- (d) विद्युत चालकता (Electrical conductivity)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): धातुओं में कई विशिष्ट भौतिक गुण होते हैं जो उन्हें विभिन्न अनुप्रयोगों के लिए उपयोगी बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): तन्यता (Ductility) वह गुण है जिसके कारण धातु को बिना टूटे पतले तारों में खींचा जा सकता है। आघातवर्धनीयता (Malleability) धातुओं को बिना टूटे पतली चादरों में पीटने की क्षमता है। ऊष्मीय और विद्युत चालकता अच्छी होती है, लेकिन तार बनाने के लिए मुख्य गुण तन्यता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
मानव शरीर में सबसे बड़ी धमनी (Artery) कौन सी है?
- (a) कैरोटिड धमनी
- (b) पल्मोनरी धमनी
- (c) एओर्टा (Aorta)
- (d) रीनल धमनी
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मानव परिसंचरण तंत्र में विभिन्न धमनियां होती हैं जो हृदय से शरीर के विभिन्न हिस्सों तक ऑक्सीजन युक्त रक्त ले जाती हैं।
-
डीएनए (DNA) का पूर्ण रूप क्या है?
- (a) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic acid)
- (b) डाइऑक्सीन्यूक्लिक एसिड (Dioxyribonucleic acid)
- (c) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribo Nucleic acid)
- (d) डीऑक्सीन्युक्लिक एसिड (Deoxynewclic acid)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डीएनए (DNA) आनुवंशिक सूचना का वाहक है और सभी ज्ञात जीवित जीवों में पाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): डीएनए का पूरा नाम डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड (Deoxyribonucleic acid) है। यह एक जटिल अणु है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति के लिए अद्वितीय आनुवंशिक निर्देश होते हैं, जो विकास, कार्य, वृद्धि और प्रजनन के लिए आवश्यक हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
-
मानव आंखों में रेटिना (Retina) पर बनने वाला प्रतिबिंब कैसा होता है?
- (a) सीधा और वास्तविक
- (b) उल्टा और आभासी
- (c) सीधा और आभासी
- (d) उल्टा और वास्तविक
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आंख एक लेंस की तरह काम करती है, जो प्रकाश को रेटिना पर केंद्रित करता है, जहाँ प्रकाश-संवेदनशील कोशिकाएं (रॉड्स और कोन्स) होती हैं।
व्याख्या (Explanation): मानव आँख में लेंस एक उत्तल लेंस (convex lens) की तरह कार्य करता है। उत्तल लेंस द्वारा बनने वाला प्रतिबिंब वस्तु के सापेक्ष उल्टा और वास्तविक होता है। रेटिना पर बनने वाला यह उल्टा और वास्तविक प्रतिबिंब मस्तिष्क द्वारा सीधा और आभासी प्रतिबिंब के रूप में व्याख्या किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
-
कैल्शियम की कमी से कौन सा रोग होता है?
- (a) स्कर्वी
- (b) रिकेट्स
- (c) बेरी-बेरी
- (d) नाइट ब्लाइंडनेस
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): खनिजों और विटामिन की कमी से विभिन्न प्रकार की बीमारियाँ या स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।
व्याख्या (Explanation): कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स (Rickets) नामक बीमारी होती है, जिसमें हड्डियाँ कमजोर और मुड़ी हुई हो जाती हैं। स्कर्वी विटामिन सी की कमी से, बेरी-बेरी विटामिन बी1 की कमी से, और नाइट ब्लाइंडनेस विटामिन ए की कमी से होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
व्याख्या (Explanation): मध्य कान में स्थित स्टेप्स (Stapes) मानव शरीर की सबसे छोटी हड्डी है। फीमर जांघ की हड्डी है और शरीर की सबसे लंबी हड्डी है। ह्यूमरस ऊपरी बांह की हड्डी है, और टिबिया निचले पैर की हड्डी है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
व्याख्या (Explanation): एओर्टा (Aorta) मानव शरीर की सबसे बड़ी और मुख्य धमनी है। यह हृदय के बाएं वेंट्रिकल से निकलती है और पूरे शरीर में ऑक्सीजन युक्त रक्त वितरित करती है। कैरोटिड धमनियां गर्दन में मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति करती हैं, पल्मोनरी धमनी फेफड़ों तक डीऑक्सीजनेटेड रक्त ले जाती है, और रीनल धमनियां गुर्दे को रक्त की आपूर्ति करती हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।