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कृषि, वन अनुसंधान और सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न

कृषि, वन अनुसंधान और सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न

परिचय: नमस्कार, भविष्य के राष्ट्र निर्माताओं! प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ अत्यंत आवश्यक है। चाहे वह भौतिकी के नियम हों, रसायन विज्ञान के सिद्धांत, या जीव विज्ञान की जटिलताएँ, हर विषय आपकी तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आज हम USDA के शोध में संभावित कटौती के समाचार को एक प्रेरणा के रूप में लेते हुए, कृषि, वन अनुसंधान और सामान्य विज्ञान के 25 महत्वपूर्ण बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) का अभ्यास करेंगे। यह अभ्यास आपको न केवल परीक्षा के लिए तैयार करेगा, बल्कि वैज्ञानिक अवधारणाओं को स्पष्ट करने में भी मदद करेगा। आइए, अपनी ज्ञान की यात्रा शुरू करें!


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा कारक प्रकाश संश्लेषण की दर को सीमित कर सकता है, खासकर जब वन अनुसंधान में कमी की बात आती है?

    • (a) ऑक्सीजन की सांद्रता
    • (b) तापमान
    • (c) प्रकाश की तीव्रता
    • (d) उपरोक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण एक जटिल प्रक्रिया है जो विभिन्न पर्यावरणीय कारकों से प्रभावित होती है। इन कारकों में प्रकाश की तीव्रता, कार्बन डाइऑक्साइड की सांद्रता, तापमान और पानी की उपलब्धता शामिल हैं।

    व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की दर इन सभी कारकों पर निर्भर करती है। यदि किसी भी कारक की मात्रा इष्टतम से कम है, तो यह प्रक्रिया को सीमित कर सकता है। उदाहरण के लिए, बहुत कम प्रकाश या अत्यधिक उच्च तापमान प्रकाश संश्लेषण को धीमा कर सकता है। वन अनुसंधान में कटौती का मतलब इन महत्वपूर्ण चरों के अध्ययन में कमी हो सकता है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  2. प्रश्न: वनों में पाई जाने वाली पेड़ों की छाल में मुख्य रूप से कौन सा पॉलीमर पाया जाता है, जो उनकी संरचना और सुरक्षा प्रदान करता है?

    • (a) सेल्युलोज
    • (b) लिग्निन
    • (c) स्टार्च
    • (d) काइटिन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों की कोशिका भित्ति विभिन्न प्रकार के मैक्रोमोलेक्यूल्स से बनी होती है, जो उन्हें संरचनात्मक सहायता और सुरक्षा प्रदान करते हैं। लिग्निन एक जटिल फेनोलिक पॉलीमर है जो पौधों के ऊतकों, विशेष रूप से लकड़ी में कठोरता और जल-प्रतिरोधकता प्रदान करता है।

    व्याख्या (Explanation): सेल्युलोज पौधों की कोशिका भित्ति का मुख्य संरचनात्मक घटक है, लेकिन छाल में लिग्निन की मात्रा अधिक होती है, जो इसे कठोरता और स्थायित्व प्रदान करता है। स्टार्च एक संचित कार्बोहाइड्रेट है और काइटिन एक फंगल कोशिका भित्ति घटक है। वन अनुसंधान में छाल की संरचना का अध्ययन उसके महत्व को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  3. प्रश्न: कृषि में उर्वरकों के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी में नाइट्रोजन का स्थिरीकरण (nitrification) प्रभावित हो सकता है। नाइट्रीफिकेशन प्रक्रिया में कौन से सूक्ष्मजीव मुख्य भूमिका निभाते हैं?

    • (a) राइजोबियम
    • (b) एजोटोबैक्टर
    • (c) नाइट्रोसोमोनास और नाइट्रोबैक्टर
    • (d) एक्टिनोमाइसिटीज

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नाइट्रीफिकेशन एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें अमोनिया (NH₃) को नाइट्राइट (NO₂⁻) और फिर नाइट्रेट (NO₃⁻) में परिवर्तित किया जाता है। यह प्रक्रिया दो-चरणीय है जो विशेष बैक्टीरिया द्वारा की जाती है।

    व्याख्या (Explanation): नाइट्रोसोमोनास (Nitrosomonas) जैसे बैक्टीरिया अमोनिया को नाइट्राइट में ऑक्सीडाइज करते हैं, और फिर नाइट्रोबैक्टर (Nitrobacter) जैसे बैक्टीरिया नाइट्राइट को नाइट्रेट में ऑक्सीडाइज करते हैं। राइजोबियम और एजोटोबैक्टर नाइट्रोजन फिक्सेशन से संबंधित हैं, जबकि एक्टिनोमाइसिटीज मिट्टी में पाए जाने वाले अन्य जीवाणु हैं। कृषि अनुसंधान में मिट्टी के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए नाइट्रीफिकेशन की समझ महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  4. प्रश्न: यदि वन अनुसंधान में कटौती होती है, तो यह ‘कार्बन सिंक’ (carbon sink) के रूप में वनों की क्षमता को कैसे प्रभावित कर सकता है?

    • (a) कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषण बढ़ाएगा
    • (b) कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषण घटाएगा
    • (c) ऑक्सीजन उत्पादन बढ़ाएगा
    • (d) मीथेन उत्सर्जन बढ़ाएगा

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): वन, विशेष रूप से जब वे बढ़ते हैं, प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) को अवशोषित करते हैं और इसे बायोमास (जैसे लकड़ी, पत्तियां) के रूप में संग्रहीत करते हैं। इस प्रक्रिया में वन ‘कार्बन सिंक’ के रूप में कार्य करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): वन अनुसंधान में कटौती से वनों के प्रबंधन, संरक्षण और विस्तार कार्यक्रमों में कमी आ सकती है। इससे वनों की कुल बायोमास वृद्धि कम हो सकती है, जिससे CO₂ को अवशोषित करने की उनकी क्षमता भी कम हो जाएगी। यह जलवायु परिवर्तन को बढ़ाने में योगदान कर सकता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  5. प्रश्न: पौधों में कोशिका भित्ति (cell wall) का प्राथमिक घटक कौन सा है, जो कृषि फसलों के लिए संरचनात्मक सहायता प्रदान करता है?

    • (a) पेक्टिन
    • (b) सेल्युलोज
    • (c) हेमिसेल्युलोज
    • (d) लिग्निन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों की कोशिका भित्ति मुख्य रूप से सेल्युलोज नामक एक पॉलीसेकेराइड से बनी होती है। यह कोशिका को आकार, दृढ़ता और सुरक्षा प्रदान करती है।

    व्याख्या (Explanation): सेल्युलोज लंबी ग्लूकोज इकाइयों की एक सीधी श्रृंखला है, जो माइक्रोफिब्रिल्स बनाती है। पेक्टिन, हेमिसेल्युलोज और लिग्निन (मुख्य रूप से द्वितीयक कोशिका भित्ति में) भी कोशिका भित्ति के घटक हैं, लेकिन सेल्युलोज प्राथमिक भित्ति का सबसे प्रचुर मात्रा में घटक है। कृषि में फसल की उपज और गुणवत्ता के लिए कोशिका भित्ति का महत्व है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  6. प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक एक अकार्बनिक यौगिक है?

    • (a) ग्लूकोज
    • (b) ऑक्सीजन
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड
    • (d) क्लोरोफिल

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से शर्करा (जैसे ग्लूकोज) बनाते हैं, ऑक्सीजन सह-उत्पाद के रूप में निकलती है।

    व्याख्या (Explanation): कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) प्रकाश संश्लेषण के लिए एक आवश्यक कच्चा माल है, जो वायुमंडल से अवशोषित होता है। ग्लूकोज उत्पाद है, ऑक्सीजन सह-उत्पाद है, और क्लोरोफिल वह वर्णक है जो प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  7. प्रश्न: वनों की कटाई (deforestation) से मिट्टी के कटाव (soil erosion) में वृद्धि हो सकती है। मिट्टी के कटाव को रोकने में पेड़ों की जड़ें कैसे मदद करती हैं?

    • (a) वे मिट्टी को ढीला करती हैं
    • (b) वे मिट्टी के कणों को एक साथ बांधती हैं
    • (c) वे मिट्टी में नमी बढ़ाते हैं
    • (d) वे हवा की गति बढ़ाते हैं

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पेड़ों की जड़ प्रणाली मिट्टी को स्थिरता प्रदान करती है। वे मिट्टी के कणों के बीच एक जाल बनाती हैं, जिससे वे हवा और पानी के प्रवाह से आसानी से विस्थापित नहीं होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): जड़ें मिट्टी के कणों को कसकर पकड़ लेती हैं, जिससे मिट्टी की सघनता और स्थिरता बढ़ती है। यह मिट्टी के कटाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके विपरीत, वे मिट्टी को ढीला नहीं करतीं, बल्कि उसे बांधती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. प्रश्न: कृषि में ‘नत्रजन स्थिरीकरण’ (nitrogen fixation) क्या है?

    • (a) वायुमंडलीय नाइट्रोजन (N₂) को अमोनिया (NH₃) में बदलना
    • (b) नाइट्रेट (NO₃⁻) को नाइट्राइट (NO₂⁻) में बदलना
    • (c) अमोनिया (NH₃) को नाइट्रेट (NO₃⁻) में बदलना
    • (d) कार्बनिक नाइट्रोजन को अमोनिया में बदलना

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नत्रजन स्थिरीकरण एक जैविक या अजैविक प्रक्रिया है जिसके द्वारा वायुमंडलीय नाइट्रोजन (N₂), जो पौधों द्वारा सीधे उपयोग नहीं की जा सकती, को अमोनिया (NH₃) जैसे यौगिकों में परिवर्तित किया जाता है, जिसे पौधे अवशोषित कर सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): कई जीवाणु (जैसे राइजोबियम) यह प्रक्रिया करते हैं। विकल्प (b) नाइट्रीफिकेशन का एक हिस्सा है, (c) नाइट्रीफिकेशन का दूसरा हिस्सा है, और (d) अमोनिफिकेशन है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  9. प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा गैस ‘हरित गृह प्रभाव’ (Greenhouse Effect) के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है, जिसका वनों की कटाई से संबंध हो सकता है?

    • (a) नाइट्रोजन (N₂)
    • (b) ऑक्सीजन (O₂)
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂)
    • (d) आर्गन (Ar)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): हरित गृह प्रभाव वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पृथ्वी के वायुमंडल में कुछ गैसें सौर विकिरण को फँसाती हैं, जिससे पृथ्वी की सतह गर्म हो जाती है। इन गैसों को हरित गृह गैसें कहा जाता है।

    व्याख्या (Explanation): कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) हरित गृह प्रभाव में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देने वाली गैसों में से एक है। वनों की कटाई से वायुमंडल में CO₂ की सांद्रता बढ़ जाती है क्योंकि पेड़ CO₂ को अवशोषित करने का कार्य कम कर देते हैं और जलने पर CO₂ छोड़ते हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  10. प्रश्न: पौधों में पानी का ऊर्ध्वाधर परिवहन (upward transport) मुख्य रूप से किस ऊतक (tissue) द्वारा होता है?

    • (a) फ्लोएम (Phloem)
    • (b) जाइलम (Xylem)
    • (c) पैरेन्काइमा (Parenchyma)
    • (d) स्क्लेरेन्काइमा (Sclerenchyma)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): संवहन ऊतक (vascular tissues) पौधों में पदार्थों के परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं। जाइलम पानी और खनिजों को जड़ों से पौधों के अन्य भागों तक पहुँचाता है, जबकि फ्लोएम शर्करा (भोजन) को पत्तियों से अन्य भागों तक पहुँचाता है।

    व्याख्या (Explanation): जाइलम में मुख्य रूप से डेड सेल होते हैं जैसे ट्रेकिड्स और वेसल्स, जो पानी के संचलन के लिए एक खुली पाइपलाइन प्रदान करते हैं। यह परिवहन गुरुत्वाकर्षण के विपरीत दिशा में होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  11. प्रश्न: ‘प्रतिदीप्ति’ (fluorescence) नामक भौतिक घटना में, अवशोषित प्रकाश की तुलना में उत्सर्जित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य (wavelength) पर क्या प्रभाव पड़ता है?

    • (a) उत्सर्जित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य कम होती है
    • (b) उत्सर्जित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य अधिक होती है
    • (c) उत्सर्जित प्रकाश की तरंगदैर्ध्य समान होती है
    • (d) प्रकाश का उत्सर्जन नहीं होता

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रतिदीप्ति एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक पदार्थ प्रकाश (आमतौर पर यूवी प्रकाश) को अवशोषित करता है और फिर उसे लंबी तरंगदैर्ध्य (कम ऊर्जा) वाले दृश्य प्रकाश के रूप में उत्सर्जित करता है। यह तब होता है जब अणु उत्तेजित अवस्था में प्रवेश करते हैं और फिर तुरंत अपनी निम्नतम ऊर्जा अवस्था में लौट आते हैं।

    व्याख्या (Explanation): अवशोषित ऊर्जा का कुछ हिस्सा कंपन (vibrational) ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है, जिससे उत्सर्जित फोटॉन की ऊर्जा कम हो जाती है। ऊर्जा (E) और तरंगदैर्ध्य (λ) के बीच संबंध E = hc/λ है, इसलिए कम ऊर्जा का अर्थ है लंबी तरंगदैर्ध्य।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन सा एक ‘लवण’ (salt) का उदाहरण है जो कृषि में pH को प्रभावित कर सकता है?

    • (a) जल (H₂O)
    • (b) अमोनिया (NH₃)
    • (c) पोटेशियम क्लोराइड (KCl)
    • (d) हाइड्रोजन पेरोक्साइड (H₂O₂)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रसायन विज्ञान में, एक लवण एक आयनिक यौगिक होता है जो अम्ल और क्षार की प्रतिक्रिया से बनता है। यह आमतौर पर एक धनायन (cation) और एक ऋणायन (anion) से बना होता है।

    व्याख्या (Explanation): पोटेशियम क्लोराइड (KCl) एक लवण है जो पोटेशियम आयन (K⁺) और क्लोराइड आयन (Cl⁻) से बनता है। जब इसे पानी में घोला जाता है, तो यह आयनित हो जाता है और विलयन के pH को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित नहीं करता है (यदि K⁺ और Cl⁻ दोनों कमजोर अम्ल/क्षार से उत्पन्न हुए हैं), लेकिन लवण स्वयं जल में घुलनशील होते हैं और मिट्टी में आयनों का परिचय कराते हैं। जल एक विलायक है, अमोनिया एक क्षार है, और हाइड्रोजन पेरोक्साइड एक ऑक्सीकारक है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  13. प्रश्न: ‘पराश्रव्य ध्वनि’ (ultrasound) की आवृत्ति (frequency) सीमा क्या होती है, जिसका उपयोग चिकित्सा और औद्योगिक अनुप्रयोगों में किया जाता है?

    • (a) 20 Hz से 200 Hz
    • (b) 200 Hz से 20 kHz
    • (c) 20 kHz से ऊपर
    • (d) 20 Hz से नीचे

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ध्वनि को उसकी आवृत्ति के आधार पर विभिन्न श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है। श्रव्य ध्वनि (audible sound) वह सीमा है जिसे मनुष्य सुन सकते हैं।

    व्याख्या (Explanation): मानव श्रवण की सामान्य सीमा लगभग 20 हर्ट्ज़ (Hz) से 20 किलोहर्ट्ज़ (kHz) तक होती है। पराश्रव्य ध्वनि (ultrasound) वह ध्वनि है जिसकी आवृत्ति 20 kHz से अधिक होती है, और अवश्रव्य ध्वनि (infrasound) वह ध्वनि है जिसकी आवृत्ति 20 Hz से कम होती है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  14. प्रश्न: कौन सा विटामिन ‘रक्त के थक्के जमने’ (blood clotting) के लिए आवश्यक है?

    • (a) विटामिन ए
    • (b) विटामिन सी
    • (c) विटामिन डी
    • (d) विटामिन के

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विटामिन हमारे शरीर के सामान्य कार्यों के लिए आवश्यक कार्बनिक यौगिक हैं। विटामिन के रक्त के थक्के जमने की प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

    व्याख्या (Explanation): विटामिन के यकृत में प्रोथ्रोम्बिन (prothrombin) और अन्य क्लॉटिंग कारकों के संश्लेषण के लिए आवश्यक है, जो रक्तस्राव को रोकने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  15. प्रश्न: ‘ऊष्मागतिकी का दूसरा नियम’ (Second Law of Thermodynamics) क्या बताता है?

    • (a) ऊर्जा को न तो बनाया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है
    • (b) किसी पृथक प्रणाली (isolated system) की एन्ट्रॉपी (entropy) समय के साथ हमेशा बढ़ती है
    • (c) पूर्ण शून्य (absolute zero) पर किसी भी प्रणाली की एन्ट्रॉपी शून्य होती है
    • (d) ऊर्जा का एक रूप से दूसरे रूप में रूपांतरण 100% कुशल होता है

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ऊष्मागतिकी के नियम ऊर्जा और उसके रूपांतरण से संबंधित मौलिक सिद्धांत हैं। दूसरा नियम विशेष रूप से एन्ट्रॉपी और अव्यवस्था (disorder) की वृद्धि के बारे में बताता है।

    व्याख्या (Explanation): ऊष्मागतिकी का पहला नियम ऊर्जा संरक्षण (conservation of energy) से संबंधित है (विकल्प a)। ऊष्मागतिकी का दूसरा नियम कहता है कि किसी भी प्राकृतिक प्रक्रिया में, एक पृथक प्रणाली की कुल एन्ट्रॉपी (अव्यवस्था) कभी कम नहीं होती; यह या तो स्थिर रहती है (आदर्श रूप से प्रतिवर्ती प्रक्रियाओं में) या बढ़ती है (अधिकांश वास्तविक प्रक्रियाओं में)। इससे पता चलता है कि कोई भी ऊर्जा रूपांतरण 100% कुशल नहीं हो सकता (विकल्प d गलत है)। तीसरा नियम पूर्ण शून्य के बारे में है (विकल्प c)।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  16. प्रश्न: ‘ओजोन परत’ (Ozone layer) पृथ्वी के वायुमंडल के किस क्षेत्र में पाई जाती है और इसका मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) क्षोभमंडल (Troposphere); मौसम का निर्माण
    • (b) समताप मंडल (Stratosphere); सूर्य की पराबैंगनी किरणों को अवशोषित करना
    • (c) मध्यमंडल (Mesosphere); उल्काओं को जलाना
    • (d) आयनमंडल (Ionosphere); रेडियो तरंगों को परावर्तित करना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पृथ्वी का वायुमंडल विभिन्न परतों में विभाजित है, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी विशेषताएँ हैं। ओजोन (O₃) का एक क्षेत्र पृथ्वी की सतह से लगभग 15-30 किलोमीटर ऊपर, समताप मंडल में केंद्रित है।

    व्याख्या (Explanation): समताप मंडल में ओजोन परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित करती है, जिससे पृथ्वी पर जीवन की रक्षा होती है। क्षोभमंडल वह परत है जहाँ मौसम होता है, मध्यमंडल उल्काओं के लिए है, और आयनमंडल रेडियो संचार के लिए महत्वपूर्ण है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. प्रश्न: ‘पोटैशियम नाइट्रेट’ (Potassium nitrate – KNO₃) का उपयोग अक्सर कृषि में किस रूप में किया जाता है?

    • (a) कीटनाशक
    • (b) शाकनाशी
    • (c) उर्वरक
    • (d) कवकनाशी

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों को अपने विकास के लिए विभिन्न पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिन्हें मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स में वर्गीकृत किया जाता है। नाइट्रोजन और पोटेशियम प्रमुख मैक्रोन्यूट्रिएंट्स हैं।

    व्याख्या (Explanation): पोटेशियम नाइट्रेट (KNO₃) एक रासायनिक यौगिक है जो पौधों के लिए नाइट्रोजन और पोटेशियम दोनों प्रदान करता है। यह एक प्रभावी उर्वरक के रूप में प्रयोग किया जाता है, जो पौधों की वृद्धि, फूल और फलने में मदद करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  18. प्रश्न: ‘अम्ल वर्षा’ (Acid rain) का मुख्य कारण क्या है, जो वनों और कृषि को नुकसान पहुंचा सकता है?

    • (a) वायुमंडल में ऑक्सीजन की अधिकता
    • (b) कार्बन मोनोऑक्साइड और मीथेन
    • (c) सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड
    • (d) जल वाष्प और ओजोन

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अम्ल वर्षा वायुमंडलीय प्रदूषण का एक परिणाम है। यह तब होती है जब जीवाश्म ईंधन (जैसे कोयला और तेल) जलाने से सल्फर डाइऑक्साइड (SO₂) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) वायुमंडल में छोड़े जाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): वायुमंडल में, SO₂ और NOx जल, ऑक्सीजन और अन्य रसायनों के साथ प्रतिक्रिया करके सल्फ्यूरिक एसिड (H₂SO₄) और नाइट्रिक एसिड (HNO₃) बनाते हैं। ये एसिड बारिश, बर्फ, या कोहरे के साथ पृथ्वी पर गिरते हैं, जिससे अम्लता बढ़ जाती है और पारिस्थितिक तंत्र को नुकसान होता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  19. प्रश्न: ‘चुंबकीय क्षेत्र’ (Magnetic field) की दिशा को परिभाषित करने के लिए किस काल्पनिक रेखाओं का उपयोग किया जाता है?

    • (a) विद्युत क्षेत्र रेखाएँ
    • (b) गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र रेखाएँ
    • (c) चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ
    • (d) ऊष्मा क्षेत्र रेखाएँ

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): चुंबकीय क्षेत्र एक सदिश क्षेत्र (vector field) है जो चुंबकीय बल का वर्णन करता है। इसकी दिशा और परिमाण (magnitude) को दर्शाने के लिए चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं का उपयोग किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ वे काल्पनिक वक्र हैं जिनका स्पर्शरेखा (tangent) किसी बिंदु पर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को इंगित करती है। वे उत्तरी ध्रुव से निकलती हैं और दक्षिणी ध्रुव में प्रवेश करती हैं, और चुंबकीय ध्रुवों के अंदर बंद लूप बनाती हैं।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  20. प्रश्न: ‘एंजाइम’ (Enzymes) क्या हैं और वे जैविक प्रणालियों में क्या भूमिका निभाते हैं?

    • (a) वे हार्मोन हैं जो शरीर के कार्यों को नियंत्रित करते हैं
    • (b) वे विटामिन हैं जो चयापचय (metabolism) में मदद करते हैं
    • (c) वे प्रोटीन हैं जो जैविक प्रतिक्रियाओं को उत्प्रेरित (catalyze) करते हैं
    • (d) वे एंटीबॉडी हैं जो प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एंजाइम जैविक उत्प्रेरक (biological catalysts) होते हैं, जो मुख्य रूप से प्रोटीन से बने होते हैं। वे जीवित जीवों में होने वाली रासायनिक प्रतिक्रियाओं की दर को बढ़ाते हैं।

    व्याख्या (Explanation): एंजाइम प्रतिक्रिया के लिए आवश्यक सक्रियण ऊर्जा (activation energy) को कम करके कार्य करते हैं, जिससे प्रतिक्रियाएं बहुत तेज़ी से होती हैं। वे विशिष्ट होते हैं, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक एंजाइम आमतौर पर केवल एक या कुछ संबंधित प्रतिक्रियाओं पर कार्य करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  21. प्रश्न: ‘विद्युत धारा’ (Electric current) को मापने के लिए किस SI इकाई का प्रयोग किया जाता है?

    • (a) वोल्ट (Volt)
    • (b) ओम (Ohm)
    • (c) एम्पीयर (Ampere)
    • (d) वाट (Watt)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): विद्युत धारा किसी चालक के माध्यम से आवेश के प्रवाह की दर है। इसके मापन के लिए एक मानक इकाई परिभाषित की गई है।

    व्याख्या (Explanation): विद्युत धारा की SI इकाई एम्पीयर (A) है। वोल्ट (V) विभवांतर (potential difference) की इकाई है, ओम (Ω) प्रतिरोध (resistance) की इकाई है, और वाट (W) शक्ति (power) की इकाई है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  22. प्रश्न: ‘मानव में मलेरिया’ (Malaria in humans) किस प्रकार के जीव के कारण होता है?

    • (a) जीवाणु (Bacterium)
    • (b) कवक (Fungus)
    • (c) प्रोटोजोआ (Protozoan)
    • (d) वायरस (Virus)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): मलेरिया एक संक्रामक रोग है जो मनुष्यों में प्लास्मोडियम (Plasmodium) नामक प्रोटोजोआ परजीवी के कारण होता है।

    व्याख्या (Explanation): प्लास्मोडियम परजीवी को संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छर (Anopheles mosquito) द्वारा मनुष्यों में प्रसारित किया जाता है। यह परजीवी लाल रक्त कोशिकाओं और यकृत को संक्रमित करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  23. प्रश्न: ‘ध्वनि की तीव्रता’ (Intensity of sound) को किस इकाई में मापा जाता है?

    • (a) हर्ट्ज़ (Hz)
    • (b) डेसिबल (Decibel)
    • (c) पास्कल (Pascal)
    • (d) मीटर प्रति सेकंड (m/s)

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ध्वनि की तीव्रता ध्वनि तरंगों की शक्ति प्रति इकाई क्षेत्रफल है। इसे अक्सर मानव श्रवण की संवेदनशीलता के संबंध में मापा जाता है।

    व्याख्या (Explanation): ध्वनि की तीव्रता को डेसिबल (dB) नामक लघुगणकीय (logarithmic) पैमाने पर मापा जाता है। हर्ट्ज़ आवृत्ति की इकाई है, पास्कल दाब (pressure) की इकाई है, और मीटर प्रति सेकंड वेग (velocity) की इकाई है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  24. प्रश्न: ‘कोशिकीय श्वसन’ (Cellular respiration) का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?

    • (a) पौधे के विकास के लिए ग्लूकोज का संश्लेषण करना
    • (b) भोजन से ऊर्जा (ATP) निकालना
    • (c) प्रकाश को अवशोषित करना
    • (d) कोशिकाओं को विभाजन के लिए तैयार करना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): कोशिकीय श्वसन एक उपापचयी (metabolic) प्रक्रिया है जो कोशिकाओं में ऊर्जा (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट – ATP) उत्पन्न करने के लिए होती है।

    व्याख्या (Explanation): इस प्रक्रिया में, ग्लूकोज जैसे कार्बनिक अणुओं को तोड़ा जाता है, जिससे ATP के रूप में ऊर्जा निकलती है, जिसका उपयोग कोशिका के विभिन्न कार्यों के लिए किया जाता है। प्रकाश संश्लेषण (विकल्प a) पौधों में होता है, और क्लोरोफिल (विकल्प c) प्रकाश को अवशोषित करता है। कोशिका विभाजन (विकल्प d) एक अलग प्रक्रिया है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  25. प्रश्न: ‘न्यूटन का गति का तीसरा नियम’ (Newton’s Third Law of Motion) क्या बताता है?

    • (a) वस्तुएं तब तक अपनी अवस्था में बनी रहती हैं जब तक उन पर कोई बाहरी बल कार्य न करे।
    • (b) किसी वस्तु पर लगाया गया बल उसके द्रव्यमान और त्वरण के गुणनफल के बराबर होता है (F=ma)।
    • (c) प्रत्येक क्रिया के लिए, एक समान और विपरीत प्रतिक्रिया होती है।
    • (d) गतिज ऊर्जा, द्रव्यमान और वेग के वर्ग के समानुपाती होती है।

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): न्यूटन के गति के तीन नियम शास्त्रीय यांत्रिकी के आधार हैं, जो बल और गति के बीच संबंध का वर्णन करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): न्यूटन का तीसरा नियम कहता है कि जब एक वस्तु दूसरी वस्तु पर बल लगाती है, तो दूसरी वस्तु पहली वस्तु पर परिमाण में समान और दिशा में विपरीत बल लगाती है। विकल्प (a) पहला नियम है, विकल्प (b) दूसरा नियम है, और विकल्प (d) गतिज ऊर्जा का सूत्र है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  26. प्रश्न: ‘रक्तचाप’ (Blood pressure) को मापने के लिए किस उपकरण का उपयोग किया जाता है?

    • (a) स्टेथोस्कोप (Stethoscope)
    • (b) थर्मामीटर (Thermometer)
    • (c) स्फिग्मोमैनोमीटर (Sphygmomanometer)
    • (d) ओडोमीटर (Odometer)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): रक्तचाप वह बल है जो रक्त धमनियों की दीवारों पर लगाता है। इसे मापना स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।

    व्याख्या (Explanation): स्फिग्मोमैनोमीटर वह उपकरण है जिसका उपयोग रक्तचाप को मापने के लिए किया जाता है। स्टेथोस्कोप का उपयोग दिल की धड़कन सुनने के लिए किया जाता है, थर्मामीटर शरीर के तापमान के लिए, और ओडोमीटर वाहन द्वारा तय की गई दूरी को मापता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

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