कृषि और वन अनुसंधान से संबंधित सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सामान्य विज्ञान का गहन ज्ञान अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह खंड आपको भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के उन महत्वपूर्ण अवधारणाओं का अभ्यास करने में मदद करेगा जो अक्सर परीक्षाओं में पूछी जाती हैं, खासकर कृषि और वन अनुसंधान के संदर्भ में। अपनी तैयारी को परखें और इन प्रश्नों के माध्यम से अपनी समझ को और बेहतर बनाएं।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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कृषि में मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए निम्नलिखित में से कौन सी विधि सबसे प्रभावी है?
- (a) अनियंत्रित जुताई
- (b) समोच्च जुताई (Contour Ploughing)
- (c) वनस्पति को पूरी तरह हटाना
- (d) ढलान पर सीधी जुताई
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): समोच्च जुताई ढलान वाली भूमि पर की जाती है, जहाँ खेत की जुताई और रोपण समोच्च रेखाओं (contours) के समानांतर की जाती है। यह पानी के बहाव को धीमा करता है और मिट्टी के कटाव को रोकता है।
व्याख्या (Explanation): अनियंत्रित जुताई, वनस्पति को हटाना और ढलान पर सीधी जुताई मिट्टी के कटाव को बढ़ा सकते हैं। समोच्च जुताई मिट्टी को अपनी जगह पर बनाए रखने में मदद करती है, जिससे पानी मिट्टी को बहाकर न ले जा पाए।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में, पौधे मुख्य रूप से किस गैस का उपयोग करते हैं?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) मीथेन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी से ग्लूकोज (भोजन) और ऑक्सीजन बनाते हैं। इसका रासायनिक समीकरण है: 6CO₂ + 6H₂O + प्रकाश ऊर्जा → C₆H₁₂O₆ + 6O₂
व्याख्या (Explanation): पौधे वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं, पानी को जड़ों से अवशोषित करते हैं, और क्लोरोफिल की उपस्थिति में सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके अपना भोजन (ग्लूकोज) बनाते हैं। इस प्रक्रिया में ऑक्सीजन एक उप-उत्पाद के रूप में निकलती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वन अनुसंधान में, लकड़ी की आयु का निर्धारण आमतौर पर किससे किया जाता है?
- (a) लकड़ी की चौड़ाई
- (b) लकड़ी का घनत्व
- (c) वार्षिक वलय (Annual Rings)
- (d) लकड़ी का रंग
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पेड़ों की तनों में वार्षिक वलय (growth rings) बनते हैं, जो मौसम के अनुसार लकड़ी की वृद्धि दर में भिन्नता के कारण होते हैं। प्रत्येक वलय एक वर्ष का प्रतिनिधित्व करता है।
व्याख्या (Explanation): एक वार्षिक वलय में आमतौर पर दो भाग होते हैं: वसंत लकड़ी (spring wood), जो हल्की और चौड़ी होती है, और ग्रीष्मकालीन/शरदकालीन लकड़ी (summer/autumn wood), जो गहरी और संकरी होती है। इन वलयों की गिनती करके पेड़ की आयु का पता लगाया जा सकता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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नाइट्रोजन स्थिरीकरण (Nitrogen Fixation) में निम्नलिखित में से कौन सी प्रक्रिया महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) श्वसन
- (c) सहजीवी जीवाणु (Symbiotic Bacteria)
- (d) वाष्पोत्सर्जन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाइट्रोजन स्थिरीकरण वायुमंडलीय नाइट्रोजन (N₂) को अमोनिया (NH₃) या अन्य नाइट्रोजन यौगिकों में परिवर्तित करने की प्रक्रिया है, जिसे पौधे उपयोग कर सकते हैं। कई मिट्टी के जीवाणु, विशेष रूप से फलीदार पौधों की जड़ों में पाए जाने वाले राइजोबियम (Rhizobium) जैसे सहजीवी जीवाणु, इस प्रक्रिया को संपन्न करते हैं।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण ऊर्जा उत्पादन से संबंधित है, श्वसन ऊर्जा के उपयोग से, और वाष्पोत्सर्जन पानी के वाष्पीकरण से। नाइट्रोजन स्थिरीकरण एक जैव-रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें जीवाणु वायुमंडलीय नाइट्रोजन को पौधों के लिए उपलब्ध रूप में बदलते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधे के किस भाग में मक्का (Maize) का दाना होता है?
- (a) फल
- (b) बीज
- (c) कंद
- (d) तना
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वनस्पति विज्ञान में, मक्का के दाने को कैरिओप्सिस (Caryopsis) कहा जाता है, जो कि एक विशेष प्रकार का सूखा, एकल-बीज वाला फल है जिसमें फल का भित्ति (pericarp) बीज के भित्ति (seed coat) के साथ जुड़ा होता है।
व्याख्या (Explanation): तकनीकी रूप से, मक्का का दाना वास्तव में एक फल है, जिसमें बीज अंदर समाहित होता है। अन्य विकल्प जैसे बीज, कंद या तना, मक्का के दाने की संरचना के लिए सही नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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वनों से प्राप्त होने वाला सबसे आम और महत्वपूर्ण जैव ईंधन (Biofuel) क्या है?
- (a) बायोडीजल
- (b) बायोएथेनॉल
- (c) लकड़ी (Firewood)
- (d) बायोगैस
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव ईंधन वे ईंधन होते हैं जो बायोमास (जैविक सामग्री) से प्राप्त होते हैं। वनों में पाए जाने वाले पेड़ और अन्य जैविक सामग्री को सीधे जलाकर ऊर्जा उत्पन्न की जा सकती है, जिसे लकड़ी या ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): बायोडीजल वनस्पति तेलों या पशु वसा से बनता है। बायोएथेनॉल शर्करा या स्टार्च वाली फसलों (जैसे गन्ना, मक्का) से बनता है। बायोगैस जैविक कचरे के अवायवीय पाचन से बनती है। लकड़ी, वनों से सीधे प्राप्त होने वाला और व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला जैव ईंधन है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पानी को कीटाणु रहित करने के लिए रसायन विज्ञान में आमतौर पर किस यौगिक का उपयोग किया जाता है?
- (a) सोडियम क्लोराइड (NaCl)
- (b) क्लोरीन (Cl₂)
- (c) पोटेशियम परमैंगनेट (KMnO₄)
- (d) अमोनिया (NH₃)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरीन एक शक्तिशाली ऑक्सीकारक है जो पानी में मौजूद बैक्टीरिया, वायरस और अन्य सूक्ष्मजीवों को नष्ट कर सकता है। यह पानी के उपचार में व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली एक प्रभावी कीटाणुनाशक (disinfectant) है।
व्याख्या (Explanation): सोडियम क्लोराइड (नमक) का उपयोग कीटाणुशोधन के लिए नहीं किया जाता है। पोटेशियम परमैंगनेट एक ऑक्सीकारक है लेकिन मुख्य रूप से पीने योग्य पानी के लिए कीटाणुनाशक के रूप में क्लोरीन जितना व्यापक रूप से उपयोग नहीं किया जाता है। अमोनिया का उपयोग क्लोरीनीकरण प्रक्रिया में किया जा सकता है, लेकिन यह स्वयं मुख्य कीटाणुनाशक नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश का वह गुण जो बताता है कि प्रकाश सीधी रेखा में चलता है, क्या कहलाता है?
- (a) विवर्तन (Diffraction)
- (b) परावर्तन (Reflection)
- (c) अपवर्तन (Refraction)
- (d) ऋजुरेखीय संचरण (Rectilinear Propagation)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऋजुरेखीय संचरण वह सिद्धांत है जो बताता है कि प्रकाश निर्वात या समांगी माध्यम में एक सीधी रेखा में यात्रा करता है। यह प्रकाशिकी (Optics) का एक मौलिक सिद्धांत है।
व्याख्या (Explanation): विवर्तन तब होता है जब प्रकाश बाधाओं के चारों ओर मुड़ता है। परावर्तन तब होता है जब प्रकाश किसी सतह से टकराकर वापस लौटता है। अपवर्तन तब होता है जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर अपनी दिशा बदलता है। ये सभी प्रकाश के गुण हैं, लेकिन सीधी रेखा में चलने का गुण ऋजुरेखीय संचरण कहलाता है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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पौधों में पानी के अवशोषण और परिवहन के लिए कौन सी प्रक्रिया उत्तरदायी है?
- (a) वाष्पोत्सर्जन (Transpiration)
- (b) परासरण (Osmosis)
- (c) प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)
- (d) श्वसन (Respiration)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परासरण अर्धपारगम्य झिल्ली (semipermeable membrane) के पार विलायक (जैसे पानी) के अणुओं का उच्च सांद्रता वाले क्षेत्र से निम्न सांद्रता वाले क्षेत्र की ओर या निम्न विलेय सांद्रता वाले क्षेत्र से उच्च विलेय सांद्रता वाले क्षेत्र की ओर गति करना है। पौधे की जड़ें मिट्टी से पानी इसी प्रक्रिया द्वारा अवशोषित करती हैं।
व्याख्या (Explanation): वाष्पोत्सर्जन एक प्रक्रिया है जिसमें पानी पौधे के वायवीय भागों, मुख्य रूप से पत्तियों से वाष्प के रूप में बाहर निकलता है। प्रकाश संश्लेषण भोजन बनाने की प्रक्रिया है। श्वसन ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया है। परासरण ही वह मुख्य प्रक्रिया है जिसके द्वारा जड़ें मिट्टी से पानी खींचती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वन पारिस्थितिकी तंत्र में, पत्तों के सड़ने और कार्बनिक पदार्थों के विघटन में कौन सी प्रजाति मुख्य भूमिका निभाती है?
- (a) उत्पादक (Producers)
- (b) प्राथमिक उपभोक्ता (Primary Consumers)
- (c) द्वितीयक उपभोक्ता (Secondary Consumers)
- (d) अपघटक (Decomposers)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अपघटक, जैसे कि जीवाणु और कवक, मरे हुए जैविक पदार्थों (मृत पौधों और जानवरों) को सरल अकार्बनिक पदार्थों में तोड़ते हैं। यह पोषक चक्रण (nutrient cycling) के लिए आवश्यक है।
व्याख्या (Explanation): उत्पादक प्रकाश संश्लेषण द्वारा अपना भोजन बनाते हैं। प्राथमिक उपभोक्ता उत्पादकों को खाते हैं। द्वितीयक उपभोक्ता प्राथमिक उपभोक्ताओं को खाते हैं। अपघटक पारिस्थितिकी तंत्र में मृत कार्बनिक पदार्थों को विघटित कर पोषक तत्वों को पुनः मिट्टी में मिलाते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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वनस्पति तेलों का हाइड्रोजनीकरण (Hydrogenation) करते समय, कौन सी धातु उत्प्रेरक (catalyst) के रूप में प्रयोग की जाती है?
- (a) प्लैटिनम (Pt)
- (b) पैलेडियम (Pd)
- (c) निकेल (Ni)
- (d) लोहा (Fe)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हाइड्रोजनीकरण एक रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें हाइड्रोजन को एक असंतृप्त यौगिक (जैसे वनस्पति तेल में मौजूद फैटी एसिड) में जोड़ा जाता है, जिससे वह संतृप्त हो जाता है। इस प्रक्रिया में निकेल एक सामान्य और प्रभावी उत्प्रेरक है, जो अभिक्रिया की दर को बढ़ाता है।
व्याख्या (Explanation): प्लैटिनम और पैलेडियम भी हाइड्रोजनीकरण के लिए उत्प्रेरक के रूप में उपयोग किए जा सकते हैं, लेकिन वनस्पति तेलों को वनस्पति घी में बदलने की औद्योगिक प्रक्रिया में निकेल का प्रयोग सबसे आम है। लोहा आमतौर पर इस प्रतिक्रिया के लिए उत्प्रेरक के रूप में उपयोग नहीं किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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निम्नलिखित में से कौन सी घटना “ग्रीनहाउस प्रभाव” के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार है?
- (a) वायुमंडल द्वारा अवरक्त विकिरण (Infrared Radiation) का अवशोषण
- (b) वायुमंडल द्वारा पराबैंगनी विकिरण (Ultraviolet Radiation) का अवशोषण
- (c) पृथ्वी से परावर्तित सूर्य का प्रकाश
- (d) पृथ्वी से निकलने वाली ऊष्मा का पूर्णतः अंतरिक्ष में जाना
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ग्रीनहाउस प्रभाव वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पृथ्वी के वायुमंडल में कुछ गैसें (जैसे कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन) पृथ्वी की सतह से उत्सर्जित अवरक्त विकिरण को अवशोषित करती हैं और उसे पुनः पृथ्वी की ओर विकीर्ण करती हैं, जिससे पृथ्वी का तापमान बढ़ जाता है।
व्याख्या (Explanation): ग्रीनहाउस गैसें मुख्य रूप से अवरक्त विकिरण को अवशोषित करती हैं। पराबैंगनी विकिरण का अवशोषण ओजोन परत द्वारा होता है। परावर्तित सूर्य का प्रकाश या अंतरिक्ष में जाने वाली ऊष्मा ग्रीनहाउस प्रभाव का कारण नहीं बनती।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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पौधों में रोग प्रतिरोधक क्षमता (Disease Resistance) का अध्ययन किस शाखा के अंतर्गत किया जाता है?
- (a) पादप-कीट विज्ञान (Entomology)
- (b) पादप रोग विज्ञान (Plant Pathology)
- (c) मृदा विज्ञान (Soil Science)
- (d) कृषि अर्थशास्त्र (Agricultural Economics)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप रोग विज्ञान (Plant Pathology) विज्ञान की वह शाखा है जो पौधों में होने वाले रोगों के कारणों, विकास, नियंत्रण और पौधों पर उनके प्रभाव का अध्ययन करती है। रोग प्रतिरोधक क्षमता इसी के अंतर्गत आता है।
व्याख्या (Explanation): पादप-कीट विज्ञान कीड़ों का अध्ययन है। मृदा विज्ञान मिट्टी का अध्ययन है। कृषि अर्थशास्त्र कृषि से संबंधित आर्थिक पहलुओं का अध्ययन है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कीटनाशकों (Pesticides) का पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ सकता है?
- (a) केवल खरपतवारों को मारना
- (b) केवल लाभकारी कीड़ों को नुकसान पहुंचाना
- (c) मिट्टी और जल प्रदूषण, तथा गैर-लक्षित जीवों को नुकसान
- (d) केवल फसलों की वृद्धि को बढ़ावा देना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कीटनाशकों का उपयोग कीटों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है, लेकिन उनके अत्यधिक या अनुचित उपयोग से मिट्टी और जल प्रदूषण हो सकता है। वे उन लाभकारी कीड़ों, पक्षियों और अन्य जीवों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं जिन पर उनका छिड़काव नहीं किया गया था (गैर-लक्षित जीव)।
व्याख्या (Explanation): कीटनाशक केवल खरपतवारों को नहीं मारते (वे कीटनाशक हैं, शाकनाशी नहीं)। वे लाभकारी कीड़ों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं, लेकिन यह एकमात्र प्रभाव नहीं है। वे फसलों की वृद्धि को सीधे बढ़ावा नहीं देते, बल्कि कीटों से बचाते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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धातुओं के संक्षारण (Corrosion) को रोकने के लिए, उन्हें अक्सर एक पतली परत से ढका जाता है। इस प्रक्रिया को क्या कहते हैं?
- (a) गैल्वनाइजेशन (Galvanization)
- (b) इलेक्ट्रोप्लेटिंग (Electroplating)
- (c) एनोडाइजिंग (Anodizing)
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): संक्षारण धातुओं का धीरे-धीरे क्षय होना है, जो आमतौर पर ऑक्सीजन या नमी के साथ रासायनिक अभिक्रिया के कारण होता है। गैल्वनाइजेशन (जिंक की परत चढ़ाना), इलेक्ट्रोप्लेटिंग (विद्युत-अपघटन द्वारा किसी धातु की परत चढ़ाना) और एनोडाइजिंग (एनोडिक ऑक्सीकरण द्वारा सतह पर ऑक्साइड परत बनाना) सभी धातु संक्षारण को रोकने की विधियाँ हैं।
व्याख्या (Explanation): ये तीनों विधियाँ धातु की सतह पर एक सुरक्षात्मक परत बनाती हैं, जो उसे सीधे पर्यावरण के संपर्क में आने से रोकती है और संक्षारण को धीमा या रोक देती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक क्लोरोफिल (Chlorophyll) वर्णक पौधे के किस भाग में पाया जाता है?
- (a) जड़ें
- (b) तना
- (c) पत्तियां (विशेषकर क्लोरोप्लास्ट में)
- (d) फूल
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल एक हरा वर्णक है जो क्लोरोप्लास्ट नामक कोशिकांगों में पाया जाता है, जो मुख्य रूप से पौधे की पत्तियों की कोशिकाओं में होते हैं। यह सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को अवशोषित करने के लिए आवश्यक है, जो प्रकाश संश्लेषण के लिए उपयोग की जाती है।
व्याख्या (Explanation): जबकि तने जैसे कुछ अन्य हरे भागों में भी थोड़ी मात्रा में क्लोरोफिल हो सकता है, पत्तियां प्रकाश संश्लेषण के लिए मुख्य स्थल हैं और उनमें क्लोरोफिल की उच्चतम सांद्रता होती है। जड़ें आमतौर पर प्रकाश संश्लेषण नहीं करतीं और उनमें क्लोरोफिल नहीं होता।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वन संरक्षण का क्या महत्व है?
- (a) केवल लकड़ी का स्रोत प्रदान करना
- (b) कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषित करना और ऑक्सीजन छोड़ना
- (c) केवल वन्यजीवों के लिए आवास प्रदान करना
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वन बहुआयामी महत्व रखते हैं। वे लकड़ी और अन्य उत्पादों का स्रोत हैं, प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से वायुमंडल से CO₂ को अवशोषित कर O₂ छोड़ते हैं, तथा विभिन्न प्रजातियों के वन्यजीवों के लिए महत्वपूर्ण आवास प्रदान करते हैं। इसके अतिरिक्त, वे मिट्टी के कटाव को रोकते हैं, जल चक्र को विनियमित करते हैं और जलवायु को स्थिर करते हैं।
व्याख्या (Explanation): उपरोक्त सभी कथन वनों के महत्व को दर्शाते हैं। इसलिए, सभी विकल्प सही हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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सूक्ष्मजीवों (Microorganisms) के कारण होने वाली सड़ांध (Spoilage) को रोकने के लिए, खाद्य पदार्थों को अक्सर किस प्रक्रिया से गुजारा जाता है?
- (a) आसवन (Distillation)
- (b) किण्वन (Fermentation)
- (c) पाश्चुरीकरण (Pasteurization)
- (d) आसवन (Distillation)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पाश्चुरीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें खाद्य पदार्थों (जैसे दूध) को एक निश्चित तापमान पर थोड़ी देर के लिए गर्म किया जाता है ताकि हानिकारक सूक्ष्मजीवों को मारा जा सके, जिससे उनकी शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है।
व्याख्या (Explanation): आसवन तरल पदार्थों को अलग करने की प्रक्रिया है। किण्वन सूक्ष्मजीवों द्वारा शर्करा को अल्कोहल या एसिड में बदलने की प्रक्रिया है (जो कुछ खाद्य पदार्थों को संरक्षित कर सकती है, लेकिन मुख्य उद्देश्य विनाश करना नहीं है)। ध्यान दें कि विकल्प (a) और (d) समान हैं; सही उत्तर पाश्चुरीकरण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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जब कोई वस्तु पानी में डूब जाती है, तो उस पर ऊपर की ओर लगने वाला बल क्या कहलाता है?
- (a) गुरुत्वाकर्षण बल (Gravitational Force)
- (b) उत्प्लावन बल (Buoyant Force)
- (c) घर्षण बल (Frictional Force)
- (d) तनाव बल (Tension Force)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): उत्प्लावन बल वह ऊपर की ओर लगने वाला बल है जो किसी द्रव या गैस में डूबी हुई वस्तु पर उस द्रव/गैस द्वारा लगाया जाता है। आर्किमिडीज का सिद्धांत बताता है कि यह बल वस्तु द्वारा विस्थापित द्रव/गैस के भार के बराबर होता है।
व्याख्या (Explanation): गुरुत्वाकर्षण बल नीचे की ओर लगता है। घर्षण बल गति का विरोध करता है। तनाव बल किसी रस्सी या तार में खींचे जाने पर उत्पन्न होता है। उत्प्लावन बल ही वह बल है जो वस्तु को तैरने में मदद करता है या उसे हल्का महसूस कराता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में खनिज पोषक तत्वों के परिवहन के लिए जाइलम (Xylem) ऊतक किस प्रकार के जल को ले जाता है?
- (a) केवल शुद्ध पानी
- (b) खनिज लवणों का घोल
- (c) शर्करा युक्त घोल
- (d) केवल ऑक्सीजन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जाइलम पौधे के मूल (roots) से लेकर पत्तियों तक पानी और घुले हुए खनिज पोषक तत्वों के परिवहन के लिए जिम्मेदार ऊतक है। यह एक ‘एकतरफा’ (unidirectional) परिवहन प्रणाली है।
व्याख्या (Explanation): फ्लोएम (Phloem) ऊतक पत्तियों में बने शर्करा युक्त घोल (भोजन) को पौधे के अन्य भागों में ले जाता है। जाइलम द्वारा परिवहन किया जाने वाला तरल मुख्य रूप से पानी में घुले हुए खनिज लवणों का घोल होता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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रसायन विज्ञान में, pH पैमाने का उपयोग क्या मापने के लिए किया जाता है?
- (a) किसी घोल में हाइड्रोजन आयनों की सांद्रता (Acidity)
- (b) किसी घोल में हाइड्रॉक्साइड आयनों की सांद्रता (Basicity)
- (c) किसी घोल की विद्युत चालकता
- (d) किसी घोल का क्वथनांक (Boiling Point)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): pH पैमाना किसी जलीय घोल में हाइड्रोजन आयनों (H⁺) की सांद्रता को लॉग-स्केल (logarithmic scale) पर मापता है। pH मान 0 से 14 तक होता है, जहाँ 7 तटस्थ (neutral), 7 से कम अम्लीय (acidic) और 7 से अधिक क्षारीय (alkaline/basic) होता है।
व्याख्या (Explanation): जबकि हाइड्रॉक्साइड आयनों (OH⁻) की सांद्रता घोल की क्षारीयता को दर्शाती है, pH सीधे तौर पर हाइड्रोजन आयनों की सांद्रता को मापता है। विद्युत चालकता और क्वथनांक अलग-अलग गुण हैं जिनके लिए अन्य मापन विधियाँ होती हैं।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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पेड़ की छाल (Bark) का प्राथमिक कार्य क्या है?
- (a) पानी को अवशोषित करना
- (b) प्रकाश संश्लेषण करना
- (c) पौधे के आंतरिक ऊतकों की रक्षा करना
- (d) परागण (Pollination) में मदद करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पेड़ की छाल (कॉर्टेक्स और फ्लोएम सहित) पौधे के लिए एक सुरक्षात्मक बाहरी परत के रूप में कार्य करती है। यह यांत्रिक क्षति, कीटों के हमले, रोगजनकों के प्रवेश और निर्जलीकरण से बचाती है।
व्याख्या (Explanation): जड़ें पानी अवशोषित करती हैं। पत्तियां प्रकाश संश्लेषण करती हैं। फूल परागण के लिए होते हैं। छाल का मुख्य कार्य पौधे के कोमल आंतरिक ऊतकों (जैसे फ्लोएम) को बाहरी वातावरण से होने वाले नुकसान से बचाना है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मिट्टी की उर्वरता (Soil Fertility) को बनाए रखने के लिए, किसान अक्सर किस विधि का उपयोग करते हैं?
- (a) मिट्टी में रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग
- (b) केवल एक ही फसल का बार-बार उगाना (Monoculture)
- (c) फसल चक्रण (Crop Rotation) और खाद का उपयोग
- (d) मिट्टी को पूरी तरह से ढक देना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फसल चक्रण विभिन्न फसलों को बारी-बारी से उगाने की एक विधि है, जो मिट्टी को एक ही पोषक तत्व से वंचित होने से रोकती है और मिट्टी की संरचना और उर्वरता में सुधार करती है। खाद (Compost) जैविक पदार्थ जोड़ती है, जो मिट्टी की उर्वरता और जल धारण क्षमता को बढ़ाती है।
व्याख्या (Explanation): रासायनिक उर्वरकों का अत्यधिक उपयोग मिट्टी को नुकसान पहुंचा सकता है। मोनोकल्चर मिट्टी को शीघ्रता से ख़त्म कर सकता है। मिट्टी को ढक देना (यदि वह जैविक पदार्थ से न हो) उर्वरता में सुधार नहीं करेगा।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वनस्पति के विकास के लिए निम्नलिखित में से कौन सी विटामिन सबसे महत्वपूर्ण है?
- (a) विटामिन A
- (b) विटामिन B₁₂
- (c) विटामिन C
- (d) विटामिन D
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): विटामिन C (एस्कॉर्बिक एसिड) पौधों में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाता है, जिसमें कोशिका भित्ति (cell wall) के निर्माण, एंटीऑक्सीडेंट सुरक्षा और पौधों के सामान्य विकास के लिए आवश्यक एंजाइमों के सह-कारक (co-factor) के रूप में कार्य करना शामिल है।
व्याख्या (Explanation): विटामिन A मुख्य रूप से पशुओं में महत्वपूर्ण है (दृष्टि के लिए)। विटामिन B₁₂ मनुष्यों और जानवरों के लिए आवश्यक है, लेकिन पौधों के लिए नहीं। विटामिन D मुख्य रूप से कैल्शियम अवशोषण और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ध्वनि की तीव्रता (Intensity) को मापने के लिए किस इकाई का प्रयोग किया जाता है?
- (a) हर्ट्ज़ (Hz)
- (b) डेसिबल (dB)
- (c) वाट (W)
- (d) पास्कल (Pa)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): डेसिबल (dB) ध्वनि की तीव्रता या ध्वनि दबाव स्तर को मापने के लिए एक लघुगणकीय (logarithmic) इकाई है। यह मानव श्रवण की संवेदनशीलता के अनुरूप है।
व्याख्या (Explanation): हर्ट्ज़ आवृत्ति (frequency) की इकाई है। वाट शक्ति (power) की इकाई है। पास्कल दबाव (pressure) की इकाई है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वन्यजीव संरक्षण (Wildlife Conservation) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- (a) केवल शिकार को बढ़ावा देना
- (b) प्रजातियों की विविधता और पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखना
- (c) केवल वनों को काटना
- (d) मानव आबादी बढ़ाना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): वन्यजीव संरक्षण का प्राथमिक लक्ष्य पृथ्वी पर पौधों और जानवरों की प्रजातियों की विविधता को बनाए रखना और पारिस्थितिक तंत्र के प्राकृतिक संतुलन की रक्षा करना है, ताकि वे भविष्य की पीढ़ियों के लिए जीवित रह सकें।
व्याख्या (Explanation): वन्यजीव संरक्षण शिकार को बढ़ावा नहीं देता, बल्कि उसे विनियमित या प्रतिबंधित करता है। इसका उद्देश्य वनों को काटना नहीं, बल्कि उन्हें संरक्षित करना है। मानव आबादी बढ़ाना इसका सीधा उद्देश्य नहीं है।
अतः, सही उत्तर (b) है।