कृषि अनुसंधान में सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न: आपकी तैयारी का परीक्षण
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण खंड है। चाहे वह कृषि अनुसंधान हो या अन्य कोई क्षेत्र, भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान की मजबूत नींव आपकी सफलता की कुंजी है। यहाँ हम आपके ज्ञान का परीक्षण करने और महत्वपूर्ण अवधारणाओं को स्पष्ट करने के लिए 25 विशेष रूप से तैयार किए गए बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) प्रस्तुत कर रहे हैं। ये प्रश्न आपकी तैयारी को एक नई दिशा देंगे!
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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निम्नलिखित में से कौन सा प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक प्रमुख गैस है?
- (a) ऑक्सीजन
- (b) नाइट्रोजन
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड
- (d) मीथेन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा का उपयोग करके कार्बन डाइऑक्साइड और पानी को पोषक तत्वों के रूप में उपयोग करते हैं, जिससे ऑक्सीजन मुक्त होती है।
व्याख्या (Explanation): प्रकाश संश्लेषण की मूल प्रक्रिया CO2 + H2O + Light Energy → C6H12O6 + O2 है। इसमें पौधे वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड लेते हैं, पानी को जड़ों से अवशोषित करते हैं, और सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में ग्लूकोज (ऊर्जा) बनाते हैं, जिसके उप-उत्पाद के रूप में ऑक्सीजन मुक्त होती है। अतः, कार्बन डाइऑक्साइड प्रकाश संश्लेषण के लिए एक आवश्यक इनपुट है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एक पौधे में ‘ज़ाइलम’ (Xylem) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) प्रकाश संश्लेषण
- (b) जल और खनिज लवणों का परिवहन
- (c) भोजन का उत्पादन
- (d) श्वसन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप ऊतक, जैसे ज़ाइलम और फ्लोएम, क्रमशः जल और खनिज लवणों के साथ-साथ संश्लेषित भोजन के परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
व्याख्या (Explanation): ज़ाइलम एक संवहनी ऊतक है जो पौधों की जड़ों से तनों और पत्तियों तक पानी और कुछ पोषक तत्वों के ऊर्ध्वाधर परिवहन के लिए जिम्मेदार है। फ्लोएम पत्तियों में बने भोजन (शर्करा) को पौधे के अन्य भागों तक पहुंचाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मिट्टी की उर्वरता के लिए निम्नलिखित में से कौन सा सूक्ष्म पोषक तत्व (Micronutrient) महत्वपूर्ण है?
- (a) नाइट्रोजन
- (b) फास्फोरस
- (c) पोटेशियम
- (d) जस्ता (Zinc)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों को विकास के लिए विभिन्न पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिन्हें मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (जैसे N, P, K) और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स (जैसे Zn, Fe, Mn) में वर्गीकृत किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम प्रमुख पोषक तत्व हैं जिनकी पौधों को बड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है। जस्ता (Zinc) एक महत्वपूर्ण सूक्ष्म पोषक तत्व है जो एंजाइमों की सक्रियता, हार्मोन संश्लेषण और कोशिका विभाजन में भूमिका निभाता है। इसकी कमी से पौधों की वृद्धि बाधित होती है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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“हरित क्रांति” (Green Revolution) का संबंध मुख्य रूप से किससे था?
- (a) खाद्य प्रसंस्करण
- (b) कृषि उत्पादन में वृद्धि
- (c) पशुपालन
- (d) मत्स्य पालन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हरित क्रांति 20वीं सदी के मध्य में वैश्विक कृषि उत्पादकता में वृद्धि की अवधि थी, जो मुख्य रूप से उच्च-उपज वाली किस्मों, आधुनिक कृषि तकनीकों और कीटनाशकों के उपयोग से प्रेरित थी।
व्याख्या (Explanation): हरित क्रांति का प्राथमिक लक्ष्य खाद्य उत्पादन बढ़ाना था, विशेष रूप से अनाज की फसलों में, ताकि बढ़ती आबादी की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इसमें नई किस्मों के बीजों, सिंचाई, उर्वरकों और कीटनाशकों का व्यापक उपयोग शामिल था।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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किस प्रकार की मिट्टी में जल धारण क्षमता सबसे अधिक होती है?
- (a) बलुई मिट्टी (Sandy soil)
- (b) चिकनी मिट्टी (Clay soil)
- (c) दोमट मिट्टी (Loam soil)
- (d) बजरी (Gravel)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मिट्टी के कणों का आकार और व्यवस्था उसकी जल धारण क्षमता को प्रभावित करती है।
व्याख्या (Explanation): चिकनी मिट्टी (Clay soil) में सबसे छोटे कण होते हैं, जो एक-दूसरे के बहुत करीब फिट हो जाते हैं, जिससे उनके बीच बहुत कम स्थान (pore space) बचता है। यह छोटे छिद्र पानी को प्रभावी ढंग से बनाए रखते हैं, जिससे इसकी जल धारण क्षमता उच्चतम होती है। बलुई मिट्टी में बड़े कण होते हैं और यह पानी को आसानी से निकलने देती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण के दौरान, क्लोरोफिल (Chlorophyll) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करना
- (b) ऑक्सीजन छोड़ना
- (c) प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना
- (d) पानी को जड़ों से ऊपर ले जाना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल एक हरा वर्णक (pigment) है जो पौधों की क्लोरोप्लास्ट में पाया जाता है और प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल प्रकाश ऊर्जा (मुख्य रूप से लाल और नीली तरंग दैर्ध्य) को अवशोषित करने के लिए जिम्मेदार है, जो तब प्रकाश संश्लेषण की रासायनिक प्रतिक्रियाओं को चलाने के लिए उपयोग की जाती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधों में “सूखा प्रतिरोध” (Drought resistance) को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित में से कौन सी तकनीकें सहायक हो सकती हैं?
- (a) अधिक बार सिंचाई
- (b) जल-गहन फसलें उगाना
- (c) सूखा-सहिष्णु किस्मों का विकास और प्रबंधन
- (d) मिट्टी की जल निकासी में सुधार
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों को पर्यावरणीय तनावों, जैसे सूखा, के प्रति अनुकूलित करने के लिए विभिन्न कृषिविज्ञान और प्रजनन तकनीकों का उपयोग किया जा सकता है।
व्याख्या (Explanation): सूखा-सहिष्णु किस्मों को विकसित करना और उनका उपयोग करना, साथ ही उचित मृदा प्रबंधन तकनीकें (जैसे मल्चिंग, जल संरक्षण) जो मिट्टी की नमी को बनाए रखती हैं, पौधों को सूखे की स्थिति से निपटने में मदद करती हैं। अधिक सिंचाई या जल-गहन फसलों को उगाना सूखा प्रतिरोध में सहायक नहीं होगा, बल्कि समस्या को बढ़ाएगा।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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एक बीज के अंकुरण (Germination) के लिए निम्नलिखित में से कौन सा कारक सबसे महत्वपूर्ण है?
- (a) प्रकाश
- (b) हवा
- (c) पानी
- (d) नाइट्रोजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): बीज अंकुरण एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें बीज में संग्रहीत भ्रूण का विकास शामिल है, जिसके लिए अनुकूल पर्यावरणीय परिस्थितियों की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): बीज अंकुरण के लिए पानी आवश्यक है क्योंकि यह बीज कोट को नरम करता है, एंजाइमेटिक गतिविधि को सक्रिय करता है, और पोषक तत्वों के परिवहन की सुविधा प्रदान करता है। जबकि कुछ बीजों को अंकुरण के लिए प्रकाश की आवश्यकता हो सकती है, और हवा (ऑक्सीजन) श्वसन के लिए महत्वपूर्ण है, पानी सबसे सार्वभौमिक और आवश्यक प्रारंभिक कारक है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कृषि में कीटनाशकों (Pesticides) के अत्यधिक उपयोग का एक संभावित नकारात्मक प्रभाव क्या है?
- (a) मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि
- (b) लाभकारी कीटों का सफाया
- (c) खरपतवारों का नियंत्रण
- (d) पौधों की वृद्धि में तेजी
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कीटनाशक लक्षित कीटों को मारने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, लेकिन वे अक्सर गैर-लक्षित जीवों को भी प्रभावित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): कई कीटनाशक गैर-चयनात्मक (non-selective) होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे न केवल हानिकारक कीटों बल्कि लाभकारी कीड़ों (जैसे परागणक, शिकारी कीट) को भी मार सकते हैं। यह पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बिगाड़ सकता है और प्राकृतिक कीट नियंत्रण को कम कर सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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आधुनिक कृषि में, “जैव उर्वरक” (Biofertilizers) का उपयोग क्यों महत्वपूर्ण है?
- (a) वे रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता को पूरी तरह से समाप्त करते हैं।
- (b) वे मिट्टी में सूक्ष्मजीवों का उपयोग करके पोषक तत्व उपलब्धता बढ़ाते हैं।
- (c) वे केवल प्रोटीन उत्पादन में मदद करते हैं।
- (d) वे मिट्टी के कटाव को बढ़ाते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैव उर्वरक ऐसे पदार्थ होते हैं जिनमें जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं जो पौधों को पोषक तत्व उपलब्ध कराते हैं, जिससे उनकी वृद्धि उत्तेजित होती है।
व्याख्या (Explanation): जैव उर्वरक, जैसे कि राइजोबियम (नाइट्रोजन स्थिरीकरण के लिए) या फास्फोरस-घुलनशील बैक्टीरिया, मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्धता को बढ़ाते हैं। वे रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता को कम करने और पर्यावरण की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करते हैं। हालांकि वे रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता को पूरी तरह से समाप्त नहीं कर सकते हैं, लेकिन वे उनका पूरक करते हैं और उपयोग को कम करने में मदद करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों के कौन से ऊतक शर्करा (Sughar) का उत्पादन और परिवहन करते हैं?
- (a) ज़ाइलम
- (b) फ्लोएम
- (c) पैरेन्काइमा
- (d) स्क्लेरेन्काइमा
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों में संवहनी ऊतक, ज़ाइलम और फ्लोएम, विभिन्न पदार्थों के परिवहन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
व्याख्या (Explanation): फ्लोएम वह संवहनी ऊतक है जो प्रकाश संश्लेषण से उत्पन्न शर्करा (जैसे सुक्रोज) को पत्तियों से पौधे के अन्य भागों (जैसे जड़ें, फल, तने) तक ले जाता है, जहाँ उन्हें ऊर्जा या भंडारण के लिए उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ (Organic matter) की उपस्थिति का क्या लाभ है?
- (a) मिट्टी की जल निकासी में सुधार
- (b) मिट्टी को बाँझ बनाना
- (c) मिट्टी की संरचना और जल धारण क्षमता में सुधार
- (d) केवल खनिज पोषक तत्वों का तेजी से अपघटन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बनिक पदार्थ मिट्टी के भौतिक, रासायनिक और जैविक गुणों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
व्याख्या (Explanation): कार्बनिक पदार्थ मिट्टी के कणों को एक साथ बाँधने में मदद करता है, जिससे मिट्टी की संरचना (aggregation) में सुधार होता है। यह पानी को अधिक प्रभावी ढंग से बनाए रखने में भी मदद करता है, जिससे जल धारण क्षमता बढ़ती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“पर्णहरित” (Chlorophyll) का रासायनिक सूत्र क्या है?
- (a) C6H12O6
- (b) H2O
- (c) CO2
- (d) C55H72MgN4O5 (यह एक सरलीकृत रूप है, वास्तविक सूत्र अधिक जटिल होता है)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): क्लोरोफिल एक जटिल कार्बनिक अणु है जिसमें मैग्नीशियम (Mg) आयन केंद्रीय होता है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल ए (Chlorophyll a) का रासायनिक सूत्र C55H72MgN4O5 है, जो प्रकाश संश्लेषण में प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करने के लिए आवश्यक है। अन्य विकल्प क्रमशः ग्लूकोज, पानी और कार्बन डाइऑक्साइड के सूत्र हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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खेती में “पलटा बुवाई” (Crop rotation) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- (a) कीटों का प्रजनन बढ़ाना
- (b) मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखना और कीटों के प्रकोप को कम करना
- (c) केवल एक ही फसल का लगातार उत्पादन
- (d) सिंचाई की आवश्यकता को कम करना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फसल चक्रण एक कृषि तकनीक है जिसमें एक ही खेत में विभिन्न फसलों को क्रमबद्ध तरीके से उगाया जाता है।
व्याख्या (Explanation): फसल चक्रण मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखने में मदद करता है क्योंकि विभिन्न फसलें मिट्टी से विभिन्न पोषक तत्वों का उपयोग करती हैं और कुछ फसलें (जैसे फलीदार फसलें) मिट्टी में नाइट्रोजन को स्थिर कर सकती हैं। यह कीटों और बीमारियों के जीवन चक्र को बाधित करके उनके प्रकोप को कम करने में भी मदद करता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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अम्लीय वर्षा (Acid rain) का प्राथमिक कारण क्या है?
- (a) ओजोन परत का क्षरण
- (b) वातावरण में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) का उत्सर्जन
- (c) क्लोरोफ्लोरोकार्बन (CFC) का उपयोग
- (d) ग्रीनहाउस गैसों का बढ़ना
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अम्लीय वर्षा वायु प्रदूषकों, मुख्य रूप से सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन ऑक्साइड से होती है, जो वायुमंडल में पानी, ऑक्सीजन और अन्य रसायनों के साथ मिलकर सल्फ्यूरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड बनाते हैं।
व्याख्या (Explanation): जीवाश्म ईंधनों के जलने से उत्सर्जित SO2 और NOx वायुमंडल में जलवाष्प के साथ प्रतिक्रिया करके सल्फ्यूरिक एसिड (H2SO4) और नाइट्रिक एसिड (HNO3) बनाते हैं। ये अम्ल वर्षा के साथ पृथ्वी पर गिरते हैं, जिससे अम्लीय वर्षा होती है, जो इमारतों, झीलों और वनस्पतियों को नुकसान पहुंचा सकती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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पौधों में “फूल आने” (Flowering) को प्रेरित करने वाले हार्मोन को क्या कहते हैं?
- (a) ऑक्सिन (Auxin)
- (b) जिबरेलिन (Gibberellin)
- (c) साइटोकिनिन (Cytokinin)
- (d) एब्सिसिक एसिड (Abscisic acid)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पादप हार्मोन (Phytohormones) पौधों की वृद्धि और विकास को नियंत्रित करने वाले रासायनिक पदार्थ होते हैं।
व्याख्या (Explanation): जिबरेलिन हार्मोन का एक वर्ग है जो पौधों में बीजों के अंकुरण, तने के बढ़ने और फूलों के आने जैसी विभिन्न प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है। कुछ जिबरेलिन विशेष रूप से फूल आने को प्रेरित करने के लिए जाने जाते हैं, खासकर उन पौधों में जिन्हें दीर्घकालिक दिन (long-day) की आवश्यकता होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“मृदा क्षरण” (Soil erosion) को रोकने के लिए सबसे प्रभावी कृषि पद्धतियों में से एक कौन सी है?
- (a) समतल जुताई
- (b) वनीकरण
- (c) ढलान वाली भूमि पर कंटूर खेती (Contour farming)
- (d) जल निकासी नालियों को चौड़ा करना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मृदा क्षरण वह प्रक्रिया है जिसमें मिट्टी की ऊपरी उपजाऊ परत हवा या पानी द्वारा हटा दी जाती है।
व्याख्या (Explanation): ढलान वाली भूमि पर कंटूर खेती में, खेत की जुताई और बुवाई ढलान के समकोण पर (कंटूर रेखाओं के समानांतर) की जाती है। यह जल प्रवाह की गति को धीमा करता है, जिससे मिट्टी का कटाव कम होता है। वनीकरण भी प्रभावी है, लेकिन कंटूर खेती विशेष रूप से ढलान वाली खेती के लिए एक प्रत्यक्ष कृषि पद्धति है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधों में “शिरा” (Veins) का मुख्य कार्य क्या है?
- (a) प्रकाश को अवशोषित करना
- (b) जल और पोषक तत्वों को ले जाना
- (c) पौधे को सहारा देना
- (d) बीजों का उत्पादन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पौधों की पत्तियों में शिराएँ संवहनी ऊतकों (ज़ाइलम और फ्लोएम) की बनी होती हैं।
व्याख्या (Explanation): पत्तियों की शिराएँ जल और खनिज लवणों को तने से पत्ती तक पहुँचाती हैं (ज़ाइलम द्वारा) और प्रकाश संश्लेषण से उत्पन्न शर्करा को पत्ती से पौधे के अन्य भागों तक पहुँचाती हैं (फ्लोएम द्वारा)। वे पत्ती की संरचना को सहारा भी प्रदान करती हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“जैविक खेती” (Organic farming) का प्राथमिक सिद्धांत क्या है?
- (a) रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का अधिकतम उपयोग
- (b) जेनेटिकली मॉडिफाइड (GM) फसलों का व्यापक उपयोग
- (c) सिंथेटिक रसायनों के बजाय प्राकृतिक प्रक्रियाओं और सामग्रियों पर निर्भरता
- (d) केवल मोनोकल्चर (Monoculture) को बढ़ावा देना
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जैविक खेती एक ऐसी कृषि प्रणाली है जो मिट्टी के स्वास्थ्य, जैव विविधता और पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने का प्रयास करती है।
व्याख्या (Explanation): जैविक खेती सिंथेटिक उर्वरकों, कीटनाशकों, शाकनाशियों और जीएमओ के उपयोग से बचती है। इसके बजाय, यह कंपोस्ट, खाद, हरी खाद, फसल चक्रण और जैविक कीट नियंत्रण जैसी तकनीकों पर निर्भर करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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तापमान मापने के लिए किस मात्रक का उपयोग किया जाता है?
- (a) मीटर (m)
- (b) किलोग्राम (kg)
- (c) सेकंड (s)
- (d) केल्विन (K)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): भौतिकी में, तापमान एक मौलिक भौतिक राशि है जो किसी वस्तु की ऊष्मीय ऊर्जा की मात्रा को मापती है।
व्याख्या (Explanation): अंतरराष्ट्रीय मात्रक प्रणाली (SI) में तापमान का मूल मात्रक केल्विन (K) है। सेल्सियस (°C) और फारेनहाइट (°F) भी तापमान मापने के सामान्य मात्रक हैं, लेकिन केल्विन वैज्ञानिक संदर्भों में सबसे मौलिक है। मीटर लंबाई, किलोग्राम द्रव्यमान और सेकंड समय का मात्रक हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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एक सामान्य ट्यूबलाइट (Fluorescent lamp) में मुख्य रूप से किस गैस का उपयोग किया जाता है?
- (a) हीलियम
- (b) नियॉन
- (c) आर्गन और थोड़ी मात्रा में पारा वाष्प
- (d) ऑक्सीजन
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फ्लोरोसेंट लैंप विद्युत ऊर्जा को प्रकाश में परिवर्तित करते हैं, और इसके लिए विशिष्ट गैसों और कोटिंग्स की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): एक फ्लोरोसेंट ट्यूबलाइट के अंदर आर्गन (या कभी-कभी क्रिप्टन) गैस का उपयोग कम दबाव पर किया जाता है। इसमें थोड़ी मात्रा में पारा (mercury) वाष्प भी होती है। जब विद्युत धारा ट्यूब से गुजरती है, तो यह पारा वाष्प को उत्तेजित करती है, जिससे पराबैंगनी (UV) प्रकाश उत्सर्जित होता है। ट्यूब की आंतरिक सतह पर फॉस्फोरस कोटिंग इस UV प्रकाश को दृश्य प्रकाश में परिवर्तित करती है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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ध्वनि की गति (Speed of sound) निम्न में से किस माध्यम में सबसे अधिक होती है?
- (a) हवा
- (b) पानी
- (c) लोहा
- (d) निर्वात (Vacuum)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि एक अनुदैर्ध्य तरंग (longitudinal wave) है जिसे यात्रा करने के लिए एक माध्यम की आवश्यकता होती है, और इसकी गति माध्यम के घनत्व (density) और लोच (elasticity) पर निर्भर करती है।
व्याख्या (Explanation): ध्वनि की गति ठोस माध्यमों में सबसे अधिक होती है क्योंकि कण एक-दूसरे के करीब होते हैं और अधिक कसकर बंधे होते हैं, जिससे कंपन तेजी से स्थानांतरित होते हैं। लोहे (एक ठोस) में ध्वनि की गति हवा (गैस) और पानी (तरल) की तुलना में बहुत अधिक होती है। निर्वात में ध्वनि यात्रा नहीं कर सकती क्योंकि यात्रा करने के लिए कोई माध्यम नहीं होता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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“लेजर” (LASER) का पूरा नाम क्या है?
- (a) Light Amplification by Stimulated Emission of Radiation
- (b) Light Amplification by Sound Emission of Resonance
- (c) Light Amplification by Spectrum Emission of Radiation
- (d) Light Amplification by Stimulated Energy of Radiation
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लेजर एक उपकरण है जो प्रकाश प्रवर्धन (light amplification) द्वारा उद्दीप्त उत्सर्जन (stimulated emission) के माध्यम से सुसंगत (coherent) प्रकाश उत्पन्न करता है।
व्याख्या (Explanation): LASER का पूर्ण रूप Light Amplification by Stimulated Emission of Radiation है। यह एक ऐसी तकनीक है जो एक ही आवृत्ति, चरण और दिशा में प्रकाश की एक केंद्रित किरण का उत्पादन करती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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आधुनिक कृषि में उपयोग होने वाली “ड्रिप सिंचाई” (Drip irrigation) प्रणाली का मुख्य लाभ क्या है?
- (a) पानी का अत्यधिक वाष्पीकरण
- (b) पानी की बचत और सीधे जड़ों तक पहुंचाना
- (c) अधिक मजदूरों की आवश्यकता
- (d) भूमि में जलभराव
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ड्रिप सिंचाई एक जल-बचत सिंचाई विधि है जो पौधों की जड़ों के क्षेत्र में सीधे और धीरे-धीरे पानी पहुंचाती है।
व्याख्या (Explanation): ड्रिप सिंचाई के माध्यम से, पानी सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचाया जाता है, जिससे वाष्पीकरण और अपवाह (runoff) के कारण होने वाली पानी की हानि कम हो जाती है। यह पानी के कुशल उपयोग को सुनिश्चित करता है और जल की कमी वाले क्षेत्रों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“फोटोवोल्टिक सेल” (Photovoltaic cell) किस ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं?
- (a) यांत्रिक ऊर्जा
- (b) रासायनिक ऊर्जा
- (c) प्रकाश ऊर्जा
- (d) ऊष्मीय ऊर्जा
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फोटोवोल्टिक प्रभाव वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा प्रकाश ऊर्जा को सीधे विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): फोटोवोल्टिक सेल, जिन्हें सौर सेल भी कहा जाता है, अर्धचालक सामग्री (जैसे सिलिकॉन) से बने होते हैं। जब प्रकाश इन कोशिकाओं पर पड़ता है, तो यह इलेक्ट्रॉनों को मुक्त करता है, जिससे विद्युत प्रवाह उत्पन्न होता है। यही सिद्धांत सौर पैनलों में उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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हाइड्रोपोनिक्स (Hydroponics) क्या है?
- (a) मिट्टी का अध्ययन
- (b) मिट्टी के बिना पौधों को उगाना, जिसमें पोषक तत्व पानी में घुले होते हैं
- (c) पौधों में रोग निदान
- (d) कृषि में मशीनरी का उपयोग
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हाइड्रोपोनिक्स एक विधि है जो मिट्टी की आवश्यकता को समाप्त करके नियंत्रित वातावरण में पौधों को उगाने की अनुमति देती है।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोपोनिक्स में, पौधों को पोषक तत्वों से भरपूर जलीय घोल में उगाया जाता है। जड़ें सीधे इस घोल में डूबी रहती हैं, जिससे वे आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त करती हैं। यह विधि शहरी खेती और उन क्षेत्रों के लिए उपयोगी है जहाँ मिट्टी की गुणवत्ता खराब है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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“पारिस्थितिकी तंत्र” (Ecosystem) में उत्पादक (Producers) कौन होते हैं?
- (a) शाकाहारी जीव
- (b) मांसाहारी जीव
- (c) हरे पौधे और शैवाल
- (d) अपघटक (Decomposers)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पारिस्थितिकी तंत्र में, उत्पादक वे जीव होते हैं जो सूर्य के प्रकाश का उपयोग करके अपना भोजन स्वयं बनाते हैं (जैसे प्रकाश संश्लेषण द्वारा)।
व्याख्या (Explanation): हरे पौधे और शैवाल प्रकाश संश्लेषण के माध्यम से अकार्बनिक पदार्थों (जैसे CO2, पानी) को कार्बनिक यौगिकों (जैसे ग्लूकोज) में परिवर्तित करते हैं, जो अन्य जीवों के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत बनते हैं। इसलिए, वे पारिस्थितिकी तंत्र के उत्पादक हैं। शाकाहारी उपभोक्ता होते हैं, मांसाहारी भी उपभोक्ता होते हैं, और अपघटक मृत कार्बनिक पदार्थों को तोड़ते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।