कृषि अनुसंधान में विज्ञान: सामान्य विज्ञान के महत्वपूर्ण प्रश्न
परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए सामान्य विज्ञान की गहरी समझ अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह खंड आपको कृषि और वानिकी अनुसंधान में विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) के माध्यम से अपनी तैयारी को परखने का अवसर प्रदान करता है। इन प्रश्नों का अभ्यास करके, आप न केवल अपने ज्ञान को मजबूत करेंगे, बल्कि परीक्षा में पूछे जाने वाले विभिन्न प्रकार के प्रश्नों से भी परिचित होंगे।
सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)
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कृषि में खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक प्रमुख शाकनाशी (Herbicide) कौन सा है, जिसका उपयोग विशेष रूप से मक्का जैसी फसलों में किया जाता है?
- (a) ग्लाइफोसेट
- (b) एट्रैजिन
- (c) 2,4-D
- (d) पैराक्वाट
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): शाकनाशी पौधों के विकास को बाधित या नष्ट करने वाले रसायन होते हैं। इनका वर्गीकरण उनके क्रिया-प्रकार (जैसे चयनात्मक या गैर-चयनात्मक) और उपयोग के आधार पर किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): एट्रैजिन एक चयनात्मक शाकनाशी है जो मक्का, ज्वार जैसी फसलों में चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों और कुछ घासों को नियंत्रित करने के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। ग्लाइफोसेट एक गैर-चयनात्मक शाकनाशी है, 2,4-D चौड़ी पत्ती वाले खरपतवारों के लिए प्रयोग होता है, और पैराक्वाट भी एक गैर-चयनात्मक संपर्क शाकनाशी है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की प्रक्रिया में, पौधे किस प्रकार के प्रकाश का सबसे अधिक उपयोग करते हैं?
- (a) हरा प्रकाश
- (b) नीला और लाल प्रकाश
- (c) पीला प्रकाश
- (d) अवरक्त (Infrared) प्रकाश
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं, जो बाद में जीवों के चयापचय के लिए जारी की जाती है। क्लोरोफिल, जो पौधों में मुख्य प्रकाश-अवशोषक वर्णक है, प्रकाश स्पेक्ट्रम के नीले और लाल क्षेत्रों में सबसे अधिक अवशोषण करता है।
व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल वर्णक नीले (लगभग 400-450 nm) और लाल (लगभग 640-700 nm) तरंग दैर्ध्य वाले प्रकाश को प्रभावी ढंग से अवशोषित करता है। हरा प्रकाश (लगभग 500-550 nm) अधिकांशतः परावर्तित हो जाता है, यही कारण है कि पौधे हरे दिखाई देते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मिट्टी की उर्वरता (Soil Fertility) को बढ़ाने में कौन सा पोषक तत्व महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है?
- (a) सोडियम
- (b) फास्फोरस
- (c) क्लोरीन
- (d) आर्गन
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): फास्फोरस पौधों के विकास के लिए एक आवश्यक मैक्रोन्यूट्रिएंट (macronutrient) है। यह जड़ विकास, फूल आने और बीज उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है, और डीएनए, आरएनए और एटीपी (ऊर्जा अणु) के निर्माण में भी शामिल है।
व्याख्या (Explanation): फास्फोरस मिट्टी में अन्य पोषक तत्वों के साथ मिलकर पौधों द्वारा अवशोषित किया जाता है। इसकी कमी से पौधों का विकास रुक जाता है, जड़ें अविकसित रह जाती हैं और फल/बीज उत्पादन कम हो जाता है। सोडियम, क्लोरीन और आर्गन पौधों के लिए आवश्यक प्राथमिक पोषक तत्व नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वन अनुसंधान (Forest Research) में, वनों में आग लगने के खतरों को मापने के लिए किस वैज्ञानिक सूचकांक का उपयोग किया जाता है?
- (a) NDVI (Normalized Difference Vegetation Index)
- (b) SMI (Soil Moisture Index)
- (c) FWI (Fire Weather Index)
- (d) LAI (Leaf Area Index)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): आग का मौसम सूचकांक (FWI) एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रणाली है जिसका उपयोग मौसम की स्थिति के आधार पर जंगल की आग के खतरों को मापने के लिए किया जाता है। यह आर्द्रता, वर्षा, हवा की गति और तापमान जैसे कारकों को ध्यान में रखता है।
व्याख्या (Explanation): NDVI वनस्पति घनत्व और स्वास्थ्य को मापता है, SMI मिट्टी की नमी को इंगित करता है, और LAI पर्ण क्षेत्र की सतह क्षेत्र का अनुपात है। FWI विशेष रूप से आग के मौसम के दौरान आग लगने की संभावना और तीव्रता का आकलन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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पौधों में पानी के अवशोषण और वाष्पोत्सर्जन (Transpiration) को नियंत्रित करने वाली प्रमुख प्रक्रिया क्या है?
- (a) परासरण (Osmosis)
- (b) विसरण (Diffusion)
- (c) सक्रिय परिवहन (Active Transport)
- (d) निष्क्रिय परिवहन (Passive Transport)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): परासरण एक झिल्ली के पार पानी के अणुओं का अर्ध-पारगम्य झिल्ली के माध्यम से उच्च जल क्षमता वाले क्षेत्र से निम्न जल क्षमता वाले क्षेत्र में जाने की प्रक्रिया है। पौधे की जड़ें इसी सिद्धांत का उपयोग करके मिट्टी से पानी अवशोषित करती हैं। वाष्पोत्सर्जन एक प्रकार का वाष्पीकरण है जो पौधों से होता है, मुख्य रूप से स्टोमेटा के माध्यम से।
व्याख्या (Explanation): जड़ कोशिकाओं में पानी की सांद्रता मिट्टी के पानी की तुलना में कम होती है, जिससे परासरण द्वारा पानी जड़ों में प्रवेश करता है। स्टोमेटा से पानी का वाष्पीकरण ट्रांसपिरेशन पुल का निर्माण करता है, जो जल स्तंभ को ऊपर की ओर खींचता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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कीटनाशकों (Pesticides) के अत्यधिक उपयोग से मिट्टी में कौन सा तत्व जमा हो सकता है, जो पर्यावरण के लिए हानिकारक है?
- (a) नाइट्रोजन
- (b) फास्फोरस
- (c) कैडमियम
- (d) पोटेशियम
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कुछ कीटनाशकों, विशेष रूप से जिनमें भारी धातुएँ होती हैं, मिट्टी में जमा हो सकती हैं और समय के साथ उच्च सांद्रता प्राप्त कर सकती हैं। यह संचय मिट्टी की गुणवत्ता को खराब करता है और खाद्य श्रृंखला में प्रवेश कर सकता है।
व्याख्या (Explanation): कैडमियम एक भारी धातु है जो कुछ फॉस्फेट उर्वरकों और कुछ कीटनाशकों में अशुद्धता के रूप में पाया जाता है। इसके अत्यधिक उपयोग से यह मिट्टी में जमा हो सकता है। नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम आवश्यक पोषक तत्व हैं और आमतौर पर कीटनाशकों से संबंधित नहीं होते हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कोशिका सिद्धांत (Cell Theory) के अनुसार, सभी जीवित जीव किससे बने होते हैं?
- (a) ऊतक (Tissues)
- (b) कोशिकाएँ (Cells)
- (c) अंग (Organs)
- (d) अणु (Molecules)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कोशिका सिद्धांत जीव विज्ञान का एक मौलिक सिद्धांत है जो बताता है कि सभी जीवित जीव या तो एक कोशिका से या कई कोशिकाओं से बने होते हैं, और सभी कोशिकाएँ पहले से मौजूद कोशिकाओं से उत्पन्न होती हैं। कोशिका जीवन की मूल इकाई है।
व्याख्या (Explanation): ऊतक कोशिकाओं से बनते हैं, अंग ऊतकों से बनते हैं, और अणु कोशिकाओं के घटक होते हैं। हालाँकि, जीवित जीवों की मूलभूत संरचनात्मक और कार्यात्मक इकाई कोशिका है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वनस्पति तेलों (Vegetable Oils) को वनस्पति घी (Vegetable Ghee) में बदलने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं, जिसमें हाइड्रोजन गैस का उपयोग किया जाता है?
- (a) हाइड्रोलिसिस (Hydrolysis)
- (b) हाइड्रोजनीकरण (Hydrogenation)
- (c) ऑक्सीकरण (Oxidation)
- (d) एस्टरीकरण (Esterification)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हाइड्रोजनीकरण एक रासायनिक प्रक्रिया है जिसमें हाइड्रोजन को एक असंतृप्त यौगिक (जैसे वनस्पति तेलों में मौजूद असंतृप्त वसा अम्ल) में जोड़ा जाता है, जिससे वह संतृप्त हो जाता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर निकेल जैसे उत्प्रेरक की उपस्थिति में होती है, और इससे तेलों का गलनांक बढ़ जाता है, जिससे वे कमरे के तापमान पर अर्ध-ठोस हो जाते हैं।
व्याख्या (Explanation): हाइड्रोलिसिस पानी द्वारा बंधन को तोड़ना है। ऑक्सीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक पदार्थ इलेक्ट्रॉन खोता है। एस्टरीकरण एक एसिड और एक अल्कोहल के बीच प्रतिक्रिया है। इसलिए, वनस्पति तेलों को वनस्पति घी में बदलने के लिए हाइड्रोजनीकरण का उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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मानव शरीर में, ऑक्सीजन का परिवहन मुख्य रूप से किसके द्वारा किया जाता है?
- (a) प्लाज्मा
- (b) श्वेत रक्त कोशिकाएँ (White Blood Cells)
- (c) लाल रक्त कोशिकाएँ (Red Blood Cells)
- (d) प्लेटलेट्स (Platelets)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): लाल रक्त कोशिकाएँ (एरिथ्रोसाइट्स) हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन से भरपूर होती हैं। हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन के साथ मिलकर ऑक्सीहीमोग्लोबिन बनाता है, जिससे ऑक्सीजन फेफड़ों से शरीर के ऊतकों तक ले जाई जाती है।
व्याख्या (Explanation): प्लाज्मा रक्त का तरल घटक है जिसमें कई घुले हुए पदार्थ होते हैं, लेकिन यह ऑक्सीजन का मुख्य वाहक नहीं है। श्वेत रक्त कोशिकाएँ प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं। प्लेटलेट्स रक्त के थक्के जमने में मदद करते हैं। अतः, ऑक्सीजन के परिवहन के लिए लाल रक्त कोशिकाएँ जिम्मेदार हैं।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) की बढ़ती सांद्रता का मुख्य कारण क्या है, जो ग्लोबल वार्मिंग में योगदान देता है?
- (a) वनों की कटाई
- (b) जीवाश्म ईंधन का दहन
- (c) औद्योगिक प्रक्रियाएँ
- (d) उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) एक प्रमुख ग्रीनहाउस गैस है। वायुमंडल में इसकी बढ़ती सांद्रता के कारण पृथ्वी का तापमान बढ़ता है, जिसे ग्लोबल वार्मिंग कहा जाता है। कई मानवीय गतिविधियाँ CO2 उत्सर्जन में योगदान करती हैं।
व्याख्या (Explanation): वनों की कटाई से CO2 का अवशोषण कम होता है। जीवाश्म ईंधन (कोयला, तेल, प्राकृतिक गैस) को जलाने से बड़ी मात्रा में CO2 निकलती है। सीमेंट उत्पादन और कुछ अन्य औद्योगिक प्रक्रियाएँ भी CO2 का उत्सर्जन करती हैं। इसलिए, ये सभी कारक मिलकर वायुमंडल में CO2 की सांद्रता को बढ़ाते हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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पौधों की जड़ों द्वारा पानी और खनिजों के अवशोषण के लिए कौन सी विशेष संरचनाएं जिम्मेदार हैं?
- (a) रोम (Root Hairs)
- (b) परिरोमक (Epidermis)
- (c) जाइलम (Xylem)
- (d) कॉर्टेक्स (Cortex)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जड़ों की बाहरी परत, एपिडर्मिस, से निकले पतले, धागे जैसे आउटग्रोथ को रूट हेयर कहा जाता है। ये संरचनाएँ मिट्टी के कणों के बीच प्रवेश करके जल और खनिज अवशोषण के लिए सतह क्षेत्र को बहुत बढ़ा देती हैं।
व्याख्या (Explanation): परिरोमक बाहरी सुरक्षात्मक ऊतक है। जाइलम पानी और खनिजों के परिवहन के लिए जिम्मेदार है, लेकिन अवशोषण का प्रारंभिक बिंदु रूट हेयर है। कॉर्टेक्स जड़ का वह ऊतक है जो एपिडर्मिस के भीतर होता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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जंगल की आग से निकलने वाले सबसे हानिकारक प्रदूषकों में से एक कौन सा है, जो श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है?
- (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- (b) मीथेन (CH4)
- (c) पार्टिकुलेट मैटर (Particulate Matter – PM2.5)
- (d) नाइट्रस ऑक्साइड (N2O)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): जंगल की आग से धुएं में बारीक कण (पार्टिकुलेट मैटर), कार्बन मोनोऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और अन्य हानिकारक गैसें निकलती हैं। विशेष रूप से PM2.5 (2.5 माइक्रोमीटर से छोटे कण) फेफड़ों में गहराई तक प्रवेश कर सकते हैं और स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं।
व्याख्या (Explanation): CO2 और CH4 ग्रीनहाउस गैसें हैं। N2O एक ग्रीनहाउस गैस है और ओजोन परत को भी प्रभावित करती है। हालाँकि ये सभी योगदान करते हैं, पार्टिकुलेट मैटर तत्काल श्वसन संबंधी समस्याओं का सबसे प्रत्यक्ष कारण बनता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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प्रकाश संश्लेषण के दौरान, पौधे कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) और पानी (H2O) का उपयोग करके क्या बनाते हैं?
- (a) ऑक्सीजन (O2) और ग्लूकोज (C6H12O6)
- (b) ऑक्सीजन (O2) और स्टार्च (Starch)
- (c) नाइट्रोजन (N2) और पानी (H2O)
- (d) कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) और ग्लूकोज (C6H12O6)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण की समग्र रासायनिक अभिक्रिया है: 6CO2 + 6H2O + प्रकाश ऊर्जा → C6H12O6 (ग्लूकोज) + 6O2। इस प्रक्रिया में, पौधे कार्बन डाइऑक्साइड और पानी का उपयोग करके ग्लूकोज (एक प्रकार की शर्करा, जो ऊर्जा का स्रोत है) और ऑक्सीजन का उत्पादन करते हैं।
व्याख्या (Explanation): ग्लूकोज पौधे के लिए ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है और इसे स्टार्च के रूप में संग्रहीत किया जा सकता है। ऑक्सीजन एक उप-उत्पाद है जो वायुमंडल में छोड़ी जाती है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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मिट्टी में सूक्ष्मजीवों (Microorganisms) की गतिविधि के लिए कौन सी गैस आवश्यक है, जो पोषक तत्वों के चक्रण (Nutrient Cycling) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है?
- (a) नाइट्रोजन (N2)
- (b) ऑक्सीजन (O2)
- (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
- (d) मीथेन (CH4)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): अधिकांश मिट्टी के सूक्ष्मजीव, जो कार्बनिक पदार्थों के अपघटन और पोषक तत्वों के पुनर्चक्रण के लिए जिम्मेदार हैं, एरोबिक (aerobic) होते हैं, जिसका अर्थ है कि उन्हें अपने चयापचय के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है।
व्याख्या (Explanation): हालाँकि नाइट्रोजन और CO2 पोषक चक्रण में भूमिका निभाते हैं, ऑक्सीजन एरोबिक सूक्ष्मजीवों के श्वसन के लिए सीधे आवश्यक है। मीथेन कुछ एनारोबिक (anaerobic) प्रक्रियाओं में उत्पन्न होती है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जैविक खेती (Organic Farming) में, कीटों को नियंत्रित करने के लिए अक्सर किस प्राकृतिक यौगिक का उपयोग किया जाता है, जो नीम के पेड़ से प्राप्त होता है?
- (a) एज़्ट्रैक्टिन (Azadirachtin)
- (b) पाइरेथ्रिन (Pyrethrin)
- (c) रोटीनोन (Rotenone)
- (d) डेल्टामेथ्रिन (Deltamethrin)
उत्तर: (a)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): एज़्ट्रैक्टिन नीम के पेड़ की छाल, पत्तियों और बीजों में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक कीटनाशक है। यह कीटों के विकास नियामक (growth regulator) और भोजन अवरोधक (feeding deterrent) के रूप में कार्य करता है।
व्याख्या (Explanation): पाइरेथ्रिन क्रिसैन्थेमम फूलों से प्राप्त होते हैं। रोटीनोन कुछ पौधों की जड़ों से प्राप्त होता है। डेल्टामेथ्रिन एक सिंथेटिक पाइरेथ्रोइड है। एज़्ट्रैक्टिन विशेष रूप से नीम से जुड़ा हुआ है और जैविक खेती में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (a) है।
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पौधों की वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (Macronutrients) में कौन सा तत्व शामिल नहीं है?
- (a) नाइट्रोजन (N)
- (b) फास्फोरस (P)
- (c) पोटेशियम (K)
- (d) बोरॉन (B)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): मैक्रोन्यूट्रिएंट्स वे तत्व हैं जिनकी पौधों को बड़ी मात्रा में आवश्यकता होती है, और इनमें कार्बन (C), हाइड्रोजन (H), ऑक्सीजन (O), नाइट्रोजन (N), फास्फोरस (P), पोटेशियम (K), सल्फर (S), कैल्शियम (Ca) और मैग्नीशियम (Mg) शामिल हैं। माइक्रोन्यूट्रिएंट्स (सूक्ष्म पोषक तत्व) कम मात्रा में आवश्यक होते हैं।
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ध्वनि की तीव्रता (Intensity of Sound) को मापने की इकाई क्या है?
- (a) हर्ट्ज़ (Hertz)
- (b) डेसिबल (Decibel)
- (c) वाट (Watt)
- (d) पास्कल (Pascal)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ध्वनि की तीव्रता या ध्वनि के स्तर को डेसिबल (dB) नामक इकाई में मापा जाता है। यह मानव कान की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए एक लघुगणकीय (logarithmic) पैमाना है।
व्याख्या (Explanation): हर्ट्ज़ आवृत्ति की इकाई है। वाट शक्ति की इकाई है। पास्कल दाब की इकाई है। इसलिए, ध्वनि की तीव्रता को डेसिबल में मापा जाता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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ओजोन परत (Ozone Layer) किस प्रकार के विकिरण (Radiation) को पृथ्वी तक पहुँचने से रोकती है?
- (a) अवरक्त (Infrared) विकिरण
- (b) पराबैंगनी (Ultraviolet – UV) विकिरण
- (c) रेडियो (Radio) तरंगें
- (d) दृश्य प्रकाश (Visible Light)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ओजोन परत, जो समताप मंडल (stratosphere) में स्थित है, सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण के एक बड़े हिस्से को अवशोषित कर लेती है, जिससे पृथ्वी पर जीवन की रक्षा होती है।
व्याख्या (Explanation): अवरक्त विकिरण गर्मी से संबंधित है। रेडियो तरंगें संचार में उपयोग होती हैं। दृश्य प्रकाश ही वह प्रकाश है जिसे हम देख सकते हैं। ओजोन परत विशेष रूप से UV-B और UV-C विकिरण को अवशोषित करने में महत्वपूर्ण है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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वनस्पति घी बनाने के लिए हाइड्रोजनीकरण प्रक्रिया में किस उत्प्रेरक (Catalyst) का उपयोग किया जाता है?
- (a) प्लैटिनम (Platinum)
- (b) पैलेडियम (Palladium)
- (c) निकेल (Nickel)
- (d) आयरन (Iron)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): हाइड्रोजनीकरण प्रतिक्रियाएं, विशेष रूप से वनस्पति तेलों को ठोस वसा में बदलने के लिए, अक्सर संक्रमण धातुओं (transition metals) को उत्प्रेरक के रूप में उपयोग करती हैं। निकेल इन प्रतिक्रियाओं के लिए सबसे सामान्य और प्रभावी उत्प्रेरक में से एक है।
व्याख्या (Explanation): प्लैटिनम और पैलेडियम भी हाइड्रोजनीकरण के लिए उत्प्रेरक हो सकते हैं, लेकिन वनस्पति घी उत्पादन में निकेल का व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है क्योंकि यह अधिक लागत प्रभावी और कुशल है। आयरन का उपयोग इस विशिष्ट प्रक्रिया में आमतौर पर नहीं किया जाता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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मानव शरीर में, निम्नलिखित में से कौन सा अम्ल पाचन में सहायता करता है?
- (a) एसिटिक अम्ल (Acetic Acid)
- (b) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (Hydrochloric Acid)
- (c) सल्फ्यूरिक अम्ल (Sulfuric Acid)
- (d) नाइट्रिक अम्ल (Nitric Acid)
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): पेट की अम्लता मुख्य रूप से हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) द्वारा प्रदान की जाती है। यह भोजन को पचाने में मदद करता है, विशेष रूप से प्रोटीन को, और हानिकारक बैक्टीरिया को भी नष्ट करता है।
व्याख्या (Explanation): एसिटिक अम्ल सिरके में पाया जाता है। सल्फ्यूरिक और नाइट्रिक अम्ल मजबूत खनिज अम्ल हैं जिनका उपयोग औद्योगिक प्रक्रियाओं में होता है और वे मानव पाचन तंत्र का हिस्सा नहीं हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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जीव विज्ञान में, ‘ऑटोट्रॉफ़’ (Autotroph) शब्द का क्या अर्थ है?
- (a) वे जीव जो दूसरों को खाते हैं।
- (b) वे जीव जो अपना भोजन स्वयं बनाते हैं।
- (c) वे जीव जो केवल पानी पीते हैं।
- (d) वे जीव जो केवल प्रकाश संश्लेषण करते हैं।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): ऑटोट्रॉफ़ (स्वपोषी) ऐसे जीव होते हैं जो अपने पोषण के लिए स्वयं भोजन का उत्पादन करते हैं, आमतौर पर प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) या रसायन संश्लेषण (chemosynthesis) के माध्यम से। वे अकार्बनिक पदार्थों (जैसे कार्बन डाइऑक्साइड) को कार्बनिक यौगिकों में परिवर्तित करते हैं।
व्याख्या (Explanation): जो जीव अपना भोजन स्वयं नहीं बना पाते और दूसरे जीवों पर निर्भर रहते हैं, उन्हें हेट्रोट्रॉफ़ (विषमपोषी) कहा जाता है। केवल प्रकाश संश्लेषण करने वाले जीव ऑटोट्रॉफ़ का एक उपसमूह हैं; कुछ ऑटोट्रॉफ़ रसायन संश्लेषण करते हैं।
अतः, सही उत्तर (b) है।
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कृषि वानिकी (Agroforestry) में, ऐसे वृक्षों का रोपण जो फसलें और पशुधन के साथ तालमेल बिठाते हैं, किस वैज्ञानिक सिद्धांत पर आधारित है?
- (a) एकल फसल प्रणाली (Monoculture)
- (b) सहजीविता (Symbiosis)
- (c) पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएँ (Ecosystem Services)
- (d) पोषक तत्व संवर्धन (Nutrient Enrichment)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): कृषि वानिकी को पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं के एक रूप के रूप में देखा जाता है, जहां पेड़ विभिन्न कार्य करते हैं जैसे मिट्टी का कटाव रोकना, मिट्टी की उर्वरता बढ़ाना, जैव विविधता को बढ़ावा देना, और जलवायु का विनियमन करना, जो फसलों और पशुधन के लिए फायदेमंद हैं।
व्याख्या (Explanation): एकल फसल प्रणाली एक ही प्रजाति की बड़े पैमाने पर खेती है। सहजीविता दो अलग-अलग प्रजातियों के बीच घनिष्ठ और अक्सर दीर्घकालिक संबंध है। पोषक तत्व संवर्धन एक सामान्य परिणाम हो सकता है, लेकिन कृषि वानिकी का व्यापक सिद्धांत पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करना है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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यदि किसी किसान को अपनी फसल के लिए उच्च नाइट्रोजन युक्त उर्वरक की आवश्यकता है, तो वह निम्नलिखित में से किस यौगिक का उपयोग करेगा?
- (a) पोटेशियम क्लोराइड (KCl)
- (b) सुपरफॉस्फेट (Superphosphate)
- (c) यूरिया [CO(NH2)2]
- (d) चूना (Limestone – CaCO3)
उत्तर: (c)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): नाइट्रोजन पौधों के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, विशेष रूप से पत्तियों के विकास के लिए। यूरिया (कार्बामाइड) एक कार्बनिक यौगिक है जो नाइट्रोजन का एक केंद्रित स्रोत है और व्यापक रूप से नाइट्रोजन उर्वरक के रूप में उपयोग किया जाता है।
व्याख्या (Explanation): पोटेशियम क्लोराइड पोटेशियम का स्रोत है। सुपरफॉस्फेट फास्फोरस का स्रोत है। चूना मिट्टी के pH को सुधारने के लिए उपयोग किया जाता है। यूरिया, जिसके अणु सूत्र में दो अमीनो समूह (-NH2) होते हैं, लगभग 46% नाइट्रोजन प्रदान करता है।
अतः, सही उत्तर (c) है।
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कोशिका के भीतर ऊर्जा उत्पादन के लिए कौन सा कोशिकांग (Organelle) जिम्मेदार है, जिसे ‘कोशिका का पावरहाउस’ भी कहा जाता है?
- (a) नाभिक (Nucleus)
- (b) राइबोसोम (Ribosome)
- (c) एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (Endoplasmic Reticulum)
- (d) माइटोकॉन्ड्रिया (Mitochondrion)
उत्तर: (d)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): माइटोकॉन्ड्रिया एक कोशिकांग है जो कोशिकीय श्वसन (cellular respiration) की प्रक्रिया के माध्यम से अधिकांश ATP (एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट) का उत्पादन करता है। ATP वह ऊर्जा मुद्रा है जिसका उपयोग कोशिका अपने विभिन्न कार्यों को करने के लिए करती है।
व्याख्या (Explanation): नाभिक कोशिका का आनुवंशिक सामग्री (DNA) रखता है। राइबोसोम प्रोटीन संश्लेषण के लिए जिम्मेदार होते हैं। एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम प्रोटीन और लिपिड के निर्माण और परिवहन में शामिल होता है। इसलिए, ऊर्जा उत्पादन का मुख्य स्थल माइटोकॉन्ड्रिया है।
अतः, सही उत्तर (d) है।
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वन्यजीवों के संरक्षण (Wildlife Conservation) में, किसी प्रजाति के प्राकृतिक आवास (Natural Habitat) का संरक्षण करना क्यों महत्वपूर्ण है?
- (a) यह केवल सौंदर्य कारणों से महत्वपूर्ण है।
- (b) यह सुनिश्चित करता है कि प्रजाति के जीवित रहने और प्रजनन के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध हों।
- (c) यह केवल आर्थिक लाभ के लिए किया जाता है।
- (d) यह प्रजातियों को मानव हस्तक्षेप से दूर रखने का एक तरीका है।
उत्तर: (b)
हल (Solution):
सिद्धांत (Principle): किसी प्रजाति का प्राकृतिक आवास वह वातावरण है जहाँ वह स्वाभाविक रूप से पनपती है और जीवित रहती है। इसमें भोजन, पानी, आश्रय और प्रजनन के लिए उपयुक्त परिस्थितियाँ शामिल हैं। आवास का संरक्षण इन सभी आवश्यकताओं को पूरा करता है।
व्याख्या (Explanation): जबकि सौंदर्य और मानव हस्तक्षेप से दूरी भी कारक हो सकते हैं, प्रजातियों के अस्तित्व के लिए आवास का संरक्षण सबसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक और व्यावहारिक कारण है। आर्थिक लाभ भी एक अप्रत्यक्ष परिणाम हो सकता है।
अतः, सही उत्तर (b) है।
व्याख्या (Explanation): बोरॉन (B) एक आवश्यक माइक्रोन्यूट्रिएंट है, जिसकी पौधों को कम मात्रा में आवश्यकता होती है। नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम सबसे महत्वपूर्ण मैक्रोन्यूट्रिएंट्स में से हैं।
अतः, सही उत्तर (d) है।