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कृषि अनुसंधान और सामान्य विज्ञान: तैयारी के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न

कृषि अनुसंधान और सामान्य विज्ञान: तैयारी के लिए महत्वपूर्ण प्रश्न

परिचय: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सामान्य विज्ञान एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। भौतिकी, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान की बुनियादी अवधारणाओं पर पकड़ बनाना आपको परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद कर सकता है। यह प्रश्नोत्तरी कृषि अनुसंधान से जुड़े विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर आधारित है, जो आपकी तैयारी को परखने और ज्ञान को मजबूत करने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करती है।


सामान्य विज्ञान अभ्यास प्रश्न (General Science Practice MCQs)

  1. निम्नलिखित में से कौन सा प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक प्राथमिक पिगमेंट है?

    • (a) कैरोटीनॉयड
    • (b) ज़ैंथोफिल
    • (c) क्लोरोफिल
    • (d) फाइकोसाइन

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा हरे पौधे और कुछ अन्य जीव सूर्य के प्रकाश से ऊर्जा का उपयोग करके प्रकाश ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित करते हैं। इस प्रक्रिया में क्लोरोफिल नामक हरा पिगमेंट सूर्य के प्रकाश को अवशोषित करता है।

    व्याख्या (Explanation): क्लोरोफिल सूर्य के प्रकाश की ऊर्जा को अवशोषित करने के लिए जिम्मेदार प्राथमिक पिगमेंट है, जो प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है। कैरोटीनॉयड और ज़ैंथोफिल सहायक पिगमेंट हैं जो प्रकाश को अवशोषित करते हैं और ऊर्जा को क्लोरोफिल में स्थानांतरित करते हैं, लेकिन वे प्राथमिक नहीं हैं। फाइकोसाइन नीले-हरे शैवाल और कुछ साइनोबैक्टीरिया में पाया जाने वाला एक प्रकाश-संवेदनशील पिगमेंट है, जो प्रकाश संश्लेषण में भूमिका निभाता है, लेकिन पौधों में प्राथमिक नहीं है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  2. मिट्टी की उर्वरता के लिए आवश्यक मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (macro-nutrients) में से कौन सा नाइट्रोजन (N), फास्फोरस (P), और पोटेशियम (K) के अलावा एक है?

    • (a) कैल्शियम (Ca)
    • (b) सल्फर (S)
    • (c) मैग्नीशियम (Mg)
    • (d) उपरोक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): पौधों को स्वस्थ वृद्धि के लिए कई पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिन्हें मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (बड़ी मात्रा में आवश्यक) और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स (कम मात्रा में आवश्यक) में विभाजित किया जाता है। प्राथमिक मैक्रोन्यूट्रिएंट्स N, P, और K हैं। द्वितीयक मैक्रोन्यूट्रिएंट्स में कैल्शियम (Ca), मैग्नीशियम (Mg) और सल्फर (S) शामिल हैं।

    व्याख्या (Explanation): जबकि N, P, और K प्राथमिक मैक्रोन्यूट्रिएंट्स हैं, पौधों को अपनी वृद्धि और विकास के लिए कैल्शियम, मैग्नीशियम और सल्फर की भी पर्याप्त मात्रा में आवश्यकता होती है। इसलिए, वे भी मैक्रोन्यूट्रिएंट्स की श्रेणी में आते हैं।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  3. वन पारिस्थितिकी तंत्र में, “सिल्विकल्चर” (Silviculture) का अध्ययन किस पर केंद्रित होता है?

    • (a) मिट्टी का क्षरण
    • (b) वनों का विकास और प्रबंधन
    • (c) वन्यजीव संरक्षण
    • (d) जल संसाधनों का प्रबंधन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): सिल्विकल्चर वानिकी की वह शाखा है जो जंगल के जीवन और स्वास्थ्य से संबंधित है, जिसमें पेड़ों की प्रजातियों की खेती, विकास और उपयोग के सिद्धांतों का अध्ययन शामिल है।

    व्याख्या (Explanation): सिल्विकल्चर विशेष रूप से वनों के निर्माण, पोषण, विकास और प्रबंधन से संबंधित है। यह स्थायी वन उत्पादों के उत्पादन और वन पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण के तरीकों पर केंद्रित है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  4. अम्लीय वर्षा (Acid Rain) का प्राथमिक कारण क्या है, जो अक्सर कृषि को नुकसान पहुँचाती है?

    • (a) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) का वातावरण में बढ़ना
    • (b) सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) का उत्सर्जन
    • (c) ओजोन (O3) परत का क्षरण
    • (d) मीथेन (CH4) का अत्यधिक उत्पादन

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): अम्लीय वर्षा वायुमंडल में सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) और नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) के उत्सर्जन से होती है। ये गैसें पानी, ऑक्सीजन और अन्य रसायनों के साथ मिलकर सल्फ्यूरिक एसिड और नाइट्रिक एसिड बनाती हैं, जो वर्षा, बर्फ या कोहरे के रूप में पृथ्वी पर गिरते हैं।

    व्याख्या (Explanation): इन अम्लों के कारण मिट्टी का pH स्तर बदल जाता है, जिससे पौधों की वृद्धि बाधित होती है, पोषक तत्वों का अवशोषण कम हो जाता है और मिट्टी में हानिकारक धातुएं घुल जाती हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  5. पौधों में “बायोटेक्नोलॉजी” (Biotechnology) का उपयोग करके विकसित की जाने वाली “जीएमओ” (GMO – Genetically Modified Organisms) फसलें, किन लाभों के लिए जानी जाती हैं?

    • (a) केवल रोगों के प्रति प्रतिरोध
    • (b) केवल कीटों के प्रति प्रतिरोध
    • (c) बेहतर पोषण मूल्य और बढ़ी हुई उपज
    • (d) उपर्युक्त सभी

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): आनुवंशिक रूप से संशोधित जीव (GMO) वे जीव हैं जिनके आनुवंशिक पदार्थ (DNA) को जीन इंजीनियरिंग तकनीकों का उपयोग करके बदला गया है। कृषि में, जीएमओ फसलों को विशिष्ट वांछनीय लक्षणों के लिए इंजीनियर किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): जीएमओ फसलों को विभिन्न लाभों के लिए विकसित किया जा सकता है, जिनमें विशिष्ट कीटों या रोगों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना, शाकनाशियों के प्रति सहनशीलता विकसित करना, पोषण मूल्य में सुधार करना (जैसे गोल्डन राइस जिसमें विटामिन ए अधिक होता है) और पर्यावरणीय तनावों (जैसे सूखा) के प्रति सहनशीलता बढ़ाना शामिल है। बढ़ी हुई उपज भी एक सामान्य लक्ष्य है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  6. मिट्टी के भौतिक गुणों को बेहतर बनाने के लिए निम्नलिखित में से किस “जैविक उर्वरक” (Biofertilizer) का उपयोग किया जा सकता है, जो नाइट्रोजन स्थिरीकरण में भी मदद करता है?

    • (a) यूरिया
    • (b) राइजोबियम (Rhizobium)
    • (c) पोटैशियम क्लोराइड
    • (d) सुपरफॉस्फेट

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जैविक उर्वरक जीवित सूक्ष्मजीव होते हैं जो पौधों को पोषक तत्व उपलब्ध कराने या उनके विकास को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। राइजोबियम जीवाणु फलीदार पौधों (legumes) की जड़ों में सहजीवी रूप से रहते हैं और वायुमंडलीय नाइट्रोजन को अमोनिया में परिवर्तित करते हैं, जो पौधों के लिए उपलब्ध होता है।

    व्याख्या (Explanation): राइजोबियम नाइट्रोजन स्थिरीकरण (nitrogen fixation) के माध्यम से मिट्टी में नाइट्रोजन की उपलब्धता बढ़ाता है। यह मिट्टी की संरचना और उर्वरता को भी अप्रत्यक्ष रूप से बेहतर बनाने में मदद करता है। यूरिया एक रासायनिक उर्वरक है, जबकि पोटैशियम क्लोराइड और सुपरफॉस्फेट खनिज उर्वरक हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  7. पौधों में “ट्रांसपिरेशन” (Transpiration) की प्रक्रिया, जिसमें वे पत्तियों के माध्यम से पानी खो देते हैं, का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) परागण (Pollination) में सहायता करना
    • (b) जल और खनिजों को जड़ से पत्तियों तक पहुँचाना
    • (c) श्वसन (Respiration) के लिए CO2 प्राप्त करना
    • (d) प्रकाश संश्लेषण के लिए सीधे ऊर्जा प्रदान करना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ट्रांसपिरेशन वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पौधों के हवाई भागों, मुख्य रूप से स्टोमेटा (stomata) के माध्यम से जल वाष्प के रूप में पानी का नुकसान होता है।

    व्याख्या (Explanation): ट्रांसपिरेशन “ट्रांसपिरेशन पुल” (transpiration pull) नामक एक सक्शन बल बनाता है। यह बल पानी को जड़ों से जाइलम (xylem) ऊतक के माध्यम से तनों और पत्तियों तक खींचता है। इस प्रक्रिया में, जड़ों द्वारा अवशोषित आवश्यक खनिज भी पानी के साथ पौधों के विभिन्न भागों तक पहुँचते हैं।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  8. “हाइड्रोपोनिक्स” (Hydroponics) कृषि में किस तकनीक का वर्णन करता है?

    • (a) मिट्टी के बिना पौधों को उगाना, पोषक तत्वों से भरपूर पानी के घोल का उपयोग करना
    • (b) शुष्क क्षेत्रों में सिंचाई की एक विधि
    • (c) पौधों को कृत्रिम प्रकाश के तहत उगाना
    • (d) फसलों को पिंजरे में बंद करके कीटों से बचाना

    उत्तर: (a)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): हाइड्रोपोनिक्स एक विधि है जिसमें पौधों को मिट्टी की आवश्यकता के बिना उगाया जाता है। इसके बजाय, पौधों की जड़ों को पोषक तत्वों से भरपूर जलीय घोल में डुबोया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): इस तकनीक में, मिट्टी के बजाय पानी का उपयोग किया जाता है, और पौधों को आवश्यक सभी पोषक तत्व सीधे पानी में घुले हुए प्रदान किए जाते हैं। यह विधि नियंत्रित वातावरण में उत्पादन बढ़ाने और संसाधनों का कुशलतापूर्वक उपयोग करने के लिए प्रभावी है।

    अतः, सही उत्तर (a) है।

  9. एक एग्रोनॉमिस्ट (Agronomist) का मुख्य कार्यक्षेत्र क्या है?

    • (a) पशुधन का प्रजनन और प्रबंधन
    • (b) फसल उत्पादन, मिट्टी का प्रबंधन और कृषि-पर्यावरणीय मुद्दे
    • (c) कृषि विपणन और अर्थशास्त्र
    • (d) कृषि मशीनरी का डिजाइन और निर्माण

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एग्रोनॉमी कृषि विज्ञान की वह शाखा है जो फसल उत्पादन, मिट्टी के प्रबंधन और कृषि-पर्यावरणीय मुद्दों पर केंद्रित है।

    व्याख्या (Explanation): एक एग्रोनॉमिस्ट फसल की पैदावार बढ़ाने, मिट्टी के स्वास्थ्य को बनाए रखने, खरपतवारों, कीटों और बीमारियों को नियंत्रित करने, और स्थायी कृषि प्रथाओं को विकसित करने के लिए काम करता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  10. एक पौधे में “ाइम (Xylem)” ऊतक का प्राथमिक कार्य क्या है?

    • (a) प्रकाश संश्लेषण के लिए CO2 का परिवहन
    • (b) शर्करा (sugars) का पत्तियों से अन्य भागों तक परिवहन
    • (c) जल और खनिजों का जड़ों से पत्तियों तक परिवहन
    • (d) फूल और फल बनने में सहायता करना

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जाइलम (Xylem) पौधे का संवहनी ऊतक (vascular tissue) है जो मुख्य रूप से जल और कुछ पोषक तत्वों के परिवहन के लिए जिम्मेदार है।

    व्याख्या (Explanation): जाइलम जड़ों से अवशोषित पानी और घुले हुए खनिजों को स्टेम के माध्यम से पत्तियों तक ले जाता है, जहां वे प्रकाश संश्लेषण में उपयोग किए जाते हैं। यह पौधे को यांत्रिक सहायता भी प्रदान करता है। फ्लोएम (Phloem) नामक एक अन्य संवहनी ऊतक प्रकाश संश्लेषण के उत्पाद, जैसे शर्करा, का परिवहन करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  11. “फोटोपेरियोडिज्म” (Photoperiodism) क्या है, जो कई फसलों की वृद्धि और फूल आने को प्रभावित करता है?

    • (a) प्रकाश की तीव्रता के प्रति पौधे की प्रतिक्रिया
    • (b) दिन की लंबाई (प्रकाश की अवधि) के प्रति पौधे की प्रतिक्रिया
    • (c) मिट्टी में पानी की मात्रा के प्रति पौधे की प्रतिक्रिया
    • (d) तापमान के प्रति पौधे की प्रतिक्रिया

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): फोटोपेरियोडिज्म एक जीवविज्ञानी प्रतिक्रिया है जिसमें जीव, जैसे पौधे, प्रकाश की अवधि में होने वाले परिवर्तनों पर प्रतिक्रिया करते हैं।

    व्याख्या (Explanation): यह घटना कई पौधों में फूल आने, अंकुरण और वनस्पति वृद्धि जैसे महत्वपूर्ण विकास चरणों को नियंत्रित करती है। पौधे दिन या रात की लंबाई के प्रति संवेदनशील होते हैं, जो उनके आंतरिक घड़ी (biological clock) द्वारा नियंत्रित होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  12. नाइट्रोजन चक्र में, “नाइट्रिफिकेशन” (Nitrification) वह प्रक्रिया है जिसमें:

    • (a) पौधे वातावरण से नाइट्रोजन को सीधे अवशोषित करते हैं।
    • (b) अमोनिया (NH3) को नाइट्राइट (NO2-) और फिर नाइट्रेट (NO3-) में परिवर्तित किया जाता है।
    • (c) कार्बनिक नाइट्रोजन यौगिकों को अमोनिया में तोड़ा जाता है।
    • (d) नाइट्रेट (NO3-) को वापस नाइट्रोजन गैस (N2) में परिवर्तित किया जाता है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): नाइट्रिफिकेशन एक जैविक प्रक्रिया है जो मिट्टी में अमोनिया या अमोनियम आयनों को पहले नाइट्राइट और फिर नाइट्रेट में परिवर्तित करती है। यह प्रक्रिया आमतौर पर एरोबिक (oxygen-requiring) होती है और इसे नाइट्रिफाइंग बैक्टीरिया द्वारा किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): अमोनिया को नाइट्राइट में बदलने वाले बैक्टीरिया *नाइट्रोसोमोनस* (Nitrosomonas) हैं, और नाइट्राइट को नाइट्रेट में बदलने वाले बैक्टीरिया *नाइट्रोबैक्टर* (Nitrobacter) हैं। नाइट्रेट पौधों द्वारा अवशोषण के लिए सबसे अधिक सुलभ रूप है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  13. “एग्रोकेमिस्ट्री” (Agrochemistry) का अध्ययन मुख्य रूप से किस पर केंद्रित होता है?

    • (a) फसल के कीटों का व्यवहार
    • (b) कृषि में उपयोग किए जाने वाले रसायनों के प्रभाव और उपयोग
    • (c) मिट्टी की भौतिक संरचना
    • (d) बीजों का अंकुरण

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एग्रोकेमिस्ट्री कृषि के लिए रसायनों, जैसे उर्वरक, कीटनाशक, शाकनाशी और पादप वृद्धि नियामकों के अध्ययन, संश्लेषण और अनुप्रयोग से संबंधित है।

    व्याख्या (Explanation): यह इस बात पर भी ध्यान केंद्रित करता है कि ये रसायन मिट्टी, पौधों और पर्यावरण को कैसे प्रभावित करते हैं, ताकि उनकी सुरक्षा और प्रभावशीलता सुनिश्चित की जा सके।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  14. पौधों में “फ्लोएम” (Phloem) ऊतक का प्राथमिक कार्य क्या है?

    • (a) जड़ों से पत्तियों तक पानी का परिवहन
    • (b) परागण (pollination) के लिए फूलों को आकर्षित करना
    • (c) प्रकाश संश्लेषण से बने शर्करा (sugars) का पौधे के अन्य भागों तक परिवहन
    • (d) मिट्टी से खनिज अवशोषित करना

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): फ्लोएम (Phloem) पौधे का संवहनी ऊतक है जो प्रकाश संश्लेषण के मुख्य उत्पाद, सुक्रोज (sucrose) के रूप में शर्करा को पत्तियों से पौधे के अन्य भागों, जैसे जड़ें, फल और वृद्धि बिंदु तक पहुँचाता है।

    व्याख्या (Explanation): इस प्रक्रिया को “स्थानांतरण” (translocation) कहा जाता है। जाइलम के विपरीत, जो एकतरफा (नीचे से ऊपर) परिवहन करता है, फ्लोएम द्वि-दिशात्मक (ऊपर और नीचे दोनों) परिवहन कर सकता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  15. “एकीकृत कीट प्रबंधन” (Integrated Pest Management – IPM) दृष्टिकोण का मुख्य उद्देश्य क्या है?

    • (a) केवल रासायनिक कीटनाशकों का उपयोग करना
    • (b) केवल जैविक नियंत्रण विधियों का उपयोग करना
    • (c) कीट आबादी को आर्थिक रूप से स्वीकार्य स्तर तक नियंत्रित करने के लिए विभिन्न तरीकों का संयोजन (जैविक, रासायनिक, सांस्कृतिक)
    • (d) कीटों को पूरी तरह से समाप्त करना

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): एकीकृत कीट प्रबंधन (IPM) एक टिकाऊ और पर्यावरण के अनुकूल कीट नियंत्रण रणनीति है जो कीटों के नुकसान को आर्थिक या सौंदर्यात्मक रूप से महत्वपूर्ण स्तर से नीचे रखने के लिए जैविक, सांस्कृतिक, यांत्रिक और रासायनिक नियंत्रण विधियों के संयोजन पर निर्भर करती है।

    व्याख्या (Explanation): IPM का लक्ष्य केवल कीटनाशकों पर निर्भर रहने के बजाय, विभिन्न नियंत्रण विधियों का बुद्धिमानी से उपयोग करना है। यह पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभावों को कम करता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  16. पौधों में “स्टोमेटा” (Stomata) का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) प्रकाश ऊर्जा को अवशोषित करना
    • (b) गैसों (CO2 और O2) का आदान-प्रदान और वाष्पोत्सर्जन (transpiration)
    • (c) पानी को जड़ों से पत्तियों तक पहुँचाना
    • (d) प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक खनिज लेना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): स्टोमेटा (एकवचन: स्टोमा) पौधों की एपिडर्मिस (epidermis) पर मौजूद छोटे छिद्र या छिद्र होते हैं, जिनमें आमतौर पर रक्षक कोशिकाएं (guard cells) होती हैं।

    व्याख्या (Explanation): स्टोमेटा मुख्य रूप से वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) के प्रवेश और ऑक्सीजन (O2) और जल वाष्प के निकास के लिए छिद्रों के रूप में कार्य करते हैं। वाष्पोत्सर्जन (transpiration), पानी का वाष्प के रूप में नुकसान, भी मुख्य रूप से स्टोमेटा के माध्यम से होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  17. “जैविक उर्वरक” (Biofertilizers) का उपयोग करने का एक प्रमुख लाभ क्या है?

    • (a) वे मिट्टी में रासायनिक अवशेषों की मात्रा को बढ़ाते हैं।
    • (b) वे मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की आबादी को बढ़ाते हैं और पोषक तत्वों की उपलब्धता में सुधार करते हैं।
    • (c) वे केवल उच्च सांद्रता में प्रभावी होते हैं।
    • (d) वे पौधों की वृद्धि को बाधित करते हैं।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): जैविक उर्वरक जीवित सूक्ष्मजीवों से प्राप्त होते हैं जो मिट्टी में पोषक तत्वों को उपलब्ध कराने के लिए सक्रिय रूप से काम करते हैं, या तो सीधे या अप्रत्यक्ष रूप से।

    व्याख्या (Explanation): ये मिट्टी की जैविक गतिविधि को बढ़ाते हैं, पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों (जैसे नाइट्रोजन और फास्फोरस) की उपलब्धता में सुधार करते हैं, और मिट्टी के भौतिक गुणों को भी बढ़ा सकते हैं। यह रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता को कम करता है और पर्यावरण के अनुकूल होता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  18. “बीज उपचार” (Seed Treatment) का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?

    • (a) केवल बीजों को सुखाना
    • (b) बीजों को रोपण से पहले रोगजनकों और कीटों से बचाना
    • (c) बीजों को रंगीन बनाना
    • (d) बीजों की पैकेजिंग करना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बीज उपचार एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बीजों को बुवाई से पहले विभिन्न रसायनों (फफूंदनाशक, कीटनाशक) या जैविक एजेंटों (जैसे राइजोबियम, ट्राइकोडर्मा) से उपचारित किया जाता है।

    व्याख्या (Explanation): इसका मुख्य उद्देश्य बीजों को अंकुरण से पहले और प्रारंभिक अंकुरण चरण के दौरान मिट्टी से संचारित होने वाले रोगजनकों (fungi, bacteria) और कीटों से बचाना है, जिससे स्वस्थ अंकुरण और पौधों की स्थापना सुनिश्चित हो सके।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  19. “एरोपोणिक्स” (Aeroponics) हाइड्रोपोनिक्स से कैसे भिन्न है?

    • (a) एरोपोणिक्स में मिट्टी का उपयोग होता है, जबकि हाइड्रोपोनिक्स में नहीं।
    • (b) एरोपोणिक्स में पौधों की जड़ों को हवा में निलंबित किया जाता है और पोषक तत्वों का छिड़काव किया जाता है, जबकि हाइड्रोपोनिक्स में जड़ों को पानी में डुबोया जाता है।
    • (c) एरोपोणिक्स का उपयोग केवल जलीय पौधों के लिए किया जाता है।
    • (d) दोनों में कोई अंतर नहीं है।

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): हाइड्रोपोनिक्स और एरोपोणिक्स दोनों ही मिट्टी रहित खेती की तकनीकें हैं। हालांकि, वे पौधों की जड़ों को पोषक तत्व प्रदान करने के तरीके में भिन्न होते हैं।

    व्याख्या (Explanation): हाइड्रोपोनिक्स में, पौधों की जड़ों को सीधे पानी या पोषक तत्व घोल में रखा जाता है। एरोपोणिक्स में, पौधों की जड़ों को हवा में लटकाया जाता है, और पोषक तत्व युक्त पानी का एक बारीक स्प्रे (mist) नियमित अंतराल पर जड़ों पर छिड़का जाता है। यह जड़ों को हवा और पोषक तत्व दोनों उपलब्ध कराता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  20. “बायो-फोर्टिफिकेशन” (Bio-fortification) का क्या अर्थ है?

    • (a) फसलों को रासायनिक उर्वरकों से उपचारित करना
    • (b) फसलों को आनुवंशिक रूप से संशोधित करके या पारंपरिक प्रजनन विधियों का उपयोग करके उनके पोषक तत्व मूल्य को बढ़ाना
    • (c) फसलों को जैव-कीटनाशकों से बचाना
    • (d) सिंचाई के लिए भूजल का उपयोग करना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): बायो-फोर्टिफिकेशन कृषि और पोषण का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जिसका उद्देश्य फसलों के पोषण मूल्य को बढ़ाना है।

    व्याख्या (Explanation): यह या तो पारंपरिक प्रजनन तकनीकों (जैसे चयन और संकरण) या आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी (जैसे जीन संपादन) का उपयोग करके किया जाता है। इसका लक्ष्य मानव आहार में आवश्यक विटामिन और खनिजों की कमी को दूर करना है। उदाहरण के लिए, विटामिन ए युक्त “गोल्डन राइस”।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  21. “जीवाश्म ईंधन” (Fossil Fuels) के जलने से निकलने वाली कौन सी गैस ग्लोबल वार्मिंग (Global Warming) में सबसे महत्वपूर्ण योगदान देती है?

    • (a) नाइट्रोजन (N2)
    • (b) ऑक्सीजन (O2)
    • (c) कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)
    • (d) आर्गन (Ar)

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ग्लोबल वार्मिंग मुख्य रूप से ग्रीनहाउस गैसों के कारण होती है जो पृथ्वी के वायुमंडल में गर्मी को रोकती हैं। जीवाश्म ईंधन (कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस) को जलाने से वायुमंडल में कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) की मात्रा में वृद्धि होती है।

    व्याख्या (Explanation): CO2 एक शक्तिशाली ग्रीनहाउस गैस है। जब जीवाश्म ईंधन जलाए जाते हैं, तो उनमें मौजूद कार्बन हवा में CO2 के रूप में निकल जाता है। यह अतिरिक्त CO2 पृथ्वी की सतह से निकलने वाली अवरक्त विकिरण (infrared radiation) को अवशोषित और पुनः उत्सर्जित करती है, जिससे पृथ्वी का तापमान बढ़ जाता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

  22. “ओजोन परत” (Ozone Layer), जो पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में पाई जाती है, का मुख्य कार्य क्या है?

    • (a) वर्षा लाने में मदद करना
    • (b) सूर्य से आने वाली पराबैंगनी (UV) विकिरण को अवशोषित करना
    • (c) पृथ्वी को गर्म रखना
    • (d) तारों से आने वाली रेडियो तरंगों को प्रतिबिंबित करना

    उत्तर: (b)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ओजोन (O3) एक गैस है जो पृथ्वी के समताप मंडल (stratosphere) में उच्च सांद्रता में पाई जाती है।

    व्याख्या (Explanation): ओजोन परत सूर्य से आने वाली हानिकारक पराबैंगनी (UV) विकिरण के एक बड़े हिस्से को अवशोषित करती है, जिससे यह पृथ्वी पर जीवन के लिए एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करती है। UV विकिरण त्वचा कैंसर, मोतियाबिंद और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

    अतः, सही उत्तर (b) है।

  23. “ध्वनि की तीव्रता” (Intensity of Sound) को मापने के लिए किस इकाई का प्रयोग किया जाता है?

    • (a) हर्ट्ज़ (Hertz)
    • (b) डेसीबल (Decibel)
    • (c) पास्कल (Pascal)
    • (d) वाट प्रति वर्ग मीटर (W/m²)

    उत्तर: (d)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): ध्वनि की तीव्रता को प्रति इकाई क्षेत्रफल पर ध्वनि तरंग द्वारा प्रेषित शक्ति के रूप में परिभाषित किया जाता है। यह वाट प्रति वर्ग मीटर (W/m²) की इकाइयों में मापी जाती है।

    व्याख्या (Explanation): हालांकि ध्वनि की तीव्रता को अक्सर डेसीबल (dB) में मापा जाता है, जो एक लघुगणकीय पैमाना है और संवेदनशीलता के बारे में बताता है, लेकिन भौतिकी में तीव्रता की एसआई इकाई वाट प्रति वर्ग मीटर (W/m²) है। हर्ट्ज़ आवृत्ति की इकाई है, और पास्कल दाब की इकाई है।

    अतः, सही उत्तर (d) है।

  24. “प्रकाश का प्रकीर्णन” (Scattering of Light) के कारण सूर्योदय और सूर्यास्त के समय आकाश लाल दिखाई देता है। इस परिघटना के लिए जिम्मेदार कणों का आकार लगभग कितना होता है?

    • (a) तरंग दैर्ध्य से बहुत बड़ा
    • (b) प्रकाश की तरंग दैर्ध्य के बराबर या उससे छोटा
    • (c) प्रकाश की तरंग दैर्ध्य से बहुत छोटा
    • (d) प्रकाश की तरंग दैर्ध्य से बहुत बड़ा

    उत्तर: (c)

    हल (Solution):

    सिद्धांत (Principle): प्रकाश का प्रकीर्णन, विशेष रूप से रेले प्रकीर्णन (Rayleigh scattering), तब होता है जब प्रकाश कणों से टकराता है जिनका आकार प्रकाश की तरंग दैर्ध्य (wavelength) से बहुत छोटा होता है।

    व्याख्या (Explanation): सूर्योदय और सूर्यास्त के समय, सूर्य का प्रकाश वायुमंडल की मोटी परत से होकर गुजरता है। छोटे कण, जैसे हवा के अणु (नाइट्रोजन और ऑक्सीजन), नीले प्रकाश (छोटी तरंग दैर्ध्य) को लाल प्रकाश (लंबी तरंग दैर्ध्य) की तुलना में अधिक प्रभावी ढंग से बिखेरते हैं। इसलिए, कम तरंग दैर्ध्य का प्रकाश फैल जाता है, जबकि लंबी तरंग दैर्ध्य का लाल प्रकाश सीधा हमारी आँखों तक पहुँचता है, जिससे आकाश लाल दिखाई देता है।

    अतः, सही उत्तर (c) है।

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