Get free Notes

सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत से नहीं, सही मार्गदर्शन से मिलती है। हमारे सभी विषयों के कम्पलीट नोट्स, G.K. बेसिक कोर्स, और करियर गाइडेंस बुक के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

Click Here

कालचक्र की पुकार: अपनी ऐतिहासिक पकड़ परखें

कालचक्र की पुकार: अपनी ऐतिहासिक पकड़ परखें

तैयारी के मैदान में आपका स्वागत है! इतिहास के विशाल सागर में गोता लगाने और अपने ज्ञान के मोतियों को खोजने का समय आ गया है। आज का यह दैनिक अभ्यास सत्र आपको प्राचीन काल की गहराइयों से लेकर आधुनिक युग की हलचल तक, समय की यात्रा पर ले जाएगा। क्या आप इतिहास के हर मोड़ को पहचानते हैं? आइए, अपनी समझ की परीक्षा लें और हर प्रश्न के साथ अपनी विशेषज्ञता को निखारें!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का बाग’ या ‘मृतकों का टीला’ के रूप में जाना जाता था?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: मोहनजोदड़ो, जिसका सिंधी भाषा में अर्थ ‘मृतकों का टीला’ (Mound of the Dead) है, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था। यह स्थल पुरातात्विक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसे ‘सिंधु का बाग’ भी कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो की खोज 1922 में आर. डी. बनर्जी (R. D. Banerji) ने की थी। यहाँ से मिली प्रमुख पुरातात्विक वस्तुओं में विशाल स्नानागार, अन्नागार, कांसे की नर्तकी की मूर्ति और पशुपति महादेव की मुहर शामिल हैं। यह सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे सुनियोजित शहरों में से एक था।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा पहला स्थल था जिसकी खुदाई हुई थी, लोथल एक प्रमुख बंदरगाह था, और कालीबंगा (राजस्थान) में जूते हुए खेत के प्रमाण मिले थे।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा वेद ‘भारतीय संगीत का जनक’ कहलाता है?

  1. ऋग्वेद
  2. यजुर्वेद
  3. सामवेद
  4. अथर्ववेद

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: सामवेद को ‘भारतीय संगीत का जनक’ कहा जाता है। इसमें मुख्यतः यज्ञों के अवसर पर गाए जाने वाले मंत्रों का संग्रह है, जो ऋग्वेद से लिए गए हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: सामवेद के मंत्रों को ‘साम’ कहा जाता है और इन्हें गाने योग्य रूप में प्रस्तुत किया गया है। यह भारतीय शास्त्रीय संगीत की नींव रखता है। इसमें कुल 1549 मंत्र हैं, जिनमें से 69 को छोड़कर बाकी सभी ऋग्वेद से लिए गए हैं।
  • गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है और इसमें देवताओं की स्तुति में मंत्र हैं। यजुर्वेद में यज्ञों के कर्मकांडों का वर्णन है, और अथर्ववेद में जादू-टोना, औषधि और सामान्य जनजीवन से जुड़े मंत्र हैं।

प्रश्न 3: मौर्य वंश के किस शासक को ‘भारतीय इतिहास का पहला वास्तविक सम्राट’ माना जाता है?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. बिंदुसार
  3. अशोक
  4. कुणाल

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: चंद्रगुप्त मौर्य को भारतीय इतिहास का पहला वास्तविक सम्राट माना जाता है। उन्होंने नंद वंश को समाप्त कर मौर्य साम्राज्य की नींव रखी और एक विशाल भू-भाग को एकीकृत किया।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य (लगभग 322-298 ईसा पूर्व) ने कौटिल्य (चाणक्य) की सहायता से नंद वंश के अंतिम शासक धनानंद को पराजित किया। उन्होंने मगध से शुरू करके उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों को अपने साम्राज्य में मिला लिया और पश्चिमोत्तर में यूनानी शक्तियों को भी खदेड़ दिया।
  • गलत विकल्प: बिंदुसार चंद्रगुप्त मौर्य के पुत्र थे, अशोक बिंदुसार के पुत्र थे और अपने शिलालेखों के लिए प्रसिद्ध हैं, जबकि कुणाल अशोक के पुत्र थे।

प्रश्न 4: ‘सांची स्तूप’ का निर्माण किस मौर्य शासक ने करवाया था?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. बिंदुसार
  3. अशोक
  4. बृहद्रथ

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: प्रसिद्ध सांची स्तूप का निर्माण मौर्य शासक अशोक ने करवाया था। यह मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है।
  • संदर्भ और विस्तार: सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म स्वीकार करने के बाद अनेक स्तूपों और विहारों का निर्माण करवाया था, जिनमें सांची का स्तूप सबसे प्रमुख है। यह मूल रूप से ईंटों से निर्मित था और बाद में इसे पत्थर से ढक दिया गया। यह बौद्ध धर्म के सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य मौर्य वंश के संस्थापक थे, बिंदुसार उनके पुत्र थे, और बृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था।

प्रश्न 5: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?

  1. लगातार युद्धों के कारण
  2. कला, साहित्य और विज्ञान के चरमोत्कर्ष के कारण
  3. साम्राज्य के विस्तार की कमी के कारण
  4. धार्मिक सहिष्णुता के अभाव के कारण

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: गुप्त काल (लगभग 320-550 ई.) को ‘भारत का स्वर्ण युग’ कहा जाता है क्योंकि इस अवधि में कला, साहित्य, विज्ञान, खगोल विज्ञान, गणित और प्रशासन के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: इस काल में कालिदास जैसे महान कवियों ने रचनाएं कीं, आर्यभट्ट ने शून्य और दशमलव प्रणाली का आविष्कार किया, और वराहमिहिर ने खगोल विज्ञान में महत्वपूर्ण योगदान दिया। गुप्त शासकों ने कलात्मक वास्तुकला (जैसे अजंता की गुफाओं का कार्य) को भी संरक्षण दिया।
  • गलत विकल्प: गुप्त काल शांति और समृद्धि का काल था, न कि युद्धों का। साम्राज्य का विस्तार हुआ था, और धार्मिक सहिष्णुता भी थी।

प्रश्न 6: ‘मीमांसा’ दर्शन के प्रमुख प्रतिपादक कौन थे?

  1. कपिल
  2. गौतम
  3. जैमिनी
  4. बादरायण

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: जैमिनी को ‘पूर्व मीमांसा’ (कर्म मीमांसा) दर्शन का प्रमुख प्रतिपादक माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: मीमांसा दर्शन का संबंध वेदों के कर्मकांडीय भाग (ब्राह्मण ग्रंथ) की व्याख्या से है। जैमिनी ने ‘मीमांसा सूत्र’ की रचना की, जो इस दर्शन का आधार ग्रंथ है। यह दर्शन वेदों की अपौरुषेयता और कर्म के महत्व पर बल देता है।
  • गलत विकल्प: कपिल सांख्य दर्शन के, गौतम न्याय दर्शन के, और बादरायण वेदांत दर्शन के प्रतिपादक माने जाते हैं।

प्रश्न 7: चोल साम्राज्य का प्रसिद्ध मंदिर ‘बृहदेश्वर मंदिर’ किस शासक ने बनवाया था?

  1. राजराज प्रथम
  2. राजेंद्र प्रथम
  3. कुलत्तुंग प्रथम
  4. विक्रम चोल

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: तंजौर (तंजावुर) में स्थित बृहदेश्वर मंदिर का निर्माण चोल शासक राजराज प्रथम ने 11वीं शताब्दी की शुरुआत में करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और द्रविड़ वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इसकी भव्यता, विशाल शिखर (विमान) और मूर्तिकला इसे दक्षिण भारत के सबसे प्रभावशाली मंदिरों में से एक बनाती है। यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है।
  • गलत विकल्प: राजेंद्र प्रथम राजराज प्रथम के पुत्र थे जिन्होंने उत्तर भारत तक अभियान चलाया। कुलत्तुंग प्रथम और विक्रम चोल बाद के चोल शासक थे।

प्रश्न 8: विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक कौन थे?

  1. कृष्णदेव राय
  2. हरिहर और बुक्का
  3. देव राय द्वितीय
  4. राम राय

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने 1336 ईस्वी में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इन भाइयों ने तुंगभद्रा नदी के किनारे विजयनगर (वर्तमान हंपी) को अपनी राजधानी बनाया। इस साम्राज्य ने लगभग 200 वर्षों तक दक्षिण भारत के एक बड़े हिस्से पर शासन किया और कला, साहित्य व वास्तुकला के संरक्षण के लिए जाना जाता है।
  • गलत विकल्प: कृष्णदेव राय विजयनगर के सबसे प्रसिद्ध शासकों में से एक थे, देव राय द्वितीय भी एक महत्वपूर्ण शासक थे, और राम राय अंतिम शक्तिशाली शासक थे जो तालीकोटा के युद्ध में मारे गए थे।

प्रश्न 9: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए प्रसिद्ध था?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. मुहम्मद बिन तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: अलाउद्दीन खिलजी (1296-1316 ई.) दिल्ली सल्तनत का वह सुल्तान था जिसने अपने साम्राज्य की स्थिरता और सैनिकों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एक कठोर बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: उसने आवश्यक वस्तुओं, जैसे अनाज, कपड़े, और पशुओं के मूल्यों को नियंत्रित करने के लिए ‘दीवान-ए-रियासत’ जैसे अधिकारियों की नियुक्ति की। उसने मूल्य स्थिरीकरण, कालाबाजारी पर रोक और व्यापारियों पर कड़ी निगरानी रखी।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने सल्तनत की नींव मजबूत की, बलबन ने राजत्व सिद्धांत को स्थापित किया, और मुहम्मद बिन तुगलक अपनी विरोधाभासी नीतियों के लिए जाने जाते हैं।

प्रश्न 10: ‘सप्तवर्षीय युद्ध’ (Seven Years’ War) किन यूरोपीय शक्तियों के बीच लड़ा गया था?

  1. फ्रांस और स्पेन
  2. ब्रिटेन और स्पेन
  3. ब्रिटेन और फ्रांस
  4. ऑस्ट्रिया और प्रशिया

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: सप्तवर्षीय युद्ध (1756-1763) मुख्य रूप से ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस के बीच लड़ा गया था, जो दुनिया के विभिन्न हिस्सों में औपनिवेशिक वर्चस्व के लिए एक संघर्ष था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध ने यूरोप, उत्तरी अमेरिका, कैरिबियन, भारत और अफ्रीका में विभिन्न मोर्चों पर लड़ाई देखी। भारत में, इसने प्लासी के युद्ध (1757) और वांडीवाश के युद्ध (1760) का मार्ग प्रशस्त किया, जिससे ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की शक्ति का मार्ग प्रशस्त हुआ।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प देशों के बीच गठबंधन दिखाते हैं, लेकिन मुख्य प्रतिद्वंद्विता ब्रिटेन और फ्रांस के बीच थी। ऑस्ट्रिया और प्रशिया के बीच भी इसी दौरान एक केंद्रीय यूरोपीय संघर्ष (तीसरा सिलिसियन युद्ध) चल रहा था, जो सप्तवर्षीय युद्ध का ही हिस्सा था, लेकिन मुख्य प्रतिद्वंद्विता ब्रिटेन-फ्रांस की थी।

प्रश्न 11: 1857 के विद्रोह के दौरान ‘झांसी की रानी’ के रूप में किसने असाधारण नेतृत्व प्रदान किया?

  1. लक्ष्मीबाई
  2. बेगम हजरत महल
  3. रानी अवंतीबाई
  4. अजीजन बाई

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: 1857 के विद्रोह के दौरान, रानी लक्ष्मीबाई ने झांसी के नेतृत्व का बीड़ा उठाया और ब्रिटिश शासन के खिलाफ वीरता से लड़ाई लड़ी।
  • संदर्भ और विस्तार: ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) नीति के तहत झांसी को हड़पने की कोशिश के बाद, रानी लक्ष्मीबाई ने विद्रोह में सक्रिय रूप से भाग लिया। उन्होंने अपनी सेना का नेतृत्व किया और कई लड़ाइयों में अंग्रेजों को चुनौती दी, जिससे वे विद्रोह के सबसे प्रमुख प्रतीकों में से एक बन गईं।
  • गलत विकल्प: बेगम हजरत महल ने लखनऊ में नेतृत्व किया, रानी अवंतीबाई ने रामगढ़ में, और अजीजन बाई ने कानपुर में विद्रोहियों का समर्थन किया।

प्रश्न 12: ‘इंडियन नेशनल कांग्रेस’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?

  1. 1885, कलकत्ता
  2. 1885, बंबई
  3. 1905, कलकत्ता
  4. 1907, सूरत

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को बंबई (अब मुंबई) में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना ए. ओ. ह्यूम, एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी, और अन्य प्रमुख भारतीय नेताओं के सहयोग से हुई थी। इसका उद्देश्य भारतीयों को एक मंच प्रदान करना था ताकि वे अपनी राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक समस्याओं को व्यवस्थित तरीके से उठा सकें। पहला अधिवेशन गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज, बंबई में हुआ था।
  • गलत विकल्प: कलकत्ता (कोलकाता) कांग्रेस के महत्वपूर्ण अधिवेशन स्थल रहे हैं, लेकिन स्थापना बंबई में हुई। 1905 में बंगाल विभाजन हुआ और 1907 में कांग्रेस का सूरत अधिवेशन हुआ जहाँ कांग्रेस में फूट पड़ी।

प्रश्न 13: ‘खुदाई खिदमतगार’ आंदोलन का नेतृत्व किसने किया था?

  1. महात्मा गांधी
  2. जवाहरलाल नेहरू
  3. खान अब्दुल गफ्फार खान
  4. सरदार पटेल

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ‘खुदाई खिदमतगार’ (अर्थात ‘ईश्वर के सेवक’) नामक अहिंसक आंदोलन का नेतृत्व खान अब्दुल गफ्फार खान ने किया था, जिन्हें ‘सीमांत गांधी’ के नाम से भी जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन 1929 में उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत (वर्तमान पाकिस्तान में) में शुरू हुआ था। इसके सदस्य लाल कुर्ती पहनते थे, इसलिए इसे ‘लाल कुर्ती आंदोलन’ भी कहा जाता है। यह आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल प्रमुख राष्ट्रीय नेता थे, लेकिन इस विशिष्ट आंदोलन का नेतृत्व खान अब्दुल गफ्फार खान ने किया था।

प्रश्न 14: ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ कब और किसके द्वारा पारित किया गया था?

  1. 1878, लॉर्ड लिटन
  2. 1882, लॉर्ड रिपन
  3. 1856, लॉर्ड कैनिंग
  4. 1876, लॉर्ड नॉर्थब्रुक

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट 1878 में लॉर्ड लिटन के कार्यकाल के दौरान पारित किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस विवादास्पद अधिनियम को ‘गाल (मुंह) मूक अधिनियम’ भी कहा गया। इसका उद्देश्य भारतीय भाषाओं में प्रकाशित होने वाले प्रेस पर सरकारी नियंत्रण बढ़ाना था, ताकि ब्रिटिश सरकार की नीतियों की आलोचना को रोका जा सके। इसने देशी भाषाओं के समाचार पत्रों पर प्रतिबंध लगाने की शक्ति दी।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड रिपन ने इस एक्ट को 1882 में रद्द कर दिया था। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के दौरान गवर्नर-जनरल थे।

प्रश्न 15: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ नामक राजनीतिक दल की स्थापना किसने की थी?

  1. महात्मा गांधी
  2. जवाहरलाल नेहरू
  3. सुभाष चंद्र बोस
  4. सरदार पटेल

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना 1939 में सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन (1939) में अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद, सुभाष चंद्र बोस ने अपनी राष्ट्रवादी नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए इस राजनीतिक दल का गठन किया। फॉरवर्ड ब्लॉक का उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ अधिक आक्रामक रुख अपनाना था।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेता थे, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने की थी।

प्रश्न 16: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?

  1. 1929
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह समझौता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और ब्रिटिश भारत के वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था। इस समझौते में, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) स्थगित करने पर सहमति व्यक्त की, जबकि सरकार ने कुछ राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और कुछ जन आंदोलनों को सहन करने की बात कही। इस समझौते के परिणामस्वरूप गांधीजी ने द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया।
  • गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ, 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ, और 1932 में पूना पैक्ट हुआ।

प्रश्न 17: ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ किस वर्ष में चलाया गया था?

  1. 1975
  2. 1980
  3. 1984
  4. 1991

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: ऑपरेशन ब्लू स्टार जून 1984 में भारतीय सेना द्वारा चलाया गया एक सैन्य अभियान था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह अभियान अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में छिपे सिख अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों को बाहर निकालने के लिए किया गया था। इस अभियान के कारण स्वर्ण मंदिर को काफी नुकसान हुआ और यह भारत के इतिहास में एक विवादास्पद घटना बन गई।
  • गलत विकल्प: अन्य वर्ष अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं से संबंधित हैं, लेकिन ऑपरेशन ब्लू स्टार 1984 में हुआ था।

प्रश्न 18: ‘फ्रांसीसी क्रांति’ का नारा क्या था?

  1. ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’
  2. ‘एक राष्ट्र, एक नेता, एक भाग्य’
  3. ‘शांति, रोटी, और भूमि’
  4. ‘जनता की शक्ति, राष्ट्रीय एकता’

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: फ्रांसीसी क्रांति (1789-1799) का मुख्य नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नारा फ्रांसीसी गणराज्य के आदर्शों का प्रतीक बन गया और आज भी फ्रांस का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है। यह क्रांति के उन मूल सिद्धांतों को दर्शाता है जो राजशाही और विशेषाधिकार प्राप्त वर्गों के शासन को समाप्त करना चाहते थे।
  • गलत विकल्प: ‘एक राष्ट्र, एक नेता, एक भाग्य’ नाजी जर्मनी से जुड़ा है। ‘शांति, रोटी, और भूमि’ रूसी क्रांति का नारा था। ‘जनता की शक्ति, राष्ट्रीय एकता’ अधिक सामान्य राष्ट्रीय नारे हैं।

प्रश्न 19: ‘औद्योगिक क्रांति’ का आरंभ सबसे पहले किस देश में हुआ?

  1. संयुक्त राज्य अमेरिका
  2. जर्मनी
  3. फ्रांस
  4. ग्रेट ब्रिटेन

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: औद्योगिक क्रांति का आरंभ 18वीं सदी के उत्तरार्ध में ग्रेट ब्रिटेन में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति ने उत्पादन के तरीकों में मौलिक परिवर्तन लाए, जिसमें हस्त-निर्मित उत्पादन से मशीनीकृत बड़े पैमाने पर उत्पादन की ओर बदलाव शामिल था। कोयले, लोहे, कपास और भाप इंजन जैसे नए आविष्कारों ने उत्पादन, परिवहन और संचार में क्रांति ला दी।
  • गलत विकल्प: ये सभी देश बाद में औद्योगिक हुए, लेकिन शुरुआत ग्रेट ब्रिटेन से हुई, जिसका श्रेय वहाँ की अनुकूल राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक परिस्थितियों को जाता है।

प्रश्न 20: ‘वास्को डी गामा’ भारत कब आया था?

  1. 1492
  2. 1498
  3. 1505
  4. 1510

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: पुर्तगाली खोजकर्ता वास्को डी गामा 1498 में भारत आया था।
  • संदर्भ और विस्तार: वह 20 मई 1498 को कालीकट (वर्तमान कोझिकोड), केरल के तट पर उतरा था। उसकी इस यात्रा ने यूरोप से भारत के लिए एक समुद्री मार्ग खोला, जिसने भारत के यूरोपीय उपनिवेशीकरण की शुरुआत की और व्यापार के लिए नए रास्ते खोले।
  • गलत विकल्प: 1492 में क्रिस्टोफर कोलंबस अमेरिका पहुंचे थे। 1505 में फ्रांसिस्को डी अलमेडा भारत के पहले पुर्तगाली वायसराय बने, और 1510 में अल्बुकर्क ने गोवा पर कब्जा किया।

प्रश्न 21: ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ कब से कब तक चला?

  1. 1914-1918
  2. 1939-1945
  3. 1941-1945
  4. 1945-1949

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: द्वितीय विश्व युद्ध 1 सितंबर 1939 को जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण के साथ शुरू हुआ और 2 सितंबर 1945 को जापान के आत्मसमर्पण के साथ समाप्त हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध इतिहास का सबसे विनाशकारी संघर्ष था, जिसमें मित्र राष्ट्र (जैसे ब्रिटेन, फ्रांस, सोवियत संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका) और धुरी राष्ट्र (जैसे जर्मनी, इटली, जापान) शामिल थे।
  • गलत विकल्प: 1914-1918 प्रथम विश्व युद्ध का काल है। 1941 में पर्ल हार्बर पर जापानी हमले के बाद अमेरिका युद्ध में शामिल हुआ, लेकिन युद्ध 1939 में शुरू हो चुका था। 1945-1949 शीत युद्ध का प्रारंभिक काल था।

प्रश्न 22: ‘अमीर खुसरो’ किस दिल्ली सल्तनत के सुल्तानों के समकालीन थे?

  1. केवल इल्तुतमिश
  2. केवल बलबन
  3. गयासुद्दीन बलबन से ग्यासुद्दीन तुगलक तक
  4. सिकंदर लोदी

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: अमीर खुसरो एक महान कवि, संगीतकार और विद्वान थे, जिन्होंने गयासुद्दीन बलबन से लेकर ग्यासुद्दीन तुगलक तक (लगभग 1253-1325 ई.) सात दिल्ली सल्तनत के सुल्तानों का शासनकाल देखा।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्हें ‘कव्वाली का जनक’ और ‘हिंदुस्तान की तूती’ के रूप में जाना जाता है। उन्होंने फारसी और उर्दू (आधुनिक रूप में) दोनों में महत्वपूर्ण साहित्यिक योगदान दिया।
  • गलत विकल्प: अमीर खुसरो का कार्यकाल बलबन के शासनकाल के अंत से शुरू हुआ और ग्यासुद्दीन तुगलक के शासनकाल तक चला, जो इन अवधियों को कवर करता है।

प्रश्न 23: ‘रेगुलेटिंग एक्ट’ किस वर्ष पारित किया गया था?

  1. 1765
  2. 1773
  3. 1784
  4. 1813

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: रेगुलेटिंग एक्ट 1773 में ब्रिटिश संसद द्वारा पारित किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को विनियमित करने और नियंत्रित करने का पहला महत्वपूर्ण कदम था। इसने बंगाल के गवर्नर को ‘गवर्नर-जनरल’ बना दिया और मद्रास व बंबई प्रेसीडेंसी को बंगाल के अधीन कर दिया। इसने कलकत्ता में एक सुप्रीम कोर्ट की स्थापना का भी प्रावधान किया।
  • गलत विकल्प: 1765 में इलाहाबाद की संधि हुई। 1784 में पिट्स इंडिया एक्ट आया, और 1813 में चार्टर एक्ट आया।

प्रश्न 24: ‘अहिंसा’ और ‘सत्याग्रह’ जैसे सिद्धांतों के माध्यम से भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व करने वाले प्रमुख व्यक्ति कौन थे?

  1. जवाहरलाल नेहरू
  2. सरदार वल्लभभाई पटेल
  3. महात्मा गांधी
  4. डॉ. बी. आर. अम्बेडकर

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: महात्मा गांधी को ‘राष्ट्रपिता’ के रूप में जाना जाता है और उन्होंने अहिंसा (Non-violence) और सत्याग्रह (Truth Force/Civil Resistance) के सिद्धांतों का उपयोग करके भारत के स्वतंत्रता संग्राम का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया।
  • संदर्भ और विस्तार: गांधीजी ने इन सिद्धांतों को ब्रिटिश शासन के खिलाफ अपने आंदोलनों, जैसे असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन और भारत छोड़ो आंदोलन में प्रभावी ढंग से लागू किया। उनके दृष्टिकोण ने दुनिया भर में नागरिक अधिकारों और स्वतंत्रता आंदोलनों को प्रेरित किया।
  • गलत विकल्प: अन्य नेता स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण स्तंभ थे, लेकिन अहिंसा और सत्याग्रह का पर्याय महात्मा गांधी हैं।

प्रश्न 25: ‘प्रथम विश्व युद्ध’ का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण
  2. ऑस्ट्रिया-हंगरी के आर्कड्यूक फर्डिनेंड की हत्या
  3. जापान का पर्ल हार्बर पर हमला
  4. रूस में बोल्शेविक क्रांति

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सटीकता: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) का तात्कालिक कारण 28 जून 1914 को साराजेवो में ऑस्ट्रिया-हंगरी के सिंहासन के उत्तराधिकारी आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड और उनकी पत्नी की हत्या थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस हत्या के बाद, ऑस्ट्रिया-हंगरी ने सर्बिया को अल्टीमेटम दिया, और धीरे-धीरे यूरोपीय शक्तियों के गठबंधन की प्रणाली के कारण संघर्ष प्रथम विश्व युद्ध में बदल गया। हालाँकि, इस घटना के पीछे कई गहरी जड़ें थीं, जैसे राष्ट्रवाद, सैन्यवाद, साम्राज्यवाद और गुप्त संधियाँ।
  • गलत विकल्प: जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण द्वितीय विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण था। जापान का पर्ल हार्बर पर हमला द्वितीय विश्व युद्ध में अमेरिका के प्रवेश का कारण बना। रूस में बोल्शेविक क्रांति प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ही हुई थी, लेकिन यह युद्ध का कारण नहीं थी।

सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत से नहीं, सही मार्गदर्शन से मिलती है। हमारे सभी विषयों के कम्पलीट नोट्स, G.K. बेसिक कोर्स, और करियर गाइडेंस बुक के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
[कोर्स और फ्री नोट्स के लिए यहाँ क्लिक करें]

Leave a Comment