Get free Notes

सफलता सिर्फ कड़ी मेहनत से नहीं, सही मार्गदर्शन से मिलती है। हमारे सभी विषयों के कम्पलीट नोट्स, G.K. बेसिक कोर्स, और करियर गाइडेंस बुक के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।

Click Here

कालचक्र का आह्वान: इतिहास की तैयारी को दें नई धार!

कालचक्र का आह्वान: इतिहास की तैयारी को दें नई धार!

अपने ज्ञान के पहियों को घुमाइए और इतिहास के विशाल सागर में एक रोमांचक यात्रा पर निकल पड़िए! आज का यह विशेष मॉक टेस्ट आपके लिए प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक भारत और विश्व इतिहास के 25 चुनिंदा प्रश्न लेकर आया है। आइए, अतीत की गहराइयों में उतरें और अपनी तैयारी को परखें!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से एक विशाल स्नानागार (Great Bath) प्राप्त हुआ है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: मोहनजोदड़ो (अर्थात ‘मृतकों का टीला’) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है, जहाँ से एक विशाल स्नानागार के अवशेष मिले हैं। यह उस समय की उन्नत शहरी योजना और जल प्रबंधन का प्रतीक माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह स्नानागार संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग किया जाता था। इसकी ईंटों से निर्मित दीवारें और जल-रोधन की तकनीक उस काल के वास्तुशिल्प कौशल को दर्शाती है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है, जहाँ से अन्नागार और तांबे का दर्पण मिला। लोथल एक बंदरगाह शहर था जहाँ से डॉकयार्ड मिला। कालीबंगन से जूते हुए खेत के प्रमाण मिले।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा ग्रंथ ‘त्रिपिटक’ का हिस्सा नहीं है?

  1. विनय पिटक
  2. सुत्त पिटक
  3. अभिधम्म पिटक
  4. मिलिंद पन्ह

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘त्रिपिटक’ बौद्ध धर्म के तीन प्रमुख ग्रंथों का संग्रह है: विनय पिटक (भिक्षुओं के नियमों का संग्रह), सुत्त पिटक (बुद्ध की शिक्षाओं का संग्रह), और अभिधम्म पिटक (दार्शनिक और मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों का संग्रह)। ‘मिलिंद पन्ह’ एक महत्वपूर्ण बौद्ध ग्रंथ है, लेकिन यह सीधे तौर पर त्रिपिटक का हिस्सा नहीं है।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘मिलिंद पन्ह’ (मेनांडर का प्रश्न) राजा मिलिंद (ग्रीक राजा मेनांडर) और बौद्ध भिक्षु नागसेन के बीच संवाद है, जो बौद्ध धर्म के सिद्धांतों को स्पष्ट करता है।
  • गलत विकल्प: विनय पिटक, सुत्त पिटक और अभिधम्म पिटक त्रिपिटक के तीनों भाग हैं।

प्रश्न 3: चंद्रगुप्त मौर्य ने किस यूनानी शासक को पराजित किया था?

  1. सिकंदर महान
  2. डेमेट्रियस
  3. सेल्युकस निकेटर
  4. एंटीओकस III

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: चंद्रगुप्त मौर्य ने 305 ईसा पूर्व के आसपास सेल्युकस निकेटर को पराजित किया था। इस विजय के परिणामस्वरूप, सेल्युकस ने चंद्रगुप्त को हेरात, कंदहार, बलूचिस्तान और अफगानिस्तान के कुछ हिस्से सौंप दिए थे।
  • संदर्भ और विस्तार: इस संधि के तहत, सेल्युकस ने अपनी पुत्री का विवाह चंद्रगुप्त से किया और मेगास्थनीज को अपने राजदूत के रूप में मौर्य दरबार में भेजा, जिसने ‘इंडिका’ नामक प्रसिद्ध पुस्तक लिखी।
  • गलत विकल्प: सिकंदर महान की मृत्यु 323 ईसा पूर्व में हुई थी, जब चंद्रगुप्त अभी सत्ता में आ रहे थे। डेमेट्रियस एक बाद का शासक था, और एंटीओकस III भी चंद्रगुप्त के बाद के समय में एक महत्वपूर्ण यूनानी शासक था।

प्रश्न 4: भारत में “पंचवर्षीय योजनाओं” का मॉडल किस देश से प्रेरित है?

  1. संयुक्त राज्य अमेरिका
  2. सोवियत संघ (USSR)
  3. ग्रेट ब्रिटेन
  4. फ्रांस

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: भारत में पंचवर्षीय योजनाओं का ढांचा और विचार पूर्व सोवियत संघ (USSR) के आर्थिक नियोजन मॉडल से प्रेरित है। स्वतंत्र भारत की पहली पंचवर्षीय योजना 1951 में शुरू हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: सोवियत संघ ने जोसेफ स्टालिन के नेतृत्व में 1928 से केंद्रीकृत आर्थिक नियोजन की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य तीव्र औद्योगिकीकरण और कृषि का सामूहिकीकरण था। भारत ने मिश्रित अर्थव्यवस्था के अपने ढांचे में इस मॉडल को अपनाया।
  • गलत विकल्प: संयुक्त राज्य अमेरिका पूंजीवादी अर्थव्यवस्था और मुक्त बाजार के लिए जाना जाता है। ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस की अपनी आर्थिक प्रणालियाँ हैं, लेकिन पंचवर्षीय योजना का प्रारंभिक और केंद्रीय ढांचा सोवियत संघ से लिया गया था।

प्रश्न 5: ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की परिषद किस साम्राज्य में थी?

  1. मौर्य साम्राज्य
  2. गुप्त साम्राज्य
  3. चोल साम्राज्य
  4. मराठा साम्राज्य

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘अष्टप्रधान’ छत्रपति शिवाजी महाराज के मराठा साम्राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा थी। यह आठ मंत्रियों की एक परिषद थी जो राजा को शासन में सहायता करती थी।
  • संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (शाही पत्र व्यवहार), सुमंत (विदेश मंत्री), सुरनवीस/चित्रनिस (गृह सचिव), पंडितराव (धर्माध्यक्ष), न्यायाधीश (न्याय मंत्री) और सेनापति (सैन्य प्रमुख) जैसे पद शामिल थे।
  • गलत विकल्प: मौर्य, गुप्त और चोल साम्राज्यों की अपनी प्रशासनिक व्यवस्थाएं थीं, लेकिन ‘अष्टप्रधान’ शब्द विशेष रूप से मराठा शासन से जुड़ा है।

प्रश्न 6: 1919 का जलियांवाला बाग हत्याकांड कहाँ हुआ था?

  1. दिल्ली
  2. लाहौर
  3. अमृतसर
  4. कानपुर

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: 13 अप्रैल 1919 को, अमृतसर के जलियांवाला बाग में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे निहत्थे भारतीयों पर जनरल डायर के आदेश पर ब्रिटिश सैनिकों ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों घायल हुए।
  • संदर्भ और विस्तार: यह घटना भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई और इसने भारतीयों के बीच ब्रिटिश शासन के प्रति रोष को और बढ़ाया। रवींद्रनाथ टैगोर ने इस घटना के विरोध में अपनी ‘नाइटहुड’ की उपाधि त्याग दी थी।
  • गलत विकल्प: दिल्ली, लाहौर और कानपुर भारत के महत्वपूर्ण शहर हैं, लेकिन जलियांवाला बाग अमृतसर में स्थित है।

प्रश्न 7: निम्नलिखित में से किस वैदिक देवता को ‘युद्ध का देवता’ माना जाता था?

  1. सूर्य
  2. वरुण
  3. इंद्र
  4. अग्नि

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ऋग्वेद में इंद्र को सबसे प्रमुख देवता के रूप में वर्णित किया गया है और उन्हें ‘युद्ध का देवता’, ‘वृत्रहन्’ (वृत्र का हनन करने वाला) और वर्षा का देवता माना जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: इंद्र को अक्सर वज्र (बिजली) धारण किए हुए चित्रित किया जाता है और वे देवताओं के राजा माने जाते थे। वे युद्धों में देवताओं का नेतृत्व करते थे और अपने भक्तों की रक्षा करते थे।
  • गलत विकल्प: सूर्य प्रकाश के देवता थे। वरुण जल और नैतिक व्यवस्था के संरक्षक थे। अग्नि यज्ञों के देव थे और मनुष्यों तथा देवताओं के बीच मध्यस्थ का कार्य करते थे।

प्रश्न 8: ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ का लेखक कौन था?

  1. अबुल फजल
  2. जियाउद्दीन बरनी
  3. इब्न बतूता
  4. अमीर खुसरो

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ मध्यकालीन भारत के इतिहास पर एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसकी रचना जियाउद्दीन बरनी ने की थी। यह मुख्य रूप से दिल्ली सल्तनत के तुगलक वंश के शासकों, विशेषकर फिरोज शाह तुगलक के शासनकाल का वर्णन करती है।
  • संदर्भ और विस्तार: बरनी ने मुहम्मद बिन तुगलक और फिरोज शाह तुगलक दोनों के शासनकाल का विस्तृत वर्णन किया है, जिसमें प्रशासनिक, सामाजिक और आर्थिक पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है।
  • गलत विकल्प: अबुल फजल ने ‘अकबरनामा’ लिखी। इब्न बतूता एक मोरक्को यात्री थे जिन्होंने ‘रेहला’ लिखा। अमीर खुसरो ने कई फारसी और अरबी रचनाएँ कीं।

प्रश्न 9: भारत के संविधान का कौन सा अनुच्छेद ‘समान नागरिक संहिता’ (Uniform Civil Code) से संबंधित है?

  1. अनुच्छेद 40
  2. अनुच्छेद 44
  3. अनुच्छेद 50
  4. अनुच्छेद 51

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: भारतीय संविधान का अनुच्छेद 44 राज्य को यह निर्देश देता है कि वह भारत के समस्त राज्यक्षेत्र में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता प्राप्त कराने का प्रयास करे। यह नीति निदेशक तत्वों (Directive Principles of State Policy) में शामिल है।
  • संदर्भ और विस्तार: समान नागरिक संहिता का उद्देश्य व्यक्तिगत कानूनों (जैसे विवाह, तलाक, उत्तराधिकार) को सभी धर्मों के नागरिकों के लिए एक समान बनाना है। यह अभी तक देश भर में पूरी तरह से लागू नहीं हुआ है, केवल गोवा में यह लागू है।
  • गलत विकल्प: अनुच्छेद 40 ग्राम पंचायतों के गठन से, अनुच्छेद 50 कार्यपालिका से न्यायपालिका का पृथक्करण, और अनुच्छेद 51 अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बढ़ावा देने से संबंधित है।

प्रश्न 10: प्रथम विश्व युद्ध में धुरी शक्तियों (Axis Powers) में कौन सा देश शामिल नहीं था?

  1. जर्मनी
  2. ऑस्ट्रिया-हंगरी
  3. इटली
  4. रूस

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में धुरी शक्तियों (Central Powers) में मुख्य रूप से जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य (तुर्की) और बुल्गारिया शामिल थे। इटली युद्ध के दौरान एक गुट से दूसरे गुट में शामिल हुआ, लेकिन शुरू में वह त्रिपक्षीय संधि (Triple Alliance) का सदस्य था। रूस मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) की ओर से लड़ा था।
  • संदर्भ और विस्तार: मित्र राष्ट्रों में फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली (1915 से), संयुक्त राज्य अमेरिका (1917 से) और जापान प्रमुख थे।
  • गलत विकल्प: जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी और इटली (जो बाद में पाला बदल लिया) प्रथम विश्व युद्ध के दौरान धुरी शक्तियों (केंद्रीय शक्तियों) का हिस्सा थे या उनसे जुड़े थे। रूस मित्र राष्ट्रों का हिस्सा था।

प्रश्न 11: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल सम्राट ने की थी?

  1. बाबर
  2. हुमायूँ
  3. अकबर
  4. जहांगीर

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत की थी। यह एक संश्लेषणवादी धर्म था जिसका उद्देश्य विभिन्न धर्मों के सार को मिलाकर एक नया पंथ बनाना था।
  • संदर्भ और विस्तार: अकबर एक धार्मिक सहिष्णुतावादी शासक थे और उन्होंने विभिन्न धर्मों के विद्वानों के साथ विचार-विमर्श किया। दीन-ए-इलाही किसी विशेष धर्म के अनुयायियों के लिए अनिवार्य नहीं था, और बहुत कम लोगों ने इसे अपनाया। बीरबल इसके प्रमुख अनुयायियों में से एक थे।
  • गलत विकल्प: बाबर ने मुगल साम्राज्य की नींव रखी। हुमायूँ ने शासन किया लेकिन ऐसी कोई धार्मिक पहल नहीं की। जहांगीर को कला और वास्तुकला में रुचि थी, लेकिन उन्होंने भी दीन-ए-इलाही का समर्थन नहीं किया।

प्रश्न 12: प्रसिद्ध ‘दांडी मार्च’ (नमक सत्याग्रह) किस वर्ष हुआ था?

  1. 1920
  2. 1925
  3. 1930
  4. 1935

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से दांडी (गुजरात) तक 241 मील की पैदल यात्रा शुरू की, जिसे दांडी मार्च या नमक सत्याग्रह के नाम से जाना जाता है। 6 अप्रैल 1930 को, गांधीजी ने समुद्र तट पर नमक कानून तोड़कर सविनय अवज्ञा आंदोलन का शुभारंभ किया।
  • संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाए गए नमक कर के विरोध में था, जो भारतीयों के लिए एक आवश्यक वस्तु थी। इस मार्च ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को गति दी और राष्ट्रीय आंदोलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना।
  • गलत विकल्प: 1920 में असहयोग आंदोलन, 1925 में चौरी-चौरा की घटना हुई, और 1935 में भारत सरकार अधिनियम आया।

प्रश्न 13: निम्नलिखित में से कौन सा जैन धर्म का त्रिरत्न (Three Jewels) नहीं है?

  1. सम्यक दर्शन
  2. सम्यक ज्ञान
  3. सम्यक आचरण
  4. सम्यक चरित्र

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: जैन धर्म के त्रिरत्न हैं: सम्यक दर्शन (सही विश्वास), सम्यक ज्ञान (सही ज्ञान), और सम्यक आचरण (सही आचरण)। ये मोक्ष प्राप्ति के मार्ग माने जाते हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: सम्यक आचरण में पंच महाव्रत (अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह) और तीन गुप्तियों (मन, वचन, कर्म पर नियंत्रण) का पालन करना शामिल है।
  • गलत विकल्प: सम्यक चरित्र कोई स्वतंत्र त्रिरत्न नहीं है; यह सम्यक आचरण का एक हिस्सा या उसका परिणाम हो सकता है, लेकिन यह स्वयं में एक अलग रत्न के रूप में परिभाषित नहीं है।

प्रश्न 14: ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?

  1. दादाभाई नौरोजी
  2. व्योमेश चंद्र बनर्जी
  3. सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
  4. फिरोजशाह मेहता

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को हुई थी। इसके प्रथम अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी थे, जिन्होंने बॉम्बे (अब मुंबई) में आयोजित कांग्रेस के पहले अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ए.ओ. ह्यूम (एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी) ने कांग्रेस की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। कांग्रेस की स्थापना का उद्देश्य भारतीयों को एक मंच पर लाना और ब्रिटिश सरकार के सामने उनकी मांगों को रखना था।
  • गलत विकल्प: दादाभाई नौरोजी कांग्रेस के कई बार अध्यक्ष रहे और ‘भारत का ग्रैंड ओल्ड मैन’ कहलाते थे। सुरेन्द्रनाथ बनर्जी ने भारतीय राष्ट्रीय संघ का गठन किया था, जो बाद में कांग्रेस में विलीन हो गया। फिरोजशाह मेहता भी कांग्रेस के प्रमुख नेता थे।

प्रश्न 15: ‘दास कैपिटल’ (Das Kapital) के लेखक कौन थे?

  1. फ्रेडरिक एंजल्स
  2. कार्ल मार्क्स
  3. व्लादिमीर लेनिन
  4. रॉबर्ट ओवेन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘दास कैपिटल’ (Das Kapital) कार्ल मार्क्स की एक मौलिक रचना है, जो पूंजीवादी उत्पादन प्रणाली के विश्लेषण पर केंद्रित है। इसका पहला खंड 1867 में प्रकाशित हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस पुस्तक में, मार्क्स ने पूंजीवाद के सिद्धांतों, श्रम के मूल्य, अधिशेष मूल्य (surplus value) और वर्ग संघर्ष की अवधारणाओं को विस्तार से समझाया। यह मार्क्सवादी विचारधारा का आधार ग्रंथ है।
  • गलत विकल्प: फ्रेडरिक एंजल्स मार्क्स के घनिष्ठ सहयोगी थे और उन्होंने ‘दास कैपिटल’ के बाद के खंडों को पूरा करने में मदद की। लेनिन एक प्रमुख मार्क्सवादी सिद्धांतकार और बोल्शेविक क्रांति के नेता थे। रॉबर्ट ओवेन एक प्रारंभिक समाजवादी थे।

प्रश्न 16: निम्नलिखित में से किस वंश के शासकों को ‘ancient Tamilakam’ (प्राचीन तमिल क्षेत्र) में ‘मुवर’ (तीन राजा) कहा जाता था?

  1. पल्लव
  2. चालुक्य
  3. राष्ट्रकूट
  4. चोल, चेर और पांड्य

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: प्राचीन तमिल साहित्य और इतिहास में, चोल, चेर और पांड्य वंशों के शासकों को सामूहिक रूप से ‘मुवर’ या ‘तीन राजा’ के रूप में जाना जाता था, जिन्होंने ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी से लेकर ईस्वी तीसरी शताब्दी तक प्राचीन तमिल क्षेत्र पर शासन किया।
  • संदर्भ और विस्तार: इन तीनों राजवंशों के बीच लगातार संघर्ष चलता रहता था, लेकिन उन्होंने एक-दूसरे के क्षेत्रों पर भी विजय प्राप्त की और तमिल संस्कृति एवं साहित्य के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • गलत विकल्प: पल्लव, चालुक्य और राष्ट्रकूट दक्षिण भारत के अन्य महत्वपूर्ण राजवंश थे, लेकिन ‘मुवर’ शब्द विशेष रूप से चोल, चेर और पांड्यों के लिए प्रयुक्त होता है।

प्रश्न 17: ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) प्रणाली को किसने शुरू किया था?

  1. लॉर्ड कार्नवालिस
  2. लॉर्ड वेलेजली
  3. लॉर्ड डलहौजी
  4. लॉर्ड बेंटिंक

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: सहायक संधि प्रणाली को मुख्य रूप से लॉर्ड वेलेजली (1798-1805) ने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व का विस्तार करने के लिए लागू किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस संधि के तहत, भारतीय शासकों को अपनी सेना भंग करनी पड़ती थी, ब्रिटिश सेना को बनाए रखने का खर्च उठाना पड़ता था, और अपने क्षेत्र में एक ब्रिटिश रेजिडेंट रखना पड़ता था। बदले में, कंपनी उस भारतीय शासक को बाहरी आक्रमणों से सुरक्षा प्रदान करती थी। इस नीति के माध्यम से कई भारतीय राज्य ब्रिटिश नियंत्रण में आ गए।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कार्नवालिस स्थायी बंदोबस्त के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए प्रसिद्ध हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा उन्मूलन जैसे सामाजिक सुधार किए।

प्रश्न 18: भारत में ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?

  1. 1929
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था। यह समझौता वायसराय लॉर्ड इरविन और महात्मा गांधी के बीच हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: सविनय अवज्ञा आंदोलन को समाप्त करने के उद्देश्य से यह समझौता किया गया था। समझौते के तहत, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित करने और गोलमेज सम्मेलन (Round Table Conference) में भाग लेने पर सहमति व्यक्त की, जबकि सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और नमक पर लगे प्रतिबंध को हटाने जैसे कुछ रियायतें दीं।
  • गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ जिसमें पूर्ण स्वराज की मांग की गई। 1930 में दांडी मार्च शुरू हुआ। 1932 में पूना समझौता हुआ।

प्रश्न 19: निम्नलिखित में से किस वेद में ‘जादू-टोने’ (Magic Spells and Charms) का वर्णन है?

  1. ऋग्वेद
  2. यजुर्वेद
  3. सामवेद
  4. अथर्ववेद

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: अथर्ववेद, चारों वेदों में से अंतिम वेद, मुख्य रूप से जादू-टोने, वशीकरण, औषधियों, चिकित्सा, और पारिवारिक जीवन से संबंधित मंत्रों और अनुष्ठानों का संग्रह है।
  • संदर्भ और विस्तार: जबकि ऋग्वेद, यजुर्वेद और सामवेद मुख्य रूप से देवताओं की स्तुति, यज्ञों के विधान और सामगान पर केंद्रित हैं, अथर्ववेद लौकिक जीवन की समस्याओं के समाधान और अंधविश्वासों से जुड़ा है।
  • गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है और इसमें स्तुतियाँ हैं। यजुर्वेद यज्ञों के नियमों से संबंधित है, और सामवेद गीतों का वेद है।

प्रश्न 20: ‘कुतुब मीनार’ का निर्माण किसने शुरू करवाया था?

  1. इल्तुतमिश
  2. अलाउद्दीन खिलजी
  3. कुतुबुद्दीन ऐबक
  4. फिरोजशाह तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1193 ईस्वी में कुतुब मीनार का निर्माण कार्य शुरू करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इसका निर्माण सूफी संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की याद में किया गया था। कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसका पहला मंजिला बनवाया था। बाद के शासकों, विशेष रूप से इल्तुतमिश ने इसमें और मंजिलों को जोड़ा, और फिरोजशाह तुगलक ने बिजली गिरने से क्षतिग्रस्त हुए ऊपरी मंजिलों का पुनर्निर्माण करवाया।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने निर्माण पूरा करवाया। अलाउद्दीन खिलजी ने एक अधूरे मीनार का निर्माण करवाया और फिरोजशाह तुगलक ने उसका पुनर्निर्माण किया।

प्रश्न 21: 1922 में ‘चौरी-चौरा’ की घटना हुई थी, जिसके कारण महात्मा गांधी ने किस आंदोलन को स्थगित कर दिया था?

  1. सविनय अवज्ञा आंदोलन
  2. भारत छोड़ो आंदोलन
  3. असहयोग आंदोलन
  4. खिलाफत आंदोलन

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: 5 फरवरी 1922 को गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा नामक स्थान पर उग्र भीड़ ने एक पुलिस थाने को आग लगा दी थी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी मारे गए थे। इस अहिंसक घटना के जवाब में, महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय लिया।
  • संदर्भ और विस्तार: गांधीजी अहिंसा के प्रबल समर्थक थे और उनका मानना था कि आंदोलन में जनता का विश्वास बने रहने के लिए अहिंसक रहना आवश्यक है। चौरी-चौरा की घटना ने उन्हें यह निर्णय लेने के लिए प्रेरित किया।
  • गलत विकल्प: सविनय अवज्ञा आंदोलन 1930 में शुरू हुआ। भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में शुरू हुआ। खिलाफत आंदोलन असहयोग आंदोलन के साथ मिलकर चला था, लेकिन चौरी-चौरा की घटना के कारण वह स्थगित नहीं हुआ।

प्रश्न 22: ‘इंडिका’ (Indica) के लेखक कौन थे?

  1. टॉलेमी
  2. पाइथागोरस
  3. मेगस्थनीज
  4. ह्वेनसांग

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘इंडिका’ नामक प्रसिद्ध पुस्तक के लेखक मेगस्थनीज थे, जो सेल्युकस निकेटर के राजदूत थे और चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में आए थे।
  • संदर्भ और विस्तार: मेगस्थनीज ने भारत में अपने प्रवास के दौरान भारत के समाज, संस्कृति, राजनीति और भूगोल का विस्तृत विवरण अपनी पुस्तक ‘इंडिका’ में प्रस्तुत किया। यद्यपि मूल पुस्तक अब उपलब्ध नहीं है, लेकिन बाद के लेखकों (जैसे एरियन, प्लिनी) के उद्धरणों से इसके महत्वपूर्ण अंश मिलते हैं।
  • गलत विकल्प: टॉलेमी एक यूनानी भूगोलवेत्ता थे। पाइथागोरस एक यूनानी गणितज्ञ थे। ह्वेनसांग एक चीनी यात्री थे जो हर्षवर्धन के शासनकाल में भारत आए थे और उन्होंने ‘सी-यू-की’ लिखी थी।

प्रश्न 23: ‘फ्रांस की क्रांति’ किस वर्ष हुई थी?

  1. 1776
  2. 1789
  3. 1815
  4. 1848

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: फ्रांस की क्रांति 1789 में शुरू हुई और 1799 तक चली। यह एक महत्वपूर्ण घटना थी जिसने फ्रांस और पूरे यूरोप के राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य को बदल दिया।
  • संदर्भ और विस्तार: क्रांति के प्रमुख कारणों में राजशाही की निरंकुशता, सामाजिक असमानता, आर्थिक संकट और प्रबोधन (Enlightenment) के विचार शामिल थे। 14 जुलाई 1789 को बास्तील के पतन को क्रांति की शुरुआत माना जाता है। इस क्रांति के नारे ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) आज भी प्रसिद्ध हैं।
  • गलत विकल्प: 1776 में अमेरिकी क्रांति हुई। 1815 में वाटरलू का युद्ध हुआ जिसने नेपोलियन के शासन का अंत किया। 1848 में यूरोप के कई देशों में क्रांति हुई।

प्रश्न 24: ‘कबीर’ किसके शिष्य थे?

  1. रामानुजाचार्य
  2. वल्लभाचार्य
  3. नरहरिदास
  4. रामानंद

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: संत कबीर दास, जिन्हें 15वीं शताब्दी के सबसे प्रभावशाली रहस्यवादी कवियों में से एक माना जाता है, स्वामी रामानंद के शिष्य थे।
  • संदर्भ और विस्तार: रामानंद भक्ति आंदोलन के एक प्रमुख संत थे जिन्होंने उत्तर भारत में ईश्वर की भक्ति को सर्वव्यापी बनाया। कबीर ने हिंदू और इस्लाम दोनों धर्मों के पहलुओं को मिलाकर एक समन्वित दर्शन प्रस्तुत किया, और उन्होंने जातिवाद, धार्मिक आडंबरों और कर्मकांडों की कड़ी आलोचना की।
  • गलत विकल्प: रामानुजाचार्य एक दार्शनिक थे जो विशिष्टाद्वैतवाद से जुड़े थे। वल्लभाचार्य पुष्टिमार्ग के संस्थापक थे। नरहरिदास महान भक्त कवि तुलसीदास के गुरु थे।

प्रश्न 25: ‘गांधी-अंबेडकर समझौता’ (पूना पैक्ट) कब हुआ था?

  1. 1930
  2. 1931
  3. 1932
  4. 1933

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: पूना समझौता (Poona Pact) 24 सितंबर 1932 को पुणे की यरवदा जेल में महात्मा गांधी और डॉ. बी.आर. अंबेडकर के बीच हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस समझौते पर हस्ताक्षर सांप्रदायिक पंचाट (Communal Award) के संदर्भ में किए गए थे, जिसने दलितों (जिन्हें उस समय ‘शोषित वर्ग’ कहा जाता था) के लिए अलग चुनावी मंडल (separate electorates) का प्रावधान किया था। गांधीजी इसके विरोधी थे क्योंकि उन्हें लगता था कि यह दलितों को समाज से अलग कर देगा। पूना पैक्ट में दलितों के लिए सांप्रदायिक पंचाट में की गई व्यवस्थाओं को संशोधित किया गया, जिसमें केंद्रीय विधानमंडल में सीटें आरक्षित की गईं, लेकिन संयुक्त निर्वाचक मंडल (joint electorates) का प्रावधान रखा गया।
  • गलत विकल्प: 1930 में दांडी मार्च, 1931 में गांधी-इरविन समझौता और 1933 में दलितों के लिए हरिजन शब्द का प्रयोग अधिक प्रचलन में आया।

Leave a Comment