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ऐतिहासिक रणभूमि: अपनी पकड़ मजबूत करें!

ऐतिहासिक रणभूमि: अपनी पकड़ मजबूत करें!

इतिहास के महासागर में गोता लगाएँ और अपने ज्ञान की गहराई को परखें! आज हम आपके लिए लाए हैं 25 चुनिंदा प्रश्न, जो प्राचीन भारत से लेकर विश्व के इतिहास तक फैले हैं। यह सिर्फ एक प्रश्नोत्तरी नहीं, बल्कि आपकी तैयारी को एक नई दिशा देने का अवसर है। तो कमर कस लीजिए, इतिहास के इस रोमांचक सफर में शामिल हो जाइए!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।


प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस सिंधु घाटी सभ्यता स्थल से घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं?

  1. लोथल
  2. कालीबंगा
  3. सुरकोतड़ा
  4. मोहनजोदड़ो

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: सुरकोतड़ा (गुजरात) नामक सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल से घोड़े के अवशेष (जैसे दांत और कुछ हड्डी के टुकड़े) प्राप्त हुए हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: हालांकि घोड़े के व्यापक प्रयोग के प्रमाण अभी भी बहस का विषय हैं, सुरकोतड़ा से मिले अवशेष महत्वपूर्ण माने जाते हैं। लोथल से एक नाव का मॉडल मिला है, कालीबंगा से जूते हुए खेत के साक्ष्य मिले हैं, और मोहनजोदड़ो से ‘महास्नानागार’ जैसी संरचनाएं प्राप्त हुई हैं।
  • गलत विकल्प: लोथल, कालीबंगा और मोहनजोदड़ो से घोड़े के अवशेष मिलने के पुख्ता प्रमाण नहीं मिले हैं।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सा कथन मौर्य काल के संदर्भ में असत्य है?

  1. अशोक के शिलालेखों में प्रजा को ‘प्रजा’ कहकर संबोधित किया गया है।
  2. मेगस्थनीज ने अपनी पुस्तक ‘इंडिका’ में मौर्यों की सात जातियों का उल्लेख किया है।
  3. मौर्य काल में पाटलिपुत्र को ‘कौटिल्यपुर’ के नाम से जाना जाता था।
  4. अर्थशास्त्र में वर्णित ‘कुंड’ का तात्पर्य गुप्तचरों के लिए स्थापित गोपनीय स्थान से था।

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: मौर्य काल में पाटलिपुत्र को ‘पाटलिपुत्र’ या ‘पुष्पपुर’ के नाम से जाना जाता था। ‘कौटिल्यपुर’ नामक कोई ज्ञात नाम उस काल में पाटलिपुत्र के लिए प्रचलित नहीं था।
  • संदर्भ और विस्तार: अशोक के शिलालेखों में अपने विषयों को ‘प्रजा’ कहकर संबोधित किया गया है। मेगस्थनीज ने ‘इंडिका’ में तत्कालीन भारतीय समाज को सात जातियों (दार्शनिक, कृषक, सैनिक, चरवाहे, कारीगर, निरीक्षक और सभासद) में विभाजित किया था। कौटिल्य के अर्थशास्त्र में ‘कुंड’ का प्रयोग गुप्तचरों से संबंधित गुप्त स्थानों या गुप्तचरों के संचार केंद्र के लिए किया गया है।
  • गलत विकल्प: कथन (a), (b), और (d) ऐतिहासिक रूप से सत्य हैं।

प्रश्न 3: ‘संगम साहित्य’ किस दक्षिण भारतीय राजवंश के शासनकाल में रचा गया?

  1. पल्लव
  2. चालुक्य
  3. चोल, चेर और पांड्य
  4. राष्ट्रकूट

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: संगम साहित्य मुख्य रूप से चोल, चेर और पांड्य राजवंशों के शासनकाल (लगभग 300 ईसा पूर्व से 300 ईसवी) के दौरान रचा गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह साहित्य उस समय के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक जीवन का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है। इसमें उस समय के कवियों की रचनाएँ शामिल हैं, जो इन तीन प्रमुख तमिल राज्यों के जीवन को दर्शाती हैं।
  • गलत विकल्प: पल्लव, चालुक्य और राष्ट्रकूट राजवंश बाद के कालखंडों में शक्तिशाली हुए और इनके शासनकाल की साहित्यिक विशेषताएँ भिन्न हैं।

प्रश्न 4: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-खैरात’ (दान विभाग) की स्थापना की थी?

  1. बलबन
  2. अलाउद्दीन खिलजी
  3. मुहम्मद बिन तुगलक
  4. फिरोज शाह तुगलक

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: फिरोजशाह तुगलक (शासनकाल 1351-1388) ने ‘दीवान-ए-खैरात’ नामक एक विभाग की स्थापना की थी, जो गरीबों, विधवाओं और अनाथों के लिए दान और सहायता का वितरण करता था।
  • संदर्भ और विस्तार: फिरोजशाह तुगलक अपने कल्याणकारी कार्यों के लिए जाने जाते थे। उन्होंने कई शहरों का निर्माण कराया, नहरों का जाल बिछाया और दास प्रथा को भी व्यवस्थित किया। उनके द्वारा स्थापित ‘दीवान-ए-इस्तिहाक’ (पेंशन विभाग) भी जनकल्याण से संबंधित था।
  • गलत विकल्प: बलबन ने ‘दीवान-ए-अर्ज’ (सैन्य विभाग) की स्थापना की थी। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण की व्यवस्था लागू की थी। मुहम्मद बिन तुगलक अपनी महत्वाकांक्षी योजनाओं के लिए जाने जाते थे, जैसे सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन।

प्रश्न 5: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्णदेवराय
  2. देवराय द्वितीय
  3. हरिहर और बुक्का
  4. वीर नरसिंह

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और उनके भाई बुक्का राय प्रथम ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इन दोनों भाइयों ने तुंगभद्रा नदी के किनारे इस शक्तिशाली साम्राज्य की नींव रखी, जो लगभग 250 वर्षों तक दक्षिण भारत में एक प्रमुख राजनीतिक और सांस्कृतिक शक्ति बना रहा। यह साम्राज्य अपने कला, साहित्य और वास्तुकला के संरक्षण के लिए प्रसिद्ध था।
  • गलत विकल्प: कृष्णदेवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। देवराय द्वितीय और वीर नरसिंह भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन वे हरिहर-बुक्का के बाद हुए।

प्रश्न 6: 1857 के विद्रोह के दौरान लखनऊ का नेतृत्व किसने किया था?

  1. रानी लक्ष्मीबाई
  2. बेगम हजरत महल
  3. कुंवर सिंह
  4. बहादुर शाह द्वितीय

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: 1857 के विद्रोह के दौरान, अवध की बेगम हजरत महल ने लखनऊ में विद्रोहियों का नेतृत्व किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: उनके नाबालिग बेटे, बिर्जिस कद्र को अवध का नवाब घोषित किया गया था, और उन्होंने ब्रिटिश सेना के खिलाफ संघर्ष का नेतृत्व किया।
  • गलत विकल्प: रानी लक्ष्मीबाई ने कानपुर और झाँसी में विद्रोह का नेतृत्व किया था। कुंवर सिंह ने आरा (बिहार) में विद्रोह का नेतृत्व किया था। बहादुर शाह द्वितीय दिल्ली में नाममात्र के सम्राट थे, लेकिन वास्तविक नेतृत्व उनके सेनापतियों के हाथ में था।

प्रश्न 7: ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) की नीति किसने लागू की थी?

  1. लॉर्ड कॉर्नवालिस
  2. लॉर्ड वेलेजली
  3. लॉर्ड डलहौजी
  4. लॉर्ड विलियम बेंटिंक

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘सहायक संधि’ की नीति लॉर्ड वेलेजली (1798-1805) ने लागू की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस नीति के तहत, भारतीय शासकों को अपनी सेनाएँ भंग करनी पड़ती थीं और अपनी रक्षा के लिए ब्रिटिश सेना को अपने राज्य में रखना पड़ता था, जिसका खर्च भारतीय शासक को उठाना पड़ता था। इसके बदले में, ब्रिटिश उनकी आंतरिक और बाहरी सुरक्षा की गारंटी देते थे। यह ब्रिटिश प्रभाव को बढ़ाने और भारतीय राज्यों को अपने अधीन करने का एक प्रभावी तरीका था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कॉर्नवालिस ने स्थायी बंदोबस्त लागू किया था। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का उन्मूलन किया था।

प्रश्न 8: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. स्कंदगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ई.) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने उन्हें उनकी सैन्य सफलताओं के कारण दी थी। समुद्रगुप्त ने अपने साम्राज्य का विस्तार उत्तरी भारत से लेकर दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों तक किया था। उनके प्रयाग प्रशस्ति में उनकी विजयों का विस्तृत वर्णन मिलता है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने गुप्त वंश की नींव रखी और महाराजाधिराज की उपाधि धारण की। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने अपने काल में कला और साहित्य को बढ़ावा दिया। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया था।

प्रश्न 9: निम्नलिखित में से कौन सा कथन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के बारे में सत्य नहीं है?

  1. इस आंदोलन का नारा ‘करो या मरो’ था।
  2. इस आंदोलन का नेतृत्व गांधीजी ने किया था।
  3. यह आंदोलन पूर्णतः अहिंसक था।
  4. इस आंदोलन में समानांतर सरकारों की स्थापना हुई।

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन पूर्णतः अहिंसक नहीं था। जबकि इसका मूल अहिंसा पर आधारित था, इस आंदोलन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसा की घटनाएं भी हुईं, जैसे सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाना और ट्रेनों को रोकना।
  • संदर्भ और विस्तार: गांधीजी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया और आंदोलन का नेतृत्व किया। हालांकि, आंदोलन शुरू होते ही गांधीजी और अन्य प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे यह आंदोलन जन-आंदोलन के रूप में फैल गया। बलिया (चित्तू पांडे), ता.मि. (तमिलनाडु) और सतारा (महाराष्ट्र) जैसे स्थानों पर समानांतर सरकारों की स्थापना हुई।
  • गलत विकल्प: कथन (a), (b), और (d) सत्य हैं।

प्रश्न 10: ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद किस साम्राज्य में थी?

  1. मुगल साम्राज्य
  2. मैसूर साम्राज्य
  3. मराठा साम्राज्य
  4. गोलकुंडा सल्तनत

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद मराठा साम्राज्य में शिवाजी महाराज के शासनकाल में थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह परिषद शिवाजी के प्रशासन का मुख्य आधार थी। इसमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (सरकारी पत्र व्यवहार), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडित राव (धर्माधिकारी), सेनापति (सैन्य कमांडर), न्यायधीश (न्याय अधिकारी) और सुमंत (गुप्तचर प्रमुख) जैसे पद शामिल थे।
  • गलत विकल्प: मुगल साम्राज्य में वजीर, दीवान-ए-आला जैसे पद थे। मैसूर साम्राज्य और गोलकुंडा सल्तनत की प्रशासनिक संरचनाएं भिन्न थीं।

प्रश्न 11: 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध किनके बीच हुआ था?

  1. मुगल और मराठा
  2. मराठा और अफगान (अहमद शाह अब्दाली)
  3. ब्रिटिश और मैसूर
  4. मुगल और अफगान

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध मराठों और अफगान शासक अहमद शाह अब्दाली के बीच हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में अहमद शाह अब्दाली की निर्णायक जीत हुई थी, जिसने भारत में मराठा शक्ति के विस्तार को अस्थायी रूप से रोक दिया था। इस युद्ध को भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जाता है।
  • गलत विकल्प: पानीपत का प्रथम युद्ध (1526) बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच, दूसरा युद्ध (1556) अकबर और हेमू के बीच हुआ था। ब्रिटिश और मैसूर के बीच चार युद्ध हुए थे।

प्रश्न 12: ‘असहयोग आंदोलन’ किस वर्ष प्रारंभ हुआ?

  1. 1919
  2. 1920
  3. 1922
  4. 1924

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: महात्मा गांधी द्वारा चलाया गया असहयोग आंदोलन 1920 में प्रारंभ हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नागपुर अधिवेशन (1920) में औपचारिक रूप से अपनाया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश सरकार को भारत के आंतरिक मामलों में सहयोग न करके अपनी मांगों को मनवाना था। चौरी-चौरा की घटना के कारण गांधीजी ने 1922 में इसे वापस ले लिया था।
  • गलत विकल्प: 1919 में रॉलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था, जिसने आंदोलन की पृष्ठभूमि तैयार की। 1922 में आंदोलन समाप्त हुआ, और 1924 में स्वराज पार्टी का गठन हुआ।

प्रश्न 13: निम्नलिखित में से कौन सा स्थल ‘महाजनपद काल’ से संबंधित नहीं है?

  1. वैशाली
  2. राजगृह
  3. पाटलिपुत्र
  4. कांचीपुरम

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: कांचीपुरम (दक्षिण भारत) महाजनपद काल (लगभग 600 ईसा पूर्व – 325 ईसा पूर्व) से सीधे तौर पर संबंधित नहीं है। यह बाद के कांची के पल्लव वंश की राजधानी के रूप में प्रमुखता में आया।
  • संदर्भ और विस्तार: वैशाली (वज्जिसंघ की राजधानी), राजगृह (मगध की प्रारंभिक राजधानी) और पाटलिपुत्र (मगध की बाद की राजधानी) सभी प्रमुख महाजनपदों या उनसे संबंधित राज्यों के महत्वपूर्ण केंद्र थे।
  • गलत विकल्प: अन्य सभी विकल्प (वैशाली, राजगृह, पाटलिपुत्र) महाजनपद काल की प्रमुख राजनीतिक और सांस्कृतिक केंद्र थे।

प्रश्न 14: ‘अकबरनामा’ का लेखक कौन था?

  1. अबुल फजल
  2. फैजी
  3. बदायूँनी
  4. इस्लाम शाह सूरी

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘अकबरनामा’ का लेखक अबुल फजल था, जो मुगल सम्राट अकबर के नौ रत्नों (नवरत्न) में से एक था।
  • संदर्भ और विस्तार: अकबरनामा अकबर के शासनकाल का एक विस्तृत इतिहास है, जिसे तीन खंडों में लिखा गया है। तीसरा खंड ‘दीन-ए-अकबरी’ कहलाता है, जिसमें अकबर के प्रशासन, सेना, राजस्व व्यवस्था और रीति-रिवाजों का वर्णन है।
  • गलत विकल्प: फैजी अबुल फजल का भाई था और वह भी अकबर के दरबार में था। बदायूँनी ने ‘मुंतखब-उत-तवारीख’ लिखी थी। इस्लाम शाह सूरी शेरशाह सूरी का उत्तराधिकारी था।

प्रश्न 15: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष कौन था?

  1. मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
  2. सर सैयद अहमद खान
  3. बदरुद्दीन तैयबजी
  4. रफी अहमद किदवई

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: बदरुद्दीन तैयबजी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष थे। उन्होंने 1887 में मद्रास अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: उनकी अध्यक्षता ने कांग्रेस को और अधिक समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम का प्रतिनिधित्व किया।
  • गलत विकल्प: मौलाना अबुल कलाम आजाद कई बार कांग्रेस के अध्यक्ष रहे, जिनमें सबसे युवा भी थे, लेकिन वे पहले मुस्लिम अध्यक्ष नहीं थे। सर सैयद अहमद खान ने कांग्रेस की स्थापना के समय उसका विरोध किया था। रफी अहमद किदवई बाद के कांग्रेसी नेता थे।

प्रश्न 16: ‘गीत गोविंद’ के रचनाकार जयदेव किसके दरबारी कवि थे?

  1. हर्षवर्धन
  2. चंद्रगुप्त द्वितीय
  3. लक्ष्मण सेन
  4. कृष्णदेवराय

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: जयदेव, जिन्होंने ‘गीत गोविंद’ की रचना की, बंगाल के सेन वंश के शासक लक्ष्मण सेन (शासनकाल 1178-1206 ई.) के दरबारी कवि थे।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘गीत गोविंद’ एक प्रसिद्ध संस्कृत काव्य है जो राधा और कृष्ण के प्रेम का वर्णन करता है। जयदेव उस समय के प्रभावशाली कवियों में से थे और लक्ष्मण सेन के दरबार में उन्हें विशेष सम्मान प्राप्त था।
  • गलत विकल्प: हर्षवर्धन (7वीं शताब्दी) के दरबार में बाणभट्ट थे। चंद्रगुप्त द्वितीय (गुप्त काल) के दरबार में कालिदास जैसे विद्वान थे। कृष्णदेवराय (विजयनगर) के दरबार में तेनाली राम जैसे साहित्यकार थे।

प्रश्न 17: रैयतवाड़ी व्यवस्था का जनक किसे माना जाता है?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. सर थॉमस मुनरो
  3. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: रैयतवाड़ी व्यवस्था का जनक सर थॉमस मुनरो को माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: 1820 में मद्रास के गवर्नर के रूप में, उन्होंने इस व्यवस्था को व्यापक रूप से लागू किया। इस व्यवस्था के तहत, भूमि सीधे किसानों (रैयत) को उनकी अपनी भूमि पर मालिकाना हक के साथ दी गई थी, और उन्हें सीधे सरकार को लगान देना पड़ता था। इसने बिचौलियों को समाप्त कर दिया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत के सिद्धांत’ से जुड़े हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सामाजिक सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया। लॉर्ड कर्जन ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया था।

प्रश्न 18: सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्म कहाँ हुआ था?

  1. आनंदपुर साहिब
  2. पटना साहिब
  3. तलवंडी
  4. अमृतसर

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्म 26 दिसंबर 1666 को पटना साहिब (वर्तमान बिहार) में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की, जिसने सिख धर्म में एक महत्वपूर्ण क्रांति ला दी। उन्होंने ‘पांच ककार’ (केश, कंघा, कड़ा, कच्छा, कृपाण) को अपनाने का आदेश दिया और ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया।
  • गलत विकल्प: आनंदपुर साहिब वह स्थान है जहाँ उन्होंने खालसा पंथ की स्थापना की थी। तलवंडी (राय भोय की तलवंडी) गुरु नानक देव का जन्मस्थान है। अमृतसर सिखों का पवित्र शहर है जहाँ स्वर्ण मंदिर स्थित है।

प्रश्न 19: ‘गीतिका’ (Gettysburg Address) किसके द्वारा दिया गया प्रसिद्ध भाषण है?

  1. जॉर्ज वाशिंगटन
  2. अब्राहम लिंकन
  3. फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट
  4. जॉन एफ. कैनेडी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘गीतिका’ (Gettysburg Address) का प्रसिद्ध भाषण अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन द्वारा 19 नवंबर 1863 को दिया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह भाषण अमेरिकी गृहयुद्ध (American Civil War) के दौरान गेटिसबर्ग, पेंसिल्वेनिया में एक सैनिक कब्रिस्तान के समर्पण समारोह में दिया गया था। यह लोकतंत्र, स्वतंत्रता और समानता के आदर्शों पर एक मार्मिक और प्रेरणादायक भाषण माना जाता है।
  • गलत विकल्प: जॉर्ज वाशिंगटन अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे। फ्रैंकलिन डी. रूजवेल्ट और जॉन एफ. कैनेडी भी अमेरिकी राष्ट्रपति रहे हैं, लेकिन यह भाषण उनके द्वारा नहीं दिया गया था।

प्रश्न 20: किस गुप्त शासक ने ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण की?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: चंद्रगुप्त द्वितीय (लगभग 380-415 ई.) को ‘विक्रमादित्य’ के नाम से भी जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: उन्होंने शकों को पराजित करने के उपलक्ष्य में यह उपाधि धारण की थी। उनके शासनकाल को गुप्त साम्राज्य का स्वर्ण युग माना जाता है, जिसमें कला, साहित्य, विज्ञान और खगोल विज्ञान का अभूतपूर्व विकास हुआ। प्रसिद्ध चीनी यात्री फाहियान भी उनके शासनकाल में भारत आया था।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश के संस्थापक थे। समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।

प्रश्न 21: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) का प्रारंभ किस देश में हुआ?

  1. फ्रांस
  2. इंग्लैंड
  3. इटली
  4. जर्मनी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: पुनर्जागरण (Renaissance) आंदोलन का प्रारंभ 14वीं शताब्दी में इटली में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह एक सांस्कृतिक, कलात्मक, राजनीतिक और आर्थिक पुनरुत्थान का काल था, जिसने मध्य युग के अंत और आधुनिक युग की शुरुआत को चिह्नित किया। यह काल प्राचीन ग्रीक और रोमन कला, साहित्य और दर्शन में रुचि के नवीनीकरण द्वारा चिह्नित किया गया था। फ्लोरेंस, वेनिस और रोम जैसे इतालवी शहर पुनर्जागरण के प्रमुख केंद्र थे।
  • गलत विकल्प: फ्रांस, इंग्लैंड और जर्मनी में भी पुनर्जागरण का प्रभाव पड़ा, लेकिन इसका जन्मस्थान इटली ही था।

प्रश्न 22: चोल साम्राज्य की नौसेना शक्ति का प्रमुख केंद्र क्या था?

  1. तंजौर
  2. कांचीपुरम
  3. मदुरै
  4. कांची या कावेरीपट्टनम

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: कांची (कांचीपुरम) और कावेरीपट्टनम चोल साम्राज्य की नौसेना शक्ति के प्रमुख बंदरगाह और केंद्र थे।
  • संदर्भ और विस्तार: चोल राजाओं, विशेषकर राजराज प्रथम और राजेंद्र चोल प्रथम, ने एक शक्तिशाली नौसेना का निर्माण किया था, जिसने उन्हें दक्षिण पूर्व एशिया (जैसे श्रीविजय) तक अपने अभियानों में सफलता दिलाई। कावेरीपट्टनम एक प्रमुख बंदरगाह था, जबकि कांची एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक और सांस्कृतिक केंद्र था।
  • गलत विकल्प: तंजौर चोलों की राजधानी थी, लेकिन नौसेना गतिविधियों का प्रमुख केंद्र नहीं। मदुरै पांड्य राज्य की राजधानी थी।

प्रश्न 23: ‘खुदाई खिदमतगार’ संगठन की स्थापना किसने की थी?

  1. महात्मा गांधी
  2. जवाहरलाल नेहरू
  3. खान अब्दुल गफ्फार खान
  4. सरदार वल्लभभाई पटेल

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘खुदाई खिदमतगार’ (अर्थात् ‘ईश्वर का सेवक’) संगठन की स्थापना खान अब्दुल गफ्फार खान ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह संगठन पश्चिमोत्तर सीमांत प्रांत (अब पाकिस्तान में) में सक्रिय था और अहिंसक सविनय अवज्ञा के सिद्धांतों पर आधारित था। खान अब्दुल गफ्फार खान, जिन्हें ‘सीमांत गांधी’ भी कहा जाता है, ने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
  • गलत विकल्प: अन्य सभी विकल्प भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे, लेकिन इस विशेष संगठन से सीधे तौर पर संबंधित नहीं थे।

प्रश्न 24: निम्नलिखित में से किस युद्ध ने भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की नींव रखी?

  1. प्लासी का युद्ध (1757)
  2. बक्सर का युद्ध (1764)
  3. पानीपत का तृतीय युद्ध (1761)
  4. वांडीवास का युद्ध (1760)

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: बक्सर का युद्ध (1764) ने वास्तव में भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की नींव को मजबूत किया और राजनीतिक शक्ति के रूप में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के प्रभुत्व को स्थापित किया।
  • संदर्भ और विस्तार: प्लासी के युद्ध (1757) ने बंगाल पर कंपनी का नियंत्रण स्थापित किया था, लेकिन बक्सर के युद्ध ने कंपनी को बंगाल, बिहार और ओडिशा के दीवानी अधिकार (राजस्व एकत्र करने का अधिकार) प्रदान किए। इस युद्ध में मीर कासिम, अवध के नवाब शुजा-उद-दौला और मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना को ब्रिटिश सेना ने हराया था।
  • गलत विकल्प: प्लासी का युद्ध पहला महत्वपूर्ण कदम था, लेकिन बक्सर के युद्ध का राजनीतिक प्रभाव अधिक व्यापक था। पानीपत का तृतीय युद्ध मराठों और अफगानों के बीच था। वांडीवास का युद्ध फ्रांसीसियों को हराकर अंग्रेजों की श्रेष्ठता को दर्शाता था, लेकिन साम्राज्य की नींव के लिए बक्सर निर्णायक था।

प्रश्न 25: ‘सप्तवर्षीय युद्ध’ (Seven Years’ War) किन यूरोपीय शक्तियों के बीच लड़ा गया था?

  1. फ्रांस और स्पेन
  2. ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस
  3. जर्मनी और ऑस्ट्रिया
  4. रूस और ओटोमन साम्राज्य

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: सप्तवर्षीय युद्ध (1756-1763) मुख्य रूप से ग्रेट ब्रिटेन (और उसके सहयोगी) और फ्रांस (और उसके सहयोगी) के बीच लड़ा गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध न केवल यूरोप में, बल्कि उत्तरी अमेरिका, कैरिबियन, भारत और अफ्रीका में भी औपनिवेशिक प्रभुत्व के लिए लड़ा गया था। भारत में, इस युद्ध का भारतीय सेनाओं (जैसे रॉबर्ट क्लाइव की कमान में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी) और फ्रांसीसी ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच कर्नाटक युद्धों के माध्यम से प्रभाव देखा गया। पेरिस की संधि (1763) के साथ युद्ध समाप्त हुआ, जिसमें ब्रिटेन विजयी हुआ और उसे वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित किया।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प विभिन्न ऐतिहासिक संघर्षों से संबंधित हैं, लेकिन सप्तवर्षीय युद्ध का मुख्य विपक्षी गुट ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस था।

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