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ऐतिहासिक ज्ञान की कसौटी: क्या आप तैयार हैं?

ऐतिहासिक ज्ञान की कसौटी: क्या आप तैयार हैं?

समय की रेत पर अपने ज्ञान की पकड़ मज़बूत करने का दिन आ गया है! हम आपको इतिहास के गलियारों में एक रोमांचक यात्रा पर ले चल रहे हैं, जहाँ हर प्रश्न अतीत के रहस्यों को उजागर करेगा। क्या आप अपनी ऐतिहासिक समझ को परखने के लिए तैयार हैं? आइए, अपनी तैयारी को चुनौती दें और विजयी हों!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।


प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से “नर्तकी की मूर्ति” प्राप्त हुई थी?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: “नर्तकी की मूर्ति” सिंधु घाटी सभ्यता के सबसे प्रसिद्ध पुरातात्विक खोजों में से एक है, जो मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह कांस्य प्रतिमा लगभग 4.5 इंच लंबी है और 2500 ईसा पूर्व की मानी जाती है। यह तत्कालीन शिल्पकला और सामाजिक जीवन की झलक दिखाती है। इसके खड़े होने का अनूठा ढंग और आभूषण तत्कालीन कला की श्रेष्ठता को दर्शाते हैं।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा से श्रमिक आवास और कब्रिस्तान मिले थे। लोथल एक बंदरगाह शहर था जहाँ गोदी (dockyard) के प्रमाण मिले। कालीबंगा से जुते हुए खेत और सात अग्नि वेदिकाएँ प्राप्त हुई थीं।

प्रश्न 2: निम्नलिखित में से कौन सी उपाधि समुद्रगुप्त को उसकी विजयों के कारण दी गई थी?

  1. विक्रमादित्य
  2. भारत का नेपोलियन
  3. महाराजाधिराज
  4. शिलादित्य

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: गुप्त शासक समुद्रगुप्त को उसकी विशाल विजयों और सैन्य प्रतिभा के कारण “भारत का नेपोलियन” कहा जाता है। यह उपाधि इतिहासकार वी. ए. स्मिथ द्वारा दी गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त ने अपने शासनकाल में उत्तरी भारत के लगभग सभी राज्यों को जीत लिया था और दक्षिण भारत के कई राज्यों पर भी विजय प्राप्त की थी। उसकी सैनिक उपलब्धियाँ इतनी व्यापक थीं कि उसे भारतीय नेपोलियन से तुलना की गई।
  • गलत विकल्प: ‘विक्रमादित्य’ उपाधि चंद्रगुप्त द्वितीय (समुद्रगुप्त के पुत्र) ने धारण की थी। ‘महाराजाधिराज’ उपाधि कई शासकों द्वारा धारण की जाती थी, जिसमें चंद्रगुप्त प्रथम भी शामिल था। ‘शिलादित्य’ उपाधि मुख्य रूप से हर्षवर्धन से जुड़ी है।

प्रश्न 3: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण’ के लिए प्रसिद्ध था?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. गयासुद्दीन तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल: 1296-1316 ई.) को अपने कठोर बाजार नियंत्रण और मूल्य नियंत्रण नीतियों के लिए जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: उसने सैनिकों के लिए राशन की व्यवस्था सुनिश्चित करने और अपनी विशाल सेना के खर्चों को वहन करने के लिए अनाज, कपड़े और अन्य वस्तुओं की कीमतें तय कीं। इन कीमतों को सख्ती से लागू किया जाता था और उल्लंघन करने वालों को गंभीर दंड दिया जाता था।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश को दिल्ली सल्तनत की नींव रखने और ‘चालीसा’ (तुर्क-ए-चहलगानी) की स्थापना के लिए जाना जाता है। बलबन ने ‘राजत्व का सिद्धांत’ प्रस्तुत किया और ‘चालीसा’ को समाप्त किया। गयासुद्दीन तुगलक तुगलक वंश का संस्थापक था, जिसने कृषि सुधारों पर ध्यान दिया।

प्रश्न 4: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्णदेव राय
  2. हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम
  3. देवराय द्वितीय
  4. राम राय

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ई. में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ये दोनों भाई वारंगल के काकतीय शासकों के सामंत थे और मुहम्मद बिन तुगलक के आक्रमण के बाद उन्होंने स्वतंत्र साम्राज्य की नींव रखी। हरिहर प्रथम पहला शासक था, और बुक्का प्रथम ने साम्राज्य के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • गलत विकल्प: कृष्णदेव राय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की। देवराय द्वितीय और राम राय भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन वे संस्थापक नहीं थे।

प्रश्न 5: ‘अष्टप्रधान’ नामक मंत्रिपरिषद् किस साम्राज्य से संबंधित थी?

  1. मौर्य साम्राज्य
  2. गुप्त साम्राज्य
  3. चालुक्य साम्राज्य
  4. मराठा साम्राज्य

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘अष्टप्रधान’ छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा गठित आठ मंत्रियों की एक मंत्रिपरिषद् थी, जो मराठा साम्राज्य में कार्य करती थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह सचिव), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धर्म अधिकारी), सेनापति (सेना प्रमुख), न्यायाधीश (न्याय प्रमुख) और पंडितराव (मुख्य पुरोहित) शामिल थे। यह शिवाजी के कुशल प्रशासन का एक महत्वपूर्ण स्तंभ था।
  • गलत विकल्प: मौर्य साम्राज्य में ‘मंत्रिपरिषद’ थी, लेकिन ‘अष्टप्रधान’ नहीं। गुप्त और चालुक्य साम्राज्यों में भी मंत्रिपरिषद्ें थीं, लेकिन उनके नाम और संरचना भिन्न थी।

प्रश्न 6: 1857 के विद्रोह के समय भारत का वायसराय कौन था?

  1. लॉर्ड कैनिंग
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड लिटन
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: 1857 के विद्रोह के समय, भारत का गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग था। विद्रोह के बाद, 1858 में, भारत का शासन ईस्ट इंडिया कंपनी से ब्रिटिश ताज के अधीन हस्तांतरित कर दिया गया, और लॉर्ड कैनिंग ही भारत के पहले वायसराय बने।
  • संदर्भ और विस्तार: कैनिंग ने विद्रोह को दबाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बाद में प्रशासनिक सुधारों की शुरुआत की, जैसे कि भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) का निर्माण।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी 1856 में गवर्नर-जनरल के पद से सेवानिवृत्त हो गए थे, इसलिए वह विद्रोह के समय पद पर नहीं थे। लॉर्ड लिटन और लॉर्ड कर्जन बाद के वायसराय थे, जिन्होंने महत्वपूर्ण (और विवादास्पद) नीतियां लागू कीं।

प्रश्न 7: ‘नील दर्पण’ (Nil Darpan) के लेखक कौन थे, जो नील विद्रोह के समय लिखा गया एक महत्वपूर्ण नाटक था?

  1. बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय
  2. दीनबंधु मित्र
  3. ईश्वर चंद्र विद्यासागर
  4. स्वामी विवेकानंद

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘नील दर्पण’ नामक नाटक के लेखक दीनबंधु मित्र थे। यह नाटक 1859-60 के नील विद्रोह के दौरान बंगाल के किसानों पर यूरोपीय नील उत्पादकों द्वारा किए गए अत्याचारों का मार्मिक चित्रण करता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नाटक बंगाल में बहुत लोकप्रिय हुआ और इसने किसानों के दुख और शोषण के प्रति जनमत को जगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अंग्रेजी अनुवाद से रवींद्रनाथ टैगोर के पिता देवेंद्रनाथ टैगोर को भी प्रेरणा मिली।
  • गलत विकल्प: बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ‘आनंद मठ’ के लेखक थे। ईश्वर चंद्र विद्यासागर एक समाज सुधारक थे। स्वामी विवेकानंद एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक नेता थे।

प्रश्न 8: किस मुगल बादशाह ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म चलाया?

  1. अकबर
  2. जहांगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: महान मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ई. में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक पंथ चलाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह सभी प्रमुख धर्मों के सार को मिलाकर एक सार्वभौमिक धर्म बनाने का अकबर का प्रयास था। इसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और सद्भाव को बढ़ावा देना था। हालांकि, यह बहुत लोकप्रिय नहीं हुआ और केवल कुछ ही लोगों ने इसे अपनाया।
  • गलत विकल्प: जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब ने दीन-ए-इलाही को नहीं अपनाया और न ही इसे बढ़ावा दिया। जहाँगीर के समय कला और चित्रकला का विकास हुआ, शाहजहां ने स्थापत्य कला (जैसे ताजमहल) को बढ़ावा दिया, और औरंगजेब अपनी धार्मिक कठोरता के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 9: सिखों के पांचवें गुरु, गुरु अर्जन देव, को किस मुगल बादशाह ने फाँसी पर चढ़वाया था?

  1. अकबर
  2. जहांगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मुगल बादशाह जहांगीर ने सिखों के पांचवें गुरु, गुरु अर्जन देव, को 1606 ई. में लाहौर में फाँसी पर चढ़वा दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: गुरु अर्जन देव ने सिख धर्मग्रंथ ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ का संकलन किया था और अमृतसर में हरमंदिर साहिब (अब स्वर्ण मंदिर) का निर्माण शुरू करवाया था। उन पर जहांगीर के विद्रोही पुत्र खुसरो को समर्थन देने का आरोप था, जिसके कारण जहांगीर ने उन्हें मृत्युदंड दिया।
  • गलत विकल्प: अकबर अपने धार्मिक सहिष्णुता के लिए जाना जाता था और गुरु अर्जन देव के साथ उसके अच्छे संबंध थे। शाहजहां और औरंगजेब ने सिखों के प्रति अधिक कठोर नीतियां अपनाईं, लेकिन गुरु अर्जन देव को जहांगीर ने ही फाँसी दी थी।

प्रश्न 10: किस गुप्त शासक को ‘भारत का शेक्सपियर’ भी कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: गुप्त शासक चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) को उनके दरबार में कवियों और विद्वानों के संरक्षण के लिए जाना जाता है। कालिदास, जो उस समय के सबसे महान संस्कृत कवि थे, उनके दरबार की शोभा बढ़ाते थे।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय का काल कला, साहित्य और विज्ञान का स्वर्ण युग माना जाता है। कालिदास की रचनाओं को अक्सर शेक्सपियर की रचनाओं के साथ तुलना की जाती है, इसलिए चंद्रगुप्त द्वितीय को अप्रत्यक्ष रूप से ‘भारत का शेक्सपियर’ कहा जाता है क्योंकि उन्होंने ऐसे महान कवि का संरक्षण किया।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य एक शक्तिशाली शासक था जिसने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की। समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की।

प्रश्न 11: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता जयदेव किस शासक के दरबारी कवि थे?

  1. हर्षवर्धन
  2. धर्मपाल
  3. लक्ष्मण सेन
  4. राजेंद्र चोल

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: प्रसिद्ध संस्कृत कवि जयदेव, जिन्होंने ‘गीत गोविंद’ की रचना की, बंगाल के सेन वंश के शासक लक्ष्मण सेन (शासनकाल: 1178-1206 ई.) के दरबारी कवि थे।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘गीत गोविंद’ भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम का काव्यात्मक वर्णन है और भारतीय साहित्य की एक उत्कृष्ट कृति मानी जाती है। लक्ष्मण सेन को ‘पुरुषोत्तम’ और ‘अरिराज-केशरी’ जैसी उपाधियों से भी जाना जाता था, और उनका दरबार विद्वानों और कवियों से सुशोभित था।
  • गलत विकल्प: हर्षवर्धन का काल 7वीं शताब्दी ईस्वी था। धर्मपाल पाल वंश के एक महत्वपूर्ण शासक थे। राजेंद्र चोल चोल वंश के महानतम शासकों में से एक थे।

प्रश्न 12: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द किसके लिए प्रयोग किया गया है?

  1. पुरोहित
  2. रथ
  3. गाय
  4. सोम रस

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द गाय के लिए प्रयोग किया गया है। इसका अर्थ है ‘जिसे मारा न जा सके’।
  • संदर्भ और विस्तार: प्राचीन वैदिक काल में गाय को अत्यंत पवित्र और मूल्यवान माना जाता था। यह संपत्ति, पोषण और सामाजिक स्थिति का प्रतीक थी। ऋग्वेद में कई ऐसे मंत्र हैं जो गायों के महत्व और उनकी सुरक्षा पर जोर देते हैं।
  • गलत विकल्प: पुरोहित महत्वपूर्ण थे लेकिन ‘अघन्य’ उन्हें नहीं कहा जाता था। रथ युद्ध और यात्रा का साधन था। सोम रस एक महत्वपूर्ण वैदिक पेय था, लेकिन ‘अघन्य’ के अर्थ में नहीं।

प्रश्न 13: किस शासक ने ‘सिजदा’ और ‘पैबोस’ (सम्राट के पैरों को चूमना) जैसी प्रथाएं शुरू कीं?

  1. इल्तुतमिश
  2. अलाउद्दीन खिलजी
  3. गयासुद्दीन बलबन
  4. फिरोज शाह तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: दिल्ली सल्तनत के शासक गयासुद्दीन बलबन (शासनकाल: 1266-1286 ई.) ने दरबार में अनुसाशन और राजत्व को बढ़ावा देने के लिए ‘सिजदा’ (शासक के सामने झुकना) और ‘पैबोस’ (सम्राट के पैरों को चूमना) जैसी फारसी प्रथाएं शुरू कीं।
  • संदर्भ और विस्तार: बलबन अपने आप को धरती पर ईश्वर का प्रतिनिधि (नियाबत-ए-खुदाई) मानता था और उसने ‘ईश्वर का छाया’ (ज़िल-ए-इलाही) की उपाधि भी धारण की। इन प्रथाओं का उद्देश्य शाही दरबार में अपनी प्रतिष्ठा और शक्ति को बढ़ाना था, ताकि लोग उसे ईश्वर के समान समझें।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ का गठन किया था। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण की नीतियां लागू कीं। फिरोजशाह तुगलक ने कई सार्वजनिक निर्माण कार्य करवाए और जजिया कर लगाया।

प्रश्न 14: भारत में पहली बार राजस्व विभाग की स्थापना किसने की?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. अकबर
  3. शेरशाह सूरी
  4. औरंगजेब

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: शेरशाह सूरी (शासनकाल: 1540-1545 ई.) ने भारत में पहली बार एक सुव्यवस्थित राजस्व विभाग की स्थापना की।
  • संदर्भ और विस्तार: उसने भूमि के सर्वेक्षण पर जोर दिया और प्रत्येक खेत की उत्पादकता के आधार पर ‘राय’ (राजस्व) का निर्धारण किया। उसने ‘ज़िम्मा’ (कच्ची रसीद) और ‘पट्टा’ (भूमि का अधिकार पत्र) जैसी व्यवस्थाएं शुरू कीं, जिससे किसानों को अपनी भूमि पर स्वामित्व का एहसास हुआ और उन्हें कर देने में आसानी हुई। यह व्यवस्था बाद में मुगलों द्वारा भी अपनाई गई।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य ने भी राजस्व व्यवस्था को संगठित किया था, लेकिन शेरशाह सूरी की व्यवस्था अधिक वैज्ञानिक थी। अकबर ने भी भूमि सुधार किए, लेकिन शेरशाह की नींव पर। औरंगजेब के समय राजस्व व्यवस्था में उतनी प्रमुखता नहीं थी।

प्रश्न 15: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) का प्रारंभ किस देश में हुआ?

  1. फ्रांस
  2. इटली
  3. इंग्लैंड
  4. जर्मनी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: यूरोप में पुनर्जागरण (Renaissance) का प्रारंभ 14वीं शताब्दी में इटली में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इटली के शहर, जैसे फ्लोरेंस, वेनिस और रोम, व्यापार और वाणिज्य के केंद्र बन गए थे, जिससे धन और विचारों का प्रवाह बढ़ा। इस काल में कला, साहित्य, विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ। लियोनार्डो दा विंची, माइकल एंजेलो, राफेल जैसे कलाकारों ने महान कृतियाँ रचीं, और पेट्रार्क, दांते जैसे विद्वानों ने साहित्य को समृद्ध किया।
  • गलत विकल्प: फ्रांस, इंग्लैंड और जर्मनी में पुनर्जागरण बाद में फैला, लेकिन इसकी शुरुआत इटली से हुई थी।

प्रश्न 16: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का मूल नारा क्या था?

  1. स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
  2. वर्गहीन समाज
  3. अधिकार और कर्तव्य
  4. राष्ट्रीय एकता

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का सबसे प्रसिद्ध नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस नारे ने फ्रांसीसी गणराज्य के आदर्शों को व्यक्त किया और क्रांति के मुख्य उद्देश्यों को दर्शाया। इसने न केवल फ्रांस में बल्कि दुनिया भर में स्वतंत्रता और समानता के आंदोलनों को प्रेरित किया।
  • गलत विकल्प: ‘वर्गहीन समाज’ साम्यवाद से जुड़ा है। ‘अधिकार और कर्तव्य’ विभिन्न राजनीतिक दर्शनों का हिस्सा हैं। ‘राष्ट्रीय एकता’ एक व्यापक अवधारणा है, जो क्रांति का एक परिणाम हो सकती है, लेकिन मूल नारा नहीं।

प्रश्न 17: किस वायसराय के कार्यकाल में भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की गई?

  1. लॉर्ड कर्जन
  2. लॉर्ड मिंटो
  3. लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय
  4. लॉर्ड चेम्सफोर्ड

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय (कार्यकाल: 1910-1916 ई.) के कार्यकाल में 1911 ई. में भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की गई।
  • संदर्भ और विस्तार: इस निर्णय की घोषणा 1911 ई. में दिल्ली दरबार में सम्राट जॉर्ज पंचम द्वारा की गई थी। इसका मुख्य कारण बंगाल विभाजन (1905) के बाद पूर्वी और पश्चिमी बंगाल में उत्पन्न हुए असंतोष को कम करना और उत्तर भारत में राजनीतिक गतिविधियों के केंद्र को मजबूत करना था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था। लॉर्ड मिंटो ने मार्ले-मिंटो सुधारों (1909) को लागू किया। लॉर्ड चेम्सफोर्ड ने रोलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड के समय वायसराय के रूप में कार्य किया।

प्रश्न 18: ‘हरिजन सेवक संघ’ की स्थापना किसने की थी?

  1. महात्मा गांधी
  2. डॉ. बी. आर. अम्बेडकर
  3. गोपाल कृष्ण गोखले
  4. ज्योतिबा फुले

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: महात्मा गांधी ने 1932 ई. में ‘हरिजन सेवक संघ’ की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस संघ का उद्देश्य अस्पृश्यता (छुआछूत) को समाप्त करना और दलितों (जिन्हें गांधीजी ‘हरिजन’ यानी ईश्वर के लोग कहते थे) के उत्थान के लिए कार्य करना था। गांधीजी ने यरवदा जेल में अनशन के बाद इस संघ की स्थापना की थी।
  • गलत विकल्प: डॉ. बी. आर. अम्बेडकर भी दलितों के अधिकारों के लिए संघर्षरत थे और उन्होंने ‘बहिष्कृत हितकारिणी सभा’ जैसे संगठनों की स्थापना की थी। गोपाल कृष्ण गोखले एक प्रमुख कांग्रेसी नेता थे। ज्योतिबा फुले ने ‘सत्यशोधक समाज’ की स्थापना की थी।

प्रश्न 19: भारत का कौन सा गवर्नर-जनरल ‘हर्षवर्धन’ के समय भारत आया था?

  1. फाहियान
  2. ह्वेन त्सांग
  3. इब्न बतूता
  4. अल-बरूनी

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: चीनी यात्री ह्वेन त्सांग (Xuanzang) 7वीं शताब्दी ईस्वी में (लगभग 629-645 ई.) भारत आया था और उसने उस समय के प्रमुख शासक हर्षवर्धन के शासनकाल का वर्णन किया है।
  • संदर्भ और विस्तार: ह्वेन त्सांग बौद्ध धर्म के अध्ययन के लिए भारत आया था और उसने लगभग 15 वर्षों तक भारत में बिताए। उसने तत्कालीन राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक जीवन का विस्तृत वर्णन अपनी पुस्तक ‘सि-यू-की’ (Records of the Western World) में किया है।
  • गलत विकल्प: फाहियान गुप्त काल में (चंद्रगुप्त द्वितीय के समय) भारत आया था। इब्न बतूता मोरक्को का यात्री था जो 14वीं शताब्दी में मुहम्मद बिन तुगलक के समय भारत आया था। अल-बरूनी महमूद गजनवी के साथ 11वीं शताब्दी में भारत आया था।

प्रश्न 20: ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ (World War II) कब से कब तक चला?

  1. 1914-1918
  2. 1939-1945
  3. 1941-1945
  4. 1935-1940

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: द्वितीय विश्व युद्ध 1 सितंबर 1939 को जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण के साथ शुरू हुआ और 2 सितंबर 1945 को जापान के आत्मसमर्पण के साथ समाप्त हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मानव इतिहास का सबसे घातक संघर्ष था, जिसमें मित्र राष्ट्रों (मुख्यतः यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, सोवियत संघ, चीन और फ्रांस) और धुरी राष्ट्रों (मुख्यतः जर्मनी, इटली और जापान) के बीच लड़ाई हुई।
  • गलत विकल्प: 1914-1918 प्रथम विश्व युद्ध का समय था। 1941-1945 युद्ध का वह चरण था जब अमेरिका भी सीधे तौर पर शामिल हो गया था, लेकिन युद्ध 1939 से ही चल रहा था।

प्रश्न 21: ‘जलियांवाला बाग हत्याकांड’ किस वर्ष हुआ था?

  1. 1917
  2. 1919
  3. 1920
  4. 1922

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: जलियांवाला बाग हत्याकांड 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर के जलियांवाला बाग में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: ब्रिटिश जनरल डायर के आदेश पर निहत्थे भारतीय प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलाई गईं, जिसमें हजारों लोग मारे गए। यह घटना भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई और इसने ब्रिटिश शासन के प्रति लोगों के गुस्से को और बढ़ा दिया।
  • गलत विकल्प: 1917 में रूस की क्रांति हुई। 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ। 1922 में चौरी-चौरा कांड हुआ।

प्रश्न 22: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) कब शुरू हुआ?

  1. 1940
  2. 1941
  3. 1942
  4. 1943

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: भारत छोड़ो आंदोलन 8 अगस्त 1942 को महात्मा गांधी द्वारा कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सत्र के दौरान बॉम्बे में शुरू किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन का मुख्य नारा ‘करो या मरो’ (Do or Die) था। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन को तुरंत भारत छोड़ने के लिए मजबूर करना था। आंदोलन की शुरुआत के तुरंत बाद, अधिकांश प्रमुख कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था।
  • गलत विकल्प: 1940 में गांधीजी ने व्यक्तिगत सत्याग्रह शुरू किया था। 1941 और 1943 का वर्ष भारत छोड़ो आंदोलन के संदर्भ में महत्वपूर्ण नहीं है।

प्रश्न 23: सिंधु घाटी सभ्यता में ‘हल से जोते गए खेत’ के प्रमाण कहाँ से मिले हैं?

  1. मोहनजोदड़ो
  2. हड़प्पा
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘हल से जोते गए खेत’ के प्रमाण सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल कालीबंगा (राजस्थान) से मिले हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: कालीबंगा से एक खेत मिला है जिसमें एक साथ दो फसलें उगाने के प्रमाण हैं, और इसके पास हल की रेखाएं भी पाई गई हैं। यह दर्शाता है कि उस काल में कृषि तकनीक काफी उन्नत थी।
  • गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो से विशाल स्नानागार और ‘नर्तकी की मूर्ति’ मिली है। हड़प्पा से श्रमिक आवास और कब्रिस्तान मिले हैं। लोथल एक प्रमुख बंदरगाह शहर था।

प्रश्न 24: किस चोल राजा ने ‘राजराजेश्वर मंदिर’ (बृहदीश्वर मंदिर) का निर्माण करवाया था?

  1. चोल गंगम
  2. राजेंद्र चोल प्रथम
  3. राजराज प्रथम
  4. कुलतुंग प्रथम

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: चोल शासक राजराज प्रथम (शासनकाल: 985-1014 ई.) ने तंजावुर (Thanjavur) में प्रसिद्ध ‘राजराजेश्वर मंदिर’ (जिसे बृहदीश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है) का निर्माण करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मंदिर द्रविड़ वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और शिव को समर्पित है। इसका शिखर 212 फीट ऊंचा है और यह एक विशाल ग्रेनाइट ब्लॉक से बना है। यह उस समय की चोल वास्तुकला और इंजीनियरिंग कौशल का अद्भुत प्रतीक है।
  • गलत विकल्प: राजेंद्र चोल प्रथम ने ‘गंगईकोंड चोलपुरम’ की स्थापना की और ‘बृहदेश्वर मंदिर’ की एक प्रतिकृति भी बनवाई। चोल गंगम और कुलतुंग प्रथम अन्य चोल शासक थे।

प्रश्न 25: ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की स्थापना किस वर्ष हुई थी?

  1. 1885
  2. 1890
  3. 1905
  4. 1919

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना ब्रिटिश सेवानिवृत्त अधिकारी ए. ओ. ह्यूम ने की थी। पहला अधिवेशन मुंबई (तब बॉम्बे) में हुआ था, जिसकी अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी ने की थी। कांग्रेस की स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारतीयों को राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक सुधारों के लिए एक मंच प्रदान करना था।
  • गलत विकल्प: 1890 में कांग्रेस का वार्षिक अधिवेशन हुआ था। 1905 में बंगाल का विभाजन हुआ और स्वदेशी आंदोलन शुरू हुआ। 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड और असहयोग आंदोलन की पृष्ठभूमि तैयार हुई।

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