इतिहास रणभूमि: आज का महा-अभ्यास
इतिहास के असीम सागर में गोता लगाने और अपने ज्ञान को परखने का समय आ गया है! आज हम आपके लिए लेकर आए हैं 25 चुनिंदा प्रश्न, जो प्राचीन भारत से लेकर विश्व इतिहास के महत्वपूर्ण पड़ावों को छूते हैं। यह एक मिनी-मॉक टेस्ट है, अपनी तैयारी को और भी धारदार बनाने के लिए तैयार हो जाइए!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा पुरातात्विक स्थल भारत में स्थित है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- धौलावीरा
- कोट दीजी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: धौलावीरा (Dholavira) गुजरात, भारत में स्थित एक प्रमुख सिंधु घाटी सभ्यता का स्थल है। इसे हाल ही में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया है।
- संदर्भ और विस्तार: धौलावीरा एक सुनियोजित शहर के रूप में जाना जाता है, जिसमें उन्नत जल प्रबंधन प्रणाली, एक विशाल स्टेडियम और कई सार्वजनिक भवन थे। यह प्रमुख स्थलों जैसे हड़प्पा और मोहनजोदड़ो (जो अब पाकिस्तान में हैं) के साथ-साथ महत्वपूर्ण था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो पाकिस्तान में स्थित हैं, जबकि कोट दीजी भी पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एक महत्वपूर्ण स्थल है।
प्रश्न 2: ‘सर्वेन्ट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना किसने की थी?
- महात्मा गांधी
- गोपाल कृष्ण गोखले
- बाल गंगाधर तिलक
- लाला लाजपत राय
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘सर्वेन्ट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना 1905 में गोपाल कृष्ण गोखले ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: गोखले, जो भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उदारवादी नेता थे, ने इस संस्था की स्थापना भारत में राष्ट्रीय शिक्षा के प्रसार और लोगों को सामाजिक सेवा के लिए प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से की थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारतवासियों में देशभक्ति और सेवाभाव की भावना को जागृत करना था।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख नेता थे, लेकिन उन्होंने यह संस्था स्थापित नहीं की। बाल गंगाधर तिलक और लाला लाजपत राय भी प्रमुख राष्ट्रवादी नेता थे, लेकिन उनका जुड़ाव अन्य आंदोलनों से था।
प्रश्न 3: निम्नलिखित में से किस अधिनियम ने भारत में द्वैध शासन (Diarchy) की शुरुआत की?
- 1858 का भारत सरकार अधिनियम
- 1909 का भारतीय परिषद अधिनियम (मार्ले-मिंटो सुधार)
- 1919 का भारत सरकार अधिनियम (मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार)
- 1935 का भारत सरकार अधिनियम
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: 1919 के भारत सरकार अधिनियम, जिसे मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार भी कहा जाता है, ने प्रांतों में द्वैध शासन की शुरुआत की।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम के तहत, प्रांतीय विषयों को दो भागों में बाँटा गया: आरक्षित (Reserved) और हस्तांतरित (Transferred)। आरक्षित विषयों का प्रशासन गवर्नर और उसकी कार्यकारी परिषद के पास होता था, जबकि हस्तांतरित विषयों का प्रशासन उन मंत्रियों के पास होता था जो प्रांतीय विधानमंडल के प्रति उत्तरदायी थे। इसका उद्देश्य भारतीयों को शासन में अधिक भागीदारी देना था, लेकिन यह पूरी तरह से सफल नहीं रहा।
- गलत विकल्प: 1858 के अधिनियम ने भारत का शासन ब्रिटिश क्राउन के अधीन कर दिया। 1909 के अधिनियम ने सांप्रदायिक प्रतिनिधित्व की शुरुआत की। 1935 के अधिनियम ने केंद्र में द्वैध शासन और प्रांतों में स्वायत्तता की शुरुआत की, लेकिन प्रश्न प्रांतों में द्वैध शासन की शुरुआत के बारे में है।
प्रश्न 4: चोल वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था?
- राजराज प्रथम
- राजेंद्र प्रथम
- विजयालय
- परान्तक प्रथम
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: राजेंद्र प्रथम (Rajendra Chola I) को अक्सर चोल वंश का सबसे महान शासक माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: राजेंद्र प्रथम ने अपने पिता राजराज प्रथम के साम्राज्य का विस्तार किया और एक शक्तिशाली नौसेना का निर्माण कर मालदीव, श्रीलंका (श्रीलंका पर पूर्ण विजय) और दक्षिण-पूर्व एशिया (श्रीविजय साम्राज्य के खिलाफ अभियान) तक अपनी शक्ति का विस्तार किया। उन्होंने ‘गंगैकोंड चोलपुरम’ शहर की स्थापना की और अपनी सैन्य विजयों के उपलक्ष्य में ‘गंगैकोंड चोल’ की उपाधि धारण की।
- गलत विकल्प: राजराज प्रथम भी एक अत्यंत महत्वपूर्ण शासक थे जिन्होंने बृहदीश्वर मंदिर का निर्माण करवाया, लेकिन राजेंद्र प्रथम की विजयों का दायरा अधिक व्यापक था। विजयालय चोल वंश के संस्थापक थे और परान्तक प्रथम एक महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन राजेंद्र प्रथम की उपलब्धियाँ सर्वाधिक उल्लेखनीय हैं।
प्रश्न 5: 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना किस स्थान पर हुई थी?
- दिल्ली
- लखनऊ
- ढाका
- कलकत्ता
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ऑल इंडिया मुस्लिम लीग की स्थापना 1906 में ढाका (वर्तमान बांग्लादेश) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस लीग की स्थापना का उद्देश्य ब्रिटिश भारत में मुसलमानों के राजनीतिक अधिकारों और हितों की रक्षा करना था, खासकर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बढ़ती प्रभावशीलता के संदर्भ में। इसके प्रमुख संस्थापक सदस्यों में आगा खान तृतीय, नवाब वकार-उल-मुल्क और नवाब मोहसिन-उल-मुल्क शामिल थे।
- गलत विकल्प: दिल्ली, लखनऊ और कलकत्ता उस समय महत्वपूर्ण राजनीतिक केंद्र थे, लेकिन मुस्लिम लीग की स्थापना विशेष रूप से ढाका में हुई थी।
प्रश्न 6: ‘जप्ती प्रणाली’ किस मुगल सम्राट से संबंधित है?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: जप्ती प्रणाली (Zabt System) को अकबर के शासनकाल के दौरान टोडरमल की सहायता से विकसित और लागू किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह प्रणाली भूमि राजस्व संग्रह से संबंधित थी, जिसमें भूमि का सर्वेक्षण किया जाता था, उसकी उर्वरता के आधार पर विभिन्न श्रेणियां बनाई जाती थीं, और फिर औसत उपज के एक तिहाई हिस्से को राजस्व के रूप में निर्धारित किया जाता था। इसे ‘दहसाला बंदोबस्त’ (Daswant/Dahsala System) भी कहा जाता था, जो 1580 में शुरू हुआ था।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने भी राजस्व नीतियों को जारी रखा, लेकिन जप्ती प्रणाली का मूल ढांचा और सुधार अकबर के काल में टोडरमल के प्रयासों का परिणाम था।
प्रश्न 7: प्रथम विश्व युद्ध कब समाप्त हुआ?
- 1917
- 1918
- 1919
- 1920
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: प्रथम विश्व युद्ध 11 नवंबर 1918 को समाप्त हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध 28 जुलाई 1914 को ऑस्ट्रिया-हंगरी द्वारा सर्बिया पर युद्ध की घोषणा के साथ शुरू हुआ था। युद्ध का अंत जर्मनी द्वारा आत्मसमर्पण और युद्धविराम समझौते पर हस्ताक्षर के साथ हुआ। इसके बाद 1919 में वर्साय की संधि हुई, जिसने युद्ध को औपचारिक रूप से समाप्त किया और जर्मनी पर भारी शर्तें लगाईं।
- गलत विकल्प: 1917 में अमेरिका युद्ध में शामिल हुआ, 1919 में वर्साय की संधि हुई, और 1920 में लीग ऑफ नेशंस की स्थापना हुई, लेकिन युद्ध का अंत 1918 में हुआ।
प्रश्न 8: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता कौन हैं?
- कालिदास
- बाणभट्ट
- जयदेव
- कल्हण
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘गीत गोविंद’ (Gita Govinda) के रचयिता जयदेव (Jayadeva) हैं।
- संदर्भ और विस्तार: जयदेव 12वीं शताब्दी के एक संस्कृत कवि थे जो बंगाल के लक्ष्मण सेन के दरबार में रहते थे। ‘गीत गोविंद’ भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम प्रसंग पर आधारित एक उत्कृष्ट काव्य रचना है, जिसने भारतीय साहित्य और कला पर गहरा प्रभाव डाला है।
- गलत विकल्प: कालिदास प्राचीन भारत के महान कवि और नाटककार थे। बाणभट्ट हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे और ‘हर्षचरित’ के रचयिता थे। कल्हण ने ‘राजतरंगिणी’ लिखी थी, जो कश्मीर का इतिहास है।
प्रश्न 9: इंडस वैली सिविलाइजेशन (सिंधु घाटी सभ्यता) में, ‘ग्रेट बाथ’ (विशाल स्नानागार) कहाँ से प्राप्त हुआ है?
- हड़प्पा
- लोथल
- कालीबंगन
- मोहनजोदड़ो
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘ग्रेट बाथ’ (विशाल स्नानागार) मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुआ है।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो का ग्रेट बाथ, सिंधु घाटी सभ्यता की वास्तुकला और शहरी नियोजन का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह एक बड़ा, आयताकार कुंड है जो संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों या सार्वजनिक स्नान के लिए उपयोग किया जाता था। इसकी जलरोधक बनाने की तकनीक प्रभावशाली थी।
- गलत विकल्प: हड़प्पा एक अन्य महत्वपूर्ण स्थल है जहाँ खुदाई हुई, लेकिन ग्रेट बाथ मोहनजोदड़ो की विशिष्ट खोज है। लोथल और कालीबंगन भी महत्वपूर्ण स्थल हैं, लेकिन ग्रेट बाथ का संबंध मोहनजोदड़ो से है।
प्रश्न 10: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किसने किया था?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- समुद्रगुप्त
- हर्षवर्धन
- शिवाजी
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘अष्टप्रधान’ (Ashtapradhan) का गठन मराठा शासक शिवाजी महाराज ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान शिवाजी के मंत्रिमंडल को कहा जाता था, जिसमें आठ मंत्री शामिल थे। ये मंत्री राज्य के विभिन्न विभागों के प्रमुख होते थे और राजा को सलाह देते थे। इनमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), सेनापति (सेना प्रमुख), पंडितराव (धार्मिक मामलों के मंत्री), न्यायाधीश (न्यायाधीश) और वाकनीस (गुप्तचर प्रमुख) शामिल थे।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य (मौर्य वंश के संस्थापक), समुद्रगुप्त (मौर्यों के बाद गुप्त वंश के महत्वपूर्ण शासक), और हर्षवर्धन (7वीं शताब्दी के शासक) के पास भी मंत्री परिषदें थीं, लेकिन ‘अष्टप्रधान’ शब्द विशेष रूप से शिवाजी से जुड़ा है।
प्रश्न 11: भारत में ‘सती प्रथा’ को प्रतिबंधित करने वाला वायसराय कौन था?
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: लॉर्ड विलियम बेंटिंक, राजा राम मोहन राय जैसे समाज सुधारकों के प्रयासों के फलस्वरूप, 1829 में सती प्रथा को प्रतिबंधित करने वाले वायसराय थे।
- संदर्भ और विस्तार: सती प्रथा, जिसमें विधवाओं को अपने पति की चिता पर जीवित जलने के लिए मजबूर किया जाता था, एक अमानवीय प्रथा थी। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने ‘बंगाल सती रेगुलेशन एक्ट’ (Bengal Sati Regulation Act) पारित किया, जिसने इस प्रथा को गैरकानूनी घोषित कर दिया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘लैप्स के सिद्धांत’ के लिए जाने जाते हैं, लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के दौरान वायसराय थे, और लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था।
प्रश्न 12: वेद जिससे ‘गायत्री मंत्र’ लिया गया है, वह कौन सा है?
- ऋग्वेद
- सामवेद
- यजुर्वेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: प्रसिद्ध गायत्री मंत्र ऋग्वेद से लिया गया है।
- संदर्भ और विस्तार: गायत्री मंत्र ऋग्वेद के तीसरे मंडल में मिलता है। यह सूर्य देव (सवितृ) को समर्पित एक अत्यंत महत्वपूर्ण वैदिक मंत्र है, जिसका जाप आध्यात्मिक जागृति और प्रज्ञा के लिए किया जाता है।
- गलत विकल्प: सामवेद मुख्य रूप से मंत्रों के गायन से संबंधित है, यजुर्वेद यज्ञों और अनुष्ठानों से, और अथर्ववेद जादू-टोना और चिकित्सा से। गायत्री मंत्र का स्रोत ऋग्वेद है।
प्रश्न 13: ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ (Vernacular Press Act) किस वायसराय के शासनकाल में पारित हुआ था?
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड डलहौजी
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट 1878 में लॉर्ड लिटन के शासनकाल में पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम का उद्देश्य भारतीय भाषाओं (वर्नाक्युलर) में प्रकाशित होने वाले समाचार पत्रों पर नियंत्रण रखना था, क्योंकि ब्रिटिश सरकार को लगता था कि ये समाचार पत्र ब्रिटिश विरोधी भावनाएं फैला रहे हैं। इस अधिनियम को ‘मुंह बंद करने वाला कानून’ भी कहा गया और इसने प्रेस की स्वतंत्रता को गंभीर रूप से सीमित कर दिया। सौभाग्य से, लॉर्ड रिपन ने 1882 में इसे रद्द कर दिया था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड रिपन ने इस एक्ट को रद्द किया, लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया, और लॉर्ड डलहौजी ने ‘लैप्स का सिद्धांत’ लागू किया।
प्रश्न 14: सम्राट अशोक के शिलालेखों में किस लिपि का प्रयोग किया गया है?
- देवनागरी
- ब्राह्मी और खरोष्ठी
- गुप्त लिपि
- सारदा
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: सम्राट अशोक के अधिकांश शिलालेखों में ब्राह्मी लिपि का प्रयोग हुआ है, जबकि उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में खरोष्ठी लिपि का भी प्रयोग मिलता है। कुछ शिलालेखों में ग्रीक और अरामाईक लिपियों का भी प्रयोग किया गया है।
- संदर्भ और विस्तार: अशोक के शिलालेखों को इतिहास का महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है। ब्राह्मी लिपि बाएं से दाएं लिखी जाती थी, जबकि खरोष्ठी लिपि दाएं से बाएं लिखी जाती थी और गांधार क्षेत्र में प्रचलित थी। ये शिलालेख अशोक के धम्म (धार्मिक नीति) और उसके शासन के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करते हैं।
- गलत विकल्प: देवनागरी लिपि बाद में विकसित हुई। गुप्त लिपि गुप्त काल में प्रचलित थी, और शारदा लिपि कश्मीर क्षेत्र से संबंधित है।
प्रश्न 15: ‘सिंधु घाटी सभ्यता’ का कौन सा स्थल फारस की खाड़ी के व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: लोथल (Lothal), गुजरात में स्थित, सिंधु घाटी सभ्यता का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था।
- संदर्भ और विस्तार: लोथल को एक कृत्रिम गोदी (Dockyard) के लिए जाना जाता है, जो उस समय की उन्नत समुद्री व्यापारिक गतिविधियों का प्रमाण है। यहाँ से मिले साक्ष्य बताते हैं कि लोथल का व्यापार फारस की खाड़ी क्षेत्र (मेसोपोटामिया) तक फैला हुआ था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो बड़े शहर थे, लेकिन सीधे तौर पर बंदरगाह के रूप में उनकी भूमिका लोथल जितनी स्पष्ट नहीं है। कालीबंगन कृषि गतिविधियों का केंद्र था।
प्रश्न 16: ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ का लेखक कौन है?
- जियाउद्दीन बरनी
- इब्न बतूता
- अल-बरूनी
- अबुल फजल
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ (Tarikh-i-Firoz Shahi) का लेखक जियाउद्दीन बरनी (Ziauddin Barani) है।
- संदर्भ और विस्तार: बरनी एक इतिहासकार था जिसने दिल्ली सल्तनत के ग्यारह शासकों (मुहम्मद बिन तुगलक से फिरोजशाह तुगलक तक) के शासनकाल का वर्णन किया है। यह पुस्तक 14वीं शताब्दी की दिल्ली सल्तनत के इतिहास को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- गलत विकल्प: इब्न बतूता ने ‘रेहला’ लिखी, जिसमें उसने मुहम्मद बिन तुगलक के समय की यात्राओं का वर्णन किया। अल-बरूनी ने ‘किताब-उल-हिंद’ लिखी। अबुल फजल ने ‘अकबरनामा’ और ‘आईन-ए-अकबरी’ लिखी।
प्रश्न 17: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष कौन थीं?
- सरोजिनी नायडू
- ऐनी बेसेंट
- नलिनी सेन गुप्ता
- कोई नहीं
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष ऐनी बेसेंट (Annie Besant) थीं।
- संदर्भ और विस्तार: ऐनी बेसेंट, एक आयरिश समाज सुधारक और थियोसोफिस्ट, ने 1917 में कलकत्ता अधिवेशन में कांग्रेस की अध्यक्षता की थी। उन्होंने होम रूल आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
- गलत विकल्प: सरोजिनी नायडू 1925 में कांग्रेस की अध्यक्ष बनने वाली पहली भारतीय महिला थीं। नलिनी सेन गुप्ता 1933 में अध्यक्ष बनीं।
प्रश्न 18: ‘अद्वैत वेदांत’ के प्रमुख प्रतिपादक कौन थे?
- रामानुजाचार्य
- मध्वाचार्य
- आदि शंकराचार्य
- वल्लभाचार्य
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: आदि शंकराचार्य (Adi Shankaracharya) अद्वैत वेदांत दर्शन के प्रमुख प्रतिपादक थे।
- संदर्भ और विस्तार: आदि शंकराचार्य 8वीं शताब्दी के एक महान दार्शनिक और धर्मशास्त्री थे। उन्होंने ‘ब्रह्म सत्यं जगन्मिथ्या, जीवो ब्रह्मैव नापरः’ (ब्रह्म ही सत्य है, जगत मिथ्या है, जीव ब्रह्म से भिन्न नहीं है) जैसे सिद्धांतों का प्रतिपादन किया। उन्होंने भारत में चार प्रमुख मठों की स्थापना भी की।
- गलत विकल्प: रामानुजाचार्य विशिष्टाद्वैत, मध्वाचार्य द्वैत, और वल्लभाचार्य शुद्ध अद्वैत के प्रतिपादक थे।
प्रश्न 19: साइमन कमीशन का गठन कब किया गया था?
- 1925
- 1927
- 1929
- 1930
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: साइमन कमीशन का गठन 1927 में किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: ब्रिटिश सरकार ने 1919 के भारत सरकार अधिनियम (मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार) के कामकाज की समीक्षा के लिए 1927 में सर जॉन साइमन की अध्यक्षता में एक सात सदस्यीय आयोग का गठन किया। इस आयोग में एक भी भारतीय सदस्य नहीं था, जिसके कारण इसका भारत में व्यापक विरोध हुआ और ‘साइमन वापस जाओ’ के नारे लगे।
- गलत विकल्प: 1925 में भारतीय संविधान सभा पर नेहरू रिपोर्ट की पृष्ठभूमि तैयार हुई, 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ, और 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ।
प्रश्न 20: ‘नीली क्रांति’ (Blue Revolution) का संबंध किससे है?
- कृषि उत्पादन में वृद्धि
- दुग्ध उत्पादन में वृद्धि
- मछली पालन उत्पादन में वृद्धि
- बागवानी उत्पादन में वृद्धि
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: नीली क्रांति का संबंध मत्स्य या मछली पालन उद्योग के विकास और उत्पादन से है।
- संदर्भ और विस्तार: भारत में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने, उत्पादन बढ़ाने और निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए नीली क्रांति की शुरुआत की गई थी। इसका उद्देश्य तटीय और अंतर्देशीय मत्स्य पालन, एक्वाकल्चर (जलीय कृषि) और संबंधित उद्योगों को विकसित करना है।
- गलत विकल्प: हरित क्रांति का संबंध कृषि उत्पादन से, श्वेत क्रांति का संबंध दुग्ध उत्पादन से, और स्वर्ण क्रांति का संबंध बागवानी/शहद उत्पादन से है।
प्रश्न 21: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्ण देवराय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय द्वितीय
- नर्सिंह
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना हरिहर (Harihara) और बुक्का (Bukka) नामक दो भाइयों ने 1336 ईस्वी में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: ये दोनों भाई पहले वारंगल के काकतीय राजाओं के सामंत थे और बाद में उन्होंने दक्षिण भारत में तुंगभद्रा नदी के किनारे विजयनगर शहर की स्थापना की, जो एक शक्तिशाली हिंदू साम्राज्य बन गया। हरिहर प्रथम इस साम्राज्य का पहला शासक था।
- गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे प्रसिद्ध शासकों में से एक थे, लेकिन वे संस्थापक नहीं थे। देवराय द्वितीय भी एक महत्वपूर्ण शासक थे।
प्रश्न 22: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ किस वर्ष शुरू हुआ?
- 1940
- 1941
- 1942
- 1943
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: भारत छोड़ो आंदोलन 8 अगस्त 1942 को शुरू हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी द्वारा इस आंदोलन का आह्वान बंबई (अब मुंबई) में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सत्र में किया गया था। इसका मुख्य नारा ‘करो या मरो’ (Do or Die) था और इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन को तुरंत समाप्त करना था। यह स्वतंत्रता संग्राम का एक महत्वपूर्ण जन आंदोलन था।
- गलत विकल्प: 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह, 1941 में क्रिप्स मिशन का आगमन, और 1943 में भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) का गठन जैसी अन्य महत्वपूर्ण घटनाएँ हुईं।
प्रश्न 23: ‘अकबरनामा’ और ‘आईन-ए-अकबरी’ के लेखक कौन हैं?
- ज़ियाउद्दीन बरनी
- अमीर खुसरो
- अबुल फजल
- बदायूनी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘अकबरनामा’ (Akbarnama) और ‘आईन-ए-अकबरी’ (Ain-i-Akbari) के लेखक महान दरबारी इतिहासकार अबुल फजल (Abul Fazl) हैं।
- संदर्भ और विस्तार: अबुल फजल मुगल सम्राट अकबर के नौ रत्नों में से एक थे। ‘अकबरनामा’ अकबर के जीवन और शासन का विस्तृत इतिहास है, जबकि ‘आईन-ए-अकबरी’ अकबर के साम्राज्य की प्रशासनिक, सामाजिक, आर्थिक और भूगोलिक जानकारी का एक व्यवस्थित विवरण है। ये दोनों ग्रंथ मुगल काल के अध्ययन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
- गलत विकल्प: ज़ियाउद्दीन बरनी ने ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ लिखी, अमीर खुसरो एक महान कवि और संगीतज्ञ थे, और बदायूनी ने ‘मुंतखब-उत-तवारीख’ लिखी, जो अकबर की नीतियों की आलोचनात्मक प्रस्तुति थी।
प्रश्न 24: 1857 के विद्रोह के समय भारत का वायसराय कौन था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग (Lord Canning) था, जो बाद में भारत के पहले वायसराय बने (1858 के अधिनियम के बाद)।
- संदर्भ और विस्तार: 1857 का विद्रोह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के खिलाफ एक बड़ा विद्रोह था। लॉर्ड कैनिंग उस समय शासन की बागडोर संभाले हुए थे और उन्होंने इस विद्रोह को दबाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विद्रोह के बाद, भारत का शासन ब्रिटिश क्राउन के अधीन आ गया, और गवर्नर-जनरल का पदनाम बदलकर वायसराय कर दिया गया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी अपने ‘लैप्स के सिद्धांत’ के लिए जाने जाते हैं, जो विद्रोह के कारणों में से एक बना। लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट लागू किया। लॉर्ड रिपन ने इल्बर्ट बिल पर काम किया।
प्रश्न 25: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना किसने की थी?
- जवाहरलाल नेहरू
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- सुभाष चंद्र बोस
- भगत सिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सटीकता: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ (Forward Bloc) की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने 1939 में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन (1939) में अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद, सुभाष चंद्र बोस ने अपनी खुद की एक राजनीतिक पार्टी ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना की। इसका उद्देश्य कांग्रेस के भीतर एक अधिक कट्टरपंथी और समाजवादी एजेंडा को बढ़ावा देना था, और बाद में इसने स्वतंत्रता के लिए एक अलग मार्ग प्रशस्त करने में भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल कांग्रेस के प्रमुख नेता थे। भगत सिंह एक महान क्रांतिकारी थे, लेकिन उनका योगदान अलग आंदोलन से जुड़ा था।