इतिहास महा-अभ्यास: कालचक्र को भेदें, ज्ञान को परखें!
आइए, समय की गहराइयों में एक रोमांचक यात्रा पर चलें! आज का इतिहास महा-अभ्यास आपको प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक राष्ट्रों के निर्माण तक ले जाएगा। अपनी तैयारी को नई धार दें और देखें कि इतिहास के पन्नों में आपकी पकड़ कितनी मजबूत है!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस स्थल से मातृदेवी की प्रारंभिक मिट्टी की मूर्तिकाएँ प्राप्त हुई हैं?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: मोहनजोदड़ो (सिंधी में ‘मृतकों का टीला’) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है, जहाँ से मातृदेवी की अनेक मिट्टी की मूर्तिकाएँ मिली हैं। ये मूर्तियाँ उस समय की धार्मिक मान्यताओं और स्त्री शक्ति के महत्व को दर्शाती हैं।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो, जो वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है, अपने सुनियोजित शहर, ग्रेट बाथ और कांस्य की नर्तकी की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। मातृदेवी की मूर्तियाँ आमतौर पर छोटे आकार की होती हैं, जिनमें अलंकृत आभूषण और विशिष्ट केशविन्यास देखे जा सकते हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा से भी मूर्तियाँ मिली हैं, लेकिन मातृदेवी की सर्वाधिक और विशिष्ट मूर्तियाँ मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुई हैं। लोथल एक गोदी (डॉकयार्ड) शहर था और कालीबंगन प्रारंभिक कृषि और हल चलाने के प्रमाण के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 2: ‘अभिधर्म पिटक’ का संबंध किस धर्म से है?
- जैन धर्म
- बौद्ध धर्म
- हिंदू धर्म
- सिख धर्म
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: अभिधर्म पिटक बौद्ध धर्म के त्रिपिटक (तीन टोकरियाँ) का एक हिस्सा है। यह पिटक बौद्ध दर्शन, मनोविज्ञान और नैतिकता के गहन सिद्धांतों का विश्लेषण करता है।
- संदर्भ और विस्तार: त्रिपिटक में तीन भाग हैं: विनय पिटक (भिक्षुओं के नियमों का संग्रह), सुत्त पिटक (बुद्ध की शिक्षाओं का संग्रह), और अभिधर्म पिटक। अभिधर्म पिटक को बुद्ध की शिक्षाओं की दार्शनिक व्याख्या के रूप में देखा जाता है, और इसे तीसरी बौद्ध संगीति (लगभग 250 ईसा पूर्व) के दौरान संकलित किया गया माना जाता है।
- गलत विकल्प: जैन धर्म में आगम सूत्र प्रमुख ग्रंथ हैं, हिंदू धर्म में वेद, उपनिषद, पुराण आदि और सिख धर्म में गुरु ग्रंथ साहिब प्रमुख हैं।
प्रश्न 3: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया?
- लाहौर अधिवेशन, 1929
- कलकत्ता अधिवेशन, 1928
- कराची अधिवेशन, 1931
- लखनऊ अधिवेशन, 1916
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन (1929) में पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव औपचारिक रूप से पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में यह निर्णय लिया गया कि कांग्रेस का लक्ष्य अब केवल डोमिनियन स्टेटस प्राप्त करना नहीं, बल्कि पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करना होगा। 26 जनवरी 1930 को, इसी प्रस्ताव के स्मरण में, ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ मनाया गया था, और इसी दिन को बाद में भारत का गणतंत्र दिवस बनाया गया।
- गलत विकल्प: कलकत्ता अधिवेशन 1928 में साइमन कमीशन के बहिष्कार का प्रस्ताव था। कराची अधिवेशन 1931 में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीति पर प्रस्ताव पारित हुए थे। लखनऊ अधिवेशन 1916 कांग्रेस और मुस्लिम लीग के बीच ‘लखनऊ समझौते’ के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 4: ‘अष्टप्रधान’ का गठन किस मराठा शासक ने किया था?
- शिवाजी
- सम्भजी
- राजाराम
- पेशवा बाजीराव प्रथम
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने के लिए ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान के सदस्यों में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धार्मिक मामलों के प्रमुख), न्यायाधीश (न्याय मंत्री), वाक्यनवीस (सूचना मंत्री) और सेनापति (सेना प्रमुख) शामिल थे। यह परिषद शिवाजी को शासन चलाने में सहायता करती थी।
- गलत विकल्प: सम्भाजी और राजाराम ने भी मराठा साम्राज्य का नेतृत्व किया, लेकिन अष्टप्रधान का मूल ढांचा शिवाजी द्वारा ही स्थापित किया गया था। पेशवा बाजीराव प्रथम के समय पेशवा का पद और भी महत्वपूर्ण हो गया था, लेकिन अष्टप्रधान का गठन शिवाजी ने ही किया था।
प्रश्न 5: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: समुद्रगुप्त को उनकी विशाल विजयों और साम्राज्य विस्तार के कारण इतिहासकार ‘भारत का नेपोलियन’ कहते हैं।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (लगभग 335-380 ई.) ने उत्तर भारत के अनेक राज्यों को जीत लिया था और दक्षिण भारत के राजाओं को भी अपने अधीन किया था। उनके दरबार कवि हरिषेण ने प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ लेख) में उनकी विजयों का विस्तृत वर्णन किया है, जिसमें उन्हें ‘विश्वविजयी’ भी कहा गया है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) गुप्त काल का एक और महत्वपूर्ण शासक था जिसने मालवा पर विजय प्राप्त की और गुप्त कला एवं साहित्य का विकास किया। कुमारगुप्त के शासनकाल में नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।
प्रश्न 6: ‘सर्पेंटाइन गैलरी’ कहाँ स्थित है?
- लंदन
- पेरिस
- रोम
- न्यूयॉर्क
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: सर्पेंटाइन गैलरी लंदन के हाइड पार्क में स्थित एक प्रसिद्ध कला दीर्घा है।
- संदर्भ और विस्तार: यह गैलरी अपने समकालीन कला प्रदर्शनियों और वास्तुकला के लिए जानी जाती है। यह 1970 में स्थापित की गई थी और इसमें दो गैलरी हैं: सर्पेंटाइन गैलरी और सर्पेंटाइन सफ़्रा गैलरी।
- गलत विकल्प: पेरिस में लूव्र संग्रहालय, रोम में वेटिकन संग्रहालय और न्यूयॉर्क में मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट जैसे प्रमुख कला संस्थान हैं, लेकिन सर्पेंटाइन गैलरी लंदन में है।
प्रश्न 7: ‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना किसने की थी?
- महात्मा गांधी
- गोपाल कृष्ण गोखले
- बाल गंगाधर तिलक
- लाला लाजपत राय
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: गोपाल कृष्ण गोखले, जो महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु थे, ने 1905 में ‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संस्था का उद्देश्य भारतीयों में राष्ट्रवाद की भावना जागृत करना, सामाजिक सेवा करना और शिक्षा का प्रसार करना था। यह संस्था राष्ट्रीय आंदोलन के लिए समर्पित कार्यकर्ता तैयार करने में महत्वपूर्ण थी।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी ‘सर्वोदय’ और ‘ग्राम स्वराज’ जैसे विचारों से जुड़े थे। बाल गंगाधर तिलक ने ‘होम रूल लीग’ की स्थापना में भूमिका निभाई, और लाला लाजपत राय ‘पंजाब केसरी’ के रूप में जाने जाते हैं और उन्होंने ‘सर्वेंट्स ऑफ द पीपल सोसाइटी’ की स्थापना की थी।
प्रश्न 8: 1905 में लॉर्ड कर्जन द्वारा बंगाल विभाजन का क्या मुख्य कारण बताया गया था?
- बंगाल की प्रशासनिक सुविधा
- मुस्लिम बहुल क्षेत्रों का विकास
- सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना
- भूमि सुधार लागू करना
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: लॉर्ड कर्जन ने बंगाल विभाजन का मुख्य कारण प्रशासनिक सुविधा बताया था, यह कहते हुए कि बंगाल एक विशाल प्रांत है और प्रशासन की दृष्टि से उसे दो भागों में बांटना आवश्यक है।
- संदर्भ और विस्तार: हालांकि, यह तर्क व्यापक रूप से ब्रिटिश सरकार की ‘फूट डालो और राज करो’ नीति का हिस्सा माना गया, जिसका उद्देश्य बंगाल में बढ़ते राष्ट्रवादी आंदोलन को कमजोर करना और हिंदू-मुस्लिम भावनाओं को भड़काना था। इस विभाजन ने स्वदेशी आंदोलन को जन्म दिया।
- गलत विकल्प: मुस्लिम बहुल क्षेत्रों का विकास या सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना विभाजन के घोषित या वास्तविक कारण नहीं थे। भूमि सुधार भी इसका उद्देश्य नहीं था।
प्रश्न 9: ‘डिवाइन कॉमेडी’ का लेखक कौन है?
- विलियम शेक्सपियर
- दांते एलिघिएरी
- जोहान वोल्फगैंग वॉन गोएथे
- होमर
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘डिवाइन कॉमेडी’ (The Divine Comedy) इतालवी कवि दांते एलिघिएरी (Dante Alighieri) द्वारा 14वीं शताब्दी की शुरुआत में लिखी गई एक महाकाव्य कविता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह कविता दांते की मृत्यु के बाद नरक (Inferno), पर्गेटरी (Purgatorio) और स्वर्ग (Paradiso) की यात्रा का वर्णन करती है। यह पश्चिमी साहित्य की महानतम कृतियों में से एक मानी जाती है और इसने मध्यकालीन यूरोपीय संस्कृति और विचार पर गहरा प्रभाव डाला है।
- गलत विकल्प: विलियम शेक्सपियर एक अंग्रेजी नाटककार थे, गोएथे एक जर्मन कवि और दार्शनिक थे, और होमर एक प्राचीन यूनानी कवि थे।
प्रश्न 10: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है?
- ब्राह्मण
- क्षत्रिय
- वैश्य
- गाय
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द का प्रयोग गाय के लिए किया गया है, जिसका अर्थ है ‘जिसे मारा न जाए’ या ‘वध योग्य नहीं’।
- संदर्भ और विस्तार: ऋगवैदिक काल में गाय को अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता था। यह संपत्ति का प्रतीक थी और इसका विनिमय या वध अनुचित समझा जाता था। गायों के लिए युद्ध भी लड़े जाते थे, जिन्हें ‘गविष्टि’ कहा जाता था।
- गलत विकल्प: ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य समाज के वर्ण थे, जिनके लिए यह शब्द प्रयुक्त नहीं होता था।
प्रश्न 11: ‘कुतुब मीनार’ का निर्माण किसने शुरू करवाया था?
- इल्तुतमिश
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: दिल्ली सल्तनत के संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक ने 12वीं शताब्दी के अंत में कुतुब मीनार का निर्माण कार्य शुरू करवाया था।
- संदर्भ और विस्तार: इसका निर्माण सूफी संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की स्मृति में शुरू किया गया था। ऐबक केवल इसका पहला मंजिल ही बनवा पाया था, उसके बाद इल्तुतमिश ने तीन मंजिलें और जुड़वाईं, और अंत में फिरोज शाह तुगलक ने पांचवीं मंजिल का पुनर्निर्माण करवाया।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने निर्माण पूरा करवाया, अलाउद्दीन खिलजी ने मीनार के पास एक दरवाजा (अलाई दरवाजा) बनवाया, और फिरोजशाह तुगलक ने पांचवीं मंजिल का पुनर्निर्माण किया।
प्रश्न 12: मुगल सम्राट जहाँगीर का मकबरा कहाँ स्थित है?
- दिल्ली
- आगरा
- लाहौर
- सिकंदरा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: मुगल सम्राट जहाँगीर का मकबरा वर्तमान पाकिस्तान के लाहौर के बाहरी इलाके शादरा बाग में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: यह मकबरा मुगल वास्तुकला का एक सुंदर उदाहरण है, जिसका निर्माण जहाँगीर की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी नूरजहाँ ने करवाया था। जहाँगीर की मृत्यु 1627 में हुई थी, और उसे लाहौर में दफनाया गया था।
- गलत विकल्प: दिल्ली में हुमायूँ का मकबरा है, आगरा में ताजमहल और अकबर का मकबरा (सिकंदरा) है। सिकंदरा आगरा के पास है जहाँ अकबर का मकबरा स्थित है।
प्रश्न 13: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: 1857 के भारतीय विद्रोह के समय भारत के गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग थे।
- संदर्भ और विस्तार: विद्रोह के बाद, 1857 में ही ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन समाप्त कर दिया गया और भारत को सीधे ब्रिटिश क्राउन के अधीन कर दिया गया। इसके परिणामस्वरूप, लॉर्ड कैनिंग ही भारत के पहले वाइसरॉय बने।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी अपने ‘व्यपगत के सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं, जो विद्रोह के कारणों में से एक माना जाता है। लॉर्ड लिटन वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट और शस्त्र अधिनियम के लिए जाने जाते हैं, और लॉर्ड रिपन को स्थानीय स्वशासन के लिए श्रेय दिया जाता है।
प्रश्न 14: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता कौन हैं?
- कल्हण
- बाणभट्ट
- जयदेव
- विशाखदत्त
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘गीत गोविंद’ के रचयिता 12वीं शताब्दी के प्रसिद्ध संस्कृत कवि जयदेव थे, जो बंगाल के सेन वंश के शासक लक्ष्मण सेन के दरबार में कवि थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह कृति राधा और कृष्ण के प्रेम प्रसंगों का काव्यात्मक वर्णन करती है और भारतीय साहित्य, संगीत तथा नृत्य पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है। यह ओडिसी नृत्य का आधार ग्रंथ भी मानी जाती है।
- गलत विकल्प: कल्हण ने ‘राजतरंगिणी’ लिखी, बाणभट्ट ने ‘हर्षचरित’ और ‘कादंबरी’ लिखी, और विशाखदत्त ने ‘मुद्राराक्षस’ लिखी।
प्रश्न 15: फ्रांस की क्रांति का प्रमुख नारा क्या था?
- सबके लिए शिक्षा
- स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
- राष्ट्रीय एकता
- लोकतंत्र
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: फ्रांस की क्रांति (1789) का प्रमुख और आदर्शवादी नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा फ्रांसीसी गणराज्य की पहचान बन गया और दुनिया भर में स्वतंत्रता आंदोलनों को प्रेरित किया। इसने सामंतवाद, राजशाही और विशेषाधिकारों के अंत का आह्वान किया और नागरिक अधिकारों की स्थापना पर बल दिया।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प महत्वपूर्ण थे, लेकिन क्रांति का केंद्रीय और सर्वव्यापी नारा ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ ही था।
प्रश्न 16: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से ‘घोड़े के अवशेष’ मिले हैं?
- हड़प्पा
- लोथल
- सुरकोतड़ा
- मोहनजोदड़ो
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: हड़प्पा सभ्यता के स्थल सुरकोतड़ा (गुजरात) से घोड़े के अवशेष प्राप्त हुए हैं।
- संदर्भ और विस्तार: ये अवशेष दाँत और अस्थियाँ हैं, जिनके आधार पर विद्वानों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि यहाँ घोड़ों का अस्तित्व था। यह हड़प्पा सभ्यता में घोड़ों की उपस्थिति का एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक प्रमाण है, हालांकि इस विषय पर अभी भी विद्वानों में मतभेद है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा से ताबूत समाधान, लोथल से गोदी (डॉकयार्ड) और फारस की खाड़ी की मुहरें, तथा मोहनजोदड़ो से ‘पुजारी राजा’ की मूर्ति और विशाल स्नानागार मिले हैं।
प्रश्न 17: ‘दास प्रथा’ का उन्मूलन किस वायसराय के कार्यकाल में हुआ?
- लॉर्ड कॉर्नवालिस
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: भारत में दास प्रथा (गुलामों की खरीद-फरोख्त) का उन्मूलन लॉर्ड कॉर्नवालिस के कार्यकाल में 1793 में ‘सन 1793 का रेगुलेशन III’ द्वारा किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: यद्यपि इस कानून ने दास प्रथा को अवैध घोषित कर दिया, लेकिन इसका पूर्ण उन्मूलन बहुत बाद में 1843 में लॉर्ड एलेनबरो के कार्यकाल में हुआ, जब ‘इंडियन स्लेवरी एक्ट’ पारित किया गया। लेकिन प्राथमिक उन्मूलन कॉर्नवालिस के समय हुआ।
- गलत विकल्प: लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा उन्मूलन (1829) किया। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ और लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे।
प्रश्न 18: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ नामक एक नया विभाग स्थापित किया था?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: फिरोजशाह तुगलक (शासनकाल 1351-1388) ने गुलामों के लिए एक विशेष विभाग ‘दीवान-ए-बंदगान’ की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस विभाग का कार्य राज्य के लिए गुलामों (दास) की भर्ती करना, उन्हें प्रशिक्षित करना और विभिन्न सरकारी विभागों में नियुक्त करना था। फिरोजशाह तुगलक ने बड़े पैमाने पर गुलामों को संरक्षण दिया और उन्हें महत्वपूर्ण पदों पर भी नियुक्त किया।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (तुर्का-ए-चहलगानी) का गठन किया, बलबन ने ‘दीवान-ए-आरिज’ (सैन्य विभाग) की स्थापना की, और अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की।
प्रश्न 19: ‘दास कैपिटल’ (Das Kapital) पुस्तक किसने लिखी है?
- कार्ल मार्क्स
- फ्रेडरिक एंगेल्स
- व्लादिमीर लेनिन
- एमिलियानो ज़पाटा
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘दास कैपिटल’ (Das Kapital) कार्ल मार्क्स द्वारा लिखित एक अत्यंत प्रभावशाली पुस्तक है, जो पूंजीवाद के विश्लेषण और मार्क्सवादी विचारधारा की आधारशिला है।
- संदर्भ और विस्तार: इस पुस्तक के तीन खंड हैं, जो 1867, 1885 और 1894 में प्रकाशित हुए थे। मार्क्स इसमें पूंजीवादी उत्पादन प्रणाली, श्रम और मूल्य के सिद्धांत, और पूंजीवादी समाज के अंतर्विरोधों का विश्लेषण करते हैं।
- गलत विकल्प: फ्रेडरिक एंगेल्स ने कार्ल मार्क्स के साथ मिलकर ‘कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो’ लिखी। व्लादिमीर लेनिन ने मार्क्सवादी सिद्धांत को रूस में लागू किया, और एमिलियानो ज़पाटा एक मैक्सिकन क्रांतिकारी थे।
प्रश्न 20: निम्नलिखित में से कौन सा सुमेलित नहीं है?
- अकबर – फतेहपुर सीकरी
- शाहजहाँ – लाल किला
- जहाँगीर – लाहौर का मकबरा
- औरंगजेब – बीवी का मकबरा
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: बीवी का मकबरा (त. 1678-79) औरंगजेब ने अपनी पहली पत्नी दिलरस बानो बेगम की याद में बनवाया था, लेकिन इसे बनाने का श्रेय औरंगजेब के पुत्र आज़म शाह को दिया जाता है, जिसने इसे अपनी माँ की मृत्यु के बाद बनवाया था। हालाँकि, निर्माण औरंगजेब के संरक्षण में हुआ, लेकिन प्रश्न की प्रकृति के अनुसार, यह अन्य विकल्पों की तरह प्रत्यक्ष रूप से मुख्य श्रेय नहीं है। अधिक सटीक रूप से, यह मकबरा औरंगजेब के प्रभाव में बना, लेकिन इसका श्रेय औरंगजेब को सीधे तौर पर नहीं जाता है जैसा कि अन्य विकल्पों में है। (तकनीकी रूप से, बीवी का मकबरा औरंगजेब के अधीन बनवाया गया था, लेकिन यह एक ‘सुमेलित नहीं’ होने का सबसे संभावित उत्तर है यदि हम प्रत्यक्ष योगदान की बात करें। हालाँकि, अन्य सभी सीधे तौर पर सुमेलित हैं।)
- संदर्भ और विस्तार: फतेहपुर सीकरी को अकबर ने अपनी राजधानी बनाया था। लाल किला (दिल्ली) शाहजहाँ की एक प्रमुख वास्तुकला है। जहाँगीर का मकबरा लाहौर में है, जैसा कि पहले प्रश्न में बताया गया है। बीवी का मकबरा, जिसे ‘दक्कन का ताजमहल’ भी कहा जाता है, औरंगाबाद में स्थित है।
- गलत विकल्प: अन्य सभी विकल्प पूरी तरह से सुमेलित हैं। (यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि प्रश्न की शब्दावली थोड़ी भ्रामक हो सकती है, लेकिन संदर्भ में, बीवी का मकबरा सीधे तौर पर औरंगजेब का व्यक्तिगत योगदान नहीं है जैसा कि अन्य हैं।)
प्रश्न 21: प्राचीन भारत में ‘महाजनपद’ क्या थे?
- बड़े व्यापारिक केंद्र
- गणराज्यों के समूह
- प्रमुख राज्यों या क्षेत्रों के समूह
- धार्मिक नेताओं के संगठन
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ईसा पूर्व छठी शताब्दी के आसपास, प्राचीन भारत में 16 प्रमुख राज्यों या क्षेत्रों को ‘महाजनपद’ कहा जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: इन महाजनपदों में मगध, कोशल, वत्स, अवंती, गांधार आदि प्रमुख थे। इनमें से अधिकांश राजशाही थे, लेकिन कुछ गणतंत्र भी थे। अंगुत्तर निकाय जैसे बौद्ध ग्रंथ इन 16 महाजनपदों का उल्लेख करते हैं।
- गलत विकल्प: ये केवल व्यापारिक केंद्र या गणराज्य नहीं थे, बल्कि विस्तृत राज्य थे। ये धार्मिक नेताओं के संगठन भी नहीं थे।
प्रश्न 22: ‘विश्व बैंक’ (World Bank) का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
- न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका
- जिनेवा, स्विट्जरलैंड
- वाशिंगटन डी.सी., संयुक्त राज्य अमेरिका
- लंदन, यूनाइटेड किंगडम
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: विश्व बैंक (The World Bank) का मुख्यालय वाशिंगटन डी.सी., संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित है।
- संदर्भ और विस्तार: विश्व बैंक एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान है जो विकासशील देशों को ऋण और अनुदान प्रदान करता है। इसकी स्थापना 1944 में ब्रेटन वुड्स सम्मेलन के दौरान हुई थी।
- गलत विकल्प: न्यूयॉर्क संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय है, जिनेवा में कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों के मुख्यालय हैं, और लंदन यूरोपीय बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट (EBRD) का मुख्यालय है।
प्रश्न 23: ‘अहिंसा परमो धर्मः’ का उपदेश किस ग्रंथ से संबंधित है?
- भगवद् गीता
- महाभारत
- रामचरितमानस
- जैन आगम
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘अहिंसा परमो धर्मः’ (अहिंसा ही परम धर्म है) का उपदेश जैन धर्म के मूल सिद्धांतों में से एक है और यह जैन आगमों में प्रमुखता से मिलता है।
- संदर्भ और विस्तार: जैन धर्म में अहिंसा को सर्वोच्च सिद्धांत माना गया है, जो केवल मनुष्यों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सभी जीवों के प्रति अहिंसा पर बल देता है। यह उपदेश जैन दर्शन का केंद्रीय तत्व है।
- गलत विकल्प: भगवद् गीता में कर्म योग और निष्काम कर्म पर बल दिया गया है, महाभारत एक महाकाव्य है, और रामचरितमानस तुलसीदास द्वारा रचित है। यद्यपि अहिंसा का महत्व इनमें भी है, लेकिन ‘अहिंसा परमो धर्मः’ का सीधा संबंध और प्रमुखता जैन धर्म से है।
प्रश्न 24: 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी द्वारा दिया गया नारा क्या था?
- स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है
- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा
- करो या मरो
- जय जवान जय किसान
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ (Do or Die) का प्रसिद्ध नारा दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा भारतीयों को अंतिम संघर्ष के लिए प्रेरित करने हेतु था, जिसमें वे या तो स्वतंत्रता प्राप्त करें या इस प्रयास में अपने प्राण न्योछावर कर दें। इस आंदोलन ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक निर्णायक मोड़ लाया।
- गलत विकल्प: ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ बाल गंगाधर तिलक का नारा था। ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नारा था। ‘जय जवान जय किसान’ लाल बहादुर शास्त्री द्वारा दिया गया था।
प्रश्न 25: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) शब्द का अर्थ क्या है?
- एक नई क्रांति
- कला और संस्कृति का पुनर्जन्म
- औद्योगिक विकास
- धार्मिक सुधार
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सटीकता: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) एक फ्रांसीसी शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है ‘पुनर्जन्म’। यह शब्द यूरोपीय इतिहास में लगभग 14वीं से 17वीं शताब्दी तक के काल को संदर्भित करता है, जब कला, साहित्य, विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में शास्त्रीय यूनानी और रोमन ज्ञान के पुनरुद्धार के साथ एक महान सांस्कृतिक और बौद्धिक क्रांति हुई।
- संदर्भ और विस्तार: इस काल में लियोनार्डो दा विंची, माइकल एंजेलो, राफेल जैसे कलाकारों और गैलीलियो, कोपरनिकस जैसे वैज्ञानिकों ने अभूतपूर्व कार्य किए। इसने मध्ययुगीन सोच से आधुनिक सोच की ओर परिवर्तन को चिह्नित किया।
- गलत विकल्प: यह केवल एक क्रांति (a) नहीं थी, हालांकि इसमें क्रांतिकारी परिवर्तन हुए। यह मुख्य रूप से औद्योगिक विकास (c) या केवल धार्मिक सुधार (d) तक सीमित नहीं था, बल्कि एक व्यापक सांस्कृतिक और बौद्धिक पुनरुत्थान था।