इतिहास महासंग्राम: अपनी पकड़ मजबूत करें!
इतिहास के पन्नों में झाँकने, अतीत की घटनाओं को समझने और अपने ज्ञान की कसौटी पर खरा उतरने के लिए तैयार हो जाइए। आज का यह दैनिक इतिहास मॉक टेस्ट आपको समय यात्रा पर ले जाएगा, जहाँ हर प्रश्न एक नई चुनौती और सीखने का अवसर है। अपनी तैयारी को परखिए और देखिए कि आप इस ऐतिहासिक यात्रा में कहाँ खड़े हैं। शुभकामनाएँ!
History Practice Questions
Instructions: Attempt the following 25 questions and analyze your understanding with the detailed explanations provided.
Question 1: ‘दशराज्ञ युद्ध’ (दस राजाओं का युद्ध) का उल्लेख ऋग्वेद के किस मंडल में मिलता है?
- सातवें मंडल में
- आठवें मंडल में
- नववें मंडल में
- दसवें मंडल में
Answer: (a)
Detailed Explanation:
- Correctness: दशराज्ञ युद्ध का उल्लेख ऋग्वेद के सातवें मंडल में मिलता है। यह युद्ध परुष्णी नदी (रावी नदी) के तट पर लड़ा गया था।
- Context & Elaboration: यह युद्ध भरत जन के राजा सुदास और दस राजाओं (पाँच आर्य और पाँच अनार्य जनजातियों) के संघ के बीच हुआ था। राजा सुदास इसमें विजयी हुए, जिससे भरत जन की राजनीतिक सर्वोच्चता स्थापित हुई। यह ऋग्वैदिक काल की एक महत्वपूर्ण घटना है।
- Incorrect Options: आठवें, नववें और दसवें मंडल में अन्य वैदिक सूक्तों और विषयों का वर्णन है, जैसे नववां मंडल सोम देवता को समर्पित है और दसवें मंडल में पुरुष सूक्त शामिल है।
Question 2: निम्नलिखित में से कौन सा शासक ‘देवनामपियदसी’ के नाम से भी जाना जाता था?
- बिंदुसार
- अशोक
- चंद्रगुप्त मौर्य
- कनिष्क
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: मौर्य सम्राट अशोक को उनके अभिलेखों में ‘देवनामपियदसी’ (देवताओं का प्रिय) और ‘पियदसी राजा’ के नाम से संबोधित किया गया है।
- Context & Elaboration: यह उपाधि अशोक की धार्मिक सहिष्णुता और धम्म के प्रति उनके समर्पण को दर्शाती है। केवल मास्की, गुर्जर, नेतुर और उडेगोलम अभिलेखों में ही उनका नाम ‘अशोक’ मिलता है, अन्यथा अधिकांश में ‘देवनामपियदसी’ ही है।
- Incorrect Options: बिंदुसार अशोक के पिता थे, चंद्रगुप्त मौर्य मौर्य वंश के संस्थापक थे, और कनिष्क कुषाण वंश के एक महत्वपूर्ण शासक थे। इनमें से किसी को भी ‘देवनामपियदसी’ नहीं कहा जाता था।
Question 3: गुप्त काल में ‘महान्यायिक’ का पद किससे संबंधित था?
- मुख्य सैन्य अधिकारी
- मुख्य न्यायाधीश
- राजस्व अधिकारी
- विदेश मंत्री
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: गुप्त काल में ‘महान्यायिक’ का पद मुख्य न्यायाधीश या सर्वोच्च न्यायिक अधिकारी से संबंधित था। यह राज्य की न्याय प्रणाली का प्रमुख होता था।
- Context & Elaboration: गुप्त काल में प्रशासन अत्यधिक केंद्रीकृत था, और विभिन्न विभागों के लिए विशिष्ट अधिकारी होते थे। ‘महाबलाधिकृत’ सैन्य अधिकारी होता था, जबकि ‘अक्षपटलाधिकृत’ लेखा-जोखा रखने वाला अधिकारी होता था। न्याय प्रणाली राजा के अधीन थी, और महान्यायिक उसे न्याय के मामलों में सहायता करता था।
- Incorrect Options: अन्य विकल्प सैन्य, राजस्व और विदेश विभाग से संबंधित अधिकारी थे, न कि न्याय विभाग से।
Question 4: निम्नलिखित में से कौन-सा दर्शन ‘न्याय’ दर्शन से संबंधित है?
- कपिल
- पतंजलि
- गौतम
- कणाद
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: ‘न्याय’ दर्शन का संबंध महर्षि गौतम से है। न्याय दर्शन तर्क और ज्ञान मीमांसा पर आधारित है।
- Context & Elaboration: भारतीय दर्शन में षड्दर्शन (छह दर्शन) प्रमुख हैं: सांख्य (कपिल), योग (पतंजलि), न्याय (गौतम), वैशेषिक (कणाद), मीमांसा (जैमिनी), और वेदांत (बादरायण)। न्याय दर्शन का मुख्य उद्देश्य सही ज्ञान प्राप्त करने के तरीकों (प्रमाणों) का विश्लेषण करना है।
- Incorrect Options: कपिल सांख्य दर्शन से, पतंजलि योग दर्शन से, और कणाद वैशेषिक दर्शन से संबंधित हैं।
Question 5: हर्षचरित के लेखक बाणभट्ट किसके दरबारी कवि थे?
- समुद्रगुप्त
- हर्षवर्धन
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- पुष्यमित्र शुंग
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: बाणभट्ट, जिन्होंने ‘हर्षचरित’ और ‘कादंबरी’ जैसे प्रसिद्ध ग्रंथ लिखे, वर्धन वंश के शासक हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे।
- Context & Elaboration: ‘हर्षचरित’ हर्षवर्धन के जीवन और उनके शासनकाल की एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक जीवनी है। बाणभट्ट की रचनाएँ उस काल के सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर महत्वपूर्ण प्रकाश डालती हैं।
- Incorrect Options: समुद्रगुप्त और चंद्रगुप्त द्वितीय गुप्त वंश के शासक थे, जबकि पुष्यमित्र शुंग शुंग वंश के संस्थापक थे।
Question 6: चोल साम्राज्य में, ‘वेल्लनवगाई’ क्या था?
- ब्राह्मणों को भूमि दान
- जैन संस्थानों को भूमि दान
- गैर-ब्राह्मण किसान मालिकों की भूमि
- मंदिरों को दान की गई भूमि
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: चोल साम्राज्य में, ‘वेल्लनवगाई’ गैर-ब्राह्मण किसान मालिकों की भूमि को संदर्भित करता था। यह भूमि का एक सामान्य वर्गीकरण था।
- Context & Elaboration: चोल शिलालेखों में भूमि के कई वर्गीकरणों का उल्लेख है:
- ब्रह्मदेय: ब्राह्मणों को भूमि दान।
- शालभोग: पाठशाला के रखरखाव के लिए भूमि।
- देवदान/तिरुनामट्टुकानी: मंदिरों को दान की गई भूमि।
- पल्लीचंदम: जैन संस्थानों को दान की गई भूमि।
यह दर्शाता है कि चोल प्रशासन भूमि स्वामित्व और कर संग्रह को लेकर कितना व्यवस्थित था।
- Incorrect Options: अन्य विकल्प भूमि के अन्य विशिष्ट प्रकारों को संदर्भित करते हैं जो ब्राह्मणों, जैनों या मंदिरों से संबंधित थे।
Question 7: मुहम्मद बिन तुगलक ने अपनी राजधानी दिल्ली से किस शहर में स्थानांतरित की थी?
- लाहौर
- दौलताबाद
- आगरा
- कन्नौज
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: मुहम्मद बिन तुगलक ने 1327 ई. में अपनी राजधानी दिल्ली से देवगिरी (जिसका नाम बदलकर दौलताबाद रखा गया) स्थानांतरित की थी।
- Context & Elaboration: यह मुहम्मद बिन तुगलक के कई विवादास्पद और असफल प्रयोगों में से एक था, जिसका उद्देश्य दक्षिण भारत पर बेहतर नियंत्रण स्थापित करना था। हालाँकि, पानी की कमी और उत्तर भारत से दूरी के कारण यह योजना विफल रही और उन्हें वापस दिल्ली लौटना पड़ा।
- Incorrect Options: लाहौर मुगलों और सिखों की राजधानी रहा, आगरा बाद में मुगलों की राजधानी बना, और कन्नौज हर्षवर्धन के साम्राज्य की राजधानी थी।
Question 8: विजयनगर साम्राज्य का सबसे महान शासक कौन था?
- हरिहर प्रथम
- बुक्का प्रथम
- कृष्णदेव राय
- राम राय
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासक कृष्णदेव राय थे, जिन्होंने 1509 से 1529 ई. तक शासन किया।
- Context & Elaboration: कृष्णदेव राय तुलुव राजवंश से संबंधित थे। उनके शासनकाल को विजयनगर साम्राज्य के स्वर्ण युग के रूप में जाना जाता है, जिसमें कला, साहित्य और वास्तुकला का अभूतपूर्व विकास हुआ। उन्होंने कई मंदिरों और स्मारकों का निर्माण करवाया, और उनके दरबार में ‘अष्टदिग्गज’ नामक आठ कवि थे। पुर्तगाली यात्री डोमिंगो पायस ने भी उनके शासनकाल का विस्तृत विवरण दिया है।
- Incorrect Options: हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक थे। राम राय तालिकोटा के युद्ध (1565) के दौरान शासक थे, जिसमें साम्राज्य को भारी क्षति हुई थी।
Question 9: ‘अष्ट प्रधान’ नामक मंत्रिपरिषद किसके प्रशासन में थी?
- शिवाजी
- कृष्णदेव राय
- अकबर
- शेरशाह सूरी
Answer: (a)
Detailed Explanation:
- Correctness: ‘अष्ट प्रधान’ नामक मंत्रिपरिषद छत्रपति शिवाजी महाराज के मराठा प्रशासन की विशेषता थी।
- Context & Elaboration: अष्ट प्रधान में आठ मंत्री होते थे, जिनमें प्रत्येक का एक विशिष्ट विभाग होता था, जैसे पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), सचिव (शाही पत्राचार), आदि। यह परिषद राजा को शासन में सहायता करती थी, लेकिन शिवाजी ही अंतिम निर्णय लेते थे। यह आधुनिक मंत्रिपरिषद का एक प्रारंभिक रूप था।
- Incorrect Options: कृष्णदेव राय के दरबार में ‘अष्टदिग्गज’ (आठ कवि) थे, अकबर के नवरत्न थे, और शेरशाह सूरी के पास भी एक संगठित प्रशासन था लेकिन ‘अष्ट प्रधान’ नाम से नहीं।
Question 10: ‘दीन-ए-इलाही’ किसके द्वारा शुरू किया गया था?
- बाबर
- हुमायूँ
- अकबर
- जहाँगीर
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म अकबर द्वारा 1582 ई. में शुरू किया गया था।
- Context & Elaboration: दीन-ए-इलाही विभिन्न धर्मों (इस्लाम, हिंदू धर्म, पारसी धर्म, ईसाई धर्म, जैन धर्म) के सर्वोत्तम सिद्धांतों का एक संश्लेषण था, जिसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और सद्भाव को बढ़ावा देना था। हालांकि, यह वास्तव में एक धर्म के बजाय एक आचार संहिता या नैतिक व्यवस्था थी और इसके बहुत कम अनुयायी थे। बीरबल इसके एकमात्र हिंदू अनुयायी थे।
- Incorrect Options: बाबर और हुमायूँ अकबर से पहले के मुगल शासक थे, और जहाँगीर अकबर के बाद के शासक थे।
Question 11: ‘बक्सर का युद्ध’ किस वर्ष लड़ा गया था?
- 1757
- 1761
- 1764
- 1767
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: बक्सर का युद्ध 22 अक्टूबर 1764 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी (हेक्टर मुनरो के नेतृत्व में) और मीर कासिम (बंगाल के नवाब), शुजा-उद-दौला (अवध के नवाब) और शाह आलम द्वितीय (मुगल सम्राट) की संयुक्त सेनाओं के बीच लड़ा गया था।
- Context & Elaboration: यह युद्ध अंग्रेजों की निर्णायक जीत थी, जिसने प्लासी के युद्ध (1757) के बाद भारत में ब्रिटिश वर्चस्व को और मजबूत किया। इस जीत के परिणामस्वरूप, अंग्रेजों को बंगाल, बिहार और उड़ीसा के दीवानी अधिकार प्राप्त हुए, जिसने भारत में उनके साम्राज्य की नींव रखी।
- Incorrect Options: 1757 में प्लासी का युद्ध हुआ था, 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध लड़ा गया था, और 1767 पहला आंग्ल-मैसूर युद्ध शुरू हुआ था।
Question 12: ‘स्थायी बंदोबस्त’ किसके द्वारा शुरू किया गया था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड कॉर्नवॉलिस
- लॉर्ड रिपन
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: स्थायी बंदोबस्त (Permanent Settlement) 1793 में लॉर्ड कॉर्नवॉलिस द्वारा बंगाल, बिहार और उड़ीसा में शुरू किया गया था।
- Context & Elaboration: इस व्यवस्था के तहत, ज़मींदारों को भूमि का मालिक बना दिया गया और उन्हें सरकार को एक निश्चित राशि के रूप में कर चुकाना पड़ता था, चाहे फसल की पैदावार कितनी भी हो। यह किसानों के लिए शोषणकारी साबित हुआ क्योंकि उन्हें अपनी ज़मीन से बेदखल होने का खतरा रहता था और उन्हें भारी लगान देना पड़ता था। यह ब्रिटिश राजस्व प्रणालियों में से एक थी।
- Incorrect Options: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) से संबंधित हैं, लॉर्ड विलियम बेंटिंक सती प्रथा उन्मूलन के लिए जाने जाते हैं, और लॉर्ड रिपन स्थानीय स्वशासन के जनक माने जाते हैं।
Question 13: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: 1857 के विद्रोह के समय लॉर्ड कैनिंग भारत के गवर्नर-जनरल थे। वह भारत के अंतिम गवर्नर-जनरल और पहले वायसराय थे।
- Context & Elaboration: लॉर्ड कैनिंग का कार्यकाल 1856 से 1862 तक था। 1857 के विद्रोह के बाद, भारत सरकार अधिनियम 1858 पारित किया गया, जिसने ईस्ट इंडिया कंपनी का शासन समाप्त कर दिया और भारत को सीधे ब्रिटिश ताज के अधीन कर दिया। इस अधिनियम के तहत, गवर्नर-जनरल का पद वायसराय में बदल गया।
- Incorrect Options: लॉर्ड डलहौजी (1848-1856) कैनिंग से पहले गवर्नर-जनरल थे। लॉर्ड लिटन (1876-1880) और लॉर्ड रिपन (1880-1884) कैनिंग के काफी बाद के वायसराय थे।
Question 14: ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की स्थापना कब हुई थी?
- 1875
- 1885
- 1895
- 1905
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर, 1885 को मुंबई में हुई थी।
- Context & Elaboration: इसकी स्थापना ए.ओ. ह्यूम नामक एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश सिविल सेवक ने की थी, जिसका उद्देश्य भारतीयों को एक साथ लाकर राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर चर्चा करना और ब्रिटिश सरकार को भारतीय आकांक्षाओं से अवगत कराना था। इसका पहला सत्र गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में आयोजित किया गया था, जिसमें 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। व्योमेश चंद्र बनर्जी इसके पहले अध्यक्ष थे।
- Incorrect Options: अन्य विकल्प गलत स्थापना वर्ष हैं। 1905 में बंगाल का विभाजन हुआ, जो कांग्रेस के भीतर उग्रवाद के उदय का एक प्रमुख कारण बना।
Question 15: ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा’ – यह कथन किसका है?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- बाल गंगाधर तिलक
- सुभाष चंद्र बोस
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: यह प्रसिद्ध कथन बाल गंगाधर तिलक का है, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख भूमिका निभाई।
- Context & Elaboration: तिलक एक कट्टर राष्ट्रवादी थे और ‘लाल-बाल-पाल’ तिकड़ी का हिस्सा थे। उन्होंने होम रूल लीग आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और जनता को स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया। उनके इस नारे ने लाखों भारतीयों में राष्ट्रवाद की भावना जगाई।
- Incorrect Options: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सुभाष चंद्र बोस भी स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता थे, लेकिन यह विशेष नारा तिलक से संबंधित है।
Question 16: जलियांवाला बाग हत्याकांड कब हुआ था?
- 10 अप्रैल 1919
- 13 अप्रैल 1919
- 6 अप्रैल 1919
- 13 मार्च 1919
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: जलियांवाला बाग हत्याकांड 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था।
- Context & Elaboration: यह घटना बैसाखी के दिन हुई थी, जब बड़ी संख्या में लोग रॉलेट एक्ट के विरोध में और अपने लोकप्रिय नेताओं सैफुद्दीन किचलू और सत्यपाल की गिरफ्तारी के विरोध में इकट्ठा हुए थे। जनरल डायर ने भीड़ पर अंधाधुंध गोलीबारी का आदेश दिया, जिसमें सैकड़ों निर्दोष लोग मारे गए। इस घटना ने पूरे भारत को झकझोर कर रख दिया और स्वतंत्रता आंदोलन को एक नई दिशा दी।
- Incorrect Options: 6 अप्रैल 1919 को गांधी जी ने रॉलेट सत्याग्रह के हिस्से के रूप में देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया था। अन्य तिथियाँ गलत हैं।
Question 17: ‘साइमन कमीशन’ भारत कब आया था?
- 1927
- 1928
- 1929
- 1930
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: साइमन कमीशन 3 फरवरी 1928 को भारत आया था।
- Context & Elaboration: इस कमीशन का गठन 1927 में ब्रिटिश सरकार द्वारा भारत में संवैधानिक सुधारों की समीक्षा करने के लिए किया गया था। हालाँकि, इसमें कोई भारतीय सदस्य नहीं था, जिसके कारण भारत में व्यापक विरोध हुआ और ‘साइमन वापस जाओ’ के नारे लगाए गए। यह भारतीय राष्ट्रवादियों के लिए एक बड़ा अपमान था और इसने पूर्ण स्वराज की मांग को तेज किया।
- Incorrect Options: 1927 में कमीशन का गठन हुआ, 1929 में लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ, और 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ।
Question 18: महात्मा गांधी ने ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ कब शुरू किया था?
- 1920
- 1922
- 1930
- 1942
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को प्रसिद्ध दांडी मार्च के साथ सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) की शुरुआत की थी।
- Context & Elaboration: यह आंदोलन ब्रिटिश नमक कानून को तोड़ने के उद्देश्य से शुरू हुआ था, जो ब्रिटिश सरकार के अन्यायपूर्ण शासन का प्रतीक था। दांडी मार्च साबरमती आश्रम से दांडी तक 24 दिनों की यात्रा थी, जिसके बाद गांधी जी ने नमक बनाकर कानून तोड़ा। इस आंदोलन ने भारत के विभिन्न हिस्सों में व्यापक विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया।
- Incorrect Options: 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ, 1922 में चौरी-चौरा घटना के बाद असहयोग आंदोलन वापस ले लिया गया, और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ।
Question 19: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान, गांधीजी ने कौन सा नारा दिया था?
- जय हिंद
- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा
- करो या मरो
- वंदे मातरम
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) के दौरान महात्मा गांधी ने 8 अगस्त 1942 को मुंबई के ग्वालिया टैंक मैदान में ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया था।
- Context & Elaboration: यह नारा भारतीयों को स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगाने के लिए प्रेरित करने वाला एक शक्तिशाली आह्वान था। आंदोलन का लक्ष्य ब्रिटिश शासन को तुरंत समाप्त करना था। इस आंदोलन के परिणामस्वरूप कई बड़े नेता गिरफ्तार कर लिए गए, लेकिन इसने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को एक नई गति दी।
- Incorrect Options: ‘जय हिंद’ और ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा’ सुभाष चंद्र बोस से संबंधित हैं, जबकि ‘वंदे मातरम’ बंकिमचंद्र चटर्जी द्वारा रचित गीत है जो राष्ट्रवादी आंदोलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना।
Question 20: ‘कैबिनेट मिशन योजना’ किस वर्ष भारत आई थी?
- 1942
- 1945
- 1946
- 1947
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: कैबिनेट मिशन योजना मार्च 1946 में भारत आई थी।
- Context & Elaboration: इस मिशन को ब्रिटिश सरकार ने भारत को सत्ता हस्तांतरित करने की व्यवहार्यता का अध्ययन करने और अंतरिम सरकार के गठन के लिए सुझाव देने के लिए भेजा था। इसमें तीन ब्रिटिश कैबिनेट मंत्री शामिल थे: लॉर्ड पैथिक लॉरेंस (भारत सचिव), सर स्टैफोर्ड क्रिप्स, और ए.वी. अलेक्जेंडर। मिशन ने एक संघीय संरचना और एक संविधान सभा के गठन का प्रस्ताव रखा था।
- Incorrect Options: 1942 में क्रिप्स मिशन आया था, 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ और शिमला सम्मेलन हुआ, और 1947 में भारत को स्वतंत्रता मिली।
Question 21: ‘वर्साय की संधि’ किस वर्ष हस्ताक्षरित हुई थी?
- 1914
- 1918
- 1919
- 1920
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: वर्साय की संधि 28 जून 1919 को पेरिस के बाहर वर्साय के महल में हस्ताक्षरित हुई थी।
- Context & Elaboration: यह संधि प्रथम विश्व युद्ध को औपचारिक रूप से समाप्त करने वाली सबसे महत्वपूर्ण शांति संधियों में से एक थी। इसने जर्मनी पर कठोर शर्तें लगाईं, जिसमें भारी क्षतिपूर्ति का भुगतान, क्षेत्रीय नुकसान और सैन्य प्रतिबंध शामिल थे। कई इतिहासकारों का मानना है कि वर्साय की संधि की कठोर शर्तें द्वितीय विश्व युद्ध के उदय का एक कारण बनीं।
- Incorrect Options: 1914 में प्रथम विश्व युद्ध शुरू हुआ था, 1918 में युद्ध समाप्त हुआ था, और 1920 में लीग ऑफ नेशंस की स्थापना हुई थी।
Question 22: संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) की स्थापना किस वर्ष हुई थी?
- 1939
- 1942
- 1945
- 1949
Answer: (c)
Detailed Explanation:
- Correctness: संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations Organization) की स्थापना 24 अक्टूबर 1945 को हुई थी।
- Context & Elaboration: इसकी स्थापना द्वितीय विश्व युद्ध के बाद भविष्य के संघर्षों को रोकने, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने और मानवाधिकारों की रक्षा के उद्देश्य से की गई थी। यह लीग ऑफ नेशंस का उत्तराधिकारी था, जो प्रथम विश्व युद्ध के बाद स्थापित हुआ था लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध को रोकने में विफल रहा था।
- Incorrect Options: 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हुआ, 1942 में अटलांटिक चार्टर पर हस्ताक्षर हुए, और 1949 में नाटो की स्थापना हुई।
Question 23: ‘शीत युद्ध’ (Cold War) मुख्य रूप से किन दो शक्तियों के बीच लड़ा गया था?
- जर्मनी और फ्रांस
- संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ
- चीन और जापान
- यूनाइटेड किंगडम और जर्मनी
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: शीत युद्ध (लगभग 1947 से 1991 तक) मुख्य रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका (और उसके पश्चिमी सहयोगियों) और सोवियत संघ (और उसके पूर्वी ब्लॉक सहयोगियों) के बीच एक भू-राजनीतिक तनाव की अवधि थी।
- Context & Elaboration: यह सीधे तौर पर सैन्य संघर्ष नहीं था, बल्कि वैचारिक (पूंजीवाद बनाम साम्यवाद), आर्थिक और राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता थी। इसमें प्रॉक्सी युद्ध, हथियारों की दौड़, अंतरिक्ष दौड़ और जासूसी शामिल थी। बर्लिन की दीवार का गिरना (1989) और सोवियत संघ का विघटन (1991) शीत युद्ध के अंत के प्रमुख बिंदु माने जाते हैं।
- Incorrect Options: अन्य विकल्प विभिन्न ऐतिहासिक अवधियों और संघर्षों में शामिल रहे हैं, लेकिन ‘शीत युद्ध’ मुख्य रूप से अमेरिका और सोवियत संघ के बीच था।
Question 24: ‘फ्रांसीसी क्रांति’ किस वर्ष हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1848
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: फ्रांसीसी क्रांति 1789 में शुरू हुई थी और लगभग एक दशक तक चली थी।
- Context & Elaboration: यह क्रांति पूर्ण राजशाही, सामंती व्यवस्था और कुलीन विशेषाधिकारों के खिलाफ थी। इसने ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ (Liberty, Equality, Fraternity) के आदर्शों को जन्म दिया, जिसने पूरे यूरोप और दुनिया भर में राजनीतिक आंदोलनों को प्रेरित किया। बास्टिल का पतन (14 जुलाई 1789) को क्रांति की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
- Incorrect Options: 1776 में अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा हुई थी, 1815 में नेपोलियन का वाटरलू में पतन हुआ, और 1848 में यूरोप में कई क्रांतियाँ हुईं जिन्हें ‘वसंत ऋतु के राष्ट्र’ के रूप में जाना जाता है।
Question 25: ‘गुटनिरपेक्ष आंदोलन’ (NAM) का पहला शिखर सम्मेलन कहाँ आयोजित किया गया था?
- बांडुंग
- बेलग्रेड
- काहिरा
- नई दिल्ली
Answer: (b)
Detailed Explanation:
- Correctness: गुटनिरपेक्ष आंदोलन (Non-Aligned Movement – NAM) का पहला शिखर सम्मेलन सितंबर 1961 में बेलग्रेड, यूगोस्लाविया में आयोजित किया गया था।
- Context & Elaboration: NAM की स्थापना उन देशों द्वारा की गई थी जो शीत युद्ध के दौरान किसी भी प्रमुख शक्ति गुट (संयुक्त राज्य अमेरिका या सोवियत संघ) के साथ औपचारिक रूप से गठबंधन नहीं करना चाहते थे। इसके प्रमुख संस्थापकों में जवाहरलाल नेहरू (भारत), जोसिप ब्रोज़ टीटो (यूगोस्लाविया), गमाल अब्देल नासर (मिस्र), क्वामे न्क्रूमा (घाना), और सुकर्णो (इंडोनेशिया) शामिल थे। इसका उद्देश्य विश्व शांति, राष्ट्रीय संप्रभुता और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना था।
- Incorrect Options: बांडुंग में 1955 में एशियाई-अफ्रीकी सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसने NAM की नींव रखी थी। काहिरा (1964) और नई दिल्ली (1983) NAM के बाद के शिखर सम्मेलनों के मेजबान थे।
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