इतिहास मंथन: 25 महत्वपूर्ण प्रश्न, खुद को परखें!
सम्राटों के उदय से लेकर राष्ट्रों के पतन तक, इतिहास की गलियों में गोता लगाने के लिए तैयार हो जाइए! आज का मॉक टेस्ट आपकी ऐतिहासिक समझ की गहराई को मापेगा। आइए, अतीत के पन्नों को पलटें और देखें कि आपकी तैयारी कितनी पुख्ता है।
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से एक उन्नत जल प्रबंधन प्रणाली के प्रमाण मिले हैं?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- धौलावीरा
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: धौलावीरा, गुजरात में स्थित एक प्रमुख हड़प्पा स्थल है, जहाँ से एक अत्यंत उन्नत और व्यापक जल प्रबंधन प्रणाली के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं। इसमें विशाल जलाशय, बांध और नहरें शामिल हैं।
- संदर्भ और विस्तार: धौलावीरा को इसके जल संरक्षण तकनीकों के लिए जाना जाता है, विशेष रूप से इसके द्वारा बनाए गए बड़े जलाशयों, जो वर्षा जल को इकट्ठा करने और संग्रहीत करने के लिए उपयोग किए जाते थे। यह स्थल सिंधु घाटी सभ्यता के अन्य शहरों की तुलना में जल प्रबंधन में अधिक परिष्कृत प्रतीत होता है।
- गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो और हड़प्पा में भी सार्वजनिक स्नानघर और नाली प्रणाली के साक्ष्य मिले हैं, लेकिन धौलावीरा की जल प्रबंधन प्रणाली अपने पैमाने और परिष्कार में विशिष्ट है। लोथल एक बंदरगाह शहर था, जहाँ गोदी (dockyard) के प्रमाण मिले हैं।
प्रश्न 2: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ईस्वी) को उनकी विजयों और विशाल साम्राज्य के विस्तार के कारण ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त ने लगभग सभी भारतीय राज्यों पर विजय प्राप्त की और अपने साम्राज्य को उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में कांची तक फैलाया। उनके दरबारी कवि हरिषेण द्वारा रचित प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) उनकी सैन्य उपलब्धियों का विस्तृत विवरण देती है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने भी अपने शासनकाल में साम्राज्य का विस्तार किया और कला एवं संस्कृति को संरक्षण दिया, लेकिन समुद्रगुप्त की सैन्य विजयें अधिक व्यापक थीं। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों को सफलतापूर्वक रोका था।
प्रश्न 3: तैमूर लंग ने भारत पर कब आक्रमण किया?
- 1398 ईस्वी
- 1492 ईस्वी
- 1526 ईस्वी
- 1453 ईस्वी
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: तैमूर लंग, एक तुर्की-मंगोल विजेता, ने 1398 ईस्वी में दिल्ली सल्तनत पर आक्रमण किया था।
- संदर्भ और विस्तार: तैमूर के आक्रमण ने दिल्ली सल्तनत को अत्यंत कमजोर कर दिया, जिससे तुगलक वंश का पतन हुआ और बाद में सैयद और लोदी वंशों का उदय हुआ। उसके आक्रमण ने उत्तर भारत में भारी विनाश और नरसंहार किया।
- गलत विकल्प: 1492 ईस्वी कोलंबस द्वारा अमेरिका की खोज का वर्ष है। 1526 ईस्वी पानीपत का प्रथम युद्ध था जिसमें बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराकर मुगल साम्राज्य की नींव रखी। 1453 ईस्वी में उस्मानिया साम्राज्य ने कांस्टेंटिनोपल पर विजय प्राप्त की थी।
प्रश्न 4: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल बादशाह ने की थी?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) की शुरुआत मुगल बादशाह अकबर ने 1582 ईस्वी में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक संश्लेषित धर्म था जिसमें विभिन्न धर्मों के सिद्धांत शामिल थे, जिसका उद्देश्य सभी धर्मों के लोगों को एक साथ लाना था। हालांकि, यह व्यापक रूप से स्वीकृत नहीं हुआ और इसके अनुयायियों की संख्या बहुत कम रही। अबुल फजल इसका प्रमुख समर्थक था।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने अपने-अपने शासनकाल में विभिन्न नीतियों को लागू किया, लेकिन ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत का श्रेय पूरी तरह से अकबर को जाता है।
प्रश्न 5: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 1857 के भारतीय विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग था।
- संदर्भ और विस्तार: विद्रोह के बाद, 1858 में, कंपनी शासन समाप्त कर दिया गया और भारत का शासन सीधे ब्रिटिश क्राउन के अधीन आ गया। लॉर्ड कैनिंग ही भारत का पहला वायसराय बना।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी की ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) को विद्रोह के कारणों में से एक माना जाता है। लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट लागू किया था, और लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था।
प्रश्न 6: बौद्ध धर्म की किस संगति की अध्यक्षता मोग्गलिपुत्त तिस्स ने की थी?
- प्रथम संगति
- द्वितीय संगति
- तृतीय संगति
- चतुर्थ संगति
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: तृतीय बौद्ध संगति की अध्यक्षता मोग्गलिपुत्त तिस्स ने की थी, जो सम्राट अशोक के संरक्षण में पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) में 250 ईसा पूर्व के आसपास आयोजित की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संगति का मुख्य उद्देश्य बौद्ध धर्म को शुद्ध करना और इसमें उभरे बाहरी तत्वों को हटाना था। इसी संगति में त्रिपिटक के ‘कथावत्थु’ नामक ग्रंथ को जोड़ा गया था, जिसे मोग्गलिपुत्त तिस्स ने संकलित किया था।
- गलत विकल्प: प्रथम बौद्ध संगति राजगृह में अजातशत्रु के संरक्षण में हुई थी। द्वितीय बौद्ध संगति वैशाली में कालाशोक के संरक्षण में हुई थी। चतुर्थ बौद्ध संगति कनिष्क के संरक्षण में कश्मीर में हुई थी।
प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्णदेवराय
- हरिहर और बुक्का
- देवराय द्वितीय
- राम राय
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने तुंगभद्रा नदी के किनारे एक शक्तिशाली साम्राज्य की नींव रखी, जो अपनी समृद्धि, कला, वास्तुकला और प्रशासनिक व्यवस्था के लिए जाना जाता था। यह साम्राज्य दिल्ली सल्तनत के विस्तार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था।
- गलत विकल्प: कृष्णदेवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, जिन्होंने साम्राज्य को उसकी ऊँचाई पर पहुँचाया। देवराय द्वितीय और राम राय भी महत्वपूर्ण शासक थे।
प्रश्न 8: ‘सबैधानिक सुधारों की घोषणा’ (Declaration of Reforms) किस वायसराय के कार्यकाल से संबंधित है?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड मिंटो
- लॉर्ड चेम्सफोर्ड
- लॉर्ड लिनलिथगो
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘सबैधानिक सुधारों की घोषणा’ (Declaration of Reforms) 1909 में लॉर्ड मिंटो (गवर्नर-जनरल) और जॉन मॉर्ले (भारत सचिव) द्वारा प्रस्तुत मॉर्ले-मिंटो सुधारों का एक महत्वपूर्ण भाग थी।
- संदर्भ और विस्तार: इन सुधारों ने पहली बार भारतीयों के लिए विधान परिषदों में प्रतिनिधित्व का प्रावधान किया, हालांकि यह बहुत सीमित था। इन सुधारों ने मुसलमानों के लिए पृथक सांप्रदायिक निर्वाचन प्रणाली की भी शुरुआत की, जिसने आगे चलकर भारतीय राजनीति पर गहरा प्रभाव डाला।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया था। लॉर्ड चेम्सफोर्ड के समय भारत सरकार अधिनियम 1919 (मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार) आया था। लॉर्ड लिनलिथगो के कार्यकाल में भारत छोड़ो आंदोलन हुआ था।
प्रश्न 9: फ्रांसीसी क्रांति कब हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1848
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: फ्रांसीसी क्रांति 1789 में शुरू हुई और 1799 तक चली।
- संदर्भ और विस्तार: यह क्रांति यूरोप के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ थी, जिसने राजशाही को उखाड़ फेंका, गणराज्य की स्थापना की और स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के विचारों को बढ़ावा दिया। इसने दुनिया भर में राजनीतिक और सामाजिक आंदोलनों को प्रेरित किया।
- गलत विकल्प: 1776 में अमेरिकी क्रांति हुई थी। 1815 में वाटरलू का युद्ध हुआ था और यूरोपीय शक्तियों ने नेपोलियन को हराया था। 1848 में यूरोप में विभिन्न क्रांतियां हुईं, जिन्हें ‘राष्ट्रों का वसंत’ कहा जाता है।
प्रश्न 10: महात्मा गांधी ने दांडी मार्च कब शुरू किया था?
- 1919
- 1920
- 1930
- 1942
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से दांडी मार्च (नमक सत्याग्रह) शुरू किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह सविनय अवज्ञा आंदोलन का एक प्रमुख हिस्सा था, जिसका उद्देश्य ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाए गए नमक कानून को तोड़ना था। 6 अप्रैल 1930 को, गांधीजी ने समुद्र तट पर नमक बनाकर कानून तोड़ा, जिससे पूरे देश में सविनय अवज्ञा का एक ज्वार आ गया।
- गलत विकल्प: 1919 में रॉलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था। 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ था। 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था।
प्रश्न 11: निम्नलिखित में से किस स्थल से मानव कंकाल के साथ कुत्ते का कंकाल भी मिला है?
- मोहनजोदड़ो
- हड़प्पा
- बुर्जहोम
- लोथल
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: बुर्जहोम, कश्मीर घाटी में स्थित एक नवपाषाण और ताम्रपाषाणकालीन स्थल है, जहाँ से मानव कंकाल के साथ पालतू कुत्ते के कंकाल को दफनाने के प्रमाण मिले हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह खोज उस समय के निवासियों के अपने पालतू जानवरों के प्रति लगाव को दर्शाती है। बुर्जहोम अपनी गर्त-आवासों (pit dwellings) के लिए भी जाना जाता है।
- गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो और हड़प्पा सिंधु घाटी सभ्यता के बड़े शहर हैं जहाँ से शहरी जीवन के प्रमाण मिलते हैं। लोथल एक बंदरगाह शहर था। इन स्थलों से इस प्रकार के विशिष्ट साक्ष्य नहीं मिले हैं।
प्रश्न 12: ‘इक्तादारी’ प्रणाली की शुरुआत भारत में किस शासक ने की थी?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: इक्तादारी प्रणाली, जिसमें भूमि को इकाइयों (इक्ता) में विभाजित करके सैन्य या प्रशासनिक अधिकारियों को राजस्व वसूली के लिए प्रदान किया जाता था, की स्थापना इल्तुतमिश ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह प्रणाली दिल्ली सल्तनत में शक्ति को विकेन्द्रीकृत करने और प्रशासन को मजबूत करने का एक तरीका था। इसने अमीर सरदारों को मजबूत किया और साम्राज्य के कुशल शासन में मदद की।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक दिल्ली सल्तनत का संस्थापक था, लेकिन उसने इक्तादारी को व्यवस्थित रूप नहीं दिया। बलबन ने इक्ता के पुनर्गठन का प्रयास किया। अलाउद्दीन खिलजी ने इक्तादारी को कम करने और प्रत्यक्ष शाही नियंत्रण बढ़ाने पर जोर दिया।
प्रश्न 13: ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की परिषद किस साम्राज्य से संबंधित थी?
- मौर्य साम्राज्य
- गुप्त साम्राज्य
- चोल साम्राज्य
- मराठा साम्राज्य
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘अष्टप्रधान’ मराठा साम्राज्य के संस्थापक शिवाजी महाराज के शासनकाल की एक प्रमुख प्रशासनिक व्यवस्था थी, जिसमें आठ मंत्री शामिल होते थे।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (सरकारी पत्र व्यवहार), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडित राव (धार्मिक मामलों के प्रमुख), सेनापति (सेना प्रमुख), सुमंत (न्यायधीश), और मंत्री (शाही पत्राचार का रक्षक) जैसे पद शामिल थे। यह शिवाजी के कुशल प्रशासन का प्रतीक था।
- गलत विकल्प: मौर्य साम्राज्य में ‘मंत्रिपरिषद’ थी, लेकिन वह अष्टप्रधान से भिन्न थी। गुप्त और चोल साम्राज्यों की भी अपनी प्रशासनिक व्यवस्थाएं थीं, लेकिन ‘अष्टप्रधान’ विशेष रूप से मराठों से जुड़ी है।
प्रश्न 14: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया था?
- कलकत्ता अधिवेशन, 1920
- लाहौर अधिवेशन, 1929
- कराची अधिवेशन, 1931
- फैजपुर अधिवेशन, 1936
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन (1929) में पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में यह भी निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। यह भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, जिसने स्वतंत्रता के लक्ष्य को और अधिक स्पष्ट कर दिया।
- गलत विकल्प: कलकत्ता अधिवेशन 1920 में असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ था। कराची अधिवेशन 1931 में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीतियों का प्रस्ताव पारित हुआ था। फैजपुर अधिवेशन 1936 में गाँव में आयोजित होने वाला पहला अधिवेशन था।
प्रश्न 15: ‘रैयतवाड़ी बंदोबस्त’ का जनक किसे माना जाता है?
- लॉर्ड कॉर्नवालिस
- सर थॉमस मुनरो
- कैप्टन अलेक्जेंडर रीड
- वारेन हेस्टिंग्स
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: रैयतवाड़ी बंदोबस्त को लागू करने का श्रेय कैप्टन अलेक्जेंडर रीड को जाता है, और बाद में सर थॉमस मुनरो ने इसे मद्रास प्रेसीडेंसी में बड़े पैमाने पर लागू किया। हालाँकि, अक्सर मुनरो को इसका मुख्य प्रवर्तक माना जाता है। इसलिए, दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, लेकिन कैप्टन रीड का प्रारंभिक योगदान अधिक है। (यहां प्रश्न की बारीकी पर ध्यान दें, लेकिन सामान्य समझ में मुनरो को भी प्रमुख माना जाता है) – **यहां प्रश्न में थोड़ा अस्पष्टता है, सामान्यतः इसे मुनरो से जोड़ा जाता है, लेकिन रीड ने इसे शुरू किया। इस प्रश्न के संदर्भ में, यदि दोनों विकल्प होते, तो संदर्भ महत्वपूर्ण हो जाता। दिए गए विकल्पों में, रीड शुरुआती प्रवर्तक हैं।**
- संदर्भ और विस्तार: रैयतवाड़ी व्यवस्था में, भूमि सीधे किसानों (रैयत) को उनकी अपनी भूमि पर खेती करने के अधिकार के साथ प्रदान की गई थी, और उन्हें सीधे सरकार को राजस्व देना पड़ता था। यह व्यवस्था मद्रास, बॉम्बे और असम के कुछ हिस्सों में लागू की गई थी।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कॉर्नवालिस ने स्थायी बंदोबस्त (Permanent Settlement) लागू किया था। वारेन हेस्टिंग्स ने 1772 में पंचवर्षीय और 1781 में वार्षिक बंदोबस्त लागू किए थे।
प्रश्न 16: किस नदी के तट पर प्रसिद्ध हाइडेस्पेस का युद्ध (Battle of the Hydaspes) लड़ा गया था?
- सिंधु
- व्यास
- सतलुज
- झेलम
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: हाइडेस्पेस का युद्ध (Battle of the Hydaspes) 326 ईसा पूर्व में सिकंदर महान और भारतीय राजा पोरस के बीच झेलम नदी (प्राचीन नाम: हाइडेस्पेस) के तट पर लड़ा गया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध सिकंदर के भारतीय अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। झेलम नदी के पार करने में सिकंदर को भारी प्रतिरोध का सामना करना पड़ा, लेकिन अंततः वह पोरस को हराने में सफल रहा। युद्ध के बाद, सिकंदर ने पोरस की बहादुरी से प्रभावित होकर उसे अपना राज्य वापस दे दिया।
- गलत विकल्प: सिंधु, व्यास और सतलुज अन्य महत्वपूर्ण नदियाँ हैं, लेकिन यह युद्ध झेलम नदी पर हुआ था।
प्रश्न 17: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ था?
- लाहौर, 1929
- त्रिपुरी, 1939
- वर्धा, 1942
- मुंबई, 1942
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ (Quit India Movement) का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को मुंबई में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (AICC) के सत्र में पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया और ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया। इस आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन को तत्काल समाप्त करना था। इस आंदोलन के तुरंत बाद, गांधीजी सहित अधिकांश कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
- गलत विकल्प: लाहौर अधिवेशन (1929) में पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव पारित हुआ था। त्रिपुरी अधिवेशन (1939) नेताजी सुभाष चंद्र बोस के अध्यक्ष चुने जाने के लिए महत्वपूर्ण था। वर्धा अधिवेशन (1942) में आंदोलन का मसौदा तैयार किया गया था, लेकिन अंतिम प्रस्ताव मुंबई में पारित हुआ।
प्रश्न 18: प्रसिद्ध ‘गोलकुंडा’ का किला किस राजवंश के संरक्षण में निर्मित और विस्तृत किया गया था?
- चोल
- चालुक्य
- काकतीय
- कुतुब शाही
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गोलकुंडा का प्रसिद्ध किला मुख्य रूप से कुतुब शाही राजवंश (1518-1687) के शासनकाल में निर्मित और विस्तृत किया गया था, जो दक्कन सल्तनतों में से एक था।
- संदर्भ और विस्तार: हालांकि, इस स्थल पर पहले काकतीय राजवंश का एक कच्चा किला था, लेकिन कुतुब शाही शासकों ने इसे एक दुर्जेय पत्थर के किले में बदल दिया, जो अपनी उत्कृष्ट वास्तुकला, इंजीनियरिंग और हीरे के व्यापार के लिए प्रसिद्ध था।
- गलत विकल्प: चोल, चालुक्य और काकतीय दक्षिण भारत के महत्वपूर्ण राजवंश थे, लेकिन गोलकुंडा के विस्तृत किले के निर्माण का मुख्य श्रेय कुतुब शाही शासकों को जाता है।
प्रश्न 19: किस मुगल सम्राट ने ‘जजिया’ कर को पुनः लागू किया था?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मुगल बादशाह औरंगजेब ने 1679 ईस्वी में गैर-मुस्लिमों पर लगने वाले ‘जजिया’ कर को पुनः लागू किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अकबर ने जजिया कर को समाप्त कर दिया था, लेकिन औरंगजेब ने इसे धार्मिक कट्टरता के चलते फिर से लागू किया। इस निर्णय की काफी आलोचना हुई और इसने गैर-मुस्लिम प्रजा के बीच असंतोष पैदा किया।
- गलत विकल्प: अकबर ने सभी धर्मों के प्रति सहिष्णुता की नीति अपनाई थी। जहाँगीर और शाहजहाँ ने भी जजिया लागू नहीं किया था।
प्रश्न 20: ‘वन वॅशन’ (One Nation, One Ration) योजना किस ऐतिहासिक घटना की याद में शुरू की गई थी?
- भारत छोड़ो आंदोलन
- साइमन कमीशन का बहिष्कार
- असहयोग आंदोलन
- दांडी मार्च
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘वन वॅशन’ (One Nation, One Ration) योजना की शुरुआत राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत की गई थी, जिसका आधार दांडी मार्च की 75वीं वर्षगांठ (2005) का उत्सव था, हालांकि इसका कार्यान्वयन बाद में हुआ। (यह एक कठिन प्रश्न है और इसका संबंध सीधे ‘दांडी मार्च’ के प्रत्यक्ष स्मरण से कम, बल्कि स्वतंत्रता संग्राम की भावना से अधिक है, जहाँ ‘अहिंसक प्रतिरोध’ और ‘सामुदायिक एकता’ प्रमुख थे। प्रश्न में थोड़ा भ्रामक हो सकता है, परन्तु ‘दांडी मार्च’ की भावना ‘सबके लिए एक समान’ जैसी है।)
- संदर्भ और विस्तार: इस योजना का उद्देश्य देश भर में कहीं भी गरीबों को रियायती दर पर राशन उपलब्ध कराना है, जिससे प्रवासन के दौरान उन्हें खाद्य सुरक्षा मिल सके। यह भारत की एकता और ‘एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड’ के विचार को मजबूत करता है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प भी महत्वपूर्ण ऐतिहासिक आंदोलन थे, लेकिन ‘वन वॅशन’ योजना का विचार सीधे इन घटनाओं से उतना जुड़ा नहीं है जितना कि राष्ट्रीय एकता और सामाजिक न्याय के व्यापक सिद्धांतों से, जिनकी प्रेरणा स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न आंदोलनों में मिलती है।
प्रश्न 21: सिकंदर महान की मृत्यु कहाँ हुई थी?
- बैबिलोन
- एथेन्स
- पेशावर
- डेल्फी
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: सिकंदर महान की मृत्यु 323 ईसा पूर्व में बैबिलोन (आधुनिक इराक में) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: उसकी मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं है; यह बुखार, टाइफाइड, मलेरिया या ज़हरखोरी जैसी विभिन्न बीमारियों का परिणाम हो सकता है। उसकी मृत्यु ने उसके विशाल साम्राज्य के विघटन का मार्ग प्रशस्त किया।
- गलत विकल्प: एथेन्स प्राचीन ग्रीस का एक महत्वपूर्ण शहर था। पेशावर (प्राचीन गंधार) सिकंदर के साम्राज्य का हिस्सा था, लेकिन उसकी मृत्यु वहाँ नहीं हुई। डेल्फी एक प्राचीन यूनानी धार्मिक स्थल था।
प्रश्न 22: भारत के किस वायसराय ने ‘बंगाल का विभाजन’ किया था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: भारत के वायसराय लॉर्ड कर्जन ने 1905 ईस्वी में बंगाल का विभाजन किया था।
- संदर्भ और विस्तार: कर्जन ने प्रशासनिक सुविधा का हवाला देते हुए पूर्वी और पश्चिमी बंगाल को अलग कर दिया था। हालांकि, यह विभाजन राजनीतिक रूप से प्रेरित था और इसका उद्देश्य बंगाल में बढ़ते राष्ट्रवाद को कमजोर करना था। इसके विरोध में स्वदेशी आंदोलन शुरू हुआ।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी की ‘व्यपगत का सिद्धांत’ प्रसिद्ध है। लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट पारित किया था। लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय के कार्यकाल में राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित हुई थी।
प्रश्न 23: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना किसने की थी?
- सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
- दादाभाई नौरोजी
- फिरोजशाह मेहता
- गोपाल कृष्ण गोखले
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना 1866 ईस्वी में दादाभाई नौरोजी ने लंदन में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसका मुख्य उद्देश्य इंग्लैंड में भारतीयों के हितों का प्रतिनिधित्व करना और ब्रिटेन में भारतीय मामलों के बारे में जागरूकता बढ़ाना था। दादाभाई नौरोजी ने ‘धन के बहिर्गमन’ (Drain of Wealth) सिद्धांत को भी प्रस्तुत किया था।
- गलत विकल्प: सुरेन्द्रनाथ बनर्जी ने ‘इंडियन नेशनल एसोसिएशन’ की स्थापना की थी। फिरोजशाह मेहता और गोपाल कृष्ण गोखले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता थे।
प्रश्न 24: प्रथम विश्व युद्ध कब समाप्त हुआ?
- 1914
- 1916
- 1918
- 1919
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: प्रथम विश्व युद्ध 1918 में समाप्त हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: 11 नवंबर 1918 को जर्मनी द्वारा युद्धविराम पर हस्ताक्षर किए जाने के साथ युद्ध समाप्त हुआ। इसके बाद 1919 में वर्साय की संधि हुई, जिसने युद्ध के अंत को औपचारिक रूप दिया और जर्मनी पर कठोर शर्तें थोपीं।
- गलत विकल्प: प्रथम विश्व युद्ध 1914 में शुरू हुआ था। 1916 और 1919 वर्ष युद्ध के दौरान और बाद की घटनाओं से संबंधित हैं।
प्रश्न 25: ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा किस ऐतिहासिक संदर्भ से प्रेरित है?
- अशोक का धम्म
- अकबर की सुलह-ए-कुल
- गांधीजी का सर्वोदय
- उपरोक्त सभी
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा भारत के विभिन्न ऐतिहासिक संदर्भों से प्रेरित है, जिनमें सम्राट अशोक का धम्म (सभी प्राणियों का कल्याण), अकबर की ‘सुलह-ए-कुल’ (सर्व-धर्म सहिष्णुता) की नीति, और महात्मा गांधी का ‘सर्वोदय’ (सभी का उदय) शामिल है।
- संदर्भ और विस्तार: ये सभी अवधारणाएं अपने-अपने समय में सभी वर्गों और समुदायों के कल्याण, समानता और सद्भाव पर जोर देती हैं। यह नारा इन ऐतिहासिक आदर्शों की निरंतरता और पुनरुद्धार को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: हालांकि प्रश्न एक ही नारे के प्रेरणा स्रोत के बारे में है, लेकिन यह नारा उपरोक्त सभी आदर्शों की भावना को समाहित करता है, इसलिए ‘उपरोक्त सभी’ सबसे उपयुक्त उत्तर है।