इतिहास मंथन: 25 प्रश्न, 100% जीत की तैयारी!
आइए, ज्ञान की इस रोमांचक यात्रा पर निकल पड़ें और इतिहास के पन्नों में छिपे रहस्यों को उजागर करें! आज के इस विशेष सत्र में, हम प्राचीन भारत से लेकर विश्व इतिहास तक के 25 चुनिंदा प्रश्नों के साथ आपके ज्ञान का परीक्षण करेंगे। अपनी तैयारी को धार दें और हर प्रश्न के पीछे छिपे तथ्यों को गहराई से समझें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरण के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस शासक ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म चलाया?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: अकबर ने 1582 ई. में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वरीय विश्वास) नामक एक समन्वयवादी धर्म की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य सभी धर्मों के प्रमुख सिद्धांतों को मिलाकर एक ऐसा सार्वभौमिक धर्म बनाना था, जो सभी के लिए स्वीकार्य हो। यह विभिन्न धार्मिक विचारों के प्रति अकबर की सहिष्णुता और सर्वधर्म समभाव की नीति का प्रतीक था। हालांकि, यह धर्म व्यापक रूप से लोकप्रिय नहीं हो सका।
- गलत विकल्प: जहांगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब धार्मिक मामलों में अधिक रूढ़िवादी थे और उन्होंने ऐसे किसी नए धर्म की स्थापना नहीं की।
प्रश्न 2: हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- धौलावीरा
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ है ‘मृतकों का टीला’, हड़प्पा सभ्यता का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण स्थल माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सिंधु नदी के किनारे स्थित था। मोहनजोदड़ो में मिले विशाल स्नानागार, अन्न भंडार और मुहरें इस सभ्यता की उन्नत शहरी नियोजन और वास्तुकला का प्रमाण हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा पहला खोजा गया स्थल था, लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था, और धौलावीरा हाल ही में खोजा गया एक महत्वपूर्ण स्थल है, लेकिन आकार में मोहनजोदड़ो सबसे बड़ा है।
प्रश्न 3: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया?
- लाहौर अधिवेशन, 1929
- कलकत्ता अधिवेशन, 1928
- फैजपुर अधिवेशन, 1936
- त्रिपुरी अधिवेशन, 1939
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने दिसंबर 1929 में लाहौर अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ (संपूर्ण स्वतंत्रता) का प्रस्ताव पारित किया।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इस प्रस्ताव ने भारत के राजनीतिक लक्ष्य को ब्रिटिश साम्राज्य से पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त करना घोषित किया और 26 जनवरी 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।
- गलत विकल्प: अन्य अधिवेशन महत्वपूर्ण थे (जैसे 1928 में नेहरू रिपोर्ट पर चर्चा, 1936 में समाजवादी विचारों का प्रभाव, 1939 में सुभाष चंद्र बोस का अध्यक्ष पद से इस्तीफा), लेकिन पूर्ण स्वराज का प्रस्ताव लाहौर अधिवेशन में ही पारित हुआ।
प्रश्न 4: ‘सबने अवज्ञा आंदोलन’ का मुख्य कारण क्या था?
- साइमन कमीशन का बहिष्कार
- नमक कानून
- जलियांवाला बाग हत्याकांड
- साइमन कमीशन की रिपोर्ट
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: नमक कानून, जो भारतीयों को नमक बनाने, बेचने और खरीदने से रोकता था और ब्रिटिश सरकार को एकाधिकार देता था, सबने अवज्ञा आंदोलन का मुख्य तात्कालिक कारण था।
- संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी ने 1930 में दांडी मार्च (नमक सत्याग्रह) के साथ इस आंदोलन की शुरुआत की, जिसमें उन्होंने समुद्र तट पर जाकर नमक बनाकर कानून तोड़ा। इस आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन के अन्यायपूर्ण कानूनों का अहिंसक तरीके से विरोध करना था।
- गलत विकल्प: साइमन कमीशन का बहिष्कार और जलियांवाला बाग हत्याकांड जैसे मुद्दे राष्ट्रीय आंदोलन के महत्वपूर्ण हिस्से थे, लेकिन सबने अवज्ञा आंदोलन विशेष रूप से नमक कानून के विरोध से प्रेरित था।
प्रश्न 5: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि उनके समकालीन इतिहासकार हरिसेन ने उन्हें उनके सैन्य अभियानों और भारत के एक बड़े हिस्से पर विजय प्राप्त करने की क्षमता के कारण दी थी। समुद्रगुप्त ने उत्तर भारत में नौ, दक्षिण में बारह और पश्चिम में भी कई राज्यों को अपने अधीन किया था।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम ने गुप्त वंश की नींव रखी, चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने शकों को हराया और सांस्कृतिक विकास को बढ़ावा दिया, और कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की।
प्रश्न 6: ‘जजिया’ कर को किस मुगल शासक ने समाप्त किया था?
- बाबर
- हुमायूँ
- अकबर
- औरंगजेब
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मुगल सम्राट अकबर ने 1564 ई. में गैर-मुसलमानों पर लगाए जाने वाले ‘जजिया’ कर को समाप्त कर दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह कदम अकबर की धार्मिक सहिष्णुता और सभी प्रजा के प्रति समान व्यवहार की नीति का हिस्सा था। इसका उद्देश्य विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच सद्भाव बढ़ाना था।
- गलत विकल्प: बाबर और हुमायूँ ने इस कर को जारी रखा था। औरंगजेब ने 1679 ई. में पुनः जजिया कर लागू कर दिया था।
प्रश्न 7: भारत में सहायक संधि प्रणाली का जनक किसे माना जाता है?
- लॉर्ड कार्नवालिस
- लॉर्ड वेलेजली
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: लॉर्ड वेलेजली को भारत में सहायक संधि प्रणाली का जनक माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: 1798 ई. में भारत के गवर्नर-जनरल बनने के बाद, वेलेजली ने इस नीति का व्यापक रूप से उपयोग किया। इसके तहत, भारतीय शासक ब्रिटिश सेना को अपने राज्य में रखने और उसका खर्च उठाने के लिए सहमत होते थे, बदले में ब्रिटिश उनकी आंतरिक सुरक्षा और बाहरी आक्रमणों से सुरक्षा की गारंटी देते थे। यह ब्रिटिश विस्तार का एक प्रभावी साधन बनी।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कार्नवालिस स्थायी बंदोबस्त के लिए जाने जाते हैं, लॉर्ड डलहौजी व्यपगत के सिद्धांत (Doctrine of Lapse) के लिए, और लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का उन्मूलन किया।
प्रश्न 8: इंडस वैली (सिंधु घाटी) सभ्यता में विशाल स्नानागार कहाँ से प्राप्त हुआ है?
- हड़प्पा
- लोथल
- मोहनजोदड़ो
- कालीबंगा
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: विशाल स्नानागार (Great Bath) मोहनजोदड़ो के पुरातात्विक स्थल से प्राप्त हुआ है।
- संदर्भ और विस्तार: यह सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे उल्लेखनीय संरचनाओं में से एक है, जो संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग की जाती थी। यह अच्छी तरह से निर्मित ईंटों से बना था और इसमें जल रिसाव को रोकने के लिए विशेष प्रकार के टार का उपयोग किया गया था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा, लोथल और कालीबंगा अन्य महत्वपूर्ण स्थल हैं जहां से अन्य महत्वपूर्ण अवशेष मिले हैं, लेकिन विशाल स्नानागार विशेष रूप से मोहनजोदड़ो से जुड़ा है।
प्रश्न 9: 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ किसने कहा?
- सर जॉन लॉरेंस
- कार्ल मार्क्स
- एल. ई. आर. रिज़ले
- वी. डी. सावरकर
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: विनायक दामोदर सावरकर (वी. डी. सावरकर) ने अपनी पुस्तक ‘द इंडियन वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस, 1857’ में 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ कहा।
- संदर्भ और विस्तार: सावरकर ने इस विद्रोह को ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारतीयों के संघर्ष के रूप में प्रस्तुत किया, जिसमें सिपाहियों के साथ-साथ नागरिक आबादी ने भी भाग लिया था। यह विचार उस समय के ब्रिटिश इतिहासकारों द्वारा इसे केवल एक ‘सिपाही विद्रोह’ कहने के विपरीत था।
- गलत विकल्प: सर जॉन लॉरेंस और एल. ई. आर. रिज़ले इसे सिपाही विद्रोह मानते थे, जबकि कार्ल मार्क्स ने इसे विद्रोह के रूप में देखा लेकिन इसे पूर्णतः स्वतंत्रता संग्राम नहीं कहा।
प्रश्न 10: वेदों की ओर लौटो का नारा किसने दिया?
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- स्वामी विवेकानंद
- राजा राम मोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘वेदों की ओर लौटो’ का प्रसिद्ध नारा स्वामी दयानंद सरस्वती ने दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: वेदों को ज्ञान का आदि स्रोत मानते हुए, स्वामी दयानंद सरस्वती ने 19वीं सदी में सामाजिक और धार्मिक सुधारों के लिए आर्य समाज की स्थापना की। उन्होंने भारतीय समाज को वेदों के शुद्ध सिद्धांतों की ओर वापस ले जाने का आह्वान किया, जो उस समय की अंध-परंपराओं और विदेशी प्रभाव के मुकाबले एक महत्वपूर्ण कदम था।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन से जुड़े थे, राजा राम मोहन राय ब्रह्म समाज के संस्थापक थे, और ईश्वर चंद्र विद्यासागर शिक्षा और विधवा पुनर्विवाह के समर्थक थे।
प्रश्न 11: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब और किसने की थी?
- 1336 ई., हरिहर और बुक्का
- 1565 ई., राम राय
- 1498 ई., कृष्ण देवराय
- 1347 ई., अलाउद्दीन बहमन शाह
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ई. में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित इस साम्राज्य ने लगभग 200 वर्षों तक दक्षिण भारत के एक बड़े हिस्से पर शासन किया। यह अपने समृद्ध व्यापार, कला, वास्तुकला और साहित्य के लिए प्रसिद्ध था। हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम संगम वंश के संस्थापक थे।
- गलत विकल्प: 1565 ई. में तालीकोटा का युद्ध हुआ जिसमें विजयनगर की हार हुई। 1498 ई. वास्कोडिगामा के भारत आगमन का वर्ष है। 1347 ई. में बहमन साम्राज्य की स्थापना हुई थी।
प्रश्न 12: खिलाफत आंदोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था?
- भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करना
- तुर्की के खलीफा के प्रति सम्मान व्यक्त करना
- भारत में स्वशासन की स्थापना
- भारतीय मुसलमानों के अधिकार सुरक्षित करना
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: खिलाफत आंदोलन का मुख्य उद्देश्य प्रथम विश्व युद्ध के बाद तुर्की के खलीफा के प्रति सम्मान जताना और ब्रिटेन द्वारा उनकी शक्ति को कम करने के विरोध में आवाज उठाना था।
- संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन 1919 में शुरू हुआ और इसके नेताओं में अली बंधुओं (मौलाना मोहम्मद अली और मौलाना शौकत अली) प्रमुख थे। भारतीय मुसलमानों का मानना था कि खलीफा, जो इस्लाम के आध्यात्मिक नेता माने जाते थे, का अपमान किया गया है। बाद में यह आंदोलन भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के साथ जुड़ गया।
- गलत विकल्प: हालांकि यह आंदोलन ब्रिटिश विरोधी था, लेकिन इसका मुख्य केंद्रित उद्देश्य खलीफा के मुद्दे पर था। स्वशासन और भारतीय मुसलमानों के अधिकार भी अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े थे, लेकिन मुख्य मांग खलीफा की स्थिति से संबंधित थी।
प्रश्न 13: मौर्य साम्राज्य का संस्थापक कौन था?
- बिंदुसार
- चंद्रगुप्त मौर्य
- अशोक
- बृहद्रथ
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: चंद्रगुप्त मौर्य मौर्य वंश के संस्थापक थे।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने लगभग 322 ईसा पूर्व में नंद वंश के अंतिम शासक धनानंद को हराकर मगध में मौर्य साम्राज्य की स्थापना की। कौटिल्य (चाणक्य) के मार्गदर्शन में, चंद्रगुप्त मौर्य ने एक विशाल और सुसंगठित साम्राज्य का निर्माण किया, जिसने भारतीय उपमहाद्वीप के अधिकांश भाग को अपने नियंत्रण में ले लिया।
- गलत विकल्प: बिंदुसार चंद्रगुप्त मौर्य के पुत्र थे और दूसरे मौर्य शासक थे। अशोक, बिंदुसार के पुत्र और एक महान शासक थे। बृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था।
प्रश्न 14: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन का प्रसिद्ध नारा क्या था?
- इंकलाब जिंदाबाद
- करो या मरो
- सरफरोशी की तमन्ना
- साइमन वापस जाओ
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन (1942) का प्रसिद्ध नारा ‘करो या मरो’ (Do or Die) था।
- संदर्भ और विस्तार: यह नारा महात्मा गांधी ने 8 अगस्त 1942 को बॉम्बे (अब मुंबई) में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक में दिया था। इसका अर्थ था कि भारतीयों को स्वतंत्रता के लिए या तो लड़ना होगा या मरना होगा, यह दर्शाता है कि यह अंतिम और निर्णायक संघर्ष होगा।
- गलत विकल्प: ‘इंकलाब जिंदाबाद’ भगत सिंह से जुड़ा नारा था। ‘सरफरोशी की तमन्ना’ राम प्रसाद बिस्मिल से संबंधित है। ‘साइमन वापस जाओ’ साइमन कमीशन के बहिष्कार के दौरान इस्तेमाल किया गया नारा था।
प्रश्न 15: किस गुप्त शासक ने अपने सिक्कों पर ‘वीणा’ बजाते हुए एक चित्र अंकित करवाया था?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: समुद्रगुप्त ने अपने सिक्कों पर वीणा बजाते हुए अपना चित्र अंकित करवाया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह उस समय के गुप्त साम्राज्य के समृद्ध सांस्कृतिक और कलात्मक जीवन को दर्शाता है। समुद्रगुप्त न केवल एक महान योद्धा था, बल्कि एक कुशल संगीतकार और कला का संरक्षक भी था। वीणा बजाते हुए उसके सिक्के उसकी कलात्मक रुचि और विद्वत्ता का प्रमाण हैं।
- गलत विकल्प: अन्य गुप्त शासकों के सिक्कों पर विभिन्न उपाधियाँ या प्रतीक मिले हैं, लेकिन वीणा बजाते हुए चित्र विशेष रूप से समुद्रगुप्त के साथ जुड़ा है।
प्रश्न 16: तालीकोटा का युद्ध कब हुआ था?
- 1526 ई.
- 1556 ई.
- 1565 ई.
- 1576 ई.
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: तालीकोटा का युद्ध (जिसे बनहट्टी का युद्ध भी कहा जाता है) 1565 ई. में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में दक्कनी सल्तनतों (बीजापुर, अहमदनगर, गोलकुंडा और बीदर) के गठबंधन ने विजयनगर साम्राज्य को निर्णायक रूप से हराया। इस हार के बाद विजयनगर साम्राज्य का पतन शुरू हो गया।
- गलत विकल्प: 1526 पानीपत का प्रथम युद्ध (बाबर द्वारा मुगल साम्राज्य की स्थापना), 1556 पानीपत का द्वितीय युद्ध (अकबर और हेमू के बीच), और 1576 हल्दीघाटी का युद्ध (अकबर और महाराणा प्रताप के बीच) अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक युद्ध हैं।
प्रश्न 17: ‘दांडी मार्च’ का संबंध किस आंदोलन से था?
- असहयोग आंदोलन
- सबने अवज्ञा आंदोलन
- भारत छोड़ो आंदोलन
- होम रूल आंदोलन
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: दांडी मार्च, जिसे नमक सत्याग्रह के नाम से भी जाना जाता है, सबने अवज्ञा आंदोलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था।
- संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी ने 12 मार्च 1930 को साबरमती आश्रम से दांडी तक 240 मील की यात्रा पैदल तय की। 6 अप्रैल 1930 को, उन्होंने समुद्र तट पर नमक बनाकर ब्रिटिश नमक कानून तोड़ा, जिससे सबने अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई।
- गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन (1920-22) का नेतृत्व गांधीजी ने किया था, लेकिन उसका तरीका भिन्न था। भारत छोड़ो आंदोलन 1942 में हुआ। होम रूल आंदोलन 1916 में शुरू हुआ था।
प्रश्न 18: प्रथम बौद्ध संगति (परिषद्) का आयोजन किस स्थान पर हुआ था?
- सारनाथ
- वैशाली
- राजगृह
- कुशीनगर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: प्रथम बौद्ध संगति का आयोजन राजगृह में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह संगति महात्मा बुद्ध के महापरिनिर्वाण के तुरंत बाद, लगभग 483 ईसा पूर्व में, मगध के राजा अजातशत्रु के संरक्षण में आयोजित की गई थी। इसका उद्देश्य बुद्ध की शिक्षाओं (विनय पिटक और सुत्त पिटक) को संकलित करना था।
- गलत विकल्प: वैशाली में द्वितीय बौद्ध संगति, सारनाथ में बुद्ध ने अपना प्रथम उपदेश दिया था, और कुशीनगर में उनका महापरिनिर्वाण हुआ था।
प्रश्न 19: ‘अकाल तख्त’ का निर्माण किसने करवाया था?
- गुरु नानक देव
- गुरु रामदास
- गुरु हरगोबिंद
- गुरु तेग बहादुर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘अकाल तख्त’ (ईश्वर का सिंहासन) का निर्माण छठे सिख गुरु, गुरु हरगोबिंद ने 1606 ई. में अमृतसर में करवाया था।
- संदर्भ और विस्तार: अकाल तख्त को सिख धर्म में सर्वोच्च प्राधिकारी का आसन माना जाता है। गुरु हरगोबिंद ने सिख समुदाय की रक्षा के लिए सैन्य प्रशिक्षण को बढ़ावा दिया और दो तलवारें (मीरी और पीरी) धारण कीं, जो सांसारिक और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक हैं।
- गलत विकल्प: गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे। गुरु रामदास ने अमृतसर शहर की स्थापना की। गुरु तेग बहादुर ने मुगल सम्राट औरंगजेब के अत्याचारों का विरोध किया और शहादत दी।
प्रश्न 20: फ्रांसीसी क्रांति कब हुई थी?
- 1776 ई.
- 1789 ई.
- 1815 ई.
- 1848 ई.
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: फ्रांसीसी क्रांति 1789 ई. में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह क्रांति 14 जुलाई 1789 को बैस्टिल के पतन के साथ शुरू हुई और फ्रांस में राजशाही को समाप्त कर गणराज्य की स्थापना की ओर ले गई। इस क्रांति के प्रमुख सिद्धांत ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ थे, जिनका वैश्विक इतिहास पर गहरा प्रभाव पड़ा।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी क्रांति का वर्ष है। 1815 वाटरलू का युद्ध और नेपोलियन का अंत का वर्ष है। 1848 यूरोप में विभिन्न क्रांतियों का वर्ष था।
प्रश्न 21: चालुक्य वंश की राजधानी क्या थी?
- कांची
- महाबलीपुरम
- ऐहोल
- बादामी
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: बादामी (पूर्व में वातापी) चालुक्य वंश की राजधानी थी।
- संदर्भ और विस्तार: बादामी चालुक्यों ने लगभग छठी से आठवीं शताब्दी ईस्वी तक शासन किया। उन्होंने अपनी राजधानी वातापी को सुंदर मंदिरों और गुफाओं से सुसज्जित किया, जो उनकी वास्तुकला और कलात्मक कौशल का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। ऐहोल को उनकी वास्तुशिल्प प्रयोगशाला माना जाता है।
- गलत विकल्प: कांची पल्लवों की राजधानी थी, और महाबलीपुरम पल्लवों द्वारा निर्मित एक महत्वपूर्ण शहर और मंदिर स्थल है।
प्रश्न 22: ‘The Spirit of Laws’ (कानून की आत्मा) नामक पुस्तक किसने लिखी?
- रूसो
- मोंटेस्क्यू
- वॉल्टेयर
- जॉन लॉक
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ‘The Spirit of Laws’ (कानून की आत्मा) नामक पुस्तक फ्रांसीसी दार्शनिक बैरन डी मोंटेस्क्यू ने 1748 में लिखी थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस पुस्तक में, मोंटेस्क्यू ने शक्तियों के पृथक्करण (Separation of Powers) के सिद्धांत का प्रतिपादन किया, जिसमें उन्होंने सरकार की शक्तियों को विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका में विभाजित करने की वकालत की। यह सिद्धांत आधुनिक लोकतांत्रिक सरकारों की नींव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- गलत विकल्प: रूसो ने ‘The Social Contract’ लिखी, वॉल्टेयर ने धार्मिक सहिष्णुता पर लिखा, और जॉन लॉक ने ‘Two Treatises of Government’ लिखी, जिसमें प्राकृतिक अधिकारों की बात की गई।
प्रश्न 23: ऋग्वैदिक काल में ‘जन’ का प्रमुख घटक क्या था?
- ग्राम
- विष
- कुल
- राष्ट्र
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: ऋग्वैदिक काल में ‘कुल’ (परिवार) ‘जन’ का सबसे छोटा और प्रमुख घटक था।
- संदर्भ और विस्तार: ऋग्वैदिक समाज में, कुल (परिवार) सबसे छोटी इकाई थी, जिसका मुखिया ‘कुलप’ होता था। इसके ऊपर ‘ग्राम’ (गाँव), ‘विष’ (कबीला) और ‘जन’ (जनपद) जैसी इकाइयाँ थीं। ‘जन’ एक कबीले या लोगों का समूह था।
- गलत विकल्प: ग्राम, विष और राष्ट्र (राज्य) क्रमशः बड़े प्रशासनिक और सामाजिक विभाजन थे, लेकिन ‘कुल’ सबसे आधारभूत और व्यक्तिगत स्तर का घटक था।
प्रश्न 24: भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कहाँ हुई थी?
- लंदन
- न्यूयॉर्क
- सैन फ्रांसिस्को
- टोक्यो
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गदर पार्टी की स्थापना 1913 ई. में सैन फ्रांसिस्को (अमेरिका) में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी की स्थापना मुख्य रूप से भारतीय प्रवासियों द्वारा की गई थी, जिनका उद्देश्य भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना था। इसके संस्थापक लाला हरदयाल थे। गदर पार्टी ने ‘गदर’ नामक एक समाचार पत्र प्रकाशित किया, जिसने भारत में क्रांतिकारी गतिविधियों को बढ़ावा दिया।
- गलत विकल्प: लंदन में इंडिया हाउस जैसे क्रांतिकारी केंद्र थे, न्यूयॉर्क भी महत्वपूर्ण था, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य केंद्र सैन फ्रांसिस्को था। टोक्यो में भी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से संबंधित कुछ गतिविधियाँ हुईं।
प्रश्न 25: किस प्राचीन भारतीय शासक को ‘सिक्का’ (Silver Coin) शुरू करने का श्रेय दिया जाता है?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- अशोक
- कनिष्क
- चंद्रगुप्त प्रथम
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: चंद्रगुप्त मौर्य को भारत में ‘रूपक’ (Silver Coin) नामक चांदी के सिक्कों को जारी करने का श्रेय दिया जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: ये सिक्के पंच-मार्क (आहत) सिक्के थे, जिन पर विभिन्न प्रतीकों जैसे कि वृक्ष, बैल, हाथी और अर्धचंद्र उत्कीर्णित होते थे। यह भारत में मौद्रिक व्यवस्था और व्यापार के विकास का एक महत्वपूर्ण संकेत था।
- गलत विकल्प: अशोक के सिक्कों में भी यही प्रणाली जारी रही। कनिष्क ने कुषाण साम्राज्य में स्वर्ण और तांबे के सिक्के जारी किए, और चंद्रगुप्त प्रथम के सिक्कों पर भी विभिन्न प्रतीक थे, लेकिन चांदी के सिक्कों की शुरुआत का श्रेय चंद्रगुप्त मौर्य को ही दिया जाता है।