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इतिहास मंथन: 25 प्रश्न – ज्ञान की परख, सफलता की राह!

इतिहास मंथन: 25 प्रश्न – ज्ञान की परख, सफलता की राह!

नमस्ते, भावी प्रशासकों! इतिहास के विशाल सागर में गोता लगाने और अपने ज्ञान की गहराई को परखने के लिए तैयार हो जाइए। आज का यह विशेष मॉक टेस्ट आपको प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक, और भारत से लेकर विश्व के पटल तक एक रोमांचक यात्रा पर ले जाएगा। प्रत्येक प्रश्न आपकी तैयारी का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, और विस्तृत व्याख्याएँ आपको उस पड़ाव को पार करने की कुंजी प्रदान करेंगी। तो, कलम उठाएँ और अपनी ऐतिहासिक यात्रा शुरू करें!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से कौन सा कथन सिंधु घाटी सभ्यता के संबंध में सत्य नहीं है?

  1. यह एक नगरीय सभ्यता थी।
  2. अधिकांश इमारतें ईंटों से बनी थीं।
  3. यहां सड़कों का निर्माण चौकोर ग्रिड प्रणाली पर आधारित था।
  4. यहां सार्वजनिक स्नानागार का कोई प्रमाण नहीं मिला है।

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: सिंधु घाटी सभ्यता, जिसे हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है, अपनी सुनियोजित शहरी संरचना के लिए प्रसिद्ध थी। इसमें पकी हुई ईंटों से बने घर, पक्की सड़कें जो समकोण पर काटती थीं (ग्रिड प्रणाली), और एक उन्नत जल निकासी प्रणाली शामिल थी। मोहनजोदड़ो में एक विशाल सार्वजनिक स्नानागार (Great Bath) भी मिला है, जो इस सभ्यता की महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक है।
  • संदर्भ और विस्तार: सिंधु घाटी सभ्यता (लगभग 2500-1750 ईसा पूर्व) प्राचीन विश्व की सबसे बड़ी सभ्यताओं में से एक थी। इसके प्रमुख केंद्र मोहनजोदड़ो, हड़प्पा, लोथल, कालीबंगा आदि थे। ग्रिड प्रणाली शहरों की सुनियोजित वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
  • गलत विकल्प: विकल्प (d) गलत है क्योंकि मोहनजोदड़ो में एक विशाल सार्वजनिक स्नानागार का पुरातात्विक प्रमाण मिला है, जो उस समय की इंजीनियरिंग और सामाजिक प्रथाओं का परिचायक है।

प्रश्न 2: प्रसिद्ध “गीत गोविंद” की रचना किसने की थी?

  1. बाणभट्ट
  2. जयदेव
  3. कालिदास
  4. हर्षवर्धन

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: “गीत गोविंद” एक संस्कृत काव्य है जिसकी रचना 12वीं शताब्दी के कवि जयदेव ने की थी। यह मुख्य रूप से राधा और कृष्ण के प्रेम प्रसंगों पर आधारित है और ओडिसी शास्त्रीय नृत्य का भी आधार है।
  • संदर्भ और विस्तार: जयदेव पाल वंश के शासक लक्ष्मण सेन के दरबारी कवि थे। “गीत गोविंद” भारतीय साहित्य में भक्ति और श्रृंगार रस के अद्भुत मिश्रण के लिए जाना जाता है।
  • गलत विकल्प: बाणभट्ट हर्षवर्धन के दरबारी कवि थे जिन्होंने ‘हर्षचरित’ और ‘कादंबरी’ लिखी। कालिदास प्राचीन भारत के महान कवियों में से एक हैं, जिन्होंने ‘अभिज्ञानशाकुंतलम्’, ‘मेघदूतम्’ आदि लिखीं। हर्षवर्धन स्वयं एक कवि और नाटककार थे।

प्रश्न 3: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ नामक एक पृथक सैन्य विभाग की स्थापना की थी?

  1. अलाउद्दीन खिलजी
  2. गयासुद्दीन तुगलक
  3. फिरोज शाह तुगलक
  4. मुहम्मद बिन तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: फिरोज शाह तुगलक (शासनकाल: 1351-1388 ई.) ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ नामक एक विशेष विभाग की स्थापना की थी, जो दास (गुलाम) सैनिकों की भर्ती, प्रशिक्षण और देखरेख का कार्य करता था।
  • संदर्भ और विस्तार: फिरोज शाह तुगलक अपने जनहितकारी कार्यों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने सिंचाई कर (हक़-ए-शर्ब) लगाया, जौनपुर और फिरोजाबाद जैसे शहरों की स्थापना की, और कई मदरसे और अस्पताल बनवाए। दास व्यवस्था पर उनका विशेष ध्यान था।
  • गलत विकल्प: अलाउद्दीन खिलजी ने ‘दीवान-ए-आरिज’ (सैन्य विभाग) का पुनर्गठन किया और स्थायी सेना की शुरुआत की। मुहम्मद बिन तुगलक ने ‘दीवान-ए-कोतवाली’ (पुलिस विभाग) जैसे विभागों की स्थापना की। गयासुद्दीन तुगलक तुगलक वंश के संस्थापक थे।

प्रश्न 4: 1857 के विद्रोह के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा स्थान सम्मिलित नहीं था?

  1. झांसी
  2. लखनऊ
  3. दिल्ली
  4. बक्सर

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: 1857 के विद्रोह के प्रमुख केंद्र झांसी (रानी लक्ष्मीबाई), लखनऊ (बेगम हज़रत महल), और दिल्ली (बहादुर शाह जफर और जनरल बख्त खान) थे। बक्सर का युद्ध (1764) 1857 के विद्रोह से बहुत पहले हुआ था और यह भारत के आधुनिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी, जिसने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सत्ता को मजबूत किया।
  • संदर्भ और विस्तार: 1857 का विद्रोह, जिसे प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम भी कहा जाता है, ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक बड़ा सैन्य और नागरिक विद्रोह था। इसने भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन को समाप्त कर दिया और भारत सीधे ब्रिटिश ताज के अधीन आ गया।
  • गलत विकल्प: बक्सर का युद्ध 1764 में हुआ था, जो 1857 के विद्रोह से लगभग एक सदी पहले था। यह युद्ध ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल के नवाब मीर कासिम, अवध के नवाब शुजा-उद-दौला और मुगल सम्राट शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना के बीच हुआ था।

प्रश्न 5: निम्नलिखित में से कौन सा कथन ‘अष्टप्रधान’ के संदर्भ में सत्य है?

  1. यह विजयनगर साम्राज्य की राजस्व प्रणाली थी।
  2. यह मराठा शासक शिवाजी की मंत्रिपरिषद थी।
  3. यह गुप्तकालीन प्रशासनिक व्यवस्था का हिस्सा था।
  4. यह मुगल काल की सैन्य टुकड़ी थी।

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘अष्टप्रधान’ मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा गठित आठ मंत्रियों की एक मंत्रिपरिषद थी। यह शिवाजी के शासन की रीढ़ थी, जो विभिन्न प्रशासनिक और सैन्य जिम्मेदारियों को संभालती थी।
  • संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धर्म अधिकारी), सेनापति (सैन्य प्रमुख), न्यायाधीश (न्याय अधिकारी) और सुमंत (प्रचार मंत्री) जैसे पद शामिल थे। प्रत्येक मंत्री का अपना एक विभाग होता था।
  • गलत विकल्प: विजयनगर साम्राज्य की मंत्रिपरिषद को ‘राजपत्न’ कहा जाता था। गुप्तकाल में प्रशासनिक व्यवस्था भिन्न थी। मुगल काल में ‘दीवान-ए-आला’ जैसे पद थे, लेकिन ‘अष्टप्रधान’ जैसी कोई औपचारिक मंत्रिपरिषद नहीं थी।

प्रश्न 6: छठी शताब्दी ईसा पूर्व में भारत की राजनीतिक स्थिति के संबंध में क्या महत्वपूर्ण था?

  1. साम्राज्यवादी विस्तार पर जोर था।
  2. छोटे गणराज्यों का उदय हुआ।
  3. मह जनपद का विकास हुआ।
  4. सभी विकल्प सही हैं।

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: छठी शताब्दी ईसा पूर्व भारत में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का काल था। इस दौरान, बड़े साम्राज्यवादी राज्यों (जैसे मगध) के विस्तार के साथ-साथ कई छोटे गणराज्यों (जैसे लिच्छवि) का भी उदय हुआ। सबसे महत्वपूर्ण विकास 16 महाजनपदों का उद्भव था, जिन्होंने भारत की राजनीतिक संरचना को नया रूप दिया।
  • संदर्भ और विस्तार: महाजनपद काल (लगभग 600-300 ईसा पूर्व) बौद्ध और जैन धर्म के उदय का भी काल था। मगध धीरे-धीरे सबसे शक्तिशाली महाजनपद के रूप में उभरा। इन महाजनपदों ने भारत में राजनीतिक और सामाजिक विकास की नींव रखी।
  • गलत विकल्प: कोई भी विकल्प गलत नहीं है, क्योंकि सभी कथन उस काल की राजनीतिक स्थिति का सही वर्णन करते हैं। साम्राज्यवाद (मगध का विस्तार), गणराज्यों का अस्तित्व और महाजनपदों का विकास – ये सभी उस युग की विशेषताएं थीं।

प्रश्न 7: ‘सहायक संधि’ (Subsidiary Alliance) प्रणाली की शुरुआत किसने की?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कैनिंग
  3. लॉर्ड वेलेजली
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘सहायक संधि’ प्रणाली की शुरुआत लॉर्ड वेलेजली ने की थी, जो 1798 से 1805 तक भारत के गवर्नर-जनरल रहे। इस नीति के तहत, भारतीय रियासतों को ब्रिटिश सेना अपने राज्य में रखने और उसका खर्च उठाने के लिए बाध्य किया जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: सहायक संधि स्वीकार करने वाली पहली भारतीय रियासत हैदराबाद थी। इसके बदले में, ब्रिटिश कंपनी रियासत को बाहरी आक्रमणों से सुरक्षा प्रदान करती थी और रियासत को अपने आंतरिक मामलों में स्वायत्तता दी जाती थी, हालांकि व्यवहार में यह ब्रिटिश नियंत्रण बढ़ाता था।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था।

प्रश्न 8: बौद्ध धर्म की चतुर्थ संगति (Council) किस शासक के संरक्षण में हुई?

  1. अशोक
  2. कनिष्क
  3. कालासोक
  4. अजातशत्रु

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: बौद्ध धर्म की चतुर्थ संगति कुषाण शासक कनिष्क के संरक्षण में कश्मीर के कुंडलवन में हुई थी। यह संगति ईसा की प्रथम शताब्दी में आयोजित की गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस संगति की अध्यक्षता वसुमित्र ने की थी। इसी संगति में बौद्ध धर्म का दो प्रमुख शाखाओं – हीनयान और महायान – में विभाजन और भी स्पष्ट हो गया। अभिधर्म पिटक पर विस्तृत टीकाएँ इसी संगति में लिखी गईं।
  • गलत विकल्प: पहली संगति राजगृह में अजातशत्रु के संरक्षण में हुई थी। दूसरी संगति वैशाली में कालासोक के संरक्षण में हुई थी। तीसरी संगति पाटलिपुत्र में अशोक के संरक्षण में हुई थी।

प्रश्न 9: ‘सती प्रथा’ को समाप्त करने में किस वायसराय का प्रमुख योगदान था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  3. लॉर्ड कर्जन
  4. लॉर्ड रिपन

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: लॉर्ड विलियम बेंटिंक (1828-1835) ने राजा राममोहन राय जैसे समाज सुधारकों के सहयोग से 1829 में ‘सती प्रथा’ (विधवाओं को अपने पति की चिता पर जीवित जला देने की प्रथा) को गैरकानूनी घोषित कर समाप्त कर दिया।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘बंगाल सती रेगुलेशन एक्ट’ (Regulation XVII of 1829) के माध्यम से इस अमानवीय प्रथा को समाप्त किया गया। बेंटिंक ने भारतीय समाज में सुधार के लिए कई अन्य कदम भी उठाए, जैसे कि ठगी प्रथा का दमन।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी व्यपगत सिद्धांत के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कर्जन ने प्रशासनिक सुधार किए और बंगाल का विभाजन किया। लॉर्ड रिपन को भारत में स्थानीय स्वशासन का जनक माना जाता है।

प्रश्न 10: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?

  1. कृष्ण देवराय
  2. हरिहर और बुक्का
  3. देवराय प्रथम
  4. बुक्का प्रथम

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी। उन्होंने तुंगभद्रा नदी के तट पर इस शक्तिशाली दक्षिण भारतीय साम्राज्य की नींव रखी।
  • संदर्भ और विस्तार: हरिहर प्रथम साम्राज्य का पहला शासक था, जबकि बुक्का प्रथम ने साम्राज्य के विस्तार और सुदृढ़ीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। विजयनगर अपने कला, साहित्य, वास्तुकला और व्यापार के लिए प्रसिद्ध था। कृष्ण देवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे।
  • गलत विकल्प: कृष्ण देवराय विजयनगर के एक अत्यंत प्रभावशाली शासक थे, लेकिन उन्होंने साम्राज्य की स्थापना नहीं की थी। देवराय प्रथम और बुक्का प्रथम भी महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन स्थापना हरिहर और बुक्का ने की थी।

प्रश्न 11: ‘अकाल संहिता’ (Famine Code) किस वायसराय के कार्यकाल में लागू की गई?

  1. लॉर्ड लिटन
  2. लॉर्ड कर्जन
  3. लॉर्ड रिपन
  4. लॉर्ड डफरिन

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘अकाल संहिता’ 1883 में लॉर्ड रिपन के कार्यकाल में लागू की गई थी। इसका उद्देश्य भविष्य में आने वाले अकाल से निपटने के लिए एक व्यवस्थित ढांचा तैयार करना था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस संहिता में अकाल के समय सरकारी सहायता, राहत कार्य, और खाद्य आपूर्ति के प्रबंधन के लिए नियम बनाए गए थे। रिपन ने भारत में प्रशासनिक सुधारों और सामाजिक सुधारों को बढ़ावा दिया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड लिटन के कार्यकाल में वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट लागू किया गया था। लॉर्ड कर्जन के समय बंगाल का विभाजन हुआ। लॉर्ड डफरिन के कार्यकाल में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई थी।

प्रश्न 12: निम्नलिखित में से कौन सा स्थल सिंधु घाटी सभ्यता का बंदरगाह नगर था?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. कालीबंगा
  4. लोथल

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: लोथल, जो वर्तमान गुजरात में स्थित है, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख बंदरगाह नगर था। यहां से जहाजों के लंगर डालने के लिए एक बड़ा डॉकयार्ड (कृत्रिम बंदरगाह) मिला है।
  • संदर्भ और विस्तार: लोथल एक महत्वपूर्ण व्यापारिक केंद्र था और मेसोपोटामिया जैसी सभ्यताओं के साथ इसके व्यापारिक संबंध थे। हड़प्पा और मोहनजोदड़ो बड़े शहर थे, लेकिन लोथल विशेष रूप से अपने बंदरगाह के लिए जाना जाता है। कालीबंगा का अर्थ ‘काली चूड़ियाँ’ है और यह एक अन्य महत्वपूर्ण स्थल है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो प्रमुख शहरी केंद्र थे, लेकिन लोथल की मुख्य पहचान उसके बंदरगाह के रूप में थी। कालीबंगा एक कृृषि प्रधान स्थल था।

प्रश्न 13: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कहाँ हुई थी?

  1. लंदन
  2. न्यूयॉर्क
  3. सैन फ्रांसिस्को
  4. बर्लिन

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना 1913 में सैन फ्रांसिस्को, संयुक्त राज्य अमेरिका में हुई थी। इसका उद्देश्य भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी की स्थापना लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य भारतीय देशभक्तों ने मिलकर की थी। पार्टी का मुख्यालय ‘युगांतर आश्रम’ था और वे ‘गदर’ नामक एक साप्ताहिक पत्रिका प्रकाशित करते थे।
  • गलत विकल्प: लंदन में भी भारतीय राष्ट्रवादी गतिविधियों के केंद्र थे, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य केंद्र सैन फ्रांसिस्को था। न्यूयॉर्क और बर्लिन भी कुछ राष्ट्रवादी गतिविधियों के स्थल रहे, लेकिन गदर पार्टी की स्थापना सैन फ्रांसिस्को में हुई।

प्रश्न 14: चोल साम्राज्य का प्रसिद्ध मंदिर, ‘बृहदीश्वर मंदिर’, कहाँ स्थित है?

  1. कांचीपुरम
  2. मदुरई
  3. तंजौर
  4. रामेश्वरम

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: बृहदीश्वर मंदिर, जिसे ‘राजराजेश्वरम’ भी कहा जाता है, तमिलनाडु के तंजौर (Thanjavur) शहर में स्थित है। इसका निर्माण चोल सम्राट राजा राज प्रथम ने 11वीं शताब्दी की शुरुआत में करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और द्रविड़ वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इसकी विशाल शिखर (vimana) और भव्य वास्तुकला इसे दक्षिण भारत के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में से एक बनाती है। यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है।
  • गलत विकल्प: कांचीपुरम और मदुरई में भी महत्वपूर्ण मंदिर हैं (जैसे कांचीपुरम में कैलाशनाथ मंदिर, मदुरई में मीनाक्षी मंदिर), लेकिन बृहदीश्वर मंदिर तंजौर में है। रामेश्वरम में भी प्रसिद्ध शिव मंदिर है।

प्रश्न 15: ‘इल्तुतमिश’ को किस नाम से जाना जाता है?

  1. खिलजी वंश का संस्थापक
  2. दिल्ली सल्तनत का वास्तविक संस्थापक
  3. मुगल वंश का संस्थापक
  4. तुगलक वंश का संस्थापक

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: इल्तुतमिश (शासनकाल: 1211-1236 ई.) को दिल्ली सल्तनत का ‘वास्तविक संस्थापक’ माना जाता है। यद्यपि कुतुबुद्दीन ऐबक ने सल्तनत की नींव रखी थी, इल्तुतमिश ने इसे एक सुदृढ़ और स्थायी राजनीतिक इकाई के रूप में स्थापित किया।
  • संदर्भ और विस्तार: इल्तुतमिश ने अपनी राजधानी लाहौर से दिल्ली स्थानांतरित की, ‘चालीसा’ (तुर्क-ए-चहलगानी) नामक शक्तिशाली अमीरों के दल का गठन किया, और चांदी का ‘टंका’ और तांबे का ‘जीतल’ नामक सिक्के चलाए। उसने खलीफा से सुल्तान की उपाधि प्राप्त कर अपनी सत्ता को वैधता प्रदान की।
  • गलत विकल्प: खिलजी वंश का संस्थापक जलालुद्दीन खिलजी था। मुगल वंश का संस्थापक बाबर था। तुगलक वंश का संस्थापक गयासुद्दीन तुगलक था।

प्रश्न 16: चौरी-चौरा की घटना कब हुई थी?

  1. 1920
  2. 1921
  3. 1922
  4. 1923

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: चौरी-चौरा की घटना 5 फरवरी 1922 को गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा नामक स्थान पर हुई थी। इस घटना में, असहयोग आंदोलनकारियों की एक भीड़ ने पुलिस थाने में आग लगा दी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी मारे गए थे।
  • संदर्भ और विस्तार: इस हिंसक घटना के कारण महात्मा गांधी ने व्यथित होकर असहयोग आंदोलन को स्थगित करने का निर्णय लिया। यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, क्योंकि गांधीजी अहिंसा के सिद्धांत पर बहुत जोर देते थे।
  • गलत विकल्प: 1920 में असहयोग आंदोलन की शुरुआत हुई थी। 1921 में यह अपने चरम पर था। 1923 में कांग्रेस में स्वराज पार्टी का गठन हुआ।

प्रश्न 17: ‘अकबरनामा’ का रचयिता कौन था?

  1. अबुल फजल
  2. फैजी
  3. बदायूँनी
  4. बिरबल

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘अकबरनामा’ मुगल सम्राट अकबर के जीवन और शासन का विस्तृत विवरण है, जिसकी रचना अकबर के दरबारी इतिहासकार अबुल फजल ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘अकबरनामा’ तीन खंडों में विभाजित है। पहले खंड में अकबर के पूर्वजों का वर्णन है, दूसरे में अकबर के शासनकाल की घटनाओं का, और तीसरे खंड को ‘ऐन-ए-अकबरी’ के नाम से जाना जाता है, जिसमें अकबर के प्रशासन, राजस्व, सेना, भू-राजस्व प्रणाली, सामाजिक व्यवस्था आदि का विस्तृत वर्णन है। अबुल फजल अकबर के नवरत्नों में से एक था।
  • गलत विकल्प: फैजी अबुल फजल का भाई था और वह भी अकबर के दरबार में एक कवि था। बदायूँनी ने ‘मुंतखब-उत-तवारीख’ लिखी, जो अकबर के शासन की एक आलोचनात्मक पुस्तक है। बिरबल (महेश दास) अकबर के प्रिय दरबारी और हास्य-विनोद के लिए जाने जाते थे।

प्रश्न 18: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना के समय भारत का वायसराय कौन था?

  1. लॉर्ड कर्जन
  2. लॉर्ड डफरिन
  3. लॉर्ड रिपन
  4. लॉर्ड मेयो

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को हुई थी, और उस समय भारत के वायसराय लॉर्ड डफरिन थे।
  • संदर्भ और विस्तार: कांग्रेस की स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारतीयों को एक राजनीतिक मंच प्रदान करना था ताकि वे अपनी मांगों को ब्रिटिश सरकार के समक्ष रख सकें। ऐसा माना जाता है कि लॉर्ड डफरिन ने ही कांग्रेस की स्थापना के विचार को प्रोत्साहित किया था, ताकि यह एक ‘सुरक्षा वाल्व’ (Safety Valve) के रूप में कार्य कर सके और जन असंतोष को नियंत्रित कर सके।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन के कार्यकाल में बंगाल का विभाजन हुआ। लॉर्ड रिपन को स्थानीय स्वशासन का जनक कहा जाता है। लॉर्ड मेयो ने भारत में पहली बार 1872 में जनगणना करवाई थी।

प्रश्न 19: ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा किसने दिया था?

  1. महात्मा गांधी
  2. भगत सिंह
  3. मौलाना हसरत मोहानी
  4. सुभाष चंद्र बोस

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘इंकलाब जिंदाबाद’ (क्रांति चिरंजीवी हो) का नारा मूल रूप से मौलाना हसरत मोहानी ने 1921 में कांग्रेस के एक अधिवेशन में दिया था। हालांकि, इस नारे को ब्रिटिश विरोधी आंदोलन में लोकप्रिय बनाने का श्रेय मुख्य रूप से भगत सिंह और उनकी पार्टी हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) को जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: भगत सिंह और उनके साथियों ने इस नारे का प्रयोग अपने आंदोलनों और भाषणों में किया, जिससे यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का एक शक्तिशाली प्रतीक बन गया।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ या ‘भारत छोड़ो’ जैसे नारे दिए। सुभाष चंद्र बोस ने ‘जय हिन्द’ और ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ जैसे नारे दिए।

प्रश्न 20: भारतीय संविधान में ‘पंचवर्षीय योजनाओं’ की अवधारणा किस देश से ली गई है?

  1. संयुक्त राज्य अमेरिका
  2. ब्रिटेन
  3. सोवियत संघ (रूस)
  4. कनाडा

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: भारतीय संविधान में ‘पंचवर्षीय योजनाओं’ की अवधारणा सोवियत संघ (अब रूस) से प्रेरित है। सोवियत संघ में जोसेफ स्टालिन के नेतृत्व में पहली पंचवर्षीय योजना 1928 में शुरू की गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: भारत ने अपनी पहली पंचवर्षीय योजना 1951 में शुरू की थी, जिसका उद्देश्य कृषि और औद्योगिक विकास को संतुलित करना था। ये योजनाएँ भारत की आर्थिक नियोजन की केंद्रीय धुरी रही हैं।
  • गलत विकल्प: संयुक्त राज्य अमेरिका से ‘मौलिक अधिकार’ और ‘उपराष्ट्रपति’ का पद लिया गया है। ब्रिटेन से ‘संसदीय शासन प्रणाली’ और ‘विधि का शासन’ लिया गया है। कनाडा से ‘संघीय प्रणाली’ और ‘अवशिष्ट शक्तियों का सिद्धांत’ लिया गया है।

प्रश्न 21: ‘दास कैपिटल’ (Das Kapital) का लेखक कौन है?

  1. कार्ल मार्क्स
  2. फ्रेडरिक एंगेल्स
  3. व्लादिमीर लेनिन
  4. अल्बर्ट आइंस्टीन

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘दास कैपिटल’ (Das Kapital) विश्व प्रसिद्ध पुस्तक है जिसके लेखक कार्ल मार्क्स हैं। यह पुस्तक पूंजीवाद के विश्लेषण और उसके आलोचना के लिए जानी जाती है।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘दास कैपिटल’ को मार्क्सवादी सिद्धांत का एक प्रमुख आधार माना जाता है। इसने दुनिया भर में समाजवादी और साम्यवादी आंदोलनों को गहराई से प्रभावित किया। कार्ल मार्क्स ने फ्रेडरिक एंगेल्स के साथ मिलकर ‘कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो’ भी लिखा था।
  • गलत विकल्प: फ्रेडरिक एंगेल्स कार्ल मार्क्स के सहयोगी थे और उन्होंने ‘दास कैपिटल’ के कुछ हिस्सों को पूरा करने में मदद की। व्लादिमीर लेनिन रूसी क्रांति के नेता थे। अल्बर्ट आइंस्टीन एक महान वैज्ञानिक थे।

प्रश्न 22: भारतीय पुनर्जागरण के अग्रदूत के रूप में किसे जाना जाता है?

  1. स्वामी विवेकानंद
  2. राजा राममोहन राय
  3. दयानंद सरस्वती
  4. ईश्वरचंद्र विद्यासागर

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: राजा राममोहन राय को ‘भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत’ और ‘आधुनिक भारत का जनक’ कहा जाता है। वे एक महान समाज सुधारक, विद्वान और पत्रकार थे।
  • संदर्भ और विस्तार: राजा राममोहन राय ने सती प्रथा के उन्मूलन, बाल विवाह के विरोध, और विधवा पुनर्विवाह के समर्थन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने 1828 में ‘ब्रह्म समाज’ की स्थापना की, जिसने एकेश्वरवाद और सामाजिक सुधार पर जोर दिया।
  • गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद एक महान योगी और समाज सुधारक थे जिन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की। दयानंद सरस्वती ने ‘आर्य समाज’ की स्थापना की और ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा दिया। ईश्वरचंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह को कानूनी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रश्न 23: ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ किससे संबंधित था?

  1. भारत-पाक युद्ध 1971
  2. खालिस्तान आंदोलन
  3. विभाजन के दंगे
  4. मुंबई हमला 2008

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘ऑपरेशन ब्लू स्टार’ जून 1984 में भारतीय सेना द्वारा अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में छिपे अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले और उनके समर्थकों को हटाने के लिए चलाया गया एक सैन्य अभियान था। यह खालिस्तान आंदोलन से सीधे तौर पर संबंधित था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस ऑपरेशन के कारण स्वर्ण मंदिर को काफी नुकसान हुआ और सैकड़ों लोग मारे गए, जिससे सिख समुदाय में भारी रोष फैल गया। इस घटना के गंभीर राजनीतिक परिणाम हुए, जिनमें तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या भी शामिल थी।
  • गलत विकल्प: भारत-पाक युद्ध 1971 बांग्लादेश की स्वतंत्रता से संबंधित था। विभाजन के दंगे 1947 में हुए थे। मुंबई हमला 2008 में हुआ था।

प्रश्न 24: किस मुगल सम्राट ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नया धर्म चलाया?

  1. हुमायूँ
  2. अकबर
  3. जहाँगीर
  4. शाहजहाँ

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक धर्म चलाया था, जो विभिन्न धर्मों के तत्वों का एक संकलन था। इसका उद्देश्य लोगों को धार्मिक सहिष्णुता और एकता के सूत्र में पिरोना था।
  • संदर्भ और विस्तार: ‘दीन-ए-इलाही’ का अर्थ है ‘ईश्वर का धर्म’। यह एक संप्रदाय के रूप में विकसित नहीं हो पाया और बहुत कम लोगों ने इसे अपनाया। अकबर की धार्मिक नीतियों में ‘सुलह-ए-कुल’ (सर्वत्र शांति) का सिद्धांत भी शामिल था।
  • गलत विकल्प: हुमायूँ अकबर के पिता थे। जहाँगीर और शाहजहाँ दोनों ही कला और वास्तुकला के लिए जाने जाते थे, लेकिन उन्होंने ऐसा कोई धर्म नहीं चलाया।

प्रश्न 25: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में शामिल प्रमुख गुट कौन से थे?

  1. धुरी राष्ट्र (Axis Powers) और मित्र राष्ट्र (Allied Powers)
  2. केंद्रीय शक्तियाँ (Central Powers) और मित्र राष्ट्र (Allied Powers)
  3. महान शक्तियाँ (Great Powers) और छोटे राष्ट्र (Small Nations)
  4. एंटेंटे (Entente) और ट्रिपल अलायंस (Triple Alliance)

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध में मुख्य रूप से दो प्रमुख गुट थे: केंद्रीय शक्तियाँ (Central Powers) और मित्र राष्ट्र (Allied Powers)।
  • संदर्भ और विस्तार: केंद्रीय शक्तियों में मुख्य रूप से जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, तुर्की (ओटोमन साम्राज्य) और बुल्गारिया शामिल थे। मित्र राष्ट्रों में फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली (बाद में शामिल हुआ), संयुक्त राज्य अमेरिका (बाद में शामिल हुआ) और जापान प्रमुख थे। ‘धुरी राष्ट्र’ (Axis Powers) द्वितीय विश्व युद्ध से संबंधित शब्द है। ‘एंटेंटे’ (Entente) मित्र राष्ट्रों का प्रारंभिक गठबंधन था, और ‘ट्रिपल अलायंस’ (Triple Alliance) केंद्रीय शक्तियों का प्रारंभिक गठबंधन था, लेकिन युद्ध के दौरान संरचनाएं बदलीं।
  • गलत विकल्प: ‘धुरी राष्ट्र’ द्वितीय विश्व युद्ध के प्रमुख गुट थे। ‘महान शक्तियाँ’ और ‘छोटे राष्ट्र’ विभाजन का आधार नहीं थे, बल्कि यह गुटों पर आधारित था। ‘एंटेंटे’ और ‘ट्रिपल अलायंस’ प्रथम विश्व युद्ध से संबंधित हैं, लेकिन वे युद्ध के दौरान ‘मित्र राष्ट्र’ और ‘केंद्रीय शक्तियों’ के रूप में अधिक जाने गए।

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