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इतिहास मंथन: २5 प्रश्नों का महासंग्राम!

इतिहास मंथन: २5 प्रश्नों का महासंग्राम!

क्या आप इतिहास के झरोखे से गुजरने को तैयार हैं? हर परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण, हर सवाल में छुपा है ज्ञान का खजाना। आइए, आज इतिहास के सागर में गोता लगाएं और अपने ज्ञान की गहराई को परखें। यह केवल प्रश्नोत्तरी नहीं, बल्कि इतिहास की यात्रा है!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस सिंधु घाटी सभ्यता स्थल से विशाल स्नानागार (Great Bath) का साक्ष्य मिला है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. धौलावीरा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है। यहाँ से प्राप्त विशाल स्नानागार, जो संभवतः अनुष्ठानिक स्नान के लिए उपयोग किया जाता था, इस सभ्यता की उन्नत वास्तुकला और नगर नियोजन का अद्भुत उदाहरण है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह स्नानागार ईंटों से निर्मित था और इसका माप लगभग 11 मीटर चौड़ा, 5.5 मीटर लंबा और 1.5 मीटर गहरा था। इसके किनारों पर सीढ़ियाँ भी बनी थीं। यह मोहनजोदड़ो के गढ़ (citadel) क्षेत्र में स्थित था।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा भी एक महत्वपूर्ण स्थल था जहाँ से कब्रिस्तान (R-37) जैसे साक्ष्य मिले। लोथल एक प्रमुख बंदरगाह शहर था जहाँ से डॉकयार्ड के अवशेष मिले। धौलावीरा से जल संरक्षण की अनूठी व्यवस्था के प्रमाण मिलते हैं।

प्रश्न 2: ‘सत्यमेव जयते’ किस उपनिषद से लिया गया है?

  1. ईशोपनिषद
  2. कठोपनिषद
  3. मांडूक्योपनिषद
  4. मुंडकोपनिषद

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘सत्यमेव जयते’ (सत्य की ही जीत होती है) भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है और यह मुंडकोपनिषद के तीसरे मुंडक के दूसरे खंड से लिया गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: मुंडकोपनिषद अथर्ववेद का एक भाग है और इसमें ज्ञानोदय (enlightenment) और आत्म-ज्ञान (self-knowledge) पर बल दिया गया है। यह उपनिषद ब्रह्म (परम सत्ता) और आत्मा के मिलन की बात करता है।
  • गलत विकल्प: ईशोपनिषद ईशवास्य उपनिषद के नाम से भी जाना जाता है और यह जीवन भर कर्म करते रहने की शिक्षा देता है। कठोपनिषद में नचिकेता और यम के संवाद के माध्यम से आत्मा और मृत्यु के रहस्य का वर्णन है। मांडूक्योपनिषद ‘ओम्’ की महत्ता पर केंद्रित है।

प्रश्न 3: निम्नलिखित में से किस शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. समुद्रगुप्त
  3. अशोक
  4. हर्षवर्धन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गुप्त वंश के शासक समुद्रगुप्त को उनके विजय अभियानों और विशाल साम्राज्य के कारण ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि उन्हें इतिहासकार आर.सी. मजुमदार ने दी थी।
  • संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ई.) ने उत्तर भारत के अनेक राज्यों को जीता, दक्षिण भारत के कई शासकों को हराया और असम, बंगाल, नेपाल आदि को भी अपने प्रभाव में लिया। प्रयाग प्रशस्ति (जिसे इलाहाबाद स्तंभ लेख भी कहते हैं) उनके विजयों का विवरण प्रस्तुत करती है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य ने मौर्य साम्राज्य की स्थापना की थी। अशोक अपनी शांतिप्रिय नीतियों और बौद्ध धर्म के प्रसार के लिए जाने जाते हैं। हर्षवर्धन एक महान शासक थे जिन्होंने उत्तर भारत को एकीकृत करने का प्रयास किया, लेकिन उनकी तुलना में समुद्रगुप्त के विजय अभियान अधिक व्यापक थे।

प्रश्न 4: चोल साम्राज्य की राजधानी क्या थी?

  1. कांचीपुरम
  2. तंजावुर
  3. मधुरई
  4. वेंगी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: चोल साम्राज्य की प्रमुख और प्रारंभिक राजधानी तंजावुर (Thanjavur) थी, जो उनके राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक जीवन का केंद्र थी।
  • संदर्भ और विस्तार: तंजावुर में ही राजेंद्र चोल प्रथम ने भव्य बृहदीश्वर मंदिर का निर्माण करवाया था। चोल शासकों ने दक्षिण भारत में एक शक्तिशाली साम्राज्य की स्थापना की, जो अपनी नौसैनिक शक्ति और कला, वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध था।
  • गलत विकल्प: कांचीपुरम पल्लव वंश की राजधानी थी। मधुरई पांड्य वंश का प्रमुख केंद्र था। वेंगी पूर्वी चालुक्यों की राजधानी थी, जिनका चोलों से अक्सर संघर्ष होता था।

प्रश्न 5: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए जाना जाता है?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. फिरोजशाह तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल 1296-1316 ई.) को उनकी कठोर और प्रभावी बाजार नियंत्रण प्रणाली के लिए जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: इस प्रणाली के तहत, अलाउद्दीन ने वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित किया, बाजारों की निगरानी के लिए ‘शहना-ए- मंडी’ जैसे अधिकारियों की नियुक्ति की, और कालाबाजारी पर सख्त कार्रवाई की। इसका उद्देश्य सेना के लिए सैनिकों की भर्ती और उन्हें कम वेतन पर बनाए रखना था।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश को दिल्ली सल्तनत का वास्तविक संस्थापक माना जाता है और उन्होंने ‘चालीसा’ (तुर्क-ए-चहलगानी) का गठन किया। बलबन ने ‘राजत्व सिद्धांत’ को मजबूत किया और चालीसा को समाप्त किया। फिरोजशाह तुगलक ने नहरों का निर्माण और जजिया कर लागू करने जैसे कार्य किए।

प्रश्न 6: भक्ति आंदोलन के किस संत को ‘उत्तर भारत का कबीर’ कहा जाता है?

  1. नानक
  2. चैतन्य महाप्रभु
  3. तुलसीदास
  4. शंकरदेव

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गुरु नानक देव, जिन्हें अक्सर ‘उत्तर भारत का कबीर’ कहा जाता है, सिख धर्म के संस्थापक थे और उन्होंने भक्ति और एकेश्वरवाद का संदेश दिया।
  • संदर्भ और विस्तार: गुरु नानक (1469-1539 ई.) ने सामाजिक समानता, जात-पात का खंडन और ईश्वर की सर्वव्यापकता पर जोर दिया। उनकी शिक्षाएं ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ में संकलित हैं। कबीर की तरह, गुरु नानक ने भी निर्गुण भक्ति और सामाजिक सुधारों पर बल दिया।
  • गलत विकल्प: चैतन्य महाप्रभु बंगाल में कृष्ण भक्ति के प्रमुख संत थे। तुलसीदास ने ‘रामचरितमानस’ की रचना की और राम भक्ति के लिए प्रसिद्ध हैं। शंकरदेव असम के एक प्रमुख वैष्णव संत और समाज सुधारक थे।

प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य के किस शासक ने ‘अष्टदिग्गज’ की उपाधि से विभूषित आठ महान तेलुगु कवियों का संरक्षण किया?

  1. देवराय द्वितीय
  2. कृष्णदेव राय
  3. अच्युत देव राय
  4. सदाशिव राय

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासकों में से एक, कृष्णदेव राय (शासनकाल 1509-1530 ई.) ने ‘अष्टदिग्गज’ के नाम से विख्यात आठ तेलुगु विद्वानों और कवियों को संरक्षण दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: कृष्णदेव राय स्वयं एक विद्वान थे और उन्होंने तेलुगु में ‘अमुक्तमाल्यदा’ नामक ग्रंथ की रचना की। अष्टदिग्गजों में प्रमुख थे अल्लसानी पेद्दाना, नंदी तिम्मना, धूर्जति आदि। उनके दरबार को तेलुगु साहित्य का स्वर्ण युग कहा जाता है।
  • गलत विकल्प: देवराय द्वितीय एक अन्य महत्वपूर्ण विजयनगर शासक थे जिन्होंने अपनी सेना में मुसलमानों को शामिल किया था। अच्युत देव राय और सदाशिव राय भी विजयनगर के शासक थे, लेकिन अष्टदिग्गजों का संरक्षण मुख्य रूप से कृष्णदेव राय से जुड़ा है।

प्रश्न 8: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. डलहौजी की हड़प नीति
  2. भारतीयों का आर्थिक शोषण
  3. धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचना
  4. एनफील्ड राइफल में चर्बी लगे कारतूस

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण एनफील्ड राइफल में प्रयोग होने वाले नए कारतूस थे, जिनके बारे में अफवाह थी कि उनमें गाय और सूअर की चर्बी का प्रयोग किया गया था, जिससे सैनिकों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची।
  • संदर्भ और विस्तार: गाय हिंदुओं के लिए पवित्र है, जबकि सूअर मुसलमानों के लिए अपवित्र माना जाता है। इन कारतूसों को दांतों से खोलना पड़ता था, जो दोनों धर्मों के सैनिकों के लिए अपमानजनक था। इस घटना ने विद्रोह की चिंगारी को भड़काया।
  • गलत विकल्प: डलहौजी की हड़प नीति, भारतीयों का आर्थिक शोषण और सामाजिक-धार्मिक सुधारों का विरोध विद्रोह के कुछ अन्य महत्वपूर्ण कारण थे, लेकिन तात्कालिक कारण कारतूसों का मामला ही था।

प्रश्न 9: ‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना किसने की थी?

  1. महात्मा गांधी
  2. गोपाल कृष्ण गोखले
  3. बाल गंगाधर तिलक
  4. लाला लाजपत राय

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गोपाल कृष्ण गोखले, जो महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु भी थे, ने 1905 में ‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस संस्था का उद्देश्य भारतीयों के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता और सामाजिक-जागरूकता को बढ़ावा देना था, ताकि वे ब्रिटिश शासन के दबाव में भी अपनी सेवा कर सकें और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें। इसका मुख्यालय पुणे में स्थापित किया गया था।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने ‘सर्वोदय समाज’ और ‘हरिजन सेवक संघ’ जैसे संगठनों की स्थापना की। बाल गंगाधर तिलक ने ‘डेक्कन एजुकेशन सोसाइटी’ और ‘पुणे सार्वजनिक सभा’ जैसी संस्थाओं से जुड़े रहे। लाला लाजपत राय ‘सर्वेंट्स ऑफ द पीपल सोसाइटी’ के संस्थापक थे।

प्रश्न 10: निम्नलिखित में से किस वायसराय ने ‘बंगाल का विभाजन’ किया था?

  1. लॉर्ड कर्जन
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  4. लॉर्ड कैनिंग

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: लॉर्ड कर्जन, जो 1899 से 1905 तक भारत के वायसराय रहे, ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: कर्जन ने प्रशासनिक सुविधा का हवाला देते हुए पूर्वी बंगाल और असम को एक नए प्रांत के रूप में गठित किया। हालांकि, इसका मुख्य उद्देश्य बंगाली राष्ट्रवाद को कमजोर करना और ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति को लागू करना था। इस विभाजन के विरोध में स्वदेशी आंदोलन चलाया गया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘हड़प नीति’ के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का अंत किया। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे।

प्रश्न 11: ‘गांधी-इरविन समझौता’ किस वर्ष हुआ था?

  1. 1928
  2. 1930
  3. 1931
  4. 1932

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च, 1931 को महात्मा गांधी और भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच दिल्ली में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह समझौता सविनय अवज्ञा आंदोलन (Civil Disobedience Movement) को स्थगित करने के बदले में किया गया था। समझौते के तहत, सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और जब्त की गई संपत्तियों को वापस करने का वादा किया, जबकि कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को समाप्त करने की बात कही। इसने दूसरे गोलमेज सम्मेलन (Second Round Table Conference) में भाग लेने का मार्ग प्रशस्त किया।
  • गलत विकल्प: 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था। 1932 में पूना पैक्ट हुआ था, जो गांधी जी और डॉ. बी.आर. अंबेडकर के बीच सांप्रदायिक पंचाट के विरुद्ध हुआ था।

प्रश्न 12: निम्नलिखित में से कौन सी पुस्तक ‘महात्मा गांधी’ द्वारा लिखी गई थी?

  1. डिस्कवरी ऑफ इंडिया
  2. माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रुथ
  3. आनंद मठ
  4. गिल्टी मैन ऑफ इंडियाज पार्टीशन

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘माई एक्सपेरिमेंट विद ट्रुथ’ (सत्य के प्रयोग) महात्मा गांधी की आत्मकथा है, जिसे उन्होंने गुजराती में लिखा था और बाद में इसका अंग्रेजी में अनुवाद हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: इस आत्मकथा में गांधीजी ने अपने जीवन के अनुभवों, विशेषकर अपने नैतिक और आध्यात्मिक विकास की यात्रा का वर्णन किया है। यह उनके जीवन के महत्वपूर्ण चरणों, दक्षिण अफ्रीका में उनके अनुभव और भारत में उनके सत्याग्रह के अनुभवों को दर्शाती है।
  • गलत विकल्प: ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ जवाहरलाल नेहरू द्वारा लिखी गई थी। ‘आनंद मठ’ बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास है, जिसमें ‘वंदे मातरम’ गीत है। ‘गिल्टी मैन ऑफ इंडियाज पार्टीशन’ डॉ. राम मनोहर लोहिया की पुस्तक है।

प्रश्न 13: किस गुप्त शासक को ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि से भी जाना जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: चंद्रगुप्त द्वितीय (शासनकाल लगभग 380-415 ई.) को ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि से अलंकृत किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय ने शकों को पराजित कर यह उपाधि धारण की थी। उनका काल गुप्त साम्राज्य का स्वर्ण युग माना जाता है। उनके दरबार में नवरत्न (जैसे कालिदास, वराहमिहिर, धनवंतरी) रहते थे। उन्होंने अपनी राजधानी पाटलिपुत्र के साथ उज्जैन को भी द्वितीय राजधानी बनाया था।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम को गुप्त वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।

प्रश्न 14: ‘सिंधु घाटी सभ्यता’ का कौन सा स्थल ‘जूते हुए खेत’ के प्रमाण प्रस्तुत करता है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगन

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: राजस्थान में स्थित कालीबंगन वह स्थल है जहाँ से सिंधु घाटी सभ्यता के दौरान ‘जूते हुए खेत’ के सबसे पहले प्रमाण मिले हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: कालीबंगन में हल से जोती गई भूमि के साक्ष्य मिले हैं, जो दर्शाता है कि कृषि का कार्य ईसा पूर्व तीसरी सहस्राब्दी में ही शुरू हो गया था। यहाँ से कच्ची ईंटों के मकान, अग्नि वेदिकाएँ और एक पक्की ईंटों की सड़क भी मिली है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो प्रमुख शहर थे जहाँ से सील, मूर्तियाँ, स्नानागार आदि मिले। लोथल एक बंदरगाह था।

प्रश्न 15: ‘अशोक मेहता समिति’ का संबंध किस क्षेत्र से था?

  1. पंचायती राज
  2. बैंकों का राष्ट्रीयकरण
  3. निर्धनता उन्मूलन
  4. औद्योगिक विकास

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: अशोक मेहता समिति, जिसका गठन 1977 में जनता पार्टी सरकार द्वारा किया गया था, का संबंध पंचायती राज व्यवस्था में सुधारों से था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस समिति ने भारत में पंचायती राज संस्थाओं को पुनर्जीवित करने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए थे, जिनमें दो-स्तरीय पंचायती राज (जिला स्तर पर जिला परिषद और मंडल स्तर पर मंडल पंचायत) का प्रस्ताव प्रमुख था। इसने पंचायतों को अधिक वित्तीय संसाधन और शक्तियाँ देने की भी सिफारिश की थी।
  • गलत विकल्प: बैंकों का राष्ट्रीयकरण 1969 में हुआ था। निर्धनता उन्मूलन और औद्योगिक विकास अन्य महत्वपूर्ण सरकारी क्षेत्र हैं, लेकिन अशोक मेहता समिति का सीधा संबंध पंचायती राज से था।

प्रश्न 16: ‘आर्य समाज’ की स्थापना किसने की थी?

  1. स्वामी विवेकानंद
  2. स्वामी दयानंद सरस्वती
  3. राजा राम मोहन राय
  4. ईश्वर चंद्र विद्यासागर

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘आर्य समाज’ की स्थापना 1875 में स्वामी दयानंद सरस्वती ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: स्वामी दयानंद सरस्वती का मूल नाम मूलशंकर था। उन्होंने वेदों को सर्वश्रेष्ठ प्रमाण माना और ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा दिया। आर्य समाज ने मूर्ति पूजा, बहुदेववाद, जातिगत भेदभाव और अंधविश्वासों का विरोध किया और शिक्षा, विशेषकर महिलाओं की शिक्षा पर बल दिया।
  • गलत विकल्प: राजा राम मोहन राय ने ‘ब्रह्म समाज’ की स्थापना की थी। स्वामी विवेकानंद ने ‘रामकृष्ण मिशन’ की स्थापना की। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह और बालिकाओं की शिक्षा के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए।

प्रश्न 17: मुग़ल साम्राज्य के पतन का सबसे प्रमुख कारण क्या था?

  1. औरंगजेब की धार्मिक नीति
  2. उत्तराधिकार के लिए गृह युद्ध
  3. नादिर शाह का आक्रमण
  4. अंग्रेजों का बढ़ता प्रभाव

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मुग़ल साम्राज्य के पतन के अनेक कारण थे, लेकिन औरंगजेब की कट्टर धार्मिक नीति को अक्सर इसका सबसे प्रमुख कारण माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: औरंगजेब (शासनकाल 1658-1707 ई.) ने गैर-मुसलमानों पर जजिया कर फिर से लगाया, मंदिरों को तुड़वाया और धार्मिक असहिष्णुता की नीति अपनाई। इससे साम्राज्य के भीतर असंतोष बढ़ा, विशेषकर मराठों, सिखों और राजपूतों के साथ उसके संबंध खराब हुए, जिसने साम्राज्य को कमजोर कर दिया।
  • गलत विकल्प: उत्तराधिकार के लिए गृह युद्ध (जैसे शाहजहां के बाद), नादिर शाह का आक्रमण (1739), और अंग्रेजों का बढ़ता प्रभाव (विशेषकर 1757 प्लासी के युद्ध के बाद) भी पतन के महत्वपूर्ण कारण थे, लेकिन औरंगजेब की नीतियों ने साम्राज्य की नींव को ही कमजोर कर दिया था।

प्रश्न 18: ‘खुदाई खिदमतगार’ नामक संगठन की स्थापना किसने की थी?

  1. महात्मा गांधी
  2. जवाहरलाल नेहरू
  3. सरदार वल्लभभाई पटेल
  4. खान अब्दुल गफ्फार खान

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘खुदाई खिदमतगार’ (ईश्वर के सेवक) नामक एक अहिंसक राष्ट्रवादी आंदोलन की स्थापना सीमांत गांधी कहे जाने वाले खान अब्दुल गफ्फार खान ने 1929 में उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रांत (अब पाकिस्तान में) में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन के सदस्य लाल कुर्ती पहनते थे, इसलिए इसे ‘लाल कुर्ती आंदोलन’ के नाम से भी जाना जाता है। यह आंदोलन ब्रिटिश शासन के खिलाफ अहिंसक प्रतिरोध पर केंद्रित था और इसने सविनय अवज्ञा आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता थे, लेकिन खुदाई खिदमतगार खान अब्दुल गफ्फार खान के नेतृत्व में एक क्षेत्रीय आंदोलन था।

प्रश्न 19: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन कहाँ आयोजित हुआ था?

  1. कोलकाता
  2. मुंबई
  3. दिल्ली
  4. मद्रास

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन 28 दिसंबर, 1885 को बॉम्बे (अब मुंबई) में गोकुलदास तेजपाल संस्कृत पाठशाला में आयोजित हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी (W.C. Banerjee) ने की थी और इसमें 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसकी स्थापना का श्रेय ए.ओ. ह्यूम को जाता है। इस अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य भारतीयों के लिए एक मंच प्रदान करना था ताकि वे ब्रिटिश सरकार के समक्ष अपनी शिकायतें रख सकें।
  • गलत विकल्प: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अन्य महत्वपूर्ण अधिवेशन कोलकाता (1886, 1896, 1906, 1920), मद्रास (1887), और दिल्ली (1918, 1923, 1931) में हुए थे, लेकिन पहला अधिवेशन मुंबई में हुआ था।

प्रश्न 20: ‘दांडी मार्च’ (नमक सत्याग्रह) कब प्रारंभ हुआ?

  1. 12 मार्च, 1930
  2. 6 अप्रैल, 1930
  3. 30 जनवरी, 1931
  4. 7 अगस्त, 1942

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: दांडी मार्च, जिसे नमक सत्याग्रह के नाम से भी जाना जाता है, 12 मार्च, 1930 को महात्मा गांधी द्वारा साबरमती आश्रम से शुरू किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह मार्च सविनय अवज्ञा आंदोलन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा था। गांधीजी ने 24 दिनों की यात्रा कर 6 अप्रैल, 1930 को दांडी पहुँचकर नमक कानून तोड़ा। इस यात्रा का उद्देश्य ब्रिटिश सरकार द्वारा लगाए गए नमक कर का विरोध करना था, जो भारतीयों के लिए अन्यायपूर्ण था।
  • गलत विकल्प: 6 अप्रैल, 1930 वह दिन था जब गांधीजी ने नमक कानून तोड़ा। 30 जनवरी, 1931 को गांधी-इरविन समझौते पर हस्ताक्षर हुए। 7 अगस्त, 1942 को भारत छोड़ो आंदोलन शुरू हुआ था।

प्रश्न 21: प्रथम विश्व युद्ध (World War I) की अवधि क्या थी?

  1. 1914-1918
  2. 1939-1945
  3. 1905-1910
  4. 1918-1923

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध (World War I) 28 जुलाई, 1914 को शुरू हुआ और 11 नवंबर, 1918 को समाप्त हुआ।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में मुख्य रूप से मित्र राष्ट्र (Allied Powers – जैसे फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, बाद में इटली और अमेरिका) और केंद्रीय शक्तियां (Central Powers – जैसे जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ऑटोमन साम्राज्य) शामिल थीं। यह युद्ध आधुनिक इतिहास में एक निर्णायक मोड़ साबित हुआ, जिसने यूरोप के राजनीतिक मानचित्र को बदल दिया और भविष्य के कई संघर्षों की नींव रखी।
  • गलत विकल्प: 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध की अवधि थी। अन्य दिए गए विकल्प प्रथम विश्व युद्ध से संबंधित नहीं हैं।

प्रश्न 22: फ्रांस की क्रांति (French Revolution) का नारा क्या था?

  1. स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
  2. शांति, पृथ्वी पर ईश्वर की इच्छा
  3. राष्ट्र, धर्म, राजा
  4. लोकतंत्र, गणराज्य, अधिकार

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: फ्रांस की क्रांति (1789-1799) का मुख्य नारा ‘लिबर्टे, इगलिटे, फ्रेटरनिटी’ (Liberté, égalité, fraternité) था, जिसका हिंदी में अर्थ है ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नारा फ्रांसीसी गणराज्य के आदर्शों का प्रतीक बन गया और आज भी फ्रांस का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है। यह क्रांति उस समय के सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक असमानताओं के खिलाफ एक आंदोलन थी, जिसने पूरी दुनिया में स्वतंत्रता और लोकतंत्र के विचारों को फैलाया।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प क्रांति के आदर्शों से मेल नहीं खाते या किसी अन्य ऐतिहासिक संदर्भ से जुड़े हो सकते हैं।

प्रश्न 23: ‘मैंगना कार्टा’ (Magna Carta) किस वर्ष जारी किया गया था?

  1. 1066
  2. 1215
  3. 1492
  4. 1776

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘मैंगना कार्टा’, जो अंग्रेजी कानून और संविधान के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, 15 जून, 1215 को जारी किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह इंग्लैंड के राजा जॉन द्वारा बैरनों के दबाव में हस्ताक्षरित एक अधिकार पत्र था। मैंगना कार्टा ने पहली बार यह स्थापित किया कि राजा भी कानून से ऊपर नहीं है और कुछ मौलिक अधिकार (जैसे निष्पक्ष सुनवाई का अधिकार) प्रजा को प्राप्त हैं। इसे संवैधानिक सरकार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाता है।
  • गलत विकल्प: 1066 नॉर्मन विजय का वर्ष है। 1492 कोलंबस द्वारा अमेरिका की खोज का वर्ष है। 1776 अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा का वर्ष है।

प्रश्न 24: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) की शुरुआत किस देश से हुई?

  1. इंग्लैंड
  2. फ्रांस
  3. इटली
  4. जर्मनी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: यूरोपीय पुनर्जागरण, जो कला, साहित्य, विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में एक अभूतपूर्व जागृति का काल था, की शुरुआत 14वीं शताब्दी में इटली से हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: फ्लोरेंस, वेनिस और रोम जैसे इतालवी शहर पुनर्जागरण के प्रमुख केंद्र थे। इस काल में प्राचीन यूनानी और रोमन सभ्यताओं के साहित्य और कलाओं का पुनरुद्धार हुआ, जिससे मानवतावाद (Humanism) का विकास हुआ। लियोनार्डो दा विंची, माइकल एंजेलो, राफेल जैसे महान कलाकार इसी काल की देन हैं।
  • गलत विकल्प: अन्य यूरोपीय देशों में पुनर्जागरण का प्रभाव बाद में फैला, लेकिन इसकी उत्पत्ति इटली में हुई थी।

प्रश्न 25: ‘रूस की क्रांति’ (Russian Revolution) किस वर्ष हुई थी?

  1. 1905
  2. 1914
  3. 1917
  4. 1922

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: रूस की क्रांति, जिसने जारशाही शासन का अंत किया और सोवियत संघ की नींव रखी, मुख्य रूप से 1917 में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: 1917 में दो प्रमुख क्रांतियाँ हुईं: फरवरी क्रांति (जिससे जार निकोलस द्वितीय ने गद्दी छोड़ी) और अक्टूबर क्रांति (जिसमें व्लादिमीर लेनिन के नेतृत्व वाली बोल्शेविक पार्टी ने सत्ता संभाली)। इस क्रांति ने दुनिया को साम्यवाद (Communism) के एक नए मॉडल से परिचित कराया।
  • गलत विकल्प: 1905 में रूस में एक प्रारंभिक क्रांति हुई थी, लेकिन यह जारशाही को पूरी तरह समाप्त नहीं कर पाई। 1914 प्रथम विश्व युद्ध की शुरुआत का वर्ष है, और 1922 में सोवियत संघ की आधिकारिक स्थापना हुई थी।

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