इतिहास मंथन: परीक्षा के लिए 25 महत्वपूर्ण प्रश्न
क्या आप इतिहास के महासागर में गोता लगाने और अपने ज्ञान को परखने के लिए तैयार हैं? आज का यह मॉक टेस्ट आपको प्राचीन भारत की गहराइयों से लेकर आधुनिक विश्व की उथल-पुथल तक एक रोमांचक यात्रा पर ले जाएगा। अपनी तैयारी को मजबूत करें और इन 25 सवालों के साथ अपनी ऐतिहासिक समझ का परीक्षण करें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस हड़प्पा स्थल से विशाल अन्न भंडार (Granaries) के साक्ष्य मिले हैं?
- लोथल
- धौलावीरा
- हड़प्पा
- कालीबंगा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: हड़प्पा शहर से दो विशाल अन्न भंडार के साक्ष्य मिले हैं, जो ईंटों से बने थे और नदी के पास स्थित थे, जिससे संभवतः अनाज को जहाजों पर लादने में सुविधा होती थी।
- संदर्भ और विस्तार: हड़प्पा, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था, जो रावी नदी के तट पर स्थित था। इन अन्न भंडारों से पता चलता है कि हड़प्पा समाज एक संगठित कृषि अर्थव्यवस्था पर निर्भर था और अधिशेष उत्पादन का प्रबंधन करता था।
- गलत विकल्प: लोथल एक बंदरगाह शहर था जहां गोदी (dockyard) मिली थी। धौलावीरा में जल प्रबंधन प्रणाली और स्टेडियम के साक्ष्य हैं। कालीबंगा में जुते हुए खेत के प्रारंभिक साक्ष्य मिले हैं।
प्रश्न 2: ‘अष्टदिग्गज’ नामक तेलुगु कवियों का समूह किस विजयनगर शासक के दरबार में था?
- कृष्णदेवराय
- देवराय द्वितीय
- बुक्का प्रथम
- हर्षवर्धन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘अष्टदिग्गज’ (आठ महान कवि) विजयनगर साम्राज्य के सबसे प्रतापी शासक कृष्णदेवराय के दरबार की शोभा बढ़ाते थे।
- संदर्भ और विस्तार: कृष्णदेवराय (शासनकाल 1509-1529 ई.) स्वयं एक विद्वान और कवि थे, और उन्होंने तेलुगु साहित्य के स्वर्ण युग का नेतृत्व किया। अष्टदिग्गज में अल्लसानी पेद्दाना, नंदी तिम्मन्ना, धूर्जटि आदि प्रमुख थे, जिन्होंने तेलुगु साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- गलत विकल्प: देवराय द्वितीय ‘गजाबेटकर’ (हाथियों का शिकारी) के नाम से जाने जाते थे और कला को संरक्षण देते थे। बुक्का प्रथम विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक हरिहर प्रथम के भाई और सह-संस्थापक थे। हर्षवर्धन एक प्राचीन भारतीय राजा थे, न कि विजयनगर शासक।
प्रश्न 3: 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ किसने कहा था?
- कार्ल मार्क्स
- सर जॉन लॉरेंस
- आर. सी. मजूमदार
- सर सैयद अहमद खान
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: कार्ल मार्क्स ने अपने लेख ‘द फर्स्ट इंडियन वॉर ऑफ इंडिपेंडेंस’ (1857) में इस विद्रोह को ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ कहा था।
- संदर्भ और विस्तार: मार्क्स ने इस विद्रोह को भारतीय जनता के ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एक राष्ट्रीय विद्रोह के रूप में वर्णित किया। यह पश्चिमी विचारकों में से पहला था जिसने इस विद्रोह को इस रूप में मान्यता दी।
- गलत विकल्प: सर जॉन लॉरेंस ने इसे केवल एक ‘सिपाही विद्रोह’ कहा था। आर. सी. मजूमदार ने अपनी पुस्तक ‘द सिपाही मुटिनी एंड द रिवोल्ट ऑफ 1857’ में इसे न तो प्रथम, न राष्ट्रीय और न ही स्वतंत्रता संग्राम कहा। सर सैयद अहमद खान ने ‘असबाब-ए-बग़ावत-ए-हिंद’ में विद्रोह के कारणों का विश्लेषण किया था, लेकिन इसे प्रथम स्वतंत्रता संग्राम नहीं कहा।
प्रश्न 4: मेसोपोटामिया सभ्यता का विकास किस नदी के किनारे हुआ था?
- नील नदी
- सिंधु नदी
- दजला और फरात नदियाँ
- यांग्त्ज़ी नदी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मेसोपोटामिया, जिसका अर्थ ग्रीक में “नदियों के बीच की भूमि” है, दजला (टिगरिस) और फरात (यूफ्रेट्स) नदियों के उपजाऊ डेल्टा क्षेत्र में विकसित हुई।
- संदर्भ और विस्तार: यह सभ्यता सुमेरियन, अक्कादियन, बेबीलोनियन और असीरियन जैसी विभिन्न सभ्यताओं का घर रही है, जिन्होंने लेखन (कीलाक्षर), गणित, खगोल विज्ञान और वास्तुकला में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- गलत विकल्प: नील नदी मिस्र की सभ्यता का आधार थी। सिंधु नदी सिंधु घाटी सभ्यता का विकास क्षेत्र थी। यांग्त्ज़ी नदी चीन की सभ्यता से संबंधित है।
प्रश्न 5: ‘नीली क्रांति’ (Blue Revolution) का संबंध किससे है?
- पशुपालन
- मत्स्य पालन
- कृषि
- वन संरक्षण
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: नीली क्रांति का उद्देश्य मत्स्य उत्पादन और संबंधित गतिविधियों में वृद्धि करना है।
- संदर्भ और विस्तार: भारत में, नीली क्रांति को मत्स्य पालन क्षेत्र के आधुनिकीकरण, उत्पादन बढ़ाने और निर्यात को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था। यह जलीय कृषि (aquaculture) के विकास पर भी जोर देती है।
- गलत विकल्प: पशुपालन ‘सफेद क्रांति’ (श्वेत क्रांति) या ‘नीली क्रांति’ (डेयरी) से संबंधित है। कृषि ‘हरित क्रांति’ से संबंधित है। वन संरक्षण का सीधा संबंध किसी विशेष क्रांति से नहीं है, हालांकि यह पर्यावरण से जुड़ा है।
प्रश्न 6: भारत में ‘पंचायती राज’ व्यवस्था का सर्वप्रथम शुभारंभ किस राज्य में हुआ?
- राजस्थान
- उत्तर प्रदेश
- बिहार
- पंजाब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारत में पंचायती राज व्यवस्था का सबसे पहला शुभारंभ 2 अक्टूबर, 1959 को राजस्थान के नागौर जिले के बगधरी गांव में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इसके बाद आंध्र प्रदेश ने भी इसी तरह की व्यवस्था अपनाई। इसका उद्देश्य स्थानीय स्तर पर लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण को बढ़ावा देना था। 73वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 ने पंचायती राज को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया।
- गलत विकल्प: अन्य राज्यों ने बाद में इस व्यवस्था को अपनाया।
प्रश्न 7: किस मुगल बादशाह ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक नया धर्म चलाया?
- हुमायूँ
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ई. में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक संश्लेषित धर्म चलाया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह विभिन्न धर्मों के सार तत्वों को मिलाकर बनाया गया एक धर्म था, जिसका उद्देश्य सभी धर्मों के बीच सद्भाव स्थापित करना था। हालांकि, यह अधिक लोकप्रिय नहीं हुआ और केवल कुछ ही लोगों ने इसे अपनाया।
- गलत विकल्प: हुमायूँ ने अपने साम्राज्य को बनाए रखने का प्रयास किया। जहाँगीर कला और वास्तुकला के प्रति झुकाव रखते थे, और उन्होंने ‘न्याय की जंजीर’ भी लगवाई थी। शाहजहाँ वास्तुकला के महान संरक्षक थे, जिन्होंने ताजमहल का निर्माण करवाया।
प्रश्न 8: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) का तात्कालिक कारण क्या था?
- जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण
- ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फर्डिनेंड की हत्या
- जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर हमला
- फ्रांस में क्रांति
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण 28 जून, 1914 को साराजेवो में ऑस्ट्रिया-हंगरी के सिंहासन के उत्तराधिकारी आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड और उनकी पत्नी की हत्या थी, जिसे बोस्नियाई सर्ब राष्ट्रवादी गैवरिलो प्रिंसिप ने अंजाम दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस घटना के बाद ऑस्ट्रिया-हंगरी ने सर्बिया को अल्टीमेटम दिया, जिसने युद्ध की श्रृंखला शुरू कर दी, जिसमें मित्र राष्ट्र (Allies) और केंद्रीय शक्तियाँ (Central Powers) शामिल थीं।
- गलत विकल्प: जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण द्वितीय विश्व युद्ध का कारण था। जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर हमला संयुक्त राज्य अमेरिका को द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल करने का कारण बना। फ्रांस में क्रांति 18वीं शताब्दी में हुई थी।
प्रश्न 9: ‘हरित क्रांति’ का जनक किसे माना जाता है?
- डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन
- नॉर्मन बोरलॉग
- वर्गीस कुरियन
- सी. एन. आर. राव
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: डॉ. एम. एस. स्वामीनाथन को भारत में हरित क्रांति का जनक माना जाता है, जिन्होंने भारतीय कृषि में उच्च-उपज वाली किस्मों (HYVs) के माध्यम से गेहूं और चावल के उत्पादन में महत्वपूर्ण वृद्धि की।
- संदर्भ और विस्तार: नॉर्मन बोरलॉग को विश्व स्तर पर हरित क्रांति का जनक माना जाता है, जिन्हें 1970 में नोबेल शांति पुरस्कार मिला था। डॉ. स्वामीनाथन ने बोरलॉग के काम को भारत में सफलतापूर्वक लागू किया।
- गलत विकल्प: वर्गीस कुरियन को ‘श्वेत क्रांति’ (डेयरी विकास) का जनक माना जाता है। सी. एन. आर. राव एक प्रसिद्ध भारतीय रसायनज्ञ हैं।
प्रश्न 10: मौर्य वंश के संस्थापक कौन थे?
- अशोक
- बिंदुसार
- चंद्रगुप्त मौर्य
- वृह्दत्त
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: चंद्रगुप्त मौर्य (लगभग 322-298 ईसा पूर्व) मौर्य वंश के संस्थापक थे, जिन्होंने नंद वंश के अंतिम शासक धनानंद को हराकर सत्ता हासिल की थी।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य (कौटिल्य) की सहायता से एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की, जिसमें आधुनिक भारत का अधिकांश भाग शामिल था। उन्होंने मगध में अपनी राजधानी स्थापित की।
- गलत विकल्प: अशोक मौर्य वंश के सबसे महान शासकों में से थे, बिंदुसार चंद्रगुप्त के पुत्र थे। वृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था।
प्रश्न 11: ‘फ्रांस की क्रांति’ किस वर्ष हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1848
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फ्रांस की क्रांति 1789 में शुरू हुई थी, जो सामंतवाद, राजशाही और चर्च के विशेषाधिकारों के विरुद्ध एक सामाजिक और राजनीतिक उथल-पुथल थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति ने ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ (Liberté, égalité, fraternité) के आदर्शों को बढ़ावा दिया और आधुनिक लोकतंत्र की नींव रखी। बास्तील के पतन (14 जुलाई, 1789) को क्रांति की शुरुआत माना जाता है।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी क्रांति का वर्ष है। 1815 में वाटरलू का युद्ध हुआ, जिसने नेपोलियन के शासन का अंत किया। 1848 यूरोप में क्रांतियों का वर्ष था।
प्रश्न 12: ‘कुतुबमीनार’ का निर्माण किस शासक ने शुरू करवाया था?
- इल्तुतमिश
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: कुतुबुद्दीन ऐबक, दिल्ली सल्तनत का संस्थापक और गुलाम वंश का पहला शासक, कुतुबमीनार का निर्माण शुरू कराने वाला था।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने सूफी संत ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की स्मृति में इसका निर्माण कार्य 1193 ई. में शुरू करवाया था। निर्माण कार्य इल्तुतमिश के शासनकाल तक जारी रहा, जिन्होंने इसे पूरा कराया। फिरोजशाह तुगलक ने बाद में इसकी ऊपरी मंजिलों की मरम्मत करवाई थी।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने निर्माण पूरा करवाया, न कि शुरू। अलाउद्दीन खिलजी ने अलाई दरवाजा बनवाया। फिरोजशाह तुगलक ने मरम्मत करवाई।
प्रश्न 13: भारत में ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति का प्रयोग किस ब्रिटिश वायसराय के कार्यकाल में सबसे अधिक प्रभावी ढंग से हुआ?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड मिंटो
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: लॉर्ड मिंटो (1905-1910), जिन्हें ‘भारत में सांप्रदायिक निर्वाचन का जनक’ भी कहा जाता है, ने ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति का प्रयोग 1909 के मार्ले-मिंटो सुधारों के माध्यम से प्रभावी ढंग से किया।
- संदर्भ और विस्तार: इन सुधारों ने मुसलमानों के लिए एक पृथक चुनावी प्रणाली की शुरुआत की, जिससे हिंदुओं और मुसलमानों के बीच खाई बढ़ी। यह ब्रिटिश सरकार की भारतीय समाज को बांटने की रणनीति का हिस्सा था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन बंगाल के विभाजन (1905) के लिए जाने जाते हैं, जिसने सांप्रदायिक तनाव को बढ़ावा दिया, लेकिन मिंटो का सांप्रदायिक निर्वाचन का प्रस्ताव अधिक प्रत्यक्ष था। लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे।
प्रश्न 14: ‘तबाकात-ए-नासिरी’ का लेखक कौन था?
- अमीर खुसरो
- मिन्हाज-उस-सिराज
- जियाउद्दीन बरनी
- अल-बरूनी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘तबाकात-ए-नासिरी’ (Tabaqat-i Nasiri) फारसी भाषा में लिखी गई एक ऐतिहासिक रचना है, जिसके लेखक मिन्हाज-उस-सिराज थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 13वीं शताब्दी में भारत में सल्तनत काल (विशेषकर गुलाम वंश) के इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यह नासिर-उद-दीन मुहम्मद, जो दिल्ली सल्तनत का शासक था, के शासनकाल को समर्पित है।
- गलत विकल्प: अमीर खुसरो एक महान कवि और संगीतज्ञ थे जिन्होंने ‘तुगलकनामा’ और ‘खज़ैन-उल-फुतूह’ लिखी। जियाउद्दीन बरनी ने ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ और ‘फतवा-ए-जहाँदारी’ लिखी। अल-बरूनी ने ‘किताब-उल-हिंद’ लिखी।
प्रश्न 15: गदर पार्टी का मुख्यालय कहाँ था?
- लंदन
- सैन फ्रांसिस्को
- न्यूयॉर्क
- बर्लिन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गदर पार्टी, जिसका गठन भारतीय स्वतंत्रता के लिए लड़ने वाले प्रवासी भारतीयों ने किया था, का मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में था।
- संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी की स्थापना 1913 में हुई थी और इसका उद्देश्य भारत से ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकना था। लाला हरदयाल इसके प्रमुख नेताओं में से थे। इनका मुख्य प्रकाशन ‘गदर’ नामक साप्ताहिक समाचार पत्र था।
- गलत विकल्प: लंदन में इंडिया हाउस जैसे राष्ट्रवादी केंद्र थे, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य कार्यालय सैन फ्रांसिस्को में था। न्यूयॉर्क और बर्लिन में भी भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन के केंद्र थे, लेकिन गदर पार्टी के लिए नहीं।
प्रश्न 16: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ई.) को भारत का नेपोलियन कहा जाता है क्योंकि उन्होंने एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया और कईMilitary अभियानों में विजय प्राप्त की।
- संदर्भ और विस्तार: उनके दरबारी कवि हरिषेण द्वारा लिखित प्रयाग प्रशस्ति (इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख) में उनके विजय अभियानों का विस्तृत वर्णन है, जिसमें उत्तर भारत के अधिकांश राजाओं और दक्षिणापथ के कई शासकों पर उनकी विजय शामिल है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश के संस्थापक थे। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने मालवा के शक शासकों को हराया और अपने साम्राज्य का विस्तार किया। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की।
प्रश्न 17: ‘सिंधु घाटी सभ्यता’ के किस स्थल को ‘नखलिस्तान’ (Oasis) कहा जाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: लोथल, जो वर्तमान गुजरात में स्थित है, को ‘नखलिस्तान’ या ‘ओएसिस’ कहा जाता था क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था और व्यापार तथा वाणिज्य का केंद्र था।
- संदर्भ और विस्तार: लोथल में एक उत्कृष्ट गोदी (dockyard) मिली है, जो उस समय के उन्नत समुद्री व्यापार का प्रमाण है। यह खंभात की खाड़ी के पास स्थित था और मेसोपोटामिया, फारस और अरब प्रायद्वीप के साथ व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो प्रमुख शहरी केंद्र थे, लेकिन लोथल को विशेष रूप से इसके बंदरगाह और व्यापारिक महत्व के कारण ‘नखलिस्तान’ के रूप में जाना जाता था। कालीबंगा एक कृषि प्रधान स्थल था।
प्रश्न 18: ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?
- दादाभाई नौरोजी
- सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
- व्योमेश चंद्र बनर्जी
- ऐलन ऑक्टेवियन ह्यूम
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के प्रथम अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी थे, जिन्होंने 1885 में बॉम्बे में आयोजित कांग्रेस के पहले अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
- संदर्भ और विस्तार: ऐलन ऑक्टेवियन ह्यूम (A.O. Hume) कांग्रेस के संस्थापक थे, लेकिन वे इसके पहले अध्यक्ष नहीं थे। दादाभाई नौरोजी तीन बार कांग्रेस के अध्यक्ष रहे और ‘भारत का वयोवृद्ध नेता’ कहलाते थे। सुरेन्द्रनाथ बनर्जी भी कांग्रेस के एक प्रमुख नेता थे।
- गलत विकल्प: दादाभाई नौरोजी और सुरेन्द्रनाथ बनर्जी महत्वपूर्ण नेता थे, लेकिन पहले अध्यक्ष डब्ल्यू. सी. बनर्जी थे। ए.ओ. ह्यूम संस्थापक थे, अध्यक्ष नहीं।
प्रश्न 19: ‘अकाल तख्त’ (Taqht) की स्थापना किसने की थी?
- गुरु नानक देव
- गुरु अर्जन देव
- गुरु हरगोबिंद
- गुरु गोबिंद सिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: अकाल तख्त (ईश्वर का सिंहासन) की स्थापना छठवें सिख गुरु, गुरु हरगोबिंद ने 1606 ई. में अमृतसर में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: गुरु हरगोबिंद ने सिखों को सैन्य प्रशिक्षण देना शुरू किया और अमृतसर में अकाल तख्त का निर्माण करवाया, जो सिखों के लिए राजनीतिक, आध्यात्मिक और राष्ट्रीय गतिविधियों का केंद्र बना। उन्होंने दो तलवारें (मीरी और पीरी) धारण कीं, जो धर्मनिरपेक्ष और आध्यात्मिक अधिकार का प्रतीक थीं।
- गलत विकल्प: गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे। गुरु अर्जन देव ने स्वर्ण मंदिर का निर्माण शुरू करवाया और ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ संकलित किया। गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की।
प्रश्न 20: 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी द्वारा दिया गया प्रसिद्ध नारा क्या था?
- स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है
- सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
- करो या मरो
- तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ (Do or Die) का नारा दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस नारे का उद्देश्य लोगों को स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए अंतिम प्रयास करने के लिए प्रेरित करना था। इस आंदोलन के परिणामस्वरूप गांधीजी सहित कई प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था।
- गलत विकल्प: ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ बाल गंगाधर तिलक का नारा था। ‘सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है’ राम प्रसाद बिस्मिल से जुड़ा है। ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ सुभाष चंद्र बोस का नारा था।
प्रश्न 21: ‘कबीर’ किसके शिष्य थे?
- चैतन्य महाप्रभु
- वल्लभाचार्य
- नरसी मेहता
- रामानंद
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भक्ति आंदोलन के महान संत कबीर, 15वीं सदी के संत और दार्शनिक रामानंद के शिष्य थे।
- संदर्भ और विस्तार: रामानंद ने भक्ति को उत्तर भारत में लोकप्रिय बनाया और कबीर ने उनके उपदेशों को अपने तरीके से प्रचारित किया। कबीर अपनी निर्गुण भक्ति, हिंदू-मुस्लिम एकता के संदेश और सामाजिक कुरीतियों के विरोध के लिए जाने जाते हैं।
- गलत विकल्प: चैतन्य महाप्रभु बंगाल के एक प्रमुख वैष्णव संत थे। वल्लभाचार्य पुष्टिमार्ग के प्रवर्तक थे। नरसी मेहता गुजरात के प्रसिद्ध संत कवि थे।
प्रश्न 22: ‘अजंता की गुफाएँ’ किस धर्म से संबंधित हैं?
- बौद्ध धर्म
- जैन धर्म
- हिन्दू धर्म
- इनमें से कोई नहीं
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: अजंता की गुफाएँ मुख्य रूप से बौद्ध धर्म से संबंधित हैं।
- संदर्भ और विस्तार: महाराष्ट्र में स्थित ये गुफाएँ बौद्ध धर्म की कला, साहित्य और वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। इनमें बौद्ध भिक्षुओं द्वारा उपयोग की जाने वाली चैत्य (प्रार्थना कक्ष) और विहार (आवासीय कक्ष) शामिल हैं। यहाँ पाई गई पेंटिंग जातक कथाओं (बुद्ध के पूर्व जन्मों की कहानियाँ) को दर्शाती हैं।
- गलत विकल्प: उदयगिरि और खंडगिरि की गुफाएँ जैन धर्म से संबंधित हैं। एलिफेंटा गुफाएँ मुख्य रूप से हिंदू धर्म (शिव) से संबंधित हैं।
प्रश्न 23: ‘द्वितीय विश्व युद्ध’ कब से कब तक चला?
- 1914-1918
- 1939-1945
- 1941-1945
- 1935-1940
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: द्वितीय विश्व युद्ध 1939 से 1945 तक चला।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध की शुरुआत 1 सितंबर, 1939 को जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण के साथ हुई थी। यह युद्ध मित्र राष्ट्रों (Great Britain, France, Soviet Union, United States, China, etc.) और धुरी राष्ट्रों (Germany, Italy, Japan) के बीच लड़ा गया था। इसका अंत 1945 में हुआ, जब जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया।
- गलत विकल्प: 1914-1918 प्रथम विश्व युद्ध का समय है। 1941 में अमेरिका पर्ल हार्बर पर हमले के बाद युद्ध में शामिल हुआ, लेकिन युद्ध 1939 में ही शुरू हो गया था। 1935-1940 युद्ध की ओर ले जाने वाले वर्ष थे।
प्रश्न 24: ‘खजुराहो के मंदिर’ किस वंश के शासकों द्वारा बनवाए गए थे?
- मौर्य
- गुप्त
- चंदेल
- चोल
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: खजुराहो के प्रसिद्ध मंदिर मध्य भारत में चंदेल राजवंश के शासकों द्वारा 10वीं और 11वीं शताब्दी के बीच बनवाए गए थे।
- संदर्भ और विस्तार: ये मंदिर नागर शैली की वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण हैं और अपनी कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं। यह मंदिर समूह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।
- गलत विकल्प: मौर्य वंश प्राचीन भारत के एक प्रमुख राजवंश थे। गुप्त वंश ने कला और विज्ञान को संरक्षण दिया। चोल वंश दक्षिण भारत में अपनी समुद्री शक्ति और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध था।
प्रश्न 25: ‘आत्मीय सभा’ की स्थापना किसने की थी?
- स्वामी विवेकानंद
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- राजा राम मोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: राजा राम मोहन राय ने 1815 में ‘आत्मीय सभा’ की स्थापना की थी, जो बाद में ब्रह्म समाज की नींव बनी।
- संदर्भ और विस्तार: आत्मीय सभा का उद्देश्य एकेश्वरवाद का प्रचार करना, मूर्तिपूजा का विरोध करना और सामाजिक तथा धार्मिक सुधारों को बढ़ावा देना था। राजा राम मोहन राय को ‘आधुनिक भारत का अग्रदूत’ और ‘नवजागरण के पिता’ के रूप में जाना जाता है।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे। स्वामी दयानंद सरस्वती आर्य समाज के संस्थापक थे। ईश्वर चंद्र विद्यासागर एक प्रमुख समाज सुधारक और शिक्षाविद थे।