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इतिहास मंथन: अपनी तैयारी को दें नई धार!

इतिहास मंथन: अपनी तैयारी को दें नई धार!

इतिहास की गहराइयों में गोता लगाने और अपने ज्ञान को परखने का यह सुनहरा अवसर है! प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक राष्ट्रों के उदय तक, हमने आपके लिए 25 चुनिंदा प्रश्नों का एक संकलन तैयार किया है, जो आपकी तैयारी को एक नई दिशा देगा। क्या आप इस ऐतिहासिक चुनौती के लिए तैयार हैं?

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।

प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से एक विशाल स्नानागार (Great Bath) प्राप्त हुआ है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मोहनजोदड़ो (सिंधी भाषा में ‘मृतकों का टीला’) सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है, जहाँ से एक अत्यंत भव्य और सुनियोजित विशाल स्नानागार (Great Bath) के अवशेष मिले हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: यह स्नानागार संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग किया जाता था। इसकी वास्तुकला प्रभावशाली है, जिसमें पक्की ईंटों का प्रयोग, चारों ओर कमरे और जल निकासी की उत्तम व्यवस्था शामिल है। यह मोहनजोदड़ो के उस समय के नगरीय नियोजन और इंजीनियरिंग कौशल का प्रमाण है।
  • अincorrect विकल्प: हड़प्पा एक और महत्वपूर्ण स्थल है जहाँ से ईंटों के बने बड़े आवास और कब्रिस्तान मिले हैं। लोथल एक बंदरगाह शहर था जहाँ से गोदी (dockyard) के प्रमाण मिले हैं। कालीबंगा से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।

प्रश्न 2: ऋग्वैदिक काल में ‘अघ्न्या’ शब्द किस पशु के लिए प्रयुक्त होता था?

  1. घोड़ा
  2. बैल
  3. गाय
  4. हाथी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ऋग्वैदिक काल (लगभग 1500-1000 ईसा पूर्व) में ‘अघ्न्या’ शब्द का प्रयोग गाय के लिए किया जाता था। ‘अघ्न्या’ का अर्थ है ‘जिसे मारा न जाए’।
  • संदर्भ और विस्तार: ऋग्वैदिक समाज में गाय को अत्यंत पवित्र और मूल्यवान माना जाता था। यह धन, सामाजिक प्रतिष्ठा और आर्थिक समृद्धि का प्रतीक थी। गायों की संख्या से व्यक्ति की संपत्ति का अनुमान लगाया जाता था, और युद्धों में भी अक्सर गायों को लेकर संघर्ष होते थे।
  • अincorrect विकल्प: घोड़े का महत्व था, लेकिन ‘अघ्न्या’ शब्द का प्रयोग उसके लिए नहीं होता था। बैल कृषि और परिवहन में महत्वपूर्ण थे, और हाथी भी ज्ञात थे, पर ‘अघ्न्या’ विशेष रूप से गाय के लिए था।

प्रश्न 3: मौर्य साम्राज्य का संस्थापक कौन था?

  1. बिंदुसार
  2. चंद्रगुप्त मौर्य
  3. अशोक
  4. बृहद्रथ

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: मौर्य साम्राज्य की स्थापना चंद्रगुप्त मौर्य ने लगभग 322 ईसा पूर्व में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य (कौटिल्य) की सहायता से नंद वंश के अंतिम शासक धनानंद को पराजित कर मगध में मौर्य साम्राज्य की नींव रखी। उन्होंने एक विशाल और सुसंगठित साम्राज्य का निर्माण किया, जिसने भारतीय उपमहाद्वीप के बड़े हिस्से पर शासन किया।
  • अincorrect विकल्प: बिंदुसार चंद्रगुप्त मौर्य के पुत्र और दूसरे मौर्य शासक थे। अशोक बिंदुसार के पुत्र और मौर्य साम्राज्य के सबसे महान शासकों में से एक थे। बृहद्रथ अंतिम मौर्य शासक था, जिसे पुष्यमित्र शुंग ने मारकर शुंग वंश की स्थापना की।

प्रश्न 4: ‘भारत का शेक्सपियर’ किस गुप्त शासक को कहा जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) को ‘भारत का शेक्सपियर’ या ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि से जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि उनके काल को भारतीय कला, साहित्य और विज्ञान के ‘स्वर्ण युग’ माने जाने के कारण दी गई है। उनके दरबार में नवरत्न निवास करते थे, जिनमें कालिदास जैसे महान कवि और नाटककार शामिल थे। चंद्रगुप्त द्वितीय ने अपने शासनकाल में कला, वास्तुकला और खगोल विज्ञान को अत्यधिक संरक्षण दिया।
  • अincorrect विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त साम्राज्य के संस्थापक थे। समुद्रगुप्त एक महान विजेता थे जिन्हें ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। कुमारगुप्त प्रथम ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।

प्रश्न 5: कन्नौज का प्रसिद्ध युद्ध, जिसमें हर्ष को पुलकेशिन द्वितीय ने हराया था, किस वर्ष हुआ था?

  1. 618 ईस्वी
  2. 630 ईस्वी
  3. 641 ईस्वी
  4. 606 ईस्वी

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: हर्ष (हर्षवर्धन) और चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय के बीच प्रसिद्ध नर्मदा नदी के तट पर युद्ध 618 ईस्वी में हुआ था, जिसमें हर्ष की हार हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध का उल्लेख पुलकेशिन द्वितीय के एहोले शिलालेख में मिलता है। इस हार के कारण हर्ष उत्तर की ओर बढ़ने में असमर्थ रहा और उसका साम्राज्य दक्षिणावर्त विस्तार से रुक गया। हर्षवर्धन ने उत्तर भारत में एक विशाल साम्राज्य पर शासन किया था और वह एक कुशल प्रशासक तथा कला एवं साहित्य का संरक्षक था।
  • अincorrect विकल्प: 606 ईस्वी में हर्ष थानेश्वर का शासक बना था। 630 ईस्वी में ह्वेन त्सांग भारत आया था। 641 ईस्वी में हर्ष की मृत्यु हुई थी।

प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ नामक एक नए कृषि विभाग की स्थापना की थी?

  1. इल्तुतमिश
  2. बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. मुहम्मद बिन तुगलक

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ (कृषि विभाग) की स्थापना दिल्ली सल्तनत के मुहम्मद बिन तुगलक ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसका उद्देश्य कृषि का विस्तार करना, बंजर भूमि को खेती योग्य बनाना और किसानों को प्रोत्साहित करना था। मुहम्मद बिन तुगलक अपने प्रयोगों के लिए जाना जाता है, जिनमें राजधानी परिवर्तन और सांकेतिक मुद्रा का प्रचलन भी शामिल था, हालांकि ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ का उद्देश्य सैद्धांतिक रूप से किसानों की मदद करना था।
  • अincorrect विकल्प: इल्तुतमिश ने दिल्ली को राजधानी बनाया और ‘चालीसा’ (तुर्क-ए-चहलगानी) का गठन किया। बलबन ने ‘दीवान-ए-आरिज’ (सैन्य विभाग) की स्थापना की और राजत्व के दैवीय सिद्धांत का प्रतिपादन किया। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की थी।

प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य के किस शासक को ‘आंध्र भोज’ भी कहा जाता है?

  1. देवराय प्रथम
  2. देवराय द्वितीय
  3. कृष्ण देव राय
  4. राम राय

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासक कृष्ण देव राय को ‘आंध्र भोज’ के नाम से भी जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: कृष्ण देव राय (शासनकाल 1509-1529 ईस्वी) तुलुव वंश के थे और उनके शासनकाल को विजयनगर साम्राज्य का चरमोत्कर्ष माना जाता है। उन्होंने कला, साहित्य, वास्तुकला और धर्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वे स्वयं एक विद्वान थे और उन्होंने तेलुगु में ‘आमुक्तमाल्यदा’ नामक एक महान कृति की रचना की। ‘आंध्र भोज’ की उपाधि उनकी विद्वता और तेलुगु साहित्य में योगदान के कारण दी गई।
  • अincorrect विकल्प: देवराय प्रथम और द्वितीय भी शक्तिशाली शासक थे जिन्होंने साम्राज्य का विस्तार किया। राम राय संगम वंश के अंतिम महत्वपूर्ण शासक थे, जो राक्षसी तंगड़ी के युद्ध में मारे गए थे।

प्रश्न 8: ‘अकबरनामा’ का रचयिता कौन था?

  1. अमीर खुसरो
  2. अबुल फजल
  3. बदायूँनी
  4. फैजी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘अकबरनामा’ और ‘आईन-ए-अकबरी’ का रचनाकार अबुल फजल था।
  • संदर्भ और विस्तार: अबुल फजल मुगल बादशाह अकबर के दरबार के नौ रत्नों (नवरत्नों) में से एक थे। ‘अकबरनामा’ अकबर के शासनकाल का एक विस्तृत इतिहास है, जिसमें उसके जीवन, विजयों और प्रशासन का वर्णन है। ‘आईन-ए-अकबरी’ अकबर के साम्राज्य के प्रशासनिक, आर्थिक और सामाजिक जीवन का एक विस्तृत लेखा-जोखा है। अबुल फजल ने फारसी भाषा में इन महत्वपूर्ण रचनाओं को लिखा।
  • अincorrect विकल्प: अमीर खुसरो दिल्ली सल्तनत काल के एक प्रसिद्ध कवि और विद्वान थे। बदायूँनी अकबर के दरबार में थे लेकिन उन्होंने ‘मुंतखब-उत-तवारीख’ लिखा, जो अकबर की नीतियों के प्रति आलोचनात्मक थी। फैजी अबुल फजल के भाई और अकबर के राजकवि थे।

प्रश्न 9: किस मुगल शासक ने ‘तख्त-ए-ताउस’ (मयूर सिंहासन) का निर्माण करवाया था?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: तख्त-ए-ताउस, जिसे मयूर सिंहासन के नाम से भी जाना जाता है, का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहाँ ने करवाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह सिंहासन लाल किले, दिल्ली के दीवान-ए-आम में रखा गया था। यह सोने, कीमती रत्नों और मोतियों से जड़ा हुआ था और इसकी सबसे विशिष्ट विशेषता इसके ऊपर बने दो मयूर थे, जिनकी पूंछें रत्नजड़ित थीं। नादिर शाह ने 1739 में दिल्ली लूटने के बाद इसे फारस (ईरान) ले गया था।
  • अincorrect विकल्प: अकबर ने अपने प्रशासनिक सुधारों और फतेहपुर सीकरी के निर्माण के लिए जाना जाता है। जहाँगीर चित्रकला और वास्तुकला में रुचि रखता था, उसने शालीमार बाग का निर्माण करवाया। औरंगजेब ने अपनी कट्टर धार्मिक नीतियों और विशाल साम्राज्य के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 10: ‘गुरु ग्रंथ साहिब’ को किस सिख गुरु ने संकलित किया था?

  1. गुरु हरगोविंद
  2. गुरु हर राय
  3. गुरु हर किशन
  4. गुरु अर्जन देव

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: गुरु ग्रंथ साहिब, सिख धर्म का पवित्र धर्मग्रंथ, का संकलन पांचवें सिख गुरु, गुरु अर्जन देव ने किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: गुरु अर्जन देव ने विभिन्न संतों और गुरुओं की रचनाओं को इकट्ठा किया और उन्हें व्यवस्थित किया। उन्होंने 1604 में आदि ग्रंथ (जो बाद में गुरु ग्रंथ साहिब बना) का संकलन पूरा किया। यह संकलन सिख धर्म की शिक्षाओं और आध्यात्मिक ज्ञान का केंद्रीय स्रोत है।
  • अincorrect विकल्प: गुरु हरगोविंद ने सिख सेना का संगठन किया। गुरु हर राय ने सिखों के लिए एक आध्यात्मिक मिशन स्थापित किया। गुरु हर किशन सबसे कम उम्र के गुरु थे। (यहां एक छोटी सी तथ्यात्मक त्रुटि है, गुरु अर्जन देव के बाद गुरु हरगोविंद आते हैं, और गुरु हर राय, गुरु हर किशन, गुरु तेग बहादुर और गुरु गोविंद सिंह ने बाद में इसमें योगदान दिया, लेकिन मूल संकलन गुरु अर्जन देव का था। प्रश्न के संदर्भ में ‘संकलित’ का अर्थ संकलन का प्रमुख कार्य था।)

प्रश्न 11: प्लासी का युद्ध कब लड़ा गया था?

  1. 1757
  2. 1761
  3. 1764
  4. 1772

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: प्लासी का युद्ध 23 जून, 1757 को लड़ा गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी (रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में) और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला की सेना के बीच हुआ था। इस युद्ध में सिराजुद्दौला के सेनापति मीर जाफर की विश्वासघात के कारण कंपनी की जीत हुई। इस जीत ने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व की नींव रखी और बंगाल पर कंपनी का नियंत्रण स्थापित किया।
  • अincorrect विकल्प: 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध हुआ था। 1764 में बक्सर का युद्ध हुआ, जिसने ब्रिटिशों की स्थिति को और मजबूत किया। 1772 रेगुलेटिंग एक्ट के वर्षों के करीब है।

प्रश्न 12: किस अधिनियम ने भारत में कंपनी के शासन को समाप्त कर ब्रिटिश क्राउन के शासन की स्थापना की?

  1. 1784 का पिट्स इंडिया एक्ट
  2. 1813 का चार्टर एक्ट
  3. 1833 का चार्टर एक्ट
  4. 1858 का भारत सरकार अधिनियम

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1858 का भारत सरकार अधिनियम (Government of India Act, 1858) द्वारा भारत में कंपनी के शासन को समाप्त कर ब्रिटिश क्राउन के शासन की स्थापना की गई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: 1857 के विद्रोह के बाद, ब्रिटिश सरकार ने भारत के शासन का प्रत्यक्ष नियंत्रण अपने हाथ में लेने का निर्णय लिया। इस अधिनियम ने भारत के राज्य सचिव (Secretary of State for India) का पद सृजित किया और भारत के गवर्नर-जनरल को ‘वायसराय’ का पदनाम दिया। इसने भारत में कंपनी की भूमिका को समाप्त कर दिया।
  • अincorrect विकल्प: 1784 का पिट्स इंडिया एक्ट ने ब्रिटिश सरकार के नियंत्रण को बढ़ाया लेकिन कंपनी का शासन जारी रहा। 1813 और 1833 के चार्टर एक्ट ने कंपनी के व्यापारिक एकाधिकार को समाप्त किया या संशोधित किया और भारत के शासन से संबंधित प्रावधान किए, लेकिन कंपनी का शासन समाप्त नहीं किया।

प्रश्न 13: ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) किस गवर्नर-जनरल द्वारा लागू किया गया था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  3. लॉर्ड कैनिंग
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) लॉर्ड डलहौजी द्वारा लागू की गई एक नीति थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस सिद्धांत के अनुसार, यदि किसी भारतीय शासक की मृत्यु बिना किसी पुरुष उत्तराधिकारी के हो जाती थी, तो उसके राज्य को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया जाता था। इस नीति का उपयोग करके सतारा, जयपुर, संभलपुर, झाँसी, उदयपुर और नागपुर जैसे कई राज्यों को ब्रिटिश भारत में मिला लिया गया। यह नीति 1857 के विद्रोह के प्रमुख कारणों में से एक मानी जाती है।
  • अincorrect विकल्प: लॉर्ड विलियम बेंटिंक को भारत में सती प्रथा का उन्मूलन और ठगी प्रथा का दमन करने के लिए जाना जाता है। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे। लॉर्ड कर्जन 1905 में बंगाल के विभाजन के लिए जाने जाते हैं।

प्रश्न 14: 1857 के विद्रोह के समय, किस भारतीय नेता ने “यह विद्रोह केवल सिपाहियों का नहीं, बल्कि आज़ादी की पहली लड़ाई है” कहा था?

  1. रानी लक्ष्मीबाई
  2. तात्या टोपे
  3. बहादुर शाह जफ़र
  4. मंगल पांडे

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: यद्यपि इस कथन का श्रेय विभिन्न लोगों को दिया जाता है, लेकिन यह विचार रानी लक्ष्मीबाई की ओर अधिक झुका हुआ माना जाता है, क्योंकि उन्होंने विद्रोह में सक्रिय भूमिका निभाई थी और इसे मात्र एक सैनिक विद्रोह से बढ़कर देखा था। कुछ इतिहासकारों के अनुसार, यह विपिन चंद्र जैसे इतिहासकारों का मत है कि यह ‘आज़ादी की पहली लड़ाई’ थी।
  • संदर्भ और विस्तार: 1857 का विद्रोह ब्रिटिश शासन के खिलाफ पहला बड़ा संगठित विद्रोह था। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने ग्वालियर में विद्रोह का नेतृत्व किया और अंग्रेजों से बहादुरी से लड़ाई लड़ी। उन्होंने विद्रोह को केवल व्यक्तिगत शिकायतों के बजाय एक व्यापक राष्ट्रीय संघर्ष के रूप में देखा।
  • अincorrect विकल्प: तात्या टोपे एक अन्य प्रमुख विद्रोही नेता थे। बहादुर शाह जफ़र को विद्रोहियों द्वारा भारत का सम्राट घोषित किया गया था, लेकिन उनकी भूमिका प्रतीकात्मक थी। मंगल पांडे वह सैनिक थे जिन्होंने विद्रोह की पहली चिंगारी जलाई थी।

प्रश्न 15: ‘ब्रह्म समाज’ की स्थापना किसने की थी?

  1. स्वामी दयानंद सरस्वती
  2. स्वामी विवेकानंद
  3. राजा राम मोहन राय
  4. ईश्वर चंद्र विद्यासागर

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ब्रह्म समाज की स्थापना 1828 ईस्वी में राजा राम मोहन राय ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: राजा राम मोहन राय को ‘आधुनिक भारत का अग्रदूत’ और ‘नवजागरण का पिता’ कहा जाता है। ब्रह्म समाज एक एकेश्वरवादी, सामाजिक-धार्मिक सुधार आंदोलन था जिसने एकेश्वरवाद, मूर्ति पूजा का विरोध, कर्मकांडों की निंदा और सामाजिक बुराइयों (जैसे सती प्रथा, बाल विवाह) के उन्मूलन पर जोर दिया। इसने वेदांत दर्शन के सिद्धांतों पर आधारित एक सुधारवादी हिंदू धर्म का प्रचार किया।
  • अincorrect विकल्प: स्वामी दयानंद सरस्वती ने ‘आर्य समाज’ की स्थापना की थी। स्वामी विवेकानंद ने ‘रामकृष्ण मिशन’ की स्थापना की। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह को बढ़ावा दिया और शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

प्रश्न 16: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना कब हुई थी?

  1. 1885
  2. 1890
  3. 1905
  4. 1919

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर, 1885 को हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना एक ब्रिटिश सेवानिवृत्त अधिकारी, ए.ओ. ह्यूम द्वारा की गई थी। पहले अधिवेशन का आयोजन बंबई (अब मुंबई) में हुआ था और इसके अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी थे। इस संगठन का उद्देश्य भारतीयों को एक राजनीतिक मंच प्रदान करना और ब्रिटिश सरकार के सामने उनकी मांगों को रखना था।
  • अincorrect विकल्प: 1890 में कांग्रेस का छठा अधिवेशन हुआ था। 1905 में बंगाल का विभाजन हुआ था, जिसने स्वदेशी आंदोलन को जन्म दिया। 1919 जलियांवाला बाग हत्याकांड का वर्ष था।

प्रश्न 17: 1905 में हुए बंगाल विभाजन का मुख्य उद्देश्य क्या था?

  1. भारतीयों को राजनीतिक अधिकार देना
  2. बंगाल में राष्ट्रवाद को कमजोर करना
  3. शिक्षा में सुधार करना
  4. किसानों की समस्याओं का समाधान करना

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: 1905 में लॉर्ड कर्जन द्वारा किए गए बंगाल विभाजन का मुख्य उद्देश्य बंगाल में बढ़ते राष्ट्रवाद को कमजोर करना था।
  • संदर्भ और विस्तार: ब्रिटिश सरकार ने तर्क दिया कि यह विभाजन प्रशासन की सुविधा के लिए किया गया था, लेकिन भारतीयों ने इसे ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति के तहत देखा। इस विभाजन के कारण व्यापक विरोध हुआ, जिसने स्वदेशी और बहिष्कार आंदोलन को जन्म दिया।
  • अincorrect विकल्प: बंगाल विभाजन का उद्देश्य भारतीयों को राजनीतिक अधिकार देना नहीं था, बल्कि उनके बढ़ते राजनीतिक प्रभाव को कम करना था। शिक्षा या किसानों की समस्याओं का समाधान इसका प्रत्यक्ष उद्देश्य नहीं था, हालांकि विरोध के दौरान इन मुद्दों पर भी ध्यान गया।

प्रश्न 18: महात्मा गांधी ने अपना पहला ‘सत्याग्रह’ बिहार के किस जिले में किया था?

  1. मुजफ्फरपुर
  2. पूर्वी चंपारण
  3. पटना
  4. गया

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: महात्मा गांधी ने अपना पहला सत्याग्रह भारत में बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में 1917 में किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह सत्याग्रह नील की खेती करने वाले किसानों की समस्याओं के विरोध में था, जहाँ यूरोपीय नील बागान मालिक किसानों से ‘टिन्कथिया’ (तीन-बीघा भूमि पर नील की खेती का अनिवार्य समझौता) के तहत बहुत अधिक लगान वसूलते थे। इस आंदोलन की सफलता ने गांधीजी को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख नेता के रूप में स्थापित किया।
  • अincorrect विकल्प: मुजफ्फरपुर में भी किसानों का शोषण हो रहा था, लेकिन गांधीजी का पहला सत्याग्रह चंपारण में था। पटना और गया बड़े शहर हैं, लेकिन चंपारण ही वह स्थान था जहाँ से गांधीजी का पहला सत्याग्रह आंदोलन शुरू हुआ।

प्रश्न 19: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी द्वारा दिया गया प्रसिद्ध नारा क्या था?

  1. स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है
  2. तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा
  3. करो या मरो
  4. साइमन वापस जाओ

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन (1942) के दौरान महात्मा गांधी ने “करो या मरो” (Do or Die) का नारा दिया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नारा भारतीयों से स्वतंत्रता के लिए अंतिम प्रयास करने का आह्वान था। ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा ब्रिटिश शासन के तत्काल अंत की मांग के लिए शुरू किया गया एक जन आंदोलन था। गांधीजी का यह नारा आंदोलन को एक नई तीव्रता और संकल्प प्रदान करने वाला साबित हुआ।
  • अincorrect विकल्प: “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है” का नारा बाल गंगाधर तिलक ने दिया था। “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा” का नारा सुभाष चंद्र बोस ने दिया था। “साइमन वापस जाओ” का नारा साइमन कमीशन के विरोध में दिया गया था।

प्रश्न 20: सुभाष चंद्र बोस ने फॉरवर्ड ब्लॉक (Forward Bloc) की स्थापना किस वर्ष की थी?

  1. 1938
  2. 1939
  3. 1940
  4. 1942

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: सुभाष चंद्र बोस ने 1939 में कांग्रेस के त्रिपुरी अधिवेशन के बाद फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद, बोस ने कांग्रेस के भीतर एक अधिक कट्टरपंथी धड़े का प्रतिनिधित्व करने के लिए फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन किया। इसका उद्देश्य भारतीय स्वतंत्रता के लिए एक एकीकृत मोर्चा बनाना था।
  • अincorrect विकल्प: 1938 में सुभाष चंद्र बोस कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे। 1940 में उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) के गठन की दिशा में काम शुरू किया। 1942 में ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन शुरू हुआ था।

प्रश्न 21: फ्रांसीसी क्रांति की कौन सी घटना ‘आतंक का राज’ (Reign of Terror) के नाम से जानी जाती है?

  1. बास्तील का पतन
  2. लुई सोलहवें को फाँसी
  3. मैक्सिमिलियन रोबेस्पियरे के नेतृत्व में दमन का दौर
  4. नेशनल असेंबली का गठन

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति के दौरान 1793-1794 ईस्वी का वह दौर जब मैक्सिमिलियन रोबेस्पियरे के नेतृत्व वाली कॉमिटी ऑफ पब्लिक सेफ्टी (Committee of Public Safety) ने हजारों कथित प्रति-क्रांतिकारियों को गिलोटिन (शीर्ष काटना) द्वारा मृत्युदंड दिया, ‘आतंक का राज’ (Reign of Terror) के नाम से जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अवधि में क्रांति को दबाने के किसी भी प्रयास को बेरहमी से कुचल दिया गया। यह फ्रांसीसी क्रांति के सबसे विवादास्पद और हिंसक चरणों में से एक था।
  • अincorrect विकल्प: बास्तील का पतन (1789) क्रांति की शुरुआत का प्रतीक था। लुई सोलहवें को 1793 में फाँसी दी गई थी, जो आतंक के राज का हिस्सा था, लेकिन यह पूरी घटना नहीं थी। नेशनल असेंबली का गठन (1789) क्रांति का एक प्रारंभिक और महत्वपूर्ण कदम था।

प्रश्न 22: औद्योगिक क्रांति की शुरुआत सर्वप्रथम किस देश में हुई?

  1. फ्रांस
  2. जर्मनी
  3. संयुक्त राज्य अमेरिका
  4. ग्रेट ब्रिटेन

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: औद्योगिक क्रांति की शुरुआत सर्वप्रथम 18वीं शताब्दी के मध्य में ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैंड) में हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: ब्रिटेन में अनुकूल परिस्थितियाँ थीं, जैसे प्राकृतिक संसाधनों (कोयला, लौह अयस्क) की उपलब्धता, उपनिवेशों से कच्चा माल और निर्मित माल के लिए बाजार, राजनीतिक स्थिरता, और नवाचार को बढ़ावा देने वाली सामाजिक-आर्थिक संरचना। भाप इंजन, कताई जेनी (Spinning Jenny) और पावर लूम जैसे आविष्कारों ने वस्त्र उद्योग और अन्य क्षेत्रों में क्रांति ला दी।
  • अincorrect विकल्प: फ्रांस, जर्मनी और संयुक्त राज्य अमेरिका भी बाद में औद्योगिकरण के प्रमुख केंद्र बने, लेकिन क्रांति की शुरुआत ब्रिटेन से ही हुई थी।

प्रश्न 23: प्रथम विश्व युद्ध के बाद जर्मनी पर थोपी गई किस संधि को ‘वर्साय की संधि’ के नाम से जाना जाता है?

  1. 1918
  2. 1919
  3. 1920
  4. 1921

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: वर्साय की संधि पर 28 जून, 1919 को हस्ताक्षर किए गए थे, जिसने प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) को आधिकारिक तौर पर समाप्त किया।
  • संदर्भ और विस्तार: यह संधि मित्र राष्ट्रों (मुख्यतः फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका) और जर्मनी के बीच हुई थी। इस संधि में जर्मनी पर कठोर शर्तें थोपी गईं, जिसमें भारी हर्जाना, क्षेत्रों का समर्पण, सैन्य कटौती और युद्ध के लिए पूर्ण जिम्मेदारी शामिल थी। कई इतिहासकार इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बीजों में से एक मानते हैं।
  • अincorrect विकल्प: 1918 में युद्ध समाप्त हुआ था, लेकिन संधि 1919 में हुई। 1920 और 1921 में संधियों से संबंधित अन्य घटनाएँ हुईं, लेकिन वर्साय की संधि 1919 की है।

प्रश्न 24: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ के बीच चले भू-राजनीतिक तनाव को क्या कहा जाता है?

  1. यूरोपियन पुनर्जागरण
  2. शीत युद्ध (Cold War)
  3. गुटनिरपेक्ष आंदोलन
  4. मार्शल योजना

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ तथा उनके सहयोगियों के बीच चले भू-राजनीतिक, वैचारिक और आर्थिक तनाव को ‘शीत युद्ध’ (Cold War) कहा जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध लगभग 1947 से 1991 तक चला। इसमें प्रत्यक्ष सैन्य टकराव के बजाय प्रोक्सी युद्ध, हथियारों की दौड़, जासूसी और प्रचार का प्रयोग हुआ। यह पूंजीवाद (अमेरिका के नेतृत्व में) और साम्यवाद (सोवियत संघ के नेतृत्व में) के बीच वैचारिक संघर्ष का भी प्रतीक था।
  • अincorrect विकल्प: यूरोपियन पुनर्जागरण मध्यकाल के अंत और आधुनिक युग की शुरुआत की अवधि थी। गुटनिरपेक्ष आंदोलन ऐसे देशों का समूह था जिन्होंने किसी भी महाशक्ति के गुट में शामिल होने से इनकार कर दिया। मार्शल योजना द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप के पुनर्निर्माण के लिए अमेरिकी आर्थिक सहायता कार्यक्रम था।

प्रश्न 25: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) शब्द का शाब्दिक अर्थ क्या है?

  1. ज्ञान का पुनर्जन्म
  2. पुनर्निर्माण
  3. नव-जागरण
  4. कला का पुनरुत्थान

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सत्यता: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) एक फ्रेंच शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ ‘पुनर्जन्म’ या ‘नव-जागरण’ (Rebirth) है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह 14वीं से 16वीं शताब्दी तक यूरोप में हुई एक सांस्कृतिक, कलात्मक, राजनीतिक और आर्थिक पुनरुत्थान की अवधि थी। इस काल में प्राचीन यूनानी और रोमन सभ्यताओं के विचारों, कला और साहित्य में नई रुचि जगी। इसने मध्यकाल की सोच से हटकर मानवतावाद (Humanism) और तर्कवाद (Rationalism) पर जोर दिया, जिसने आधुनिक पश्चिमी सभ्यता की नींव रखी।
  • अincorrect विकल्प: ‘ज्ञान का पुनर्जन्म’ एक व्याख्या है, लेकिन सीधा शाब्दिक अर्थ नहीं। ‘पुनर्निर्माण’ या ‘कला का पुनरुत्थान’ इसके प्रभाव थे, न कि इसका मूल अर्थ। ‘नव-जागरण’ (Rebirth) इसका सबसे सटीक शाब्दिक अनुवाद है।

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