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इतिहास के सारथी बनें: आज का महा-मॉक टेस्ट

इतिहास के सारथी बनें: आज का महा-मॉक टेस्ट

आइए, इतिहास के रंजित गलियारों में एक रोमांचक यात्रा पर चलें! आज का यह महा-मॉक टेस्ट आपको प्राचीन सभ्यताओं से लेकर स्वतंत्रता संग्राम की निर्णायक लड़ाइयों तक, और विश्व के महत्वपूर्ण मोड़ों तक ले जाएगा। अपनी तैयारी को परखें, अपनी जानकारी को मजबूत करें और आज ही इतिहास के सारथी बनने की दिशा में एक कदम और बढ़ाएँ!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।


प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल को ‘सिंधु घाटी का बगीचा’ कहा जाता है?

  1. मोहनजोदड़ो
  2. हड़प्पा
  3. रोपड़
  4. कालीबंगा

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: रोपड़, जो कि आधुनिक पंजाब में सतलुज नदी के तट पर स्थित है, को ‘सिंधु घाटी का बगीचा’ कहा जाता है। यहाँ से मिले पुरातत्विक साक्ष्यों से इसके समृद्ध कृषि और जल प्रबंधन प्रणालियों का पता चलता है।
  • संदर्भ और विस्तार: रोपड़ वह पहला सिंधु घाटी सभ्यता स्थल था जहाँ स्वतंत्रता के बाद खुदाई की गई थी। यहाँ से मानव के साथ पालतू कुत्ता दफनाने के प्रमाण भी मिले हैं, जो एक अनूठी विशेषता है।
  • गलत विकल्प: मोहनजोदड़ो अपने विशाल स्नानागार के लिए जाना जाता है, हड़प्पा सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था, और कालीबंगा चूड़ियों के प्रमाणों के लिए प्रसिद्ध है।

प्रश्न 2: ऋग्वैदिक काल में ‘नदी सूक्त’ किस नदी को समर्पित है, जिसे सर्वाधिक पवित्र माना जाता था?

  1. सिंधु
  2. यमुना
  3. सरस्वती
  4. गंगा

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ऋग्वेद में सरस्वती नदी को ‘नदी सूक्त’ में सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण नदी के रूप में वर्णित किया गया है। इसे ‘नदीतमा’ (नदियों में श्रेष्ठ) भी कहा गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: सरस्वती नदी का उल्लेख अक्सर उपजाऊ भूमि और ज्ञान की देवी के रूप में किया गया है। ऋग्वेद में इसका वर्णन एक विशाल, बारहमासी नदी के रूप में है, जो संभवतः आजकल की घग्गर-हाकरा नदी प्रणाली से मेल खाती है।
  • गलत विकल्प: सिंधु नदी भी महत्वपूर्ण थी, लेकिन सरस्वती को सर्वोपरि माना गया। यमुना और गंगा का उल्लेख ऋग्वेद में कम हुआ है और वे बाद के वैदिक काल में अधिक महत्वपूर्ण हुईं।

प्रश्न 3: निम्नलिखित में से कौन सा एक ‘अष्टांगिक मार्ग’ का भाग नहीं है, जो बौद्ध धर्म की मूल शिक्षाओं में से एक है?

  1. सम्यक दृष्टि
  2. सम्यक आजीव
  3. सम्यक स्मृति
  4. सम्यक मोक्ष

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘सम्यक मोक्ष’ अष्टांगिक मार्ग का हिस्सा नहीं है। अष्टांगिक मार्ग का उद्देश्य निर्वाण (दुखों से मुक्ति) प्राप्त करना है, न कि मोक्ष।
  • संदर्भ और विस्तार: अष्टांगिक मार्ग में आठ अंग शामिल हैं: सम्यक दृष्टि (सही समझ), सम्यक संकल्प (सही विचार), सम्यक वाक (सही वाणी), सम्यक कर्म (सही कर्म), सम्यक आजीव (सही आजीविका), सम्यक व्यायाम (सही प्रयास), सम्यक स्मृति (सही स्मृति), और सम्यक समाधि (सही ध्यान)।
  • गलत विकल्प: सम्यक दृष्टि, सम्यक आजीव और सम्यक स्मृति सभी अष्टांगिक मार्ग के महत्वपूर्ण भाग हैं।

प्रश्न 4: चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु और प्रधान मंत्री कौन थे, जिन्होंने अर्थशास्त्र की रचना की?

  1. कालानुक
  2. कौटिल्य (चाणक्य)
  3. पार्श्वनाथ
  4. वशिष्ठ

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: चंद्रगुप्त मौर्य के गुरु और प्रधान मंत्री कौटिल्य थे, जिन्हें चाणक्य या विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने प्रसिद्ध ग्रंथ ‘अर्थशास्त्र’ की रचना की, जो राज्यकला, अर्थशास्त्र और सैन्य रणनीति पर एक महत्वपूर्ण कृति है।
  • संदर्भ और विस्तार: चाणक्य ने चंद्रगुप्त को नंद वंश को उखाड़ फेंकने और मौर्य साम्राज्य की स्थापना में मदद की। अर्थशास्त्र शासन के सिद्धांतों पर एक व्यापक ग्रंथ है और प्राचीन भारतीय राजनीतिक चिंतन का एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है।
  • गलत विकल्प: कालानुक (कालकाचार्य) जैन धर्म से जुड़े थे। पार्श्वनाथ 23वें जैन तीर्थंकर थे। वशिष्ठ एक प्रमुख वैदिक ऋषि थे।

प्रश्न 5: गुप्त काल को ‘भारत का स्वर्ण युग’ क्यों कहा जाता है?

  1. केवल चंद्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल के कारण
  2. कला, विज्ञान, साहित्य और वास्तुकला में हुए अभूतपूर्व विकास के कारण
  3. बौद्ध धर्म के प्रसार के कारण
  4. साम्राज्य के सैन्य विस्तार के कारण

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: गुप्त काल (लगभग 320-550 ई.) को ‘भारत का स्वर्ण युग’ कहा जाता है क्योंकि इस दौरान कला, विज्ञान, साहित्य, गणित, खगोल विज्ञान और वास्तुकला के क्षेत्र में अत्यधिक प्रगति हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: इस काल में कालिदास जैसे महान कवियों ने अपनी रचनाएँ कीं, आर्यभट्ट ने शून्य की अवधारणा और दशमलव प्रणाली को विकसित किया, और गुप्त शासकों ने सुंदर मंदिरों और मूर्तियों का निर्माण करवाया।
  • गलत विकल्प: यह केवल चंद्रगुप्त द्वितीय के शासनकाल की बात नहीं है, बल्कि पूरे गुप्त वंश का योगदान था। बौद्ध धर्म का प्रसार पहले भी हुआ था, और यद्यपि यह जारी रहा, यह स्वर्ण युग का मुख्य कारण नहीं था। सैन्य विस्तार हुआ, लेकिन कलात्मक और बौद्धिक विकास अधिक महत्वपूर्ण कारक थे।

प्रश्न 6: दिल्ली सल्तनत का संस्थापक कौन था जिसने इल्तुतमिश से पहले शासन किया?

  1. इल्तुतमिश
  2. रजिया सुल्तान
  3. कुतुबुद्दीन ऐबक
  4. मुहम्मद गोरी

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: दिल्ली सल्तनत की स्थापना कुतुबुद्दीन ऐबक ने की थी, जिसने 1206 ईस्वी में गुलाम वंश की नींव रखी। वह मुहम्मद गोरी का एक वफादार दास और सेनापति था।
  • संदर्भ और विस्तार: कुतुबुद्दीन ऐबक ने लाहौर से शासन करना शुरू किया और दिल्ली को अपनी राजधानी बनाया। उसने कुतुब मीनार का निर्माण भी शुरू करवाया। इल्तुतमिश उसका दामाद और उत्तराधिकारी था, जिसने दिल्ली को पूर्ण रूप से सल्तनत की राजधानी बनाया।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश और रज़िया सुल्तान ऐबक के बाद शासक बने। मुहम्मद गोरी ने भारत पर आक्रमण किया लेकिन उसने दिल्ली सल्तनत की स्थापना नहीं की, बल्कि उसकी जीत ने ऐबक के लिए रास्ता बनाया।

प्रश्न 7: ‘मनसबदारी प्रथा’ का संबंध किस मुगल सम्राट से है?

  1. हुमायूँ
  2. अकबर
  3. जहाँगीर
  4. शाहजहाँ

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: मनसबदारी प्रथा को मुगल सम्राट अकबर ने अपने शासनकाल में व्यवस्थित और लोकप्रिय बनाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: मनसबदारी एक ऐसी प्रणाली थी जो अधिकारियों को एक पद (मनसब) प्रदान करती थी, जो उनकी सैन्य रैंक, प्रशासनिक क्षमता और वेतन तय करती थी। मनसबदार को निश्चित संख्या में घुड़सवार सैनिकों को बनाए रखना पड़ता था। यह एक नागरिक-सैन्य पद था।
  • गलत विकल्प: हुमायूँ ने अभी साम्राज्य को मजबूत करना शुरू ही किया था। जहाँगीर और शाहजहाँ ने इस प्रथा को जारी रखा और इसमें कुछ परिवर्तन किए, लेकिन इसकी शुरुआत और मुख्य ढाँचा अकबर द्वारा तैयार किया गया था।

प्रश्न 8: छत्रपति शिवाजी महाराज की राजधानी कहाँ स्थित थी?

  1. पुणे
  2. सतारा
  3. रायगढ़
  4. सिंहगढ़

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: छत्रपति शिवाजी महाराज ने रायगढ़ को अपनी राजधानी बनाया था, जो एक सुदृढ़ पहाड़ी किला था।
  • संदर्भ और विस्तार: रायगढ़ से ही शिवाजी ने अपने मराठा साम्राज्य का प्रशासन चलाया और 1674 ईस्वी में राज्याभिषेक के बाद यहीं से शासन किया। यह रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण स्थान था।
  • गलत विकल्प: पुणे मराठाओं के लिए एक महत्वपूर्ण शहर था, लेकिन राजधानी रायगढ़ थी। सतारा बाद में मराठा साम्राज्य का केंद्र बना, जब छत्रपति साहू का शासनकाल शुरू हुआ। सिंहगढ़ एक महत्वपूर्ण किला था, लेकिन राजधानी नहीं।

प्रश्न 9: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब और किसके द्वारा की गई थी?

  1. 1336 ईस्वी, हरिहर और बुक्का
  2. 1565 ईस्वी, कृष्णदेवराय
  3. 1206 ईस्वी, कुतुबुद्दीन ऐबक
  4. 1757 ईस्वी, रॉबर्ट क्लाइव

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इन भाइयों ने मुहम्मद बिन तुगलक के अधीन काम किया था, लेकिन बाद में उन्होंने दक्षिण में अपनी स्वतंत्रता घोषित कर दी और तुंगभद्रा नदी के तट पर विजयनगर शहर की स्थापना की। विजयनगर साम्राज्य अपने वैभव, कला, साहित्य और व्यापार के लिए प्रसिद्ध था।
  • गलत विकल्प: 1565 ईस्वी तालीकोटा के युद्ध का वर्ष है। 1206 ईस्वी दिल्ली सल्तनत की शुरुआत का वर्ष है। 1757 ईस्वी प्लासी के युद्ध का वर्ष है।

प्रश्न 10: निम्नलिखित में से कौन सा संत ‘कबीर’ के गुरु थे?

  1. रामानुजाचार्य
  2. चैतन्य महाप्रभु
  3. गुरु नानक
  4. स्वामी रामानंद

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: कबीर के गुरु स्वामी रामानंद थे, जो एक प्रसिद्ध भक्ति संत थे।
  • संदर्भ और विस्तार: रामानंद ने भक्ति आंदोलन को उत्तर भारत में लोकप्रिय बनाया और जाति-पाति के भेद को अस्वीकार किया। कबीर, एक मुसलमान जुलाहा, रामानंद के शिष्य बने और उन्होंने हिंदू-मुस्लिम एकता पर जोर दिया।
  • गलत विकल्प: रामानुजाचार्य (विशिष्टाद्वैत के प्रवर्तक), चैतन्य महाप्रभु (बंगाल के गौड़ीय वैष्णववाद के संस्थापक) और गुरु नानक (सिख धर्म के संस्थापक) अन्य महत्वपूर्ण संत थे, लेकिन वे कबीर के गुरु नहीं थे।

प्रश्न 11: वास्को डी गामा भारत कब आया था?

  1. 1492
  2. 1498
  3. 1505
  4. 1510

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: पुर्तगाली नाविक वास्को डी गामा 1498 में केरल के कालीकट (वर्तमान कोझिकोड) में उतरा था।
  • संदर्भ और विस्तार: वास्को डी गामा की यात्रा ने यूरोप और एशिया के बीच समुद्री मार्ग खोल दिया, जिसने भारत में यूरोपीय औपनिवेशिकरण की शुरुआत की। उसने भारत से काली मिर्च और अन्य मसाले ले जाकर यूरोप में उन्हें बेचकर भारी मुनाफा कमाया।
  • गलत विकल्प: 1492 क्रिस्टोफर कोलंबस द्वारा अमेरिका की खोज का वर्ष है। 1505 में फ्रांसिस्को डी अल्मेडा भारत का पहला पुर्तगाली वायसराय बनकर आया। 1510 में अल्बुकर्क ने गोवा पर कब्जा किया।

प्रश्न 12: ‘प्लासी का युद्ध’ कब हुआ था?

  1. 1764
  2. 1757
  3. 1761
  4. 1765

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: प्लासी का युद्ध 23 जून 1757 को हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी (रॉबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में) और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में कंपनी की जीत ने भारत में ब्रिटिश शासन की नींव रखी, क्योंकि इसने कंपनी को बंगाल में राजनीतिक शक्ति प्रदान की।
  • गलत विकल्प: 1764 बक्सर का युद्ध हुआ था, जो प्लासी के युद्ध से भी अधिक निर्णायक साबित हुआ। 1761 पानीपत का तीसरा युद्ध हुआ था। 1765 इलाहाबाद की संधि हुई थी।

प्रश्न 13: लॉर्ड डलहौजी की ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) का उद्देश्य क्या था?

  1. देशी राज्यों को ब्रिटिश संरक्षण में लेना
  2. ब्रिटिश भारत में रेल नेटवर्क का विस्तार करना
  3. देशी राज्यों को ब्रिटिश साम्राज्य में विलय करना यदि उनका कोई प्राकृतिक उत्तराधिकारी न हो
  4. भारतीयों को प्रशासनिक पदों से हटाना

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: लॉर्ड डलहौजी (1848-1856) द्वारा लागू व्यपगत का सिद्धांत एक ऐसी नीति थी जिसके तहत यदि किसी भारतीय शासक की मृत्यु बिना किसी प्राकृतिक उत्तराधिकारी के हो जाती थी, तो उसके राज्य को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया जाता था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस सिद्धांत के तहत सतारा, जयपुर, संभलपुर, झाँसी और नागपुर जैसे कई राज्यों को ब्रिटिश भारत में विलय कर लिया गया। इस नीति ने 1857 के विद्रोह के लिए महत्वपूर्ण कारणों में से एक का योगदान दिया।
  • गलत विकल्प: यह देशी राज्यों को संरक्षण देने या रेल नेटवर्क के विस्तार से सीधा संबंधित नहीं था। हालांकि विलय का प्रभाव भारतीयों को प्रशासनिक पदों से हटाना था, सिद्धांत का मुख्य उद्देश्य विलय करना था।

प्रश्न 14: 1857 के विद्रोह के समय भारत का गवर्नर-जनरल कौन था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कैनिंग
  3. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  4. लॉर्ड कर्जन

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: 1857 के विद्रोह के समय लॉर्ड कैनिंग भारत के गवर्नर-जनरल थे।
  • संदर्भ और विस्तार: कैनिंग ने विद्रोह को दबाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसके बाद, 1858 में भारत सरकार अधिनियम पारित किया गया, जिसने भारत को ईस्ट इंडिया कंपनी से ब्रिटिश क्राउन के सीधे शासन में स्थानांतरित कर दिया, और कैनिंग भारत के पहले वायसराय बने।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी कैनिंग से पहले गवर्नर-जनरल थे। लॉर्ड विलियम बेंटिंक 1833-1835 तक थे। लॉर्ड कर्जन 1905 में बंगाल के विभाजन के लिए जाने जाते हैं।

प्रश्न 15: ‘ब्रह्म समाज’ की स्थापना किसने की थी?

  1. स्वामी दयानंद सरस्वती
  2. स्वामी विवेकानंद
  3. राजा राम मोहन राय
  4. ईश्वर चंद्र विद्यासागर

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ब्रह्म समाज की स्थापना 1828 ईस्वी में राजा राम मोहन राय ने की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: राजा राम मोहन राय एक महान समाज सुधारक और विचारक थे जिन्होंने एकेश्वरवाद को बढ़ावा दिया और सती प्रथा जैसी कुरीतियों का विरोध किया। ब्रह्म समाज ने सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक सुधारों पर जोर दिया।
  • गलत विकल्प: स्वामी दयानंद सरस्वती ने ‘आर्य समाज’ की स्थापना की थी। स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन से जुड़े थे। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह की वकालत की।

प्रश्न 16: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब हुई थी?

  1. 1885
  2. 1890
  3. 1905
  4. 1919

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना ए.ओ. ह्यूम, एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी, द्वारा की गई थी, और इसके पहले अध्यक्ष व्योमेश चंद्र बनर्जी थे। कांग्रेस का उद्देश्य भारतीयों के लिए राजनीतिक अधिकार की मांग करना था।
  • गलत विकल्प: 1890, 1905 (बंगाल विभाजन), और 1919 (जलियांवाला बाग हत्याकांड) महत्वपूर्ण वर्ष थे, लेकिन कांग्रेस की स्थापना 1885 में हुई थी।

प्रश्न 17: ‘स्वदेशी आंदोलन’ किस ऐतिहासिक घटना के विरोध में शुरू किया गया था?

  1. जलियांवाला बाग हत्याकांड
  2. साइमन कमीशन का भारत आगमन
  3. बंगाल का विभाजन
  4. प्रथम विश्व युद्ध

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: स्वदेशी आंदोलन 1905 में लॉर्ड कर्जन द्वारा किए गए बंगाल के विभाजन के विरोध में शुरू किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन में भारतीय निर्मित वस्तुओं के उपयोग को बढ़ावा दिया गया और ब्रिटिश उत्पादों का बहिष्कार किया गया। यह आंदोलन राष्ट्रवादी भावना और आत्मनिर्भरता को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण प्रयास था।
  • गलत विकल्प: जलियांवाला बाग हत्याकांड 1919 में हुआ था। साइमन कमीशन 1928 में आया था। प्रथम विश्व युद्ध 1914-1918 तक चला था।

प्रश्न 18: महात्मा गांधी ने किस आंदोलन में पहली बार ‘सत्याग्रह’ का प्रयोग किया था?

  1. असहयोग आंदोलन
  2. खिलाफत आंदोलन
  3. चंपारण सत्याग्रह
  4. नमक सत्याग्रह (सविनय अवज्ञा आंदोलन)

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: महात्मा गांधी ने भारत में अपने पहले बड़े पैमाने पर सत्याग्रह का प्रयोग 1917 में चंपारण (बिहार) में नील किसानों के समर्थन में किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: चंपारण सत्याग्रह में, गांधीजी ने तीन-कठिया प्रणाली के खिलाफ किसानों का नेतृत्व किया, जहाँ किसानों को अपनी भूमि के 3/20वें हिस्से पर नील की खेती करने के लिए मजबूर किया जाता था।
  • गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन 1920 में, खिलाफत आंदोलन 1919-24 के दौरान, और नमक सत्याग्रह 1930 में शुरू हुआ था।

प्रश्न 19: ‘सविनय अवज्ञा आंदोलन’ के किस चरण में दांडी मार्च निकाला गया था?

  1. असहयोग आंदोलन
  2. भारत छोड़ो आंदोलन
  3. नमक सत्याग्रह
  4. पूर्ण स्वराज की मांग

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: दांडी मार्च (नमक सत्याग्रह) सविनय अवज्ञा आंदोलन का एक महत्वपूर्ण चरण था।
  • संदर्भ और विस्तार: 12 मार्च 1930 को महात्मा गांधी ने अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से दांडी (गुजरात के तट पर) तक 240 मील की यात्रा शुरू की, जहाँ उन्होंने नमक कानून को तोड़कर ब्रिटिश नमक एकाधिकार को चुनौती दी। यह आंदोलन ब्रिटिश सरकार के खिलाफ सविनय अवज्ञा का प्रतीक बना।
  • गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन (1920), भारत छोड़ो आंदोलन (1942) और पूर्ण स्वराज की मांग (1929 में लाहौर अधिवेशन में) अन्य महत्वपूर्ण आंदोलन और घटनाएँ थीं।

प्रश्न 20: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव कब पारित किया गया?

  1. 1930
  2. 1935
  3. 1942
  4. 1947

उत्तर: (c)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को कांग्रेस कार्य समिति द्वारा बंबई (अब मुंबई) में पारित किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस आंदोलन का नारा ‘करो या मरो’ था, और इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन को तुरंत समाप्त करना था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यह सबसे बड़ा जन आंदोलन था।
  • गलत विकल्प: 1930 नमक सत्याग्रह का वर्ष है। 1935 भारत सरकार अधिनियम का वर्ष है। 1947 भारत की स्वतंत्रता का वर्ष है।

प्रश्न 21: भारतीय संविधान के निर्माण में कितना समय लगा?

  1. 2 साल, 7 महीने, 11 दिन
  2. 2 साल, 11 महीने, 18 दिन
  3. 3 साल, 10 महीने, 20 दिन
  4. 1 साल, 5 महीने, 6 दिन

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: भारतीय संविधान के निर्माण में कुल 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा।
  • संदर्भ और विस्तार: संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 को हुई और संविधान 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया, जो 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प संविधान निर्माण के समय अवधि से संबंधित नहीं हैं।

प्रश्न 22: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का मुख्य नारा क्या था?

  1. एक राष्ट्र, एक साम्राज्य, एक नेता
  2. स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
  3. शांति, भूमि, रोटी
  4. रक्त और लोह

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति के तीन प्रमुख आदर्श वाक्य थे: स्वतंत्रता (Liberté), समानता (Égalité), और बंधुत्व (Fraternité)।
  • संदर्भ और विस्तार: ये आदर्श वाक्य फ्रांसीसी गणराज्य के प्रतीक बन गए और आज भी फ्रांस के राष्ट्रीय आदर्श हैं। क्रांति का उद्देश्य राजशाही का अंत करना और नागरिक अधिकारों की स्थापना करना था।
  • गलत विकल्प: ‘एक राष्ट्र, एक साम्राज्य, एक नेता’ नाजीवाद से जुड़ा है। ‘शांति, भूमि, रोटी’ रूसी क्रांति से जुड़ा है। ‘रक्त और लोह’ बिस्मार्क से जुड़ा है।

प्रश्न 23: औद्योगिक क्रांति की शुरुआत किस देश में हुई?

  1. फ्रांस
  2. जर्मनी
  3. संयुक्त राज्य अमेरिका
  4. ग्रेट ब्रिटेन

उत्तर: (d)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: औद्योगिक क्रांति की शुरुआत 18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैंड) में हुई थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह क्रांति उत्पादन की विधि में क्रांतिकारी बदलावों, जैसे कि नई मशीनों (स्टीम इंजन, पावर लूम) के आविष्कार और कारखानों के विकास से चिह्नित थी। इसने कृषि-आधारित अर्थव्यवस्था को औद्योगिक अर्थव्यवस्था में बदल दिया।
  • गलत विकल्प: अन्य देशों में औद्योगीकरण बाद में हुआ, या कुछ अलग रूपों में हुआ।

प्रश्न 24: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण
  2. ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फर्डिनेंड की हत्या
  3. जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर हमला
  4. रूस में क्रांति

उत्तर: (b)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण 28 जून 1914 को सारायेवो (बोस्निया) में ऑस्ट्रियाई आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड और उनकी पत्नी की हत्या थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस हत्या के बाद ऑस्ट्रिया-हंगरी ने सर्बिया को अल्टीमेटम दिया, जिसके कारण गठबंधनों की एक श्रृंखला सक्रिय हो गई और यूरोप के प्रमुख देश युद्ध में शामिल हो गए।
  • गलत विकल्प: जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण द्वितीय विश्व युद्ध का कारण था। पर्ल हार्बर पर हमला द्वितीय विश्व युद्ध का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। रूस में क्रांति 1917 में हुई थी।

प्रश्न 25: द्वितीय विश्व युद्ध (1939-1945) में ‘एक्सिस पावर्स’ (धुरी राष्ट्र) में कौन से प्रमुख देश शामिल थे?

  1. जर्मनी, इटली, जापान
  2. ग्रेट ब्रिटेन, फ्रांस, रूस
  3. संयुक्त राज्य अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन, फ्रांस
  4. चीन, जापान, इटली

उत्तर: (a)

विस्तृत व्याख्या:

  • सत्यता: द्वितीय विश्व युद्ध में ‘एक्सिस पावर्स’ (धुरी राष्ट्र) के प्रमुख सदस्य जर्मनी, इटली और जापान थे।
  • संदर्भ और विस्तार: इन देशों ने एक-दूसरे के साथ मिलकर मित्र राष्ट्रों (एलाइड पावर्स) के खिलाफ लड़ाई लड़ी, जिनमें मुख्य रूप से ग्रेट ब्रिटेन, संयुक्त राज्य अमेरिका, सोवियत संघ (रूस), फ्रांस और चीन शामिल थे।
  • गलत विकल्प: विकल्प (b) और (c) मित्र राष्ट्रों के देशों को सूचीबद्ध करते हैं। विकल्प (d) में चीन मित्र राष्ट्रों का सदस्य था, जबकि जापान धुरी राष्ट्रों का।

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