इतिहास के समंदर में गोता लगाएँ: आपकी दैनिक परीक्षा की तैयारी
नमस्कार, ऐतिहासिक योद्धाओं! आज हम अतीत की गहराइयों में एक और रोमांचक यात्रा पर निकल रहे हैं। क्या आप अपने ज्ञान को परखने और आगामी परीक्षाओं के लिए अपनी कमर कसने के लिए तैयार हैं? आइए, समय के गलियारों से गुजरें और देखें कि आपने कितना सीखा है!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का मृ्तक टीला’ के रूप में जाना जाता है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- कालीबंगन
- लोथल
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो, जिसका सिंधी भाषा में अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल था। इस शहर में बड़ी संख्या में मानव कंकाल पाए गए थे, जिससे इसका यह नाम पड़ा।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो, वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है, अपनी सुनियोजित शहरी संरचना, महान स्नानागार, अन्नागार और कांस्य नर्तकी की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थल 2500 ईसा पूर्व के आसपास अपने चरम पर था।
- गलत विकल्प: हड़प्पा पहला पुरातात्विक स्थल था जहाँ सिंधु घाटी सभ्यता की खुदाई की गई थी। कालीबंगन (राजस्थान) में जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं, और लोथल (गुजरात) एक प्रमुख बंदरगाह शहर था।
प्रश्न 2: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ईस्वी) को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि प्रसिद्ध इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने उन्हें उनके सैन्य विजयों और विशाल साम्राज्य के कारण दी थी।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त ने अपनी विजयों के माध्यम से एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया, जिसमें उत्तर भारत के अधिकांश भाग शामिल थे, और दक्षिण भारत के कई राजाओं को भी हराया। उनके इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख में उनकी सैन्य उपलब्धियों का विस्तृत विवरण मिलता है।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने मालवा पर विजय प्राप्त की और अपने दरबार में नवरत्नों को आश्रय दिया। स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमण का सफलतापूर्वक सामना किया।
प्रश्न 3: दिल्ली सल्तनत के किस शासक ने ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ नामक एक नए कृषि विभाग की स्थापना की?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
- मुहम्मद बिन तुगलक
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मुहम्मद बिन तुगलक (शासनकाल 1325-1351 ईस्वी) ने कृषि के विकास और विस्तार के उद्देश्य से ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ नामक एक नए विभाग की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस विभाग का मुख्य कार्य बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाना, किसानों को ऋण (सौंंदर) प्रदान करना और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देना था। हालाँकि, मुहम्मद बिन तुगलक की कुछ नीतियाँ, जैसे राजधानी का स्थानांतरण और दोआब में कर वृद्धि, विवादास्पद रहीं।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने तुर्क-ए-चहलगानी (चालीस सरदारों का समूह) का गठन किया। बलबन ने राजत्व सिद्धांत (Theory of Kingship) को सुदृढ़ किया और चालीसा को समाप्त किया। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की।
प्रश्न 4: 1857 के विद्रोह के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा एक कथन सत्य नहीं है?
- इसकी शुरुआत मेरठ छावनी से हुई।
- इसने भारतीय स्वतंत्रता का पहला युद्ध था।
- रानी लक्ष्मीबाई ने कानपुर से विद्रोह का नेतृत्व किया।
- इस विद्रोह का तत्कालीन गवर्नर-जनरल लॉर्ड कैनिंग था।
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: रानी लक्ष्मीबाई ने 1857 के विद्रोह का नेतृत्व झाँसी से किया था, कानपुर से नहीं। कानपुर से विद्रोह का नेतृत्व नाना साहब ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: 1857 का विद्रोह 10 मई, 1857 को मेरठ छावनी से शुरू हुआ और जल्दी ही उत्तर और मध्य भारत के बड़े हिस्सों में फैल गया। इसे अक्सर ‘प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम’ कहा जाता है। लॉर्ड कैनिंग उस समय भारत के गवर्नर-जनरल थे, और विद्रोह के बाद वे भारत के पहले वायसराय बने।
- गलत विकल्प: कथन (a), (b), और (d) सत्य हैं। विद्रोह की शुरुआत मेरठ से हुई, इसे स्वतंत्रता का पहला युद्ध माना जाता है, और लॉर्ड कैनिंग उस समय गवर्नर-जनरल थे।
प्रश्न 5: प्रथम विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) में कौन सा देश शामिल नहीं था?
- फ्रांस
- ब्रिटेन
- ऑस्ट्रिया-हंगरी
- रूस
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ऑस्ट्रिया-हंगरी प्रथम विश्व युद्ध में केंद्रीय शक्तियों (Central Powers) का सदस्य था, न कि मित्र राष्ट्रों का।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) में मुख्य रूप से दो गुट थे: मित्र राष्ट्र (ब्रिटेन, फ्रांस, रूस, इटली, संयुक्त राज्य अमेरिका आदि) और केंद्रीय शक्तियाँ (जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ओटोमन साम्राज्य, बुल्गारिया)। युद्ध की शुरुआत ऑस्ट्रिया-हंगरी द्वारा सर्बिया पर युद्ध की घोषणा के साथ हुई थी।
- गलत विकल्प: फ्रांस, ब्रिटेन और रूस प्रथम विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों के प्रमुख सदस्य थे।
प्रश्न 6: निम्नलिखित में से कौन सा बौद्ध धर्म का त्रिरत्न नहीं है?
- बुद्ध
- धर्म
- संघ
- निर्वाण
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: निर्वाण बौद्ध धर्म का अंतिम लक्ष्य है, न कि त्रिरत्न (तीन गहने) में से एक। बौद्ध धर्म में त्रिरत्न वे तीन स्तंभ हैं जिन पर अनुयायी शरण लेते हैं।
- संदर्भ और विस्तार: बौद्ध धर्म में त्रिरत्न हैं: बुद्ध (ज्ञान प्राप्त व्यक्ति), धर्म (बुद्ध की शिक्षाएं) और संघ (बौद्ध भिक्षुओं और भिक्षुणियों का समुदाय)। अनुयायी इन तीनों में शरण लेते हैं। निर्वाण का अर्थ है दुखों से मुक्ति।
- गलत विकल्प: बुद्ध, धर्म और संघ बौद्ध धर्म के त्रिरत्न हैं। निर्वाण एक अवस्था है, न कि त्रिरत्न।
प्रश्न 7: मौर्य काल में, ‘इंडिका’ नामक प्रसिद्ध पुस्तक किसने लिखी थी?
- प्लिनी
- मेगस्थनीज
- टॉलेमी
- फाह्यान
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मेगस्थनीज, जो एक यूनानी राजदूत था, ने मौर्य काल के दौरान भारत का दौरा किया और ‘इंडिका’ नामक एक पुस्तक लिखी, जो उस समय के भारतीय समाज, राजनीति और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- संदर्भ और विस्तार: मेगस्थनीज को चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में सेल्यूकस प्रथम निकेटर ने भेजा था। हालाँकि ‘इंडिका’ का मूल ग्रंथ अब उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसके उद्धरण अन्य प्राचीन लेखकों, जैसे एरियन, स्ट्रैबो और प्लिनी द्वारा दिए गए हैं, जो मौर्य साम्राज्य की संरचना और प्रशासन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।
- गलत विकल्प: प्लिनी एक रोमन लेखक थे जिन्होंने ‘नेचुरल हिस्ट्री’ लिखी। टॉलेमी एक प्रसिद्ध भूगोलवेत्ता थे। फाह्यान एक चीनी यात्री था जो गुप्त काल के दौरान भारत आया था।
प्रश्न 8: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
- कृष्णदेव राय
- हर्ष और बुक्का
- देवराय प्रथम
- राम राय
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: हरिहर और बुक्का, जो पहले काकतीय राजाओं के सामंत थे, ने तुंगभद्रा नदी के किनारे विजयनगर शहर की स्थापना की और दक्षिण भारत में एक शक्तिशाली हिंदू साम्राज्य की नींव रखी। यह साम्राज्य अपनी कला, वास्तुकला, साहित्य और व्यापार के लिए जाना जाता था।
- गलत विकल्प: कृष्णदेव राय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे। राम राय एक महत्वपूर्ण राजनेता थे जिन्होंने विजयनगर के पतन में भूमिका निभाई। देवराय प्रथम भी एक महत्वपूर्ण शासक थे।
प्रश्न 9: ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ को किस वायसराय ने रद्द किया था?
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड डफरिन
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: लॉर्ड रिपन (शासनकाल 1880-1884) ने 1882 में ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ को रद्द कर दिया था।
- संदर्भ और विस्तार: ‘वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट’ (1878) लॉर्ड लिटन द्वारा लागू किया गया था, जिसका उद्देश्य भारतीय भाषाओं में प्रकाशित होने वाले प्रेस की स्वतंत्रता को सीमित करना था। यह अधिनियम भारतीय राष्ट्रवादियों द्वारा अत्यधिक आलोचना का विषय था। लॉर्ड रिपन ने भारतीय प्रेस को उदार बनाने के लिए इसे रद्द किया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड लिटन ने इस एक्ट को लागू किया था। लॉर्ड डफरिन के कार्यकाल में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया।
प्रश्न 10: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले मुस्लिम अध्यक्ष कौन थे?
- मौलाना अबुल कलाम आजाद
- सैयद अहमद खान
- बदरुद्दीन तैयबजी
- रहमतुल्लाह सयानी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: बदरुद्दीन तैयबजी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पहले मुस्लिम अध्यक्ष थे। उन्होंने 1887 में मद्रास में आयोजित कांग्रेस के तीसरे अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
- संदर्भ और विस्तार: तैयबजी एक प्रमुख वकील और सामाजिक सुधारक थे। उनकी अध्यक्षता ने कांग्रेस की सांप्रदायिक सद्भाव और समावेशिता को दर्शाया।
- गलत विकल्प: मौलाना अबुल कलाम आजाद कांग्रेस के सबसे लंबे समय तक अध्यक्ष रहने वाले व्यक्ति थे और उन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान इसका नेतृत्व किया। सैयद अहमद खान ने अलीगढ़ आंदोलन का नेतृत्व किया और कांग्रेस के शुरुआती वर्षों में इसके आलोचक थे। रहमतुल्लाह सयानी ने 1896 में कलकत्ता अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
प्रश्न 11: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल से ‘हल से जुते हुए खेत’ का साक्ष्य मिला है?
- लोथल
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- कालीबंगन
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: कालीबंगन, जो राजस्थान में स्थित है, एकमात्र ऐसा स्थल है जहाँ से हल से जुते हुए खेत के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह खोज कालीबंगन को कृषि के प्रारंभिक विकास का एक महत्वपूर्ण पुरातात्विक प्रमाण बनाती है। इस स्थल पर अलंकृत ईंटों और चूड़ियों के अवशेष भी मिले हैं।
- गलत विकल्प: लोथल एक बंदरगाह शहर था, हड़प्पा पहला खुदाई स्थल था, और मोहनजोदड़ो महान स्नानागार के लिए प्रसिद्ध है।
प्रश्न 12: ‘अष्टप्रधान’ किस साम्राज्य की मंत्रिपरिषद थी?
- गुप्त साम्राज्य
- मौर्य साम्राज्य
- मुगल साम्राज्य
- मराठा साम्राज्य
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘अष्टप्रधान’ मराठा साम्राज्य की मंत्रिपरिषद थी, जिसका गठन छत्रपति शिवाजी महाराज ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में आठ मंत्री होते थे, जिनमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), पंडितराव (धार्मिक मामले), सेनापति (सैन्य कमांडर), न्यायाधीश (न्याय मंत्री) और पंडित (शिक्षा मंत्री) शामिल थे। यह प्रणाली एक कुशल शासन व्यवस्था सुनिश्चित करती थी।
- गलत विकल्प: गुप्त और मौर्य साम्राज्य में भी मंत्रिपरिषदें थीं, लेकिन उनके नाम और संरचनाएं भिन्न थीं। मुगल साम्राज्य में वज़ीर-ए-आज़म (प्रधानमंत्री) प्रमुख होते थे।
प्रश्न 13: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल शासक ने की थी?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक संश्लेषणवादी धर्म था जो विभिन्न धर्मों (इस्लाम, हिंदू धर्म, जैन धर्म, ईसाई धर्म, पारसी धर्म) की मूल शिक्षाओं को मिलाकर बनाया गया था। अकबर का उद्देश्य इस धर्म के माध्यम से अपने विशाल साम्राज्य में धार्मिक एकता और सहिष्णुता को बढ़ावा देना था। हालाँकि, यह अधिक लोकप्रिय नहीं हुआ और इसके अनुयायियों की संख्या बहुत कम थी।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब अकबर के उत्तराधिकारी थे, लेकिन उन्होंने दीन-ए-इलाही को आगे नहीं बढ़ाया।
प्रश्न 14: कांग्रेस की कार्यसमिति ने भारत छोड़ो प्रस्ताव कब पारित किया?
- 1939
- 1940
- 1941
- 1942
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: कांग्रेस की कार्यसमिति ने 8 अगस्त, 1942 को वर्धा में ‘भारत छोड़ो’ प्रस्ताव पारित किया था।
- संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी ने इस आंदोलन का आह्वान किया था, जिसमें उन्होंने “करो या मरो” का नारा दिया था। इस आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन को समाप्त करना और भारत को स्वतंत्रता दिलाना था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यह ब्रिटिश सरकार के खिलाफ सबसे बड़े आंदोलनों में से एक था।
- गलत विकल्प: 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हुआ। 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह आंदोलन चलाया गया। 1941 में क्रिप्स मिशन भारत आया।
प्रश्न 15: ‘संथाल विद्रोह’ का नेता कौन था?
- बिरसा मुंडा
- तिलक माझी
- सिद्धू और कान्हू
- रानी गाइदिन्ल्यू
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: संथाल विद्रोह (1855-56) का नेतृत्व सिद्धू और कान्हू नामक दो भाइयों ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन, जमींदारों और साहूकारों के शोषण के खिलाफ संतालों द्वारा किया गया एक प्रमुख आदिवासी विद्रोह था। विद्रोह को भारी क्रूरता से दबा दिया गया था, लेकिन इसने आदिवासी प्रतिरोध की भावना को उजागर किया।
- गलत विकल्प: बिरसा मुंडा 19वीं सदी के अंत में उलगुलान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले एक महत्वपूर्ण आदिवासी नेता थे। तिलक माझी ने 18वीं शताब्दी में पहाड़िया विद्रोह का नेतृत्व किया था। रानी गाइदिन्ल्यू उत्तर-पूर्व में नागा लोगों की स्वतंत्रता सेनानी थीं।
प्रश्न 16: निम्नलिखित में से किस वेद में जादू, टोना और मंत्रों का वर्णन है?
- ऋग्वेद
- यजुर्वेद
- सामवेद
- अथर्ववेद
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: अथर्ववेद, जो चारों वेदों में अंतिम है, जादू, टोना, तंत्र-मंत्र, चिकित्सा और लौकिक जीवन से संबंधित अनुष्ठानों का वर्णन करता है।
- संदर्भ और विस्तार: जबकि ऋग्वेद में देवताओं की स्तुति के मंत्र हैं, यजुर्वेद में यज्ञों के मंत्र और विधि, और सामवेद में यज्ञों के समय गाए जाने वाले मंत्र हैं, अथर्ववेद भारतीय लोक मान्यताओं और कर्मकांडों का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- गलत विकल्प: ऋग्वेद सबसे प्राचीन वेद है। यजुर्वेद कर्मकांडों से संबंधित है। सामवेद गायन से संबंधित है।
प्रश्न 17: ‘गीत गोविंद’ के लेखक जयदेव किस शासक के दरबारी कवि थे?
- हर्षवर्धन
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- लक्ष्मीधर
- लक्ष्मण सेन
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: जयदेव, प्रसिद्ध संस्कृत महाकाव्य ‘गीत गोविंद’ के रचयिता, बंगाल के सेन वंश के शासक लक्ष्मण सेन (शासनकाल 1179-1206 ईस्वी) के दरबारी कवि थे।
- संदर्भ और विस्तार: ‘गीत गोविंद’ राधा और कृष्ण के प्रेम का एक उत्कृष्ट काव्यात्मक वर्णन है और भारतीय साहित्य में इसका महत्वपूर्ण स्थान है। लक्ष्मण सेन का दरबार कला और साहित्य का एक महत्वपूर्ण केंद्र था, जिसमें जयदेव के अलावा हलायुध और गोवर्धन जैसे अन्य विद्वान भी थे।
- गलत विकल्प: हर्षवर्धन एक प्रसिद्ध कवि और शासक थे जिन्होंने ‘नागानंद’, ‘प्रियदर्शिका’ और ‘रत्नावली’ की रचना की। चंद्रगुप्त द्वितीय के दरबार में कालिदास जैसे विद्वान थे।
प्रश्न 18: ‘तैमूरी’ उपनाम से किस शासक ने अपनी आत्मकथा लिखी?
- बाबर
- हुमायूँ
- अकबर
- जहाँगीर
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मुगल वंश के संस्थापक बाबर ने अपनी आत्मकथा ‘तुज़ुक-ए-बाबरी’ (जिसे ‘बाबरनामा’ भी कहा जाता है) को तुर्की भाषा में लिखा था, और उन्होंने इसे ‘तैमूरी’ उपनाम से संदर्भित किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह आत्मकथा बाबर के जीवन, उसकी सैन्य अभियानों, भारत की तत्कालीन स्थिति और उसकी व्यक्तिगत भावनाओं का एक अनूठा विवरण प्रदान करती है। यह चगताई तुर्की भाषा में लिखी गई थी।
- गलत विकल्प: हुमायूँ ने कोई आत्मकथा नहीं लिखी। अकबर की आत्मकथा उनके दरबार के विद्वान अबुल फजल ने ‘अकबरनामा’ के रूप में लिखी थी। जहाँगीर ने ‘तुज़ुक-ए-जहाँगीरी’ लिखी थी।
प्रश्न 19: ‘प्लासी का युद्ध’ कब लड़ा गया था?
- 1757
- 1764
- 1761
- 1765
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: प्लासी का युद्ध 23 जून, 1757 को लड़ा गया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना, जिसका नेतृत्व रॉबर्ट क्लाइव ने किया था, और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला की सेना के बीच लड़ा गया था। युद्ध का परिणाम कंपनी के लिए निर्णायक जीत था, जिसने भारत में ब्रिटिश प्रभुत्व की शुरुआत को चिह्नित किया। यह एक महत्वपूर्ण मोड़ था जिसने भारत की राजनीतिक दिशा बदल दी।
- गलत विकल्प: 1764 में बक्सर का युद्ध लड़ा गया था, जिसने प्लासी के युद्ध के परिणामों को और मजबूत किया। 1761 में पानीपत का तीसरा युद्ध हुआ था। 1765 में इलाहाबाद की संधि हुई थी।
प्रश्न 20: महात्मा गांधी को ‘राष्ट्रपिता’ की उपाधि किसने दी?
- जवाहरलाल नेहरू
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- सुभाष चंद्र बोस
- रवींद्रनाथ टैगोर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: सुभाष चंद्र बोस ने 6 जुलाई, 1944 को सिंगापुर रेडियो पर एक प्रसारण में महात्मा गांधी को ‘राष्ट्रपिता’ कहकर संबोधित किया था।
- संदर्भ और विस्तार: बोस का यह संबोधन गांधीजी के प्रति उनके गहरे सम्मान को दर्शाता है, भले ही उनके राजनीतिक विचार अलग थे। यह उपाधि तब से गांधीजी का पर्याय बन गई है।
- गलत विकल्प: जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल गांधीजी के प्रमुख सहयोगी थे। रवींद्रनाथ टैगोर ने गांधीजी को ‘महात्मा’ कहकर संबोधित किया था।
प्रश्न 21: हड़प्पा सभ्यता के किस स्थल से विशाल स्नानागार (Great Bath) प्राप्त हुआ है?
- लोथल
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- धौलावीरा
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो से एक विशाल और सुनियोजित सार्वजनिक स्नानागार (Great Bath) प्राप्त हुआ है, जो उस समय की शहरी नियोजन और इंजीनियरिंग कौशल का बेहतरीन उदाहरण है।
- संदर्भ और विस्तार: यह संरचना लगभग 12 मीटर लंबी, 7 मीटर चौड़ी और 2.4 मीटर गहरी थी। इसका उपयोग संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों या सार्वजनिक समारोहों के लिए किया जाता था। ईंटों से निर्मित और जिप्सम मोर्टार से जलरोधी बनाया गया यह स्नानागार हड़प्पावासियों की तकनीकी क्षमता का प्रतीक है।
- गलत विकल्प: लोथल एक बंदरगाह शहर था। हड़प्पा वह पहला स्थल था जहां खुदाई हुई। धौलावीरा जल प्रबंधन प्रणाली के लिए प्रसिद्ध है।
प्रश्न 22: ग्यारहवीं शताब्दी में महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमण के समय उत्तर भारत का कौन सा शासक प्रसिद्ध था?
- कन्नौज का राज्यपाल
- दिल्ली का शासक
- थानेश्वर का शासक
- आनंदपाल
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: महमूद गजनवी के भारत पर आक्रमणों के समय, विशेष रूप से 1008 ईस्वी में पेशावर के निकट हुए युद्ध के समय, काबुल और पंजाब के शाही वंश का शासक आनंदपाल था।
- संदर्भ और विस्तार: आनंदपाल ने महमूद गजनवी का मुकाबला करने के लिए उत्तर भारत के विभिन्न शासकों का एक संयुक्त गठबंधन बनाया था, लेकिन आपसी मतभेदों और विश्वासघात के कारण यह गठबंधन अंततः असफल रहा। आनंदपाल को एक वीर और महत्वपूर्ण शासक के रूप में जाना जाता है जिसने विदेशी आक्रमण का बहादुरी से सामना किया।
- गलत विकल्प: उस समय दिल्ली एक महत्वपूर्ण शहर था, लेकिन इसका कोई प्रमुख केंद्रीय शासक महमूद के हमलों के खिलाफ निर्णायक प्रतिरोध नहीं कर पाया। कन्नौज के प्रतिहार शासक उस समय कमजोर हो चुके थे।
प्रश्न 23: ‘किताब-उल-हिंद’ (तहकीक-ए-हिंद) के लेखक कौन थे?
- अल-बिरुनी
- इब्न बतूता
- अल-मसूदी
- सुलेमान
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: ‘किताब-उल-हिंद’ (जिसे ‘तहकीक-ए-हिंद’ भी कहा जाता है) के लेखक प्रसिद्ध मध्य एशियाई विद्वान अल-बिरुनी थे, जिन्होंने 11वीं शताब्दी में महमूद गजनवी के साथ भारत का दौरा किया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस पुस्तक में अल-बिरुनी ने भारतीय समाज, धर्म, विज्ञान, दर्शन, इतिहास और भूगोल का विस्तृत और निष्पक्ष वर्णन किया है। यह भारतीय इतिहास और संस्कृति के अध्ययन के लिए एक अमूल्य स्रोत मानी जाती है। उन्होंने संस्कृत का भी ज्ञान प्राप्त किया था।
- गलत विकल्प: इब्न बतूता 14वीं शताब्दी में भारत आए थे और उन्होंने ‘रेहला’ लिखी थी। अल-मसूदी और सुलेमान अन्य प्रसिद्ध अरब यात्री और इतिहासकार थे जिन्होंने भारत का वर्णन किया था।
प्रश्न 24: भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कहाँ हुई थी?
- लंदन
- न्यूयॉर्क
- सैन फ्रांसिस्को
- सिंगापुर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी की स्थापना लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य प्रवासी भारतीयों ने की थी। इसका उद्देश्य भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराना था। पार्टी ने ‘गदर’ नामक एक साप्ताहिक समाचार पत्र भी प्रकाशित किया, जो क्रांतिकारी विचारों को फैलाने में महत्वपूर्ण था।
- गलत विकल्प: लंदन में इंडिया हाउस जैसे संगठन सक्रिय थे, न्यूयॉर्क में भी कुछ भारतीय राष्ट्रवादी समूह थे, और सिंगापुर में सुभाष चंद्र बोस ने आज़ाद हिंद फौज की स्थापना की थी।
प्रश्न 25: निम्नलिखित में से किस वायसराय ने ‘स्थानीय स्वशासन’ का जनक माना जाता है?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सत्यता: लॉर्ड रिपन को भारत में ‘स्थानीय स्वशासन’ का जनक माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: 1882 में, लॉर्ड रिपन ने स्थानीय स्वशासन की एक नीति की शुरुआत की, जिसके तहत जिला और उप-जिला स्तर पर नगरपालिका और जिला बोर्डों की स्थापना को प्रोत्साहित किया गया। उनका मानना था कि यह भारतीयों को स्थानीय शासन में प्रशिक्षित करने और उन्हें अधिक स्वायत्तता देने का एक तरीका है। उनकी यह नीति भारतीय राष्ट्रवाद के विकास में भी सहायक सिद्ध हुई।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया। लॉर्ड डलहौजी विलय की नीति के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का उन्मूलन किया था।