इतिहास के समंदर में एक डुबकी: 25 प्रश्नों का महासंगम
तैयार हो जाइए, इतिहास के गलियारों में एक रोमांचक यात्रा के लिए! आज का हमारा मॉक टेस्ट आपको प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक ले जाएगा। अपनी तैयारी को परखें, अपने ज्ञान को निखारें और आगामी परीक्षाओं के लिए खुद को और भी सशक्त बनाएं। आइए, समय के इस सफ़र पर निकल पड़ें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। यह उपाधि इतिहासकार वी. ए. स्मिथ द्वारा दी गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: समुद्रगुप्त (शासनकाल लगभग 335-380 ईस्वी) एक अत्यंत पराक्रमी योद्धा था, जिसने अपने साम्राज्य का विस्तार उत्तर भारत के कई राज्यों से लेकर दक्षिण भारत के ग्यारह राज्यों तक किया था। उसकी वीरता, विजयों और कुशल शासन के कारण उसे यह उपाधि दी गई।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) अपने दरबार में नवरत्नों के लिए प्रसिद्ध था और उसने गुप्त साम्राज्य को और मजबूत किया। कुमारगुप्त प्रथम ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना की थी।
प्रश्न 2: ‘वेदांत’ का सबसे प्रसिद्ध सिद्धांत उपनिषदों में किस विचार पर आधारित है?
- कर्म का नियम
- ब्रह्म और आत्मा की एकता
- पुनर्जन्म
- मोक्ष की अवधारणा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: वेदांत का सबसे प्रसिद्ध सिद्धांत ‘ब्रह्म और आत्मा की एकता’ है, जो उपनिषदों के केंद्रीय विचारों में से एक है।
- संदर्भ और विस्तार: उपनिषद, जिन्हें वेदांत (वेदों का अंतिम भाग) भी कहा जाता है, भारतीय दर्शन के मौलिक ग्रंथ हैं। इनमें ब्रह्म (परम सत्य) और आत्मा (व्यक्तिगत आत्मा) की अभिन्नता का सिद्धांत प्रतिपादित किया गया है, जिसका अर्थ है कि आत्मा मूल रूप से ब्रह्म का ही अंश है।
- गलत विकल्प: कर्म का नियम, पुनर्जन्म और मोक्ष की अवधारणाएं भी भारतीय दर्शन का हिस्सा हैं, लेकिन वेदांत का सबसे विशिष्ट और केंद्रीय सिद्धांत ब्रह्म और आत्मा की एकता है।
प्रश्न 3: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस सत्र में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया था?
- लाहौर सत्र, 1929
- कराची सत्र, 1931
- कलकत्ता सत्र, 1920
- त्रिपुरी सत्र, 1939
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर सत्र, 1929 में ‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव पारित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह सत्र जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में आयोजित हुआ था। इसी सत्र में कांग्रेस ने डोमिनियन स्टेटस की मांग को छोड़कर पूर्ण स्वतंत्रता को अपना अंतिम लक्ष्य घोषित किया। 26 जनवरी 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय भी लिया गया।
- गलत विकल्प: कराची सत्र, 1931 में मौलिक अधिकारों और आर्थिक नीति पर प्रस्ताव पारित हुए थे। कलकत्ता सत्र, 1920 में असहयोग आंदोलन का प्रस्ताव पारित हुआ था। त्रिपुरी सत्र, 1939 में सुभाष चंद्र बोस कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे।
प्रश्न 4: किस मध्यकालीन भारतीय शासक ने ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ लागू की थी?
- इल्तुतमिश
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
- सिकंदर लोदी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अलाउद्दीन खिलजी (शासनकाल 1296-1316 ईस्वी) ने अपने राज्य में एक सुव्यवस्थित बाजार नियंत्रण प्रणाली लागू की थी।
- संदर्भ और विस्तार: खिलजी का उद्देश्य अपनी विशाल सेना के लिए कम लागत पर सामग्री उपलब्ध कराना और जनता को जमाखोरी व मुनाफाखोरी से बचाना था। उसने आवश्यक वस्तुओं के मूल्यों को निश्चित कर दिया था और इन नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए कठोर दंड का प्रावधान था।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश दिल्ली सल्तनत का एक महत्वपूर्ण शासक था, लेकिन वह बाजार नियंत्रण के लिए विशेष रूप से नहीं जाना जाता। फिरोजशाह तुगलक ने लोक कल्याणकारी कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया। सिकंदर लोदी ने भूमि कर व्यवस्था में सुधार किए थे।
प्रश्न 5: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का बाग’ या ‘मृतकों का टीला’ के रूप में जाना जाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मोहनजोदड़ो को ‘सिंधु का बाग’ या ‘सिंधु का टीला’ (अर्थात मृतकों का टीला) के नाम से जाना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो (शाब्दिक अर्थ ‘मृतकों का टीला’) पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल है। यह अपने सुनियोजित शहर, विशाल स्नानागार (Great Bath) और कांस्य नर्तकी की मूर्ति के लिए प्रसिद्ध है।
- गलत विकल्प: हड़प्पा सिंधु सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। लोथल गुजरात में स्थित एक बंदरगाह शहर था, जबकि कालीबंगा राजस्थान में स्थित था और वहां हल से जुते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं।
प्रश्न 6: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना कब और कहाँ हुई थी?
- 1866, लंदन
- 1857, भारत
- 1875, अमेरिका
- 1885, भारत
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘ईस्ट इंडिया एसोसिएशन’ की स्थापना 1866 में दादाभाई नौरोजी द्वारा लंदन में की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संगठन का मुख्य उद्देश्य ब्रिटेन में भारतीय मामलों के बारे में जागरूकता बढ़ाना और ब्रिटिश सरकार पर भारत के पक्ष में नीतियों में सुधार के लिए दबाव डालना था। दादाभाई नौरोजी ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से जाने जाते हैं।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प गलत वर्षों या स्थानों को दर्शाते हैं। 1857 विद्रोह का वर्ष है, 1875 में आर्य समाज की स्थापना हुई थी, और 1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना हुई थी।
प्रश्न 7: ऋग्वैदिक काल में ‘पुरोहित’ का मुख्य कार्य क्या था?
- राज्य का प्रशासन चलाना
- युद्ध में सैनिकों का नेतृत्व करना
- धार्मिक अनुष्ठान और यज्ञ कराना
- न्याय व्यवस्था बनाए रखना
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ऋग्वैदिक काल में पुरोहित का मुख्य कार्य देवताओं की उपासना, यज्ञ (यज्ञ) कराना और धार्मिक अनुष्ठानों का संचालन करना था।
- संदर्भ और विस्तार: ऋग्वैदिक समाज में पुरोहितों को अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त था। वे देवताओं और मनुष्यों के बीच मध्यस्थ का कार्य करते थे और समाज को धार्मिक मार्गदर्शन देते थे।
- गलत विकल्प: राज्य का प्रशासन राजा और उसके अधिकारी करते थे। युद्ध में नेतृत्व राजा और क्षत्रिय वर्ग करते थे। न्याय व्यवस्था भी राजा और उसके दरबारियों द्वारा संभाली जाती थी।
प्रश्न 8: भारत में ‘लॉर्ड डलहौजी’ के शासनकाल (1848-1856) की कौन सी नीति सबसे विवादास्पद रही?
- सब्सिडी अलायंस (सहायक संधि)
- व्यपगत का सिद्धांत (Doctrine of Lapse)
- भारतीय रेलवे का विकास
- वुड का डिस्पैच (शिक्षा नीति)
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड डलहौजी की ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) सबसे विवादास्पद नीति थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस सिद्धांत के अनुसार, यदि किसी भारतीय शासक की मृत्यु बिना किसी प्राकृतिक उत्तराधिकारी के हो जाती थी, तो उसके राज्य को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया जाता था। सतारा, जयपुर, संभलपुर, झाँसी जैसे कई राज्यों को इस नीति के तहत हड़प लिया गया, जिससे भारतीय शासकों में असंतोष बढ़ा और यह 1857 के विद्रोह का एक प्रमुख कारण बना।
- गलत विकल्प: सहायक संधि लॉर्ड वेलेजली की नीति थी। रेलवे का विकास और वुड का डिस्पैच (1854) डलहौजी के महत्वपूर्ण कार्य थे, लेकिन व्यपगत का सिद्धांत अधिक विवादास्पद था।
प्रश्न 9: किस प्राचीन भारतीय ग्रंथ में ‘गणराज्यों’ का उल्लेख मिलता है?
- अर्थशास्त्र
- महाजनपद सूत्र
- अंगुत्तर निकाय
- इंडिका
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: अंगुत्तर निकाय, एक बौद्ध ग्रंथ, में प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों का उल्लेख है, जिनमें कई गणराज्यों (जैसे वज्जि संघ) का भी वर्णन है।
- संदर्भ और विस्तार: अंगुत्तर निकाय लगभग छठी शताब्दी ईसा पूर्व के भारतीय राज्यों का विवरण देता है। यह उस समय के राजनीतिक परिदृश्य को समझने में महत्वपूर्ण है, जिसमें राजशाही और गणराज्यों दोनों का अस्तित्व था।
- गलत विकल्प: कौटिल्य का अर्थशास्त्र मौर्यकालीन प्रशासन पर है। महाजनपद सूत्र कोई ज्ञात प्राचीन ग्रंथ नहीं है। मेगस्थनीज की इंडिका चंद्रगुप्त मौर्य के समय का वृत्तांत है, लेकिन गणराज्यों पर विशिष्ट विवरण अंगुत्तर निकाय में अधिक मिलता है।
प्रश्न 10: ‘गदर पार्टी’ का मुख्य उद्देश्य क्या था?
- भारत में कृषि सुधारों को बढ़ावा देना
- भारतीयों के लिए पश्चिमी शिक्षा की वकालत करना
- ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति के माध्यम से भारत को स्वतंत्र कराना
- भारतीयों के अधिकारों के लिए ब्रिटिश संसद में याचिका दायर करना
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: गदर पार्टी का मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति के माध्यम से भारत को स्वतंत्र कराना था।
- संदर्भ और विस्तार: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में सैन फ्रांसिस्को (अमेरिका) में लाला हरदयाल और अन्य भारतीय राष्ट्रवादियों द्वारा की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारतीय सैनिकों को ब्रिटिश सेना छोड़कर क्रांति में शामिल होने के लिए प्रेरित करना और भारत में अंग्रेजी शासन को उखाड़ फेंकना था।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प गदर पार्टी के उद्देश्यों से भिन्न हैं। यह पार्टी ब्रिटिश विरोधी और क्रांतिकारी गतिविधियों पर केंद्रित थी।
प्रश्न 11: बौद्ध धर्म की किस संगीति में ‘विनय पिटक’ को मुख्य रूप से संकलित किया गया?
- प्रथम बौद्ध संगीति
- द्वितीय बौद्ध संगीति
- तृतीय बौद्ध संगीति
- चतुर्थ बौद्ध संगीति
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: प्रथम बौद्ध संगीति में ‘विनय पिटक’ को संकलित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम बौद्ध संगीति मगध के राजा अजातशत्रु के संरक्षण में राजगृह में ईसा पूर्व 483 में हुई थी। इस संगीति की अध्यक्षता महाकश्यप ने की थी। यहीं पर बुद्ध की शिक्षाओं को दो पिटकों – विनय पिटक (भिक्षुओं के अनुशासन से संबंधित) और सुत्त पिटक (बुद्ध के उपदेश) – में व्यवस्थित किया गया था।
- गलत विकल्प: दूसरी संगीति वैशाली में, तीसरी पाटलिपुत्र में (जहां अभिधम्म पिटक को अंतिम रूप दिया गया), और चौथी कुंडलवन में हुई थी।
प्रश्न 12: ‘अष्टप्रधान’ किस मराठा शासक के प्रशासन की एक महत्वपूर्ण विशेषता थी?
- शिवाजी
- संभाजी
- राजाराम
- बाजीराव प्रथम
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘अष्टप्रधान’ शिवाजी महाराज के प्रशासन की एक महत्वपूर्ण विशेषता थी।
- संदर्भ और विस्तार: शिवाजी ने अपने शासनकाल में प्रशासन को सुचारू रूप से चलाने के लिए आठ मंत्रियों की एक परिषद का गठन किया था, जिसे ‘अष्टप्रधान’ कहा जाता था। इसमें पेशवा (प्रधानमंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), सचिव (राजकीय पत्र व्यवहार), पंडितराव (धर्माध्यक्ष) आदि शामिल थे।
- गलत विकल्प: संभाजी, राजाराम और बाजीराव प्रथम भी महत्वपूर्ण मराठा शासक थे, लेकिन अष्टप्रधान प्रणाली शिवाजी से जुड़ी है।
प्रश्न 13: किस वायसराय के कार्यकाल के दौरान भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की गई?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड मिंटो
- लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय
- लॉर्ड चेम्सफोर्ड
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: लॉर्ड हार्डिंग द्वितीय के कार्यकाल (1910-1916) के दौरान भारत की राजधानी कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित की गई।
- संदर्भ और विस्तार: 1911 में दिल्ली दरबार में किंग जॉर्ज पंचम द्वारा राजधानी परिवर्तन की घोषणा की गई थी, और आधिकारिक तौर पर 1912 में राजधानी कलकत्ता से दिल्ली कर दी गई। यह निर्णय बंगाल विभाजन (1905) के बाद बढ़ते राष्ट्रवाद और कलकत्ता की बजाय भारत के केंद्र में एक बेहतर स्थान के रूप में दिल्ली को महत्व देने के कारण लिया गया था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था। लॉर्ड मिंटो ने मार्ले-मिंटो सुधार (1909) लाए थे। लॉर्ड चेम्सफोर्ड के समय रॉलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड हुआ था।
प्रश्न 14: ‘पुनर्जागरण’ (Renaissance) का प्रारंभ किस यूरोपीय देश में हुआ?
- फ्रांस
- इंग्लैंड
- इटली
- जर्मनी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: पुनर्जागरण का प्रारंभ इटली में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: 14वीं से 16वीं शताब्दी तक, इटली के फ्लोरेंस जैसे शहरों में कला, साहित्य, विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण बौद्धिक और सांस्कृतिक आंदोलन शुरू हुआ, जिसे पुनर्जागरण कहा जाता है। इसने प्राचीन ग्रीक और रोमन ज्ञान को पुनर्जीवित किया और मानववाद पर जोर दिया।
- गलत विकल्प: अन्य यूरोपीय देशों में पुनर्जागरण बाद में फैला, लेकिन इसकी शुरुआत इटली से हुई थी।
प्रश्न 15: वह कौन सा गुप्त शासक था जिसने ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण की?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- कुमारगुप्त
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चंद्रगुप्त द्वितीय ने ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण की थी।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त द्वितीय (लगभग 375-415 ईस्वी) को उसके विजयों और सुशासन के लिए यह उपाधि दी गई थी। उसने शक शासकों को पराजित करने के उपलक्ष्य में यह उपाधि धारण की थी। उसका दरबार कला और साहित्य का प्रमुख केंद्र था, जहाँ नवरत्न निवास करते थे।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम को गुप्त वंश का संस्थापक माना जाता है। समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रश्न 16: ‘होमरूल लीग’ आंदोलन की स्थापना किसने की थी?
- बाल गंगाधर तिलक और एनी बेसेंट
- महात्मा गांधी
- लाला लाजपत राय
- गोपाल कृष्ण गोखले
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: भारत में होमरूल लीग आंदोलन की शुरुआत बाल गंगाधर तिलक और एनी बेसेंट ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, भारतीय स्वशासन की मांग को उठाने के लिए 1916 में तिलक ने बेलगाम में और एनी बेसेंट ने मद्रास में होमरूल लीग की स्थापना की। इसका उद्देश्य स्वशासन प्राप्त करना था।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी असहयोग आंदोलन और सविनय अवज्ञा आंदोलन के मुख्य नेता थे। लाला लाजपत राय और गोपाल कृष्ण गोखले भी प्रमुख राष्ट्रवादी नेता थे, लेकिन होमरूल लीग आंदोलन के संस्थापक ये नहीं थे।
प्रश्न 17: दिल्ली सल्तनत के किस शासक ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ नामक एक नया विभाग स्थापित किया था, जो दासों के कल्याण से संबंधित था?
- गयासुद्दीन तुगलक
- फिरोजशाह तुगलक
- मोहम्मद बिन तुगलक
- बलबन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: फिरोजशाह तुगलक (शासनकाल 1351-1388 ईस्वी) ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ नामक विभाग की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह विभाग राज्य के दासों (गुलामों) के लिए बनाया गया था, जिनकी संख्या बहुत अधिक थी। फिरोजशाह तुगलक ने उन्हें प्रशिक्षण देकर विभिन्न सरकारी पदों पर नियुक्त किया और उनकी देखभाल की। यह उसकी कल्याणकारी नीतियों का एक हिस्सा था।
- गलत विकल्प: गयासुद्दीन तुगलक तुगलक वंश का संस्थापक था। मोहम्मद बिन तुगलक अपनी महत्वकांक्षी और असफल योजनाओं के लिए जाना जाता है। बलबन ने ‘राजत्व के सिद्धांत’ को लागू किया था।
प्रश्न 18: किस प्राचीन भारतीय पुस्तक में ‘कठोर तपस्या’ (asceticism) के महत्व पर जोर दिया गया है?
- उपनिषद
- भगवद गीता
- महाभारत
- रामयण
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: उपनिषदों में ‘कठोर तपस्या’ (तपस) के महत्व पर जोर दिया गया है, जो आत्म-ज्ञान और मोक्ष प्राप्ति का एक मार्ग माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: उपनिषद, जो भारतीय दर्शन के आधार ग्रंथ हैं, आत्मा, ब्रह्म और मोक्ष की अवधारणाओं पर गहन विचार प्रस्तुत करते हैं। इनमें शरीर और मन को अनुशासित करने के लिए तपस्या को एक महत्वपूर्ण साधन के रूप में वर्णित किया गया है।
- गलत विकल्प: भगवद गीता कर्म योग, ज्ञान योग और भक्ति योग पर अधिक जोर देती है, हालांकि तपस्या का उल्लेख है। महाभारत और रामायण महाकाव्य हैं जिनमें तपस्या का उल्लेख है, लेकिन उपनिषद इसे एक दार्शनिक और आध्यात्मिक सिद्धांत के रूप में गहराई से विवेचित करते हैं।
प्रश्न 19: ‘संथाल विद्रोह’ (Santhal Rebellion) किस वर्ष हुआ था?
- 1855-56
- 1831-32
- 1820-21
- 1874-75
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: संथाल विद्रोह 1855-56 में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह ब्रिटिश भारत में जनजातीय विद्रोहों में सबसे प्रमुख था। सिद्धू और कान्हू के नेतृत्व में संथाल समुदाय ने ब्रिटिश राज, साहूकारों और जमींदारों के उत्पीड़न के खिलाफ हथियार उठाए थे। इस विद्रोह को भारी बल प्रयोग से दबा दिया गया था।
- गलत विकल्प: 1831-32 में कोल विद्रोह हुआ था। 1874-75 में संन्यासी विद्रोह का एक चरण हुआ था।
प्रश्न 20: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना किसने की थी?
- जवाहरलाल नेहरू
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- सुभाष चंद्र बोस
- भगत सिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: 1939 में कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद, सुभाष चंद्र बोस ने राष्ट्रीय स्वतंत्रता के लिए एक अधिक आक्रामक नीति अपनाने के उद्देश्य से फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन किया। यह राजनीतिक दल उनके विचारों और संघर्ष की दिशा को दर्शाता है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण नेता थे, लेकिन फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
प्रश्न 21: किस प्राचीन भारतीय राजा ने ‘कौटिल्य’ के अर्थशास्त्र में वर्णित ‘सप्तांग सिद्धांत’ के अनुसार राज्य का संचालन किया?
- अशोक
- चंद्रगुप्त मौर्य
- हर्षवर्धन
- सम्राट कनिष्क
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: चंद्रगुप्त मौर्य ने ‘कौटिल्य’ (चाणक्य) द्वारा रचित अर्थशास्त्र में वर्णित ‘सप्तांग सिद्धांत’ के अनुसार अपने राज्य का संचालन किया।
- संदर्भ और विस्तार: अर्थशास्त्र राज्य के सात अंगों (स्वामी, अमात्य, जनपद, दुर्ग, कोष, दंड, मित्र) का वर्णन करता है, जिन्हें सप्तांग कहा जाता है। चंद्रगुप्त मौर्य ने कौटिल्य की सहायता से मौर्य साम्राज्य की नींव रखी और इसी सिद्धांत के अनुसार एक सुदृढ़ और कुशल प्रशासन स्थापित किया।
- गलत विकल्प: अशोक मौर्य वंश के बाद हुए। हर्षवर्धन गुप्तों के पतन के बाद उत्तर भारत में शक्तिशाली हुए। कनिष्क कुषाण वंश के शासक थे।
प्रश्न 22: ‘विधवा पुनर्विवाह अधिनियम’ किस गवर्नर-जनरल के कार्यकाल में पारित हुआ था?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: विधवा पुनर्विवाह अधिनियम 1856 में लॉर्ड कैनिंग के कार्यकाल में पारित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह ईश्वर चंद्र विद्यासागर के अथक प्रयासों का परिणाम था। इस अधिनियम ने विधवाओं को पुनर्विवाह करने का कानूनी अधिकार दिया, जो सामाजिक सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ने व्यपगत का सिद्धांत लागू किया था। लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट पारित किया था। लॉर्ड रिपन ने स्थानीय स्वशासन की शुरुआत की थी।
प्रश्न 23: ‘मंगल पांडे’ ने किस विद्रोह में ब्रिटिश अधिकारियों पर गोली चलाई थी?
- सन्यासी विद्रोह
- संथाल विद्रोह
- 1857 का विद्रोह
- मोपला विद्रोह
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: मंगल पांडे ने 1857 के विद्रोह के प्रारंभिक चरण में ब्रिटिश अधिकारियों पर गोली चलाई थी।
- संदर्भ और विस्तार: मंगल पांडे, 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट्री के एक सिपाही थे, जिन्होंने नए कारतूसों (जिनमें गाय और सूअर की चर्बी होने का शक था) का इस्तेमाल करने से इनकार कर दिया था। 29 मार्च 1857 को बैरकपुर में उन्होंने दो ब्रिटिश अधिकारियों पर हमला किया, जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार कर फांसी दे दी गई। यह घटना 1857 के विद्रोह की एक चिंगारी मानी जाती है।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प ब्रिटिश शासन के खिलाफ हुए अन्य विद्रोह हैं, जिनमें मंगल पांडे की भूमिका नहीं थी।
प्रश्न 24: ‘सोमनाथ मंदिर’ पर गजनवी के आक्रमण का उद्देश्य क्या था?
- इस्लाम का प्रसार करना
- स्थायी साम्राज्य स्थापित करना
- धन और लूटपाट
- धार्मिक सहिष्णुता दिखाना
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: महमूद गजनवी का 1025 ईस्वी में सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण मुख्य रूप से धन और लूटपाट के उद्देश्य से था।
- संदर्भ और विस्तार: महमूद गजनवी, जो अपनी लूटपाट के लिए जाना जाता था, ने भारत पर कई बार आक्रमण किया। सोमनाथ मंदिर अपनी अपार संपत्ति के लिए प्रसिद्ध था, और गजनवी ने मंदिर को नष्ट करके वहां की संपत्ति को लूटा, जिसका उद्देश्य अपने साम्राज्य को समृद्ध करना था।
- गलत विकल्प: हालांकि गजनवी एक मुस्लिम शासक था, उसके आक्रमणों का प्राथमिक उद्देश्य साम्राज्य विस्तार या स्थायी शासन स्थापित करना नहीं बल्कि धन लूटना था। धार्मिक सहिष्णुता तो बिल्कुल भी नहीं थी।
प्रश्न 25: ‘खुदाई खिदमतगार’ नामक राष्ट्रवादी आंदोलन का नेतृत्व किसने किया था?
- महात्मा गांधी
- सरदार पटेल
- खान अब्दुल गफ्फार खान
- मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सही उत्तर: ‘खुदाई खिदमतगार’ (ईश्वर के सेवक) नामक राष्ट्रवादी आंदोलन का नेतृत्व खान अब्दुल गफ्फार खान ने किया था।
- संदर्भ और विस्तार: यह आंदोलन 1930 के दशक में उत्तर-पश्चिमी सीमा प्रांत (अब पाकिस्तान में) में अहिंसक सत्याग्रह के सिद्धांतों पर आधारित था। खान अब्दुल गफ्फार खान, जिन्हें ‘सरहदी गांधी’ भी कहा जाता है, ने गांधीजी के विचारों से प्रेरित होकर इस आंदोलन को चलाया, जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ था।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी, सरदार पटेल और मौलाना अबुल कलाम आज़ाद कांग्रेस के महत्वपूर्ण नेता थे, लेकिन खुदाई खिदमतगार आंदोलन का नेतृत्व खान अब्दुल गफ्फार खान ने किया था।