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इतिहास के रण में सफलता की ओर: अपनी तैयारी परखें!

इतिहास के रण में सफलता की ओर: अपनी तैयारी परखें!

इतिहास के विशाल पन्नों में आपका स्वागत है! आज हम अतीत के महत्वपूर्ण क्षणों, शासकों और घटनाओं के माध्यम से एक रोमांचक यात्रा पर निकल रहे हैं। अपनी तैयारी को परखें और यह देखें कि आप इतिहास के मैदान में कितने पारंगत हैं। आइए, ज्ञान की इस परीक्षा में विजयी हों!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।


प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस मध्यकालीन भारतीय शासक ने ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ नामक एक नया कृषि विभाग स्थापित किया था?

  1. इल्तुतमिश
  2. अलाउद्दीन खिलजी
  3. मुहम्मद बिन तुगलक
  4. फिरोज शाह तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ की स्थापना मुहम्मद बिन तुगलक (शासनकाल 1325-1351) ने की थी। यह विभाग कृषि के विकास और विस्तार पर केंद्रित था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस विभाग का मुख्य उद्देश्य बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाना और किसानों को उन्नति के लिए प्रोत्साहित करना था। तुगलक का मानना था कि कृषि का विकास राज्य की समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। उसने किसानों को ऋण (सौंज्ञा) और बीज भी प्रदान किए।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ (40 सरदारों का समूह) की स्थापना की थी। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली और ‘दीवान-ए-मुस्तखराज’ (वित्तीय मामलों से संबंधित) की स्थापना की थी। फिरोज शाह तुगलक ने ‘दीवान-ए-खैरात’ (दान विभाग) और ‘दीवान-ए-बंदगान’ (दास विभाग) की स्थापना की थी।

प्रश्न 2: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘मोहनजोदड़ो’ के बाद दूसरा सबसे बड़ा स्थल माना जाता है?

  1. हड़प्पा
  2. धौलावीरा
  3. लोथल
  4. कालीबंगा

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: हड़प्पा, जो कि सिंधु घाटी सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था, को मोहनजोदड़ो के बाद दूसरा सबसे बड़ा स्थल माना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: हड़प्पा की खोज 1921 में दयाराम साहनी ने की थी, जबकि मोहनजोदड़ो (जिसका अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है) की खोज 1922 में आर. डी. बनर्जी ने की थी। दोनों स्थल रावी और सिंधु नदी के किनारे बसे थे और एक उन्नत शहरी सभ्यता का प्रतिनिधित्व करते थे।
  • गलत विकल्प: धौलावीरा (गुजरात) एक महत्वपूर्ण स्थल है, लेकिन आकार में हड़प्पा से छोटा है। लोथल (गुजरात) एक बंदरगाह शहर था और डॉकयार्ड के लिए प्रसिद्ध है। कालीबंगा (राजस्थान) हल जोतने के साक्ष्य और अग्निवेदी के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 3: 1905 में बंगाल विभाजन किस वायसराय के कार्यकाल में हुआ था?

  1. लॉर्ड डलहौजी
  2. लॉर्ड कर्जन
  3. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  4. लॉर्ड कैनिंग

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: लॉर्ड कर्जन (1905-1910) भारत के वायसराय थे जब 1905 में बंगाल का विभाजन हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: कर्जन ने प्रशासनिक सुविधा का हवाला देते हुए पूर्वी बंगाल और असम को मिलाकर एक नया प्रांत बनाया था। हालाँकि, भारतीय राष्ट्रवादियों ने इसे ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति का हिस्सा माना, जिससे स्वदेशी आंदोलन और बहिष्कार आंदोलन शुरू हुआ।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ‘व्यपगत का सिद्धांत’ (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने सती प्रथा का अंत किया था। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे।

प्रश्न 4: ऋग्वेद में ‘गौतम’ नामक ऋषि का संबंध किस मंडल से है?

  1. प्रथम मंडल
  2. द्वितीय मंडल
  3. तीसरा मंडल
  4. सप्तम मंडल

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ऋग्वेद के तीसरे मंडल में गायत्री मंत्र का उल्लेख है, जिसे विश्वामित्र ने रचा था। हालांकि, ‘गौतम’ ऋषि का प्रत्यक्ष संबंध किसी एक विशेष मंडल से नहीं, बल्कि उनके कई भजन (सूक्त) ऋग्वेद के विभिन्न मंडलों में फैले हुए हैं। विश्वामित्र (जिन्हें गौतम गोत्र से भी जोड़ा जाता है) का संबंध तीसरे मंडल से है। यह प्रश्न थोड़ा भ्रामक है, लेकिन यदि ‘गौतम’ को उनके गोत्र या विश्वामित्र से जोड़कर देखा जाए, तो तीसरा मंडल सबसे प्रासंगिक है।
  • संदर्भ और विस्तार: ऋग्वेद के मंडल 2-7 को ‘वंश मंडल’ कहा जाता है क्योंकि वे विशेष ऋषियों या उनके परिवारों से जुड़े हैं। तीसरा मंडल विश्वामित्र से जुड़ा है, जिन्हें कई परंपराओं में गौतम गोत्र का भी हिस्सा माना जाता है।
  • गलत विकल्प: प्रथम मंडल में कई नवीन ऋषि हैं, द्वितीय मंडल गृत्समद से, और सप्तम मंडल वशिष्ठ से जुड़ा है।

प्रश्न 5: ‘बाँस की बेटी’ (Daughter of the Bamboo) के नाम से किसे जाना जाता था, जो एक प्रसिद्ध फ्रांसीसी औपनिवेशिक अधिकारी थी?

  1. मैडम मैरी क्यूरी
  2. सिमोन डी ब्यूवोइर
  3. मार्गुराइट ड्यूरस
  4. एनी फ्रैंक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: मार्गुराइट ड्यूरस (Marguerite Duras) एक प्रसिद्ध फ्रांसीसी उपन्यासकार, पटकथा लेखिका और निर्देशक थीं, जिन्हें कभी-कभी ‘बाँस की बेटी’ के नाम से जाना जाता था, संभवतः उनके इंडोचाइना (वियतनाम) से जुड़े अनुभवों के कारण।
  • संदर्भ और विस्तार: ड्यूरस का जन्म वियतनाम में हुआ था और उनका बचपन फ्रांसीसी इंडोचाइना में बीता। उनकी रचनाओं में अक्सर औपनिवेशिक अनुभव, स्मृति और पहचान जैसे विषय शामिल होते हैं। ‘द हिंडरलैंड’, ‘द सुजर्न’ (The Lover) उनके प्रसिद्ध उपन्यास हैं।
  • गलत विकल्प: मैडम मैरी क्यूरी एक वैज्ञानिक थीं, सिमोनी डी ब्यूवोइर एक दार्शनिक और नारीवादी लेखिका थीं, और एनी फ्रैंक एक यहूदी डायरी लेखक थीं जिन्होंने नाजी जर्मनी से छिपने का अनुभव लिखा।

प्रश्न 6: निम्नलिखित में से किस शासक ने ‘हुजूर-दहलीज’ नामक एक नया प्रशासनिक कार्यालय स्थापित किया था?

  1. इल्तुतमिश
  2. गयासुद्दीन बलबन
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. मुहम्मद बिन तुगलक

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: गयासुद्दीन बलबन (शासनकाल 1266-1287) ने ‘हुजूर-दहलीज’ नामक एक नया प्रशासनिक कार्यालय स्थापित किया था, जो उसके न्यायालय और शाही संरक्षण से संबंधित था।
  • संदर्भ और विस्तार: बलबन एक शक्तिशाली सुल्तान था जिसने दिल्ली सल्तनत में राजत्व (Kingship) के सिद्धांत को मजबूत किया। उसने अपने दरबार में पर्शियन शिष्टाचार (जैसे सिजदा और पैबोस) को लागू किया और मंगोल आक्रमणों से सल्तनत की रक्षा की। ‘हुजूर-दहलीज’ उसके शाही पद और अधिकार को दर्शाता था।
  • गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ का गठन किया था। अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण और स्थायी सेना की शुरुआत की। मुहम्मद बिन तुगलक ने विभिन्न महत्वाकांक्षी परियोजनाएं शुरू कीं, जिनमें ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ भी शामिल है।

प्रश्न 7: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष कौन थीं?

  1. सरोजिनी नायडू
  2. एनी बेसेंट
  3. नलिनी सेन गुप्ता
  4. कस्तूरबा गांधी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: एनी बेसेंट भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष थीं, जिन्होंने 1917 में कलकत्ता अधिवेशन की अध्यक्षता की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: एनी बेसेंट आयरिश मूल की थीं और भारत में थियोसोफिकल सोसाइटी की प्रमुख थीं। उन्होंने स्वशासन (Home Rule) आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • गलत विकल्प: सरोजिनी नायडू 1925 में कानपुर अधिवेशन की अध्यक्ष बनीं और वे कांग्रेस की पहली भारतीय महिला अध्यक्ष थीं। नलिनी सेन गुप्ता 1933 में अध्यक्ष बनीं। कस्तूरबा गांधी महात्मा गांधी की पत्नी थीं और उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई, लेकिन वे कभी कांग्रेस अध्यक्ष नहीं रहीं।

प्रश्न 8: ‘अमुक्तमाल्यादा’ के लेखक कौन थे, जिसे ‘कृष्णदेवराय के काव्य’ के रूप में भी जाना जाता है?

  1. तिरुवल्लुवर
  2. कम्बन
  3. कृष्णदेवराय
  4. बुक्क प्रथम

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘अमुक्तमाल्यादा’ के लेखक विजयनगर साम्राज्य के महानतम शासकों में से एक, कृष्णदेवराय थे।
  • संदर्भ और विस्तार: यह तेलुगु में लिखा गया एक महाकाव्य है, जो विष्णु के अवतार माने जाने वाले आलवार संत पेरूम्पाझवर की पुत्री गोदादेवी (जिन्हें अंडाल भी कहते हैं) और भगवान विष्णु के विवाह के बारे में है। कृष्णदेवराय स्वयं एक विद्वान और कवि थे और उन्होंने तेलुगु तथा संस्कृत दोनों में रचनाएं कीं।
  • गलत विकल्प: तिरुवल्लुवर ने ‘कुरल’ की रचना की। कम्बन ने तमिल में ‘रामायणम’ (कमबा रामायणम) की रचना की। बुक्क प्रथम विजयनगर साम्राज्य के संस्थापक थे।

प्रश्न 9: किस वर्ष भारत में प्रथम बांग्ला-अफगान युद्ध हुआ था?

  1. 1839-1842
  2. 1878-1880
  3. 1919-1921
  4. 1790-1792

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: प्रथम आंग्ल-अफगान युद्ध 1839 से 1842 तक चला था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध का मुख्य कारण रूस के बढ़ते प्रभाव को रोकना और अफगानिस्तान में एक ब्रिटिश-समर्थित सरकार स्थापित करना था। लॉर्ड ऑकलैंड उस समय भारत के गवर्नर-जनरल थे। युद्ध में अंग्रेजों को भारी नुकसान हुआ था, और वे अफगानिस्तान पर स्थायी नियंत्रण स्थापित करने में असफल रहे।
  • गलत विकल्प: 1878-1880 द्वितीय आंग्ल-अफगान युद्ध का समय था। 1919-1921 तृतीय आंग्ल-अफगान युद्ध का समय था। 1790-1792 प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध का समय था।

प्रश्न 10: गुप्त काल की किस रचना में ‘शूद्रों’ को ‘आर्य’ वर्णों की सेवा करने वाला कहा गया है?

  1. कामसूत्र
  2. मृच्छकटिकम
  3. अर्थशास्त्र
  4. नाट्यशास्त्र

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: शूद्रक द्वारा रचित ‘मृच्छकटिकम’ (The Little Clay Cart) में शूद्रों को आर्य वर्णों की सेवा करने वाले के रूप में चित्रित किया गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: मृच्छकटिकम गुप्त काल (लगभग 4-5वीं शताब्दी ईस्वी) में लिखा गया एक प्रसिद्ध संस्कृत नाटक है। यह एक ब्राह्मण चारुदत्त और एक गणिका वसंतसेना की प्रेम कहानी है। नाटक उस समय के समाज, विशेषकर व्यापारिक वर्ग और निम्न जातियों की स्थिति पर प्रकाश डालता है। इसमें उल्लेख है कि शूद्रों को व्यवसाय करने की अनुमति थी और वे सेवा करते थे।
  • गलत विकल्प: कामसूत्र वात्स्यायन द्वारा प्रेम और कामकला पर आधारित है। अर्थशास्त्र कौटिल्य द्वारा राजनीतिक अर्थशास्त्र पर है। नाट्यशास्त्र भरत मुनि द्वारा रंगमंच और कला पर है।

प्रश्न 11: ‘संथाल विद्रोह’ का नेतृत्व किसने किया था?

  1. बिरसा मुंडा
  2. सिद्धू और कान्हू
  3. रानी लक्ष्मीबाई
  4. मंगल पांडे

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: संथाल विद्रोह (1855-56) का नेतृत्व सिद्धू और कान्हू नामक दो भाइयों ने किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: संथाल आदिवासी, जो बिहार और बंगाल के क्षेत्र में रहते थे, ब्रिटिश सरकार, साहूकारों और जमींदारों के अत्याचारों के खिलाफ उठे थे। सिद्धू और कान्हू ने संथालों को संगठित किया और विद्रोह का नेतृत्व किया। यह ब्रिटिश शासन के खिलाफ पहला बड़ा आदिवासी विद्रोह था।
  • गलत विकल्प: बिरसा मुंडा ने ‘उलगुलान’ विद्रोह (1899-1900) का नेतृत्व किया था। रानी लक्ष्मीबाई 1857 के विद्रोह में सक्रिय थीं। मंगल पांडे 1857 के विद्रोह की शुरुआत से जुड़े थे।

प्रश्न 12: निम्नलिखित में से किस यात्री ने ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ लिखा था?

  1. अल-बिरूनी
  2. इब्न बतूता
  3. जियाउद्दीन बरनी
  4. अब्दुल रजाक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘तारीख-ए-फिरोजशाही’ नामक प्रसिद्ध इतिहास पुस्तक के लेखक जियाउद्दीन बरनी थे।
  • संदर्भ और विस्तार: बरनी ने यह पुस्तक दिल्ली सल्तनत के खिलजी और तुगलक वंशों, विशेष रूप से फिरोजशाह तुगलक (शासनकाल 1351-1388) के शासनकाल का वर्णन किया है। यह उस काल के राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक जीवन का महत्वपूर्ण स्रोत है।
  • गलत विकल्प: अल-बिरूनी ने ‘किताब-उल-हिंद’ लिखी थी। इब्न बतूता ने ‘रेहला’ लिखी थी। अब्दुल रजाक ने देवराय द्वितीय के शासनकाल का वर्णन किया था।

प्रश्न 13: इटली के एकीकरण (Risorgimento) का प्रमुख व्यक्ति कौन था?

  1. बिस्मार्क
  2. मैजिनी
  3. कावूर
  4. गैरीबाल्डी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: काउंट कैमिलो डी कावूर (Count Camillo de Cavour) इटली के एकीकरण (Risorgimento) के प्रमुख वास्तुकार थे।
  • संदर्भ और विस्तार: कावूर पीडमोंट-सार्डिनिया के प्रधान मंत्री थे। उन्होंने कूटनीति, राजनीतिक चालों और युद्ध का उपयोग करके इटली के विभिन्न राज्यों को एक राष्ट्र में एकीकृत करने का मार्ग प्रशस्त किया। मैजिनी को ‘इटली का पैगंबर’ और गैरीबाल्डी को ‘इटली की तलवार’ कहा जाता है, लेकिन कावूर का कूटनीतिक नेतृत्व सबसे निर्णायक था।
  • गलत विकल्प: बिस्मार्क जर्मनी के एकीकरण के प्रमुख व्यक्ति थे। मैजिनी एक क्रांतिकारी और राष्ट्रवादी थे, जबकि गैरीबाल्डी एक सैन्य नेता थे जिन्होंने दक्षिणी इटली को एकीकृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रश्न 14: अशोक के शिलालेखों में किस लिपि का प्रयोग किया गया था?

  1. देवनागरी
  2. खरोष्ठी और ब्राह्मी
  3. इंडो-ग्रीक
  4. फारसी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: अशोक के अधिकांश शिलालेखों में ब्राह्मी लिपि का प्रयोग किया गया है, जबकि उत्तर-पश्चिम सीमांत प्रदेशों में खरोष्ठी लिपि का भी प्रयोग मिलता है। कुछ शिलालेखों में ग्रीक और अरामाइक लिपियाँ भी पाई गई हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: ब्राह्मी लिपि भारत की अधिकांश आधुनिक लिपियों की जननी है। खरोष्ठी लिपि दाएं से बाएं लिखी जाती थी और इसका प्रभाव पश्चिमी एशिया से था। इन लिपियों के प्रयोग से अशोक की व्यापक पहुँच और बहुसांस्कृतिक शासन का पता चलता है।
  • गलत विकल्प: देवनागरी गुप्त काल के बाद विकसित हुई। इंडो-ग्रीक और फारसी लिपियों का प्रयोग केवल कुछ सीमांत क्षेत्रों में ही मिलता है।

प्रश्न 15: ‘हड़प्पा लिपि’ को अब तक क्यों नहीं पढ़ा जा सका है?

  1. यह एक आदिम लिपि थी।
  2. इसके बहुत कम नमूने मिले हैं।
  3. यह अज्ञात भाषा पर आधारित है।
  4. इसका कोई प्रत्यक्ष पूर्वज नहीं है।

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: हड़प्पा लिपि को इसलिए नहीं पढ़ा जा सका है क्योंकि यह जिस भाषा पर आधारित है, उसे अभी तक पहचाना या समझा नहीं गया है।
  • संदर्भ और विस्तार: यद्यपि हड़प्पा लिपि के हजारों मुहरें, तांबे की पट्टिकाएँ और मिट्टी के बर्तन मिले हैं, लेकिन उनकी लंबाई बहुत कम है (औसतन 5 प्रतीक)। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रोसेटा स्टोन जैसी द्विभाषी या त्रिभाषी कोई भी शिलालेख नहीं मिला है जो किसी ज्ञात भाषा से इसके अनुवाद की कुंजी प्रदान कर सके। वर्तमान में, यह ज्ञात नहीं है कि यह भारोपीय, द्रविड़, या कोई अन्य भाषा परिवार से संबंधित है।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा लिपि आदिम नहीं थी, बल्कि काफी विकसित थी। इसके नमूने कम नहीं, बल्कि पर्याप्त संख्या में मिले हैं। इसका कोई प्रत्यक्ष पूर्वज नहीं होने से अधिक समस्या यह है कि इसकी ज्ञात भाषा का अभाव है।

प्रश्न 16: भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ‘गदर पार्टी’ का गठन किस वर्ष हुआ था?

  1. 1907
  2. 1913
  3. 1915
  4. 1920

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: गदर पार्टी का गठन 1913 में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह पार्टी संयुक्त राज्य अमेरिका (मुख्यतः सैन फ्रांसिस्को) में भारतीय प्रवासियों, जिनमें लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना, और बलवंत सिंह जैसे प्रमुख व्यक्ति शामिल थे, द्वारा स्थापित की गई थी। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ सशस्त्र क्रांति लाना था। गदर पार्टी ने ‘गदर’ नामक एक समाचार पत्र भी प्रकाशित किया, जो भारतीय सैनिकों को विद्रोह के लिए उकसाने का काम करता था।
  • गलत विकल्प: 1907 में बर्लिन में ‘इंडियन इंडिपेंडेंस कमेटी’ का गठन हुआ। 1915 में प्रथम विश्व युद्ध के दौरान भारत में गदर आंदोलन का प्रभाव देखने को मिला। 1920 में असहयोग आंदोलन की शुरुआत हुई।

प्रश्न 17: गुप्त वंश का कौन सा शासक ‘भारतीय नेपोलियन’ के रूप में जाना जाता है?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य)
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: समुद्रगुप्त को ‘भारतीय नेपोलियन’ के रूप में जाना जाता है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि इतिहासकार वी. ए. स्मिथ ने उन्हें उनकी विजयों के कारण दी थी। समुद्रगुप्त ने एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया था, जिसमें उत्तर भारत के लगभग सभी राज्यों को जीत लिया था और दक्षिण में भी कई राज्यों को अपने अधीन किया था। उनके इलाहाबाद स्तंभ शिलालेख में उनकी सैन्य उपलब्धियों का विस्तृत विवरण है।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) ने शकों को हराया और कला व साहित्य का संरक्षक था। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।

प्रश्न 18: ‘सोनारगांव’ (Sonargaon) किस सल्तनत काल के शासक का प्रशासनिक केंद्र था?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. गयासुद्दीन तुगलक
  4. फिरोज शाह तुगलक

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: गयासुद्दीन तुगलक (शासनकाल 1320-1325) ने दिल्ली के बाहर अपना प्रशासनिक केंद्र ‘गयासुद्दीन तुगलक की राजधानी’ (बाद में तुगलकाबाद) बनाने से पहले, सोनारगांव (बंगाल) को अपना प्रमुख प्रशासनिक केंद्र बनाया था।
  • संदर्भ और विस्तार: गयासुद्दीन तुगलक ने तुगलक वंश की स्थापना की और दिल्ली सल्तनत में स्थिरता लाई। उन्होंने बंगाल को फिर से एकजुट किया और उसे अपने शासन के अधीन रखा। सोनारगांव उस समय पूर्वी भारत का एक महत्वपूर्ण व्यापारिक और प्रशासनिक केंद्र था।
  • गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने लाहौर से शासन किया। इल्तुतमिश ने दिल्ली को राजधानी बनाया। फिरोजशाह तुगलक ने भी दिल्ली से शासन किया और तुगलकाबाद के अलावा फिरोजाबाद की भी स्थापना की।

प्रश्न 19: भारत में पहली बार प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस (Direct Action Day) कब मनाया गया?

  1. 16 अगस्त 1946
  2. 26 जनवरी 1930
  3. 15 अगस्त 1947
  4. 9 अगस्त 1942

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस 16 अगस्त 1946 को मनाया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: मुस्लिम लीग ने, मोहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व में, एक अलग पाकिस्तान की मांग को लेकर इस दिन को ‘प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस’ के रूप में मनाने का आह्वान किया था। इसका उद्देश्य ब्रिटिश सरकार पर दबाव बनाना था। दुर्भाग्यवश, यह दिन कोलकाता में सांप्रदायिक दंगों का कारण बना, जिसे ‘महान कोलकाता दंगा’ या ‘डायरेक्ट एक्शन डे नरसंहार’ के नाम से जाना जाता है।
  • गलत विकल्प: 26 जनवरी 1930 को कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज दिवस मनाया। 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ। 9 अगस्त 1942 को ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ शुरू हुआ था।

प्रश्न 20: ‘सती प्रथा’ का अंत किस वायसराय के कार्यकाल में हुआ था?

  1. लॉर्ड विलियम बेंटिंक
  2. लॉर्ड डलहौजी
  3. लॉर्ड कर्जन
  4. लॉर्ड कैनिंग

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: सती प्रथा का अंत 1829 में लॉर्ड विलियम बेंटिंक के कार्यकाल में हुआ था।
  • संदर्भ और विस्तार: राजा राममोहन राय जैसे समाज सुधारकों के प्रयासों के फलस्वरूप, लॉर्ड विलियम बेंटिंक ने अधिनियम XVII (1829) पारित किया, जिसने बंगाल प्रेसीडेंसी में सती प्रथा को प्रतिबंधित कर दिया। बाद में इस कानून को मद्रास और बंबई प्रेसीडेंसी में भी लागू किया गया।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी व्यपगत का सिद्धांत (Doctrine of Lapse) के लिए जाने जाते हैं। लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे।

प्रश्न 21: निम्नलिखित में से कौन सा कथन ‘कनिष्ठ संघ’ (Second Crusade) के बारे में सत्य है?

  1. इसका नेतृत्व फ्रांस के राजा लुई VII और जर्मनी के सम्राट कॉनराड III ने किया था।
  2. इसका मुख्य उद्देश्य दमिश्क पर कब्जा करना था।
  3. यह पहली धर्मयुद्ध की तुलना में अधिक सफल रहा।
  4. यह 1189 में शुरू हुआ था।

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: दूसरे धर्मयुद्ध (1147-1149) का नेतृत्व फ्रांस के राजा लुई VII और पवित्र रोमन सम्राट कॉनराड III ने किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह धर्मयुद्ध ईसाई पवित्र भूमि में मुस्लिम राज्यों की बढ़ती शक्ति, विशेषकर एडेसा के पतन के जवाब में शुरू किया गया था। हालांकि, धर्मयुद्ध पूरी तरह से विफल रहा। लुई VII और कॉनराड III की सेनाओं को महत्वपूर्ण नुकसान हुआ, और उन्होंने दमिश्क पर एक असफल हमला भी किया, जो इसका मुख्य लक्ष्य बन गया था।
  • गलत विकल्प: इसका मुख्य उद्देश्य दमिश्क पर कब्जा करना नहीं था, हालांकि यह बाद में एक प्रयास हुआ। यह पहली धर्मयुद्ध की तुलना में बहुत कम सफल रहा। यह 1147 में शुरू हुआ था, 1189 में नहीं (जो तीसरा धर्मयुद्ध शुरू होने का वर्ष था)।

प्रश्न 22: ‘रेशम मार्ग’ (Silk Road) का सबसे प्रसिद्ध कालखंड कौन सा था?

  1. ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी
  2. ईसा पूर्व पहली शताब्दी
  3. ईसा पश्चात प्रथम-द्वितीय शताब्दी
  4. ईसा पश्चात 14वीं-15वीं शताब्दी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: रेशम मार्ग का सबसे प्रसिद्ध और व्यस्त कालखंड ईसा पश्चात पहली और दूसरी शताब्दी का था।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अवधि के दौरान, रोमन साम्राज्य और हान राजवंश (चीन) के बीच प्रत्यक्ष संपर्क स्थापित हुए, जिससे रेशम, मसाले, कीमती पत्थर और अन्य सामानों का व्यापार फला-फूला। पार्थियन और कुषाण साम्राज्य इस मार्ग के महत्वपूर्ण मध्यस्थ थे।
  • गलत विकल्प: ईसा पूर्व तीसरी शताब्दी में सिल्क रोड की शुरुआत हुई थी, लेकिन यह उतना व्यस्त नहीं था। ईसा पूर्व पहली शताब्दी में भी व्यापार शुरू हुआ था, लेकिन यह पहली-दूसरी शताब्दी जितना चरम पर नहीं था। 14वीं-15वीं शताब्दी में समुद्री मार्गों के विकास और ओटोमन साम्राज्य के उदय के कारण रेशम मार्ग का महत्व कम होने लगा था।

प्रश्न 23: ‘महात्मा’ की उपाधि रवींद्रनाथ टैगोर ने किस भारतीय नेता को दी थी?

  1. जवाहरलाल नेहरू
  2. सरदार वल्लभभाई पटेल
  3. मोहनदास करमचंद गांधी
  4. सुभाष चंद्र बोस

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: रवींद्रनाथ टैगोर ने मोहनदास करमचंद गांधी को ‘महात्मा’ की उपाधि से संबोधित किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि संभवतः 1915 में गांधीजी के भारत लौटने पर दी गई थी, या 1917 में चंपारण सत्याग्रह के बाद। टैगोर ने गांधीजी के अहिंसक तरीकों और राष्ट्र के प्रति उनके समर्पण की प्रशंसा में यह उपाधि दी थी। गांधीजी ने स्वयं टैगोर को ‘गुरुदेव’ कहा था।
  • गलत विकल्प: अन्य विकल्प भारत के महत्वपूर्ण नेता थे, लेकिन यह उपाधि गांधीजी को ही दी गई थी।

प्रश्न 24: किस दिल्ली सल्तनत के शासक ने ‘दार-उल-शिफ़ा’ (एक अस्पताल) और ‘फिरोजाबाद’ जैसे शहरों की स्थापना की?

  1. अलाउद्दीन खिलजी
  2. गयासुद्दीन तुगलक
  3. मुहम्मद बिन तुगलक
  4. फिरोजशाह तुगलक

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: फिरोजशाह तुगलक (शासनकाल 1351-1388) ने सार्वजनिक कल्याणकारी कार्यों पर जोर दिया और ‘दार-उल-शिफ़ा’ (अस्पताल) तथा फिरोजाबाद (अब फिरोजाबाद) सहित कई शहरों की स्थापना की।
  • संदर्भ और विस्तार: फिरोजशाह तुगलक एक जन-हितैषी शासक था जिसने नहरों का निर्माण, सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, मकबरों और मस्जिदों का निर्माण, और गरीबों के लिए सहायता जैसे कार्य किए। उन्होंने अनाथों के लिए ‘दार-अल-अमान’ और गरीबों के लिए ‘दार-अल-खैरात’ जैसे संस्थान भी स्थापित किए।
  • गलत विकल्प: अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण प्रणाली पर ध्यान दिया। गयासुद्दीन तुगलक ने तुगलकाबाद की स्थापना की। मुहम्मद बिन तुगलक ने सांकेतिक मुद्रा और राजधानी परिवर्तन जैसी योजनाओं के लिए जाना जाता है।

प्रश्न 25: 1947 में भारत के विभाजन के समय ब्रिटिश भारत का वायसराय कौन था?

  1. लॉर्ड वेवेल
  2. लॉर्ड माउंटबेटन
  3. लॉर्ड लिनलिथगो
  4. लॉर्ड एटली

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: 1947 में भारत के विभाजन के समय भारत के वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन थे।
  • संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड माउंटबेटन को भारत को सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया को सुपरवाइज करने और विभाजन को अंतिम रूप देने के लिए भेजा गया था। उन्होंने 3 जून 1947 को भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम का प्रस्ताव रखा, जिसके तहत भारत और पाकिस्तान दो स्वतंत्र देशों में विभाजित हुए।
  • गलत विकल्प: लॉर्ड वेवेल भारत के अंतिम वायसराय थे जिन्होंने माउंटबेटन से पहले पदभार संभाला था। लॉर्ड लिनलिथगो द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान वायसराय थे। लॉर्ड एटली यूनाइटेड किंगडम के प्रधान मंत्री थे जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता की घोषणा की थी।

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