इतिहास के रणभूमि में ज्ञान की जंग: 25 प्रश्नों का महासंग्राम!
नमस्कार, इतिहास के जिज्ञासुओं! समय के गलियारों में एक रोमांचक यात्रा के लिए तैयार हो जाइए। आज हम आपको प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक राष्ट्रों के निर्माण तक, इतिहास के विभिन्न पड़ावों से रूबरू कराएंगे। क्या आप अपनी ऐतिहासिक समझ को परखने के लिए तैयार हैं? आइए, इन 25 चुनिंदा प्रश्नों के माध्यम से अपनी तैयारी को धार दें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: निम्नलिखित में से किस हड़प्पा स्थल पर विशाल सार्वजनिक स्नानघर (Great Bath) पाया गया था?
- लोथल
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- कालीबंगा
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल है, जहाँ से प्रसिद्ध ‘महास्नानागार’ (Great Bath) के अवशेष मिले हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह संरचना सिंधु घाटी सभ्यता की स्थापत्य कला और इंजीनियरिंग का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। यह संभवतः धार्मिक अनुष्ठानों के लिए उपयोग किया जाता था। इसके फर्श और दीवारों को पक्की ईंटों से बनाया गया था और जलरोधन के लिए बिटुमेन का उपयोग किया गया था।
- गलत विकल्प: लोथल एक बंदरगाह शहर था, हड़प्पा प्रारंभिक शहरी स्थल था, और कालीबंगा से जुते हुए खेत और अग्नि वेदिकाएं मिली हैं, लेकिन विशाल स्नानघर नहीं।
प्रश्न 2: ‘अर्थशास्त्र’ के लेखक कौन थे, जिसने कौटिल्य के नाम से भी जाना जाता है?
- बाणभट्ट
- विष्णुगुप्त
- हर्षवर्धन
- कालिदास
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘अर्थशास्त्र’ नामक महत्वपूर्ण ग्रंथ के लेखक विष्णुगुप्त थे, जिन्हें कौटिल्य और चाणक्य के नाम से भी जाना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: कौटिल्य चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे और उन्होंने मौर्य साम्राज्य की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ‘अर्थशास्त्र’ राज्य व्यवस्था, कूटनीति, अर्थशास्त्र और सैन्य रणनीति पर एक विस्तृत ग्रंथ है।
- गलत विकल्प: बाणभट्ट हर्षचरित के लेखक थे, हर्षवर्धन स्वयं एक राजा थे, और कालिदास एक प्रसिद्ध कवि और नाटककार थे।
प्रश्न 3: मगध साम्राज्य की प्रारंभिक राजधानी क्या थी?
- पाटलिपुत्र
- वैशाली
- राजगृह (गिरिव्रज)
- कौशांबी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मगध साम्राज्य की प्रारंभिक राजधानी राजगृह (जो वर्तमान में राजगीर के नाम से जाना जाता है) थी, जिसे उस समय गिरिव्रज भी कहा जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: बिम्बिसार, हर्यंक वंश के एक प्रमुख शासक, ने राजगृह को मगध की राजधानी बनाया था। बाद में, मगध की राजधानी को पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना) स्थानांतरित कर दिया गया था।
- गलत विकल्प: पाटलिपुत्र बाद में राजधानी बनी, वैशाली लिच्छवियों की राजधानी थी, और कौशांबी वत्स महाजनपद की राजधानी थी।
प्रश्न 4: निम्नलिखित में से कौन सा राजवंश ‘शिलालेखों का युग’ कहलाता है?
- मौर्य राजवंश
- गुप्त राजवंश
- चोल राजवंश
- पाल राजवंश
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मौर्य राजवंश को ‘शिलालेखों का युग’ कहा जाता है क्योंकि इस राजवंश के शासकों, विशेषकर सम्राट अशोक, ने अपने आदेशों और सिद्धांतों को शिलालेखों (शिलाओं पर उत्कीर्ण लेख) के माध्यम से जनता तक पहुँचाया।
- संदर्भ और विस्तार: अशोक के अधिकांश शिलालेख प्राकृत भाषा में ब्राह्मी लिपि में हैं, जो देश के विभिन्न हिस्सों में पाए जाते हैं। ये शिलालेख अशोक के धम्म, उसके प्रशासन और उस समय के सामाजिक-धार्मिक जीवन की जानकारी देते हैं।
- गलत विकल्प: गुप्त और चोल राजवंशों के भी अपने शिलालेख हैं, लेकिन मौर्य राजवंश की तुलना में इनका फैलाव और महत्व अशोक के शिलालेखों जैसा व्यापक नहीं है। पाल राजवंश के ताम्रपत्र अभिलेख अधिक मिलते हैं।
प्रश्न 5: हर्यंक वंश के किस शासक को ‘पितृहंता’ के नाम से जाना जाता है?
- बिम्बिसार
- अजातशत्रु
- उदयीन
- नागदशक
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: हर्यंक वंश के शासक अजातशत्रु को ‘पितृहंता’ के रूप में जाना जाता है क्योंकि उसने अपने पिता बिम्बिसार को बंदी बनाकर सत्ता हथियाई थी।
- संदर्भ और विस्तार: अजातशत्रु मगध का एक शक्तिशाली शासक था जिसने अपने पिता बिम्बिसार को जेल में डाल दिया और उसकी मृत्यु के बाद गद्दी पर बैठा। उसने अपने पुत्र उदयीन द्वारा भी हत्या का सामना किया।
- गलत विकल्प: बिम्बिसार हर्यंक वंश का संस्थापक था, उदयीन ने अपनी राजधानी राजगृह से पाटलिपुत्र स्थानांतरित की थी, और नागदशक हर्यंक वंश का अंतिम शासक था।
प्रश्न 6: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब हुई थी?
- 1336 ई.
- 1347 ई.
- 1492 ई.
- 1526 ई.
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह साम्राज्य दक्षिण भारत में अपनी समृद्धि, कला, वास्तुकला और साहित्य के संरक्षण के लिए जाना जाता था। तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित इसकी राजधानी विजयनगर, उस समय की सबसे बड़ी और सबसे भव्य नगरियों में से एक थी।
- गलत विकल्प: 1347 ई. में बहमनी सल्तनत की स्थापना हुई थी, 1492 ई. कोलंबस द्वारा अमेरिका की खोज का वर्ष है, और 1526 ई. में पानीपत का प्रथम युद्ध हुआ था।
प्रश्न 7: दिल्ली सल्तनत के किस शासक ने ‘दीवान-ए-बंदगान’ (दासों का विभाग) की स्थापना की थी?
- इल्तुतमिश
- अलाउद्दीन खिलजी
- फिरोज शाह तुगलक
- सिकंदर लोदी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फिरोजशाह तुगलक, तुगलक वंश का एक शासक, जिसने ‘दीवान-ए-बंदगान’ नामक एक विभाग की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस विभाग का मुख्य कार्य गुलामों (बंदगान) के कल्याण और प्रशिक्षण की देखरेख करना था। फिरोजशाह तुगलक के शासनकाल में गुलामों की संख्या बहुत अधिक हो गई थी। उसने कई सार्वजनिक कल्याणकारी कार्य भी किए, जैसे कि नहरें बनवाना और अस्पताल खोलना।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश ने ‘चालीसा’ की स्थापना की, अलाउद्दीन खिलजी ने बाजार नियंत्रण और स्थायी सेना की व्यवस्था की, और सिकंदर लोदी ने भूमि मापन और गज-ए-सिकंदरी का प्रयोग शुरू किया।
प्रश्न 8: मुगल बादशाह अकबर ने ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नए धर्म की घोषणा किस वर्ष की थी?
- 1570 ई.
- 1575 ई.
- 1582 ई.
- 1601 ई.
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक नए धर्म की घोषणा की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक संश्लेषणवादी धर्म था जिसका उद्देश्य सभी प्रमुख धर्मों के सार तत्वों को एक साथ लाना था। इसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता को बढ़ावा देना और अपने साम्राज्य में एकता स्थापित करना था। हालांकि, इसे व्यापक लोकप्रियता नहीं मिली और इसे मानने वालों की संख्या बहुत कम थी।
- गलत विकल्प: 1570 में उसने फतेहपुर सीकरी की स्थापना की, 1575 में इबादत खाने की स्थापना हुई, और 1601 में अकबरनामा का पहला खंड प्रकाशित हुआ।
प्रश्न 9: प्रसिद्ध ‘तख्ते-ताऊस’ (मयूर सिंहासन) का निर्माण किस मुगल सम्राट के शासनकाल में हुआ था?
- अकबर
- जहांगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘तख्ते-ताऊस’ (मयूर सिंहासन) का निर्माण मुगल सम्राट शाहजहाँ के शासनकाल में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इसे बनाने में लगभग 7 साल लगे और उस समय लगभग 1 करोड़ रुपये की लागत आई थी। सिंहासन को बनाने वाले मुख्य कारीगर थे उस्ताद हमीद और हाजी बदर। नादिर शाह ने 1739 में दिल्ली पर आक्रमण करके इसे अपने साथ फारस ले गया था।
- गलत विकल्प: अकबर एक महान निर्माता था, लेकिन मयूर सिंहासन उसके शासनकाल से जुड़ा नहीं है। जहांगीर कला और वास्तुकला को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता था, और औरंगजेब धार्मिक मामलों में अधिक सख्त था।
प्रश्न 10: मराठा साम्राज्य के संस्थापक कौन थे?
- बाजीराव प्रथम
- शिवाजी महाराज
- संबल
- बालाजी विश्वनाथ
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मराठा साम्राज्य के संस्थापक महान योद्धा और रणनीतिकार छत्रपति शिवाजी महाराज थे।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने 1674 ईस्वी में रायगढ़ में अपना राज्याभिषेक करवाया और ‘छत्रपति’ की उपाधि धारण की। उन्होंने आदिलशाही सल्तनत और मुगल साम्राज्य के खिलाफ संघर्ष करके एक स्वतंत्र मराठा राज्य की नींव रखी।
- गलत विकल्प: बाजीराव प्रथम एक शक्तिशाली पेशवा थे, संभाजी शिवाजी के पुत्र और उत्तराधिकारी थे, और बालाजी विश्वनाथ मराठा साम्राज्य के संस्थापक पेशवा थे।
प्रश्न 11: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण क्या था?
- डलहौजी की हड़प नीति
- सती प्रथा का अंत
- एनफील्ड राइफल में चर्बी लगे कारतूस
- बक्सर का युद्ध
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण एनफील्ड राइफल में गाय और सुअर की चर्बी लगे कारतूसों का उपयोग था, जिसने हिंदू और मुस्लिम दोनों सैनिकों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया।
- संदर्भ और विस्तार: सैनिकों को इन कारतूसों को अपने दांतों से खोलना पड़ता था, जो उनकी धार्मिक मान्यताओं के विरुद्ध था। मंगल पांडे ने इस कारतूस के इस्तेमाल का विरोध किया और विद्रोह की चिंगारी जलाई।
- गलत विकल्प: डलहौजी की हड़प नीति और सती प्रथा का अंत महत्वपूर्ण सुधार थे लेकिन विद्रोह के तात्कालिक कारण नहीं थे। बक्सर का युद्ध 1764 में हुआ था।
प्रश्न 12: ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा किसने दिया था?
- महात्मा गांधी
- बाल गंगाधर तिलक
- भगत सिंह
- सुभाष चंद्र बोस
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का नारा महान क्रांतिकारी भगत सिंह से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने इसे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लोकप्रिय बनाया।
- संदर्भ और विस्तार: हालांकि यह नारा मूल रूप से मौलाना हसरत मोहानी ने 1921 में कांग्रेस के एक अधिवेशन में दिया था, लेकिन भगत सिंह और उनकी पार्टी (हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन) ने इसे अपने विरोध और क्रांति के प्रतीक के रूप में अपनाया और बुलंद किया।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी ‘करो या मरो’ के नारे के लिए जाने जाते हैं, बाल गंगाधर तिलक ने ‘स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ कहा था, और सुभाष चंद्र बोस ने ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ का नारा दिया था।
प्रश्न 13: जलियांवाला बाग हत्याकांड कब हुआ था?
- 13 अप्रैल 1919
- 19 अगस्त 1919
- 25 दिसंबर 1920
- 05 मई 1921
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: जलियांवाला बाग हत्याकांड 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस दिन जनरल डायर के आदेश पर निहत्थे नागरिकों की भीड़ पर अंधाधुंध गोलियां चलाई गई थीं, जो रोलेट एक्ट के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन के लिए जलियांवाला बाग में एकत्र हुए थे। इसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे और हजारों घायल हुए थे।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प गलत तिथियां हैं।
प्रश्न 14: ‘द्वैध शासन’ (Diarchy) प्रणाली की शुरुआत भारत में किस अधिनियम द्वारा की गई थी?
- भारतीय परिषद अधिनियम, 1909 (मार्ले-मिंटो सुधार)
- भारत सरकार अधिनियम, 1919 (मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार)
- भारत सरकार अधिनियम, 1935
- भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘द्वैध शासन’ प्रणाली की शुरुआत भारत सरकार अधिनियम, 1919 (मोंटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार) द्वारा की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिनियम के तहत, प्रांतीय सरकार में विषयों को दो भागों में बाँटा गया था – आरक्षित (राजस्व, पुलिस, न्याय) और हस्तांतरित (शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि)। आरक्षित विषय गवर्नर के नियंत्रण में थे, जबकि हस्तांतरित विषय भारतीयों के प्रतिनिधियों (मंत्रियों) के अधीन थे।
- गलत विकल्प: 1909 का अधिनियम सांप्रदायिक निर्वाचन की शुरुआत के लिए जाना जाता है, 1935 का अधिनियम भारत में संघी ढांचा स्थापित करने का प्रयास था, और 1947 का अधिनियम भारत को स्वतंत्रता प्रदान करता है।
प्रश्न 15: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का लक्ष्य घोषित किया गया था?
- लाहौर अधिवेशन, 1929
- कराची अधिवेशन, 1931
- फैजपुर अधिवेशन, 1936
- त्रिपुरी अधिवेशन, 1939
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन, 1929 में ‘पूर्ण स्वराज’ (पूर्ण स्वतंत्रता) के लक्ष्य को घोषित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इस अधिवेशन में यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा, और कांग्रेस अब डोमिनियन स्टेटस की मांग नहीं करेगी।
- गलत विकल्प: कराची अधिवेशन में मौलिक अधिकारों का प्रस्ताव पारित हुआ, फैजपुर अधिवेशन (जो एक गाँव में हुआ था) में ग्रामीण समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया गया, और त्रिपुरी अधिवेशन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और महात्मा गांधी के बीच मतभेद उभरे।
प्रश्न 16: ‘गांधी-इर्विन समझौता’ कब हुआ था?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1932
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गांधी-इर्विन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह समझौता महात्मा गांधी और भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड इर्विन के बीच हुआ था। इस समझौते के तहत, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को निलंबित करने पर सहमति व्यक्त की, और सरकार ने उन राजनीतिक कैदियों को रिहा कर दिया जो अहिंसक अपराधों के कारण जेल में थे, साथ ही जब्त की गई संपत्तियों को वापस करने पर भी सहमति जताई।
- गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ, 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई, और 1932 में पूना समझौता हुआ।
प्रश्न 17: निम्नलिखित में से किस वायसराय ने ‘बंगाल का विभाजन’ (1905) किया था?
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड मिंटो
- लॉर्ड हार्डिंग्ज
- लॉर्ड कैनिंग
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: लॉर्ड कर्जन, जो 1899 से 1905 तक भारत के वायसराय थे, ने 1905 में बंगाल का विभाजन किया था।
- संदर्भ और विस्तार: कर्जन ने प्रशासनिक सुविधा का हवाला देकर बंगाल को पूर्वी और पश्चिमी बंगाल में विभाजित कर दिया था। इसका असली उद्देश्य बंगाल के बढ़ते राष्ट्रवाद को कमजोर करना था। इस विभाजन के विरोध में स्वदेशी आंदोलन चलाया गया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड मिंटो 1909 के अधिनियम से जुड़े हैं, लॉर्ड हार्डिंग्ज ने दिल्ली को राजधानी बनाया, और लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे।
प्रश्न 18: ‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना किसने की थी?
- महात्मा गांधी
- बाल गंगाधर तिलक
- गोपाल कृष्ण गोखले
- स्वामी विवेकानंद
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘सर्वेंट्स ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना गोपाल कृष्ण गोखले ने 1905 में पुणे में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संस्था का मुख्य उद्देश्य भारत के लोगों की सेवा करना, सामाजिक सुधारों को बढ़ावा देना और राष्ट्रीय शिक्षा का प्रसार करना था। गोखले महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु भी थे।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी अहिंसक आंदोलन के प्रणेता थे, बाल गंगाधर तिलक ‘गरम दल’ के नेता थे, और स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी।
प्रश्न 19: भारत छोड़ो आंदोलन (Quit India Movement) का प्रस्ताव कांग्रेस के किस अधिवेशन में पारित हुआ था?
- दिल्ली अधिवेशन, 1940
- मुंबई अधिवेशन, 1942
- रामगढ़ अधिवेशन, 1940
- लखनऊ अधिवेशन, 1936
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारत छोड़ो आंदोलन का प्रस्ताव 8 अगस्त 1942 को मुंबई (तत्कालीन बंबई) में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विशेष अधिवेशन में पारित हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन में महात्मा गांधी ने ‘करो या मरो’ का नारा दिया और ब्रिटिश शासन को तत्काल समाप्त करने की मांग की। इस आंदोलन का उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत को स्वतंत्र कराना था।
- गलत विकल्प: अन्य अधिवेशन अलग-अलग वर्षों और संदर्भों से जुड़े हैं। रामगढ़ अधिवेशन 1940 में हुआ था जहाँ व्यक्तिगत सत्याग्रह की योजना बनी थी।
प्रश्न 20: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) के दौरान केंद्रीय शक्तियों (Central Powers) में कौन सा प्रमुख देश शामिल नहीं था?
- जर्मनी
- ऑस्ट्रिया-हंगरी
- तुर्की (ऑटोमन साम्राज्य)
- इटली
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध के दौरान इटली शुरू में तटस्थ रहा और बाद में मित्र राष्ट्रों (Allied Powers) की ओर से युद्ध में शामिल हो गया, इसलिए वह केंद्रीय शक्तियों में शामिल नहीं था।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम विश्व युद्ध में केंद्रीय शक्तियों में मुख्य रूप से जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, ऑटोमन साम्राज्य (तुर्की) और बुल्गारिया शामिल थे। मित्र राष्ट्रों में फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, इटली (1915 से), जापान और बाद में अमेरिका (1917) शामिल थे।
- गलत विकल्प: जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी और तुर्की प्रथम विश्व युद्ध में केंद्रीय शक्तियों के प्रमुख सदस्य थे।
प्रश्न 21: किस फ्रांसीसी क्रांति के दौरान ‘आतंक का राज’ (Reign of Terror) चला था?
- 1789 की क्रांति
- 1830 की क्रांति
- 1848 की क्रांति
- 1793-1794
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति के दौरान 1793-1794 ईस्वी तक ‘आतंक का राज’ (Reign of Terror) का दौर चला था।
- संदर्भ और विस्तार: यह अवधि मैक्सिमिलियन रोबेस्पिएरे के नेतृत्व वाली जैकोबिन सरकार के दौरान थी, जिसने क्रांति के दुश्मनों को खत्म करने के लिए बड़े पैमाने पर गिरफ्तारियां, मुकदमे और फाँसी की सजाएँ दीं। इस दौरान हजारों लोगों को गिलोटिन से मार दिया गया।
- गलत विकल्प: 1789 की क्रांति ने राजशाही को समाप्त किया, 1830 और 1848 की क्रांतियां फ्रांसीसी इतिहास में महत्वपूर्ण थीं लेकिन ‘आतंक का राज’ से संबंधित नहीं थीं।
प्रश्न 22: ‘वास्को डी गामा’ भारत कब आया था?
- 1492
- 1498
- 1505
- 1510
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: पुर्तगाली खोजकर्ता वास्को डी गामा 1498 में भारत आया था।
- संदर्भ और विस्तार: वह अफ्रीका के उत्तमाशा अंतरीप (Cape of Good Hope) का चक्कर लगाकर कालीकट (वर्तमान कोझिकोड) के तट पर उतरा था। उसकी यात्रा ने यूरोप से भारत के लिए समुद्री मार्ग खोल दिया, जिससे यूरोपीय व्यापार और उपनिवेशवाद की शुरुआत हुई।
- गलत विकल्प: 1492 क्रिस्टोफर कोलंबस द्वारा अमेरिका की खोज का वर्ष है। 1505 में फ्रांसिस्को डी अलमेडा भारत में पहला पुर्तगाली वायसराय बनकर आया, और 1510 में अल्बुकर्क ने गोवा पर कब्जा किया।
प्रश्न 23: ‘सामंतवाद’ (Feudalism) मुख्य रूप से किस काल में यूरोप में प्रचलित एक सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था थी?
- प्राचीन रोम
- मध्यकाल
- पुनर्जागरण काल
- आधुनिक काल
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: सामंतवाद (Feudalism) मुख्य रूप से यूरोपीय मध्यकाल (लगभग 9वीं से 15वीं शताब्दी) में प्रचलित एक प्रमुख सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस व्यवस्था में, भूमि (फीफ) राजा द्वारा वफादार सामंतों (लॉर्ड्स) को दी जाती थी, जो बदले में सैन्य सेवा और वफादारी प्रदान करते थे। इन लॉर्ड्स के नीचे छोटे सामंत (नाइट्स) और फिर किसान (सर्फ्स) होते थे। यह भूमि-आधारित व्यवस्था थी जिसमें शक्ति का विकेंद्रीकरण था।
- गलत विकल्प: प्राचीन रोम में भी भूमि-आधारित व्यवस्था थी, लेकिन वह सामंतवाद से भिन्न थी। पुनर्जागरण और आधुनिक काल में सामंतवाद का प्रभाव कम हो गया और राष्ट्रीय राज्यों का उदय हुआ।
प्रश्न 24: ‘लॉर्ड ऑफ द रिंग्स’ के लेखक जे.आर.आर. टॉल्किन का संबंध किस देश से था?
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- कनाडा
- ऑस्ट्रेलिया
- यूनाइटेड किंगडम
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रसिद्ध लेखक जे.आर.आर. टॉल्किन, जिन्होंने ‘द हॉबिट’ और ‘द लॉर्ड ऑफ द रिंग्स’ जैसी कालजयी रचनाएँ लिखीं, यूनाइटेड किंगडम (इंग्लैंड) से संबंधित थे।
- संदर्भ और विस्तार: उनका जन्म 1892 में दक्षिण अफ्रीका में हुआ था, लेकिन वे बचपन में ही इंग्लैंड आ गए थे और अपना शेष जीवन वहीं बिताया। वे एक भाषाविद् (Philologist) भी थे और उन्होंने अपनी काल्पनिक दुनिया मिडिल-अर्थ के लिए कई काल्पनिक भाषाओं का निर्माण किया।
- गलत विकल्प: वे अमेरिका, कनाडा या ऑस्ट्रेलिया से नहीं थे।
प्रश्न 25: 1917 की रूसी क्रांति का प्रमुख नारा क्या था?
- स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
- ऑल पावर टू द सोवियत (सभी शक्तियां सोवियतों को)
- ब्रेड, पीस, लैंड
- सरकार का अंत, राष्ट्र का उदय
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: 1917 की रूसी क्रांति का एक प्रमुख नारा ‘ब्रेड, पीस, लैंड’ (रोटी, शांति, भूमि) था, जो बोल्शेविक पार्टी द्वारा श्रमिकों और किसानों को लुभाने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस नारे के माध्यम से बोल्शेविकों ने प्रथम विश्व युद्ध से रूस को हटाने (शांति), भुखमरी का अंत करने (रोटी), और किसानों को भूमि के पुनर्वितरण (भूमि) का वादा किया। यह नारा रूसी जनता की तत्कालीन प्रमुख चिंताओं को दर्शाता था। ‘ऑल पावर टू द सोवियत’ भी एक महत्वपूर्ण बोल्शेविक नारा था। ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ फ्रांसीसी क्रांति का नारा था।
- गलत विकल्प: ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ फ्रांसीसी क्रांति का नारा है। ‘ऑल पावर टू द सोवियत’ भी एक महत्वपूर्ण नारा था, लेकिन ‘ब्रेड, पीस, लैंड’ सीधे जनता की तत्काल मांगों से जुड़ा था।