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इतिहास के योद्धा बनें: अपनी तैयारी को धार दें आज!

इतिहास के योद्धा बनें: अपनी तैयारी को धार दें आज!

नमस्कार, इतिहास के जिज्ञासुओं! आज हम समय के सागर में एक रोमांचक यात्रा पर निकल रहे हैं, जहाँ हम प्राचीन सभ्यताओं से लेकर आधुनिक संघर्षों तक के महत्वपूर्ण पलों को खंगालेंगे। यह केवल एक प्रश्नोत्तरी नहीं, बल्कि आपकी ज्ञान की गहराई और समझ को परखने का एक अनूठा अवसर है। तो अपनी कमर कस लीजिए और इतिहास के इस महा-मॉक टेस्ट के लिए तैयार हो जाइए!

History Practice Questions

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।


Question 1: हड़प्पा सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का बाघ’ (Mound of the Dead) के रूप में जाना जाता था?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. कालीबंगन
  4. लोथल

Answer: (b)

Detailed Explanation:

  • Correctness: मोहनजोदड़ो, जिसका सिंधी भाषा में अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, को ‘सिंधु का बाघ’ के रूप में जाना जाता था। यह सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल है।
  • Context & Elaboration: मोहनजोदड़ो पाकिस्तान के सिंध प्रांत में सिंधु नदी के तट पर स्थित है। यहाँ से मिली महत्वपूर्ण खोजों में विशाल स्नानागार, अन्नागार, कांस्य नर्तकी की मूर्ति और दाढ़ी वाले पुजारी की प्रतिमा शामिल हैं। इस शहर की जल निकासी प्रणाली अत्यंत उन्नत थी।
  • Incorrect Options: हड़प्पा सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। कालीबंगन (राजस्थान) में हल से जुते खेत के प्राचीनतम साक्ष्य मिले हैं, और लोथल (गुजरात) एक प्रमुख बंदरगाह था।

Question 2: ऋग्वैदिक काल में ‘अघन्य’ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया जाता था?

  1. घोड़ा
  2. गाय
  3. वृषभ (बैल)
  4. बकरी

Answer: (b)

Detailed Explanation:

  • Correctness: ऋग्वैदिक काल में ‘अघन्य’ शब्द का प्रयोग गाय के लिए किया जाता था, जिसका अर्थ है ‘जिसे मारा न जा सके’। गाय को अत्यंत पवित्र और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता था।
  • Context & Elaboration: ऋग्वेद में गायों को संपत्ति का प्रमुख साधन माना गया है। पशुधन, विशेषकर गायें, सामाजिक प्रतिष्ठा और धन का प्रतीक थीं। चोरी या हत्या के लिए सबसे बड़ी सजा गाय की हत्या मानी जाती थी।
  • Incorrect Options: घोड़े का प्रयोग रथों और युद्धों में होता था। वृषभ (बैल) कृषि कार्यों में महत्वपूर्ण था, और बकरी पशुधन का हिस्सा थी, लेकिन ‘अघन्य’ शब्द विशेष रूप से गाय के लिए आरक्षित था।

Question 3: किस मौर्य शासक को ‘प्रियदर्शी’ और ‘देवनांप्रिय’ के उपाधियों से जाना जाता है?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. बिन्दुसार
  3. अशोक
  4. कुणाल

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: सम्राट अशोक को उनके अभिलेखों में ‘प्रियदर्शी’ (जो प्रिय दिखे) और ‘देवनांप्रिय’ (देवताओं का प्रिय) की उपाधियों से संबोधित किया गया है।
  • Context & Elaboration: ये उपाधियाँ अशोक के धम्म (धर्म) के प्रति समर्पण और प्रजा के प्रति प्रेम को दर्शाती हैं। उनके अधिकांश शिलालेखों में ये शब्द पाए जाते हैं, जो उनके विशाल साम्राज्य में फैले हुए थे।
  • Incorrect Options: चंद्रगुप्त मौर्य मौर्य साम्राज्य के संस्थापक थे, बिन्दुसार चंद्रगुप्त के पुत्र थे, और कुणाल अशोक के पुत्र थे। इन शासकों के लिए ऐसी उपाधियों का व्यापक रूप से प्रयोग नहीं मिलता।

Question 4: ‘इंडिका’ पुस्तक के लेखक कौन हैं, जिसने मौर्य साम्राज्य का विस्तृत वर्णन किया है?

  1. प्लिनी
  2. टॉलेमी
  3. मेगस्थनीज
  4. फाह्यान

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: ‘इंडिका’ पुस्तक के लेखक मेगस्थनीज हैं, जो चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में यूनानी राजदूत थे।
  • Context & Elaboration: मेगस्थनीज सेल्यूकस प्रथम निकेटर द्वारा चंद्रगुप्त मौर्य के दरबार में भेजा गया था। उनकी पुस्तक ‘इंडिका’ मौर्य साम्राज्य के समाज, प्रशासन, भूगोल और अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण स्रोत है, हालांकि अब यह मूल रूप में उपलब्ध नहीं है, बल्कि अन्य लेखकों के उद्धरणों के माध्यम से इसका ज्ञान मिलता है।
  • Incorrect Options: प्लिनी ने ‘नेचुरल हिस्ट्री’ लिखी, टॉलेमी ने भूगोल पर काम किया, और फाहियान (एक चीनी यात्री) गुप्त काल के दौरान भारत आया था।

Question 5: गुप्त काल में ‘रत्नावली’ नामक प्रसिद्ध नाटक की रचना किसने की थी?

  1. कालिदास
  2. विशाखदत्त
  3. बाणभट्ट
  4. हर्षवर्धन

Answer: (d)

Detailed Explanation:

  • Correctness: ‘रत्नावली’ नामक प्रसिद्ध नाटक की रचना उत्तर-गुप्त काल के महान शासक और विद्वान हर्षवर्धन ने की थी।
  • Context & Elaboration: हर्षवर्धन, जो थानेश्वर और कन्नौज के शासक थे, स्वयं एक विद्वान थे और उन्होंने ‘रत्नावली’, ‘प्रियदर्शिका’ और ‘नागानंद’ जैसे तीन संस्कृत नाटकों की रचना की। उनके दरबार में बाणभट्ट जैसे विद्वान भी थे।
  • Incorrect Options: कालिदास गुप्त काल के महान कवि और नाटककार थे (जैसे ‘अभिज्ञान शाकुंतलम्’), विशाखदत्त ने ‘मुद्राराक्षस’ लिखा, और बाणभट्ट ने ‘हर्षचरित’ और ‘कादंबरी’ की रचना की।

Question 6: दिल्ली सल्तनत का कौन सा सुल्तान ‘बाजार नियंत्रण प्रणाली’ के लिए जाना जाता है?

  1. कुतुबुद्दीन ऐबक
  2. इल्तुतमिश
  3. अलाउद्दीन खिलजी
  4. फिरोज शाह तुगलक

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: अलाउद्दीन खिलजी, खिलजी वंश का एक महत्वपूर्ण शासक, अपनी कठोर और व्यवस्थित बाजार नियंत्रण प्रणाली के लिए जाना जाता है।
  • Context & Elaboration: अलाउद्दीन खिलजी ने सेना को कम वेतन पर भी बनाए रखने के लिए आवश्यक वस्तुओं जैसे अनाज, कपड़ा, घोड़ा आदि की कीमतों को निर्धारित कर दिया था। उसने इन कीमतों को सख्ती से लागू करने के लिए ‘दीवान-ए-रियासत’ और ‘शहना-ए- मंडी’ जैसे अधिकारियों की नियुक्ति की थी।
  • Incorrect Options: कुतुबुद्दीन ऐबक सल्तनत के संस्थापक थे, इल्तुतमिश ने तुर्कों के शासन को मजबूत किया, और फिरोजशाह तुगलक ने नहरों का निर्माण और सार्वजनिक कल्याण के कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया।

Question 7: विजयनगर साम्राज्य के किस शासक को ‘आंध्र भोज’ के नाम से भी जाना जाता है?

  1. देवराय प्रथम
  2. देवराय द्वितीय
  3. कृष्णदेवराय
  4. सदाशिवराय

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासक कृष्णदेवराय को ‘आंध्र भोज’ की उपाधि से विभूषित किया गया था।
  • Context & Elaboration: कृष्णदेवराय (शासनकाल 1509-1529) तुलुव राजवंश के एक प्रतापी शासक थे, जिन्होंने कला, साहित्य और वास्तुकला को बहुत संरक्षण दिया। वे स्वयं एक विद्वान थे और उन्होंने ‘अमुक्तमाल्यद’ नामक तेलुगु काव्य की रचना की। उन्हें ‘भोज’ की संज्ञा उनकी उदारता, विद्वत्ता और कला प्रेम के कारण दी गई।
  • Incorrect Options: देवराय प्रथम और द्वितीय भी महत्वपूर्ण शासक थे, जिन्होंने साम्राज्य का विस्तार किया, लेकिन कृष्णदेवराय का योगदान सर्वाधिक माना जाता है। सदाशिवराय के समय साम्राज्य का पतन शुरू हुआ।

Question 8: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल बादशाह ने की थी?

  1. बाबर
  2. हुमायूँ
  3. अकबर
  4. जहाँगीर

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) नामक एक नए धार्मिक विचार की शुरुआत मुगल सम्राट अकबर ने की थी।
  • Context & Elaboration: अकबर ने 1582 ईस्वी में दीन-ए-इलाही की घोषणा की थी। यह एक सर्वधर्म समन्वय का प्रयास था, जो विभिन्न धर्मों के मूल सिद्धांतों को मिलाकर बनाया गया था। इसका उद्देश्य धार्मिक सहिष्णुता और एकता स्थापित करना था। हालांकि, यह व्यापक रूप से स्वीकार नहीं किया गया और केवल कुछ ही लोगों ने इसे अपनाया।
  • Incorrect Options: बाबर ने मुगल साम्राज्य की नींव रखी, हुमायूँ ने उस साम्राज्य को पुनः प्राप्त किया, और जहाँगीर कला और चित्रकला के संरक्षक के रूप में जाने जाते हैं।

Question 9: ‘तराइन का प्रथम युद्ध’ (1191 ई.) किनके बीच लड़ा गया था?

  1. इल्तुतमिश और जयचंद
  2. मुहम्मद गोरी और पृथ्वीराज चौहान
  3. बाबर और इब्राहिम लोदी
  4. अलाउद्दीन खिलजी और हम्मीर देव

Answer: (b)

Detailed Explanation:

  • Correctness: तराइन का प्रथम युद्ध (1191 ई.) मोहम्मद गोरी और अजमेर व दिल्ली के चौहान शासक पृथ्वीराज चौहान के बीच लड़ा गया था।
  • Context & Elaboration: इस युद्ध में पृथ्वीराज चौहान ने मोहम्मद गोरी को निर्णायक रूप से पराजित किया था। यह भारत में मुस्लिम शासन की स्थापना के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था, क्योंकि इसने भारत की रक्षात्मक शक्ति को दिखाया।
  • Incorrect Options: इल्तुतमिश और जयचंद का संबंध नहीं था। बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच 1526 ई. में पानीपत का प्रथम युद्ध हुआ था। अलाउद्दीन खिलजी और हम्मीर देव के बीच रणथंभौर का युद्ध हुआ था।

Question 10: ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के दौरान, ‘रैयतवाड़ी बंदोबस्त’ की शुरुआत सर्वप्रथम कहाँ की गई?

  1. बंगाल
  2. पंजाब
  3. मद्रास
  4. उत्तर प्रदेश

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: रैयतवाड़ी बंदोबस्त की शुरुआत सर्वप्रथम मद्रास प्रेसीडेंसी में की गई थी।
  • Context & Elaboration: यह भू-राजस्व प्रणाली ब्रिटिश भारत के बड़े हिस्से में लागू की गई थी, जिसमें सीधे किसानों (रैयत) से कर वसूल किया जाता था। मद्रास प्रेसीडेंसी में इसे कैप्टन अलेक्जेंडर रीड ने शुरू किया और बाद में थॉमस मुनरो ने इसे व्यापक रूप से लागू किया। इसमें भूमि का स्वामित्व किसान के पास होता था।
  • Incorrect Options: बंगाल में स्थायी बंदोबस्त (Landlordism) लागू किया गया था। पंजाब और उत्तर प्रदेश में भी विभिन्न भू-राजस्व प्रणालियाँ लागू की गईं, लेकिन रैयतवाड़ी का प्रारंभिक स्थल मद्रास था।

Question 11: 1857 के विद्रोह को ‘सिपाही विद्रोह’ के अलावा और क्या कहा गया है?

  1. प्रथम स्वतंत्रता संग्राम
  2. नील विद्रोह
  3. संथाल विद्रोह
  4. मुंडा विद्रोह

Answer: (a)

Detailed Explanation:

  • Correctness: 1857 के विद्रोह को कई विद्वानों और नेताओं ने ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ (First War of Indian Independence) के रूप में वर्णित किया है।
  • Context & Elaboration: कार्ल मार्क्स और वि. डी. सावरकर जैसे विचारकों ने इस विद्रोह को भारत के स्वतंत्रता संग्राम का पहला महत्वपूर्ण चरण माना। यह एक व्यापक रूप से फैलने वाला विद्रोह था, जिसमें सैनिकों के साथ-साथ नागरिक वर्ग ने भी भाग लिया था, और इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन को समाप्त करना था।
  • Incorrect Options: नील विद्रोह (1859-60), संथाल विद्रोह (1855-56), और मुंडा विद्रोह (1899-1900) भारत के अन्य महत्वपूर्ण जन विद्रोह थे, लेकिन ये 1857 के विद्रोह से भिन्न थे।

Question 12: ‘सती प्रथा’ को समाप्त करने के लिए किसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी?

  1. ईश्वरचंद्र विद्यासागर
  2. स्वामी दयानंद सरस्वती
  3. राजा राम मोहन राय
  4. स्वामी विवेकानंद

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: राजा राम मोहन राय ने सती प्रथा के उन्मूलन के लिए अथक प्रयास किए और उनके प्रयासों से ही 1829 में लॉर्ड विलियम बेंटिंक के शासनकाल में ‘सती प्रथा’ को अवैध घोषित किया गया।
  • Context & Elaboration: राजा राम मोहन राय एक महान समाज सुधारक और विचारक थे। उन्होंने ब्रह्म समाज की स्थापना की और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने अपनी पत्रिका ‘संवाद कौमुदी’ में सती प्रथा के विरुद्ध लेख लिखे और सरकार पर दबाव बनाया।
  • Incorrect Options: ईश्वरचंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह का समर्थन किया, स्वामी दयानंद सरस्वती ने ‘शुद्धि आंदोलन’ और ‘आर्य समाज’ की स्थापना की, और स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की और भारतीय दर्शन का प्रसार किया।

Question 13: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?

  1. 1928
  2. 1929
  3. 1930
  4. 1931

Answer: (d)

Detailed Explanation:

  • Correctness: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
  • Context & Elaboration: यह समझौता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष सरदार वल्लभभाई पटेल और वायसराय लॉर्ड इरविन के बीच हुआ था। इस समझौते में, कांग्रेस ने सविनय अवज्ञा आंदोलन को स्थगित करने पर सहमति व्यक्त की, और सरकार ने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और उनके जब्त किए गए माल को वापस करने का वादा किया। इस समझौते ने द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने का मार्ग प्रशस्त किया।
  • Incorrect Options: 1928 में साइमन कमीशन भारत आया था, 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ जहाँ पूर्ण स्वराज की मांग की गई, और 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ था।

Question 14: ‘फारवर्ड ब्लॉक’ नामक राजनीतिक दल की स्थापना किसने की थी?

  1. जवाहरलाल नेहरू
  2. सरदार वल्लभभाई पटेल
  3. सुभाष चंद्र बोस
  4. राम मनोहर लोहिया

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: ‘फारवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना 1939 में सुभाष चंद्र बोस ने की थी।
  • Context & Elaboration: यह स्थापना भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के त्रिपुरा सत्र (1939) के बाद हुई, जहाँ सुभाष चंद्र बोस को अध्यक्ष पद से इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने कांग्रेस के भीतर अपने समर्थकों को संगठित करने और एक अधिक सक्रिय राजनीतिक मंच बनाने के लिए फारवर्ड ब्लॉक की स्थापना की। इसका उद्देश्य भारत की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष को तेज करना था।
  • Incorrect Options: जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेता थे, और राम मनोहर लोहिया भी कांग्रेस के एक प्रमुख समाजवादी नेता थे।

Question 15: फ्रांसीसी क्रांति का मुख्य नारा क्या था?

  1. राष्ट्रीयता, एकता, बंधुत्व
  2. स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व
  3. शांति, व्यवस्था, प्रगति
  4. न्याय, निष्पक्षता, सहयोग

Answer: (b)

Detailed Explanation:

  • Correctness: फ्रांसीसी क्रांति (1789) का मुख्य नारा ‘Liberté, Égalité, Fraternité’ था, जिसका हिंदी अनुवाद ‘स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व’ है।
  • Context & Elaboration: ये तीन सिद्धांत फ्रांसीसी क्रांति के मूल आदर्श बन गए और आज भी फ्रांस गणराज्य का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य हैं। यह क्रांति राजशाही के अंत, सामंतवाद के उन्मूलन और एक नए गणतांत्रिक व्यवस्था की स्थापना की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम थी।
  • Incorrect Options: अन्य विकल्प सामान्य नारे हो सकते हैं, लेकिन ये फ्रांसीसी क्रांति के विशिष्ट और ऐतिहासिक रूप से स्वीकृत नारे नहीं हैं।

Question 16: ‘औद्योगिक क्रांति’ की शुरुआत सर्वप्रथम किस देश में हुई?

  1. फ्रांस
  2. जर्मनी
  3. संयुक्त राज्य अमेरिका
  4. ग्रेट ब्रिटेन

Answer: (d)

Detailed Explanation:

  • Correctness: औद्योगिक क्रांति की शुरुआत सर्वप्रथम 18वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में ग्रेट ब्रिटेन (इंग्लैंड) में हुई थी।
  • Context & Elaboration: इस क्रांति ने उत्पादन की विधियों में आमूलचूल परिवर्तन किया। जेम्स वाट द्वारा भाप इंजन का आविष्कार, स्पिनिंग जेनी और पावर लूम जैसे आविष्कार, और कोयले तथा लौह अयस्क के बढ़ते उपयोग ने विनिर्माण, परिवहन और अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से बदल दिया।
  • Incorrect Options: फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका में भी औद्योगिकीकरण हुआ, लेकिन यह ग्रेट ब्रिटेन के बाद और काफी भिन्न गति से हुआ।

Question 17: प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) का तत्कालीन कारण क्या था?

  1. जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण
  2. ऑस्ट्रिया के आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड की हत्या
  3. रूस का ऑस्ट्रिया पर युद्ध की घोषणा
  4. ब्रिटेन का जर्मनी पर युद्ध की घोषणा

Answer: (b)

Detailed Explanation:

  • Correctness: प्रथम विश्व युद्ध का तात्कालिक कारण 28 जून 1914 को ऑस्ट्रिया के सिंहासन के उत्तराधिकारी आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड और उनकी पत्नी की साराजेवो (बोस्निया) में एक सर्बियाई राष्ट्रवादी द्वारा की गई हत्या थी।
  • Context & Elaboration: इस हत्या के कारण ऑस्ट्रिया-हंगरी ने सर्बिया को अल्टीमेटम दिया, जिसके बाद विभिन्न देशों के बीच गुप्त संधियों और गठबंधनों के कारण युद्ध तेजी से फैल गया, जिसमें रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देश शामिल थे।
  • Incorrect Options: जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण द्वितीय विश्व युद्ध का तत्कालीन कारण था। रूस का ऑस्ट्रिया पर और ब्रिटेन का जर्मनी पर युद्ध की घोषणाएँ इस घटनाक्रम के परिणाम थीं, न कि तात्कालिक कारण।

Question 18: मौर्य काल में ‘सीताध्यक्ष’ का पद किस विभाग से संबंधित था?

  1. राजस्व विभाग
  2. कृषि विभाग
  3. पशुपालन विभाग
  4. वन विभाग

Answer: (b)

Detailed Explanation:

  • Correctness: मौर्य काल में ‘सीताध्यक्ष’ का पद कृषि विभाग से संबंधित था।
  • Context & Elaboration: कौटिल्य के ‘अर्थशास्त्र’ के अनुसार, सीताध्यक्ष का कार्य राजकीय भूमि (सीता) से प्राप्त आय का प्रबंधन करना और कृषि उत्पादन को बढ़ावा देना था। राजकीय भूमि का अर्थ है वह भूमि जो राज्य के प्रत्यक्ष अधिकार क्षेत्र में थी।
  • Incorrect Options: ‘समहर्ता’ राजस्व विभाग का प्रमुख था, ‘पशुपाल’ पशुपालन से संबंधित हो सकता था, और ‘वनपाल’ वन विभाग से। सीताध्यक्ष का सीधा संबंध कृषि से था।

Question 19: प्रसिद्ध ‘अजंता की गुफाएँ’ मुख्य रूप से किस धर्म से संबंधित कला का चित्रण करती हैं?

  1. हिंदू धर्म
  2. बौद्ध धर्म
  3. जैन धर्म
  4. सिख धर्म

Answer: (b)

Detailed Explanation:

  • Correctness: अजंता की गुफाएँ मुख्य रूप से बौद्ध धर्म से संबंधित हैं और उनमें बौद्ध धर्म की जातक कथाओं, बुद्ध के जीवन और पूर्व जन्मों के दृश्यों का चित्रण किया गया है।
  • Context & Elaboration: ये गुफाएँ महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित हैं और इन्हें दो चरणों में बनाया गया था: पहली शताब्दी ईसा पूर्व से दूसरी शताब्दी ईस्वी तक, और फिर 5वीं शताब्दी ईस्वी में। यहाँ की चित्रकला और मूर्तियां भारतीय कला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
  • Incorrect Options: अजंता में हिंदू या जैन धर्म से संबंधित कलाकृतियाँ बहुत कम या नगण्य हैं। सिख धर्म बहुत बाद में उत्पन्न हुआ।

Question 20: ‘आर्य समाज’ की स्थापना किसने की थी?

  1. स्वामी विवेकानंद
  2. राजा राम मोहन राय
  3. महादेव गोविंद रानाडे
  4. स्वामी दयानंद सरस्वती

Answer: (d)

Detailed Explanation:

  • Correctness: ‘आर्य समाज’ की स्थापना 1875 में स्वामी दयानंद सरस्वती ने की थी।
  • Context & Elaboration: स्वामी दयानंद सरस्वती ने ‘वेदों की ओर लौटो’ का नारा दिया और हिंदू धर्म में व्याप्त कुरीतियों, अंधविश्वासों और कर्मकांडों का खंडन किया। आर्य समाज का उद्देश्य वैदिक शिक्षा का प्रसार करना और हिंदू धर्म को उसका शुद्ध स्वरूप प्रदान करना था। उन्होंने सत्यार्थ प्रकाश नामक पुस्तक की रचना की।
  • Incorrect Options: राजा राम मोहन राय ने ब्रह्म समाज की स्थापना की, स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की, और महादेव गोविंद रानाडे समाज सुधारकों और राष्ट्रवादी नेताओं में से एक थे।

Question 21: भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान ‘करो या मरो’ का नारा किस आंदोलन में दिया गया था?

  1. असहयोग आंदोलन
  2. सविनय अवज्ञा आंदोलन
  3. भारत छोड़ो आंदोलन
  4. रौलट सत्याग्रह

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: ‘करो या मरो’ (Do or Die) का प्रसिद्ध नारा महात्मा गांधी ने 1942 में शुरू हुए ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान दिया था।
  • Context & Elaboration: यह आंदोलन गांधीजी के नेतृत्व में ब्रिटिश शासन के तत्काल अंत की मांग कर रहा था। इस आंदोलन का उद्देश्य देश को पूर्णतः स्वतंत्र कराना था, और गांधीजी ने जनता से इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आह्वान किया था।
  • Incorrect Options: असहयोग आंदोलन (1920-22), सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930-34), और रौलट सत्याग्रह (1919) भारत के अन्य महत्वपूर्ण आंदोलन थे, लेकिन ‘करो या मरो’ का नारा विशेष रूप से भारत छोड़ो आंदोलन से जुड़ा है।

Question 22: जलियावाला बाग नरसंहार कब हुआ था?

  1. 13 अप्रैल 1919
  2. 10 मार्च 1920
  3. 5 मई 1921
  4. 15 जून 1922

Answer: (a)

Detailed Explanation:

  • Correctness: जलियावाला बाग नरसंहार 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर, पंजाब में हुआ था।
  • Context & Elaboration: यह एक बेहद दुखद घटना थी जहाँ जनरल डायर के आदेश पर निहत्थे भीड़ पर गोलियाँ चलाई गईं, जिसमें हजारों भारतीय मारे गए और घायल हुए। यह घटना ब्रिटिश शासन की क्रूरता का प्रतीक बन गई और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को इसने और अधिक गति प्रदान की।
  • Incorrect Options: अन्य तिथियाँ भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएँ नहीं हैं।

Question 23: निम्नलिखित में से किस शासक ने ‘कल्याणकारी राज्य’ की स्थापना का प्रयास किया था?

  1. चंद्रगुप्त मौर्य
  2. अशोक
  3. सिकंदर महान
  4. सम्राट हर्षवर्धन

Answer: (b)

Detailed Explanation:

  • Correctness: सम्राट अशोक को उनके शासनकाल में ‘कल्याणकारी राज्य’ (Welfare State) की अवधारणा को लागू करने के प्रयासों के लिए जाना जाता है।
  • Context & Elaboration: अशोक ने अपने अभिलेखों के माध्यम से प्रजा के कल्याण, धर्म, दान, और मानव व पशु चिकित्सा की व्यवस्था जैसे कार्यों पर जोर दिया। उन्होंने सार्वजनिक सड़कों, धर्मशालाओं, कुओं के निर्माण और मनुष्यों व पशुओं के लिए औषधालयों की स्थापना करवाई। उनका उद्देश्य प्रजा को सुखी और समृद्ध बनाना था।
  • Incorrect Options: चंद्रगुप्त मौर्य एक शक्तिशाली शासक थे जिन्होंने विशाल साम्राज्य स्थापित किया, लेकिन उनका ध्यान मुख्य रूप से प्रशासन और सैन्य शक्ति पर था। सिकंदर एक विजेता था, और हर्षवर्धन ने भी कई कल्याणकारी कार्य किए, लेकिन अशोक का ‘धम्म’ और प्रजा-कल्याणकारी नीति का जोर विशेष उल्लेखनीय है।

Question 24: ‘दास प्रथा’ (Slave Dynasty) की स्थापना किसने की थी?

  1. इल्तुतमिश
  2. कुतुबुद्दीन ऐबक
  3. बलबन
  4. अलाउद्दीन खिलजी

Answer: (b)

Detailed Explanation:

  • Correctness: दिल्ली सल्तनत में ‘दास वंश’ या ‘गुलाम वंश’ की स्थापना कुतुबुद्दीन ऐबक ने की थी।
  • Context & Elaboration: कुतुबुद्दीन ऐबक, मुहम्मद गोरी का एक योग्य दास और सेनापति था। गोरी की मृत्यु के बाद, उसने 1206 ईस्वी में दिल्ली सल्तनत की स्थापना की और अपने वंश की नींव रखी, जिसे गुलाम वंश के नाम से जाना जाता है क्योंकि इसके अधिकांश शासक मूल रूप से दास थे।
  • Incorrect Options: इल्तुतमिश ऐबक का गुलाम और दामाद था, जिसने वंश को मजबूती दी। बलबन भी इल्तुतमिश का गुलाम था और उसने वंश को संभाला। अलाउद्दीन खिलजी खिलजी वंश से संबंधित था।

Question 25: शीत युद्ध (Cold War) का प्रमुख कारण क्या था?

  1. साम्राज्यवाद
  2. फासीवाद का उदय
  3. संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ के बीच वैचारिक मतभेद
  4. विश्व की बढ़ती जनसंख्या

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: शीत युद्ध का मुख्य कारण द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) और सोवियत संघ (USSR) के बीच राजनीतिक, वैचारिक और आर्थिक मतभेद थे।
  • Context & Elaboration: अमेरिका पूंजीवाद और लोकतंत्र का समर्थक था, जबकि सोवियत संघ साम्यवाद का। दोनों महाशक्तियों ने विश्व में अपने-अपने प्रभाव क्षेत्र का विस्तार करने की कोशिश की, जिससे एक लंबा वैचारिक संघर्ष चला जिसे शीत युद्ध कहा गया। इसमें प्रत्यक्ष युद्ध नहीं हुआ, बल्कि प्रॉक्सी युद्ध, हथियारों की दौड़, और राजनीतिक तनाव शामिल थे।
  • Incorrect Options: साम्राज्यवाद एक ऐतिहासिक कारण रहा है, लेकिन शीत युद्ध का मूल कारण वैचारिक भिन्नता थी। फासीवाद का उदय द्वितीय विश्व युद्ध का कारण बना, और विश्व की बढ़ती जनसंख्या एक वैश्विक समस्या है, लेकिन शीत युद्ध का प्रत्यक्ष कारण नहीं।

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