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इतिहास के महारथी बनें: आज की निर्णायक प्रश्नोत्तरी!

इतिहास के महारथी बनें: आज की निर्णायक प्रश्नोत्तरी!

इतिहास के विशाल सागर में एक बार फिर डुबकी लगाने का समय आ गया है! आज की इस प्रश्नोत्तरी के साथ, हम आपको प्राचीन भारत की पावन भूमि से लेकर आधुनिक दुनिया के रणक्षेत्रों तक ले चलेंगे। क्या आप अपनी ऐतिहासिक समझ को परखने और ज्ञान के शिखर तक पहुँचने के लिए तैयार हैं? आइए, अपने अध्ययन को एक नई दिशा दें और इतिहास के हर पन्ने को जीतकर महारथी बनें!

इतिहास अभ्यास प्रश्न

निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।


प्रश्न 1: हड़प्पा सभ्यता का कौन सा स्थल ‘सिंधु का मृ्त्यु प्रदेश’ (Mound of the Dead) के रूप में जाना जाता है?

  1. हड़प्पा
  2. मोहनजोदड़ो
  3. कालीबंगा
  4. लोथल

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: मोहनजोदड़ो, जिसका सिंधी भाषा में अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है, को इस नाम से जाना जाता है। यह सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख पुरातात्विक स्थल है।
  • संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। यहाँ से मिली महत्वपूर्ण खोजों में महान स्नानागार, कांसे की नर्तकी की मूर्ति और पुरोहित-राजा की प्रतिमा शामिल हैं। यह शहर अपने सुनियोजित शहरी नियोजन के लिए प्रसिद्ध था।
  • गलत विकल्प: हड़प्पा पहला स्थल था जहाँ खुदाई हुई थी। कालीबंगा (राजस्थान) में जूते हुए खेत के प्रमाण मिले हैं, और लोथल (गुजरात) एक प्रमुख गोदी (बंदरगाह) था।

प्रश्न 2: किस वैदिक देवता को ‘ऋतस्य गोपा’ (Rta’s Guardian) कहा गया है?

  1. इंद्र
  2. वरुण
  3. अग्नि
  4. सूर्य

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: वरुण को ‘ऋतस्य गोपा’ कहा गया है। ऋत वैदिक काल की एक महत्वपूर्ण अवधारणा थी, जो प्राकृतिक व्यवस्था, ब्रह्मांडीय व्यवस्था और नैतिक व्यवस्था का प्रतिनिधित्व करती थी।
  • संदर्भ और विस्तार: वरुण को वेदों में समुद्र, जल, रात और व्यवस्था के देवता के रूप में चित्रित किया गया है। वे अपनी सर्वज्ञता और न्यायप्रियता के लिए जाने जाते थे।
  • गलत विकल्प: इंद्र वर्षा और युद्ध के देवता थे, अग्नि यज्ञ और देवताओं के दूत थे, और सूर्य प्रकाश और जीवन के दाता थे।

प्रश्न 3: चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने अंतिम दिन किस स्थान पर बिताए?

  1. पाटलिपुत्र
  2. सारनाथ
  3. श्रवणबेलगोला
  4. उज्जैन

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: जैन परंपराओं के अनुसार, चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने अंतिम दिन कर्नाटक के श्रवणबेलगोला में बिताए थे, जहाँ उन्होंने सल्लेखना (भूख हड़ताल द्वारा मृत्यु) की प्रथा का पालन किया।
  • संदर्भ और विस्तार: यह घटना तब हुई जब वे संभवतः 297 ईसा पूर्व के आसपास जैन धर्म में दीक्षित हो गए थे। यह मौर्य वंश की स्थापना करने वाले महान सम्राट थे।
  • गलत विकल्प: पाटलिपुत्र (पटना) उनकी राजधानी थी। सारनाथ में बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। उज्जैन एक महत्वपूर्ण मौर्यकालीन प्रशासनिक केंद्र था।

प्रश्न 4: ‘मिश्कत-उल-अखबार’ (Mishkat-ul-Akhbar) नामक साप्ताहिक समाचार पत्र का प्रकाशन किसने शुरू किया था?

  1. राजा राम मोहन राय
  2. सैयद अहमद खान
  3. ज्योतिबा फुले
  4. ईश्वर चंद्र विद्यासागर

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: राजा राम मोहन राय ने 1822 में ‘मिश्कत-उल-अखबार’ (संवाद कौमुदी का फारसी संस्करण) का प्रकाशन शुरू किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह भारतीय समाचार पत्रों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण कदम था, क्योंकि यह स्वदेशी स्वामित्व और संपादन वाला पहला फारसी समाचार पत्र था। राजा राम मोहन राय को भारतीय पुनर्जागरण का अग्रदूत माना जाता है।
  • गलत विकल्प: सैयद अहमद खान अलीगढ़ आंदोलन के संस्थापक थे। ज्योतिबा फुले समाज सुधारक थे। ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह और शिक्षा के क्षेत्र में कार्य किया।

प्रश्न 5: प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, किस भारतीय राष्ट्रवादी नेता ने ब्रिटिश सरकार की सहायता के लिए भारतीयों को सैन्य सेवा में शामिल होने का आग्रह किया था?

  1. महात्मा गांधी
  2. बाल गंगाधर तिलक
  3. गोपाल कृष्ण गोखले
  4. लाला लाजपत राय

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: बाल गंगाधर तिलक ने प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश सरकार का सहयोग करने और भारतीयों को सैन्य सेवा में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: तिलक का यह कदम इस आशा पर आधारित था कि युद्ध के बाद भारत को डोमिनियन स्टेटस या स्वशासन मिल जाएगा। उन्होंने “होम रूल आंदोलन” के दौरान इस विचार का प्रचार किया।
  • गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने युद्ध के दौरान ब्रिटिश सरकार का समर्थन किया था लेकिन बाद में असहयोग आंदोलन के दौरान यह नीति बदली। गोखले और लाला लाजपत राय की मृत्यु युद्ध के शुरुआती चरणों में हो गई थी।

प्रश्न 6: गुप्त काल का प्रसिद्ध खगोलशास्त्री कौन था जिसने पृथ्वी को सूर्य के चारों ओर घूमते हुए बताया?

  1. आर्यभट्ट
  2. वराहमिहिर
  3. ब्रह्मगुप्त
  4. भास्कराचार्य

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: आर्यभट्ट (476 ईस्वी) ने अपने ग्रंथ ‘आर्यभट्टीय’ में स्पष्ट रूप से कहा था कि पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है (दिन और रात का कारण) और ग्रहों की गति का वर्णन किया, जो सूर्य-केंद्रित मॉडल की ओर इशारा करता है।
  • संदर्भ और विस्तार: आर्यभट्ट ने पाई (π) का मान भी निकाला और त्रिकोणमिति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका कार्य प्राचीन भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
  • गलत विकल्प: वराहमिहिर ने ‘बृहत्संहिता’ लिखी, जिसमें ज्योतिष और खगोल विज्ञान का व्यापक वर्णन है। ब्रह्मगुप्त ने ‘ब्रह्मस्फुटसिद्धांत’ लिखा, जिसमें शून्य का उपयोग और ऋणात्मक संख्याओं का वर्णन है। भास्कराचार्य (द्वितीय) मध्यकालीन भारत के एक महान गणितज्ञ थे।

प्रश्न 7: ‘सूफीवाद’ शब्द किस शब्द से लिया गया है?

  1. सूफ (ऊन)
  2. सफा (पंक्ति)
  3. सफा (शुद्धता)
  4. उपरोक्त सभी

उत्तर: (d)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘सूफीवाद’ शब्द की उत्पत्ति के बारे में विद्वानों में मतभेद है, लेकिन यह संभवतः ‘सूफ’ (ऊन) से लिया गया है, जो प्रारंभिक सूफियों द्वारा पहने जाने वाले साधारण ऊनी वस्त्रों का प्रतीक था। अन्य संभावित मूल ‘सफा’ (पंक्ति, जो अल्लाह के सामने कतार को दर्शाता है) और ‘सफा’ (शुद्धता) हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: सूफीवाद इस्लाम का एक रहस्यवादी आंदोलन है जो ईश्वर के प्रति प्रेम, सेवा और व्यक्तिगत अनुभव पर जोर देता है। यह 8वीं शताब्दी के आसपास विकसित हुआ।
  • गलत विकल्प: चूंकि तीनों व्याख्याएं प्रासंगिक हैं, इसलिए ‘उपरोक्त सभी’ सही उत्तर है।

प्रश्न 8: ‘दीन-ए-इलाही’ की स्थापना किस मुगल सम्राट ने की थी?

  1. अकबर
  2. जहाँगीर
  3. शाहजहाँ
  4. औरंगजेब

उत्तर: (a)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘दीन-ए-इलाही’ (ईश्वर का धर्म) की स्थापना सम्राट अकबर ने 1582 में की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह एक धर्मनिरपेक्ष धार्मिक व्यवस्था थी जिसमें विभिन्न धर्मों के सार को मिलाकर एक नया पंथ बनाने का प्रयास किया गया था। इसका उद्देश्य विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच एकता को बढ़ावा देना था, लेकिन यह व्यापक रूप से स्वीकृत नहीं हुआ।
  • गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब अलग-अलग धार्मिक नीतियों और सांस्कृतिक योगदानों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन दीन-ए-इलाही का संबंध केवल अकबर से है।

प्रश्न 9: विजयनगर साम्राज्य का सबसे प्रसिद्ध शासक किसे माना जाता है?

  1. हरिहर
  2. बुक्का
  3. कृष्णदेवराय
  4. देवराय द्वितीय

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: कृष्णदेवराय (शासनकाल 1509-1529) विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासकों में से एक थे।
  • संदर्भ और विस्तार: उनके शासनकाल को साम्राज्य का स्वर्ण युग माना जाता है। उन्होंने कला, साहित्य और वास्तुकला को भरपूर संरक्षण दिया। उन्होंने तुंगभद्रा नदी पर बांध बनवाए और उड़ीसा के गजपति शासकों को हराया।
  • गलत विकल्प: हरिहर और बुक्का ने 1336 में विजयनगर साम्राज्य की स्थापना की थी। देवराय द्वितीय भी एक महत्वपूर्ण शासक थे, लेकिन कृष्णदेवराय की प्रसिद्धि और उपलब्धि अधिक व्यापक है।

प्रश्न 10: 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण क्या था?

  1. डलहौजी की व्यपगत नीति
  2. ईसाई धर्म फैलाने के प्रयास
  3. एनफील्ड राइफल में प्रयुक्त चर्बी वाले कारतूस
  4. भारतीयों को सैनिक पदों से वंचित रखना

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: एनफील्ड राइफल में प्रयुक्त चर्बी वाले कारतूसों की अफवाह 1857 के विद्रोह का तात्कालिक कारण बनी, क्योंकि वे गाय (हिंदुओं के लिए पवित्र) और सूअर (मुसलमानों के लिए अपवित्र) की चर्बी से बने माने जाते थे।
  • संदर्भ और विस्तार: यह अफवाह सिपाहियों के बीच गहरा असंतोष फैल गई, जिससे मंगल पांडे ने बैरकपुर में विद्रोह किया और क्रांति की शुरुआत हुई। यह विद्रोह ब्रिटिश नीतियों के प्रति वर्षों के संचित असंतोष का परिणाम था।
  • गलत विकल्प: डलहौजी की व्यपगत नीति (Doctrine of Lapse) और ईसाई धर्म फैलाने के प्रयास विद्रोह के गहरे कारण थे, लेकिन चर्बी वाले कारतूस ही तात्कालिक चिंगारी थे।

प्रश्न 11: ‘रैयतवाड़ी व्यवस्था’ के अंतर्गत भूमि का स्वामित्व किसके पास होता था?

  1. ज़मींदार
  2. किसान (रैयत)
  3. कंपनी
  4. सरकारी अधिकारी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: रैयतवाड़ी व्यवस्था में, भूमि का स्वामित्व सीधे किसानों (रैयतों) के पास होता था, और उन्हें सीधे ब्रिटिश सरकार को लगान का भुगतान करना पड़ता था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह व्यवस्था थॉमस मुनरो द्वारा मद्रास प्रेसीडेंसी में लागू की गई थी और बाद में बंबई प्रेसीडेंसी के कुछ हिस्सों में भी इसका विस्तार हुआ। इसका उद्देश्य बिचौलियों को समाप्त करना और सीधे किसानों से लगान वसूलना था।
  • गलत विकल्प: ज़मींदारी व्यवस्था में ज़मींदार मालिक होते थे। कंपनी सीधे लगान वसूलती थी लेकिन भूमि का स्वामित्व नहीं होता था।

प्रश्न 12: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन में ‘पूर्ण स्वराज’ का लक्ष्य घोषित किया गया?

  1. कलकत्ता अधिवेशन, 1928
  2. लाहौर अधिवेशन, 1929
  3. कराची अधिवेशन, 1931
  4. फैजपुर अधिवेशन, 1936

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: 1929 में लाहौर अधिवेशन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने ‘पूर्ण स्वराज’ (संपूर्ण स्वतंत्रता) को अपना अंतिम लक्ष्य घोषित किया।
  • संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता जवाहरलाल नेहरू ने की थी। यहीं पर 26 जनवरी, 1930 को ‘पूर्ण स्वराज दिवस’ मनाने का भी निर्णय लिया गया, जो बाद में भारत के गणतंत्र दिवस का आधार बना।
  • गलत विकल्प: कलकत्ता अधिवेशन में नेहरू रिपोर्ट पर विचार किया गया। कराची अधिवेशन में मौलिक अधिकारों का प्रस्ताव पारित हुआ। फैजपुर अधिवेशन महात्मा गांधी के नेतृत्व में हुआ था।

प्रश्न 13:FATIMA Jinnah, who was known as the ‘Mother of the Nation’ in Pakistan, was the sister of which prominent leader?

  1. Liaquat Ali Khan
  2. Ayub Khan
  3. Muhammad Ali Jinnah
  4. Zulfiqar Ali Bhutto

Answer: (c)

Detailed Explanation:

  • Correctness: Fatima Jinnah was the younger sister of Muhammad Ali Jinnah, the founder of Pakistan.
  • Context & Elaboration: She played a significant role in the Pakistan Movement and was often referred to as “Madar-e-Millat” (Mother of the Nation) for her dedication and support to her brother’s cause. She remained active in politics after Pakistan’s independence and even contested the presidential election in 1965.
  • Incorrect Options: Liaquat Ali Khan was Pakistan’s first Prime Minister. Ayub Khan was a military dictator and President. Zulfiqar Ali Bhutto was a later Prime Minister and President.

प्रश्न 14: पुनर्जागरण काल के दौरान इटली में ‘मानववाद’ (Humanism) का मुख्य जोर किस पर था?

  1. ईश्वर पर पूर्ण विश्वास
  2. शास्त्रीय यूनानी और रोमन साहित्य का अध्ययन
  3. वैज्ञानिक प्रयोग
  4. धार्मिक अनुष्ठान

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: पुनर्जागरण काल का मानववाद मुख्य रूप से शास्त्रीय यूनानी और रोमन साहित्य, दर्शन और कला के अध्ययन पर केंद्रित था।
  • संदर्भ और विस्तार: मानववादियों ने मध्यकालीन धार्मिक दृष्टिकोण के विपरीत, मनुष्य की गरिमा, क्षमता और तर्कसंगतता पर जोर दिया। उन्होंने प्राचीन ग्रंथों को फिर से खोजा और उनका अनुवाद किया, जिससे ज्ञान और संस्कृति का नया पुनर्जागरण हुआ।
  • गलत विकल्प: ईश्वर पर विश्वास मध्ययुगीन काल का प्रमुख केंद्र था। वैज्ञानिक प्रयोग पुनर्जागरण के बाद की अवधि (जैसे वैज्ञानिक क्रांति) में अधिक प्रमुख हुए।

प्रश्न 15: भारतीय संविधान के निर्माण के समय, संविधान सभा की कुल सदस्य संख्या कितनी थी?

  1. 299
  2. 389
  3. 300
  4. 324

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: भारतीय संविधान सभा की कुल सदस्य संख्या 389 थी, जैसा कि कैबिनेट मिशन योजना (1946) में तय किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: इसमें ब्रिटिश भारत के 292 प्रतिनिधि, देशी रियासतों के 93 प्रतिनिधि और मुख्य आयुक्तों के प्रांतों के 4 प्रतिनिधि शामिल थे। बाद में विभाजन के कारण यह संख्या कम हो गई।
  • गलत विकल्प: 299 वह संख्या है जो विभाजन के बाद संविधान सभा में रह गई थी।

प्रश्न 16: “द पॉवर्टी एंड अन-ब्रिटिश रूल इन इंडिया” नामक प्रसिद्ध पुस्तक किसने लिखी?

  1. एम.जी. रानाडे
  2. दादाभाई नौरोजी
  3. सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
  4. गोपाल कृष्ण गोखले

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: यह पुस्तक दादाभाई नौरोजी ने लिखी थी, जो ‘ग्रैंड ओल्ड मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से जाने जाते हैं।
  • संदर्भ और विस्तार: इस पुस्तक में नौरोजी ने ब्रिटिश शासन द्वारा भारत के आर्थिक शोषण और धन के निष्कासन (Drain of Wealth) के सिद्धांत को विस्तार से समझाया। इसने भारतीय राष्ट्रवाद को वैचारिक आधार प्रदान किया।
  • गलत विकल्प: एम.जी. रानाडे, सुरेन्द्रनाथ बनर्जी और गोपाल कृष्ण गोखले भी प्रमुख राष्ट्रवादी नेता थे, लेकिन यह विशेष पुस्तक नौरोजी द्वारा लिखी गई थी।

प्रश्न 17: मेसोपोटामिया की सभ्यता किस नदी के किनारे विकसित हुई?

  1. नील नदी
  2. सिंधु नदी
  3. टाइगरिस और यूफ्रेट्स नदियाँ
  4. यांग्त्ज़ी नदी

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: मेसोपोटामिया की सभ्यता, जिसे ‘दो नदियों की भूमि’ भी कहा जाता है, मुख्य रूप से टाइगरिस (दजला) और यूफ्रेट्स (फरात) नदियों के बीच के उपजाऊ क्षेत्र में विकसित हुई।
  • संदर्भ और विस्तार: इस क्षेत्र में सुमेरियन, अक्काडियन, बेबीलोनियन और असीरियन जैसी प्रमुख सभ्यताओं का उदय हुआ, जिन्होंने लेखन (कीलाक्षर), पहिया, सिंचाई और कानून (जैसे हम्मुराबी की विधि संहिता) जैसे महत्वपूर्ण आविष्कार किए।
  • गलत विकल्प: नील नदी मिस्र की सभ्यता से, सिंधु नदी सिंधु घाटी सभ्यता से, और यांग्त्ज़ी नदी चीनी सभ्यता से जुड़ी हैं।

प्रश्न 18: फ्रांस की क्रांति (1789) का प्रमुख नारा क्या था?

  1. “शांति, भूमि और रोटी”
  2. “तानाशाही का अंत, स्वतंत्रता का उदय”
  3. “स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व”
  4. “राष्ट्रवाद सर्वोपरि”

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: फ्रांस की क्रांति का प्रसिद्ध नारा “Liberté, égalité, fraternité” था, जिसका हिंदी में अर्थ “स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व” है।
  • संदर्भ और विस्तार: यह नारा क्रांति के मूल सिद्धांतों को दर्शाता है, जिसमें राजशाही और सामंती विशेषाधिकारों को समाप्त करना, सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार स्थापित करना और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देना शामिल था।
  • गलत विकल्प: “शांति, भूमि और रोटी” रूसी क्रांति (1917) का नारा था। अन्य विकल्प सामान्य राजनीतिक विचार हैं लेकिन क्रांति का विशिष्ट नारा नहीं।

प्रश्न 19: ‘महाभाष्य’ के लेखक कौन थे?

  1. कालिदास
  2. पाणिनी
  3. पतंजलि
  4. भरतमुनि

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ‘महाभाष्य’ के लेखक महर्षि पतंजलि थे।
  • संदर्भ और विस्तार: महाभाष्य प्राचीन भारत में संस्कृत व्याकरण पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण टीका है, जो पाणिनी के ‘अष्टाध्यायी’ पर आधारित है। यह मौर्योत्तर काल (लगभग दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व) का ग्रंथ माना जाता है। पतंजलि को योग के जनक के रूप में भी जाना जाता है।
  • गलत विकल्प: कालिदास महान कवि और नाटककार थे। पाणिनी ने ‘अष्टाध्यायी’ लिखी थी। भरतमुनि ने ‘नाट्यशास्त्र’ लिखा था।

प्रश्न 20: किस गुप्त शासक ने ‘विक्रमादित्य’ की उपाधि धारण की थी?

  1. चंद्रगुप्त प्रथम
  2. समुद्रगुप्त
  3. चंद्रगुप्त द्वितीय
  4. कुमारगुप्त

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: चंद्रगुप्त द्वितीय ने ‘विक्रमादित्य’ (पराक्रम का सूर्य) की उपाधि धारण की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: यह उपाधि उन्होंने शकों पर अपनी विजय के उपलक्ष्य में धारण की थी। उनके दरबार में नवरत्न (नौ विद्वानों का समूह) थे, जिनमें कालिदास जैसे महान कवि शामिल थे।
  • गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का संस्थापक था। समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है। कुमारगुप्त ने नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना में योगदान दिया।

प्रश्न 21: ‘संथाल विद्रोह’ का नेतृत्व किसने किया था?

  1. बिरसा मुंडा
  2. सिद्धू और कान्हू
  3. रघुनाथ महतो
  4. तिलका मांझी

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: 1855-56 के संथाल विद्रोह का नेतृत्व सिद्धू और कान्हू मुर्मू भाइयों ने किया था।
  • संदर्भ और विस्तार: यह विद्रोह वर्तमान झारखंड और पश्चिम बंगाल के क्षेत्रों में ब्रिटिश शासन, साहूकारों और जमींदारों के अत्याचारों के खिलाफ आदिवासियों का एक प्रमुख प्रतिरोध था।
  • गलत विकल्प: बिरसा मुंडा ने ‘उलगुलान’ (महाउथल-पुथल) आंदोलन का नेतृत्व किया। तिलका मांझी ने भी ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह किया था। रघुनाथ महतो भी एक प्रारंभिक आदिवासी नेता थे।

प्रश्न 22: खिलाफत आंदोलन का मुख्य उद्देश्य क्या था?

  1. भारतीय मुसलमानों के लिए अलग राज्य की माँग
  2. प्रथम विश्व युद्ध के बाद ऑटोमन साम्राज्य के खलीफा के पद को बहाल कराना
  3. भारत में स्वशासन की माँग
  4. पाकिस्तान की स्थापना

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: खिलाफत आंदोलन (1919-1924) का मुख्य उद्देश्य प्रथम विश्व युद्ध के बाद ब्रिटिश सरकार द्वारा तुर्की के सुल्तान (खलीफा) के साथ किए गए अपमानजनक व्यवहार का विरोध करना और उनके पद की बहाली की माँग करना था।
  • संदर्भ और विस्तार: भारत में, यह आंदोलन भारतीय मुसलमानों द्वारा तुर्की के खलीफा के प्रति अपनी धार्मिक निष्ठा व्यक्त करने और ब्रिटिश सरकार पर दबाव बनाने का एक प्रयास था। महात्मा गांधी ने इस आंदोलन को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के असहयोग आंदोलन के साथ जोड़ दिया था।
  • गलत विकल्प: अलग राज्य या पाकिस्तान की माँग बाद में उठी। स्वशासन की माँग कांग्रेस का लक्ष्य था।

प्रश्न 23: ‘भारतीय राष्ट्रीय सेना’ (Indian National Army – INA) का गठन किसने किया था?

  1. सुभाष चंद्र बोस
  2. मोहन सिंह
  3. कैप्टन लक्ष्मी सहगल
  4. भगत सिंह

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: भारतीय राष्ट्रीय सेना (INA) का गठन मूल रूप से दक्षिण पूर्व एशिया में ब्रिटिश भारतीय सेना के युद्धबंदियों द्वारा कैप्टन मोहन सिंह के नेतृत्व में 1942 में किया गया था।
  • संदर्भ और विस्तार: बाद में, सुभाष चंद्र बोस ने 1943 में इसका नेतृत्व संभाला और इसे पुनर्जीवित किया, जिससे यह आज़ाद हिंद फ़ौज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया।
  • गलत विकल्प: सुभाष चंद्र बोस INA के सबसे प्रमुख नेता थे, लेकिन प्रारंभिक गठन मोहन सिंह द्वारा किया गया था। कैप्टन लक्ष्मी सहगल INA की महिला रेजिमेंट ‘रानी लक्ष्मी बाई रेजिमेंट’ की प्रमुख थीं। भगत सिंह एक प्रमुख क्रांतिकारी थे।

प्रश्न 24: द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, जर्मनी में नाजी पार्टी के नेता कौन थे?

  1. बेंनिटो मुसोलिनी
  2. एडोल्फ हिटलर
  3. जोसेफ स्टालिन
  4. विंस्टन चर्चिल

उत्तर: (b)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: एडोल्फ हिटलर नाजी पार्टी के नेता थे और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी के चांसलर और फ्यूहरर (नेता) थे।
  • संदर्भ और विस्तार: हिटलर के नेतृत्व में, जर्मनी ने आक्रामक विस्तारवादी नीतियां अपनाईं, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हुई। नाजी पार्टी अपने नस्लीय विचारधारा, यहूदी विरोधी नीतियों (होलोकॉस्ट) और अधिनायकवादी शासन के लिए जानी जाती है।
  • गलत विकल्प: बेनिटो मुसोलिनी इटली के फासीवादी नेता थे। जोसेफ स्टालिन सोवियत संघ के नेता थे। विंस्टन चर्चिल यूनाइटेड किंगडम के प्रधान मंत्री थे।

प्रश्न 25: किस भारतीय समाज सुधारक ने ‘सत्यशोधक समाज’ की स्थापना की थी?

  1. ईश्वर चंद्र विद्यासागर
  2. स्वामी दयानंद सरस्वती
  3. ज्योतिबा फुले
  4. राजा राम मोहन राय

उत्तर: (c)

विस्तृत स्पष्टीकरण:

  • सटीकता: ज्योतिबा फुले ने 1873 में ‘सत्यशोधक समाज’ (सत्य की खोज करने वाला समाज) की स्थापना की थी।
  • संदर्भ और विस्तार: इस समाज का मुख्य उद्देश्य निम्न जातियों और स्त्रियों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाना और ब्राह्मणवादी वर्चस्व को चुनौती देना था। फुले दंपत्ति ने शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
  • गलत विकल्प: ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह का समर्थन किया। स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की। राजा राम मोहन राय ने ब्रह्म समाज की स्थापना की।

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