इतिहास के महारथी: क्या आप इन 25 प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं?
आइए, इतिहास के गलियारों में एक रोमांचक यात्रा पर चलें! यह समय है अपने ज्ञान की परीक्षा लेने का और यह जानने का कि अतीत की कौन सी घटनाएं, व्यक्तित्व और काल आपके लिए सबसे स्पष्ट हैं। प्रस्तुत हैं 25 बहुविकल्पीय प्रश्न, जो आपके इतिहास के ज्ञान को एक नई दिशा देंगे।
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान किए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता के किस स्थल को ‘सिंधु का बाग’ या ‘मृतकों का टीला’ कहा जाता था?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मोहनजोदड़ो, जिसका अर्थ है ‘मृतकों का टीला’, सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख स्थल था। इसकी सबसे उल्लेखनीय विशेषता इसकी सुनियोजित शहरी व्यवस्था, ग्रेट बाथ और बड़ी संख्या में मिली मुहरें हैं।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो को “सिंधु का बाग” भी कहा जाता था क्योंकि यह सिंधु नदी के किनारे स्थित था और एक समृद्ध कृषि व व्यापारिक केंद्र था। यहाँ की जल निकासी व्यवस्था और सार्वजनिक भवन उस समय की उन्नत वास्तुकला का प्रमाण देते हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा सभ्यता का पहला खोजा गया स्थल था। लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था, और कालीबंगन अपनी आहुति वेदिकाओं के लिए जाना जाता है।
प्रश्न 2: मौर्य वंश का संस्थापक कौन था?
- अशोक
- बिंदुसार
- चंद्रगुप्त मौर्य
- बृहद्रथ
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: चंद्रगुप्त मौर्य ने 322 ईसा पूर्व में मौर्य राजवंश की स्थापना की थी। उसने नंद साम्राज्य को उखाड़ फेंका और एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया।
- संदर्भ और विस्तार: चंद्रगुप्त मौर्य ने चाणक्य (कौटिल्य) की मदद से नंद वंश के अंतिम शासक धनानंद को परास्त किया और मगध में मौर्य साम्राज्य की नींव रखी। उसका साम्राज्य पूर्व में बंगाल से लेकर पश्चिम में अफगानिस्तान तक फैला था।
- गलत विकल्प: अशोक महान मौर्य शासक थे, जो चंद्रगुप्त के पोते थे। बिंदुसार चंद्रगुप्त मौर्य के पुत्र और अशोक के पिता थे। बृहद्रथ मौर्य वंश का अंतिम शासक था।
प्रश्न 3: ‘इक्तादारी’ प्रथा किस सल्तनत काल में शुरू की गई थी?
- सैय्यद वंश
- खिलजी वंश
- तुलगक वंश
- दिल्ली सल्तनत (विशेषकर प्रारंभिक काल)
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: इक्तादारी प्रथा, जिसमें भूमि को सैन्य अधिकारियों या सैनिकों को सेवा के बदले दी जाती थी, दिल्ली सल्तनत के शुरुआती दौर में, विशेष रूप से इल्तुतमिश के शासनकाल में, शुरू की गई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इक्ता एक प्रकार की भूमि अनुदान थी जो ‘इक्तादार’ नामक अधिकारी को दी जाती थी, जो उस भूमि से राजस्व एकत्र करता था और बदले में सैन्य सेवाएँ प्रदान करता था। यह प्रशासन को सुव्यवस्थित करने और सैन्य शक्ति बनाए रखने का एक तरीका था।
- गलत विकल्प: सैय्यद, खिलजी और तुलगक वंशों ने इस प्रथा को जारी रखा और संशोधित किया, लेकिन इसकी शुरुआत दिल्ली सल्तनत के संस्थापक शासकों में से एक, इल्तुतमिश के समय हुई थी।
प्रश्न 4: किस मुगल सम्राट को ‘जहाँदार शाह’ ने ‘मियाँ’ की उपाधि दी थी?
- तानसेन
- अब्दुल रहीम खान-ए-खाना
- अमीर खुसरो
- बैजू बावरा
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: महान संगीतज्ञ तानसेन को मुगल सम्राट अकबर ने ‘मियाँ’ की उपाधि से सम्मानित किया था। जहाँदार शाह का ज़िक्र यहाँ भ्रमित करने के लिए है।
- संदर्भ और विस्तार: तानसेन अकबर के नवरत्नों में से एक थे और वे अपनी अद्भुत गायन प्रतिभा के लिए जाने जाते थे। अकबर उनकी प्रतिभा से इतने प्रसन्न थे कि उन्होंने उन्हें ‘मियाँ’ की उपाधि प्रदान की।
- गलत विकल्प: अब्दुल रहीम खान-ए-खाना एक कवि थे, अमीर खुसरो मध्यकालीन भारत के एक प्रमुख विद्वान, कवि और संगीतज्ञ थे, और बैजू बावरा भी एक प्रसिद्ध संगीतज्ञ थे, लेकिन ‘मियाँ’ की उपाधि तानसेन को दी गई थी।
प्रश्न 5: ‘दीन-ए-इलाही’ धर्म की स्थापना किस मुगल सम्राट ने की थी?
- अकबर
- जहाँगीर
- शाहजहाँ
- औरंगजेब
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: दीन-ए-इलाही की स्थापना मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह एक सिंक्रेटिक (समन्वित) धर्म था जिसमें विभिन्न धर्मों (जैसे इस्लाम, हिंदू धर्म, ईसाई धर्म, पारसी धर्म) के तत्वों को शामिल करने का प्रयास किया गया था। इसका उद्देश्य विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच एकता लाना था, लेकिन यह व्यापक रूप से अपनाया नहीं गया।
- गलत विकल्प: जहाँगीर, शाहजहाँ और औरंगजेब ने इस धर्म का अनुसरण या प्रचार नहीं किया।
प्रश्न 6: भारत में पहली बार डाक टिकट का प्रचलन किस वायसराय के शासनकाल में हुआ?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारत में पहली बार डाक टिकट का प्रचलन लॉर्ड डलहौजी के शासनकाल में 1854 ईस्वी में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: डलहौजी ने भारत में डाक और तार व्यवस्था में महत्वपूर्ण सुधार किए। उन्होंने एक समान डाक दरें लागू कीं और पोस्ट ऑफिस अधिनियम 1854 पारित किया, जिसने आधुनिक डाक प्रणाली की नींव रखी।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय वायसराय थे। लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट पारित किया था, और लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था।
प्रश्न 7: 1857 के विद्रोह को ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ किसने कहा था?
- सर जॉन लॉरेंस
- कार्ल मार्क्स
- वी. डी. सावरकर
- आर. सी. मजूमदार
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: वीर दामोदर सावरकर (वी. डी. सावरकर) ने अपनी पुस्तक ‘The Indian War of Independence, 1857’ में 1857 के विद्रोह को भारत का ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ कहा था।
- संदर्भ और विस्तार: सावरकर ने इस विद्रोह को सिर्फ एक सिपाही विद्रोह के बजाय एक सुनियोजित राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के रूप में प्रस्तुत किया, जिसने भारतीय राष्ट्रवाद की भावना को बढ़ावा दिया।
- गलत विकल्प: सर जॉन लॉरेंस इसे केवल एक सिपाही विद्रोह मानते थे। कार्ल मार्क्स ने इसे ‘राष्ट्रीय विद्रोह’ कहा था, लेकिन ‘प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ का श्रेय सावरकर को जाता है। आर. सी. मजूमदार ने भी इसे एक राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम के रूप में वर्णित किया, लेकिन ‘प्रथम’ शब्द का प्रयोग सावरकर ने पहले किया था।
प्रश्न 8: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब हुई थी?
- 1885
- 1890
- 1905
- 1920
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इसकी स्थापना ए.ओ. ह्यूम, एक सेवानिवृत्त ब्रिटिश अधिकारी, द्वारा की गई थी। कांग्रेस का पहला अधिवेशन बॉम्बे (अब मुंबई) में व्योमेश चंद्र बनर्जी की अध्यक्षता में हुआ था। इसका प्रारंभिक उद्देश्य भारतीयों को ब्रिटिश शासन के प्रति वफादार बनाना और उन्हें धीरे-धीरे राजनीतिक अधिकार दिलाना था।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प प्रमुख भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलनों से जुड़े हैं, जैसे 1905 में बंगाल विभाजन और स्वदेशी आंदोलन, लेकिन कांग्रेस की स्थापना 1885 में हुई थी।
प्रश्न 9: ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ किस वर्ष प्रारंभ हुआ?
- 1940
- 1941
- 1942
- 1945
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारत छोड़ो आंदोलन 8 अगस्त 1942 को शुरू किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: महात्मा गांधी ने मुंबई में कांग्रेस अधिवेशन में इस आंदोलन का आह्वान किया था, जिसका नारा ‘करो या मरो’ था। इस आंदोलन का उद्देश्य ब्रिटिश शासन को तुरंत समाप्त करना था। इसके जवाब में, ब्रिटिश सरकार ने कांग्रेस के प्रमुख नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
- गलत विकल्प: 1940 में व्यक्तिगत सत्याग्रह, 1941 में क्रिप्स मिशन का भारत आगमन और 1945 में द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति और उसके बाद की राजनीतिक गतिविधियाँ हुईं।
प्रश्न 10: किस गुप्त शासक को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है?
- चंद्रगुप्त प्रथम
- समुद्रगुप्त
- चंद्रगुप्त द्वितीय
- स्कंदगुप्त
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गुप्त शासक समुद्रगुप्त को ‘भारत का नेपोलियन’ कहा जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: इतिहासकार आर. सी. मजूमदार ने यह उपाधि उन्हें उनकी सैन्य विजयों के कारण दी थी। समुद्रगुप्त एक महान योद्धा और कुशल शासक थे जिन्होंने अपने साम्राज्य का विस्तार उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में कांचीपुरम तक किया था। उन्होंने कई महत्वपूर्ण युद्ध जीते और अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश के संस्थापक थे। चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) का शासनकाल गुप्त काल का स्वर्ण युग माना जाता है, और स्कंदगुप्त ने हूणों के आक्रमणों का सफलतापूर्वक सामना किया था।
प्रश्न 11: प्राचीन भारत में ‘नागार्जुनिकोंड’ किस लिए प्रसिद्ध था?
- सूती वस्त्रों का केंद्र
- बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र
- लोहे के औजारों का निर्माण
- योग और ध्यान का केंद्र
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: नागार्जुनिकोंड, जो आंध्र प्रदेश में स्थित है, प्राचीन काल में बौद्ध धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र और शिक्षा का स्थल था।
- संदर्भ और विस्तार: यहाँ बौद्ध धर्म की महायान शाखा का एक विशाल मठ और स्तूप का निर्माण हुआ था। इसका नाम बौद्ध दार्शनिक नागार्जुन के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने यहाँ शिक्षा दी थी। यहाँ से प्राप्त शिलालेखों और मूर्तियों से उस काल की बौद्ध संस्कृति की जानकारी मिलती है।
- गलत विकल्प: सूती वस्त्रों के लिए लोथल और भारत के अन्य हिस्सों प्रसिद्ध थे। लोहे के औजार उत्तर प्रदेश के अतरंजीखेड़ा जैसे स्थानों पर मिलते थे, और योग तथा ध्यान का विकास पूरे भारत में विभिन्न रूपों में हुआ।
प्रश्न 12: किस सल्तनत कालीन शासक ने ‘बाजार नियंत्रण’ की कठोर नीति अपनाई थी?
- गयासुद्दीन तुगलक
- फिरोजशाह तुगलक
- अलाउद्दीन खिलजी
- सिकंदर लोदी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: अलाउद्दीन खिलजी ने अपने शासनकाल में बाजार नियंत्रण की कठोर नीति लागू की थी।
- संदर्भ और विस्तार: अलाउद्दीन खिलजी ने सेना के लिए रसद की आपूर्ति सुनिश्चित करने और जनता को सस्ती दरों पर आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने के लिए बाजार को नियंत्रित किया। उसने विभिन्न वस्तुओं की कीमतें तय कीं, मुनाफाखोरी पर रोक लगाई, और इन नियमों के उल्लंघन पर कठोर दंड का प्रावधान किया।
- गलत विकल्प: गयासुद्दीन तुगलक और फिरोजशाह तुगलक ने अपनी नीतियां बदलीं, और सिकंदर लोदी ने कृषि और भूमि सुधार पर अधिक ध्यान दिया।
प्रश्न 13: प्रसिद्ध ‘आगरा’ शहर की स्थापना किसने की थी?
- सिकंदर लोदी
- इब्राहिम लोदी
- बहलोल लोदी
- फिरोजशाह तुगलक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: लोदी वंश के शासक सिकंदर लोदी ने 1504 ईस्वी में आगरा शहर की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: सिकंदर लोदी ने अपनी राजधानी दिल्ली से स्थानांतरित कर आगरा को बनाया, क्योंकि वह राजस्थान के शासकों पर नियंत्रण रखना चाहता था। आगरा जल्द ही एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सांस्कृतिक केंद्र बन गया, और बाद में मुगल काल में भी इसकी महत्ता बनी रही।
- गलत विकल्प: इब्राहिम लोदी सिकंदर का पुत्र था और बहलोल लोदी इब्राहिम का पिता था। फिरोजशाह तुगलक ने कई शहरों की स्थापना की, लेकिन आगरा की नहीं।
प्रश्न 14: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब और किसने की थी?
- 1336 ईस्वी, हरिहर और बुक्का
- 1565 ईस्वी, कृष्णदेवराय
- 1480 ईस्वी, नरसिंह नायक
- 1347 ईस्वी, हसन गंगू
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर प्रथम और बुक्का प्रथम नामक दो भाइयों ने की थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह साम्राज्य दक्षिण भारत के इतिहास में अत्यंत महत्वपूर्ण था और इसने कला, साहित्य, और वास्तुकला के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह दक्कन सल्तनतों का प्रमुख प्रतिद्वंद्वी था।
- गलत विकल्प: 1565 में तालीकोट का युद्ध हुआ, जिसमें विजयनगर की हार हुई। कृष्णदेवराय विजयनगर के सबसे महान शासकों में से एक थे, लेकिन संस्थापक नहीं। नरसिंह नायक विजयनगर के तुलुव वंश के संस्थापक थे, और हसन गंगू ने बहमनी साम्राज्य की स्थापना की थी।
प्रश्न 15: ‘अकाल तख्त’ का निर्माण किसने करवाया था?
- गुरु हरगोबिंद
- गुरु तेग बहादुर
- गुरु गोविंद सिंह
- गुरु राम दास
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: सिखों के छठे गुरु, गुरु हरगोबिंद ने ‘अकाल तख्त’ (ईश्वर का सिंहासन) का निर्माण 1606 ईस्वी में करवाया था।
- संदर्भ और विस्तार: अमृतसर में हरिमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) के पास स्थित अकाल तख्त सिखों के लिए सर्वोच्च आध्यात्मिक और अस्थायी अधिकार का केंद्र है। गुरु हरगोबिंद ने सिखों को सैन्य प्रशिक्षण लेने और आत्मरक्षा के लिए तैयार रहने का आदेश दिया था, और अकाल तख्त इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।
- गलत विकल्प: गुरु तेग बहादुर नौवें गुरु थे, गुरु गोविंद सिंह दसवें और अंतिम गुरु थे, और गुरु राम दास अमृतसर शहर के संस्थापक थे।
प्रश्न 16: किस फ्रांसीसी यात्री ने भारत की यात्रा के दौरान ‘शाहजहाँ के समय का भारत’ का विस्तृत वर्णन किया है?
- मैनूची
- टेवर्नियर
- बर्नियर
- पायस
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फ्रांसीसी यात्री फ्रांस्वा बर्नियर ने अपने यात्रा वृत्तांत ‘ Travels in the Mughal Empire’ में शाहजहाँ और औरंगजेब के शासनकाल के दौरान भारत का विशद वर्णन किया है।
- संदर्भ और विस्तार: बर्नियर ने मुगल साम्राज्य की सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक स्थिति का गहराई से विश्लेषण किया। वह एक चिकित्सक भी थे और उन्होंने उस समय की चिकित्सा पद्धतियों पर भी लिखा।
- गलत विकल्प: निकोलो मैनुची एक इतालवी यात्री थे जिन्होंने अपने अनुभव लिखे, लेकिन बर्नियर का वर्णन अधिक विस्तृत और प्रभावशाली माना जाता है। जीन-बैप्टिस्ट टेवर्नियर एक फ्रांसीसी जौहरी थे, और पायस एक पुर्तगाली यात्री थे।
प्रश्न 17: ‘The Spirit of Laws’ नामक प्रसिद्ध पुस्तक के लेखक कौन थे?
- रूसो
- वॉल्टेयर
- मोंटेस्क्यू
- जॉन लॉक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘The Spirit of Laws’ (कानून की आत्मा) नामक प्रभावशाली पुस्तक के लेखक फ्रेंच दार्शनिक बैरन डी मोंटेस्क्यू थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 1748 में प्रकाशित हुई थी और इसमें उन्होंने सत्ता के पृथक्करण (Separation of Powers) के सिद्धांत का प्रतिपादन किया, जिसने आधुनिक लोकतांत्रिक सरकारों की संरचना को बहुत प्रभावित किया। यह सिद्धांत अमेरिकी संविधान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना।
- गलत विकल्प: रूसो ने ‘The Social Contract’ लिखी, वॉल्टेयर ने विभिन्न दार्शनिक लेख लिखे, और जॉन लॉक ने ‘Two Treatises of Government’ लिखी।
प्रश्न 18: फ्रांसीसी क्रांति कब हुई थी?
- 1776
- 1789
- 1815
- 1848
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: फ्रांसीसी क्रांति 1789 में शुरू हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस क्रांति ने फ्रांस में राजशाही को समाप्त कर दिया और गणतंत्र की स्थापना की। यह स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व (Liberty, Equality, Fraternity) के नारों के साथ पूरे यूरोप और दुनिया के लिए प्रेरणा स्रोत बनी। बास्तील के पतन (14 जुलाई 1789) को क्रांति की शुरुआत माना जाता है।
- गलत विकल्प: 1776 अमेरिकी क्रांति का वर्ष है, 1815 नेपोलियन युद्धों का अंत देखा, और 1848 यूरोप में क्रांतियों का वर्ष था।
प्रश्न 19: ‘दास प्रथा’ का उन्मूलन किस ब्रिटिश वायसराय के शासनकाल में हुआ?
- लॉर्ड विलियम बेंटिंक
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड मेयो
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारत में दास प्रथा का उन्मूलन लॉर्ड विलियम बेंटिंक के शासनकाल में 1833 के चार्टर अधिनियम के माध्यम से हुआ, और अधिनियम 1833 से प्रभावी हुआ।
- संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड विलियम बेंटिंक एक सुधारवादी वायसराय थे जिन्होंने सती प्रथा के उन्मूलन (1829) जैसे अन्य महत्वपूर्ण सामाजिक सुधार भी किए। इस अधिनियम ने भारत में दास व्यापार को अवैध घोषित कर दिया।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी के सुधार मुख्य रूप से रेलवे, डाक और शिक्षा से संबंधित थे। लॉर्ड कैनिंग 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल थे, और लॉर्ड मेयो ने पहली बार भारत की जनगणना करवाई थी।
प्रश्न 20: ‘गदर पार्टी’ की स्थापना कहाँ हुई थी?
- भारत
- लंदन
- अमेरिका
- जर्मनी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गदर पार्टी की स्थापना 1913 में अमेरिका में हुई थी, जिसका मुख्यालय सैन फ्रांसिस्को में था।
- संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी की स्थापना मुख्य रूप से भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक सशस्त्र विद्रोह को संगठित करने के उद्देश्य से की गई थी। इसके संस्थापक लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य प्रमुख भारतीय देशभक्त थे।
- गलत विकल्प: हालांकि गदर पार्टी के सदस्य भारत और लंदन में भी सक्रिय थे, लेकिन पार्टी का गठन और मुख्य संचालन अमेरिका से ही होता था।
प्रश्न 21: ‘सर्वेंट ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना किसने की थी?
- महात्मा गांधी
- बाल गंगाधर तिलक
- गोपाल कृष्ण गोखले
- सुरेन्द्रनाथ बनर्जी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गोपाल कृष्ण गोखले ने 1905 में ‘सर्वेंट ऑफ इंडिया सोसाइटी’ की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस संस्था का उद्देश्य भारत में राष्ट्रवाद के विचारों को बढ़ावा देना, भारतीयों को सार्वजनिक जीवन के लिए प्रशिक्षित करना और समाज सेवा करना था। गोखले, जो महात्मा गांधी के राजनीतिक गुरु थे, ने इस संस्था के माध्यम से सामाजिक और राजनीतिक सुधारों पर जोर दिया।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी ने ‘सर्वोदय’ और अन्य आंदोलनों पर ध्यान केंद्रित किया। बाल गंगाधर तिलक ने ‘होम रूल लीग’ की स्थापना की, और सुरेंद्रनाथ बनर्जी ‘इंडियन एसोसिएशन’ के संस्थापक थे।
प्रश्न 22: असहयोग आंदोलन के दौरान ‘चौरी-चौरा’ की घटना कब हुई थी?
- 1920
- 1921
- 1922
- 1923
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: चौरी-चौरा की घटना 4 फरवरी 1922 को हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा नामक स्थान पर असहयोग आंदोलन के प्रदर्शनकारियों का एक जुलूस पुलिस से भिड़ गया, जिसके बाद भीड़ ने थाने में आग लगा दी, जिसमें 22 पुलिसकर्मी जिंदा जल गए। इस हिंसक घटना के कारण महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन को अचानक स्थगित कर दिया।
- गलत विकल्प: असहयोग आंदोलन 1920 में शुरू हुआ था, लेकिन चौरी-चौरा की घटना 1922 में हुई, जिसने आंदोलन को रोक दिया।
प्रश्न 23: किस वायसराय ने ‘लॉर्ड कर्जन’ के कार्यकाल में बंगाल का विभाजन हुआ?
- लॉर्ड डलहौजी
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड कर्जन
- लॉर्ड मिंटो द्वितीय
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: बंगाल का विभाजन 1905 में लॉर्ड कर्जन के कार्यकाल में हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड कर्जन ने प्रशासनिक सुधारों के बहाने बंगाल का विभाजन पूर्वी बंगाल और असम नामक नए प्रांत में कर दिया। इस विभाजन का उद्देश्य राष्ट्रीयता की भावना को कमजोर करना था, लेकिन इसके परिणामस्वरूप स्वदेशी और बहिष्कार आंदोलन जैसे तीव्र विरोध प्रदर्शन हुए।
- गलत विकल्प: लॉर्ड डलहौजी ने हड़प नीति लागू की, लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्युलर प्रेस एक्ट पारित किया, और लॉर्ड मिंटो द्वितीय ने मार्ले-मिंटो सुधारों (1909) को लागू किया।
प्रश्न 24: प्रथम विश्व युद्ध कब से कब तक चला?
- 1905-1910
- 1914-1918
- 1939-1945
- 1919-1922
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रथम विश्व युद्ध 1914 से 1918 तक चला।
- संदर्भ और विस्तार: इस युद्ध में मित्र राष्ट्रों (जैसे फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, बाद में अमेरिका) और केंद्रीय शक्तियों (जैसे जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी, तुर्की) के बीच मुकाबला हुआ। यह पहली बार था जब बड़े पैमाने पर औद्योगिक हथियारों और नई सैन्य तकनीकों का उपयोग किया गया, जिससे यह अत्यंत विनाशकारी युद्ध साबित हुआ।
- गलत विकल्प: 1905-1910 के बीच रूस-जापान युद्ध और अन्य घटनाएँ हुईं। 1939-1945 द्वितीय विश्व युद्ध का काल है, और 1919-1922 के बीच पेरिस शांति सम्मेलन और उसके बाद की अशांति का दौर था।
प्रश्न 25: ‘गुलामगिरी’ नामक पुस्तक किसने लिखी थी?
- महात्मा फुले
- बी. आर. अम्बेडकर
- ज्योतिबा फुले
- ई. वी. रामासामी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘गुलामगिरी’ (1873) नामक पुस्तक समाज सुधारक और विचारक ज्योतिबा फुले ने लिखी थी।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक भारत में जाति व्यवस्था और निम्न जातियों द्वारा झेले जाने वाले उत्पीड़न पर केंद्रित है। फुले ने इसमें ब्राह्मणवादी वर्चस्व की आलोचना की और दलितों व महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज उठाई। यह पुस्तक शूद्रों और अतिशूद्रों की गुलामी की तुलना अमेरिकी गुलामी से करती है।
- गलत विकल्प: महात्मा फुले (जो ज्योतिबा फुले का ही नाम है) के अलावा, बी. आर. अम्बेडकर ने भी जाति व्यवस्था पर गहन कार्य किया, लेकिन ‘गुलामगिरी’ ज्योतिबा फुले की कृति है। ई. वी. रामासामी (पेरियार) भी एक प्रमुख समाज सुधारक थे।