इतिहास के झरोखे से: अपनी तैयारी को परखें आज!
क्या आप इतिहास के अनमोल खजाने में गोता लगाने और अपनी ज्ञान की गहराई को परखने के लिए तैयार हैं? आज हम आपको प्राचीन भारत की गहराइयों से लेकर आधुनिक युग की उथल-पुथल तक, और विश्व इतिहास के महत्वपूर्ण मोड़ों तक ले चलेंगे। अपनी तैयारी को धार देने के लिए इन 25 चुनिंदा प्रश्नों का सामना करें और विस्तृत व्याख्याओं से अपने ज्ञान को और भी समृद्ध करें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और प्रदान की गई विस्तृत व्याख्याओं के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सैंधव सभ्यता के किस स्थल से अग्नि वेदिकाएं प्राप्त हुई हैं?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- कालीबंगन
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: कालीबंगन। राजस्थान में स्थित कालीबंगन (शाब्दिक अर्थ ‘काले रंग की चूड़ियाँ’) एक महत्वपूर्ण सैंधव स्थल है, जहाँ से सात अग्नि वेदिकाओं के साक्ष्य मिले हैं।
- संदर्भ और विस्तार: ये वेदिकाएँ संभवतः अनुष्ठानिक गतिविधियों के लिए उपयोग की जाती थीं। यह खोज सैंधव सभ्यता में धार्मिक या अनुष्ठानिक प्रथाओं की ओर संकेत करती है। इसके अलावा, यहाँ से जूते हुए खेत के प्राचीनतम साक्ष्य भी मिले हैं।
- गलत विकल्प: हड़प्पा और मोहनजोदड़ो प्रमुख सैंधव स्थल हैं जहाँ से नगर नियोजन, जल निकासी प्रणाली और मुहरें जैसी महत्वपूर्ण वस्तुएँ मिली हैं, लेकिन अग्नि वेदिकाओं का प्रत्यक्ष प्रमाण कालीबंगन से ही जुड़ा है। लोथल से गोदी (डॉकयार्ड) के साक्ष्य मिले हैं।
प्रश्न 2: ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द किस पशु के लिए प्रयुक्त हुआ है?
- घोड़ा
- गाय
- बैल
- भेड़
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गाय। ऋग्वेद में ‘अघन्य’ शब्द का प्रयोग गाय के लिए किया गया है, जिसका अर्थ है ‘न मारे जाने योग्य’।
- संदर्भ और विस्तार: ऋग्वैदिक काल में गाय को अत्यंत पवित्र और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण माना जाता था। यह धन का प्रतीक थी और कई बार इसे विनिमय का माध्यम भी समझा जाता था। गाय की हत्या को गंभीर अपराध माना जाता था।
- गलत विकल्प: घोड़ा (अश्व) ऋग्वेद में महत्वपूर्ण है, विशेषकर युद्धों और रथों के संदर्भ में, लेकिन ‘अघन्य’ शब्द इसके लिए प्रयुक्त नहीं हुआ। बैल का उपयोग कृषि और परिवहन में होता था, लेकिन इसे ‘अघन्य’ नहीं कहा गया।
प्रश्न 3: मौर्य काल में ‘सीताध्यक्ष’ का क्या कार्य था?
- राजस्व एकत्र करना
- कृषि का निरीक्षण करना
- वन विभाग का प्रमुख
- न्याय प्रशासन देखना
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: कृषि का निरीक्षण करना। अर्थशास्त्र के अनुसार, ‘सीताध्यक्ष’ मौर्य प्रशासन में कृषि विभाग का प्रमुख अधिकारी होता था।
- संदर्भ और विस्तार: ‘सीता’ शब्द राज्य की भूमि से प्राप्त आय या राज्य द्वारा प्रबंधित कृषि भूमि को संदर्भित करता था। सीताध्यक्ष का कार्य इन भूमि से संबंधित कृषि उत्पादन और आय का प्रबंधन करना था।
- गलत विकल्प: राजस्व एकत्र करने का कार्य ‘समाहर्ता’ करता था। वन विभाग का उल्लेख ‘वनपाल’ जैसे पदों से मिलता है। न्याय प्रशासन ‘धर्मस्थ’ जैसे अधिकारियों के अधीन था।
प्रश्न 4: गुप्त काल में चांदी के सिक्कों को क्या कहा जाता था?
- दिनार
- रूपक
- पण
- माषक
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: रूपक। गुप्त काल में चांदी के सिक्कों को ‘रूपक’ या ‘रूपक शतमान’ कहा जाता था।
- संदर्भ और विस्तार: गुप्त शासकों ने बड़ी संख्या में सोने, चांदी और तांबे के सिक्के जारी किए, जो उनके आर्थिक समृद्धि और व्यापारिक संबंधों को दर्शाते हैं। ‘दिनार’ सोने के सिक्के थे, जबकि ‘पण’ और ‘माषक’ छोटी इकाइयों के सिक्के थे।
- गलत विकल्प: दिनार (Dinars) सोने के सिक्कों के लिए प्रयुक्त होता था। पण और माषक कम मूल्य की मुद्राएं थीं।
प्रश्न 5: प्रसिद्ध ‘आठ प्रधान’ (अष्टप्रधान) मंत्रिपरिषद का गठन किस शासक ने किया था?
- चंद्रगुप्त मौर्य
- अशोक
- समुद्रगुप्त
- शिवाजी
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: शिवाजी। मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए ‘अष्टप्रधान’ नामक आठ मंत्रियों की एक मंत्रिपरिषद का गठन किया था।
- संदर्भ और विस्तार: अष्टप्रधान में पेशवा (प्रधान मंत्री), अमात्य (वित्त मंत्री), सचिव (गृह मंत्री), सुमंत (विदेश मंत्री), सर-ए-नौबत (सेनापति), पंडितराव (धर्माध्यक्ष), न्यायाधीश (न्याय मंत्री) और पंडितराव (मुख्य पुरोहित) जैसे पद शामिल थे।
- गलत विकल्प: चंद्रगुप्त मौर्य, अशोक और समुद्रगुप्त मौर्य और गुप्त राजवंश के शक्तिशाली शासक थे, लेकिन उन्होंने इस प्रकार की मंत्रिपरिषद का गठन नहीं किया था।
प्रश्न 6: भारत में “मनसबदारी प्रथा” की शुरुआत किस शासक के काल में हुई?
- इल्तुतमिश
- अलाउद्दीन खिलजी
- बलबन
- अकबर
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: अकबर। मुगल सम्राट अकबर ने अपने साम्राज्य में सैन्य और प्रशासनिक सुधारों के तहत मनसबदारी प्रथा की शुरुआत की, जिसे उसने सैय्यद अल-दीन हुसेन अमीनाबदी (Sayyid al-din Husayn amin-i abadi) से सीखा था।
- संदर्भ और विस्तार: मनसबदारी एक ऐसी प्रणाली थी जिसमें प्रत्येक अधिकारी को एक ‘मनसब’ (पद) प्रदान किया जाता था, जिसमें जात (व्यक्तिगत दर्जा) और सवार (घुड़सवारों की संख्या) शामिल होते थे। यह प्रणाली सैन्य और नागरिक दोनों अधिकारियों पर लागू होती थी।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश, अलाउद्दीन खिलजी और बलबन ने सल्तनत काल में महत्वपूर्ण प्रशासनिक सुधार किए थे, लेकिन मनसबदारी प्रथा की शुरुआत अकबर के समय में हुई, जो मंगोलों की दशमलव प्रणाली पर आधारित थी।
प्रश्न 7: विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किस नदी के किनारे हुई थी?
- गंगा
- गोदावरी
- तुंगभद्रा
- कावेरी
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: तुंगभद्रा। विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों द्वारा की गई थी, और इसकी राजधानी हंपी तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित थी।
- संदर्भ और विस्तार: तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित हंपी, अपने भव्य मंदिरों, महलों और अन्य स्मारकों के लिए प्रसिद्ध है, जो आज भी विजयनगर की गौरवशाली वास्तुकला का प्रतीक हैं।
- गलत विकल्प: अन्य नदियाँ भारत की प्रमुख नदियाँ हैं, लेकिन विजयनगर का संबंध तुंगभद्रा नदी से है।
प्रश्न 8: ‘दीन-ए-इलाही’ की शुरुआत किस मुगल सम्राट ने की थी?
- बाबर
- हुमायूँ
- अकबर
- जहाँगीर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: अकबर। मुगल सम्राट अकबर ने 1582 ईस्वी में ‘दीन-ए-इलाही’ नामक एक नए धर्म या पंथ की शुरुआत की थी, जो विभिन्न धर्मों के सार तत्वों को मिलाकर बनाया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: अकबर धार्मिक सहिष्णुता में विश्वास रखता था और उसने सभी प्रमुख धर्मों के विद्वानों से चर्चा की। दीन-ए-इलाही का उद्देश्य सद्भाव और सार्वभौमिक भाईचारा स्थापित करना था, हालांकि यह व्यापक रूप से स्वीकृत नहीं हुआ और इसे मानने वालों की संख्या बहुत कम थी। बीरबल इस पंथ को स्वीकार करने वाले पहले और एकमात्र प्रमुख व्यक्ति थे।
- गलत विकल्प: बाबर, हुमायूँ और जहाँगीर अन्य महत्वपूर्ण मुगल सम्राट थे, लेकिन दीन-ए-इलाही की अवधारणा अकबर से जुड़ी है।
प्रश्न 9: किस वायसराय के कार्यकाल में भारत में प्रथम जनगणना हुई?
- लॉर्ड कैनिंग
- लॉर्ड लिटन
- लॉर्ड रिपन
- लॉर्ड कर्जन
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: लॉर्ड रिपन। भारत में विधिवत रूप से पहली दशकीय जनगणना 1881 ईस्वी में लॉर्ड रिपन के कार्यकाल के दौरान शुरू हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: हालांकि जनगणना के प्रयास पहले भी हुए थे (जैसे 1872 में लॉर्ड मेयो के कार्यकाल में), लेकिन लॉर्ड रिपन ने इसे नियमित और व्यवस्थित दशकीय प्रक्रिया बनाया। उन्हें ‘भारत के स्थानीय स्वशासन का जनक’ भी कहा जाता है।
- गलत विकल्प: लॉर्ड कैनिंग पहले वायसराय थे, लॉर्ड लिटन ने वर्नाक्यूलर प्रेस एक्ट लागू किया था, और लॉर्ड कर्जन ने बंगाल का विभाजन किया था।
प्रश्न 10: 1857 के विद्रोह को “प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम” किसने कहा?
- कार्ल मार्क्स
- सर जॉन सीली
- आर.सी. मजूमदार
- लॉर्ड डलहौजी
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: कार्ल मार्क्स। जर्मन दार्शनिक कार्ल मार्क्स ने अपनी पुस्तक ‘Notes on Indian History’ में 1857 के विद्रोह को “The first great Indian revolt” (पहला महान भारतीय विद्रोह) या प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के रूप में वर्णित किया है।
- संदर्भ और विस्तार: मार्क्स ने इस विद्रोह को भारतीय जनता द्वारा ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ एक जन-विद्रोह के रूप में देखा।
- गलत विकल्प: सर जॉन सीली ने इसे “सिपाही विद्रोह” कहा था। आर.सी. मजूमदार ने भी इसे व्यापक अर्थों में स्वतंत्रता संग्राम नहीं माना। लॉर्ड डलहौजी को विद्रोह के कारणों में से एक माना जाता है।
प्रश्न 11: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रथम अधिवेशन कहाँ आयोजित हुआ था?
- कोलकाता
- मुंबई
- चेन्नई
- इलाहाबाद
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मुंबई। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर 1885 को हुई थी, और इसका पहला अधिवेशन मुंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में आयोजित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस अधिवेशन की अध्यक्षता व्योमेश चंद्र बनर्जी (W.C. Bonnerjee) ने की थी और इसमें 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसका उद्देश्य भारतीयों को एक राजनीतिक मंच प्रदान करना था।
- गलत विकल्प: कोलकाता (1886), मद्रास (1887) और इलाहाबाद (1888) में बाद के अधिवेशन हुए।
प्रश्न 12: ‘The Spirit of Laws’ (कानून की आत्मा) नामक प्रसिद्ध पुस्तक के लेखक कौन हैं?
- जीन-जैक्स रूसो
- जॉन लॉक
- मोंटेस्क्यू
- एडम स्मिथ
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: मोंटेस्क्यू (Montesquieu)। फ्रांसीसी दार्शनिक चार्ल्स-लुई डी सेकोन्डैट, बैरन डी ला ब्रेडे एट डी मोंटेस्क्यू ने 1748 में ‘The Spirit of Laws’ पुस्तक प्रकाशित की।
- संदर्भ और विस्तार: इस पुस्तक में उन्होंने शक्तियों के पृथक्करण (separation of powers) के सिद्धांत का प्रतिपादन किया, जो आधुनिक लोकतंत्रों की नींव मानी जाती है। इस सिद्धांत के अनुसार, सरकार की शक्तियों को विधायी, कार्यकारी और न्यायिक अंगों में विभाजित किया जाना चाहिए ताकि कोई भी अंग निरंकुश न हो सके। फ्रांसीसी क्रांति और अमेरिकी संविधान पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा।
- गलत विकल्प: रूसो (The Social Contract), लॉक (Two Treatises of Government) और एडम स्मिथ (The Wealth of Nations) भी प्रभावशाली विचारक थे, लेकिन यह पुस्तक मोंटेस्क्यू की है।
प्रश्न 13: निम्नलिखित में से कौन साGraphQL का एक फायदा है?
- यह RESTful APIs से अधिक जटिल है
- क्लाइंट केवल वही डेटा का अनुरोध कर सकता है जिसकी उसे आवश्यकता है
- डेटा ओवर-फेचिंग की समस्या को बढ़ाता है
- एपीआई संस्करण को संभाला नहीं जा सकता
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: क्लाइंट केवल वही डेटा का अनुरोध कर सकता है जिसकी उसे आवश्यकता है। GraphQL का एक मुख्य लाभ यह है कि यह क्लाइंट को यह निर्दिष्ट करने की अनुमति देता है कि उसे अपने अनुरोध के लिए कौन सा डेटा चाहिए, जिससे ‘ओवर-फेचिंग’ (अनावश्यक डेटा प्राप्त करना) या ‘अंडर-फेचिंग’ (एक से अधिक अनुरोध करना) की समस्या कम हो जाती है।
- संदर्भ और विस्तार: RESTful APIs में, एक विशिष्ट एंडपॉइंट से एक निश्चित डेटा संरचना प्राप्त होती है, भले ही क्लाइंट को केवल उसका एक छोटा सा हिस्सा चाहिए हो। GraphQL के साथ, क्लाइंट एक क्वेरी भेजता है जो डेटा की सटीक संरचना को परिभाषित करती है।
- गलत विकल्प: GraphQL को REST की तुलना में सरल माना जाता है (विशेषकर क्लाइंट-साइड के लिए), यह ओवर-फेचिंग को कम करता है, और यह एपीआई संस्करण को भी एक अलग तरीके से प्रबंधित करने की अनुमति देता है, जिससे इसे हमेशा आवश्यक नहीं होता।
प्रश्न 14: “चौरी-चौरा की घटना” किस आंदोलन के दौरान हुई थी?
- सविनय अवज्ञा आंदोलन
- भारत छोड़ो आंदोलन
- असहयोग आंदोलन
- खिलाफत आंदोलन
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: असहयोग आंदोलन। 5 फरवरी 1922 को चौरी-चौरा (गोरखपुर, उत्तर प्रदेश) में एक हिंसक घटना हुई, जहाँ भीड़ ने पुलिस स्टेशन में आग लगा दी, जिससे 22 पुलिसकर्मी मारे गए।
- संदर्भ और विस्तार: इस घटना से आहत होकर महात्मा गांधी ने तुरंत असहयोग आंदोलन को वापस ले लिया, हालांकि यह आंदोलन अपने चरम पर था। यह निर्णय कांग्रेस के भीतर काफी विवादास्पद रहा।
- गलत विकल्प: सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930), भारत छोड़ो आंदोलन (1942) और खिलाफत आंदोलन (1919-24) अन्य महत्वपूर्ण आंदोलन थे, लेकिन चौरी-चौरा की घटना असहयोग आंदोलन से जुड़ी है।
प्रश्न 15: सन 1919 में अमृतसर के जलियावाला बाग में आयोजित एक शांतिपूर्ण जनसभा पर गोली चलाने का आदेश किसने दिया था?
- लॉर्ड चेम्सफोर्ड
- जनरल डायर
- सर माइकल ओ’डायर
- रॉलेट
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: जनरल डायर। 13 अप्रैल 1919 को, पंजाब के अमृतसर में बैसाखी के दिन, जनरल रेजिनाल्ड डायर के आदेश पर निहत्थे पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की एक शांतिपूर्ण सभा पर गोलियां चलाई गईं।
- संदर्भ और विस्तार: इस भयावह घटना में सैकड़ों लोग मारे गए और हजारों घायल हुए। इसने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में एक निर्णायक मोड़ ला दिया और राष्ट्रीय आंदोलन को और तीव्र कर दिया। जनरल डायर को पंजाब के लेफ्टिनेंट गवर्नर सर माइकल ओ’डायर का समर्थन प्राप्त था, लेकिन डायर को इस कृत्य के लिए ब्रिटिश सरकार ने दोषी ठहराया था।
- गलत विकल्प: लॉर्ड चेम्सफोर्ड उस समय भारत के वायसराय थे, रॉलेट सत्याग्रह रॉलेट एक्ट से जुड़ा था, और सर माइकल ओ’डायर का समर्थन था, लेकिन सीधा आदेश जनरल डायर का था।
प्रश्न 16: निम्नलिखित में से कौन साGraphQL के बारे में सत्य नहीं है?
- यह एक क्वेरी भाषा है
- यह एक API के लिए डेटा को प्राप्त करने और बदलने का एक रनटाइम है
- यह REST के लिए एक विकल्प के रूप में विकसित किया गया था
- यह केवल क्लाइंट-साइड पर काम करता है
उत्तर: (d)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: यह केवल क्लाइंट-साइड पर काम करता है। GraphQL एक क्वेरी भाषा है और डेटा प्राप्त करने व बदलने का एक रनटाइम है, और इसे REST के विकल्प के रूप में विकसित किया गया था। हालांकि, यह क्लाइंट-साइड और सर्वर-साइड दोनों पर काम करता है; सर्वर-साइड पर, यह डेटा प्राप्त करने के लॉजिक को लागू करता है।
- संदर्भ और विस्तार: GraphQL को फेसबुक (अब मेटा) द्वारा विकसित किया गया था। यह सर्वर पर डेटा को परिभाषित करने और क्लाइंट द्वारा उस डेटा को क्वेरी करने के लिए एक मानक तरीका प्रदान करता है।
- गलत विकल्प:GraphQL निश्चित रूप से एक क्वेरी भाषा है। यह एक API के लिए डेटा लाने और उसे बदलने (mutation) का एक रनटाइम है। इसे RESTful APIs की सीमाओं को दूर करने के लिए विकसित किया गया था, इसलिए यह REST का एक विकल्प है।
प्रश्न 17: “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा” – यह प्रसिद्ध नारा किसने दिया था?
- महात्मा गांधी
- जवाहरलाल नेहरू
- बाल गंगाधर तिलक
- लाला लाजपत राय
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: बाल गंगाधर तिलक। यह नारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक प्रमुख नेता बाल गंगाधर तिलक का था, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के तहत भारत की स्वतंत्रता की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया।
- संदर्भ और विस्तार: तिलक ने इस नारे को 1916 में लखनऊ अधिवेशन के दौरान दिया था। उन्होंने “केसरी” समाचार पत्र के माध्यम से भी अपने विचारों का प्रसार किया और लोगों को एकजुट किया।
- गलत विकल्प: महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और लाला लाजपत राय भी स्वतंत्रता संग्राम के महत्वपूर्ण नेता थे, लेकिन यह विशेष नारा बाल गंगाधर तिलक से जुड़ा है।
प्रश्न 18: भारत के संविधान का कौन सा अनुच्छेद राष्ट्रपति को आपातकाल की घोषणा करने की शक्ति प्रदान करता है?
- अनुच्छेद 352
- अनुच्छेद 356
- अनुच्छेद 360
- अनुच्छेद 370
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: अनुच्छेद 352। भारतीय संविधान का अनुच्छेद 352 राष्ट्रपति को राष्ट्रीय आपातकाल (National Emergency) की घोषणा करने की शक्ति देता है, यदि वह राष्ट्र या उसके किसी भाग की सुरक्षा के लिए युद्ध, बाह्य आक्रमण या सशस्त्र विद्रोह के कारण खतरा महसूस करता है।
- संदर्भ और विस्तार: अनुच्छेद 356 राष्ट्रपति शासन (राज्य आपातकाल) से संबंधित है, जबकि अनुच्छेद 360 वित्तीय आपातकाल (Financial Emergency) से। अनुच्छेद 370 (जो अब निरस्त हो गया है) जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करता था।
- गलत विकल्प: अनुच्छेद 356 और 360 अलग-अलग प्रकार के आपातकाल से संबंधित हैं, और अनुच्छेद 370 एक विशेष राज्य से संबंधित था, न कि राष्ट्रीय आपातकाल से।
प्रश्न 19: द्वितीय विश्व युद्ध का तत्कालीन कारण क्या था?
- जापान द्वारा पर्ल हार्बर पर हमला
- जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण
- ऑस्ट्रिया का जर्मनी में विलय (Anschluss)
- चैंबरलेन की तुष्टिकरण नीति
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण। 1 सितंबर 1939 को जर्मनी ने पोलैंड पर आक्रमण किया, जिसके जवाब में ब्रिटेन और फ्रांस ने जर्मनी के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी, इस प्रकार द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हुई।
- संदर्भ और विस्तार: हालांकि इसके कई दीर्घकालिक कारण थे, जैसे वर्साय की संधि की शर्तें, फासीवाद और नाजीवाद का उदय, और तुष्टिकरण की नीति, पोलैंड पर आक्रमण वह तात्कालिक घटना थी जिसने युद्ध को ट्रिगर किया। पर्ल हार्बर पर जापानी हमला 1941 में हुआ, जो युद्ध के बाद का एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
- गलत विकल्प: ऑस्ट्रिया का विलय (1938) और तुष्टिकरण की नीति (Appeasement) युद्ध के कारणों में से थे, लेकिन पोलैंड पर आक्रमण तत्कालीन कारण था।
प्रश्न 20: भारतीय पुनर्जागरण के अग्रदूत किसे कहा जाता है?
- स्वामी विवेकानंद
- स्वामी दयानंद सरस्वती
- राजा राममोहन राय
- ईश्वर चंद्र विद्यासागर
उत्तर: (c)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: राजा राममोहन राय। राजा राममोहन राय को भारतीय पुनर्जागरण और समाज सुधार आंदोलन का अग्रदूत माना जाता है।
- संदर्भ और विस्तार: उन्होंने 1828 में ब्रह्म समाज की स्थापना की और सती प्रथा, बाल विवाह, बहुविवाह जैसी कुरीतियों के उन्मूलन के लिए अथक प्रयास किए। उन्होंने आधुनिक शिक्षा और पश्चिमी विचारों के प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- गलत विकल्प: स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण मिशन के संस्थापक थे, स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज की स्थापना की, और ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने विधवा पुनर्विवाह को बढ़ावा दिया। ये सभी महत्वपूर्ण समाज सुधारक थे, लेकिन ‘अग्रदूत’ की उपाधि राजा राममोहन राय को दी जाती है।
प्रश्न 21: प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध (1767-1769) में कौन विजयी हुआ?
- ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी
- हैदर अली
- मराठे
- निजाम
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: हैदर अली। प्रथम आंग्ल-मैसूर युद्ध में मैसूर के शासक हैदर अली ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी को हराया था।
- संदर्भ और विस्तार: युद्ध मद्रास की संधि (Treaty of Madras) के साथ समाप्त हुआ, जिसने हैदर अली को कुछ लाभ दिए। यह हैदर अली की सैन्य क्षमता और ब्रिटिश विस्तारवाद के विरुद्ध उनके प्रतिरोध का प्रमाण था।
- गलत विकल्प: ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी इस युद्ध में विजयी नहीं हुई थी। मराठे और निजाम इस युद्ध में अलग-अलग समय पर अलग-अलग पक्षों से जुड़े रहे, लेकिन निर्णायक जीत हैदर अली की हुई।
प्रश्न 22: किस सिख गुरु ने गुरुमुखी लिपि का विकास किया?
- गुरु नानक देव
- गुरु अंगद देव
- गुरु अर्जुन देव
- गुरु गोबिंद सिंह
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: गुरु अंगद देव। गुरु नानक देव के दूसरे उत्तराधिकारी, गुरु अंगद देव (पहले लहना जी) ने गुरुमुखी लिपि को विकसित किया और प्रचारित किया।
- संदर्भ और विस्तार: गुरुमुखी लिपि को सीखने और सिख धर्मग्रंथों को लिखने के लिए मानकीकृत किया गया। इसने सिख समुदाय को अपनी अलग पहचान बनाने और शिक्षा के प्रसार में मदद की।
- गलत विकल्प: गुरु नानक देव सिख धर्म के संस्थापक थे, गुरु अर्जुन देव ने आदि ग्रंथ का संकलन किया, और गुरु गोबिंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की और दशम ग्रंथ की रचना की।
प्रश्न 23: “गदर पार्टी” का मुख्यालय कहाँ स्थित था?
- लंदन
- सैन फ्रांसिस्को
- न्यूयॉर्क
- बर्लिन
उत्तर: (b)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: सैन फ्रांसिस्को। गदर पार्टी (जिसे ‘हिंदुस्तान गदर पार्टी’ भी कहा जाता है) की स्थापना 1913 में हुई थी, और इसका मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में स्थित था।
- संदर्भ और विस्तार: लाला हरदयाल, सोहन सिंह भकना और अन्य भारतीय देशभक्तों द्वारा स्थापित इस पार्टी का उद्देश्य भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ क्रांतिकारी गतिविधियों को संगठित करना था। पार्टी का मुखपत्र “गदर” था, जो उर्दू, पंजाबी और हिंदी में प्रकाशित होता था।
- गलत विकल्प: लंदन, न्यूयॉर्क और बर्लिन में भी भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन की गतिविधियाँ हुई थीं, लेकिन गदर पार्टी का मुख्य केंद्र सैन फ्रांसिस्को था।
प्रश्न 24: भारत की संविधान सभा का प्रथम सत्र कब आयोजित हुआ?
- 9 दिसंबर 1946
- 26 जनवरी 1950
- 15 अगस्त 1947
- 2 अक्टूबर 1939
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: 9 दिसंबर 1946। भारत की संविधान सभा का पहला सत्र 9 दिसंबर 1946 को नई दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन हॉल (जिसे अब संसद भवन का केंद्रीय कक्ष कहा जाता है) में आयोजित किया गया था।
- संदर्भ और विस्तार: इस सत्र में डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा को अस्थायी अध्यक्ष चुना गया। इस सभा का उद्देश्य स्वतंत्र भारत के लिए एक संविधान का मसौदा तैयार करना था, जो 26 नवंबर 1949 को पूरा हुआ और 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ।
- गलत विकल्प: 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ, 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ, और 2 अक्टूबर 1939 कोई महत्वपूर्ण संबंधित तिथि नहीं है।
प्रश्न 25: “The Jungle Book” के लेखक कौन हैं?
- रूडयार्ड किपलिंग
- जे.आर.आर. टॉल्किन
- चार्ल्स डिकेंस
- जूल वर्न
उत्तर: (a)
विस्तृत व्याख्या:
- सही उत्तर: रूडयार्ड किपलिंग। प्रसिद्ध लेखक रूडयार्ड किपलिंग ने “The Jungle Book” (वन पुस्तक) लिखी है, जो भारत में स्थापित मोगली की कहानी के लिए जानी जाती है।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक 1894 में प्रकाशित हुई थी और इसमें पशुओं और मनुष्यों के बीच घनिष्ठ संबंधों को दर्शाया गया है। किपलिंग का जन्म भारत में हुआ था और उनकी कई रचनाएँ भारत से प्रेरित हैं।
- गलत विकल्प: जे.आर.आर. टॉल्किन “द लॉर्ड ऑफ द रिंग्स” के लिए जाने जाते हैं, चार्ल्स डिकेंस “ओलिवर ट्विस्ट” जैसे उपन्यासों के लेखक हैं, और जूल वर्न विज्ञान कथा साहित्य के अग्रणी थे।