इतिहास की हर धड़कन पर राज करें: आज का विशेष अभ्यास!
आइए, समय की गलियों में एक रोमांचक यात्रा पर चलें और अपने ऐतिहासिक ज्ञान की गहराई को परखें! आज का यह विशेष अभ्यास सत्र आपको प्राचीन भारत के रहस्यों से लेकर आधुनिक विश्व की उथल-पुथल तक ले जाएगा। क्या आप इतिहास के हर प्रश्न का उत्तर देने के लिए तैयार हैं? अपना सर्वश्रेष्ठ दें!
इतिहास अभ्यास प्रश्न
निर्देश: निम्नलिखित 25 प्रश्नों का प्रयास करें और दिए गए विस्तृत स्पष्टीकरणों के साथ अपनी समझ का विश्लेषण करें।
प्रश्न 1: सिंधु घाटी सभ्यता का कौन सा स्थल ‘मेसोपोटामियाई अभिलेखों’ में ‘मेलुहा’ के रूप में जाना जाता है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- धौलावीरा
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: सिंधु घाटी सभ्यता के संदर्भ में ‘मेलुहा’ शब्द का प्रयोग मेसोपोटामियाई अभिलेखों में किया गया है, और यह संभवतः क्षेत्र के लिए एक सामान्य शब्द था। हड़प्पा और अन्य प्रमुख स्थल इस क्षेत्र के भीतर आते थे।
- संदर्भ और विस्तार: मेसोपोटामियाई लोग, विशेष रूप से सुमेरियन, सिंधु घाटी सभ्यता (जिन्हें वे मेलुहा कहते थे) के साथ व्यापारिक संबंध रखते थे। हड़प्पा, जो सबसे प्रमुख स्थलों में से एक था, इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता था। लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था, और मोहनजोदड़ो एक विशाल शहरी केंद्र था।
- गलत विकल्प: लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह था, लेकिन ‘मेलुहा’ की पहचान मुख्य रूप से सिंधु क्षेत्र के लिए थी जिसमें हड़प्पा भी शामिल था। धौलावीरा भी एक महत्वपूर्ण स्थल है, लेकिन ‘मेलुहा’ से इसकी पहचान सीधे तौर पर नहीं की गई है।
प्रश्न 2: किस वैदिक देवता को ‘ऋतस्य गोपः’ (ऋत का रक्षक) कहा गया है?
- इंद्र
- वरुण
- अग्नि
- सोम
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: वैदिक काल में, वरुण को ‘ऋतस्य गोपः’ कहा गया है, जिसका अर्थ है ‘ऋत’ (सार्वभौमिक व्यवस्था, सत्य, ब्रह्मांडीय कानून) का रक्षक।
- संदर्भ और विस्तार: वरुण को नैतिक व्यवस्था और ब्रह्मांडीय व्यवस्था का संरक्षक माना जाता था। उन्हें अक्सर जल और समुद्र से भी जोड़ा जाता था। वेदों में उन्हें सबसे महत्वपूर्ण देवताओं में से एक माना गया है।
- गलत विकल्प: इंद्र वैदिक धर्म में प्रमुख देवता थे, जिन्हें युद्ध और वर्षा का देवता माना जाता था। अग्नि यज्ञों के देवता थे, और सोम एक महत्वपूर्ण पौधा और उससे बना पेय था।
प्रश्न 3: निम्नलिखित में से कौन सा ग्रंथ ‘पंचतंत्र’ का लेखक नहीं है?
- विष्णु शर्मा
- सोमदेव
- नारायण पंडित
- ईश्वर कृष्ण
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘पंचतंत्र’ का रचयिता विष्णु शर्मा हैं। ईश्वर कृष्ण, जो चौथे विकल्प में हैं, ‘सांख्यकारिका’ के लेखक माने जाते हैं।
- संदर्भ और विस्तार: ‘पंचतंत्र’ पशुओं की कहानियों के माध्यम से नैतिक शिक्षा देने वाला एक प्राचीन भारतीय कथा संग्रह है। सोमदेव ने ‘हितोपदेश’ और ‘कथासरित्सागर’ की रचना की, जबकि नारायण पंडित ने ‘हितोपदेश’ का एक संस्करण लिखा।
- गलत विकल्प: विष्णु शर्मा ‘पंचतंत्र’ के लेखक हैं। सोमदेव और नारायण पंडित भी नीति कथाओं से जुड़े हैं, लेकिन ईश्वर कृष्ण का संबंध इससे नहीं है।
प्रश्न 4: दिल्ली सल्तनत के किस सुल्तान ने ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ नामक एक नए कृषि विभाग की स्थापना की थी?
- इल्तुतमिश
- बलबन
- मुहम्मद बिन तुगलक
- फिरोज शाह तुगलक
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मुहम्मद बिन तुगलक (शासनकाल 1325-1351 ई.) ने कृषि के विकास और विस्तार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘दीवान-ए-अमीर कोही’ (कृषि विभाग) की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस विभाग का मुख्य कार्य बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाना, नई फसलें उगाना और किसानों को सहायता प्रदान करना था। एमबीटी (मोहम्मद बिन तुगलक) ने इस विभाग के माध्यम से किसानों को ऋण (सोनधर) भी प्रदान किया।
- गलत विकल्प: इल्तुतमिश को ‘दिल्ली सल्तनत का वास्तविक संस्थापक’ माना जाता है और उसने ‘चालीसा’ (तुर्क-ए-चिहलगानी) की स्थापना की। बलबन ने ‘दीवान-ए-आरिज’ (सैन्य विभाग) की स्थापना की। फिरोजशाह तुगलक ने नहरों का जाल बिछाया और ‘दीवान-ए-बंदगान’ (दास विभाग) की स्थापना की।
प्रश्न 5: विजयनगर साम्राज्य के किस शासक ने ‘आंध्र कविता पित्रमह’ की उपाधि धारण की थी?
- कृष्णदेव राय
- देवराय द्वितीय
- बुक्का प्रथम
- राम राय
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: विजयनगर साम्राज्य के सबसे महान शासकों में से एक, कृष्णदेव राय (शासनकाल 1509-1529 ई.) ने ‘आंध्र कविता पित्रमह’ (तेलुगु कविता का पितामह) की उपाधि धारण की थी।
- संदर्भ और विस्तार: कृष्णदेव राय स्वयं एक महान विद्वान और कवि थे। उन्होंने तेलुगु में ‘अमुक्तमाल्यादा’ नामक महाकाव्य की रचना की। उनके दरबार में आठ महान तेलुगु कवि थे, जिन्हें ‘अष्टदिग्गज’ कहा जाता था।
- गलत विकल्प: देवराय द्वितीय एक कुशल शासक थे जिन्होंने अपने साम्राज्य का विस्तार किया। बुक्का प्रथम ने विजयनगर की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राम राय प्लासी के युद्ध के बाद विजयनगर के पतन के लिए जिम्मेदार थे।
प्रश्न 6: 1857 के विद्रोह को ‘भारत का प्रथम स्वतंत्रता संग्राम’ की संज्ञा किसने दी?
- सर जॉन सीले
- वी. डी. सावरकर
- कार्ल मार्क्स
- आर. सी. मजूमदार
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
प्रश्न 7: निम्नलिखित में से कौन सी घटना सबसे पहले हुई?
- कैबिनेट मिशन का आगमन
- भारत का विभाजन
- दिल्ली में एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में भारतीय संघ की घोषणा
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना
उत्तर: (d)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 1885 में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: अन्य घटनाओं का कालक्रम इस प्रकार है: कैबिनेट मिशन 1946 में आया, भारत का विभाजन 1947 में हुआ, और भारत एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में 15 अगस्त 1947 को घोषित हुआ। इसलिए, कांग्रेस की स्थापना सबसे पहले हुई।
- गलत विकल्प: अन्य विकल्प बाद की घटनाओं से संबंधित हैं।
प्रश्न 8: ‘गांधी-इरविन समझौता’ कब हुआ था?
- 1929
- 1930
- 1931
- 1932
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गांधी-इरविन समझौता 5 मार्च 1931 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: यह समझौता भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सविनय अवज्ञा आंदोलन को समाप्त करने और गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के बदले में ब्रिटिश सरकार द्वारा कांग्रेस की मांगों पर विचार करने के लिए किया गया था।
- गलत विकल्प: 1929 में लाहौर अधिवेशन हुआ, 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू हुआ, और 1932 में पूना पैक्ट हुआ।
प्रश्न 9: प्रसिद्ध ‘बास्तील का पतन’ (Storming of the Bastille) किस क्रांति का एक प्रमुख प्रतीक है?
- रूसी क्रांति
- फ्रांसीसी क्रांति
- अमेरिकी क्रांति
- जर्मन क्रांति
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: बास्तील का पतन 14 जुलाई 1789 को हुआ था और यह फ्रांसीसी क्रांति का एक निर्णायक क्षण और प्रतीक बन गया।
- संदर्भ और विस्तार: बास्तील, पेरिस में एक किला-जेल थी, जो राजशाही के अत्याचार का प्रतीक मानी जाती थी। इसके पतन ने क्रांति को बढ़ावा दिया और राजशाही के अंत की शुरुआत की।
- गलत विकल्प: रूसी क्रांति 1917 में हुई, अमेरिकी क्रांति 1776 में हुई, और जर्मनी का एकीकरण 1871 में हुआ।
प्रश्न 10: ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना किसने की थी?
- जवाहरलाल नेहरू
- सरदार वल्लभभाई पटेल
- सुभाष चंद्र बोस
- भगत सिंह
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: सुभाष चंद्र बोस ने 1939 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ की स्थापना की थी।
- संदर्भ और विस्तार: फॉरवर्ड ब्लॉक एक राजनीतिक दल था जिसे सुभाष चंद्र बोस द्वारा कांग्रेस के भीतर अपनी वामपंथी और अधिक उग्रवादी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य ब्रिटिश शासन के खिलाफ प्रत्यक्ष कार्रवाई को तेज करना था।
- गलत विकल्प: अन्य नेता भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख व्यक्ति थे, लेकिन उन्होंने फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना नहीं की।
प्रश्न 11: मेसोपोटामियाई सभ्यता का उद्भव किस नदी घाटी में हुआ?
- नील नदी
- सिंधु नदी
- दजला और फरात नदियाँ
- यांग्त्ज़ी नदी
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मेसोपोटामियाई सभ्यता, जिसका अर्थ ‘नदियों के बीच की भूमि’ है, दजला (टाइगरिस) और फरात (यूफ्रेट्स) नदियों की उपजाऊ घाटी में विकसित हुई।
- संदर्भ और विस्तार: इस क्षेत्र को ‘सभ्यता का पालना’ भी कहा जाता है। यहां सुमेरियन, अक्काडियन, बेबीलोनियन और असीरियन जैसी प्राचीन सभ्यताएं फली-फूलीं।
- गलत विकल्प: नील नदी मिस्र की सभ्यता से, सिंधु नदी सिंधु घाटी सभ्यता से, और यांग्त्ज़ी नदी चीन की सभ्यता से संबंधित है।
प्रश्न 12: गुप्त काल में ‘दिनार’ क्या था?
- भूमि का एक प्रकार
- एक सोने का सिक्का
- एक कर
- एक अधिकारी का पद
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गुप्त काल में ‘दिनार’ एक महत्वपूर्ण सोने का सिक्का था।
- संदर्भ और विस्तार: गुप्त साम्राज्य अपने आर्थिक समृद्धि के लिए जाना जाता था, और उनके द्वारा जारी किए गए सोने के सिक्कों, जिन्हें ‘दिनार’ कहा जाता था, ने उस समय की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत किया। ये सिक्के उनके व्यापार और वाणिज्य को दर्शाते थे।
- गलत विकल्प: ये अन्य कोई शब्द या व्यवस्था नहीं थी, बल्कि यह एक विशिष्ट मुद्रा थी।
प्रश्न 13: ‘अष्टध्यातयी’ के लेखक कौन हैं?
- कालिदास
- पाणिनी
- भरतमुनि
- वात्स्यायन
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘अष्टध्यातयी’ के लेखक महर्षि पाणिनी हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह प्राचीन भारत में संस्कृत व्याकरण का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और व्यवस्थित ग्रंथ है। इसे संस्कृत भाषा के मानकीकरण और उसके नियमों को स्थापित करने का श्रेय जाता है।
- गलत विकल्प: कालिदास महान कवि और नाटककार थे, भरतमुनि ने ‘नाट्यशास्त्र’ लिखा, और वात्स्यायन ने ‘कामसूत्र’ की रचना की।
प्रश्न 14: चंगेज खान ने भारत पर किसके शासनकाल में आक्रमण करने की कोशिश की थी?
- इल्तुतमिश
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- बलबन
- रजिया सुल्तान
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: चंगेज खान ने 1221 ई. में इल्तुतमिश के शासनकाल में भारत पर आक्रमण करने की कोशिश की थी, लेकिन सीधे तौर पर दिल्ली सल्तनत पर नहीं।
- संदर्भ और विस्तार: मंगोल नेता जलालुद्दीन मिंगबर्नी (खुआरिज्मशाह का पुत्र) जब मंगोलों से बचने के लिए भारत आया, तब चंगेज खान उसका पीछा करते हुए सिंधु नदी तक पहुंचा। इल्तुतमिश ने मिंगबर्नी को शरण देने से इनकार कर दिया, जिससे मंगोलों का सीधा आक्रमण टल गया।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक का शासनकाल 1210 तक रहा, बलबन का शासनकाल 1266-1287 तक था, और रजिया सुल्तान 1236-1240 तक शासक रही।
प्रश्न 15: ‘अकबरनामा’ के लेखक कौन हैं?
- अबुल फजल
- फैजी
- बदायूनी
- बिरबल
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘अकबरनामा’ के मुख्य लेखक अबुल फजल थे, जो मुगल सम्राट अकबर के नौ रत्नों में से एक थे।
- संदर्भ और विस्तार: यह पुस्तक अकबर के शासनकाल और जीवन का एक विस्तृत ऐतिहासिक वृत्तांत है। इसे दो भागों में लिखा गया है, जिसमें पहला भाग अकबर के पूर्वजों का इतिहास बताता है, और दूसरा भाग अकबर के शासनकाल का। इसका तीसरा भाग ‘आईन-ए-अकबरी’ है, जो अकबर के साम्राज्य के प्रशासन, राजस्व, भूगोल आदि का वर्णन करता है।
- गलत विकल्प: फैजी अबुल फजल के भाई थे और वे भी एक विद्वान थे। बदायूनी ने ‘मुन्तखब-उत-तवारीख’ लिखी, और बिरबल अकबर के पसंदीदा दरबारी थे।
प्रश्न 16: गुरु नानक देव का जन्म किस वर्ष हुआ था?
- 1453
- 1469
- 1501
- 1517
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: गुरु नानक देव, सिख धर्म के संस्थापक, का जन्म 15 अप्रैल 1469 को हुआ था।
- संदर्भ और विस्तार: उनका जन्म राय भोई की तलवंडी (अब ननकाना साहिब, पाकिस्तान) नामक स्थान पर हुआ था। उन्होंने एकेश्वरवाद, सभी मनुष्यों की समानता और सेवा के मूल्यों पर जोर दिया।
- गलत विकल्प: ये अन्य ऐतिहासिक घटनाएँ या समय-सीमाओं से संबंधित हो सकते हैं, लेकिन गुरु नानक देव के जन्म का वर्ष 1469 है।
प्रश्न 17: ‘रैयतवाड़ी बंदोबस्त’ को मद्रास प्रेसीडेंसी में कब लागू किया गया था?
- 1793
- 1802
- 1820
- 1857
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: मद्रास प्रेसीडेंसी में रैयतवाड़ी बंदोबस्त का विस्तार 1820 में थॉमस मुनरो के गवर्नर काल में हुआ, हालांकि इसके प्रयोग 1790 के दशक से ही शुरू हो गए थे।
- संदर्भ और विस्तार: रैयतवाड़ी व्यवस्था में, भूमि का स्वामित्व सीधे किसानों (रैयतों) के पास होता था, और वे सीधे सरकार को भू-राजस्व का भुगतान करते थे। यह स्थायी बंदोबस्त के विपरीत था। यह व्यवस्था मद्रास, बॉम्बे और असम के कुछ हिस्सों में लागू की गई थी।
- गलत विकल्प: 1793 में स्थायी बंदोबस्त (Cornwallis) लागू किया गया था। 1802 में वेल्लोर विद्रोह हुआ था। 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम हुआ।
प्रश्न 18: ‘स्वराज पार्टी’ की स्थापना कब की गई थी?
- 1919
- 1920
- 1923
- 1925
उत्तर: (c)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: स्वराज पार्टी (कांग्रेस-खिलाफत स्वराज पार्टी) की स्थापना जनवरी 1923 में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: इस पार्टी की स्थापना मोतीलाल नेहरू और सी. आर. दास ने की थी। उनका उद्देश्य विधानमंडलों में प्रवेश कर ब्रिटिश सरकार की नीतियों का विरोध करना और स्वराज प्राप्त करना था।
- गलत विकल्प: 1919 में रोलेट एक्ट और जलियांवाला बाग हत्याकांड हुए। 1920 में असहयोग आंदोलन शुरू हुआ। 1925 में सविनय अवज्ञा आंदोलन अपने चरम पर था।
प्रश्न 19: ‘ए हिस्ट्री ऑफ द इंडियन नेशनल कांग्रेस’ पुस्तक के लेखक कौन हैं?
- पट्टाभि सीतारमैया
- एम. एन. रॉय
- लाला लाजपत राय
- बाल गंगाधर तिलक
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: ‘ए हिस्ट्री ऑफ द इंडियन नेशनल कांग्रेस’ पुस्तक के लेखक पट्टाभि सीतारमैया हैं।
- संदर्भ और विस्तार: यह कांग्रेस के इतिहास का एक प्रामाणिक और विस्तृत विवरण प्रदान करती है, जिसे उन्होंने 1935 में लिखा था। यह पुस्तक कांग्रेस के जन्म से लेकर उसके विकास को विस्तार से बताती है।
- गलत विकल्प: एम. एन. रॉय एक क्रांतिकारी नेता और दार्शनिक थे। लाला लाजपत राय और बाल गंगाधर तिलक गरम दल के प्रमुख नेता थे।
प्रश्न 20: निम्नलिखित में से कौन सी घटना प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) के बाद हुई?
- ऑस्ट्रिया-हंगरी का पतन
- तुर्की गणराज्य की स्थापना
- जर्मनी का एकीकरण
- इटली का एकीकरण
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: तुर्की गणराज्य की स्थापना 1923 में हुई थी, जो प्रथम विश्व युद्ध के बाद की घटना है।
- संदर्भ और विस्तार: प्रथम विश्व युद्ध में ओटोमन साम्राज्य (जिसमें तुर्की शामिल था) हार गया था। युद्ध के बाद, ओटोमन साम्राज्य का विघटन हो गया और अंततः 1923 में मुस्तफा कमाल अतातुर्क के नेतृत्व में तुर्की गणराज्य की स्थापना हुई।
- गलत विकल्प: ऑस्ट्रिया-हंगरी का पतन प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ही हुआ। जर्मनी का एकीकरण 1871 में और इटली का एकीकरण भी 1871 में हुआ, ये दोनों घटनाएं प्रथम विश्व युद्ध से बहुत पहले हुईं।
प्रश्न 21: इंडस वैली सभ्यता का सबसे बड़ा स्थल कौन सा है?
- हड़प्पा
- मोहनजोदड़ो
- लोथल
- धौलावीरा
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता:मोहनजोदड़ो, सिंधु घाटी सभ्यता का सबसे बड़ा ज्ञात स्थल है।
- संदर्भ और विस्तार: मोहनजोदड़ो (जिसका अर्थ है ‘मृतकों का टीला’) वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में स्थित है। यह अपने विशाल सार्वजनिक स्नानागार, महान अन्नागार, और सुनियोजित शहरी नियोजन के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि हड़प्पा भी एक प्रमुख स्थल है, मोहनजोदड़ो आकार में थोड़ा बड़ा माना जाता है।
- गलत विकल्प: लोथल एक महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर था, और धौलावीरा एक अद्वितीय जल प्रबंधन प्रणाली वाला स्थल था, लेकिन ये मोहनजोदड़ो जितने बड़े नहीं हैं।
प्रश्न 22: उपनिषदों की कुल संख्या कितनी मानी जाती है?
- 108
- 100
- 52
- 200
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: उपनिषदों की कुल संख्या 108 मानी जाती है, हालांकि कुछ विद्वान इसे 200 से अधिक भी बताते हैं। 108 की संख्या सबसे अधिक स्वीकृत है।
- संदर्भ और विस्तार: उपनिषद, जिन्हें ‘वेदांत’ भी कहा जाता है, प्राचीन भारतीय दार्शनिक ग्रंथ हैं जो वेदों के अंतिम भाग का निर्माण करते हैं। इनमें आत्मा, ब्रह्म, कर्म और मोक्ष जैसे गूढ़ विषयों पर चर्चा की गई है।
- गलत विकल्प: अन्य संख्याएं उपनिषदों की कुल संख्या को सही ढंग से नहीं दर्शातीं।
प्रश्न 23: ‘टंका’ किस दिल्ली सल्तनत के सुल्तान का प्रारंभिक मुख्य सिक्का था?
- कुतुबुद्दीन ऐबक
- इल्तुतमिश
- बलबन
- अलाउद्दीन खिलजी
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: इल्तुतमिश ने दिल्ली सल्तनत के लिए ‘टंका’ (चांदी का सिक्का) और ‘जीतल’ (तांबे का सिक्का) जैसे मानक सिक्के जारी किए।
- संदर्भ और विस्तार: इल्तुतमिश पहला तुर्क सुल्तान था जिसने शुद्ध अरबी सिक्का पद्धति को अपनाया और सल्तनत की वित्तीय प्रणाली को मजबूत किया। ‘टंका’ 175 ग्रेन चांदी का सिक्का था और यह सल्तनत काल की मुद्रा प्रणाली का आधार बना।
- गलत विकल्प: कुतुबुद्दीन ऐबक ने भी सिक्के चलाए लेकिन इल्तुतमिश ने उन्हें मानकीकृत किया। बलबन और अलाउद्दीन खिलजी ने भी अपनी मुद्राएं जारी कीं, लेकिन ‘टंका’ का प्रचलन इल्तुतमिश ने शुरू किया।
प्रश्न 24: ‘अलबेरूनी’ किसके साथ भारत आया था?
- महमूद गजनवी
- मुहम्मद गोरी
- तैमूर
- बाबर
उत्तर: (a)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: प्रसिद्ध विद्वान और इतिहासकार अल-बरुनी (अबू रेहान अल-बरुनी) 11वीं शताब्दी की शुरुआत में महमूद गजनवी के साथ भारत आया था।
- संदर्भ और विस्तार: अल-बरुनी ने महमूद गजनवी के भारत आक्रमणों के दौरान भारतीय समाज, संस्कृति, विज्ञान और धर्म का अध्ययन किया और अपनी प्रसिद्ध पुस्तक ‘किताब-उल-हिंद’ (या ‘तहकीक-ए-हिंद’) लिखी, जो उस समय के भारत का एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
- गलत विकल्प: मुहम्मद गोरी 12वीं शताब्दी के अंत में आया। तैमूर 14वीं शताब्दी के अंत में और बाबर 16वीं शताब्दी की शुरुआत में भारत आए।
प्रश्न 25: 1905 में लॉर्ड कर्जन द्वारा बंगाल के विभाजन के निर्णय का विरोध करने के लिए स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत किस वर्ष हुई?
- 1903
- 1905
- 1906
- 1907
उत्तर: (b)
विस्तृत स्पष्टीकरण:
- सत्यता: बंगाल के विभाजन के विरोध में स्वदेशी आंदोलन की शुरुआत 1905 में हुई थी।
- संदर्भ और विस्तार: लॉर्ड कर्जन ने 19 जुलाई 1905 को बंगाल के विभाजन की घोषणा की, और इसके विरोध में 7 अगस्त 1905 को कलकत्ता के टाउन हॉल में स्वदेशी आंदोलन का प्रस्ताव पारित किया गया। इस आंदोलन ने भारतीयों को विदेशी वस्तुओं का बहिष्कार करने और स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया।
- गलत विकल्प: विभाजन की घोषणा 1905 में हुई और आंदोलन का विरोध उसी वर्ष शुरू हुआ। 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना हुई और 1907 में सूरत अधिवेशन में कांग्रेस का विभाजन हुआ।